उत्तराखंड के गांव के बिरान होने का एक निराशा का भाव दिखाता है शहरीकरण और शिक्षा स्वस्थ रोजगार की तलाश में पलायन कर रहे है हमारे उत्तराखंड की जनता ने जो बीरान हो रहे संस्कृति की सरक्षण के लिए क्रांति किया उत्तराखंड बनाया लेकिन आज भी कोई योजना नहीं है उत्तराखंड केगांव बिरान और उदास है पूर्वज अपने आशा चक्चुओ से अपने रेहबरानो को देख रहे है हमारी आध्यात्मिक शक्तियां कमजोर हो रही है पितरों के आशा शिव रूप होते शिव शक्ति कमजोर हो रही है सरकार भी सिथिल है जो इन बीरानो को गुलजार बनाने के लिए कोई सुविधा जनक योजना ही नहीं है स्वस्थ शिक्षा रोजगार की पहल नहीं हो रही है नेतृत भी शीतल हो गए हरे राम हरे शिव इन बीरान पुरखो के किलकारियां तब ही गुजेगी जब शिक्सा स्वस्थ रोजगार के स्वर हो ॐ नमो शिवाय सत्यम शिवम सुंदरम
Aap great h , Pandey ji...hm log to chah kr bhi nhi ja pate..ek hi ghar hone k karan ...papa k chachera bhai chabhi le kr chale gaye aur khne pr bhi nhi dete ..
पांडेय जी आपने तो भरपेट खुबानी खा ली हैं लेकिन मुझे भावविभोर कर दिया,आपके द्वारा कुमाँँउ क्षेत्र की बाखलियां दिखाई जैसे कि कुमाटी,सिमराड़, सुयालवाड़ी।सुयालवाडी का शांति-निवास जोकि 1920 निर्मित बाखली 104 वर्ष पुरानी बहुत अच्छी स्थिति में है।यहां। सुयाल ब्राह्मण ,उप्रेती ब्राह्मण के अतिरिक्त कर्नाटक (मंजू-कर्नाटक)भी क्या कोई ब्राह्मण हैं? कुलमिलाकर सारे क्षेत्र की एक जैसी समस्याओ से घिरा है।आधुनिकता,शिक्षा,स्वास्थ्य, नौकरी ,समृद्ध व भौतिकतावाद ही पलायन प्रमुख कारण है।अभी भी कुछेक लोगों को उम्मीद जताई हैकि पलायन पर वापसी की संभावनाए। ❤धन्यवाद पांडेय जी नमस्कार 🙏
Kal ko pachtawa hoga jab bahr k log kabja kr lenge kyunki in swarge samaan hmare Gaon m bahr walon ki NZR h 🥺🤨 kuch toh krna hoga jo hmare ye dharohr suraxit rhe 👏😌 in m hmare purkhon ki jaan or hmare ❤️ baste h 🙏🏻❤️😌😒
ये मन्दिर के अवशेष नही बौद्धकालीन अवशेष है। बौद्धधम्म मे ही प्रकृति की सूर्य चाद हवा पानी नीले धारा की पूजा होती थी पीपल के पेड का सम्बन्धबौद्ध धम्म से है ।
Khali parde kis ke karan hai pahardo meion plaiyan kiyu ho raha hai 24saalp bjp congress ne kiya kiya kewal plaine meion jamino ko bech na ukd meion agriculture forest area land khatam kardi bech bech kar kisi ko bechi aap ko bhi malum hai aaj 50 lakh non ukd log ne yaha property investment ki hai
पुरखों के निशां हमने
ठिकाने लगा दिये
जन्नत से कहीं दूर
ठिकाने बना लिये।
बहुत सुन्दर presentation है। समझदार उत्तराखण्ड़ी बहुत कुछ समझ जायेगे । सभी ग्रामवासियों को सादर नमस्कार सहित शुभकामनायें। धन्यवाद ।😊😊
Bahut kuch dekhne ko milta hai Aapki video m dhaniybad 🙏
🙏🏻🙏🏻👌🏻👌🏻👌🏻
🙏🌹🙏जननी जन्म भूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी🌹🙏🌹
बहुत अच्छा वीडियो बना है आपका । इस प्रकार की अच्छी चीजें शेयर करने के लिए आपका हार्दिक आभार ।
बहुत सुंदर ब्लॉग
Thanx & please subscribe my channel
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Bahut accha video aap banate h....sahi baat h ...aise ghar mai rhne ka anand hi kuch aur h
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उत्तराखंड के गांव के बिरान होने का एक निराशा का भाव दिखाता है शहरीकरण और शिक्षा स्वस्थ रोजगार की तलाश में पलायन कर रहे है हमारे उत्तराखंड की जनता ने जो बीरान हो रहे संस्कृति की सरक्षण के लिए क्रांति किया उत्तराखंड बनाया लेकिन आज भी कोई योजना नहीं है उत्तराखंड केगांव बिरान और उदास है पूर्वज अपने आशा चक्चुओ से अपने रेहबरानो को देख रहे है हमारी आध्यात्मिक शक्तियां कमजोर हो रही है पितरों के आशा शिव रूप होते शिव शक्ति कमजोर हो रही है सरकार भी सिथिल है जो इन बीरानो को गुलजार बनाने के लिए कोई सुविधा जनक योजना ही नहीं है स्वस्थ शिक्षा रोजगार की पहल नहीं हो रही है नेतृत भी शीतल हो गए हरे राम हरे शिव इन बीरान पुरखो के किलकारियां तब ही गुजेगी जब शिक्सा स्वस्थ रोजगार के स्वर हो ॐ नमो शिवाय सत्यम शिवम सुंदरम
बहुत ही प्यारा ब्लॉग जय बाबा केदारनाथ जी जय उत्तराखंड। अगर सरकार पहले कुछ करती तो आज ये हाल नही होता।👏👏🙏🙏
Aap great h , Pandey ji...hm log to chah kr bhi nhi ja pate..ek hi ghar hone k karan ...papa k chachera bhai chabhi le kr chale gaye aur khne pr bhi nhi dete ..
