राधा रानी और प्रभु श्री कृष्ण एक ही है यह हमारी प्रभु रूप है जो राधा नाम का जब करता है उसका सुमिरन करता है नाम ही एक दिन उसे प्रभु से मिला देता है जयश्री कृष्ण
परम पूज्य सद्गुरूदेव श्रीशक्तिपुत्र महाराज जी ने राधा मा को गलत नही कहा तुमारी सोच गलत दिशा मै जा रही है। परम पूज्य गुरुवर जी से जाके बात करे गुरुवर श्री ने कहा है जिस को समझ ना आये वह मुझसे आके मिले मै सब बता दूगा 🙏🙏🚩
सब नाम प्रभु के ही हैं प्रभु को ही अर्पण हैं। फ़िर भाव से उन्हें चाहे राधा कहो या उन्हीं का दिव्य रुप भगवती। कृष्ण कहो या राम, 🌻🌻🌻 बस भक्ति मे मज़ा आनंद आना, विश्वास होना अत्यंत आवश्यक है
श्रीकृष्ण चन्द्र परमात्मा की आज्ञा से वह देवी प्रकृति 5 प्रकार की बन गईं। देवी भागवत 9.1.12-13) भगवती का पाँचवाँ स्वरूप देवी श्रीराधा, परमात्मा श्रीकृष्ण को प्राणों से भी प्यारी हैं। देवी भागवत 9.1.44) माँ दुर्गा परमात्मा कृष्ण की परम भक्त हैं। (देवी भागवत 9.1.92) राधे राधे🙏🏻🥰
@@vikashvaibhav-h9n लगता है राहु के प्रभाव से दिशा भ्रमित हो गए हो... मां दुर्गा पार्वती आदिशक्ति की रूप है शिव शक्ति... भागवत , महाभारत में कही भी नहीं राधा शब्द है ... बताओ राधा ने संसार के लिएक्य किया है ।
माता भगवती के चरणों के एक अंश में हजारों कृष्ण और राधा समा जाएगी इस वचन को याद रखना यह एक ऋषि का वचन है जो पूर्ण प्रकृति से एकाकार हैं। जिनको योगीराज श्री शक्तिपुत्र जी महाराज की बातें बुरी लगती है वह उनकी तपस्यात्मक बल का सामना करें नानी नाना सब याद आ जाएंगे समझे नपुंसको
हां तो फिर उन हिन्दुओ पर क्यों चिढ़ते हो जिन्हे मुर्दो की मजार और चर्च में प्रभु दीखते हे , आप जिस भावना की बात करते हो वो तब के लिखे ग्रंथो में हे जब ये राक्षसी मजहबी वाले नहीं थे , कुछ कहने से पहले वर्तमान भी देख लीजिये
@@kaushalyogi5229यह सच है वो जो लाखों लोगों को वृंदावन में राधा रानी की अनुभूति होती है वो सब बेवकूफ एक आप और एक आपके बाबा ज्ञानी बचे है इस धरती पे😂😂😂😂😂😂😂
@@namobhardwaj73Tum hi log siddh karke dikha do ki koi Radha Naam ki Shakti nahin hai is brahmand par..... Pata nahin aap logon Ko maa aadhe se itni Dushmani kyon hai
श्रीकृष्ण चन्द्र परमात्मा की आज्ञा से वह देवी प्रकृति 5 प्रकार की बन गईं। देवी भागवत 9.1.12-13) भगवती का पाँचवाँ स्वरूप देवी श्रीराधा, परमात्मा श्रीकृष्ण को प्राणों से भी प्यारी हैं। देवी भागवत 9.1.44) माँ दुर्गा परमात्मा कृष्ण की परम भक्त हैं। (देवी भागवत 9.1.92)
व्रजमण्डल में राधिका देवी व कृष्ण का अवतरण एवं महामाया के आशीर्वाद से कलियुग में भारतवर्ष में कृष्ण का गुणगान एवं कीर्तन। महामाया काली के आशीर्वाद से राधिका देवी को कृष्ण नवाक्षरी मंत्र की प्राप्ति एवं वासुदवे द्वारा भी सतत् राधा राधा पराक्षर का चिन्तन। यह जो व्रजमण्डल है ये केशपीठ है यहां भगवती के केश गिरे थे। इसकारण य स्थल अत्यन्त पवित्र है। यहीं दशावतारों जिनके नख से उत्पन्न होते हैं ऐसी भगवती त्रिपुरसुन्दरी की परिचारिका पद्मिनी राधिका देवी के रूप में महापीठ मथुरा में अवतरण किया। इसी महापीठ पर महामाया दुर्गा भगवती कात्ययनी रूप में सदा अवस्थित है, जिनकी राधिका देवी सदा पूजन करती थी। यही राधिका देवी कृष्ण की परम प्रयेसी हुयी। आविरासीन्महाविष्णुस्त्रिपुरापदपूजनात्। तदनन्तर वहीं भाद्रपद मास की कृष्णाष्टमी को महाविष्णु वासुदेव त्रिपुरसुन्दरी की पदसेवा के प्रताप से आविर्भूत हुये। कृष्ण ने कामरूप योनिपीठ पर महाकाली के 1 लाख मंत्रों का पुरश्चरण किया। तत्पश्चात जालन्धरपीठ जहां देवी के स्तनद्वय गिरे थे वहां 1 लक्ष जप किया। तत्पश्चात पूर्णागिरी जाकर चण्डी की आराधना की। वहां भी 1 लक्ष जप किया। पद्मिनी राधिका जी की देहयष्टि में मूलदेवी का पूजन किया। 7 पीठों पर 7 लक्ष जप करके सिद्धि प्राप्त की तत्पश्चात कौलमार्ग का अनुगमन किया। कौलमार्ग से पूजन एवं नाना तपश्चर्याओं से भगवती महाकाली प्रसन्न हुयी एवं आविर्भूत होकर बोली - वरं वरय रे पुत्र यत्ते मनसि वर्तते। हे पुत्र कृष्ण तुम्हारे मन में जो वर की इच्छा हो मांगो। कृष्ण ने कहा कि हे देवी आपने हमें दर्शन दिया अत: मैं आपको प्रणाम करता हूं। जब आप मेरे सम्मुख आविर्भूत हो गयी तब इस भुवन में मेरे लिए कुछ भी असाध्य नहीं। देवी कहती हैं कि कलियुग में भारतवर्ष में तुम्हारी कीर्ति प्रचारित होगी। लोग तुम्हारे गुणगान का कीर्तन करेंगे। यह कहकर महामाया अन्तरर्ध्यान हो गयी। तत्पश्चात पद्मिनी की सेवा से प्रसन्न हो काली ने राधिका देवी को जो कहा वह सुनो। काली ने कहा हे पद्मिनी राधिका मेरा वाक्य सुनो। हे प्रिये! तुम कृष्णकार्य साधिका दूती हो। हे पद्मिनी तुम दूती बनकर व्रज में निवास करो, सदा त्वं दूतिके राधे व्रजवासी भव ध्रुवम्। कृष्ण गोविन्द के मध्य तुम शक्तिरूप हो। तत्पश्चात महामाया ने राधिका देवी को कृष्ण का नवाक्षर मंत्र प्रदान किया। वरदान भी दिया कि वासुदेव भी सर्वदा राधा राधा इस पराक्षर का चिन्तन करेंगे।
@@Hanudaas श्रीमान महादेव और भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा जी के जननी जगदंबे मां ही है इसलिए पुत्र की मां की उनकी पत्नी कहना इससे बड़ा अपमान मां भगवती का और कुछ नहीं हो सकता
यह सभी का बुराई करता रहता है।इसका और कोई काम नहीं।आज तक किसी का भला नहीं कर पाया।नेतागिरी में लगा है।यह चुनाव लड़ेगा नेता बनेगा।लगता है इसका विनाश काल नजदीक है।😅😅😅😅😅
प्रेमा नंद जी महाराज अपना परिक्षण करवाये और परम पूज्य सद्गुरूदेव श्रीशक्तिपुत्र महाराज जी की चिनौती स्वीकार करे हम सभी प्रेमा नंद जी महाराज का सम्मान करेगे नही नही तो उससे बडा पाखंडी कोई नही 🙏जय गुरुवर की जय माता की 🙏🙏🚩
Are bhai kyu jyada bolte ho aap bataiye kya kiya hai radha rani hai smje phle aatma ka gyan le uske baad aa samaj mai smjhe शक्ति पुत्र जी भगवान द्वारा हर पाखंड का पर्दाफाश करते है
आप स्वयं दिग्भ्रमित हैं भगवती श्री दुर्गा प्रकृति स्वयं राधा जी हैं देवी भागवत पढ़ें । परब्रह्म श्री कृष्ण की आह्ललादिनी शक्ति हैं श्री राधा जी! राधा जी ने पूरे ब्रह्मांड को धारण कर रखा है ।
You are wrong , Bhagwati ka Dura roop h Shri Krishna or Shree krishna ke Vaam aang se Radha ji ka prakatya hua h , Theek se Padna Devi Bhagwati, He is The Right Person
माँ तो माँ है चाहे माँ जगदंबा चाहे माँ राधा तुम होते कोन हो उनमें भेद करने वाले...अपने ज्ञान को सार्थक करो केवल हाईलाइट होने के लिए मेरी श्री जी के बारे में कुछ भी न बोलो।
