संचालक ने बार बार छेड़ा तो कवयित्री ने गुस्से में लगाईं संचालक की वाट | Hasya Kavi Sammelan |
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- Опубліковано 29 вер 2024
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इस तरह का मंच संचालन अच्छा नहीं लगता, कवियत्री जी को बहुत बहुत धन्यवाद
क्या कमल जी आपने कवियत्री को बुलाया है कि किसी मुजरे वाली को जो बार बार अश्लील कमेंट करके सिर खुजला रहे हो, बेशर्मी की भी हद है।
कवियत्री बहन जी ये आपके पीछे पीछे बोल रहा है उनसे आप इतनी दबी हुई क्यों है ये आपकी इतनी बेइज्जती कर रहा है उनको नारी शक्ति का कुछ लिहाज नहीं है आपको इस मंच को छोड़कर चले जाना चाहिए
Darte isliye kyu ki yehi sanchalak hota he jo apne kavi bulata he 😅😅😅
कवित्री महोदया का हम स्वागत करते हैं।
ईश्वर कमल को सदगति दें
अंत में सब बढ़िया कर दिया
ये कवि नही कोई सर फिरा लगता है इतने भरी महफिल में महिला को इस तरह टोका टोकी बहुत खराब। कवियत्री महान हे नही कोई दूसरा होता तो नीच के कमल को कही खिलने नही देता। कवि सम्मेलन हे तो फिर दूसरो को क्यों बुलाया खुद अकेला ही कर लेता बहुत ओवर एक्टिंग कर रहा है
ताली बजाने वाले भी कम नहीं हैं।
Kvi smmeln hai ya kawwali ka mukabla chal rha hai
This is only Nok Jok
ये सब पूर्व निर्धारित सा होता है। हर एक कवि सम्मेलन में कवियित्री संग ऐसी मसखरी होती है। जनता का मनोरंजन करने के लिए तगड़ी फीस लेते हैं ये फूहड़ कवि बिकाऊ है।
કુછ જ્યાદા પીયા
Jiski har baat me bakwas karne ki aadat ho usko gadha mana jata hai
ऐसे अभद्र को किसने संचालक बना दिया। क्या आजकल का कवि सम्मेलन ऐसा ही कुत्सित होता है? छि: छि:।
संचालक कुछ ज्यादा ही बोल रहा है
कुछ संचालक इस तरह की हरकतें करके अपनी जीभ लपलपाते रहते हैं। इनकी औकात 11 नंबर से ही पहचानी जाती है
छीछालेदर कर रहे सम्मेलन का और ख़ुद का करा भी रहे हैं
A worstman has been presided as sanchalak pf kavi sammelan. Plz don't allow him for sanchalk😢...post
ऐसे भद्दे अमर्यादित टिप्पणियां करने वाले को मां शारदे के मंच कोसंचालित करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है
कार्यक्रम हिन्दू युवा समिति के नाम और बेतुकी बातें ,संचालक ही करे क्या यह हिन्दू संस्कृत संस्कार का खुले मंच पर नारी काअच्छा सम्मान है।
कवियित्री जी को वेवजह परेशान कर रहा है शर्म नहीं आती
यह कवि सम्मेलन या ............ ? ? ?
कवि सम्मेलन में केवल कविता होनी चाहिए।
संचालक की यह सब बातें बिल्कुल भी जरूरी नहीं है।
❤❤🙏🏻🙏🏻🙏🏻
No no no😊
एसे लोगो को मच संचालक किसने बनाया।
संचालक को तमीज नहीं है बीच बीच में बोलते रहते हैं।
आप लोग मूर्ख हो,,,नोकझोक में ही तो आनन्द है।,,,यह हस ने के लिए ही आयोजित किया गया है।,
यह इनका पहले से ही सैट होता है
@@dataramgothwal3479
तो इसको कवि सम्मेलन मत बोलो
तुकबंदी का स्वांग बोलो 😄
महिला सीधी थी नहीं तो थोबड़ा सुजा देती
नारी का सम्मान करना सीखें
सिनेमाघर के सामने बिकने वाली 10 रुपए की किताब पढ़ने का नतीजा हैं कमल जी😅
Social media Ane se ese tathakathit logo ki chandi ho gayi.
Comment keisa bhi ho , chahe dislike karo enke peise banege hi
संचालक कुछ ज्यादा ही बोल रहा है। इसे झेलने वाली भीड़ कैसी है?
बैवकुफ
संचालक महोदय असभ्यता का परिचय ना दें। किसी महिला का अपमान ठीक नहीं है।
Ye sakal se hi bewkoof h...
