ये है हमारे भोजपुरी की असली ताक़त। भिखारी ठाकुर जी की समस्त रचनाएं हमारे लिए धोरोहर है। आपको तहे दिल से आभार कि आप उन रचनाओं को जीवंत रूप प्रदान कर रहीं हैं।❤
भोजपुरी के शेक्स्पियर के साथ ही साथ, इनकी रचनाओं के माध्यम से लगता है की यह एक समाज सुधारक भी थे। काश आज भी ऐसे महान विभूति हमारे बीच होते!! ऐसे विभूति की रचनाओं को समाज में रखने हेतु सह्रदय धन्यवाद।।
शानदार प्रस्तुति! जिस तरह से आपने इस गाने का अर्थ समझाया है, बहुत कम ही ऐसे कलाकार हैं जिन्होंने इस तरह गाया है इस गाने को। हृदय विदारक! ऐसे ही भोजपुरी के और सारे लोकगीतों को गाते रहिए। Thank you.
ये अवस्था केवल आर्थिक रूप से विपन्न और समाज के निम्न जातियों के परिवारों में होता था। एक समय का खाना भी जुगारना उनके लिए बहुत बड़ी बात थी। भोजपुरी गाईका देवी जो स्वयं छपरा की है उन्होंने बड़े ही शुद्ध उच्चारण के साथ और मार्मिक रूप से इस गीत को गाया है, जरूर सुनें ua-cam.com/video/yAHdLLSWCtc/v-deo.htmlsi=dAtHx4eMX-5hKFOx
भिखारी ठाकुर जैसा विल्क्षण प्रतिभा का धनी भोजपुरी क्षेत्र में न कोई हुआ है और न होने की उम्मीद है ऐसे महापुरुष युगों युगों उपरांत ही धरती पर अवतरित होते हैं
गावत घरी, गीत के बरनन कके राउर रोवल। ओ भाव के जियल.! सुन के आंख लोरा गइल। भिखारी बाबा के रचना के बारे में का कहल जाव, ऊहां के सगरी गीत आ नाटक स्त्री विमर्श पर बा।
एक स्वर, दो वाद्य यंत्र, और इनके प्रभाव से भींगती हजारों आंखें। नमन है आप तीनों को। मेरा विशेष प्रणाम स्वीकार करें दीपाली जी। जब कलाकार उस पीड़ा को खुद महसूस कर रहा हो तो श्रोताओं तक संदेश कैसे नहीं पहुंचे।
समाज को माननीय स्व भिखारी ठाकुर जी ने अपने माध्यम से हम सभी को सामाजिक स्तर जो बहुमूल्य रत्न दे गये हैं वो अतुलनीय है ।वे जीतने बडे कलाकार थे उतने शरीफ़ ईन्सान भी थे।उनको चरण स्पर्श कर रहा हूँ ।धन्यवाद ।
भोजपुरी के दो महान लेखक भिखारी ठाकुर, और महेंदर मिसिर इन दो महान व्यक्तियों ने भोजपुरी को जिस महान संगीत गीतों से भरा आजकल वो महानता चंद पैसों के लिए चोली और लहंगा उठा रही है।।
आपको सुनने का अवसर मेरी gf की बदौलत सम्भव हो पाया, उसको भोजपुरी समझ नहीं आती फिर भी ये साबित हुआ कि संगीत की कोई भाषा नहीं होती! भोजपुरी मेरी मातृभाषा है, भिखारी ठाकुर के गीतों को आपकी आवाज़ में सुन के गुजबम्प हो रहा। काश भोजपुरी में आपके जैसे और कलाकार होते🙏🏻 more power to you
दीपाली जी इस लोकगीत को पता नही मैने कितनी बार सुना हूं फिर भी इसे बार बार सुनने को दिल करता है और जब भी सुनता हूं हर बार आंखों से आसूं निकले लगाते है । एसे गीत लिख कर भिखारी ठाकुर जी अमर हो गए और उस रचना को आप गा कर उसे जीवंत कर दिया। आपका बहुत बहुत आभार।
Aap jroor bhut hi saaf dil ki hain jo artist k roop me itna behtareen prastuti de paai hain. Aapka interview kal dekha jisme aapne multi talented nhi multi tasking jaisa shabd use kia tha. Aapko dekh k bhut garv hota h. Sath hi ye sochne ko majboor ho jata hun ki jis jagah main hun whan aaj bhi aisa dekhne ko mil jata h kabhi na kabhi. Betiyon ka dard kaun samjhe. Kash sb betiyon ko aapke jaisa bnne ka motivation mil paye atleast.😊😊😊
बहुत मार्मिक चित्रण किया है आपने इस गीत के माध्यम से। आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं जी। धन्य है भोजपुरी भाषा, धन्य हैं भिखारी ठाकुर जी और धन्य हैं आप जैसे कलाकार। कोटि कोटि प्रणाम बहन।
अदभुत प्रसंग की अदभुत प्रस्तुति मन के तार झनझना गये आंखो से आंसू आना स्वभाविक है शानदार आवाज दिल से निकली आवाज अदभुत बोल गायिका जी को शत शत नमन ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😢😢
1:44 me jo bataya apne mera dil ro gaya ye sunkar. Im glad that Bhikhari Thakur ne ladki ke dil ki baat samjhi aur usey gaya. Kudos to him and you also.. u narrated so well ma'am.
