अगर आप वेद,उपनिषद और पुराण नहीं पढ़ सकते : स्वामी करपात्रीजी महाराज Part 07
Вставка
- Опубліковано 1 жов 2024
- धर्मसम्राट स्वामी करपात्रीजी महाराज भारत के एक सबसे महान साधको में एक थें |उनका मूल नाम हरि नारायण ओझा था। वे दशनामी परम्परा के संन्यासी थे। दीक्षा के उपरान्त उनका नाम 'हरिहरानन्द सरस्वती' हुआ किन्तु वे 'करपात्री' नाम से ही प्रसिद्ध थे क्योंकि वे अपने अंजुलि का उपयोग खाने के बर्तन की तरह करते थे (कर = हाथ , पात्र = बर्तन, करपात्री = हाथ ही बर्तन हैं जिसके) । उन्होने अखिल भारतीय राम राज्य परिषद नामक राजनैतिक दल भी बनाया था। धर्मशास्त्रों में इनकी अद्वितीय एवं अतुलनीय विद्वता को देखते हुए इन्हें 'धर्मसम्राट' की उपाधि प्रदान की गई।
स्वामी जी की स्मरण शक्ति इतनी तीव्र थी कि एक बार कोई चीज पढ़ लेने के वर्षों बाद भी बता देते थे कि ये अमुक पुस्तक के अमुक पृष्ठ पर अमुक रूप में लिखा हुआ है। आज जो रामराज्य सम्बन्धी विचार गांधी दर्शन तक में दिखाई देते हैं, धर्म संघ, रामराज्य परिषद्, राममंदिर आन्दोलन, धर्म सापेक्ष राज्य, आदि सभी के मूल में स्वामी जी ही हैं।
✅Playlist : • Swami Karpatriji Biogr...
✅Follow Us on WhatsApp Channel:whatsapp.com/c...
✅Blog : siddhsantokikh...
Donate To Support
1️⃣ [Instamojo लिंक](www.instamojo....) पर क्लिक करें
2️⃣ [Paypal](www.paypal.me/...) पर क्लिक करें
3️⃣ Phone Pay: amsugyan@ibl
4️⃣ Google Pay (UPI): amsugyan@okicici
✅wa.me/message/... सहयोग करने के बाद अपना नाम हमें WhatsApp अवश्य कर दें |
Social Media :
✅ / amsugyan
✅ / amsugyan
✅ / amsugyan
Credit :
Voice: Pankaj (Myself)
#BharatkeMahanyogi #siddhsant #Karpatriji
Nam lekhan ke liya pushtak kaise prapt hogi prabhoo g .krapya bataeye
Jai siddha mahtma guru baba ji k charno me sat sat Naman 🙏🙏🙏
सीता मैया की जय🙏
जय श्री राम 🙏
जय सनातन धर्म 🙏🚩🚩🚩
🙏🙏🙏
Jai shri ram
B.n