अभी जल्दी ऐसा टाइम आने वाला है जो ब्रह्मा,विष्णु,शंकर है व्यक्त है वो अव्यक्त हो जाते है॥Vcd-2942

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  • Опубліковано 9 лют 2025
  • अभी जल्दी ऐसा टाइम आने वाला है जो ब्रह्मा,विष्णु,शंकर है व्यक्त है वो अव्यक्त हो जाते है॥
    Vcd-2942
    ब्रह्मा विष्णु शंकर जो व्यक्त है वो अव्यक्त हो जाते है। अभी जल्दी ऐसा टाइम आने वाला है और कोई कोई के लिए तो आ भी चुका होगा। क्या? उन के देवताओ में से कोई होगा, सब उसको नही देख सकते। देख सकते इन आखो से? नही देख सकते? हाँ? घूमता रहता है? नही? वो सूक्ष्म वतन की मन्नचितनन मन्तन की स्टेज में रहता है ऊँची स्टेज में। सबसे ज्यास्ती ऊँची स्टेज। इतनी ज्यास्ती ऊँची स्टेज में कोई पहुँच ही नही पाता। बढ़िया पुरुषार्थ करेगा तो पहुँचेगा। पहले कौन पहुँचेगा? हाँ, योगीनी माता।
    ★ ब्रह्मा विष्णु शंकर सूक्ष्म वतन में दिखाए क्योंकि वो मननचिन्तन मन्थन की सूक्ष्म स्टेज में रहते है। आत्मा शरीर मे रहे हुए भी मननंचिंतन मन्थन की स्टेज में रहती है, इसलिए उन तिन देवताओ को सब से ऊंचा देवा माना जाता है। तो उनसे पूछो सबसे ऊंचा देवता कौन? कहेंगें ब्रह्मा विष्णु शंकर। तो ये साक्षात्कार कराते है। तो ये जो व्यक्त है सो फिर अव्यक्त हो जाते है। कौंन? ब्रह्मा विष्णु शंकर जो व्यक्त है सो फिर अव्यक्त हो जाते है। इन आँखों से तुम देखते हो की नही? कभी देखा है? तीनों को देखा है? अरे देखा है? एक को देखा है? दूसरे की गीत गाते रहते है देखा नही? फ़ोटो देखा? फ़ोटो देखे से पेट भर जाता है क्या? फ़ोटो देखने मे और ओरिजिनल देखने मे बहुत अंतर हो जाता है। गांधी जी का बहुतों ने फ़ोटो देखा, नेहरू जी का फोटो देखा, लेकिन जब प्रैक्टिकल में आते थे, तो भागते थे कि नही देखने के लिए? हाँन तो सन्मुख हुआ। फ़ोटो देखने से सन्मुख होता है क्या? वो यो टीभी में भी सन्मुख कहेंगे? नही कहेंगे। तो व्यक्त है ब्रह्मा विष्णु शंकर वो फिर अव्यक्त हो जाते है। अभी जल्दी ऐसा टाइम आने वाला है और कोई कोई के लिए तो आ भी चुका होगा। क्या? उन के देवताओ में से कोई होगा, सब उसको नही देख सकते। देख सकते इन आखो से? नही देख सकते? हाँ? घूमता रहता है? नही? वो सूक्ष्म वतन की मन्नचितनन मन्तन की स्टेज में रहता है ऊँची स्टेज में। सबसे ज्यास्ती ऊँची स्टेज। इतनी ज्यास्ती ऊँची स्टेज में कोई पहुँच ही नही पाता। बढ़िया पुरुषार्थ करेगा तो पहुँचेगा। पहले कौन पहुँचेगा? हाँ, योगीनी माता। क्यों? जो बिजरुप आत्मा गाई हुई है रुद्राक्ष की माला, उस रुद्राक्ष की माला में जो योगीनी वाला रुद्राक्ष का मणका है ना, वो तो उस मण के के सबसे नजदिक है राइटियस में जो संसार मे और भारत मे भी गाया हुसे हैं जो मंणका बहुत बीरला मिलता है। एक मुख वाला मणका। एक ऐसा है जिसमे एक मुख वाला ही प्रवेश करता है।(time @ 48.54-53.39)

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