मान्यवर, आपका विश्लेषण एकदम स्टीक है, वो किसान आंदोलन तो किसानों का था ही नहीं , वो तो आड़तियों अौर विपक्षी पार्टियों का था जिन्होंने किसानों को बर्बाद कर दिया अब पछताते रहो जब चिड़िया चुग गई खेत😢 तब तो अडानी के टावर तोड़ रहे थे अब भुगतो 👿👿😸😸
Agar woh Kisan andolan nahi tha toh kisano ko unke virodh karne ke liye unki asliyat samne khud Lani chahiye thee aur ye toh asliyat hai duplicate copy toh sadak par nikal aate hai aur real wale khud kuch nahi karte aur aapna nuksan karva lete hai
पंजाब को छोड़कर सरकार को तीनो कृषि कानून लागू करना चाहिए।पंजाब के किसानों के कारण देश के किसानों का नुकसान हो रहा है ।पंजाब के किसान खेती में बहुत अधिक घातक रसायनों का उपयोग करते है इस कारण पंजाब के अनाज से कैंसर हो सकता है।
Galat ho bhai tum, red lebel wale spray ban hai punjab me , green lebel wale spray hi use hote hai, lekin pore bharat me red lebel wale spray mono , lambda, sypermethrin, etc .
सर, आपने एकदम सही कहा मैने भी आंदोलन के दौरान तीनो कृषि कानून पढ़े उनमे कही भी ऐसा कोई कानून मोदी सरकार ने नही बनाया था जो किसानो के विरोध में हो या किसानो को नुकसान पहुँचते। इन कानूनो से सिर्फ मंडीओ के अड़ती को ही थोड़ा बहुत नुकसान होता और किसी को नहीं....
क्या ऐसा नही हो सकता है, की केंद्रीय कृषी कानून जो वापिस लिया गया, इच्छुक राज्य अपने अपने राज्यों मे स्वीकृति दे कर उनकी सुविधाएं अपने कृषकोंको उपलब्ध करा सके.
अरे भाई बिहार में लागू है 2005 से और बिहार का हाल देख लो बिहार का किसान देश का सबसे गरीब किसान है 😢😢😢 लेकीन आपके पतलकर बिहार के किसानों की हालत पर वीडियो नहीं बनाएगै
@@brajnathrtiwari3215 असली किसान के पास कहा समय है। फालतू बैठने के लिए। असली किसान के पास वोट था जो देकर हरियाणा में बता दिया कि किसान आंदोलन में थे या नहीं। मे कहता हूं कि ओरिजनल किसान 3 दिन अपने खेतों से और पशुओं से अलग नहीं रह सकता है। ये जो आंदोलन में थे वो शहरी किसान था। गांवो का कोई किसान नहि था। पहले राजस्थान में फिर हरियाणा में बता दिया कि किसान थे या नहीं थे।
Sir आपने बहुत ही सुन्दर तरीके से किसान भाइयों को कृषि कानूनों पर जानकारी दी है हमें उम्मीद है कि जो सच्चे किसान हैं उनको बहुत फायदा होगा आपका धन्यवाद ❤ वंदे मातरम ❤
प्राइवेट कंपनीयो के कारण ही हिमाचल के किसानों की फसल सेब रूल रहा है और किसानो की फसल सेब का पहले जितना भी रेट नहीं लग रहा है क्योंकि प्राइवेट कंपनियां एक या दो साल ही किसानों को अच्छा रेट देती है फिर उसके बाद किसानों से सस्ता अनाज खरीदना शुरू कर देती है।
नशेड़ियों को इकठ्ठा कर लिया पव्वा बिरयानी और पांच सौ रूपए देकर । आंदोलन में कोई किसान था ही नहीं सब अपराधी प्रवृत्ति के कामचोर नशेड़ी और हुड़दंगियों का झुंड था ।
समय आ गया कि अब सही किसानों को आंदोलन करना चाहिए तीनों किसान कानून लागू करने के लिए। सभी प्रदेश से किसानों को ये तीनों कानून लागू कराने के लिए अभियान चलाना चाहिए।
कनाडा, चीन और आयात कर कमीशन कमाने वालों का गठजोड़ यहां के मूल किसानों को काफी नुकसान कर दिया!वे आज तक नहीं बता पाए कि तीन कृषि कानून में काला क्या था 😢😢
यह बात तो तब भी दिखती थी कि वो आंदोलन किसानो के नाम पर किसी और का था लेकिन आश्चर्य व दुख की बात तो यह भी है कि वास्तविक किसान उस टाइम घरों से बाहर क्यों नहीं निकले इन तीनों कानूनो के पक्ष में मुझे तो नहीं लगता कोई भी पार्टी या सरकार इस तरह के सुधार कानून दोबारा लाने का राजनीतिक जोखिम उठायेगी
पंजाब के किसान खेती करते ही कब है। खेती तो सारी नौकरों के हवाले है। खुद या तो राजनीति करते हैं और कनाडा की तरफ भागते हैं। बाकी बचे खुचे आंदोलन में अपना बिजनेस तलाशते हैं।
सर ये किसान इसी लायक हैं क्या इनको मालूम नहीं था कि सरकार किसानों के भले के लिए कानून लायी लेकिन इनको तो टिकैत सबसे ज्ञानी लगा क्योंकि वह कांग्रेस का बेलचा हैं फिर अब भुगतो इनको मोदीजी का विरोध करना था औरकुछ नहीं
भारत में किसानों का दो वर्ग है... पहला पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के किसान और.... दूसरा देश के अन्य हिस्सों के किसान। तथाकथित किसान आंदोलन में केवल पहला वर्ग ही शामिल था। इस वर्ग की गलतियों की वजह से जिसमें खालिस्तानी भी शामिल थे... किसान बिल पास नहीं हो पाया। बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण...
@@vijaysardanainsightsक्या इन तीनों कृषि कानून में एसपी पर कोई गारंटीथी क्वालिटी के हिसाब से तो किस का आधा अनाज भी नहीं बिकेगा गोदाम तो अभी प्राइवेट बन रहे हैं बहुत सारे
विजय सरदाना जी आप बहुत अहम मुद्दा लेकर आज आ गए हम आप का आदर भाव करते है,भाईसाहब जब बीस महीने लगातार भारत का किसान मजदूर वर्ग दिल्ली बार्डर पर धरना देकर बैठा रहा तब जाकर किसान मजदूर वर्ग के नेतागण से बात की होती कुछ किसान मजदूर वर्ग नीचे आता कुछ सरकार। तब जाकर रलमिल कर के समझदारी ,इमानदारी व नीयत साफ करके हल निकाल लिए होते ,अनाज उत्पादन करने वाले भी अपने लोग है कोई बाहरी थोड़ा है मेरे भाई।कुछ मजदूर वर्ग का भी ध्यान रखा जाए, आज भी मिल बैठकर हल निकाल सकती है भाई सरकार। किसान मजदूर वर्ग भी अपना है सरकार भी अपनी है,मोदी जी बहुत मजबूत प्रधान मंत्री है ,हम ने देश बचाना है भाई, धन्यवाद जी सबका।हरियाणा कुरुक्षेत्र।
यह जो अपने आप को किसान नेता कहते हैं यह किसानों के दुश्मनहै यह सरकार से मोटी रकम लेने के चक्कर में धरना के नाम पर नेताओं की जांच होनी चाहिए और उनके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए
@@jeetsingh-q3p BJP voters ko Akalies barbad kar diya. Farmers ko free electricity or shops or ghar ko 9 rupees per unit. Akalies or Congress ne sab kuch, San taxes farmers ko de kar, industry ko nichod kar Punjab ko diwaliya, financially bankrupt kar diya. Punjab BJP Akalies ki B team tha.
@@jeetsingh-q3pAkali daal ki kita c punjab bjp naal. Poltic noh samjho bjp kol power nahi c BJP kosh nahi kar sakdi c Jo jo voter loak84bhul k cong govt punjab vich bana rahe ajj tak. Ki Ohh kice yakin kabil ho sakdi kadi veera ji dasna
Galat bilkul bhi galat ih sirf BJP wale bulldozer ko ahmita de rahe hai.ih sirf kehne walen hai kahan 2 2 caror par year nokrian , ih channel Bala bskwas kar riha hai kih punjabi bahir ja rahe hain kia modi ka Gujrat wale nahi ja rahe modi modi yehi bahir keh rahe hain.
