600 वर्ष पूर्व कबीर साहेब जी सतलोक से चलकर आते हैं। जिनका प्रमाण अपने सभी सद ग्रंथों दिया हुआ है।ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मन्त्र 9 है इसमें स्पष्ट है कि (सोम) अमर परमात्मा जब शिशु रूप में प्रकट होता है तो उसकी परवरिश की लीला कुंवारी गायों (अभि अध्न्या धेनुवः) द्वारा होती है।
काशी शहर की पवित्र भूमि पर ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार सुबह सुबह ब्रह्म मुहूर्त में पूर्ण परमेश्वर कबीर/कविर्देव जी स्वयं अपने सतलोक से आकर लहरतारा तालाब में कमल के पुष्प पर बालक रूप में प्रकट हुए। गरीब, काशी पुरी कस्त किया, उतरे अधर आधार। मोमन कूं मुजरा हुवा, जंगल में दीदार।।
⚡627 वें कबीर साहेब प्रकट दिवस के उपलक्ष्य पर 20-22 जून 2024 को सभी सतलोक आश्रमों में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें आप सभी आमंत्रित हैं।
Sat sahib ji Jai Bandi chhod ki Raja banay rakhana malik das 💯😭😭💯😔😔✨✨✨🪐🪐💻💻📢🕣🕣🕳️🥀🌷🌷🚨🌁🌁🎖️🗾🌍🛖🛖🚇🏖️⭐🌠🧭🌉⌨️⌨️⌨️🌃🛤️🛤️✴️🌺🏆🌅💫💫🛣️💐💐🥺🥺🥺🤣🤣🤣🤣😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭
Kabir is Supreme God who has descended on earth right now by simplifying his form as Saint Rampal Ji Maharaj Ji inorder to provide us true way of worship according to the holy scriptures.None other than him, indeed.🙏🙏🌸💮💮💮🌸🌸🙏🙏🙏
कबीर परमेश्वर ही पूर्ण परमात्मा हैं जो हमें पवित्र शास्त्रों के अनुसार सच्ची भक्ति प्रदान करने के लिए संत रामपाल जी महाराज जी के रूप में अपना रूप धारण करके अभी पृथ्वी पर अवतरित हुए हैं|🙏🙏💮💮🌸🌸🌸🙏🙏
ज्ञानी गरूड़ है दास तुम्हारा। तुम बिन नहीं जीव निस्तारा।। इतना कह गरूड़ चरण लिपटाया। शरण लेवो अविगत राया।। सतयुग में विष्णु जी के वाहन पक्षीराज गरूड़ जी को कबीर साहेब जी ने उपदेश दिया, उनको सृष्टि रचना सुनाई और गरूड़ जी मुक्ति के अधिकारी हुए।
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी के चरणों में दास का सह परिवार चरणों में कोटि कोटि दंडवतप्रणाम 🙇🙇🙇🙇🙇🙏🙏🙏🙏🙏🙏🤲🤲🤲🤲🤲 भाव भक्ति दान गुरु दीजिए देवन के देवा 56:53 हो जन्म पाया भुलू नहीं करूं पद सेवा
ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 4 मंत्र 3, मंडल 9 सूक्त 93 मंत्र 2 में लिखा है कि वह परमेश्वर सशरीर प्रकट होता है और सशरीर अपने निज लोक को चला जाता है। कबीर परमेश्वर सन् 1398 (विक्रम संवत 1455, ज्येष्ठ पूर्णमासी) को शिशु रूप में प्रकट हुए। और सन् 1518 (वि. सं. 1575) को सशरीर सतलोक चले गए।
Sat sahib guru ji 🙏🌹🙏 bandi chhod jagat guru tatvaadarshi sant rampal ji maharaj ji ki jai ho 🙏🌹🙏 hamara parmatma k charn kamlon me koti koti pranam 🙏🌹🙏🙇🏻♀️🙇🏻♀️🙇🏻♀️❤️❤️❤️❤️🌼🌿🌿🌱🌱🌸🌸🌺🙌🙌🙌👏👏👏👏🌻🌻🌻🌻🏵️🏵️🏵️🌷🌷🌷🌷🌷⭐⭐⭐
द्वापर युग में परमात्मा कबीर जी करुणामय नाम से आए थे और पंथ प्रचार के लिए चतुर्भुज नाम की एक प्यारी आत्मा को चुना। लाखों जीवों तक ज्ञान पहुंचाया और इस प्यारी आत्मा को पार किया।