Jai shree Radha Maiya ki Jai श्रिकृष्णो जगातां तातो जागानमाताच रधिका पितु: सतगूनामाता बन्द्या पूज्या गरियसी . नारद पंचरात्र (2.6.7) शिवजी पार्वती माता से कहते हैं ब्रह्मांड की माता तो श्री रधिका हे और पिता श्रिकृष्ण हे परंतु पिता से माता श्रीरधिका जी सौगुनी बांदनिय,पूजनिय तथा अत्यंत श्रेष्ट हे . Jai shree Radha
Accha munnaa le see Rhada dash of Durga नमस्त्रिपुरसुन्दर्यै।। कटाक्षकिङ्करीभूतकमलाकोटिसेविता श्रीमाता का, राधा और लक्ष्मी जैसे करोड़वे दासिया सेवा करती रहती है। ~ब्रह्माण्डपुराणम्।। दासोऽनुचरीन्दिरा शची सरस्वतीं वा सुभगा ददिर्वसु श्रीमाताके शची, सरस्वती, राधा और लक्ष्मी आदि दासिया है। ~नारदपुराणम्।। त्रिपुरायामहेशानिराकिण्यनुचारिणि- राधिकात्रिपुरादूतीकृष्णकार्यकरीसदा श्रीमातात्रिपुरासुंदरी महेश्वरीके किंकर अर्थात् सेविका, त्रिपुरसुंदरीमाता की, राधाजी सन्देश वाहक है। ~राधातन्त्रम्।। पुरन्दरपुरन्ध्रिका चिकुरबन्धसैरान्ध्रिकाँ पितामहपतिव्रतापूतपतिरचर्चताम् मुकुन्दरमणिमणिलसदलङक्रियाकारिणीं राधा बोली ! मैं ध्यान के दौरान उस अंबिका के बारे में सोचता हूं, जो केसर से अपना श्रृंगार करती है, जिसकी लटों में कस्तूरी की सुगंध है, जो हर किसी को सौम्य मुस्कान के साथ देखती है, जिसके पास धनुष, बाण, पाश और अंकुश है, जो कम से कम प्रयास में सभी को मोहित कर लेती है, जिसका वस्त्र लाल गुड़हल से सुशोभित, जपा पुष्पों से सुशोभित जो चमकता है ~त्रिपुरसुन्दर्याष्टकम् श्लोक ८ ।।जय श्रीपराशक्ति।।
@@Supreme_of_God_SADASHIV Jai shree Radha Maiya ki Jai Gouri Shankar Mahadev ki Jai Jai durgati nasini Durga Mata ki Jai Pranam Prabhuji Mata to Mata hoti he chahe Mata RADHA ho ya Mata Durga. Wohi Adi sakti Adi Mata parameswari he. Na koi bada na koi chota he Mata to ekhi he chahe Radha,Durga Kali Jo bhi rup ho Kalnemi rakshas ki Putra Harsan aur Marsan ko Hari kavach se surakshit the koi bhi Devi aur Devta parasta Na kar sake to sare Matru sakti MAA Kali adi bhayankar yudh kia phir bhi yudh chalta raha. Swayam Bhagwan Sadashiv ne Golakeswari Mata Shree Radha ki Stuti Kiya. Mata shree Radha ne dono rakhsas ka vadh Kia aur Mukti dia.Bramand ko kast se Mukti Mila. प्रकृतिस्त्वाद्या राधिका कृष्णवल्लभा ।। तत्कलाकोटिकोट्यंशा दुर्गाद्यास्त्रिगुणात्मिकाः तस्या अंघ्रिरजः स्पर्शात्कोटिविष्णुः प्रजायते ।। - पद्मपुराण, खण्डः 5 (पातालखण्डः), अध्याय 69, छंद (117-118) श्री कृष्णवल्लभा श्रीराधिका ही आद्याप्रकृति हैं। उन राधिका के कोटि-कोटि कलांश से ही त्रिगुणमयी दुर्गा आदि देवियों का प्रादुर्भाव होता है। उन राधिका के पद-रज स्पर्श से करोड़ों विष्णुओं का (व्यापक-पालक-शक्तियों का) उदय हुआ करता है। Jai Ho Matru sakti ki.
@@Rasmiranjan52yahi sab hi tumhare murkhta hein koi ek puran ya ved ek jeisa nahi hota jao devi bhagwatam padho radha durga ek hi hei par durga kisike ansh nahi na hi radha se utpati hui hei wo ajanma hein tum logo ke isi mukhta or mata jagatjanani jo swayam adiparashakti mata durga ko nicha dikhate ho isliye unke krodh ka karan ho tum log
@@Supreme_of_God_SADASHIV radha rani ke sevika lalita devi or lalita tripura sundari mein bahot fark hein wese durga or radha ek hi saman hein mata durga jagatjanani jagdamba sarweswari kisike ansh nahi na hi radha unke ansh hei sab ek saman hei
आप कहते हो की माँ दुर्गा भगवान शिव जी की पत्नी नही है तो यहाँ पर माँ दुर्गा के आरती मे क्यो लिखा है महाराज जी - ब्रम्हाणी रुद्राणी तुम कमलारानी आगम निगम बखानि तुम शिव पटरानी । ओम् जय अम्बे गौरी मझ्या जय श्यामा गौरी । दूसरा बात की कर्मकाण्ड मे भगवान शिव जी को कुछ भी समर्पित करते है तो श्री भगवते साम्बसदाशिवाय नमः अमुक( जलम्, पुष्पं इत्यादि) समर्पयामि कहते है तो इसका अर्थ क्या हुआ बताइये ।
हमारे हिंदू धर्म की यही तो विडंबनाहै सबभेड़ चाल है आपस में ही लड़ने मरने के लिए तैयार हो जाते हैं पत्थर में भी भगवान है फिर चाहे राधा बोल कृष्ण बोलो राम बोलो हरि बोल❤❤❤❤❤❤ यही हिंदूधर्म है सबसे बड़ा धर्म दयाभाव❤❤❤
आपस में लड़ने मरने की बात नहीं है जो सत्य हैं उसको गहराई से समझे राधा रानी को मानिए सभी देवी देवताओं का सम्मान कीजिए सभी पूज्य है पर सृष्टि की रचयिता वही है जो अजन्मा है अविनाशी हैं। और वह है माता भगवती आदिशक्ति जगतजननी जगदंबा
ब्रह्मावर्त पुराण की रचना मुगल काल में हुए है,, जिसे श्री कृष्ण ओर राधा के चरित्र को बहुत ही गलत तरीके से वर्णन किया गया है ,, मैं ब्रह्मवैवर्त पुराण को हिंदू धर्म का ग्रंथ नहीं मानता हु,,
जी एक बार भगवती मां के दर्शन कर लेता है वो कोई कथा नही करता ना ही किसी की निंदा करता उसका मन विरक्त हो जाता है एकांत वासी हो जाता है कभी किसी की भी निंदा नही करता ये प्रभाव होता है भगवती दर्शन का जय मां भद्रकाली
तुम जो भी हो जवाब जरूर देना अगर माँ जगदम्बा को मान्ते हो जवाब देना *परम हंस योगी राज* मां जगदम्बा पुजनीय है ये मैं मानता हू लेकिन श्री राधा रानी पे इक गलत शब्द मत बोलना जाओ शास्त्र अध्यायन करो पद्म पुराण पाताल खंड वृंदावन चले जाना वाहा की रज बता देगी ध्री राधा कॉन है अखिल ब्रह्मांड नायक परम ब्रह्म श्री कृष्ण की परम शक्ति है राधा अपने जुबान को लगाम देना पहले जाओ किसी.वृंदावन के महान संत की सेवा करो तब पता चलेगा श्री राधा कॉन है श्री हित प्रेमानंद जी महाराज को यूट्यूब में सुनो समज आएगा राधा कृपा कटाक्ष स्तोत्र स्वयं भगवान शंकर गा रहे तुम उनके लिये ऐसा बोल रहे हो ब्रह्मा जी स्वयं जिन्की चार्नो का आशीष लेना चहाते है तुम उनके लिये ऐसा बोल रहे हो भगवान परम ब्रह्म श्री कृष्ण जिनके चरण दबाते है तुम उनके लिये ऐसा बोल रहे हो अहंकार.त्याग कर राधा राधा.पुकारो तब समज आए श्री राधा कौन है अध्यात्म का थोडा ज्ञान ले कर आओ तब माइक में बोलना पहले जाओ थोडा शास्त्र गीता जी.का अध्यन.करो. अपनी बुद्धि को शुद्ध करो बोल्ते हो की राधा जी को सिद्ध किसने किया है तुम अंबा जी को सिद्ध करना उनको कभी पुछना वही बता देगी श्री राधा कौन है तब समझ आएगा तुमको ऐसे कुछ likes and views laane ke liye ऐसा वीडियो मत बनाओ जाओ अंबा जी की तपस्या करो उनको ही पुछो कौन है श्री राधा. जवाब देना जरूर योगी राज,,
अगर तूने सच में भगवती जी को देखा होगा तो तू श्री राधा रानी के विषय में ऐसा नहीं कहता,,,,बस अहंकार के लिए घूम रहा है,,,तू इस काबिल नहीं है कि तू राधा नाम भी ले सके....