Very logical presentation and what to expect from a feudal mindset in Punjab. Farmers are not happy with any government. The government of Punjab has been subsidising the farming from last 50 yrs on expense of industrial development and many manufacturing projects which are in Punjab are moving out .
@@SonSingh-o9g वहा जमीन की जमाबंदी नही है मान लो आपके पास बिहार मे एक एकड जमीन है और आपकी एक ऐकड जमीन चार जगह पडी है अब एक एकड जमीन मै खैती कैसे होगी अलग अलग जगह जाकर
Koi kanun aata h, usme koi problem aati h to uska solution khoja jata h, changes aur corrections hote h. History jb se pta h tb se yhi treeka sb se kamyab sabit hua h. Punjab alon ko lga ki vhi log tees maar khan h. Ab bhugto.
पंजाब ,हरियाणा में खेती नहरों से होती है इस कारण से लागत कम होती हैं।फिर भी पंजाब के किसान अपने को गरीब बताता है। में राजस्थान में 8एकड़ में ट्यूबवेल से खेती करता हूं फिर भी मुझे संतोष जनक आय हो जाती।पंजाबी किसानों की भूख कभी मिटती ही नहीं है।
@@rajendrajoshi1234 inke bacche kaneddda bhag rahe khud mehnat nahi karte bihari majdooro ke bharose kheti hei sarkaari madad ka rona rote rehte hei. Krishi rajya sakar kee jimmeddari hei bhagwant maan or kejriwal sirf badee badee baatei kar sakte hei.
विजय जी, किसान नेताओं में कोई भी समझदार नही था, टिकायत का पिता तो पागलखाने भी जाकर आया था.... दलालों की मोनोपॉली तोड़ना इतना आसान नहीं है, उन्होने किसान के नाम पर जूठा नैरेटिव फैलाया था
तीनों कृषि कानून फिर से लागू किए जाएं, ताकि असली किसानों को फायदा हो सके। विरोध करने वाले नकली किसानों, आढ़तियों और नकली किसान नेताओं को जेलों में ठोक जाए।
@@महेंद.सिंह.गोस्वामी koi jarurat nahi mare logo me fir se jaan dalne k liye koi mudda dene ab gaind kisano k pale me hai pahle un netao se puchhe wo sab kisan jo in bills ka virodh kar rahe the
Sahi hh apka analysis because I m from Punjab Ferozepur no employment only Nasha and crime 8 bje rat ke bad kya ho jaye kuchh pata nhi khan loot ho jaye PTA nhi
Sir ,जब से कृषि कानून वापस लिए गए हैं तब से किसानों को यह उनकी बड़ी उपलब्धि लगने लगी है।पर पंजाब में हमारा जीवन नर्क हो गया है कभी भी ये अपनी ज़िद मनवाने के लिए हाई वे बंद कर धरने पर बैठ जाते हैं
नमस्कार।सही दृष्टिकोण से सटीक विश्लेषण है।किसान भाई समझे तो बहुत ही अच्छा है।इस विडियो के लिए धन्यवाद।आप सभी मिडिया मित्रगण टीम सहित सदा स्वस्थ्य रहे सुरक्षित रहे सजग रहे,,,!
सरदाना जी आप बधाई के पात्र हैं । कितनी सरल भाषा में सब समझा दिया ।अधातिया तो काला कानून बता रहे थे कयोंकि उनकी कमाई बंद हो रही थी । आप को साधुवाद ।🌹🌹🌹💐💐💐🪔🪔🪔🌹🌹🌹💐💐💐
It's beyond to understand why government is not implementing other than Punjab.After certain períod by seeing the beneficiary oriented results Punjab also will adopt with folded hand.
@@yeshpalsingh-s3e nahi karenge kyuki agr baki state me kiya toh sara bhed khul jaega or fer punjabi Kisan usko kabhi nahi apnayega en bhai sahab ne bhoot kuch supa liya ha. Agr company ne lease pe land le kar loans le liya or lease khatam hone tak loan nahi bhara toh company ko Bank nahi puchega bank land owner yani Kisan ni land ka auction kr ke apne loan ki bharpai karega. Bolo kitna bda lapse ha. En bhai sahib ne kahi jikr nahi kiya
@@subesinghyadav762 ground reality ko samjhna padega agar sahi situation farmer ki dekhni hai. Mere known me Ke farmer ne sarso ki kheti kari te Usne apne 75% land vich sarso bhej ti and kafi struggle karke coz uss year weather v teek nai c te fir ussne sarso ko nikal ke jab mandi me gya ta ussko 4000/- rate milta hai fr wo decision lai da k oh ghar me store karge and after all wo 2month ke baad v usnu koi rate nai milda te 4100 rate te sell karda and jo usde expence te hor kharche thy woh sab delay hoye and last usne ek hi baat boli k mai next tym sarso ki kheti nai karni eh reality aw.
I am manufacturing food processing machines for the last 40 years.Since then I am realising that because of non availability of contract farming in India ,no food processing industry can survive. As soon as industrialist install say suppose Tomato processing line. Next year itself industrialist won't get sufficient quantity of tomatoes with reasonable price.Everywhere in the world Industrialist n farmers both are involved .Industrialist provide farming technology n buyback whole crop .
PUNJAB ke Siwa Baki Pradesh ke Kisan Bijli ka Bill Bharte hai,Lekin Wo kabhi aandolan karte huye Nahi dekha Gaya hai.Punjab me Har Dusare din band,Kon buisness Karega aeise pradesh me,Jo hai Agale 10 Sal me chale Jayenge.Noujawan Bhag rahe hai,Punjab Abb Sirf jyada umra wale logo ka pradesh Banke rah Gaya hai.Think
दो साल पहले किसानोंको भ्रमित करनेवाला बिचोलियोंका जो आंदोलन हुवा, उसे देख हम सभी चिंतित थे. अब यदि असली किसान जागृत हो कर उन तीनों कानुनोंके समर्थन मे आंदोलन करते है तो देशके सभी वर्गोंको उसके समर्थन मे उतरना पडेगा..!
हर मुद्दे पर (स्वार्थी शक्तियों के हाथ फंस) केंद्र सरकार का विरोध करना ही पंजाब की बरबादी का कारण बना है। छोटे-छोटे बच्चों के मन में भी अथाह घृणा भर दी गई है।
Vijay Sir, I really admire your viewpoint and research on farmers law. You should describe truth on each platform. We need to spread awareness in farmers.
मान्यवर, आपका विश्लेषण एकदम स्टीक है, वो किसान आंदोलन तो किसानों का था ही नहीं , वो तो आड़तियों अौर विपक्षी पार्टियों का था जिन्होंने किसानों को बर्बाद कर दिया अब पछताते रहो जब चिड़िया चुग गई खेत😢 तब तो अडानी के टावर तोड़ रहे थे अब भुगतो 👿👿😸😸
Agar woh Kisan andolan nahi tha toh kisano ko unke virodh karne ke liye unki asliyat samne khud Lani chahiye thee aur ye toh asliyat hai duplicate copy toh sadak par nikal aate hai aur real wale khud kuch nahi karte aur aapna nuksan karva lete hai
Srkar lo godam bnana cheya sb kuch adani k hvala krna chahta h
केजरीवाल की राजनीती केवल सत्ता केंद्रित है, दिल्ली मे 2 बार चल गयी, पंजाब मे 1 बार अब जायदा नहीं चलेगी
@@rahularya1803 bilkul bhai
Exactly 💯💯💯💯 percent right...Punjab me 3-4se jyada seat nhi ayengi 2027 me.
किसान नेताओ ने ही राजनीति पार्टियों के साथ मिल कर के असली किसानों को नुकसान पहुंचा दिया है।
Laik yhi hai bro
पंजाब को छोड़कर सरकार को तीनो कृषि कानून लागू करना चाहिए।पंजाब के किसानों के कारण देश के किसानों का नुकसान हो रहा है ।पंजाब के किसान खेती में बहुत अधिक घातक रसायनों का उपयोग करते है इस कारण पंजाब के अनाज से कैंसर हो सकता है।
@@rajendrajoshi1234 Bihar mein lagu hai
Galat ho bhai tum, red lebel wale spray ban hai punjab me , green lebel wale spray hi use hote hai, lekin pore bharat me red lebel wale spray mono , lambda, sypermethrin, etc .
