चार युग हम देह धरी जीव हेत संसार। सतगुरु हम आदि है कहे रविदास चमार।। चमार ही गुरु है सबका चमार ही अमर करेगा। मीरा हुई अमर राजपाट छोड़ दिया संसार में नाम है उनका । उसे ज्ञान था रविदास जी महाराज ही पूरे सतगुरु है।
गुरूजी लोग सत्य को सहन नहीं कर पाते।जो ज्ञान कबीर साहेब ने कछुआ बाला ज्ञान वोला था ये लगता है मैंने बच्चा पन में सुना होगा ठीक से याद नहीं है।इसी कछुआ को शब्द गुरु बोला था और ऐक भजन भी है।ऐ कड़ी तीसरी है।यम के दूत दुयारे ठाडे डर लागत है मोय।कछुआ की तरह भीतरे रहयो रस्सी बांध मोय मार मारे मुगदल की।।तुम सोय गये दावादार खबर नाय रही तन की ..... साहेब बंदगी सतनाम गुरूजी
पूरी दुनिया में गलत हीं ज्ञान परोसा जाता है यहां का नियम हैं लेकिन कबीर जी यहां के बासी नहीं थे इसलिए कबीर साहेब जी ने अपने ज्ञान आधार से जीवात्माएं मूल स्थान के लिए उर्ध्व मुख होकर प्रस्थान करतीं हैं। वर्तमान में शिक्षित समाज हैं शिक्षा का दौर है वैज्ञानिक दृष्टिकोण है स्वंय बिचार करें कि सत्य क्या है और असत्य क्या है।
🙏सतनाम साहेब बंदगी गुरु 🙏
Saheb bandagi satnam guru ji 🌹🌹❣️🚩🙏🙏🌹❣️🚩
साहेब बन्दगी सतनाम ❤❤❤❤❤
Satnam Guruji ji❤❤❤❤❤❤❤
Sat saheb Maharaj ji 🙏
साहेब बंदगी सतनाम जी आत्म देव जी आपकी दया है ❤
गुरुदेव आपके चरणों में कोटि कोटि नमन साहिबबंदगी
Guru ji aap ke liye Naman 🌹🙏🙏🙏🙏🙏🙏
❤ जय हो सत्य कबीर साहेब बंदगी सतनाम जी आत्म देव जी आपके चरणों में साष्टांग प्रणाम करता हूं ❤
Saheb Bandgi Satnaam
सतनाम साहिब बंदगी❤
साहेब बंदगी सतनाम जी आत्म देव जी आपके चरणों में साष्टांग प्रणाम करता हूं परमपिता परमात्मा तेरी लीला न्यारी है
जय हो
Esme bhara amirash pani
Saheb bandagi Satnam ji ❤❤
Saheb satnam
बिल्कुल सही कह रहे हैं
Saheb bandgi satnam guru ji satnam
चार युग हम देह धरी जीव हेत संसार।
सतगुरु हम आदि है कहे रविदास चमार।।
चमार ही गुरु है सबका चमार ही अमर करेगा।
मीरा हुई अमर राजपाट छोड़ दिया संसार में नाम है उनका । उसे ज्ञान था रविदास जी महाराज ही पूरे सतगुरु है।
तांबे जले दिया
Ram ram ji
रामजी राम 🙏🙏🙏🙏🪔
🙏🙏🙏🙏
गुरूजी लोग सत्य को सहन नहीं कर पाते।जो ज्ञान कबीर साहेब ने कछुआ बाला ज्ञान वोला था ये लगता है मैंने बच्चा पन में सुना होगा ठीक से याद नहीं है।इसी कछुआ को शब्द गुरु बोला था और ऐक भजन भी है।ऐ कड़ी तीसरी है।यम के दूत दुयारे ठाडे डर लागत है मोय।कछुआ की तरह भीतरे
रहयो रस्सी बांध मोय मार मारे मुगदल की।।तुम सोय गये दावादार खबर नाय रही तन की ..... साहेब बंदगी सतनाम गुरूजी
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Pita ji me sada aapke sath rrehna chahta hu hey parmpita parmatma arbo baar naman pita ji
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पूरी दुनिया में गलत हीं ज्ञान परोसा जाता है यहां का नियम हैं लेकिन कबीर जी यहां के बासी नहीं थे इसलिए कबीर साहेब जी ने अपने ज्ञान आधार से जीवात्माएं मूल स्थान के लिए उर्ध्व मुख होकर प्रस्थान करतीं हैं। वर्तमान में शिक्षित समाज हैं शिक्षा का दौर है वैज्ञानिक दृष्टिकोण है स्वंय बिचार करें कि सत्य क्या है और असत्य क्या है।
Kusumdevi,newdeljhi,26🎉🎉🎉🎉🎉🎉🎉
बिल्कुल सही कह रहे हैं आप महाराजजी कुछ महामूर्ख लोग ही सज्जन लोगों को गलत ज्ञान बतला रहे हैं
❤️ 💙❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ 💜
Maharaaj sb maaya ko hi gaa rhe hai
Four.Kira.malaha
जिसमें जले चिराग
उल्टा कुआ गगन में जिसमें जले चिराग
Gagan Mandal Amrit Ka Kuan Jahan Braham ka Vasa
Taan me jle chirag
साहब हम पर भी अपनी कृपया करो और हमें इस जीवन से हमें मुक्ति कैसे मिली