बहुत ही सुंदर जानकारी ,लेकिन दुखद की उत्तराखंड राज्य बनने के बाद पहाड़ का ये दंश पीड़ादायक है।
राम राम भाई बहुत सुंदर विडियो कहावतें हैं पूराने समय की तेरी देली सून भांग जमी जौ वहीं बतकौ छु
भाई। आप कौन गांव से शहर से है अपनी घर की भी विडियो बनाया है क्या
पांडेय जी आपने तो भरपेट खुबानी खा ली हैं लेकिन मुझे भावविभोर कर दिया,आपके द्वारा कुमाँँउ क्षेत्र की बाखलियां दिखाई जैसे कि कुमाटी,सिमराड़, सुयालवाड़ी।सुयालवाडी का शांति-निवास जोकि 1920 निर्मित बाखली 104 वर्ष पुरानी बहुत अच्छी स्थिति में है।यहां। सुयाल ब्राह्मण ,उप्रेती ब्राह्मण के अतिरिक्त कर्नाटक (मंजू-कर्नाटक)भी क्या कोई ब्राह्मण हैं? कुलमिलाकर सारे क्षेत्र की एक जैसी समस्याओ से घिरा है।आधुनिकता,शिक्षा,स्वास्थ्य, नौकरी ,समृद्ध व भौतिकतावाद ही पलायन प्रमुख कारण है।अभी भी कुछेक लोगों को उम्मीद जताई हैकि पलायन पर वापसी की संभावनाए। ❤धन्यवाद पांडेय जी नमस्कार 🙏
Nice Documentary 🙏Very Informative.
🙏🙏🙏👍
बहुत सुंदर ।
सच में बहुत बुरा लगता है इन बाखलियों को देखकर कितनी मेहनत से बनाया होगा हमारे पूर्वजों ने ,क्या किया जा सकता है सब समय की बलिहारी है ।
Bahut sundar ❤❤
Good🙏🙏
🙏, ....👌.... 👍
"prachin bhavyata, ati sunder-ati priye-manmohak, lekin playan ki stithi dekhkar dukh laga, yadi samajik vyavasthaen (shiksha-chikitsa-rozgaar aadi) sulabh hon toh shayad samasya se ubar sakte hain"
Kal ko pachtawa hoga jab bahr k log kabja kr lenge kyunki in swarge samaan hmare Gaon m bahr walon ki NZR h 🥺🤨 kuch toh krna hoga jo hmare ye dharohr suraxit rhe 👏😌 in m hmare purkhon ki jaan or hmare ❤️ baste h 🙏🏻❤️😌😒
ये मन्दिर के अवशेष नही बौद्धकालीन अवशेष है। बौद्धधम्म मे ही प्रकृति की सूर्य चाद हवा पानी नीले धारा की पूजा होती थी पीपल के पेड का सम्बन्धबौद्ध धम्म से है ।
Thank you sir mujhe mera ghr suyalbari dikha diya apne
AAP ABHI KAHA RAHTE HO?
Bhai yaha aakar rah sakte ha or jo ghar Tut gay ha on gharo ko acha banakar baha rah sakte ha
Sab neighbours ko aksaath milkar saat din (Seven days) aana chahiye.
Bhai chai pee thi kya aapne chai dikhai nahi aksar yhaa chai koi puchta nhi
Kiraye ka makan milenga
Hi
अपने गांव कब जा रहे हो
वहाँ की विडियो भी बनाना
Khali parde kis ke karan hai pahardo meion plaiyan kiyu ho raha hai 24saalp bjp congress ne kiya kiya kewal plaine meion jamino ko bech na ukd meion agriculture forest area land khatam kardi bech bech kar kisi ko bechi aap ko bhi malum hai aaj 50 lakh non ukd log ne yaha property investment ki hai