@@Brar-Farming744 tujhe kya lgta h bs spray se hi chemical bnate hai crop me
@@rajendrajoshi1234 पंजाब के जहरीले अनाज का बहिष्कार कर दीजिए
Hota hai ho sakta nahi
सर, आपने एकदम सही कहा मैने भी आंदोलन के दौरान तीनो कृषि कानून पढ़े उनमे कही भी ऐसा कोई कानून मोदी सरकार ने नही बनाया था जो किसानो के विरोध में हो या किसानो को नुकसान पहुँचते। इन कानूनो से सिर्फ मंडीओ के अड़ती को ही थोड़ा बहुत नुकसान होता और किसी को नहीं....
बिहार में तो कोई बिचौलिया नहीं है वहा का किसान देश का सबसे गरीब किसान है यहां बिचौलिया है वहां देश के सबसे अमीर किसान है पंजाब, हरियाणा
पंजाब के किसानों ने पंजाब को धरना परदेश बना दिया है पंजाब के आम नागरिक बहुत बहुत परेशान है
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आम नागरिक परेशान होता तो ऐसे गुंडों को अराजकता करने से रोकने की कोशिश तो कराता
कोई परेशान दिखता, तभी तो कांग्रेस की इतनी सीटें आईं ।
अगर आम नागरिक परेशान है तो फिर ओ APPऔरcongressको चुनेकर कैसी देती है?
@@niketamin2917भाई एक बार पंजाब आकर देखो इन गुंडों आतंकवादियों से कोई उलझना नहीं चाहता।
जोकर को पंजाब का सीएम बनना
पंजाब का दुर्भाग्य साबित हुआ😢😢😢
@@Himanshu8130 modi se jyada jokar to nahi hai na
जोकर नही बेवडा 😂😂
लगता हैं तू टिकेत की औलाद हैं 😂😂@@vijenderkumarchahalchahal9638
@@vijenderkumarchahalchahal9638 pappu ke lie namaz padhte padhte dimag b khata khat hogya 🐷😂
@@AnandJoshi-ht9ps tune kitni pilai
बहुत सही मुद्दा सही समय पे आप लाए है
धन्यवाद सर
क्या ऐसा नही हो सकता है, की केंद्रीय कृषी कानून जो वापिस लिया गया, इच्छुक राज्य अपने अपने राज्यों मे स्वीकृति दे कर उनकी सुविधाएं अपने कृषकोंको उपलब्ध करा सके.
Aapne bahut achchhi baat kahi ,kash, sabhi Maan jate😮
अरे भाई बिहार में लागू है 2005 से और बिहार का हाल देख लो बिहार का किसान देश का सबसे गरीब किसान है 😢😢😢 लेकीन आपके पतलकर बिहार के किसानों की हालत पर वीडियो नहीं बनाएगै
कोई सहानुभूति नहीं है ऐसे किसानों के प्रति ,किसान की परिभाषा नेताओं ने बदल के रख दी है ।
देश के बड़े बुद्धिमानो ने कहा की इनसे बढ़िया कृषि कानून पहले कभी नहीं आए। और विरोध करने वाले किसान नहीं, दलाल और नेता थे।
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@@rajiv1252 जो असली किसान थे उनको तो सामने आना चाहिये था
@@brajnathrtiwari3215 यही तो समस्या है कि असली किसानों के पास आंदोलन का समय और पैसा भी नहीं है
@@brajnathrtiwari3215तुम्हारे जैसे असली किसान है तो सही!
@@brajnathrtiwari3215 असली किसान के पास कहा समय है। फालतू बैठने के लिए। असली किसान के पास वोट था जो देकर हरियाणा में बता दिया कि किसान आंदोलन में थे या नहीं। मे कहता हूं कि ओरिजनल किसान 3 दिन अपने खेतों से और पशुओं से अलग नहीं रह सकता है। ये जो आंदोलन में थे वो शहरी किसान था। गांवो का कोई किसान नहि था। पहले राजस्थान में फिर हरियाणा में बता दिया कि किसान थे या नहीं थे।
आंख बंद कर तीनो कृषि कानून अपनाकर देश की समृद्धि मे योगदान देना चाहिए
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किस भाव से बोल रहे हो ? समझ में नहीं आ रहा है |
@@vijaysardanainsights दल्ला गीरी करनी बंद करो
Sir आपने बहुत ही सुन्दर तरीके से किसान भाइयों को कृषि कानूनों पर जानकारी दी है हमें उम्मीद है कि जो सच्चे किसान हैं उनको बहुत फायदा होगा आपका धन्यवाद ❤ वंदे मातरम ❤
प्राइवेट कंपनीयो के कारण ही हिमाचल के किसानों की फसल सेब रूल रहा है और किसानो की फसल सेब का पहले जितना भी रेट नहीं लग रहा है क्योंकि प्राइवेट कंपनियां एक या दो साल ही किसानों को अच्छा रेट देती है फिर उसके बाद किसानों से सस्ता अनाज खरीदना शुरू कर देती है।
अब कोई भी किसानों की इज्जत नहीं करेगा।चाहे असली हो या नकली😢😢
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Vo to 76 saal se nai ho rahi bhai
कौन इज्जत का टोकरा लेके तेरे दरवाजे पर आया भाई?
@@rathodmahendra2219 हरियाना में वोट देनेवाले किसान असली हैं, इज्जत तो देनी पड़ेगी भाई।
@@rathodmahendra2219 tere se umeed bhi nhi sale tatuye
विजय जी कोई किसान या किसान आंदोलन नहीं था यह सिर्फ खालिस्तान हिंदुस्तान में हुड़दंग और गुंडागर्दी करने के लिए आंदोलनचलाया था
Yes yes yes .
Shame on you
Bhai kisaan ka kha kyo rhe ho fir gobar Or mut hi khao piyo na
Shame on u
नशेड़ियों को इकठ्ठा कर लिया पव्वा बिरयानी और पांच सौ रूपए देकर । आंदोलन में कोई किसान था ही नहीं सब अपराधी प्रवृत्ति के कामचोर नशेड़ी और हुड़दंगियों का झुंड था ।
समय आ गया कि अब सही किसानों को आंदोलन करना चाहिए तीनों किसान कानून लागू करने के लिए। सभी प्रदेश से किसानों को ये तीनों कानून लागू कराने के लिए अभियान चलाना चाहिए।
@@KishoreKumar-kv3wh , suru karo Tum janta tumhre saath jud jayegee
Bilkul sahi hai Ji me Kisan hu ye Kisan leader kisano ke Dushman hai Apne 100%sahi vidio bani hai thank sir
खलिस्तानीयो के चक्कर मे किसानो यह कानून वापस लेने लगाए अब रोना तो पड़ेगा ही🙏
आपके कहने का मतलब है । भारत सरकार खालिस्तानियों के आगे झुक गई और फिर कृषि कानून वापिस लिए ?
वो आन्दोलन किसानो की आड़ मे " आढ़तियों व बिचौलियों" का था ।
अब भुगत रहे हैं ।
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@@vijaysardanainsights They deserve it. Jaisee neeyat vaisee murad
और इसमें देश का विपक्ष भी संलिप्त था ।
कनाडा, चीन और आयात कर कमीशन कमाने वालों का गठजोड़ यहां के मूल किसानों को काफी नुकसान कर दिया!वे आज तक नहीं बता पाए कि तीन कृषि कानून में काला क्या था 😢😢
@@SudeshKumar-sk1eskaala tumhare liye tha kisaan ka profit pr ambani tumhe lut leta mehgi sabzi dekr abhi jese jio ke sath kiya
ਬਹੁਤ ਵਧੀਆ ਗੱਲ ਕੀਤੀ ਕਿਸਾਨ ਲੀਡਰਾਂ ਨੇ ਇੱਕ ਸਮਾਂ ਮੂਰਖ ਮੈਂ ਰੁੱਖ ਬਣਾਇਆ ਹੈ
किसान किसानों को फायदा नहीं बिचोली बाबू अरबपति बनबैठे हैं
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किसानों ने पैर पर कुल्हाड़ी नहीं मारी। उन्होंने ने तो पर ही कुल्हाड़ी पर मार दिया है। ये लोग कभी नहीं समझेनंगे
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यह पर, पर क्या होता हें ❓
@@vipinsinghchuhangadhe hamesha typing mistake dhundte rahte h 😂
Chuhan 😂 kya hota h be anpadh
Chouhan hota h
Lagta h tu nakli chuhan h😂
यह बात तो तब भी दिखती थी कि वो आंदोलन किसानो के नाम पर किसी और का था लेकिन आश्चर्य व दुख की बात तो यह भी है कि वास्तविक किसान उस टाइम घरों से बाहर क्यों नहीं निकले इन तीनों कानूनो के पक्ष में
मुझे तो नहीं लगता कोई भी पार्टी या सरकार इस तरह के सुधार कानून दोबारा लाने का राजनीतिक जोखिम उठायेगी
ਸਵਾਲ ਆਪ ਜੀ ਨੂੰ,,,ਪੰਜਾਬ ਚੋਂ ਗੰਨੇ ਦੀ ਕਾਸ਼ਤ ਕਿਉ ਖ਼ਤਮ ਹੋਈ????