आप लोग मैढक की तरह टिर्राना बंद करो यदि आप लोगो को सत्य देखना है तो जितने भी कथा वाचक मैढक है जितने भी संत समाज है सभी लोग परम पूज्य सद्गुरूदेव श्रीशक्तिपुत्र महाराज जी की चिनौती स्वीकार करो तब मेरी समझ मै आयेगा। मैढक
@BMKS.PATERA स्विकर है अगर दम हो तो एक बार प्रेमानंद जी महाराज के सामने बेथ कर दिखा वो राधा राधा कहकर तुम्हे आसुवो से ना भीगा दे तो कहना,,,अरे आप भगवती की उपासना करते हैं तो करें लेकिन श्री जी के के खिलाफ़ अभद्र भाषा नहीं सहन करेंगे😡😡अगर उसने भगवती जी का साक्षातकार किया हो तो उसे हर जगह,,हर जीवो के अंदर भगवदी ही दिखती है लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है,,,राधा रानी की कृपा से उनकी बुद्धि शुद्ध हो,,, उसकी दुर्गति तय है😡😡
@@satyanarainmeena4164 बिल्कुल सत्य ! इस आदमी को कोई आध्यात्मिक दर्शन हो ही नहीं सकता ! इस तरह का धर्मद्रोह करने वाला ! शास्त्रों में वर्णित श्री राधा जी के विषय में अनर्गल ओह ! लोग कैसे इसकी बातों को सुनने जाते हैं ????
राधा रानी को देखने के लिए घमंड नहीं प्रेम की आंखे चाहिए।जो भगवती को देख सकता है क्या वह आज तक राधा तत्व से अनभिज्ञ रह सकता है।शक्ति तत्व तो एक ही है बस नाम अलग अलग है।आपके भगवती के साक्षात्कार पर भी संदेह ही है। है।हमारी करुणामयी को करुणा और प्रेम की आंखों से निहारो ,अभी तो आप में अहंकार है।जिसके प्रकाश से कोटि दुर्गा प्रकट होती है ।तुम उनको इतनी आसानी से देख सकते हों। देखने की शक्ति न होने पर उनको नकार सकते हो।वह तुम्हारी इच्छा से नहीं अपितु अपने इच्छा से अपना साक्षात्कार कराती है।
पहले पूज्य गुरुदेव जी के चिंतन को सही सुना करें गुरुदेव जी ने एक भी बार राधारानी का शब्दों के माध्यम से अपमान नहीं किया है पहले गौर से चिंतन सुना करें और समझे फिर कमेंट्स करें
Baba se bole durga saptashati padhe usme likha h jagat me jitni women h sab durga maa h radha maa bhi durga hi h aisa bol k durga maa ka aapman kar rahe jo radhey maa ki izzat n kar sakta wo hindu women ka izzat kya Karega
@chandrikachandrawanshi7077 अपार प्रसन्नता है आपकी भाषा शैली देखकर की कम से कम मेरे गुरु ने प्रत्येक गुरु का आदर भाव सिखाया है किसी के लिए ऐसी अशिष्ट भाषा का प्रयोग कभी नहीं सिखाया👍
इलाज करवाना है तो धर्म परीक्षण करने से क्यों पीछे हट रहे हैं शक्तिपुत्र जी ने विश्व अध्यात्म जगत को साधनात्मक तपबल की चुनौती दी है। किसी गर्व घमंड पर नहीं। यही वह मार्ग है जिससे धर्म की रक्षा हो सकती हैं। सत्य को जानने का प्रयास कीजिए। जय माता की जय गुरुवर की।
तू क्या इलाज करेगा तेरा इलाज तो हम कर देंगे तुझे धर्म के बारे में पता ही क्या है सत्य है अगर अगर किसी ने राधा रानी को देखा है तो परम पूज्य सद्गुरुदेव भगवान श्री शक्तिपुत्र जी महाराज का सामना करने से क्यों डरते हो सामना करें
लड़ाई केवल हथियारों की ही नहीं होती, सत्य को स्थापित करने की भी होती है। अगर पूरी दुनिया आपके हिन्दुत्व को स्वीकारे तो आप उन्हें कौनसा पूर्णता का मार्ग देंगे वह भी पहले से सुनिश्चित होना चाहिए।। क्या उन्हें बागेश्वर, पण्डोखर के हिसाब से "पर्चा बनाने वाला बाबा" बनने का मार्ग बताएंगे? या भक्ति तप का ऋषि मुनियों देव पुरुषों का मार्ग? क्या उन्हें बता पाएंगे कि अगर हम ऋषि मुनियों की बातें करते हैं तो ऋषि बनने का मार्ग कौन है, सृष्टि की रचयिता पूर्ण प्रकृति कौन है।। आप कैसे हिन्दुत्व में विश्व को ढालना चाहेंगे इसकी तैयारी भी आपको रखनी होगी। दूसरों से किसान जिस जमीन के लिए लड़ता है लेकिन अगर उसके अपने घरवालें ही उस जमीन में जगह जगह गड्ढे करने में लगे हों तो उन्हें कठोरता से रोकना या दंड देना भी आवश्यक है। क्योंकि उन चंद ढोंगियों मूर्खों बेइमानों के कारण आने वाली अनेकों पीढ़ियों को दोबारा पतन का मार्ग नहीं देना। अगर धर्म की रक्षा करनी है तो दुश्मनों से निबटने के साथ साथ हमें अपनों को पुनः जड़ों से जोड़ना ही होगा नहीं तो फिर कुछ वर्षो बाद वही।स्थिति आ जाएगी
😡😡😡 कोरोना के बाद बहुत सारे लोगों का दिमाग़ ख़राब हो गया है ! खुले आम ये व्यक्ति पापपूर्ण वक्तव्य दे रहा और कोई अवरोध नहीं ! 😡😡😡 कैसे लोग इसकी अनर्गल बातें सुन रहे हैं - आश्चर्य !!!
@@shivkumartiwari1203 फिर किसी भी धर्म ग्रन्थ में उनका वर्णन क्यों नहीं है । और उस प्रेम से आज पूरे समाज को वासना में धकेल दो यही आज के कथावाचक कर रहे है । इसी बात की पीढ़ा हैं कि लोग आंधी दौड़ रहे है
Krishna ji gokul se mathura 12 varsha ki umra me chale gaye the fir vo kabhi gokul nahi gaye .fir vo radha se kahan mile . Radha ke vishy me bhagwat me bhi nahi hai to radha aayi kaha se Krishna ji ko badnam karne ke liye ye kahaniya dharma dro 5:17 5:17 hiyon ke dwara rachi gayi.
♥️🙏🕉️ जय श्री कृष्णा श्री राधे राधे 🕉️🙏♥️❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤♥️🙏🕉️🔱 जय श्री राम 🔱🕉️🙏♥️ ♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️ ♥️🙏🕉️ जय श्री कृष्णा श्री राधे राधे 🕉️🙏♥️❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
वैसे तो सभी एक ही है इनमें कोई भेद नहीं करना चाहिए! क्योंकि मैं भी मां का परम उपासक हूँ, फिर भी बेशक माँ जगत जननी जगदंबा स्वयं ब्रम्हांड की आदिशक्ति है! परन्तु आपको राधा जी के प्रति ऐसी नीच सोच भी नहीं रखना चाहिए! कभी गोपाल सहस्रनाम का पाठ किया है...??? जो श्री राधा और कृष्ण के नाम में भेद कर्ता है वह महाघोर नरक पातकी होता है! ऐसा स्वयं भगवान शिव ने इसकी फल श्रुति में कहा है, क्योंकि माँ जगदंबा ब्रम्हांड की आदि शक्ति है, तो स्वयं श्री राधा ब्रम्हांड की आल्हादिनि शक्ति है!
तुम्हारी कई पीढ़ियों तुमको धिक्कारेंगी। के तुम एक ऋषि की आवाज को नहीं समझ पाए। उन्होंने विश्व अध्यात्म जगत को साधनात्मक तपबल की चुनौती इसलिए नहीं दी है कि उन्हें मान सम्मान चाहिए। बल्कि आज यही वह मार्ग है जिससे धर्म रक्षा हो सकती हैं। आप राधा रानी को मानिए भगवान कृष्ण को मानिए कोई बुराई नहीं हम भी मानते हैं। लेकिन सृष्टि की रचयिता मत कहिए।
शिव और शक्ति को तू अलग कैसे कह रहा है नीच प्राणी............................ जगत जननी माँ अम्बा है, वही सती है वही प्रकृति है वही माँ काली है वही माँ शेरावाली है अगर तुझ को ये सब अलग-अलग दिखती है तो नीच प्राणी तेरी बुद्धि गलत है ((विनाश काले विपरित बुद्धि)) हे ईश्वर इसकी बुद्धि को सही दिशा में लाना 🕉️
श्री राधे। प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं होती। सारी उम्र माता रानी की उपासना की है। ।उन्हीं माँ के नवरात्र मे माता भगवती जगदंबा ने स्वयं राधा नाम मुझे दिया। ।राधा रानी इस इंसान पर भी कृपा करे। क्योंकि हमारी माई श्यामा जु तो किसी पर क्रोध नहीं करती। करूणा करती नहीं बरसाती है। राधा रानी -राधा रानी -राधा रानी ।
अरे पहलेही हिंदुओमे सनातनीयोमें आपस मे झगडे है ऊसमे और फुट डालकर पापुलर होने की कोशिश मत करो. शिवस्य ह्रदये विष्णु विष्णुस्य ह्रदये शिवः. कुछ दिन पहले आप और पंडोखर सरकार से झगडा हुआ था. साकार निराकार दोनदा सन्मान है.
