अन्य खेलों की भांति सरकार को कुश्ती को भी देना चाहिए प्रोत्साहन- विकास चन्द्र यादव

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  • Опубліковано 15 вер 2024
  • माई सिटी
    हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी राजधानी लखनऊ के सबसे पुराने ऐतिहासिक 137 वें अखिल भारतीय मस्ता पहलवान गुरु जी श्री रामचंद्र स्मारक इनामी दंगल का आयोजन रक्षाबंधन के उपलक्ष में 19 वा 20 अगस्त 2024 को हरीचंद्र इंटर कॉलेज छावनी लखनऊ में आयोजित किया गया। इस मौके पर दंगल प्रबंधक विकास चन्द्र यादव ने बताया कि यह एक पुरानी प्रथा है जो उनके पूर्वज स्वर्गीय गुरूजी द्वारा शुरू कई गई थी जिसे वह आगे बढ़ा रहे हैं उन्होंने कहा उन्हे इस बात का दुख है कि अन्य देशों में जहां खेल और खिलाड़ियों को इतना प्रोत्साहन मिलता है परंतु हमारे देश में इतने प्राचीन खेल होने के बाद भी कुश्ती को अभी तक वह स्थान प्राप्त नहीं हुआ जो होना चाहिए। इसलिए अब पहलवानों की संख्या में भी कमी आ रही है क्योंकि ना तो इस खेल में कोई भी कमाई होती है और ना ही खिलाड़ियों को कोई उचित सम्मान मिलता है । इसके साथ ही उन्होंने पहले ओलंपिक 2024 में पहलवान विग्नेश फोगाट के साथ जो हुआ उसे पर काफी अफसोस व्यक्त किया उन्होंने कहा कि यह हमारे देश के लिए स्वर्णिम पल होने वाला था परंतु जानबूझकर हमारे देश के पहलवान को बाहर निकाल और सबसे बड़ी बात यह है कि इस किसी ने भी इस घटना का विरोध करने के लिए कोई आगे भी नहीं आया वह चाहते हैं सरकार से यह अपील करना चाहते है की पहलवानी और दंगलों का प्रोत्साहन करे। यह खेल और खिलाड़ी आगे बढ़ सके । इस अवसर पर विकास यादव,आशीष यादव वाकई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। इस दंगल में विजेताओं को पहला इनाम में 51000 द्वितीय ईनाम में 21000 तथा तृतीय ईनाम में 11000 मेडल पुरस्कार स्वरूप दिए गए इसके साथ अन्य कई इनाम भी पुरस्कार स्वरूप खिलाड़ियों को दिए गए।

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