हुई खैचा तानी वेद बिना ,

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  • Опубліковано 18 вер 2024
  • संजीत शास्त्री 981354378
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КОМЕНТАРІ • 1

  • @munnalal-ui6lb
    @munnalal-ui6lb Місяць тому

    वेदों में निराकार साकार का ज्ञान है निराकार साकार सृष्टि है अर्थात सृष्टि का ज्ञान वेदों में है। लेकिन जो सृष्टि से बाहर है उसकाज्ञान वेदों में नहीं है। जो सृष्टि से बाहर है इसकी पुष्टि भी वेद कर रहे हैं।
    वेद ज्ञान जो पांच तत्व तीन गुण प्रकृति जड़ संसार से अलग है उसे ही जानो उसे ही मानो उसे ही ग्रहण करो उसकी जगह दूसरे को नहीं।
    जो सृष्टि से बाहर है वह क्या है वही पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद है। वेदों में सृष्टि के अंदर का ज्ञान है बाहर का नहीं। सृष्टि के बाहर का ज्ञान भागवत मेंहै। भागवत को पूर्ण ब्रह्मसच्चिदानंद के आवेश अवतार श्री विजियाभिनंद बुद्धनिष्कलंक के अलावा दूसरा कोई खोल नहीं सकता।
    अब कलयुग बुद्ध शाखा में पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद के आवेश अवतार श्री विजियाभिनंद बुद्धनिष्कलंक द्वारा जागृत बुद्धि से भागवत को खोल कर एक पूर्ण ब्रह्म सच्चिदानंद की पहचान कराई है इसलिए कलयुग चारों युगों में श्रेष्ठ है उसे ही ग्रहण करो उसकी जगह दूसरे को नहीं।🎉🎉