12 घंटे के नाम जप से हुआ चमत्कार : श्री हनुमान प्रसाद पोद्दारजी | Part 01

Поділитися
Вставка
  • Опубліковано 10 лют 2025
  • 12 घंटे के नाम जप से हुआ चमत्कार : श्री हनुमान प्रसाद पोद्दारजी सम्पूर्ण जीवनी |
    हनुमान प्रसाद पोद्दार (Hanuman Prasad Poddar, जन्म:1892 - मृत्यु- 22 मार्च 1971) का नाम गीता प्रेस स्थापित करने के लिये भारत व विश्व में प्रसिद्ध है। भारतीय अध्यात्मिक जगत पर हनुमान पसाद पोद्दार नाम का एक ऐसा सूरज उदय हुआ, जिसकी वजह से देश के घर-घर में गीता, रामायण, वेद और पुराण जैसे ग्रंथ पहुँचे सके। आज 'गीता प्रेस गोरखपुर' का नाम किसी भी भारतीय के लिए अनजाना नहीं है। सनातन हिंदू संस्कृति में आस्था रखने वाला दुनिया में शायद ही कोई ऐसा परिवार होगा, जो गीता प्रेस गोरखपुर के नाम से परिचित नहीं होगा। इस देश में और दुनिया के हर कोने में रामायण, गीता, वेद, पुराण और उपनिषद से लेकर प्राचीन भारत के ऋषियों -मुनियों की कथाओं को पहुँचाने का एक मात्र श्रेय गीता प्रेस गोरखपुर के संस्थापक हनुमान प्रसाद पोद्दार को है। प्रचार-प्रसार से दूर रहकर एक अकिंचन सेवक और निष्काम कर्मयोगी की तरह पोद्दार जी ने हिंदू संस्कृति की मान्यताओं को घर-घर तक पहुँचाने में जो योगदान दिया है, इतिहास में उसकी मिसाल मिलना ही मुश्किल है।
    ✅Sri Hanuman Prasad Poddarji Charitawali (भाईजी चरितामृत)
    • Hanuman Prasad Poddarji
    ✅ Book Related to Sri Hanuman Prasad Poddarji
    Prem Darshan: amzn.to/3CtUKhY
    Tulsi Dal: amzn.to/3CqRNif
    Dookh Kyon Hota Hai: amzn.to/3AG7oZV
    MAHAGAURI PUSTAK Shri Ramcharitmanas Vyakhya Sahit : amzn.to/3PXtbkt
    Shanti Kaise Mile: amzn.to/3PNrtBU
    आपके सहयोग और प्यार के लिए ह्रदय से आभार | मैं एक अति साधारण प्रभु और आपका सेवक हूँ |
    ✅ Blog: amsugyanprime....
    ✅सपर्क सूत्र :
    Mail Id : amsugyan@gmail.com
    WhatsApp : +918235434101
    यहां मेरे कुछ Social Media के लिंक दिए गए है , अगर आपकी इच्छा हो तो जुड़ सकते है |
    हमारे Free Telegram Channel.
    ✅ Telegram Page: t.me/amsugyan
    ✅अखंड राम नाम चैनल : t.me/akhandram...
    ✅ Dharmkunj : dharmkunj.stor...
    Social Media :
    ✅ / amsugyan
    ✅ / amsugyan
    ✅ / amsugyan
    ✅ Telegram Page: t.me/amsugyan
    #naamjap #BhaijiCharitamrit #Gitapressaudio #Siddhsant

КОМЕНТАРІ • 105