महाराज के कहने का भावार्थ यह है कि,माँ राधा,सीता,लक्ष्मी,दुर्गा का स्मरण करो कोई बात नही है लेकिन हमेंशा अपने पौरुष आत्मबल को बनाये रखो, न ये सोचो कि माँ या भगवान सीधे मदद करने आएंगे, और जो संत लोग नाच कराते हैं वो अच्छा नही लगता ये कटुसत्य है!! याद कीजिये सोमनाथ मंदिर पर इतने ब्राह्मण थे कि वो आत्तातई यवन राजा की सैना पर गिर ही जाते, वो मंत्र रटते रहे कोई पुरुषार्थ नही किया!! और सोमनाथ मंदिर लुट गया!!🙏🙏
Radha rani is Krishna, Krishna is Radha rani, Radha rani is my breath, Radha rani is life, Life is Radha rani.
❤❤❤Jai Shree Radhe❤❤❤
जयश्री रुक्मिणीकृष्णा। राधे राधे
राधा रानी और प्रभु श्री कृष्ण एक ही है यह हमारी प्रभु रूप है जो राधा नाम का जब करता है उसका सुमिरन करता है नाम ही एक दिन उसे प्रभु से मिला देता है जयश्री कृष्ण
जय हो मां राधा रानी जी
जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिनतैसी
ईश्वर आपकी बुद्धि को शुद्ध करें
परम पूज्य सद्गुरूदेव श्रीशक्तिपुत्र महाराज जी ने राधा मा को गलत नही कहा तुमारी सोच गलत दिशा मै जा रही है। परम पूज्य गुरुवर जी से जाके बात करे गुरुवर श्री ने कहा है जिस को समझ ना आये वह मुझसे आके मिले मै सब बता दूगा 🙏🙏🚩
सब नाम प्रभु के ही हैं प्रभु को ही अर्पण हैं। फ़िर भाव से उन्हें चाहे राधा कहो या उन्हीं का दिव्य रुप भगवती।
कृष्ण कहो या राम, 🌻🌻🌻
बस भक्ति मे मज़ा आनंद आना, विश्वास होना अत्यंत आवश्यक है
एक बार ब्रह्मवैवर्त पुराण पढ़ें खासकर श्री कृष्ण जन्म से सम्बंधित
और आपकी राधा ने श्री कृष्ण को लम्पट वैयभिचारी कहा
@@योगेश्वरश्रीकृष्ण ek baar apna sabse gapod raddi sathyarth prakash pad le wha niyogi dayananad surgery kar rha hai
Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe ji
जय श्री राधे,हे पराअम्बा श्री राधा इस संत पर कृपा करके इनके अंदर रस और प्रेम भरे और इनके अज्ञान को दुर करे
जय हो प्रेमानंद महाराज की जय हो
राधा राधा राधा राधा राधा कहो पता चल जाएगा 🙏🙏🚩🚩
कालनेमी जी , तुम अपनी वाणी को लगाम लगाओ
कॉल नमी तो तू है
@@hukamsingh1506Wo to pata chal Raha hai aapko dekh kar
Radhe radhe 😊
@@hukamsingh1506Hukam ke gulaam ji radhe radhe
आपने जिन भगवती का दर्शन किया है उन्ही में हम सभी राधा रानी का दर्शन करते हैं
श्रीकृष्ण चन्द्र परमात्मा की आज्ञा से वह देवी प्रकृति 5 प्रकार की बन गईं। देवी भागवत 9.1.12-13)
भगवती का पाँचवाँ स्वरूप देवी श्रीराधा, परमात्मा श्रीकृष्ण को प्राणों से भी प्यारी हैं। देवी भागवत 9.1.44)
माँ दुर्गा परमात्मा कृष्ण की परम भक्त हैं। (देवी भागवत 9.1.92)
राधे राधे🙏🏻🥰
@@vikashvaibhav-h9n श्री राधे🙌🏻
@@vikashvaibhav-h9n
लगता है राहु के प्रभाव से दिशा भ्रमित हो गए हो...
मां दुर्गा पार्वती आदिशक्ति की रूप है शिव शक्ति...
भागवत , महाभारत में कही भी नहीं राधा शब्द है ...
बताओ राधा ने संसार के लिएक्य किया है ।
@@rkreducation1009 आप पहले यह बताओ कि आप देवी भागवत को मानते हो या नहीं ।
माता भगवती के चरणों के एक अंश में हजारों कृष्ण और राधा समा जाएगी इस वचन को याद रखना यह एक ऋषि का वचन है जो पूर्ण प्रकृति से एकाकार हैं। जिनको योगीराज श्री शक्तिपुत्र जी महाराज की बातें बुरी लगती है वह उनकी तपस्यात्मक बल का सामना करें नानी नाना सब याद आ जाएंगे समझे नपुंसको
माँ भगवती ही राधा हैं।
कैसे संत हो भगवती के राधा स्वरूप को नहीं पहचान सके।
आर्य समाज की जय
शूर्य और तारा में अंतर होता है जो ऋषि को संत बोले अंतर ना समझे वो खुद मूर्ख है भगवती जगदंबा के चरणों में हजारों राधे रानी समा जायेंगी
Radhey Radhey
कैसे भगवती राधा है ?
जगदम्बा पूजनीया हैं परन्तु किन्ही संत ने भगवती को कुछ गलत कह दिया है तो सीधे भगवती राधा पर कटाक्ष करना गलत है।
जय भगवती
जय श्रीराधे
Mere premanand maraj ki jay or inki budhi radha rani sudh kare
जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूर्त देखी तिन तैसी
हां तो फिर उन हिन्दुओ पर क्यों चिढ़ते हो जिन्हे
मुर्दो की मजार और चर्च में प्रभु दीखते हे ,
आप जिस भावना की बात करते हो वो तब के लिखे ग्रंथो में हे जब ये राक्षसी मजहबी वाले नहीं थे ,
कुछ कहने से पहले वर्तमान भी देख लीजिये
ज्ञान का अभिमान हो जाना ही , मूर्खता की पहचान है,
श्री राधे राधे
सच को सच नहीं बोलोगे तो वह सबसे बड़ा पाप इसमें ज्ञान के अभियान वाली कोई बात नहीं है
सत्य सबको कड़वा लगता है मीठी मीठी बाते करके धर्म का मजाक बना दिया है
@@kaushalyogi5229यह सच है वो जो लाखों लोगों को वृंदावन में राधा रानी की अनुभूति होती है वो सब बेवकूफ एक आप और एक आपके बाबा ज्ञानी बचे है इस धरती पे😂😂😂😂😂😂😂
@@Rachna-d4n-b8qसबसे बड़ा मजाक यह बना रहे है जिसका जो आराध्य है वो अपना जप रहा है इनको क्या दिक्कत है यह अपना जपे तू अपना जप मै अपना जप करूंगा😂😂😂😂😂
आप जब चाहो तब देख सकते हो लेकिन प्रेमानंद जी महाराज हमेशा राधा रानी के साथ ही रहते है
@@namobhardwaj73tum Shri Radha ko siddh kroge? Tum kya unhe koi siddha nhi kr skta
@@vaishnavigarg2068 😂 funny
@@namobhardwaj73Tum hi log siddh karke dikha do ki koi Radha Naam ki Shakti nahin hai is brahmand par..... Pata nahin aap logon Ko maa aadhe se itni Dushmani kyon hai
श्रीकृष्ण चन्द्र परमात्मा की आज्ञा से वह देवी प्रकृति 5 प्रकार की बन गईं। देवी भागवत 9.1.12-13)
भगवती का पाँचवाँ स्वरूप देवी श्रीराधा, परमात्मा श्रीकृष्ण को प्राणों से भी प्यारी हैं। देवी भागवत 9.1.44)
माँ दुर्गा परमात्मा कृष्ण की परम भक्त हैं। (देवी भागवत 9.1.92)
व्रजमण्डल में राधिका देवी व कृष्ण का अवतरण एवं महामाया के आशीर्वाद से कलियुग में भारतवर्ष में कृष्ण का गुणगान एवं कीर्तन। महामाया काली के आशीर्वाद से राधिका देवी को कृष्ण नवाक्षरी मंत्र की प्राप्ति एवं वासुदवे द्वारा भी सतत् राधा राधा पराक्षर का चिन्तन।
यह जो व्रजमण्डल है ये केशपीठ है यहां भगवती के केश गिरे थे। इसकारण य स्थल अत्यन्त पवित्र है। यहीं
दशावतारों जिनके नख से उत्पन्न होते हैं ऐसी भगवती त्रिपुरसुन्दरी की परिचारिका पद्मिनी राधिका देवी के रूप में महापीठ मथुरा में अवतरण किया। इसी महापीठ पर महामाया दुर्गा भगवती कात्ययनी रूप में सदा अवस्थित है, जिनकी राधिका देवी सदा पूजन करती थी। यही राधिका देवी कृष्ण की परम प्रयेसी हुयी।
आविरासीन्महाविष्णुस्त्रिपुरापदपूजनात्।
तदनन्तर वहीं भाद्रपद मास की कृष्णाष्टमी को महाविष्णु वासुदेव त्रिपुरसुन्दरी की पदसेवा के प्रताप से आविर्भूत हुये।