@shallysingh829 @sardana यह भाई का सवाल है कि पंजाब में से गन्ने की खेती क्यों सीमित हो गई???
पंजाब के किसान खेती करते ही कब है। खेती तो सारी नौकरों के हवाले है। खुद या तो राजनीति करते हैं और कनाडा की तरफ भागते हैं। बाकी बचे खुचे आंदोलन में अपना बिजनेस तलाशते हैं।
सर ये किसान इसी लायक हैं क्या इनको मालूम नहीं था कि सरकार किसानों के भले के लिए कानून लायी लेकिन इनको तो टिकैत सबसे ज्ञानी लगा क्योंकि वह कांग्रेस का बेलचा हैं फिर अब भुगतो इनको मोदीजी का विरोध करना था औरकुछ नहीं
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भारत के लोगों को अपने शत्रु बोध की पहचान जरूरी है।
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1000 साल गुलाम ऐसे ही नहीं हुए
ਬਹੁਤ ਸਹੀ ਤੇ ਸਰਲ ਭਾਸ਼ਾ ਞਿਚ ਞਿਸਲੇਸਨ ਹੈ ।ਕਾਸ ਇਹ ਕਿਸਾਨ ਸੁਣਨ। ਪੰਜਾਬ ਦਾ ਬੇੜਾਗਰਕ ਕਰ ਦਿਤਾ ਇਨਾ ਅਖੌਤੀ ਕਿਸਾਨ ਜਥੇਬੰਦੀਆ ਨੇ।
@@narinderkumar969 ਇਹ ਭਰਾਵਾ ਸਰਕਾਰ ਦੇ ਹੀ ਬੰਦੇ ਆ , ਕਿਸਾਨਾਂ ਨੂੰ ਗਲਤ ਸਾਬਤ ਕਰਨ ਲਈ ਲੱਗੇ ਹੋਏ ਆ , ਕਿਸਾਨਾਂ ਨੇ ਕਾਨੂੰਨ ਲਾਗੂ ਕਰਨ ਲਈ ਜੋ ਸ਼ਰਤਾਂ ਰੱਖੀਆਂ ਸੀ ਕਿ ਜਿਵੇਂ msp ਦੀ ਗਰੰਟੀ, ਕਿਸਾਨ ਦੀ ਜ਼ਮੀਨ ਤੇ ਕਿਸੇ ਬਿਜਨੈਸ ਮੈਨ ਜਾਂ ਫੈਕਟਰੀ ਦਾ ਕਬਜ਼ਾ ਨਾ ਹੋਵੇ, ਮੰਡੀਕਰਨ ਦੀ ਗਰੰਟੀ ਆਦਿ, ਪਰ ਸਰਕਾਰ ਨੇ ਇਹ ਮੰਨੀਆਂ ਨੀ , ਕਿਉਂਕਿ ਸਰਕਾਰ ਦੀ ਸੋਚ ਕਿਸਾਨੀ ਪ੍ਰਤੀ ਗਲਤ ਸੀ , ਕਿਸਾਨ ਕਿਸੇ ਫ਼ਸਲ ਨੂੰ ਸਟੋਰ ਕਰਕੇ ਨਹੀਂ ਰੱਖ ਸਕਦਾ ਸੀ ਉਨ੍ਹਾਂ ਕਾਨੂੰਨਾਂ ਮੁਤਾਬਿਕ। ਦੱਸੋ ਇਹ ਵਪਾਰੀ ਦੇ ਪੱਖ ਦੇ ਸੀ ਜਾਂ ਕਿਸਾਨ ਦੇ
भारत में किसानों का दो वर्ग है...
पहला पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के किसान और....
दूसरा देश के अन्य हिस्सों के किसान।
तथाकथित किसान आंदोलन में केवल पहला वर्ग ही शामिल था। इस वर्ग की गलतियों की वजह से जिसमें खालिस्तानी भी शामिल थे... किसान बिल पास नहीं हो पाया। बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण...
असली किसान दलगत राजनीति से दूर ही रहे तो ठीक होगा।
विजय सरदाना जी, किसान आन्दोलन में किसानों की संख्या कम, सारे लोग फ्री में जलेबी, पूड़ी-सब्जी और पकौड़ी खाने वाले थे।
Ha tum bhi to aaye the waha free ka khane
फ्री की शराब भी। रोज़ शाम को दारू की छबील लगती थी।
सच्ची बात पर मिर्ची क्यों लग जाती है??@@SubashChand-qd2so
Daru bhi ful chali
@@SubashChand-qd2so konsa kisan aesha bolega ki bharat ko wto se withdraw karne ko. Sayad tumhi unke gang se ho
एकाद साल में येही मेरे पंजाब के किसान तीनो कृषि कानून की मांग करेंगे।
Kabhi nahi karege ye kisan neta nahi ye sare khlistani hai inko jo kanada se Pakistan se adesh milega wahi karege.
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में कृषि कानून बिहार राज्य में पहले पायलट परियोजना के तहत क्यों नहीं आजमा करदेखा गया
@@vijaysardanainsightsक्या इन तीनों कृषि कानून में एसपी पर कोई गारंटीथी क्वालिटी के हिसाब से तो किस का आधा अनाज भी नहीं बिकेगा गोदाम तो अभी प्राइवेट बन रहे हैं बहुत सारे
विजय सरदाना जी आप बहुत अहम मुद्दा लेकर आज आ गए हम आप का आदर भाव करते है,भाईसाहब जब बीस महीने लगातार भारत का किसान मजदूर वर्ग दिल्ली बार्डर पर धरना देकर बैठा रहा तब जाकर किसान मजदूर वर्ग के नेतागण से बात की होती कुछ किसान मजदूर वर्ग नीचे आता कुछ सरकार। तब जाकर रलमिल कर के समझदारी ,इमानदारी व नीयत साफ करके हल निकाल लिए होते ,अनाज उत्पादन करने वाले भी अपने लोग है कोई बाहरी थोड़ा है मेरे भाई।कुछ मजदूर वर्ग का भी ध्यान रखा जाए, आज भी मिल बैठकर हल निकाल सकती है भाई सरकार। किसान मजदूर वर्ग भी अपना है सरकार भी अपनी है,मोदी जी बहुत मजबूत प्रधान मंत्री है ,हम ने देश बचाना है भाई, धन्यवाद जी सबका।हरियाणा कुरुक्षेत्र।
किसान अपने घर को 15 दिन भी नहीं छोड़ सकता अपनी खेती को नहीं छोड़ सकता 6 महीने तक धरने में बैठने का टाइम किस को कहां है
यह जो अपने आप को किसान नेता कहते हैं यह किसानों के दुश्मनहै यह सरकार से मोटी रकम लेने के चक्कर में धरना के नाम पर नेताओं की जांच होनी चाहिए और उनके ऊपर कार्रवाई होनी चाहिए
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Ye kisan neta nahi dalal desh ke gaddar hai.
उस समय जो असली किसान हैं उन्हें अपने हित के लिए खुद सरकार का साथ देना था किंतु किसानों को ज्यादा लाभ पाने के लिए ऐसे फर्जी किसानों के खिलाफ नहीं बोला
@@VIKRAMCOMMENTS😢🎉❤
❤❤ great analysis
सबको कनाडा जाना है।
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Tumhari to okati ha nhi jane ki😂
Air wajah khalistaniyon se dikha hai Ki San algae wadi kaiser banen
@@SubashChand-qd2sotu ja teri hi aukat h Canada walon ka pakhana saaf karne ki aur potty dhone ki 😂
@@PS-ej2xn बिल्कुल सही
जब तक पंजाब में बि जे पी सरकार नहीं आएगी सुधार होना मुश्किल है। और सब पार्टियां सरकार में रह चुकी है और यह समस्याएं यही सरकारौ कि देश है।
Sir Punjab main 20saal se jyada shashank Kia hai akali dul samarthan main tub soi thi bjp ?