भिखारी ठाकुर जी का लिखा हुआ गाना आपने मार्मिक शब्दों से गाना का रूप प्रस्तुत किया दिल को छू जाता है लिखने के लिए कोई शब्द नहींहै कोटि कोटि आपकोप्रणाम उम्मीद करता हूं भोजपुरी गायक गायिकाओं से ऐसा ही साफ सुथरा गाना ए
This is what is known as poverty. A father under severe oppressions this lyrics have been erupted out of the heart of the poet. Spontaneous overflow of thoughts.
हम भी तो उसी इलाके के ही हैं। एक दम्म से रूला ही दी,लगातार,अनकंसोलिबल
ये है हमारे भोजपुरी की असली ताक़त। भिखारी ठाकुर जी की समस्त रचनाएं हमारे लिए धोरोहर है। आपको तहे दिल से आभार कि आप उन रचनाओं को जीवंत रूप प्रदान कर रहीं हैं।❤
बहुत धन्यवाद, दीपक 🙏🙏
भोजपुरी के शेक्स्पियर के साथ ही साथ, इनकी रचनाओं के माध्यम से लगता है की यह एक समाज सुधारक भी थे।
काश आज भी ऐसे महान विभूति हमारे बीच होते!!
ऐसे विभूति की रचनाओं को समाज में रखने हेतु सह्रदय धन्यवाद।।
धन्यवाद, जीतेंद्र!
बहन ! भिखारी ठाकुर को जीवन्त करने केलिए इस भाई के पास धन्यवाद के अलावे कुछ न ही।
बहुत धन्यवाद 🙏
निःशब्द.....शब्द कम हैं भिखारी ठाकुर जी के लिए और उस पर आपकी मार्मिक प्रस्तुति....लाजवाब....
बहुत बहुत धन्यवाद 🙏 ❤️
@@DeepaliSahay ❤
😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊😊
😅😊
Bahut hi marmol aur samaj ka darpan hai ,ldki jb bdi hoti hai tb unke maa baap ghabra jate hain ,ye ni hona chahiye
b to acha na ho koi kadam ni uthana chahiye
भिखारी ठाकुर महान हैं और आपकी प्रस्तुति भी दिल से है। आपने बेटी बनकर शब्द शब्द महसूस करके गाया है। आपकी संवेदनशीलता को नमन!
बहुत धन्यवाद 🙏
❤
😅😅
Lllllpppp😅😅
@@DeepaliSahay🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
❤
सुन्दर प्रस्तुति भिकारी ठाकुर की मार्मिक दर्द भरी गीत को आपने उतनी ही शालीनता से गाया।
🙏🙏🙏
बहुत ही मार्मिक गीत
आप तो ऐसा गायी,, कि रोते-रोते दिल भर आया,,दिपाली जी,,आपका बहुत बहुत आभार प्यार,, बहुत नेक दिल आप भी हों
बहुत ही हृदय को झकझोर देने वाला गीत है।
दिपाली सहाय जी, आपने इस गीत को कैसे गा दिया जब गा रही थी आपको देखकर मेरे भी आंसु नही रुक पाये आपको हृदय ढेर सारी शुभकामनाएं व शत-शत नमन 🙏🙏🙏🙏🙏🌹
महान भिखारी ठाकुर को कोटि कोटि नमन।
माँ सरस्वती की विशिष्ट कृपा के प्रति फल हैं भिखारी ठाकुर!
