हां ,,,मानव जन्म सात बार मीलता है ,,,ओर तो कर्म के अनुसार बुरे से बुरा जीवन मिलता है बाकी अचछे कर्मो से सात बार जन्म मिलता है,,,,जो दूसरो के साथ बूरा करता है वो नर्क योनी मे ही घूमता रहता है,,,,❤❤❤ अचछे कर्मों से सात बार मानव जीवन मिलता है फिर ईश्रवर आननद मे स्वर्ग में रहता है ,,,,,,जय सत्यसनातन,,,,,,,भारती ❤️❤️❤️
ये कहानी कर्म प्रधान और पुनर्जन्म से जुड़ी हुई है हमारे सनातन धर्म में वेद,पुराण,उपनिषद,गीता,भागवत सब में पुनर्जन्म एवं योनियों का विस्तार से वर्णन किया है लेकिन अच्छे या बुरे कर्मों पर निर्भर करता है कि किस योनि में कैसा पुनर्जन्म होगा🌹जय श्री कृष्णा🙏
हां ,,,मानव जन्म सात बार मीलता है ,,,ओर तो कर्म के अनुसार बुरे से बुरा जीवन मिलता है बाकी अचछे कर्मो से सात बार जन्म मिलता है,,,,जो दूसरो के साथ बूरा करता है वो नर्क योनी मे ही घूमता रहता है,,,,❤❤❤ अचछे कर्मों से सात बार मानव जीवन मिलता है फिर ईश्रवर आननद मे स्वर्ग में रहता है ,,,,,,जय सत्यसनातन,,,,,,,भारती ❤️❤️❤️
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