@@jeetsingh-q3p
BJP voters ko Akalies barbad kar diya.
Farmers ko free electricity or shops or ghar ko 9 rupees per unit.
Akalies or Congress ne sab kuch, San taxes farmers ko de kar, industry ko nichod kar Punjab ko diwaliya, financially bankrupt kar diya.
Punjab BJP Akalies ki B team tha.
@@jeetsingh-q3pAkali daal ki kita c punjab bjp naal. Poltic noh samjho bjp kol power nahi c BJP kosh nahi kar sakdi c Jo jo voter loak84bhul k cong govt punjab vich bana rahe ajj tak. Ki Ohh kice yakin kabil ho sakdi kadi veera ji dasna
Totally agreed
Galat bilkul bhi galat ih sirf BJP wale bulldozer ko ahmita de rahe hai.ih sirf kehne walen hai kahan 2 2 caror par year nokrian , ih channel Bala bskwas kar riha hai kih punjabi bahir ja rahe hain kia modi ka Gujrat wale nahi ja rahe modi modi yehi bahir keh rahe hain.
आपने बिल्कुल सही कहा। जब तक पढ़ेंगे नहीं तब तक समझेंगे नहीं।
ਪੰਜਾਬ ਦੀਆਂ ਕਿਸਾਨ ਯੂਨੀਅਨਾਂ ਨੇ ਹੀ ਪੰਜਾਬ ਨੂੰ ਬਰਬਾਦ ਕੀਤਾ ਹੈ। ਖੇਤੀ ਕਾਨੂੰਨਾਂ ਵਿਚ ਕੋਈ ਨੁਕਸ ਨਹੀਂ ਸੀ, ਪਰ ਕਿਸਾਨ ਯੂਨੀਅਨਾਂ ਨੇ ਲੋਕਾਂ ਨੁੰ ਗੁੰਮਰਾਹ ਕੀਤਾ।
@@nirpalsingh6735 ਬਿਲਕੁਲ ਸਹੀ ਗੱਲ ਆ ਮੈਂ ਕਿਸਾਨ ਆ ਇਹਨਾਂ ਕਾਮਰੇਡ ਕੁੱਤੇ ਨੇ ਬਰਬਾਦ ਕਰਤਾ ਪੰਜਾਬ ਮੈਂ ਵੀ ਖੇਤੀ ਕਰਦਾ ਛੋਟੇ ਕਿਸਾਨ ਦਾ ਹੀ ਬੇੜਾ ਬਹਿ ਕੇ ਰੱਖਤਾ ਉਹਨੂੰ ਕੋਈ ਪੈਸੇ ਨਹੀਂ ਦਿੰਦਾ
ਜੈ ਖੇਤੀ ਕਾਨੂੰਨ ਸਹੀ ਸੀ ਤਾਂ ?
ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਕਿਸਾਨ ਦੀ ਔਸਤ ਸਾਲਾਨਾ ਕਮਾਈ 2 ਲੱਖ 10 ਹਜਾਰ ਹੈ ਤੇ ਹਰਿਆਣੇ ਦੀ 1 ਲੱਖ 90 ਹਜਾਰ ਤੇ ਕਮਾਲ ਦੀ ਗੱਲ ਹੈ ਇਥੇ ਮੰਡੀ ਸਿਸਟਮ (ਵਿਚੋਲਿਆ, ਆੜ੍ਹਤੀ) ਹੈ
ਦੇਸ਼ ਦੇ ਬਿਹਾਰ ਵਰਗੇ ਸਟੇਟ ਚ ਮੰਡੀ ਸਿਸਟਮ (ਵਿਚੋਲਿਆ, ਆੜ੍ਹਤੀ) ਨਹੀਂ ਹੈ ਔਰ ਇਥੇ ਕਿਸਾਨ ਦੀ ਸਾਲਾਨਾ ਕਮਾਈ ਦੇਸ਼ ਵਿਚ ਸਭ ਤੋਂ ਘੱਟ ਹੈ ਤੇ ਸਾਲਾਨਾ ਕਮਾਈ ਸਿਰਫ਼ 50 ਹਜਾਰ ਹੈ ਜੌ ਕਾਨੂੰਨ ਸਰਕਾਰ ਦੇਸ਼ ਵਿਚ ਲਾਗੂ ਕਰਨਾ ਚਾਹੁੰਦੀ ਹੈ ਉਹ ਕਾਨੂੰਨ ਬਿਹਾਰ ਵਿਚ ਪਹਿਲਾ ਤੋਂ ਹੀ ਨੇ ਫਿਰ ਬਿਹਾਰ ਏਕ ਅਮੀਰ ਸੂਬਾ ਕਯੋਂ ਨਹੀ ਬਣਿਆ?
जब तक आढ़ती और बिछोलियाई का इकोसिस्टम रहेगा किसान खुशहाल नहीं हो सकता। कृषि कानून लाओ किसान को खुशहाल बनाओl 🙏🏻🙏🏻
जबरदस्ती
जब किसान अमीर बनना ही नहीं चाहते
पूरे भारत में पंजाब के किसानो की आय सर्वाधिक हें।और उतने ही खुश, यह भारत का सर्वे केवल चार दिन पहले का ही हें।🇮🇳☝🏾🇮🇳
@@vipinsinghchuhanनशेड़ियों का सर्वे कहीं करलो खुश ही मिलेंगे। भगवंत मान को ही देखलो😂
@@RajeshKumar-gr4cu : मोदी सरकार की एजेंसी ने सर्वे किया हें। तो क्या फर्जी डिग्री वाले नशेड़ी और गंजेरी हें❓🥱
@@RajeshKumar-gr4cu : केन्द्र सरकार यानी मोदी की एजेंसी जो सर्व करती है और फर्जी डिग्री से प्रधान सेवक बने । अब उनकी ऐजेंसी भी नशेड़ी हें ❓🥱
मैं तो शुरू से ही कह रहा हूं कि ये किसान नहीं है
@@hinduharshittiwari7201 teri bhn de yaar a sare kisaan salia
Very logical presentation and what to expect from a feudal mindset in Punjab. Farmers are not happy with any government. The government of Punjab has been subsidising the farming from last 50 yrs on expense of industrial development and many manufacturing projects which are in Punjab are moving out .