संत रामपाल जी महाराज जी ने तत्वज्ञान द्वारा समझाया है कि यदि आज हम किसी से रिश्वत लेते हैं तो अगले जन्म में पशु बनकर उसका ऋण उतारना पड़ेगा। व इस जन्म में भी कष्ट पर कष्ट सहन करने पड़ेंगे। इस कारण उनके ज्ञान से परिचित होकर लाखों लोगों ने इस कुरीति से तौबा कर ली है। सुनिए संत रामपाल जी महाराज जी के प्रवचन साधना चैनल पर शाम 7:30 बजे
धर्मदास जी ने कहा हैं :- "रहे नल नील जतन कर हार, तब सतगुरू से करी पुकार।जा सत रेखा लिखी अपार, सिन्धु पर शिला तिराने वाले।धन-धन सतगुरु सत कबीर, भक्त की पीर मिटाने वाले।"
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में कहा गया है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है अर्थात् उसे ऋषि, सन्त व कवि कहने लग जाते हैं, वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर साहेब) ही है।
❤पांचवें वेद "सूक्ष्मवेद" में कहा गया है: कबीर, गंगा कांठै घर करें, पीवै निर्मल नीर। मुक्ति नहीं सत्यनाम बिन, कह सच्च कबीर।। कबीर, तीर्थ कर-कर जग मुआ, ऊडै़ पानी न्हाय। सत्यनाम जपा नहीं, काल घसीटें जाय।। अर्थात् चाहे मोक्षदायिनी मानकर गंगा नदी का निर्मल पानी पीओ, चाहे उसमें नहाओ। भक्ति के शास्त्र प्रमाणित नाम (मंत्र) बिना मोक्ष संभव नहीं है और उनको उस साधना से राहत नहीं मिलेगी। बल्कि इन साधनाओं को करने वालों को काल के दूत बलपूर्वक घसीटकर ले जाते हैं, दंडित करते हैं।
गरीब, काल डरै करतार से, जय-जय-जय जगदीश। जौरा जोरी झाड़ती, पग रज डारे शीश।। गरीब, काल जो पीसै पीसना, जौरा है पनिहार। ये दो असल मजूर हैं, सतगुरू कबीर के दरबार।। संत गरीबदास ने कबीर साहेब की समर्थता बताते हुए कहते हैं कि ब्रह्मा विष्णु शिव जी का पिता काल (ब्रह्म) और जौरा (मौत) तो कबीर साहेब के दरबार के नौकर हैं। कबीर जी के हुक्म बिना ये कुछ भी नहीं कर सकते।
Jai ho bandi chhod ki
बोलो मेरे सतगुरु बंदी छोड़ जी संत रामपाल जी भगवान जी कि जय हो 🤲🤲🤲🤲🤲🤲🤲
Kabir Is God ❤🎉🎉❤🎉❤🎉❤🎉🎉❤🎉❤🎉❤🎉❤
Bandi chhod satguru Rampal ji mahraj ki jai ho 🙇🙏🙏
Kabir is supreme God
Dandwat pranam parmatma ji
Kabir Ram nam kadwa lage mithe lage dam duweda me dono Gaye Maya mile na Ram🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Satguru rampal ji maharaj ki jay
मलिक के चरणों में दास का कोटि कोटि प्रणाम है डाटा🙏🙏🙏❤❤❤
कबीरा कुंआ एक है, पानी भरें अनेक ।
बर्तन में ही भेद है, पानी सबमें एक ॥
गरीब, सुपच रूप धरी आया, सतगुरु पुरुष कबीर।
तीन लोक की मेदनी, सुर नर मुनि जन भीर।।
Saty.sahivji ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Jagatguru tatvdarshi Sant Rampal Ji Maharaj ji ki Satsang avashya Sune
Sant rampal ji bhagwan ki jai ho
Sat saheb guru ji
Sant rampal ji maharaj ji is providing knowledge according to the holy scriptures of every religion.
