Radhavallabh Tripathi
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КОМЕНТАРІ

  • @nareshkhatik3274
    @nareshkhatik3274 4 години тому

    10 sabde Pali pakit se miltae hai jo bhudist mule dham bhasa he 🔵 logo ko murkhe banana bande karo

  • @AbdullahAdam-k2g
    @AbdullahAdam-k2g 6 годин тому

    Kuchha bhi 10 sing bole to Jada achha hota

  • @Sthanorcharitram
    @Sthanorcharitram 9 годин тому

    जय हो

  • @prakashchandra69
    @prakashchandra69 11 годин тому

    सजे-धजे राधावल्लभ जी की विषय -व्याख्या अर्थपूर्ण होती है, लेकिन वे मिथकों में क्यों उलझते हैं? आप कभी श्रमण सृजन की व्याख्या नहीं करते। सिर्फ ब्राह्मण संदर्भ ही लेते हैं, जो एक तिलस्म है।

  • @kunalroy9735
    @kunalroy9735 15 годин тому

    Absolute lies and fabricated narrative to build up a false discrimination against Hindus.

  • @sharaddeshpande8414
    @sharaddeshpande8414 День тому

    अतिसुंदर, अप्रतिम विवेचन तथा वर्णनात्मक विश्लेषण! वात्सल्यमयी माता गंगा आपके वाणी की धरोहर सदा पवित्र और सत्यान्वेषी,सत्यप्रतिपादता बनाएं रखे यहीं गंगा माॅं के चरणोंमें प्रार्थना!🙏🕉️

  • @dgkjg3456
    @dgkjg3456 День тому

    नित्यानंद मिश्र , देवदत्त पटनायक, अमिश सब एक ही श्रेणी के विद्वान है जिसका काम अन्ततः सनातन की जड़ में मट्ठा डालना है

  • @nageshsharma-i1f
    @nageshsharma-i1f День тому

    आप को प्रणाम

  • @trilochanshastri
    @trilochanshastri День тому

    सोशल मीडिया के बहाव में आप का चैनल किनारे जैसा मिलता है। बहुत ही विश्रामप्रद 🙏❤️

  • @PawanSharma-fe8om
    @PawanSharma-fe8om 2 дні тому

    आर्यसमाजी विचारधारा

  • @prasadb1983
    @prasadb1983 3 дні тому

    Dr Manjusha Gokhke taught me during bachelors degree in Sanskrit. She always supported Sanskrit theatre activities and offered every possible help

  • @kavidineshkushwah9933
    @kavidineshkushwah9933 3 дні тому

    मेरी कृतज्ञता स्वीकार करें आचार्य।

  • @Anuragyadav-qp1tw
    @Anuragyadav-qp1tw 4 дні тому

    सादर चरण स्पर्श सर

  • @psychopantomath
    @psychopantomath 4 дні тому

    🙏🙏

  • @RajeshSaxena-e4i
    @RajeshSaxena-e4i 5 днів тому

    आपकी आवाज मेँ इस व्याख्यान के दौरान अत्यंत मार्मिक और भाव विव्हल ध्वनि से यह और अधिक सुंदर और प्रासंगिक कर दिया है ! बहुत करुण व्याख्यान

  • @prithvisingh5727
    @prithvisingh5727 7 днів тому

    सर जी, मंत्री कोई आज जैसे नहीं थे।वे मंत्रणा करने के अर्थ में आया है।राजा लोग पहले ऋषि मुनियों से सलाह मशविरा लेते थे।

  • @uneditworld6644
    @uneditworld6644 7 днів тому

    प्रणाम आचार्यवर 🙏 आपका आशीर्वाद अभूतपूर्व ज्ञान के माध्यम से सदैव हमें प्राप्त होता रहे।

  • @nitinmishra4214
    @nitinmishra4214 7 днів тому

    Nice ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤

  • @piyushtripathi-r4q
    @piyushtripathi-r4q 8 днів тому

    Dhanyawaad professor

  • @Vichar3351
    @Vichar3351 8 днів тому

    ❤🙏

  • @santoshkumarshukla603
    @santoshkumarshukla603 8 днів тому

    बहुत ही सुंदर एवं प्रेरक प्रसंग है। साधु आचार्य श्री।

  • @andquietflowstheganga7748
    @andquietflowstheganga7748 9 днів тому

    آچاریہور کو سلام۔

  • @RAJESHKUMAR-qf8jy
    @RAJESHKUMAR-qf8jy 9 днів тому

    Thanks sir

  • @RamKumar-de5mk
    @RamKumar-de5mk 9 днів тому

    Pranam guru ji

  • @ManojDas-ge8zj
    @ManojDas-ge8zj 10 днів тому

    🙏

  • @barsatilalaverma2243
    @barsatilalaverma2243 11 днів тому

    आचार्य जी, शत शत नमन! अवधी में भी 'जगत ' ही है।

  • @psychopantomath
    @psychopantomath 11 днів тому

    आपका आभार। महत्वपूर्ण।

  • @psychopantomath
    @psychopantomath 11 днів тому

    आपने पढ़ा ,आपका आशीर्वाद मिला यह सौभाग्य है।सादर प्रणाम सर।

  • @sheelanayak3918
    @sheelanayak3918 11 днів тому

    बहुत सुन्दर जानकारी। प्रणाम सर

  • @TechnoChaska
    @TechnoChaska 12 днів тому

    राम चंद्र शुक्ल जी समकालीन रहे हैं या नहीं

  • @shdys-hsyrbs73612
    @shdys-hsyrbs73612 12 днів тому

    🌿🙏

  • @kamalnayan9636
    @kamalnayan9636 12 днів тому

    आपने भाषाई औपनिवेशिक मानसिकता के शिकार भारतीयों को समृद्ध भारतीय सांस्कृतिक बहुलता की संवाहक विभिन्न भाषाओं के बीच ऊंच-नीच के विचार से परे उनकी पारस्परिकता का बहुत उत्कृष्ट परिप्रेक्ष्य प्रस्तुत किया है आचार्यवर। 🙏