कृष्ण ने कामरूप योनिपीठ पर महाकाली के 1 लाख मंत्रों का पुरश्चरण किया। तत्पश्चात जालन्धरपीठ जहां देवी के स्तनद्वय गिरे थे वहां 1 लक्ष जप किया। तत्पश्चात पूर्णागिरी जाकर चण्डी की आराधना की। वहां भी 1 लक्ष जप किया। पद्मिनी राधिका जी की देहयष्टि में मूलदेवी का पूजन किया। 7 पीठों पर 7 लक्ष जप करके सिद्धि प्राप्त की तत्पश्चात कौलमार्ग का अनुगमन किया। कौलमार्ग से पूजन एवं नाना तपश्चर्याओं से भगवती महाकाली प्रसन्न हुयी एवं आविर्भूत होकर बोली -
वरं वरय रे पुत्र यत्ते मनसि वर्तते।
हे पुत्र कृष्ण तुम्हारे मन में जो वर की इच्छा हो मांगो।
कृष्ण ने कहा कि हे देवी आपने हमें दर्शन दिया अत: मैं आपको प्रणाम करता हूं। जब आप मेरे सम्मुख आविर्भूत हो गयी तब इस भुवन में मेरे लिए कुछ भी असाध्य नहीं।
देवी कहती हैं कि कलियुग में भारतवर्ष में तुम्हारी कीर्ति प्रचारित होगी। लोग तुम्हारे गुणगान का कीर्तन करेंगे। यह कहकर महामाया अन्तरर्ध्यान हो गयी।
तत्पश्चात पद्मिनी की सेवा से प्रसन्न हो काली ने राधिका देवी को जो कहा वह सुनो। काली ने कहा हे पद्मिनी राधिका मेरा वाक्य सुनो। हे प्रिये! तुम कृष्णकार्य साधिका दूती हो। हे पद्मिनी तुम दूती बनकर व्रज में निवास करो, सदा त्वं दूतिके राधे व्रजवासी भव ध्रुवम्। कृष्ण गोविन्द के मध्य तुम शक्तिरूप हो।
तत्पश्चात महामाया ने राधिका देवी को कृष्ण का नवाक्षर मंत्र प्रदान किया। वरदान भी दिया कि वासुदेव भी सर्वदा राधा राधा इस पराक्षर का चिन्तन करेंगे।
मां राधा-रानी ही सत्य है......सनातन है।
आपका अभिमान ही आपके लिए श्राप है इसलिए संत समाज आपको संत नहीं मानता 👈
Ye sant nhi ek
Tapasvi ऋषि hai 😊
Esme abhiman ki kya bt h
Yah bevkuf sant ho hi nahin Sakta agar Radha Ko Shakti ka ansh mante Hain to Radha Naam ka apman kar rahe Hain aur Shakti ka viman kar rahe hain
Guruji mein aapka niradar nhi kr sakta lekin mein itna jaanta hu radharani jagat ki maa hei RadheRade🙏🌹
जय श्री राधे राधे राधे राधे राधे राधे राधे मां
श्रीमान तत्व की दृष्टि से सभी एक है। यदि भगवती आदि शक्ति है तो महादेव भी आदिदेव है। श्री सीताराम 🙇🙏
@@Hanudaas श्रीमान महादेव और भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा जी के जननी जगदंबे मां ही है इसलिए पुत्र की मां की उनकी पत्नी कहना इससे बड़ा अपमान मां भगवती का और कुछ नहीं हो सकता
❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ जय राधा श्रीराधा श्रीराधा जयराधा ❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ जय राधा श्रीराधा श्रीराधा जयराधा ❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ जय राधा श्रीराधा श्रीराधा जयराधा ❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ जय राधा श्रीराधा श्रीराधा जयराधा ❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ जय राधा श्रीराधा श्रीराधा जयराधा ❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ जय राधा श्रीराधा श्रीराधा जयराधा ❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ जय राधा श्रीराधा श्रीराधा जयराधा ❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ जय राधा श्रीराधा श्रीराधा जयराधा ❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ जय राधा श्रीराधा श्रीराधा जयराधा ❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ जय राधा श्रीराधा श्रीराधा जयराधा ❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ जय राधा श्रीराधा श्रीराधा जयराधा ❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ जय राधा श्रीराधा श्रीराधा जयराधा ❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ जय राधा श्रीराधा श्रीराधा जयराधा ❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ जय राधा श्रीराधा श्रीराधा जयराधा ❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ जय राधा श्रीराधा श्रीराधा जयराधा ❤❤❤❤❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ जय राधा श्रीराधा श्रीराधा जयराधा ❤❤❤❤❤
यह सभी का बुराई करता रहता है।इसका और कोई काम नहीं।आज तक किसी का भला नहीं कर पाया।नेतागिरी में लगा है।यह चुनाव लड़ेगा नेता बनेगा।लगता है इसका विनाश काल नजदीक है।😅😅😅😅😅
तेरा चिंता असुर के तरह हॆ तुझे अहंकार हो गया हॆ और तेरा विनाश निश्चित हॆ
राधा राधा तू देखते जा राधा नाम की महिमा 📿🪬
Radhe radhe ❤️ 🙏🏻
🤔
Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe Radhe 🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
ब्रह्मवैवर्त पुराण पढ़ें फिर राधा राधा नाम लेना भुल जायेंगे वहां श्री कृष्ण व राधा का वैयभिचारी दिखाया गया किस प्रकार श्री कृष्ण संभोग करते हैं
@@योगेश्वरश्रीकृष्ण यह कोई पुराण नहीं है
राधा रानी आप नहीं सोच सकते वह चीज है सबकी मां है राधा रानी
प्रेमा नंद जी महाराज अपना परिक्षण करवाये और परम पूज्य सद्गुरूदेव श्रीशक्तिपुत्र महाराज जी की चिनौती स्वीकार करे हम सभी प्रेमा नंद जी महाराज का सम्मान करेगे नही नही तो उससे बडा पाखंडी कोई नही 🙏जय गुरुवर की जय माता की 🙏🙏🚩
Are bhai kyu jyada bolte ho aap bataiye kya kiya hai radha rani hai smje phle aatma ka gyan le uske baad aa samaj mai smjhe शक्ति पुत्र जी भगवान द्वारा हर पाखंड का पर्दाफाश करते है
आप स्वयं दिग्भ्रमित हैं भगवती श्री दुर्गा प्रकृति स्वयं राधा जी हैं देवी भागवत पढ़ें ।
परब्रह्म श्री कृष्ण की आह्ललादिनी शक्ति हैं श्री राधा जी!
राधा जी ने पूरे ब्रह्मांड को धारण कर रखा है ।
Lgta hi apko ki esko Devi Bhagwat ka gyan hi?
Tabhi to Sita, Radha, Bhagawati me bhhed😂 krrha
@@indranilsen302 मैंने भेद कब किया भाई मैं मां दुर्गा और राधा जी को एक ही मानता हूं कमेंट को ढंग से पढ लिया करो।
पूरे ब्रह्माण्ड को धारण करने वाले तो विराट पुरुष याने गर्भोदक सायी विष्णु हैं। जो श्री राधा - कृष्ण के संयोग से आविर्भूत हुए हैं।
You are wrong , Bhagwati ka Dura roop h Shri Krishna or Shree krishna ke Vaam aang se Radha ji ka prakatya hua h , Theek se Padna Devi Bhagwati, He is The Right Person
@@jaimini9107 ये दिग्भ्रमित नहीं , विक्षिप्त स्थिति में हैं !
माँ तो माँ है चाहे माँ जगदंबा चाहे माँ राधा तुम होते कोन हो उनमें भेद करने वाले...अपने ज्ञान को सार्थक करो केवल हाईलाइट होने के लिए मेरी श्री जी के बारे में कुछ भी न बोलो।
सबसे बड़ा पाखंडी वो होता है जिसने दूसरे के आराध्य को गलत बोलता है।राधे राधे🙏🙏🙏🙏🙏
Hmare pyare gurdew sri Premanand ji
Meri pyari shree jii me param karunamayi kripamayi radha rani sarkar ki jay❤
Jai shree Radha Maiya ki Jai
श्रिकृष्णो जगातां तातो जागानमाताच रधिका
पितु: सतगूनामाता बन्द्या पूज्या गरियसी .
नारद पंचरात्र (2.6.7)
शिवजी पार्वती माता से कहते हैं ब्रह्मांड की माता तो श्री रधिका हे और पिता श्रिकृष्ण हे परंतु पिता से माता श्रीरधिका जी सौगुनी बांदनिय,पूजनिय तथा अत्यंत श्रेष्ट हे .