राम नाम जपते रहो जब तक घट में प्राण।
कबहू तो दीन दयाल के भनक पड़ेगी कान।
जपो रे मन साहेब नाम कबीर।
Anmol satsang
सत्संगी आधी घड़ी तप के बरस हजार तो भी बराबर है नहीं कहे कबीर विचार
Sat Sahib Ji❤❤❤❤
जिस मरने से जग डरे, मेरे मन आनंद।
कब मरिहूँ कब पाऊ, पूरण परमानंद।।
600 वर्ष पूर्व कबीर साहेब जी सतलोक से चलकर आते हैं। जिनका प्रमाण अपने सभी सद ग्रंथों दिया हुआ है।ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 1 मन्त्र 9 है इसमें स्पष्ट है कि (सोम) अमर परमात्मा जब शिशु रूप में प्रकट होता है तो उसकी परवरिश की लीला कुंवारी गायों (अभि अध्न्या धेनुवः) द्वारा होती है।
🙏सत साहेब जी सभी को 🙏
Guru Gyan Amrit समान
Amar Gyan
Sat sahib ji 🙏♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️❤️🙏🙏❤
Bandi chhod ki jay
True spiritual knowledge
काशी शहर की पवित्र भूमि पर ज्येष्ठ मास की शुक्ल पूर्णमासी विक्रमी संवत् 1455 (सन् 1398) सोमवार सुबह सुबह ब्रह्म मुहूर्त में पूर्ण परमेश्वर कबीर/कविर्देव जी स्वयं अपने सतलोक से आकर लहरतारा तालाब में कमल के पुष्प पर बालक रूप में प्रकट हुए।
गरीब, काशी पुरी कस्त किया, उतरे अधर आधार।
मोमन कूं मुजरा हुवा, जंगल में दीदार।।
Such a Great spiritual knowledge of Saint Rampal Ji 🙏🏻👍🏻
Bandi chhod satguru Rampal ji maharaj ji ki jy ho🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙇♀️🙏🙏🙏🙏🙏🙏
अनमोल ज्ञान
🙏🙏🙏🙏❤❤❤💖💖💖परम पिता परमात्मा बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी की जय हो❤❤❤💖💖💖🙏🙏🙏
The great spiritual knowledge
इतना निर्मल ज्ञान कहीं देखा न सुना।
बंदी छोड़ दयाल जी तुम लग हमरी दोड जैसे काग जहाज का सूझत ओर ना ठोर। अनमोल सत्संग।
Sat gyan 🙏
Nice bani
Anmol Gyan 🙏 Bandi Chor Satguru Rampal Ji Maharaj Ki Jai Ho 🙏🙏🙏
❤❤🎉 Verry verry nice satsang sant rampal ji Maharaj ji sabhi satgrantho ke aadhar par Gyan dete hai ❤❤🎉
कबीर, संत शरण में आने से, आई टलै बला । जै भाग्य में सूली हो, कांटे में टल जाय
Good satsang
Very nice satsang
❤❤❤❤❤ सत साहेब जी आप को कोटि कोटि प्रणाम जी परमात्मा 🙇♂️🙇♂️👏👏👏👏👏
🙏🙏🌹🌹🌹🌹🌹🙏🙏
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
⚡627 वें कबीर साहेब प्रकट दिवस के उपलक्ष्य पर 20-22 जून 2024 को सभी सतलोक आश्रमों में संत रामपाल जी महाराज जी के सानिध्य में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है जिसमें आप सभी आमंत्रित हैं।
Sat sahib ji Jai Bandi chhod ki Raja banay rakhana malik das 💯😭😭💯😔😔✨✨✨🪐🪐💻💻📢🕣🕣🕳️🥀🌷🌷🚨🌁🌁🎖️🗾🌍🛖🛖🚇🏖️⭐🌠🧭🌉⌨️⌨️⌨️🌃🛤️🛤️✴️🌺🏆🌅💫💫🛣️💐💐🥺🥺🥺🤣🤣🤣🤣😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭
सत साहेब जी
Sat sahib ji🙏🤡🤡🤡👍👍🙏
Yah Gyan vedon se pramanit batate Hain isliye mujhe inka satsang dekhne mein bahut achcha lagta hai veri veri nice satsang 😊