संचालन की सीमा और दायित्व की गरिमा नहीं जानता है
संचालक मुंह फट है, कवित्री सही जवाबदेही है, बाद में सही समझ आया।
संचालक कुछ भी कहे जवाब देने की बजाय अपना काव्य पाठ करना चाहिए ताकि आगे कुछ कहने की हिम्मत न हो ।
ऐसे जोकर को किसने संचालक बना दिया
Joker nahi tukkebaj lampat😊
कवि सम्मेलन में एक दायरा होना चाहिए इतनी फुहड़ता नही होना चाहिए नारी सम्मान होना चाहिए
कवियत्री महोदया की प्रशंसा करता हूं।
कवियत्री के धैर्य की प्रशंसा करता हूँ।
संचालन करने वाला दारू पीकर आया है।एक महिला का अपमान कर रहा है ।
बार बार डिस्टर्ब कर रहा है।
Aakavi samelan hota nahi lagta jis kaviytriko bolatihe unke Alva kiseke pas spikar nahi hona chahie. Dusaribatvohe jokavikepas maekhe vo charithin hotahe vo bwiarthi bhasame bat karke mahilaka caritt annkarTahe 3 bat vohe ese gannde orjahamahila kavietriika apman aor charttr hannhotahe vaha har nariko Jana nahi chahie
@vireshwarsinghanil902
ये कवि सम्मेलन नही भड़ैती है
घर वाली नहीं सुनती तो बाहर ऐसे ही भडास नीकालते है।
नाम तो कमल है पर ,क ,हटाके देखो मल ही बचता है।😂 मैने सुना है कि कमल कीचड़ में खिलता है। पर यहा तो पूरी कीचड़ कमल में है। लाइक ❤😂
बिल्कुल सही कहा आपने।
लानत है ऐसे संचालक पर।
कवित्री का चीर हरण करने बैठे हैं क्या
मंच छोड़कर चली जाना चाहिए कवित्री जी।
कवियित्री म.शोश कर रही नही तो थोबड़ा तोड के हाथ मे देदेती।
Sanchalak mahoday badatamiz guy hai
यही फूहड़ता आज की कविता है... मूर्ख उछलते रहते हैं, इन्हीं बातों पर...ये लतखोर संचालक कहाँ उगते हैं...?
Sanchalan bahut galat hai
नजायज उलाद नजायज सम्पत्ती सरकार को सोप देना चाहिए
मूर्खता की कोई हद होती है
Kamal bhai maryada ka ullanhgan na kare to jiada achcha hai.
संचालक खुदही पुरा प्रोग्राम करे किसे बुलाने की जरुरत ही क्या?
भारतीय संस्कृति के तहत कमल जी को शोभा नहीं देता अभी के साथ साथ बहन का भी दर्जा दे सकता है सार्वजनिक स्थान पर राखी बांध देनी चाहिए
ऐ मच सचालक है या बेहूदा .
नारी शक्ति को नमन संचालक कोई पागल खाना से तो नहीं है
पागल खाना से ही आया है, बेशर्म भी है।
यत्र नारी पूज्यंते रामन्ते त्यत्र देवता
कमल जी मर्यादा में रहें, लक्ष्मण रेखा का उल्लघंन उचित नहीं | भारतीय संस्कृति का ध्यान रखना ही चाहिए |
इतने सारे मर्द बैठे थे या ना मर्द ये मर्यादा पार कर दी 13:37
पूरे कवि सम्मेलन में ऐसा कोई श्रोता बैठा है जो इस संचालक को कान पकड़कर घर का रास्ता दिखा दे ।
किसी को ईतना घिसना नही चाहीये
ऐसे व्यक्ति को कभी संचालन नहीं करना चाहिए जिसको बोलने की तमीज ना हो यह आदमी बिल्कुल पागल लग रहा है
मंच की गरिमा का ख्याल रखें कमल जी नारी का सम्मानकरें काव्य कविता का ख्याल करें
संचालक महोदय नारी का सम्मान करना सीखो ,बेशर्म की हिद होती है ।
कविता के नाम पर एक नारी का अपमान कर रहा है ऐसे संचालक से सावधान रहें।
इस कवित्री बहन के जगह कोई दूसरा होता तो कमल कवि के गालों पर चप्पल पड जाते
हिंदू युवा समिति के प्रोग्राम मेंऐसी गंदगी ठीक नही है।
कविता के मंच में संचालक कविता की जगह खुल्लम खुल्ला एक नारी का अपमान करता है यहां पर मर्यादा नाम चीज ही नहीं हैऐसे संचालक सावधान रहे 😢
नारी शक्ति को सलाम।
ऐसे संचालक को वहां की पब्लिक कैसे झेल रही है,हमे तो बहुत खेद है।
संचालन का स्तर निम्न है
ये कवयित्री को कविता नही करने दे रहा है, अपने आप को डेढ़ शाना लग रहा है
हर व्यक्ति की लक्ष्मण रेखा होती है
इस बंधे को घर में कुछ नहीं मिलता
यह कवि सम्मेलन नही ,नारी शक्ति का अपमान है?