Jai shree Radha
Jay shree radha rani
Accha munnaa le see
Rhada dash of Durga
नमस्त्रिपुरसुन्दर्यै।।
कटाक्षकिङ्करीभूतकमलाकोटिसेविता
श्रीमाता का, राधा और लक्ष्मी जैसे करोड़वे दासिया सेवा करती रहती है।
~ब्रह्माण्डपुराणम्।।
दासोऽनुचरीन्दिरा शची सरस्वतीं वा सुभगा ददिर्वसु
श्रीमाताके शची, सरस्वती, राधा और लक्ष्मी आदि दासिया है।
~नारदपुराणम्।।
त्रिपुरायामहेशानिराकिण्यनुचारिणि- राधिकात्रिपुरादूतीकृष्णकार्यकरीसदा
श्रीमातात्रिपुरासुंदरी महेश्वरीके किंकर अर्थात् सेविका, त्रिपुरसुंदरीमाता की, राधाजी सन्देश वाहक है।
~राधातन्त्रम्।।
पुरन्दरपुरन्ध्रिका चिकुरबन्धसैरान्ध्रिकाँ पितामहपतिव्रतापूतपतिरचर्चताम् मुकुन्दरमणिमणिलसदलङक्रियाकारिणीं
राधा बोली ! मैं ध्यान के दौरान उस अंबिका के बारे में सोचता हूं, जो केसर से अपना श्रृंगार करती है, जिसकी लटों में कस्तूरी की सुगंध है, जो हर किसी को सौम्य मुस्कान के साथ देखती है,
जिसके पास धनुष, बाण, पाश और अंकुश है, जो कम से कम प्रयास में सभी को मोहित कर लेती है, जिसका वस्त्र लाल गुड़हल से सुशोभित, जपा पुष्पों से सुशोभित जो चमकता है
~त्रिपुरसुन्दर्याष्टकम् श्लोक ८
।।जय श्रीपराशक्ति।।
@@Supreme_of_God_SADASHIV
Jai shree Radha Maiya ki
Jai Gouri Shankar Mahadev ki Jai
Jai durgati nasini Durga Mata ki Jai
Pranam Prabhuji
Mata to Mata hoti he chahe Mata RADHA ho ya Mata Durga. Wohi Adi sakti Adi Mata parameswari he. Na koi bada na koi chota he
Mata to ekhi he chahe Radha,Durga Kali Jo bhi rup ho
Kalnemi rakshas ki Putra Harsan aur Marsan ko Hari kavach se surakshit the koi bhi Devi aur Devta parasta
Na kar sake to sare Matru sakti MAA Kali adi bhayankar yudh kia phir bhi yudh chalta raha. Swayam Bhagwan Sadashiv ne Golakeswari Mata Shree Radha ki Stuti Kiya. Mata shree Radha ne dono rakhsas ka vadh Kia aur Mukti dia.Bramand ko kast se Mukti Mila.
प्रकृतिस्त्वाद्या राधिका कृष्णवल्लभा ।।
तत्कलाकोटिकोट्यंशा दुर्गाद्यास्त्रिगुणात्मिकाः तस्या अंघ्रिरजः स्पर्शात्कोटिविष्णुः प्रजायते ।।
- पद्मपुराण, खण्डः 5 (पातालखण्डः), अध्याय 69, छंद (117-118)
श्री कृष्णवल्लभा श्रीराधिका ही आद्याप्रकृति हैं। उन राधिका के कोटि-कोटि कलांश से ही त्रिगुणमयी दुर्गा आदि देवियों का प्रादुर्भाव होता है। उन राधिका के पद-रज स्पर्श से करोड़ों विष्णुओं का (व्यापक-पालक-शक्तियों का) उदय हुआ करता है।
Jai Ho Matru sakti ki.
@@Rasmiranjan52yahi sab hi tumhare murkhta hein koi ek puran ya ved ek jeisa nahi hota jao devi bhagwatam padho radha durga ek hi hei par durga kisike ansh nahi na hi radha se utpati hui hei wo ajanma hein tum logo ke isi mukhta or mata jagatjanani jo swayam adiparashakti mata durga ko nicha dikhate ho isliye unke krodh ka karan ho tum log
@@Supreme_of_God_SADASHIV radha rani ke sevika lalita devi or lalita tripura sundari mein bahot fark hein wese durga or radha ek hi saman hein mata durga jagatjanani jagdamba sarweswari kisike ansh nahi na hi radha unke ansh hei sab ek saman hei
आप कहते हो की माँ दुर्गा भगवान शिव जी की पत्नी नही है तो यहाँ पर माँ दुर्गा के आरती मे क्यो लिखा है महाराज जी -
ब्रम्हाणी रुद्राणी तुम कमलारानी
आगम निगम बखानि तुम शिव पटरानी ।
ओम् जय अम्बे गौरी मझ्या जय श्यामा गौरी ।
दूसरा बात की कर्मकाण्ड मे भगवान शिव जी को कुछ भी समर्पित करते है तो
श्री भगवते साम्बसदाशिवाय नमः अमुक( जलम्, पुष्पं इत्यादि) समर्पयामि कहते है तो इसका अर्थ क्या हुआ बताइये ।
आजकल.. प्रसिध्द होने के कई विकल्पों मे से एक यह भी है... राधे राधे
ऐसा नही है
Aapka gyan adura hai
@@kishorshitole3820 प्रसिद्ध नहीं ज्ञान करा रहे है अगर नहीं तो जवाब दीजिए गुरुदेव के प्रश्नों का
परमहंस योगीराज श्री शक्तिपुत्र जी महाराज की जय
राधा रानी जी की जय हो
Jai mata ki jai guruvar kii
इसको फेमस होना है
इस लिए ग़लत बातें करता है
हमारे हिंदू धर्म की यही तो विडंबनाहै सबभेड़ चाल है आपस में ही लड़ने मरने के लिए तैयार हो जाते हैं पत्थर में भी भगवान है फिर चाहे राधा बोल कृष्ण बोलो राम बोलो हरि बोल❤❤❤❤❤❤ यही हिंदूधर्म है सबसे बड़ा धर्म दयाभाव❤❤❤
आपस में लड़ने मरने की बात नहीं है जो सत्य हैं उसको गहराई से समझे राधा रानी को मानिए सभी देवी देवताओं का सम्मान कीजिए सभी पूज्य है पर सृष्टि की रचयिता वही है जो अजन्मा है अविनाशी हैं। और वह है माता भगवती आदिशक्ति जगतजननी जगदंबा
जल्दी ये वीडियो प्रेमानंद महाराज की पास पहुंचाओ 😢
कुछ भी नहीं कर पायेंगे वो सनातन धर्म सत्य को सर्वोच्च मानता है एक बार ब्रह्मवैवर्त पुराण पढ़ो या तुम नास्तिक हो जाओगे या आर्य समाजी
@@योगेश्वरश्रीकृष्ण chal ye bata dyanand niyog putr tha ya nhi
@@योगेश्वरश्रीकृष्ण arya samaj ka iswar itna murkh kaise ho sakta hai sarv shaktiman hoke bhi sakar roop nhi dharan kar sakta
ब्रह्मावर्त पुराण की रचना मुगल काल में हुए है,, जिसे श्री कृष्ण ओर राधा के चरित्र को बहुत ही गलत तरीके से वर्णन किया गया है ,, मैं ब्रह्मवैवर्त पुराण को हिंदू धर्म का ग्रंथ नहीं मानता हु,,
जगत के पालनल हार भगवान श्री कृष्णा उनकी प्रिय है मेरी मां राधा रानी
ऋषिराज त्रिकालदर्शी हैं, और वही सत्य का ज्ञान करा सकते हैं।
माता आदिशक्ति जगत जननी जगदम्बें मां ही समस्त जीवों की जननी हैं।
जी एक बार भगवती मां के दर्शन कर लेता है वो कोई कथा नही करता ना ही किसी की निंदा करता उसका मन विरक्त हो जाता है एकांत वासी हो जाता है कभी किसी की भी निंदा नही करता ये प्रभाव होता है भगवती दर्शन का
जय मां भद्रकाली
आदि शक्ति जगदंबा ही शिव जी की शक्ति है और सारे ब्रह्माण्ड की भी शक्ति आदि परा शक्ति है
तुम जो भी हो जवाब जरूर देना
अगर माँ जगदम्बा को मान्ते हो जवाब देना *परम हंस योगी राज*
मां जगदम्बा पुजनीय है ये मैं मानता हू
लेकिन श्री राधा रानी पे इक गलत शब्द मत बोलना
जाओ शास्त्र अध्यायन करो पद्म पुराण पाताल खंड
वृंदावन चले जाना वाहा की रज बता देगी ध्री राधा कॉन है
अखिल ब्रह्मांड नायक परम ब्रह्म श्री कृष्ण की परम शक्ति है राधा
अपने जुबान को लगाम देना पहले जाओ किसी.वृंदावन के महान संत की सेवा करो तब पता चलेगा श्री राधा कॉन है
श्री हित प्रेमानंद जी महाराज को यूट्यूब में सुनो
समज आएगा
राधा कृपा कटाक्ष स्तोत्र स्वयं भगवान शंकर गा रहे तुम उनके लिये ऐसा बोल रहे हो
ब्रह्मा जी स्वयं जिन्की चार्नो का आशीष लेना चहाते है तुम उनके लिये ऐसा बोल रहे हो
भगवान परम ब्रह्म श्री कृष्ण जिनके चरण दबाते है तुम उनके लिये ऐसा बोल रहे हो
अहंकार.त्याग कर राधा राधा.पुकारो तब समज आए श्री राधा कौन है
अध्यात्म का थोडा ज्ञान ले कर आओ तब माइक में बोलना
पहले जाओ थोडा शास्त्र गीता जी.का अध्यन.करो.
अपनी बुद्धि को शुद्ध करो
बोल्ते हो की राधा जी को सिद्ध किसने किया है तुम अंबा जी को सिद्ध करना उनको कभी पुछना वही बता देगी श्री राधा कौन है
तब समझ आएगा तुमको
ऐसे कुछ likes and views laane ke liye ऐसा वीडियो मत बनाओ जाओ अंबा जी की तपस्या करो उनको ही पुछो कौन है श्री राधा.
जवाब देना जरूर योगी राज,,
🚩🙏 जय माता की जय गुरुवर की🙏🚩
अगर तूने सच में भगवती जी को देखा होगा तो तू श्री राधा रानी के विषय में ऐसा नहीं कहता,,,,बस अहंकार के लिए घूम रहा है,,,तू इस काबिल नहीं है कि तू राधा नाम भी ले सके....
