कालसर्प दोष पूजन एवम श्री पारदेश्वर महादेव पंचामृत पूजन उज्जैन।।शास्त्री सचिन तिवारी 8827090270

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  • Опубліковано 24 чер 2024
  • शास्त्री सचिन तिवारी उज्जैन
    8827090270
    ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जातक की कुंडली में ग्रहों के एक विशेष स्थिति में होने पर कालसर्प योग बनता है. कालसर्प योग बनने पर जातक की कुंडली में कालसर्प दोष लगता है. कालसर्प दोष को बहुत ही अशुभ फलदायक माना जाता है. कुंडली में कालसर्प दोष होने से व्यक्ति के जीवन में तरह तरह की समस्याएं आती रहती हैं और व्यक्ति का जीवन संघर्ष भरा रहता है.क्या होता है कालसर्प दोष ?
    हिंदू धर्म में राहु और केतु छाया ग्रह माने जाते हैं. ये दो ऐसे ग्रह हैं जो हमेशा एक दूसरे के आमने सामने रहते हैं और जब ग्रह ऐसी स्थिति में होते हैं कि सभी ग्रह राहु और केतु के बीच में आ जाएं तब एक योग का निर्माण होता है. इसी योग को कुंडली में कालसर्प दोष कहा जाता है
    क्या होता है कालसर्प दोष, ये कैसे डालता है जीवन पर असर और क्या है इससे बचने के उपाय?
    कुंडली में कालसर्प दोष बहुत अशुभ फल देने वाला माना जाता है. मान्यता है इस दोष के कुंडली में होने पर व्यक्ति का जीवन बहुत संघर्ष भरा होता है. कालसर्प दोष क्या होता है? इसके क्या लक्षण या प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ते हैं और इस दोष से बचने के क्या उपाय हैं,आइए जानते हैं.
    क्या होता है कालसर्प दोष, जानें ये कैसे जीवन को प्रभावित करता है।
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    शास्त्री सचिन तिवारी उज्जैन
    8827090270
    Kaal Sarp Dosh: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार जातक की कुंडली में ग्रहों के एक विशेष स्थिति में होने पर कालसर्प योग बनता है. कालसर्प योग बनने पर जातक की कुंडली में कालसर्प दोष लगता है. कालसर्प दोष को बहुत ही अशुभ फलदायक माना जाता है. कुंडली में कालसर्प दोष होने से व्यक्ति के जीवन में तरह तरह की समस्याएं आती रहती हैं और व्यक्ति का जीवन संघर्ष भरा रहता है.
    क्या होता है कालसर्प दोष ?
    हिंदू धर्म में राहु और केतु छाया ग्रह माने जाते हैं. ये दो ऐसे ग्रह हैं जो हमेशा एक दूसरे के आमने सामने रहते हैं और जब ग्रह ऐसी स्थिति में होते हैं कि सभी ग्रह राहु और केतु के बीच में आ जाएं तब एक योग का निर्माण होता है. इसी योग को कुंडली में कालसर्प दोष कहते हैं.
    कालसर्प दोष के लक्षण और प्रभाव जानें
    ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जिन लोगो की कुंडली में कालसर्प दोष होता है उनको जीवन में अनेक तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस दोष से पीड़ित व्यक्ति का जीवन आर्थिक ,मानसिक और शारीरिक परेशानियों से घिरा रहता है और उन्हें पूरे जीवन घोर संघर्ष करना पड़ता है. कालसर्प दोष का बुरा प्रभाव व्यक्ति की सेहत पर भी पड़ता है. जिसकी वजह से स्वास्थ्य सही नहीं रहता है और कोई न कोई रोग हमेशा बना ही रहता है, एक बीमारी सही होती है तो कुछ ही समय बाद दूसरी बीमारी शुरू हो जाती हैमाना जाता है कालसर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति को नौकरी या व्यवसाय में भी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है. इन्हे जीवन में बार बार धन की हानि भी झेलनी पड़ती है. कुंडली के कालसर्प दोष का जातक के वैवाहिक जीवन पर भी असर पड़ता है. माना जाता है ऐसे लोगों का वैवाहिक जीवन तनावपूर्ण बना रहता है और संतान की तरफ से भी इनके जीवन में कई तरह की परेशानियां आती हैं.
    कालसर्प दोष के उपाय जानें
    ज्योतिष शास्त्र में कालसर्प दोष के प्रभाव को कम करने के बहुत से उपाय भी बताए गए हैं. माना जाता है इन उपाय को अच्छी तरह से करने से कालसर्प दोष के प्रभाव काफी कम हो जाते हैं. कालसर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति को अपने घर में और अपने पास मोर पंख जरूर रखना चाहिए और किसी पवित्र नदी में चांदी से बने नाग नागिन के जोड़े को प्रवाहित करना चाहिए.
    भगवान शिव की पूजा करना कालसर्प दोष में बहुत लाभकारी होता है इसलिए भगवान शिव की पूजा करें और घर में या मंदिर जाकर प्रतिदिन शिवलिंग पर दूध चढ़ाकर शिवलिंग का अभिषेक करना चाहिए और पूजा अर्चना करनी चाहिए. कालसर्प दोष के प्रभाव को कम करने के लिए प्रतिदिन महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करना विशेष लाभकारी माना जाता है.

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