सत्य वचन 🙏
दीपाली जी रउरा के कोटी-कोटी धन्यवाद कि रऊआ ई गीत गईनी और भोजपुरी के मान बरहल
🙏🙏🙏
मैं खुद कई बार ठाकुर जी को पढ़ चुका हू बाकी इस तरह से कभी नहीं....जिंदाबाद रहो लड़की
🙏🙏
अति सुन्दर प्रस्तुति.... मगही बोली की उत्तम गायन...
🙏🙏
राउर आवाज और ई गाना के जौन विषय बा ई दूनो अनमोल और अतुलनिया बा बखान से परे। रउआ महान बानी और राउर सोच के नमन बा🙏🙏🙏
शानदार प्रस्तुति! जिस तरह से आपने इस गाने का अर्थ समझाया है, बहुत कम ही ऐसे कलाकार हैं जिन्होंने इस तरह गाया है इस गाने को। हृदय विदारक!
ऐसे ही भोजपुरी के और सारे लोकगीतों को गाते रहिए।
Thank you.
बेजोड शब्द विन्यास -और भावपूर्ण प्रस्तुति। भिकारी ठाकुर जी भोजपुरी रचना संसार के सम्राट हैं ।
कोई भी एक गीत को कितने मन से सुना सकता है वो आप से पता चलता है...धन्यवाद दीपाली जी....ट्विटर पर देख कर पता चला
बहुत धन्यवाद, अरुण ❤️🙏
सोना पर सुहागा --- समाज की कुरीति पर भिखारी ठाकुर के कृति आप के भावविभोर करने वाली भंगिमा से --- हम हो गए तन्मय -- आपका आभार ।🙏🌹🙏
साहित्य और संगीत के संगम ने मेरी सारी संवेदना जगा दी। शुक्रिया आपका
🙏🙏🙏
❤आप जैसे कलाकार भोजपुरी की संस्कृति को जिंदा रखने की कोशिश कर रहे हैं. Salute
उस जमाने में भिखारी ठाकुर द्वारा खुले आम 'बेटी बेचवा' शीर्षक दिया जाना भी साहसपूर्ण कार्य था ।
ये बात आपने सबसे सही कही! 👍👍👍
ये अवस्था केवल आर्थिक रूप से विपन्न और समाज के निम्न जातियों के परिवारों में होता था। एक समय का खाना भी जुगारना उनके लिए बहुत बड़ी बात थी। भोजपुरी गाईका देवी जो स्वयं छपरा की है उन्होंने बड़े ही शुद्ध उच्चारण के साथ और मार्मिक रूप से इस गीत को गाया है, जरूर सुनें
ua-cam.com/video/yAHdLLSWCtc/v-deo.htmlsi=dAtHx4eMX-5hKFOx
Uu😮uuq@@DeepaliSahay
बहुत खूब बहुतखूब आपके गायन कला की जितनी प्रशंसा किया जाएउतना कम है।
बहुत सुंदर प्रस्तुति , बिल्कुल सजीव चित्रण , दहेजप्रथा और गरीबी का दर्पण ।
बहुत धन्यवाद 🙏
रूपाली जी आप ने रूला दिया। भोजपुरिया लोग तो रो ही देंगे।बहुत सुन्दर
बहुत धन्यवाद… मेरा नाम दीपाली है 😊🙏
हृदयस्पर्शी ❤ भोजपुरी के मिठास को सबके सामने लाने के प्रयास को बहुत धन्यवाद
🙏🙏🙏
भिखारी ठाकुर जैसा विल्क्षण प्रतिभा का धनी भोजपुरी क्षेत्र में न कोई हुआ है और न होने की उम्मीद है
ऐसे महापुरुष युगों युगों उपरांत ही धरती पर अवतरित होते हैं
सत्य वचन 🙏
भिखारी ठाकुर के रचना को स्वर में बांध कर निभा पाना बहुत कठिन है। आपने क्या खूब निभाया। शानदार प्रस्तुति.. इससे बेहतर सोचा ही नहीं जा सकता 💐
बहुत धन्यवाद, गोपी जी! 🙏
आज पहली बार किसी गीत को सुन कर रोया हु दीदी आशु रुक हि नहीं रहा मेरा 😭😭😭😭
गावत घरी, गीत के बरनन कके राउर रोवल। ओ भाव के जियल.!