बिलकुल सत्य कहा आपने
आप लोग मैढक की तरह टिर्राना बंद करो यदि आप लोगो को सत्य देखना है तो जितने भी कथा वाचक मैढक है जितने भी संत समाज है सभी लोग परम पूज्य सद्गुरूदेव श्रीशक्तिपुत्र महाराज जी की चिनौती स्वीकार करो तब मेरी समझ मै आयेगा। मैढक
@BMKS.PATERA स्विकर है अगर दम हो तो एक बार प्रेमानंद जी महाराज के सामने बेथ कर दिखा वो राधा राधा कहकर तुम्हे आसुवो से ना भीगा दे तो कहना,,,अरे आप भगवती की उपासना करते हैं तो करें लेकिन श्री जी के के खिलाफ़ अभद्र भाषा नहीं सहन करेंगे😡😡अगर उसने भगवती जी का साक्षातकार किया हो तो उसे हर जगह,,हर जीवो के अंदर भगवदी ही दिखती है लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं है,,,राधा रानी की कृपा से उनकी बुद्धि शुद्ध हो,,, उसकी दुर्गति तय है😡😡
🙏🙏 राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा
❤❤❤❤❤
माता आदिशक्ति जगत की जननी जगदम्बा है
Jai mata ki jai guruvar kii ❤
श्री राधे राधे जी 🎉🎉🎉🎉🎉
विनाश काले विपरीत बुद्धि!
सत्य है विनाशकले विपरीत बुद्धि इसीलिए तो कोई ऋषि की बात को आत्मसात नहीं कर पा रहा है
गुरु परम्परा बताइये बाबा जी की
राधा जी ने पंडित प्रदीप मिश्रा जी को नाक रगड़वा दिया। ऐसी है राधा जी। जय श्री राधे कृष्णा
@@satyanarainmeena4164 बिल्कुल सत्य ! इस आदमी को कोई आध्यात्मिक दर्शन हो ही नहीं सकता ! इस तरह का धर्मद्रोह करने वाला ! शास्त्रों में वर्णित श्री राधा जी के विषय में अनर्गल ओह ! लोग कैसे इसकी बातों को सुनने जाते हैं ????
जय श्री राधे कृष्णा
वह राधा ने नहीं उनके अंध भक्तों ने करवाया है
श्री राधे
राधा रानी को देखने के लिए घमंड नहीं प्रेम की आंखे चाहिए।जो भगवती को देख सकता है क्या वह आज तक राधा तत्व से अनभिज्ञ रह सकता है।शक्ति तत्व तो एक ही है बस नाम अलग अलग है।आपके भगवती के साक्षात्कार पर भी संदेह ही है।
है।हमारी करुणामयी को करुणा और प्रेम की आंखों से निहारो ,अभी तो आप में अहंकार है।जिसके प्रकाश से कोटि दुर्गा प्रकट होती है ।तुम उनको इतनी आसानी से देख सकते हों।
देखने की शक्ति न होने पर उनको नकार सकते हो।वह तुम्हारी इच्छा से नहीं अपितु अपने इच्छा से अपना साक्षात्कार कराती है।
इसके पास केवल अहंकार है, वही हंग रहा है
पहले पूज्य गुरुदेव जी के चिंतन को सही सुना करें गुरुदेव जी ने एक भी बार राधारानी का शब्दों के माध्यम से अपमान नहीं किया है पहले गौर से चिंतन सुना करें और समझे फिर कमेंट्स करें
आप वैद उठाकर देखाओ
#bhajanmarg
प्रेमानंद जी जिन सच्चिदानंद भगवान का जयकारा लगाते रहते हैं उन्हीं परम विराट ऋषि सच्चिदानंद भगवान के अवतार हैं परमहंस योगीराज श्री शक्तिपुत्र जी महाराज
जय माता की, जय गुरुवर की। 🙏🙏
Aawatar kuch nhi hota
Baba se bole durga saptashati padhe usme likha h jagat me jitni women h sab durga maa h radha maa bhi durga hi h aisa bol k durga maa ka aapman kar rahe jo radhey maa ki izzat n kar sakta wo hindu women ka izzat kya Karega
Bevkuf Bhagwan ke Avatar hote to Bhagwan ka hi majak kyon udate
Jay Shri Gurudev
अपने माता भगवती से ही पूछ लीजिये न महोदय ,की राधा रानी कोंन है
सिर्फ़ कृष्ण की प्रेमिका । इसके सिवा और कुछ भी नहीं ।
@@Bhola40-v1m कृष्ण का प्रेमी होना तुम छोटी मोटी बात समझते हो क्या?
@@Shivsutजाकर गुरु अंधरा, चेला खरा निरंध
अंधे को अंधा ठेलिया, दोनो कुप पड़ंत
@chandrikachandrawanshi7077 अपार प्रसन्नता है आपकी भाषा शैली देखकर की कम से कम मेरे गुरु ने प्रत्येक गुरु का आदर भाव सिखाया है किसी के लिए ऐसी अशिष्ट भाषा का प्रयोग कभी नहीं सिखाया👍
Geeta mein Bhagwan Shri Krishna ka Virat roop nahin dekha kya UN Bhagwan Shri Krishn Radha Rani unki Aaradhya sakti hai Radha Rani
“आद्या शक्ति स्वरूपाय परमाह्लदकारिणी,
समश्लिष्टम् उभयरूपम् राधा कृष्णम नमाम्यहम।”
राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा जय श्रीराधा
राधा जी के बारे में श्री ब्रह्मवैवर्त पुराण में विस्तार से लिखा है।
आप् के अहंकार का इलाज होना चहिये ज्ञानी भौकता नही और भौकने वाला ज्ञानी नही होता देवताओं के लिये तुम लोग लड़ोगे कौन सही कौन बड़ा
इलाज करवाना है तो धर्म परीक्षण करने से क्यों पीछे हट रहे हैं शक्तिपुत्र जी ने विश्व अध्यात्म जगत को साधनात्मक तपबल की चुनौती दी है। किसी गर्व घमंड पर नहीं। यही वह मार्ग है जिससे धर्म की रक्षा हो सकती हैं। सत्य को जानने का प्रयास कीजिए। जय माता की जय गुरुवर की।
तू क्या इलाज करेगा तेरा इलाज तो हम कर देंगे तुझे धर्म के बारे में पता ही क्या है सत्य है अगर अगर किसी ने राधा रानी को देखा है तो परम पूज्य सद्गुरुदेव भगवान श्री शक्तिपुत्र जी महाराज का सामना करने से क्यों डरते हो सामना करें
@yogshakti995 बडे हो जा बच्चे
Right
श्री राधे राधे 🙏 ईश्वर अापको सद्बुबुद्धि देनेका कृपा करे 🙏 अल्प ज्ञम अर्ध ज्ञान हि है जो यह सब करवाता है
Aao phir vrindavan pyare ho jaye phir sidhi baat. 😘
बहुत हि दुर्भाग्यपूर्ण हे ये vedio...
Radha radha radha radha radha radha radha radha radha radha radha ❤
महाराज ज़ी कोटि कोटि नमन, हम पीपल की पूजा करने वाले हैं, आपस में देवताओं के नाम पर लढ़ेगें तो, जेहादियों से कैसे लढ़ेगें एकता की ओर बढ़ना है जी
लड़ाई केवल हथियारों की ही नहीं होती,
सत्य को स्थापित करने की भी होती है।
अगर पूरी दुनिया आपके हिन्दुत्व को स्वीकारे तो आप उन्हें कौनसा पूर्णता का मार्ग देंगे वह भी पहले से सुनिश्चित होना चाहिए।।
क्या उन्हें बागेश्वर, पण्डोखर के हिसाब से "पर्चा बनाने वाला बाबा" बनने का मार्ग बताएंगे? या भक्ति तप का ऋषि मुनियों देव पुरुषों का मार्ग?
क्या उन्हें बता पाएंगे कि अगर हम ऋषि मुनियों की बातें करते हैं तो ऋषि बनने का मार्ग कौन है, सृष्टि की रचयिता पूर्ण प्रकृति कौन है।।
आप कैसे हिन्दुत्व में विश्व को ढालना चाहेंगे इसकी तैयारी भी आपको रखनी होगी।
दूसरों से किसान जिस जमीन के लिए लड़ता है लेकिन अगर उसके अपने घरवालें ही उस जमीन में जगह जगह गड्ढे करने में लगे हों तो उन्हें कठोरता से रोकना या दंड देना भी आवश्यक है। क्योंकि उन चंद ढोंगियों मूर्खों बेइमानों के कारण आने वाली अनेकों पीढ़ियों को दोबारा पतन का मार्ग नहीं देना।
अगर धर्म की रक्षा करनी है तो दुश्मनों से निबटने के साथ साथ हमें अपनों को पुनः जड़ों से जोड़ना ही होगा नहीं तो फिर कुछ वर्षो बाद वही।स्थिति आ जाएगी
😡😡😡 कोरोना के बाद बहुत सारे लोगों का दिमाग़ ख़राब हो गया है ! खुले आम ये व्यक्ति पापपूर्ण वक्तव्य दे रहा और कोई अवरोध नहीं ! 😡😡😡 कैसे लोग इसकी अनर्गल बातें सुन रहे हैं - आश्चर्य !!!