A very comprehensive artcle,thank you Mr Vijay
हरियाणा के देवतुल्य जनता ने इन नकली किसानों को पक्का इलाज कर दिया इस चुनाव में।
सहमत हैं आपसे
@arunkumarsingh4371 💐🙏🚩
You have exposed the nexus between Arhatiyas and Kisan unions
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ਵਿਜੈ ਸਰਦਾਨਾ ਜੀ ਅਸੀਂ ਛੋਟੇ ਕਿਸਾਨ ਹਾਂ ਪਰ ਫਿਰ ਵੀ ਤਿੰਨ ਕਨੂੰਨਾਂ ਬਾਰੇ ਜਾਣਕਾਰੀ ਰੱਖਦੇ ਹਾਂ।ਜ਼ੇਕਰ m s p ਕੋਈ ਹੱਲ ਨਹੀਂ ਹੈ ਤਾਂ ਬਿਹਾਰ ਦੇ ਕਿਸਾਨ ਪੰਜਾਬ ਵਿੱਚ ਮਜ਼ਦੂਰੀ ਕਿਉਂ ਕਰਨ ਆਉਂਦੇ ਹਨ ਉਥੇ ਤਾਂ m s p ਨਹੀਂ ਹੈ। ਆੜਤੀ ਜੇ ਕਰ ਆਪ ਦੇ ਕਹਿਣ ਮੁਤਾਬਕ ਕਿਸਾਨ ਨੂੰ ਲੁੱਟਦੇ ਹਨ ਤਾਂ ਆਪਦੇ ਪਾਲਿਸੀ ਬਣਾਉਣ ਵਾਲੇ msp ਗਰੰਟੀ ਕਨੂੰਨ ਕਿਉਂ ਨਹੀਂ ਬਣਾ ਬਣਾਉਦੇ।ਜਿਸ ਦੇ ਨਾਲ ਕਿਸਾਨ ਨੂੰ ਪੂਰਾ ਮੁੱਲ ਮਿਲ ਸਕੇ.। ਆੜਤੀ ਜਿਸ ਨੂੰ ਆਪ ਬੀਚਾਉਲੀਏ ਦਸਦੇ ਹੋ ਉਸਨੇ ਤਾਂ ਸਿਰਫ਼ ਆਪਣੀ ਕਮਿਸ਼ਨ ਹੀ ਲੈਣੀ ਹੈ। ਉਹੋ ਵੀ ਜੋ ਖਰੀਦਦਾਰ ਨੇ ਦੇਣੀ ਹੈ, ਅਨਾਜ ਤਾਂ ਸਰਕਾਰੀ ਏਜੇਂਸੀਆਂ ਨੇ ਹੀ ਖਰੀਦਨਾ ਹੈ। ਜ਼ੇਕਰ ਆਪ ਦੇ ਕਹਿਣ ਮੁਤਾਬਕ ਸਰਕਾਰੀ ਏਜੇਂਸੀਆਂ ਵਿੱਚ ਅਨਾਜ ਜਾਣ ਨਾਲ ਘਪਲੇ ਬਾਜੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ ਤਾਂ ਸਰਕਾਰ ਕਿ ਕਰ ਰਹੀ। ਜੇਕਰ ਆੜਤੀ ਰਾਹੀਂ ਜਿੰਨੇ ਸਿਰਫ਼ ਕਮਿਸ਼ਨ ਹੀ ਲੈਣੀ ਹੈ ਅਤੇ ਅਨਾਜ ਸਰਕਾਰੀ ਏਜੇਂਸੀਆਂ ਨੂੰ ਦੇਣਾ ਹੈ। ਉਹੋ ਲੀਡਰਾ ਨੂੰ ਚੋਣ ਫੰਡ ਦੇ ਸਕਦਾ ਹੈ। ਤਾਂ ਪ੍ਰਾਈਵੇਟ ਖਰੀਦਦਾਰ ਚੋਣ ਫੰਡ ਦੇ ਕੇ ਮਨਮਰਜੀ ਕਿਉਂ ਨਹੀਂ ਕਰੇਗਾ। ਜਦੋਂ ਪ੍ਰਾਈਵੇਟ ਖਰੀਦਦਾਰ ਸਾਰਾ ਅਨਾਜ ਆਪਣੇ ਗੋਦਾਮ ਵਿੱਚ ਜਮਾਂ ਕਰ ਲਵੇਗਾ ਤਾਂ ਫਿਰ ਬਿਨਾਂ msp ਤੋਂ ਉਸ ਉਤੇ ਕਿਹੜਾ ਅੰਕੁਸ਼ ਲੱਗੇ ਗਾ ਕਿ ਉਹੋ ਜਦੋਂ ਖਰੀਦੇ ਗਾ ਤਾਂ ਕਿਸ ਰੇਟ ਉਤੇ, ਜਦੋਂ ਵੇਚੇ ਗਾ ਤਾਂ ਕਿਸ ਰੇਟ ਤੇ ਵੇਚੇਗਾ। ਇਹ ਕਾਲੇ ਕਨੂੰਨਾਂ ਵਿੱਚ ਕਿਤੇ ਵੀ ਨਹੀਂ ਸੀ ਲਿਖਿਆ। ਇਹ ਸਿੱਧਾ ਹੀ ਪ੍ਰਾਈਵੇਟ ਸੈਕਟਰ ਨੂੰ ਫਾਇਦਾ ਪਹੁੰਚਾਉਣ ਲਈ ਕੀਤਾ ਗਿਆ ਸੀ। ਜੇ ਕਰ ਅੱਜ ਅਡਾਨੀ ਕੋਲ 2ਲੱਖ ਟਨ ਦੇ ਗੋਦਾਮ ਹਨ। ਜ਼ੇਕਰ ਕਾਲੇ ਕਨੂੰਨ ਰੱਦ ਨਾ ਹੁੰਦੇ ਤਾਂ ਸਰਦਾਨਾ ਜੀ ਹੁਣ ਤੱਕ ਤੁਸੀ ਆਪ ਅਡਾਨੀ ਵਾਸਤੇ ਹਜ਼ਾਰਾਂ ਲੱਖ ਟਨ ਦੇ ਗੋਦਾਮ ਬਣਾ ਦੇਣੇ ਸੀ। ਇਸ ਕਰਕੇ ਬੋਲਣ ਲੱਗਿਆ ਵੀ ਤੁਹਾਡੀ ਜੁਬਾਨ ਤੋਂ ਬੀਜੇਪੀ ਦੀ ਅਡਾਨੀ ਦੇ ਹੱਕ ਵਿਚਲੀ ਬੋ ਆਉਂਦੀ ਹੈ
@@SonSingh-o9g वहा जमीन की जमाबंदी नही है मान लो आपके पास बिहार मे एक एकड जमीन है और आपकी एक ऐकड जमीन चार जगह पडी है अब एक एकड जमीन मै खैती कैसे होगी अलग अलग जगह जाकर
Koi kanun aata h, usme koi problem aati h to uska solution khoja jata h, changes aur corrections hote h. History jb se pta h tb se yhi treeka sb se kamyab sabit hua h. Punjab alon ko lga ki vhi log tees maar khan h. Ab bhugto.
ਸਰਕਾਰ ਨੇ ਉਨਕੋ ਜਮਾਬੰਦੀ ਬਣਵਾਕਰ ਕਿਉਂ ਨਹੀਂ ਦਿਤੀ @@sinnugujjar144
आपकी बातें बहुत ही सही और सरल होती हैं
your efforts to bring truth before the public is appreciable
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पंजाब ,हरियाणा में खेती नहरों से होती है इस कारण से लागत कम होती हैं।फिर भी पंजाब के किसान अपने को गरीब बताता है। में राजस्थान में 8एकड़ में ट्यूबवेल से खेती करता हूं फिर भी मुझे संतोष जनक आय हो जाती।पंजाबी किसानों की भूख कभी मिटती ही नहीं है।
@@rajendrajoshi1234 inke bacche kaneddda bhag rahe khud mehnat nahi karte bihari majdooro ke bharose kheti hei sarkaari madad ka rona rote rehte hei. Krishi rajya sakar kee jimmeddari hei bhagwant maan or kejriwal sirf badee badee baatei kar sakte hei.
Sir mara paas 40 bhiga ha vo thaka 55 hajar ha parti bhiga ha
राजस्थान के किसानों की हालत मृत शाया जैसी हे
सर जी,आपकी बातों बहुत ध्यान से सुनी, बहुत अच्छी लगी , किसानों को इन नेताओं ने अपने फायदे के लिए बहकाया और आखिर में नुकसान हमें किसानों को ही हुआ।
Absolutely Right 🙏🙏🙏
विजय जी, आप ने तो किसान नेताओं को कई बार चुनौती दी है, किंतु उन्हें आप से बहस करके अपनी दुकान बंद नहीं करनी है।सटीक विश्लेषण के लिए साधुवाद
Up or mp main dhan ka kya prize chal riha aaa btao 1800 ke as pass or punjab Haryana Meani 2320 fark kyu
@@Rajvirkamboj bhai wha or fasal bhi hoti hai, UP me log paplar se achhi kmai kr lete hai, paddy to punjab me band krni hi pdegi pani wastage ke karn
विजय जी,
किसान नेताओं में कोई भी समझदार नही था, टिकायत का पिता तो पागलखाने भी जाकर आया था.... दलालों की मोनोपॉली तोड़ना इतना आसान नहीं है, उन्होने किसान के नाम पर जूठा नैरेटिव फैलाया था
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Kitna adani se paisa liya liya hai...bhai...usi ki bhasaha ab bhi boli ja rahi hai😢@@vijaysardanainsights
@@hansrajsingh7816 : kade ta dimag naal soch liya karo....padna likhna sab barbad kartya tusi
How many kila land u have..or experience in agriculture..on grass root lavel .. farmers r in trouble due to there credits..going to suicide 😢
चढूनी और टिकैत विदेशियों से पैसा लेते हैं।
अब तो आम आदमी पार्टी पंजाब में msp गारंटी लागू करके सारा अनाज खरीद रही है और पंजाब के किसान बहुत अमीर हो चुके हैं
अच्छा 😮😮😮???