  • @ashokvashisth4717
    @ashokvashisth4717 12 днів тому

    सादर प्रणाम, आचार्य प्रवर🙏 कुछ बेहतरीन पत्रिकाओं से परिचय कराने के लिए धन्यवाद। बेहतर होता यदि आप मंगवाने की कीमत और प्रकाशन बता देते. मैं वरिष्ठ नागरिक हूं और मैं स्वाध्याय करता हूं. सादर 🙏

  • @amitruidas845
    @amitruidas845 12 днів тому

    Congratulations Sir jee

  • @amodp55
    @amodp55 12 днів тому

    🙏🌺

  • @praveenpandya79
    @praveenpandya79 12 днів тому

    सवाई जयसिंह के अश्वमेध के बारे में एक प्रसंग यह सुना जाता है कि उन्होंने नागेश भट्ट को यज्ञ में आमंत्रित किया था। भट्ट जी ने अस्वीकार किया कि उन्होंने क्षेत्र संन्यास ले लिया है और काशी के बाहर नहीं जायेंगे। यदि वह जातें तो कितना धन उन्हें नहीं मिल जाता और कितना सम्मान नहीं होता। परन्तु, सब ठुकरा दिया। आजीविका के लिए काशी में जो मिले, उतना ही पर्याप्त है।

    • @praveenpandya79
      @praveenpandya79 12 днів тому

      यद्यपि, वह नागेश भट्ट के जन्मकाल और अश्वमेध काल में मिलान नहीं होने से घटना संदिग्ध है और यह केवल जनश्रुति है तो इस जनश्रुति का कारण नागेश भट्ट का उस प्रकार का त्यागपूर्ण व्यक्तित्व ही हो सकता है।

  • @rajeshsarkar1987
    @rajeshsarkar1987 12 днів тому

    बहुत बहुत बधाई डॉक्टर साहब

  • @trilochanshastri
    @trilochanshastri 12 днів тому

    गीतसीतापति:, रामगीतगोविंदम् कैसे उपलब्ध होंगे ? 🙏

  • @govindsirsate731
    @govindsirsate731 12 днів тому

    प्रणाम सर

  • @ganeshr5019
    @ganeshr5019 13 днів тому

    NamaskaaraH, Respected Sir, thanks a lot for this wonderful talk. I am also a fan of the great PK Gode ji.

  • @Jamunaparvlog
    @Jamunaparvlog 13 днів тому

    प्रणाम गुरूजी 🙏 संस्कृत रागकाव्य परम्परा पर भी प्रकाश डालें

  • @Ranjit-x3y
    @Ranjit-x3y 13 днів тому

    अब कालिदास का मेघदूत संदेश न मेरा ढोता है l मेरी आँखों का आँसू ले मेरे आँगन में रोता है l *चांदनी* काव्यसंग्रह से

  • @drramvinaysharma5616
    @drramvinaysharma5616 13 днів тому

    'अहिरा सुनतै नइखे' पूर्वी भोजपुरी है, जो आचार्य द्विवेदी के गृहजनपद बलिया में बोली जाती है। आपका बहुत साधुवाद कि आपने आचार्य द्विवेदी के बारे में इतनी विस्तृत जानकारी सुन्दर ढंग से प्रस्तुत की।

  • @amandeepvashishth4236
    @amandeepvashishth4236 13 днів тому

    बहुत सुन्दर व्याख्यान। आभार सर

  • @Amit-qd4fw
    @Amit-qd4fw 13 днів тому

    मैं काफी सालोसे 'व्याध गीता ' धुंढ रहा हुं, जिस का उल्लेख स्वामी विवेकानंद जी के 'कर्मयोग ' नामक किताब मे आया है.

  • @SarasvataSadhana
    @SarasvataSadhana 13 днів тому

    भूल से परशुराम के स्थान पर पुरुषोत्तम कह दिया है। इस चूक के लिए मैं क्षमाप्रार्थी हूं।

  • @ManishYadav-ep5sh
    @ManishYadav-ep5sh 14 днів тому

    🎉🎉

  • @ManishYadav-ep5sh
    @ManishYadav-ep5sh 14 днів тому

    ❤❤❤

  • @brijendramishra8215
    @brijendramishra8215 14 днів тому

    आदरणीय गुरुवर विद्वता पूर्ण व्याख्यान के लिए। कृपा कर कभी आचार्य रामचंद्र शुक्ल पर भी प्रकाश डालें।

  • @subhashsrivastava4535
    @subhashsrivastava4535 14 днів тому

    आदरणीय गुरुवर, छांदोग्य उपनिषद में वर्णित वामदेव्यसाम उपासना पर विस्तृत जानकारी देने की कृपा करें। आभारी रहूँगा।