एक दिन सत्य को लोग समझेंगे एक समय आसाराम रामरहीम के भी तलवे चाटते थे जब उनका गुरुवर जी आवाज उठाते थे
@@DrSD-jr6trAsaram Ram Rahim ki Katar mein kahin tumhara Guru hi khada Na Ho jaye
सत्य कहा तुमने तुम भी उन्हीं दिमाग ख़राब बालों में एक हो किसी को जाने समझे बिना कुछ भी बोलना ठीक नहीं है
Jai mata di ❤
राधा जी ने कृष्ण से अलौकिक प्रेम किया है,जो कोई कर नहीं सकता है,
@@shivkumartiwari1203 फिर किसी भी धर्म ग्रन्थ में उनका वर्णन क्यों नहीं है ।
और उस प्रेम से आज पूरे समाज को वासना में धकेल दो यही आज के कथावाचक कर रहे है ।
इसी बात की पीढ़ा हैं कि लोग आंधी दौड़ रहे है
यह अहंकार में चूर मूर्खतापूर्ण बाते करता है।
@@pramodpundir381 meai aap se bat katana chahti hu
Kindly read original Ved ,aap ko pata chal jayee ga kon write hai kon अहंकारी .He is right
Krishna ji gokul se mathura 12 varsha ki umra me chale gaye the fir vo kabhi gokul nahi gaye .fir vo radha se kahan mile . Radha ke vishy me bhagwat me bhi nahi hai to radha aayi kaha se Krishna ji ko badnam karne ke liye ye kahaniya dharma dro 5:17 5:17 hiyon ke dwara rachi gayi.
आप वृंदावन आओ प्रेमानंद जी महाराज के पासआपकी सब समस्या पूर्ण कर रहे हैंपाखंडी
भगवान् इन्हे बुद्धि प्रदान करे
Tumhe satboodi de
शक्तिपुत्र जी महाराज की जय🙏🙏🙏🙏🙏
Jai shree radhe radhe
किससे झगड़ा करें
सब में उसी का नूर समाया
कौन है अपना,कौन पराया
सबको करें प्रणाम।।🙏🙏 राधे राधे
विनाश काले विपरीत बुद्धि राधा राधा राधा राधा राधा राधा राधा 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
♥️🙏🕉️ जय श्री कृष्णा श्री राधे राधे 🕉️🙏♥️❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤♥️🙏🕉️🔱 जय श्री राम 🔱🕉️🙏♥️
♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️♥️ ♥️🙏🕉️ जय श्री कृष्णा श्री राधे राधे 🕉️🙏♥️❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
Radha rani aapko sadbuddhi de
भगवान महाशिव सदाशिव आदि पुरुष परमात्मा है प्रथम पुरुष परमात्मा और उनकी शक्ति माता आदि परा शक्ति है
मुझे आपसे मिलना है प्रभु जय हो भक्त और भगवान दोनों की जय हो जय मां आदिशक्ति जगदंबे आपकी जय हो
Radhe Radhe ji
माँ सीता माँ राधा माँ लक्ष्मी माँ सरस्वती ये सब माँ आदि परा शक्ति के ही रूप है सब की जननी माता आदि परा शक्ति है
Radha radha
वैसे तो सभी एक ही है इनमें कोई भेद नहीं करना चाहिए! क्योंकि मैं भी मां का परम उपासक हूँ, फिर भी
बेशक माँ जगत जननी जगदंबा स्वयं ब्रम्हांड की आदिशक्ति है!
परन्तु आपको राधा जी के प्रति ऐसी नीच सोच भी नहीं रखना चाहिए!
कभी गोपाल सहस्रनाम का पाठ किया है...??? जो श्री राधा और कृष्ण के नाम में भेद कर्ता है वह महाघोर नरक पातकी होता है! ऐसा स्वयं भगवान शिव ने इसकी फल श्रुति में कहा है, क्योंकि माँ जगदंबा ब्रम्हांड की आदि शक्ति है, तो स्वयं श्री राधा ब्रम्हांड की आल्हादिनि शक्ति है!
RadheRadhe 🙏
सत्य वचन
तू एक अहंकारी है तेरा प्रवचन कोई महाँ मूर्ख ही सुनेगा जय श्री राधे
तुम्हारी कई पीढ़ियों तुमको धिक्कारेंगी। के तुम एक ऋषि की आवाज को नहीं समझ पाए। उन्होंने विश्व अध्यात्म जगत को साधनात्मक तपबल की चुनौती इसलिए नहीं दी है कि उन्हें मान सम्मान चाहिए। बल्कि आज यही वह मार्ग है जिससे धर्म रक्षा हो सकती हैं। आप राधा रानी को मानिए भगवान कृष्ण को मानिए कोई बुराई नहीं हम भी मानते हैं। लेकिन सृष्टि की रचयिता मत कहिए।
कौन सा धर्म रखा कर रहे है अपनी बड़ाई कराने झुंड इकट्ठा कर लिए धर्म रक्षा करनी है तो बांग्लादेश के हिंदुओं के लिए कुछ करके दिखाओ@@RamjiGumastaji
सत्य सुनने, देखने के लिए सत्य की निगाहे होना जरूरी है
जो तेरे पास नहीं है
श्री राधे श्री हरिदास श्री हरिवंश श्री बिहारी जी🙏🙏🙏🙏🙏
Jay Radha rani
Radha rani parmeswari hai radhe radhe
Mata parvati bhi
Shiva Shiva Shiva ❤
श्री राधा कृष्ण🙏
योगी नही है ये ,संत नही है ,मै पूछता हूं तु है कौन बे
Are babu teri to kya teri khandan bhi inka ek baal bhi nahi tedha kar sakta ,aur bata tu kitna bada sadhak hai
SRI radhey radhey
शिव और शक्ति को तू अलग कैसे कह रहा है नीच प्राणी............................
जगत जननी माँ अम्बा है,
वही सती है
वही प्रकृति है
वही माँ काली है
वही माँ शेरावाली है
अगर तुझ को ये सब
अलग-अलग दिखती है
तो नीच प्राणी तेरी बुद्धि गलत है
((विनाश काले विपरित बुद्धि))
हे ईश्वर इसकी बुद्धि को सही दिशा में लाना 🕉️
मां भगवती, देवों की भी जाननी है
दुर्गा चालीसा पढ़ा है क्या कभी
शिव योगी तुमरे गुण गावे, ब्रह्मा, विष्णु तुम्हें नित ध्याबे।
दुर्गा चालीसा नहीं पढ़ा तो ध्यान से एक बार पढ़ लेना
मंद बुद्धि इंसान
सब जानने के बाद में कमेंट किया करो।
Radha rani kon hai ye aap mata ji se puch sakte hai
Radhey radhey ❤️
जय हो मेरी लाडली जू मेरी प्राण हृदय राधे 🙏🙏🙏🙏🙏
Radhe Radhe ❤️🌸☺️
श्री राधे। प्रत्यक्ष को प्रमाण की जरूरत नहीं होती। सारी उम्र माता रानी की उपासना की है। ।उन्हीं माँ के नवरात्र मे माता भगवती जगदंबा ने स्वयं राधा नाम मुझे दिया। ।राधा रानी इस इंसान पर भी कृपा करे। क्योंकि हमारी माई श्यामा जु तो किसी पर क्रोध नहीं करती। करूणा करती नहीं बरसाती है।
राधा रानी -राधा रानी -राधा रानी ।
जी गुरुवर जय गुरुवर की जय माता की
जय माँ भवानी🚩
किसी की भी निंदा करना सबसे बड़ा पाप है। अभिमान सबसे बड़ा शत्रु है। और आप यह दोनों ही कार्य कर रहे हैं। आपको आत्म चिंतन की आवश्यकता है।
सत्य की आवाज उठाना सबसे बड़ा धर्म है , और गुरुवर यही कर रहे है।
निंदा नहीं कर रहे है उनको सही मार्ग रहे
और जो गलतियों को बता कर उनको सुधारता है वही सबसे बड़ा हितैषी होता है
ईश्वर तुझे सत्बुद्धि दे। श्री राधा
Ishwar tujhe sadhbuddhi de murkh tune aise insan ko gali di hai ki agar vo chahe to puri duniya hila ke rakh sakte h.
जय माता की जय गुरवर की 🙏🙏🙏🙏🙏
राधा और कृष्ण एक है बोलो राधे राधे 🙏🙏
जय राधा
अरे पहलेही हिंदुओमे सनातनीयोमें आपस मे झगडे है ऊसमे और फुट डालकर पापुलर होने की कोशिश मत करो. शिवस्य ह्रदये विष्णु विष्णुस्य ह्रदये शिवः. कुछ दिन पहले आप और पंडोखर सरकार से झगडा हुआ था. साकार निराकार दोनदा सन्मान है.
राधे-राधे जी ❤️🥰👏
Radhe Radhe Radhe Radhe Krishna radhe Krishna radhe Krishna radhe Krishna radhe Krishna radhe Krishna radhe Krishna radhe Krishna radhe Krishna radhe Krishna radhe Krishna radhe Krishna radhe Krishna radhe Krishna radhe Krishna
महाराज के कहने का भावार्थ यह है कि,माँ राधा,सीता,लक्ष्मी,दुर्गा का स्मरण करो कोई बात नही है लेकिन हमेंशा अपने पौरुष आत्मबल को बनाये रखो, न ये सोचो कि माँ या भगवान सीधे मदद करने आएंगे, और जो संत लोग नाच कराते हैं वो अच्छा नही लगता ये कटुसत्य है!!
याद कीजिये सोमनाथ मंदिर पर इतने ब्राह्मण थे कि वो आत्तातई यवन राजा की सैना पर गिर ही जाते, वो मंत्र रटते रहे कोई पुरुषार्थ नही किया!! और सोमनाथ मंदिर लुट गया!!🙏🙏