तीनों कृषि कानून फिर से लागू किए जाएं, ताकि असली किसानों को फायदा हो सके। विरोध करने वाले नकली किसानों, आढ़तियों और नकली किसान नेताओं को जेलों में ठोक जाए।
Let State govt request Central govt
@@महेंद.सिंह.गोस्वामी koi jarurat nahi mare logo me fir se jaan dalne k liye koi mudda dene ab gaind kisano k pale me hai pahle un netao se puchhe wo sab kisan jo in bills ka virodh kar rahe the
पहले जनता उन सब नेताओं को जेल मै ठूसवए
सापों को बिलों से बाहर नहीं निकालो। जैसा चल रहा है , चलने दो। बिल लाने कि जरूरत नहीं है। वर्ना फिर शांति भंग होगी।
जैसी करनी वैसी भरनी अच्छे किसान भी नकली किसानों के बीच में घुन के साथ गेहूं भी पिस गया
You are absolutely in favour of kisan. Modi is the only and only in favour of kisan. All kisan must follow Modi ji.❤❤
ਇਤਿਹਾਸ ਵਿੱਚ ਪਹਿਲੀ ਵਾਰ ਹੋਇਆ ਹੈ ਕਿ ਪ੍ਰਾਈਵੇਟ ਸਾਇਲੋ ਦੋ ਸਾਲ ਪਹਿਲਾਂ ਹੀ ਬਣਾ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਤੇ ਦਿੱਲੀ ਪਾਰਲੀਮੈਂਟ ਵਿੱਚ ਕਾਲੇ ਕਾਨੂੰਨ ਬਾਅਦ ਵਿਚ ਚੋਰੀ ਚੋਰੀ ਬਣਾ ਦਿੱਤੇ ਗਏ ਪਬਲਿਕ ਤੋਂ ਹੀ ਗਲਤੀ ਹੋਈ ਕਿ ਭਾਜਪਾ ਨੰਬਰ ਪੂਰਨ ਬਹੁਮਤ ਦੇ ਦਿੱਤਾ ਹੁਣ ਤੀਸਰੀ ਵਾਰ ਸਰਕਾਰ ਬਨਣ ਤੋਂ ਬਾਅਦ ਕੋਈ ਵੀ ਪੁੱਠਾ ਸਿੱਧਾ ਕਾਨੂੰਨ ਕਿਓਂ ਨਹੀਂ ਬਣਦਾ
असली किसान संगठित होकर कृषि कानूनों को वापस लाने की मांग करें
पंजाब भारत की आन बान और शान थी कांग्रेस और आपियो ने पूरा बरबाद कर दिया हे ❤❤❤❤❤
Sir vote toh Punjab wale hi cast karte hai haryana wale toh nahi
@vinodchauhan8912 कुता को पास बुलाना हे तो खाने की लालच देनी पड़ती हे 🤔🤔 🤔🤔🤔🤔 शिकार को फसाने के लिए जाल बिछानी पड़ती हे🤔🤔🤔🤔🤔😉😉😉😉😉
Bjp ne b barbad kar dia hai
बाम पंथियों का पुराना फ़ॉर्म्युला है जरूरत मंदो गरीबों को हमेशा भ्रमित रखना सत्य को नही समझने देना और अपना पिच्छलगु बना कर रखना
Absolutely great Opening animation
ਇਮਾਨਦਾਰ ਬੇਬਾਕ ਨਿਡਰ ਨਿਰਪੱਖ ਪੱਤਰਕਾਰ ਧੰਨਵਾਦ ਦਿਲੋ ਸਲੂਟ ਜੀ ਬਹੁਤ ਵਧੀਆ ਵਿਚਾਰ very good job veer ji thanks
🐑 ਇਮਾਨਦਾਰ, ਪਤਰਕਾਰ 😂😂😂😂 ਏਹ ਪਤਰਕਾਰ ਨਹੀ ਏਹ ਮੋਦੀ ਸਰਕਾਰ ਦਾ ਅਰਥਸ਼ਾਸਤਰੀ
Perfectly presented! Perfect point..!! Thanks for presenting is nicely..
किसानों ने खुद अपने पांव को कुल्हाड़ी मार ली।
Sahi hh apka analysis because I m from Punjab Ferozepur no employment only Nasha and crime 8 bje rat ke bad kya ho jaye kuchh pata nhi khan loot ho jaye PTA nhi
Sir ,जब से कृषि कानून वापस लिए गए हैं तब से किसानों को यह उनकी बड़ी उपलब्धि लगने लगी है।पर पंजाब में हमारा जीवन नर्क हो गया है कभी भी ये अपनी ज़िद मनवाने के लिए हाई वे बंद कर धरने पर बैठ जाते हैं
अर्से पहले भी इतनी ही पैदावार होती थी। तब तो खरीदने और भंडारण मे कभी समस्या नही सामने आई। अब क्यों??
@@pooniar.s.3423 पहले बदल बदल कर फसलें थी अब केवल गेंहू और धान है
अर्से पहले तू किसान था या भिखारी अर्से पहले इतना पैदा होता था कि भारत को खाने के लिए अमेरिका से गेहूं आता था अर्से क्या
That is totally correct.
They are not kisaan , but they are a part of toolkit😮
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किसान अपना कोई भी अनाज किसी को भी मुफ्त मे नहीं देते है, पूरी कीमत वसूल कर अनाज बेचते है. फिर किसान अन्नदाता कैसे है?.
Jahrili fasal, cancerous fasal.
Apne liye separat pedawaar karte hai.
Yeh apraad nahi pap hai
Yeh apraad nahi pap hai
अरे भाई क्या बोल रहा है किसान अपने अनाज कि किमत खुद तय नहीं करता उसी इस लीए ही किसान अन्नदाता है
@@song9612कीमत खुद तय करना है और MSP भी hi लेना है?
सब नौकरी करने लगेंगे तो खेती करेगा कौन और खाने की चिजे महंगा है क्यों चिल्लाने लगते हैं।
Fer to Data Company wale hue Aanaj to Bina khadh Bina Sare nahi Ho Sakta 🤣🤣😂😂 Bor karne wala Bina pani kese
पंजाब के किसानों का ही सारा दोष है सारे देश के किसानों को बर्बाद करने में तुले है।
Sirjee - great piece as always. Thanks for in depth analysis. Honest and intelligent explainer.
आपकी स्पष्टवादिता को और विद्वत्ता को salute! पंजाब के मूर्ख किसानों पर दया आती है!😂
सरदाना साहब आपने उस समय कहा पूछा कि कोई बताए कि इसमें किसान के विरोध में क्या है
किसी ने नहीं बताया ।
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Khub kaha thaa ki yeh kisan ke hitaishi nahin hain, kisanon ke sath virodhi dal rajnaitik khel khel rahe hain
Sardana sahab ki bat aap kisanon se manva lete kya
FARMER'S LAWS ARE VERY USEFUL FOR FARMERS.
Very well presented. You can add whether any state has opted for these laws. It will make comparison more transparent
नमस्कार।सही दृष्टिकोण से सटीक विश्लेषण है।किसान भाई समझे तो बहुत ही अच्छा है।इस विडियो के लिए धन्यवाद।आप सभी मिडिया मित्रगण टीम सहित सदा स्वस्थ्य रहे सुरक्षित रहे सजग रहे,,,!
Sir ye bahut hi jwalant muddaa .esko jagaye rakhiye.
सरदाना जी आप बधाई के पात्र हैं । कितनी सरल भाषा में सब समझा दिया ।अधातिया तो काला कानून बता रहे थे कयोंकि उनकी कमाई बंद हो रही थी । आप को साधुवाद ।🌹🌹🌹💐💐💐🪔🪔🪔🌹🌹🌹💐💐💐
It's beyond to understand why government is not implementing other than Punjab.After certain períod by seeing the beneficiary oriented results Punjab also will adopt with folded hand.
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@@yeshpalsingh-s3e nahi karenge kyuki agr baki state me kiya toh sara bhed khul jaega or fer punjabi Kisan usko kabhi nahi apnayega en bhai sahab ne bhoot kuch supa liya ha.
Agr company ne lease pe land le kar loans le liya or lease khatam hone tak loan nahi bhara toh company ko Bank nahi puchega bank land owner yani Kisan ni land ka auction kr ke apne loan ki bharpai karega. Bolo kitna bda lapse ha. En bhai sahib ne kahi jikr nahi kiya
Punjab is a dead state .