सुन के आंख लोरा गइल।
भिखारी बाबा के रचना के बारे में का कहल जाव, ऊहां के सगरी गीत आ नाटक स्त्री विमर्श पर बा।
🥹🥹🙏🙏🙏🙏
भिखारी ठाकुर जी के गीतो को जीवंत करने के लिए दिल के गहराईयो से बहुत बहुत आभार 🙏🙏
बिहार के इतिहास में इनका नाम अमर हैं नमन ठाकुर जी और नमन आपको भी संस्कृति को जिंदा रखने के लिए 🙏
बहुत धन्यवाद, अक्षय! 🙏
बेहतरीन गीत ।
Aap jaisi betiyon ki jarurat hai hamare Bihar ko
Jo apni sanskriti (bhojpuri folk music) ko bachae rakhne me aage aa rahi hai
Jai Bhojpuri
🥹🙏🙏🙏🙏
Bahut sunder prastuti lajawab
खूब तरक़्क़ी करोगी आप दीपाली! हरे कृष्ण!
🙏🙏
आप धन्य हैं कोई शब्द नहीं हैं कहने को 🙏💐💐😭😭😭
भिखारी ठाकुर जी के इस गीत की प्रस्तुति आपके द्वारा एक बार फिर से गरीब बाप एवं बेटी के सपना को आवाज दे मन को सोचने पर मजबूर कर दिया है ।
🙏🙏
Bahut hi marmik gana gayi aapane .Sunakar Maine bhi Row Diya.Dhanyawad.
Aap gaate wakt ro rhi h ye vastwik kalakar ki pahchan h❤
Aap ne is song ko apani awaj dekar amar kar diya. Bhikhari Thakur was really great writer n artist.
bohot hi sundar gaya aapne deepali ji 🥰🥰
शानदार प्रस्तुती, रूला दिया
🥹🥹🥹🙏
वाह अपने लाइफ में इससे अच्छा रचना आज तक सुना ही नहीं था । और आप ने क्या अच्छे तरीके से प्रस्तुत किया आपका सादर प्रणाम 🙏
भिखारी ठाकुर जी को प्रणाम जिन्होंने ऐसी रचना की! 🙏
एक स्वर, दो वाद्य यंत्र, और इनके प्रभाव से भींगती हजारों आंखें। नमन है आप तीनों को। मेरा विशेष प्रणाम स्वीकार करें दीपाली जी। जब कलाकार उस पीड़ा को खुद महसूस कर रहा हो तो श्रोताओं तक संदेश कैसे नहीं पहुंचे।
भिखारी ठाकुर जी का अति हृदय विदारक गीत आपने बहुत भावुक स्वर में गाई हैं ।
नमन करते हैं आप जैसे कलाकार को।
🙏🙏🙏🙏
बहुत ही मार्मिक प्रस्तुति। बहुत बहुत शुभकामनायें श्री दीपाली जी।
समाज को माननीय स्व भिखारी ठाकुर जी ने अपने माध्यम से हम सभी को सामाजिक स्तर जो बहुमूल्य रत्न दे गये हैं वो अतुलनीय है ।वे जीतने बडे कलाकार थे उतने शरीफ़ ईन्सान भी थे।उनको चरण स्पर्श कर रहा हूँ ।धन्यवाद ।
🙏🙏
इतना भावुक....भिखारी ठाकुर ने अभिव्यक्त कर दिया, आपने प्रस्तुत कर दिया पर हमारे पास शब्द नहीं है 🙏
सचमुच हृदय विदारक रचना है। भिखारी ठाकुर जी को सत सत नमन🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
अति सुन्दर प्रस्तुति। इसमे जो भाव है वह दर्शाता है एक बेटी की व्यथा को।
मार्मिक प्रस्तुति दर्द भिखारी ठाकुर जी का लिखा हुआ सामाजिकगीत
भोजपुरी के दो महान लेखक भिखारी ठाकुर, और महेंदर मिसिर
इन दो महान व्यक्तियों ने भोजपुरी को जिस महान संगीत गीतों से भरा आजकल वो महानता चंद पैसों के लिए चोली और लहंगा उठा रही है।।
आपको सुनने का अवसर मेरी gf की बदौलत सम्भव हो पाया, उसको भोजपुरी समझ नहीं आती फिर भी ये साबित हुआ कि संगीत की कोई भाषा नहीं होती! भोजपुरी मेरी मातृभाषा है, भिखारी ठाकुर के गीतों को आपकी आवाज़ में सुन के गुजबम्प हो रहा। काश भोजपुरी में आपके जैसे और कलाकार होते🙏🏻 more power to you
मेरे साथ ये बात साझा करने के लिए बहुत धन्यवाद । आपकी gf को बहुत सारा प्यार ❤️🙏