कवि सम्मेलन है या कवित्री की वेजती करनी है
छोटी है तो बहन है , बड़ी है तो मां है। अंत बहुत अच्छा लगा।
🙏🙏🙏
संचालक बहुत बदतमीज़ और जाहिल है।
Nihayt.he.bttmeej.hai
Pata nahi kaise aise sanchalkon ke Manch par maujood hone ke bad Manch par aana kavi sweekarate lete hain.
ये सब प्लानिंग किया हुआ कार्यक्रम है।
भाषा साहित्य kvi संगीत,,,मैं मर्यादित होनी चाहिए,,,,,,,
बिल्कुल इसकी नियत मे खोट है।
The anchor is irritating. Plz stop doing that. Don't try to disturb her while she is speaking something.
अभिव्यक्ति की आजादी का इस्तेमाल करते वक्त इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि शब्दों के चयन में मर्यादा की सीमा का अतिक्रमण न हो।
यह तो अजीब संचालक है ।। इस तरह कवयित्री फर कमेण्ट करनें की आवश्यकता नहीं है ।।
संतो का नाम लेनेका आवकात है. छूचूरे कवी हिंदू होके भी हिंदू संत पर बूरा बोलने वाला केभी हिंदू नही होता. ओर किसी कि ओलद हो शक्ती.
जय सनातन
Ab tho lagane laga वालीवुड भांडो मे और कवियों मैं कोई अंतर नही रह गया आप सरे मंच पर किसी महिला का सम्मान नही कर सकते हो तो अपमान भी मत करो .आप का शायद कोई चरित्र न हो पर सामने बैठी मात्र सक्ति बैठी है उनका ही लिहाज karlete.ओर पैसा ही कमाना उद्देश हो तो कोठा खोल लो.
Iski.dukan.b.j.p.chalati😢
संचालक haramee लग रहा है कवि सम्मेलन में सुनने बालों के लिए भी टोका टाकी अच्छी बात नहीं?
Bahut hi khubsurat jabab Diya hai
संचालक बिल्कुल पागल ही लगता है।इसको औरतों का सम्मान करना बिल्कुल नहीं आता है।
omulla shnchalk tu baba krtahe teremehimmtheto koy molvikanam leke mjakuda de tu kttrvadihe eshliyenhibolega teri rg rgme kttrvadiki durgndhaatihe
कवियित्री का मंच पर सम्मान करना चाहिए
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
सबसे बुरा,सडकछाप संचालक.
नारी शक्ति की सहनशीलता को नमन😮
नारी का सम्मान करना सीखो यार
ye kvishmel jrur miyamullahihoga jo kvitimhilako chedtahe es kttrvadihe
ये संचालक तो अपनी ही हांक रहा है, बेचारी को बोलने ही नहीं दे रहा है क्या यही कवि सम्मेलन के संस्कार होते हैं ...?
Yah sanchalak nahin jokar hai
जोकरों की महफिल सजी है क्या शब्दों की गरिमा है ये ,नौटंकी है या कवि सम्मेलन
अब ये जुगनू की तुलना लायक भी नही रहे
😢 महोदय आपको chichorapan शोभा नहीं देता
Ye nautanki ke ek naye roop ki khoj hai . Jitne lampat hain sab kavi ban gaye 😅😅
कमल जी अपने आप को नायक समझ रहे हैं
संचालक ऐसा नहीं होता,हर बात को छेड़ने, कुछ तो इज्ज़त करो
Nari Shakti Ko Salam
Jokar sanchak ko kathor jawab dene ki jarurat lag rahi he. Kartune men rang bharne ki jarurat he.
कविता कम फुहडपन ज्यादा।
नारी शक्ति की सहनशीलता को बहुत बहुत धन्यवाद।
Bahut hi ganda sanchalak hai
Isko shahitya k manch par nahin hona chahiyey
Sharm hai iss sanchalak ko
Sanchalak banne like nahi ye kavi ,bahut hi jyada or faltu bakwas kar Raha he.