Excellent explanation indeed! You are too good. Please make this video in Punjabi so that it can be shared with the farmers. Thank you
जो कांमेट कर रहे हैं वे किसान हैं ही नहीं। हनुमानगढ़ में सरसों 4500 बिक रही थी, जैसे ही सरकार ने एम एस पी पर रजिस्ट्रेशन शुरू किया, 5500 हो गई।
@@subesinghyadav762 ground reality ko samjhna padega agar sahi situation farmer ki dekhni hai. Mere known me Ke farmer ne sarso ki kheti kari te Usne apne 75% land vich sarso bhej ti and kafi struggle karke coz uss year weather v teek nai c te fir ussne sarso ko nikal ke jab mandi me gya ta ussko 4000/- rate milta hai fr wo decision lai da k oh ghar me store karge and after all wo 2month ke baad v usnu koi rate nai milda te 4100 rate te sell karda and jo usde expence te hor kharche thy woh sab delay hoye and last usne ek hi baat boli k mai next tym sarso ki kheti nai karni eh reality aw.
Karnatak me 1200 kisano ne suicide kiye uska jimedar kaun hai
Kissan koi bazab dam nhai milta
Pasay ka pabar hai. M h as ian kug hhai
You are absolutely right sir
I am manufacturing food processing machines for the last 40 years.Since then I am realising that because of non availability of contract farming in India ,no food processing industry can survive. As soon as industrialist install say suppose Tomato processing line. Next year itself industrialist won't get sufficient quantity of tomatoes with reasonable price.Everywhere in the world Industrialist n farmers both are involved .Industrialist provide farming technology n buyback whole crop .
ਹਾਜੀ ਸਰ ਸਤਿ ਸ੍ਰੀ ਅਕਾਲ ਸਮੱਸਿਆ ਇਹ ਹੈ ਕਿ ਕਾਨੂੰਨ ਗਲਤ ਹੈ-ਜਾਂ ਸਹੀ ਬਾਅਦ ਦੀ ਗੱਲ ਹੈ ਕਿਸਾਨ ਨਾਲ ਵੱਡਾ ਧੋਖਾ ਹੁੰਦਾ ਜਦੋਂ ਫਸਲ ਦੀ ਬਿਜਾਈ ਕੀਤੀ ਜਾ ਰਹੀ ਹੁੰਦੀ ਹੈ। ਹਰ ਕਿਸਾਨ ਹਰ ਫ਼ਸਲ ਦੀ ਖਰੀਦ ਮੁੱਲ ਅਤੇ ਵਿਕਰੀ ਮੁੱਲ ਵੱਲ ਦੇਖ ਕੇ ਹੀ ਫ਼ਸਲ ਦੀ ਬਿਜਾਈ ਕਰਦਾ ਹੈ। ਜਿਸ ਤਰਾਂ ਕਣਕ ਅਤੇ ਝੋਨੇ ਦੀ ਖਰੀਦ ਸਰਕਾਰੀ ਮੱਲ (MSP) ਕਹਿੰਦੇ ਹਾਂ। ਉਹ ਸਰਕਾਰੀ ਮੁੱਲ ਹਰ ਕਿਸਾਨ ਦੇ ਹਿੱਸੇ ਪੈਦਾ ਹੈ। ਉਹ ਛੋਟੇ ਕਿਸਾਨ ਹੋਣ ਜਾਂ ਵੱਡੇ ਕਿਸਾਨ ਹੋਣ। ਅਗਰ ਕੋਈ ਹੋਰ ਫ਼ਸਲ ਦੀ ਬਿਜਾਈ ਮੱਕੀ ਜਾ ਹੋਰ ਉਸ ਦਾ ਮੁੱਲ ਦੱਸਿਆ ਜਾਂਦਾ 2700 ਦੇ ਕਰੀਬ ਅਤੇ ਫ਼ਸਲ ਦੇ ਤਿਆਰ ਹੋਣ ਤੇ ਫ਼ਸਲ ਦਾ ਮੁੱਲ 18-1900 ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਜਾਂਦਾ ਜਿਸ ਦੀ ਕੋਈ ਗਾਰੰਟੀ ਨਹੀਂ ਦਿੱਤੀ ਜਾਂਦੀ ਜਿਸ ਨਾਲ ਕਿਸਾਨਾਂ ਦਾ ਬਹੁਤ ਵੱਡਾ ਨੁਕਸਾਨ ਹੋ ਰਿਹਾ ਹੁੰਦਾ ਇਹ ਹਰ ਇੱਕ ਨਾਲ ਹੁੰਦਾ। ਇਸ ਲਈ ਇੱਕ ਤਾਂ ਫ਼ਸਲਾਂ ਦੀ ਸਹੀ ਖਰੀਦ ਵੇਚ ਸੂਚੀ ਤੇ ਲਿਸਟ ਦੀ ਤਸੱਲੀ ਪ੍ਰਗਟ ਕੀਤੀ ਗਈ ਹੋਵੇ ਤੇ ਫ਼ਸਲੀ ਚੱਕਰ ਬਣਾਇਆ ਜਾਵੇ ਤਾਂ ਕਿ ਹੋਰ ਫ਼ਸਲ ਵੀ ਬੀਜੀ ਜਾ ਸਕੇ। ਬਾਕੀ ਦੀ ਗੱਲ ਕਿਸਾਨਾਂ ਦੀ ਸਹਿਮਤੀ ਬਹੁਤ ਜਰੂਰੀ ਹੈ ੳਹਨਾਂ ਨੇ ਫ਼ਸਲ ਪੈਦਾ ਕਰਨੀ ਹੈ ਦਿੱਕਤਾਂ ਝੱਲਣੀਆਂ ਹਨ। ਤੁਸੀ ਵੀ ਅਾਪਣਾ ਸੁਝਾਅ ਦੇਣਾ ਧੰਨਵਾਦ ਸਰ ਜੀ।
1970 में भारत सरकार द्वारा हरी क्रांति लाई गई थी बुरी तरह पिट चुकी है और कोई नई क्रांति ला दो किसान की दशा सुधार हो जाए
PUNJAB ke Siwa Baki Pradesh ke Kisan Bijli ka Bill Bharte hai,Lekin Wo kabhi aandolan karte huye Nahi dekha Gaya hai.Punjab me Har Dusare din band,Kon buisness Karega aeise pradesh me,Jo hai Agale 10 Sal me chale Jayenge.Noujawan Bhag rahe hai,Punjab Abb Sirf jyada umra wale logo ka pradesh Banke rah Gaya hai.Think
Very well said Vijay ji . Your videoes are very well articulated. Regards Ramesh Raizada
Knowledgeable and Eye-Opener analysis.
😮😮😮
दो साल पहले किसानोंको भ्रमित करनेवाला बिचोलियोंका जो आंदोलन हुवा, उसे देख हम सभी चिंतित थे.
अब यदि असली किसान जागृत हो कर उन तीनों कानुनोंके समर्थन मे आंदोलन करते है तो देशके सभी वर्गोंको उसके समर्थन मे उतरना पडेगा..!
सर, आपका विश्लेषण बहुत ही उम्दा है
श्री मान विजय सरदाना ज़ी
जय जवान जय किसान
जय जवान जय किसान 🙏🙏
Bilkul Sahi sardana ji. Ye bill game changing the. Par isse kissan netan ki roti band thi.
हर मुद्दे पर (स्वार्थी शक्तियों के हाथ फंस) केंद्र सरकार का विरोध करना ही पंजाब की बरबादी का कारण बना है। छोटे-छोटे बच्चों के मन में भी अथाह घृणा भर दी गई है।
सरकार ने जो कार्य पहले करना था उसे नजरन्दाज किया जो कार्य बाद का था उसे पहले इसलिए जनता सशन्कित व भयभीत है जय हिंद बन्देमातरम्
6 महीने का राशन लेकर बैठने वाला किस नहीं हो सकता वह गरीब नहीं हो सकता है
अरे सरडाना साब सच्चे गद्धधे को समझा कर सयाना होशियार बना शकते है मगर जीसने ये ठाण लिया है की मै ही होशियार हुं उसे कौन सिखाये.
One of the best and logical youtube channel.I appreciate you sir for such quality content/analysis.
Shradhanjali bahut beneficial topic late ho aap thank u.
Vijay Sir,
I really admire your viewpoint and research on farmers law. You should describe truth on each platform. We need to spread awareness in farmers.
Very well analysed my congratulations. Gen CS Panag.
I proud of you sir. आप देश के एक सच्चे सपूत हैं मेरा आपको सत् सत् नमन, और जय हिन्द श्रीमान।❤ से