Kabir is Supreme God who has descended on earth right now by simplifying his form as Saint Rampal Ji Maharaj Ji inorder to provide us true way of worship according to the holy scriptures.None other than him, indeed.🙏🙏🌸💮💮💮🌸🌸🙏🙏🙏
कबीर परमेश्वर ही पूर्ण परमात्मा हैं जो हमें पवित्र शास्त्रों के अनुसार सच्ची भक्ति प्रदान करने के लिए संत रामपाल जी महाराज जी के रूप में अपना रूप धारण करके अभी पृथ्वी पर अवतरित हुए हैं|🙏🙏💮💮🌸🌸🌸🙏🙏
ज्ञानी गरूड़ है दास तुम्हारा।
तुम बिन नहीं जीव निस्तारा।।
इतना कह गरूड़ चरण लिपटाया।
शरण लेवो अविगत राया।।
सतयुग में विष्णु जी के वाहन पक्षीराज गरूड़ जी को कबीर साहेब जी ने उपदेश दिया, उनको सृष्टि रचना सुनाई और गरूड़ जी मुक्ति के अधिकारी हुए।
🙇🙇🙇🙇🙇🤲🤲🤲🤲🙏🙏🙏
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी भगवान जी के चरणों में दास का सह परिवार चरणों में कोटि कोटि दंडवतप्रणाम 🙇🙇🙇🙇🙇🙏🙏🙏🙏🙏🙏🤲🤲🤲🤲🤲 भाव भक्ति दान गुरु दीजिए देवन के देवा 56:53 हो जन्म पाया भुलू नहीं करूं पद सेवा
Ram Ram sab jagat bakhane, Aadi Ram koi birala jane❤❤❤
👍🙏🏻
Bandhi chhod sat guru rampal ji maharaj ki JAY ho 🙇🏻♂️🙏🙏🌸❤
Anmol Vachan
Bandi Chhod Satguru Rampal Ji Bhagwan ke Charanon Mein Das ka कोटि-कोटि Pranam
ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 4 मंत्र 3, मंडल 9 सूक्त 93 मंत्र 2 में लिखा है कि वह परमेश्वर सशरीर प्रकट होता है और सशरीर अपने निज लोक को चला जाता है। कबीर परमेश्वर सन् 1398 (विक्रम संवत 1455, ज्येष्ठ पूर्णमासी) को शिशु रूप में प्रकट हुए। और सन् 1518 (वि. सं. 1575) को सशरीर सतलोक चले गए।
True knowledge ❤
🤲🤲
Anal Pankh Anurag hai Sun mandal rahi thi Das Garib udariya satguru mile Kabir
Nyc ❤😊
वेदो में प्रमाण हैं कबीर साहेब भगवान हैं
बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल भगवान की जय
Very nice
Sat sahib guru ji 🙏🌹🙏 bandi chhod jagat guru tatvaadarshi sant rampal ji maharaj ji ki jai ho 🙏🌹🙏 hamara parmatma k charn kamlon me koti koti pranam 🙏🌹🙏🙇🏻♀️🙇🏻♀️🙇🏻♀️❤️❤️❤️❤️🌼🌿🌿🌱🌱🌸🌸🌺🙌🙌🙌👏👏👏👏🌻🌻🌻🌻🏵️🏵️🏵️🌷🌷🌷🌷🌷⭐⭐⭐
Very interesting satsang
द्वापर युग में परमात्मा कबीर जी करुणामय नाम से आए थे और पंथ प्रचार के लिए चतुर्भुज नाम की एक प्यारी आत्मा को चुना। लाखों जीवों तक ज्ञान पहुंचाया और इस प्यारी आत्मा को पार किया।
बहुत ही महत्वपूर्ण और अनमोल सत्संग है❤❤❤❤
Nice
संत रामपाल जी महाराज जी ने तत्वज्ञान द्वारा समझाया है कि यदि आज हम किसी से रिश्वत लेते हैं तो अगले जन्म में पशु बनकर उसका ऋण उतारना पड़ेगा। व इस जन्म में भी कष्ट पर कष्ट सहन करने पड़ेंगे।
इस कारण उनके ज्ञान से परिचित होकर लाखों लोगों ने इस कुरीति से तौबा कर ली है।
सुनिए संत रामपाल जी महाराज जी के प्रवचन साधना चैनल पर शाम 7:30 बजे
Saint RamPal Maharaj ji is Chief of the World his name and fame beyond the skies..