Dipalee betee. Pahalee bar aapane bahut hee hamen gakar rulaya hai. Thanks
Lazabab❤
भिखारी ठाकुर वास्तव में एक हीरा है जितना तरासा जाता है उतना ही निखरते जाते है।
सहाय जी की प्रस्तुति और उनके सहयोगी काबिले तारीफ हैं
🙏🙏🙏🙏
बहुत खूबसूरती से निभाया गया गीत । हारमोनियम, तबला का संगत भी उतना ही खूबसूरत ।
🙂🙂🙂
दीपाली जी इस लोकगीत को पता नही मैने कितनी बार सुना हूं फिर भी इसे बार बार सुनने को दिल करता है और जब भी सुनता हूं हर बार आंखों से आसूं निकले लगाते है ।
एसे गीत लिख कर भिखारी ठाकुर जी अमर हो गए और उस रचना को आप गा कर उसे जीवंत कर दिया। आपका बहुत बहुत आभार।
Jay bhojpuri Jay bhikhari Thakur
पूरा गीत सुनना मेरी क्षमता से बाहर है,आपके गायन ने बहुत रूला दिया मुझे। बहुत ही सुंदर,बहुत ही मार्मिक है👌👌👌
अति मार्मिक और भावनात्मक लगाव से भरपूर संगीत।
🙏🙏🙏
नयन से अश्रुधार रोके न रुक रहे हैं धन्य हैं भिखारी ठाकुर जी और आप जिनके स्वरलहरी से यह हुआ।
🙏🙏🙏🙏
महाकवि निराला की कालजयी रचना ...वह तोडती पत्थर...बरबस याद आती है।दोनो महाकवि को नमन।
🙏🙏🙏
भिखारी ठाकुर जी का सबसे दर्दनाक और संवेदनशील गीत और वैसी ही आपकी प्रस्तुति जो पत्थर को भी पिघलने पर मजबूर कर दे। 🏵️हरि 🕉️🏵️
Wow bhojpuri meete
❤️❤️❤️
भिखारी ठाकुर को शत शत नमन...... लाजबाब आपने गये.... आपको भी नमन
🙏🙏🙏
🥺🥺🥺अदभुत मार्मिक प्रस्तुति हमारे भोजपुरी जगत को कला के माध्यम से सच्चाई दिखाने और भोजपुरी सिनेमा को लाने वाले महान कलाकार श्री भिखारी ठाकुर जी को नमन
🙏🙏🙏
दीपाली क्या बात है बहुत सुन्दर
🙏🙏🙏
Pathetic 😢. क्या लिखूं रूपाली जी निशब्द हू आपकी प्रस्तुती रूह को छु लिया।आप गायिका के साथ उम्दा इंसान हैं।
धन्यवाद बेटी,
तब भी बेटी के साथ शोषण होता था, और आज भी हो रहा है , मात्र अंतर है परिवेश का।
अभी भी बेटी संस्कृतिकरण के क्षेत्र में बहुत कुछ करना है,
सत्यवचन 🙏
बहुत ही उम्दा प्रस्तुति,
हृदय को छू गया।❤
बहुत धन्यवाद 🙏
Aap jroor bhut hi saaf dil ki hain jo artist k roop me itna behtareen prastuti de paai hain. Aapka interview kal dekha jisme aapne multi talented nhi multi tasking jaisa shabd use kia tha. Aapko dekh k bhut garv hota h. Sath hi ye sochne ko majboor ho jata hun ki jis jagah main hun whan aaj bhi aisa dekhne ko mil jata h kabhi na kabhi. Betiyon ka dard kaun samjhe. Kash sb betiyon ko aapke jaisa bnne ka motivation mil paye atleast.😊😊😊
आपकी प्रस्तुति ने मुझे खुब रुलाया एसी प्रस्तुति के लिए कोटि कोटि प्रणाम ऐय धन्यवाद।
🙏🙏🙏🙏
दीपाली मैडम की अक्षरशः समझाते हुए प्रस्तुति, दिल को छू गई।उनकी अंतर्मन व भावनाओं को शत शत नमन।
भिखारी ठाकुर अमर रहें
एक महान व्यक्ति थे भिखारी ठाकुर जी।
लाख लाख नमन🎉
तुमने अपनी कला से सबको मोह लिया🎉
🙏🙏🙏
इस गाने की प्रस्तुति आपके जैसा किसी ने नही किया❤
🙏🙏🙏
आंसू थमते ही नहीं।दीपाली जी आपने गीत में चार चांद लगा दिया।
बाह बाह । बहुत खूब।🙏🙏
🙏🙏🙏🙏
बहुत ही मार्मिक गीत हैं दीपाली जी को कोटि कोटि नमन
इस गाने को आपने गा कैसे लिया, हम तो सुन भी रहें हैं तो रो रहे हैं, उफ्फ्फ!!!!