Malik k chrno me dass ka koti koti dandwat parnam 🙏🙏🙏
Kbirisgod
Saty.sahivji ❤❤😂❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😂
😊😊😊😊❤❤❤❤😊😊😊😊❤❤❤❤
Ekmatra Sant Rampal Ji Maharaj ka gyan Anmol hai advitiya hai Jo Aaj Tak Kisi Guru Ne Nahin bataya
सांच कहूँ तो जग नही माने झूँठ कहि ना जाई हो।ब्रह्मा विषणु शिवजी दुखिया जिन ये राह चलाई हो।सत साहेबजी❤❤❤❤❤
धर्मदास जी ने कहा हैं :-
"रहे नल नील जतन कर हार, तब सतगुरू से करी पुकार।जा सत रेखा लिखी अपार, सिन्धु पर शिला तिराने वाले।धन-धन सतगुरु सत कबीर, भक्त की पीर मिटाने वाले।"
Pramatma ka ghyan anmol smajh jaye vo nhi rhe anbol
ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में कहा गया है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है अर्थात् उसे ऋषि, सन्त व कवि कहने लग जाते हैं, वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर साहेब) ही है।
केहरी नाम कबीर का, विषम काल गजराज।
दादू भजन प्रताप से, भागे सुनत आवाज।।❤❤❤
Bandi Chhod Kabir Saheb ki Jay Ho🎉🎉🎉
❤पांचवें वेद "सूक्ष्मवेद" में कहा गया है:
कबीर, गंगा कांठै घर करें, पीवै निर्मल नीर।
मुक्ति नहीं सत्यनाम बिन, कह सच्च कबीर।।
कबीर, तीर्थ कर-कर जग मुआ, ऊडै़ पानी न्हाय।
सत्यनाम जपा नहीं, काल घसीटें जाय।।
अर्थात् चाहे मोक्षदायिनी मानकर गंगा नदी का निर्मल पानी पीओ, चाहे उसमें नहाओ। भक्ति के शास्त्र प्रमाणित नाम (मंत्र) बिना मोक्ष संभव नहीं है और उनको उस साधना से राहत नहीं मिलेगी। बल्कि इन साधनाओं को करने वालों को काल के दूत बलपूर्वक घसीटकर ले जाते हैं, दंडित करते हैं।
ये ज्ञान सबसे उत्तम ज्ञान हैं।
शास्त्रों से प्रमाणित सत्य ज्ञान हैं।
मोक्ष का मार्ग हैं
🎉🎉🎉🎉🎉🎉😮😮😮😮😮
Great true spiritual knowledge
Sant Rampal Ji Maharaj se Diksha Lekar Bhakti karne se bade Se Badi Bimari theek ho Jaate Hain
अनमोल सत्संग
Jay ho 🙏
गरीब, काल डरै करतार से, जय-जय-जय जगदीश।
जौरा जोरी झाड़ती, पग रज डारे शीश।।
गरीब, काल जो पीसै पीसना, जौरा है पनिहार।
ये दो असल मजूर हैं, सतगुरू कबीर के दरबार।।
संत गरीबदास ने कबीर साहेब की समर्थता बताते हुए कहते हैं कि ब्रह्मा विष्णु शिव जी का पिता काल (ब्रह्म) और जौरा (मौत) तो कबीर साहेब के दरबार के नौकर हैं। कबीर जी के हुक्म बिना ये कुछ भी नहीं कर सकते।
🙏🙏🙏🙇🙏🙏🙇🙏🙏🙇🙏🙏🙇🙇🙇🙇🙏
Kabeer god🥹🥹🥹🌸🌸☘️
अच्छा ज्ञान है
Sastar parmanit bhakti krne se hi aise labh milte hai