I am 75yrs. I am weeping during this emotional song. No words to say about you. Bless u❤
🙏🙏🙏🙏
आप को कोटि कोटि नमन ❤
🙏🙏🙏
अदभुत इस गाने को गाना बहुत मुश्किल है अपने कठिन परीक्ष्रम के बाद उस समय को याद दिलाया जो हम लोगों भूल गए हैं।❤ से 😂 दिया 🙏
🙏🙏🙏🙏
शब्द नही हैं ❤😢😢
🙏🙏🙏🙏
अत्यंत मार्मिक गीत की बेहतरीन गायन। हार्दिक बधाई आदरणीया।
बहुत ही हृदयविदारक गीत, लेकिन उससे भी ज्यादा आपकी प्रस्तुति रूला रहीहै😢
माँ! ❤️❤️❤️
भिखारी ठाकुर जी को जितना भी सुना जाए बहुत कम है उनके बारे मे पढ़ने का अवसर कम मिला लेकिन आप के मुख से मन को भाव विभोर कर देता।
आप बहुत सुंदर गीतकार हो, ❤
❤️🙏
बहुत मार्मिक चित्रण किया है आपने इस गीत के माध्यम से। आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं जी। धन्य है भोजपुरी भाषा, धन्य हैं भिखारी ठाकुर जी और धन्य हैं आप जैसे कलाकार।
कोटि कोटि प्रणाम बहन।
अदभुत प्रसंग की अदभुत प्रस्तुति मन के तार झनझना गये आंखो से आंसू आना स्वभाविक है शानदार आवाज दिल से निकली आवाज अदभुत बोल गायिका जी को शत शत नमन ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤😢😢
बहुत बहुत धन्यवाद, हेम राज जी! 🙏
1:44 me jo bataya apne mera dil ro gaya ye sunkar. Im glad that Bhikhari Thakur ne ladki ke dil ki baat samjhi aur usey gaya. Kudos to him and you also.. u narrated so well ma'am.
Oh ...its so heart touching...very difficult to hear at a stretch...Bhikhari Thakur will be watching it from heaven...
🙏🙏🙏
भिखारी ठाकुर जी का लिखा हुआ गाना आपने मार्मिक शब्दों से गाना का रूप प्रस्तुत किया दिल को छू जाता है लिखने के लिए कोई शब्द नहींहै कोटि कोटि आपकोप्रणाम उम्मीद करता हूं भोजपुरी गायक गायिकाओं से ऐसा ही साफ सुथरा गाना ए
This is what is known as poverty. A father under severe oppressions this lyrics have been erupted out of the heart of the poet. Spontaneous overflow of thoughts.
Absolutely, Mithilesh! 🙏
आपकी संवेदन शीलता को मेरा सलाम
Bohooot rulaya tumne.. 😢
🥲❤️❤️🤗🙏🙏🙏
बहुत ही मार्मिक, ऐसे पिता आज भी समाज में हैं!!
Want more such songs from Bhikhari Thakur and Mahinder Mishir 💕💕
It will definitely keep coming! Will try my best to keep this alive! ❤️
बेहतरीन प्रस्तुति, इससे बेहतर प्रस्तुति नही हो सकता, जीवंत,