Це відео не доступне.
Перепрошуємо.
जैन महात्मा ने कही बड़ी बात सब कुछ छोड़ सकता हु गाय नही | Kankrej, Gir Cow Breeding |👍
Вставка
- Опубліковано 15 лют 2022
- दोस्तो गौराष्ट्र यात्रा के दौरान हमे गोभक्त जैन मुनि के दर्शन का सुअवसर प्राप्त हुआ। तपस्वी जी ने बताया कि गाय के बिना जीवन अधूरा है।
बातचीत के दौरान वर्तमान में गाय और नन्दी जिस तरह से रोडो पर लावारिस छोड़े जा रहे हैं उस लर चिंता व्यक्त की, इंसान जब तक जरूरत होती है तब तक रखता है वरना छोड़ देता है।
गाय जीवन का मूलाधार है। गौशालाओ में भी सम्वर्द्धन होना आवश्यक है। गोउत्पाद को उच्चतम मूल्य का मार्केट मिले।
जय गोमाता।
भारत सिंह राजपुरोहित- 7023332304
Email- gousevaa@gmail.com
Tharparkar
यह नसल थारपारकर जिला (पश्चिमी पाकिस्तान) से है। यह भारत में मुख्यत जोधपुर, कच्छ और जैसलमेर क्षेत्रों में पायी जाती है। इसे ग्रे सिंधी, वाइट सिंधी और थारी के नाम से भी जाना जाता है। इसके शरीर का रंग राख के जैसा, मध्यम आकार का और चौड़ा सिर होता है। सींग वीणा के आकार के और किनारों पर से तीखे होते हैं। इनकी टांगे छोटी, पतली और लंबी पूंछ, बड़ा और चौड़ा कूबड़ और बड़े आकार का लेवा होता है, जिसमें निप्पल उचित फासले पर होते हैं। यह गाय प्रति ब्यांत में 1400 लीटर दूध देती है। यह नसल एक मिश्रित नसल है। इस नसल के बैल खेत में अच्छा काम करते हैं।
चारा
इस नसल की गायों को जरूरत के अनुसार ही खुराक दें। फलीदार चारे को खिलाने से पहले उनमें तूड़ी या अन्य चारा मिला लें। ताकि अफारा या बदहजमी ना हो। आवश्यकतानुसार खुराक का प्रबंध नीचे लिखे अनुसार है।
खुराक प्रबंध
जानवरों के लिए आवश्यक खुराकी तत्व: उर्जा, प्रोटीन, खनिज पदार्थ और विटामिन।
खुराकी वस्तुएं:
अनाज और इसके अन्य पदार्थ: मक्की, जौं, ज्वार, बाजरा, छोले, गेहूं, जई, चोकर, चावलों की पॉलिश, मक्की का छिलका, चूनी, बड़ेवें, बरीवर शुष्क दाने, मूंगफली, सरसों, बड़ेवें, तिल, अलसी, मक्की से तैयार खुराक, गुआरे का चूरा, तोरिये से तैयार खुराक, टैपिओका, टरीटीकेल आदि।
हरे चारे: बरसीम (पहली, दूसरी, तीसरी, और चौथी कटाई), लूसर्न (औसतन), लोबिया (लंबी ओर छोटी किस्म), गुआरा, सेंजी, ज्वार (छोटी, पकने वाली, पकी हुई), मक्की (छोटी और पकने वाली), जई, बाजरा, हाथी घास, नेपियर बाजरा, सुडान घास आदि।
सूखे चारे और आचार: बरसीम की सूखी घास, लूसर्न की सूखी घास, जई की सूखी घास, पराली, मक्की के टिंडे, ज्वार और बाजरे की कड़बी, गन्ने की आग, दूर्वा की सूखी घास, मक्की का आचार, जई का आचार आदि।
अन्य रोज़ाना खुराक भत्ता: मक्की/ गेहूं/ चावलों की कणी, चावलों की पॉलिश, छाणबुरा/ चोकर, सोयाबीन/ मूंगफली की खल, छिल्का रहित बड़ेवे की ख्ल/सरसों की खल, तेल रहित चावलों की पॉलिश, शीरा, धातुओं का मिश्रण, नमक, नाइसीन आदि।
नस्ल की देख रेख
शैड की आवश्यकता
अच्छे प्रदर्शन के लिए, पशुओं को अनुकूल पर्यावरणीय परिस्थितियों की आवश्यकता होती है। पशुओं को भारी बारिश, तेज धूप, बर्फबारी, ठंड और परजीवी से बचाने के लिए शैड की आवश्यकता होती है। सुनिश्चित करें कि चुने हुए शैड में साफ हवा और पानी की सुविधा होनी चाहिए। पशुओं की संख्या के अनुसान भोजन के लिए जगह बड़ी और खुली होनी चाहिए, ताकि वे आसानी से भोजन खा सकें। पशुओं के व्यर्थ पदार्थ की निकास पाइप 30-40 सैं.मी. चौड़ी और 5-7 सैं.मी. गहरी होनी चाहिए।
गाभिन पशुओं क देखभाल
अच्छे प्रबंधन का परिणाम अच्छे बछड़े में होगा और दूध की मात्रा भी अधिक मिलती है। गाभिन गाय को 1 किलो अधिक फीड दें, क्योंकि वे शारीरिक रूप से भी बढ़ती है।
बछड़ों की देखभाल और प्रबंधन
जन्म के तुरंत बाद नाक या मुंह के आस पास चिपचिपे पदार्थ को साफ करना चाहिए। यदि बछड़ा सांस नहीं ले रहा है तो उसे दबाव द्वारा बनावटी सांस दें और हाथों से उसकी छाती को दबाकर आराम दें। शरीर से 2-5 सैं.मी. की दूरी पर से नाभि को बांधकर नाडू को काट दें। 1-2 प्रतिशत आयोडीन की मदद से नाभि के आस पास से साफ करना चाहिए।
सिफारिश किए गए टीके
जन्म के बाद कटड़े/बछड़े को 6 महीने के हो जाने पर पहला टीका ब्रूसीलोसिस का लगवाएं। फिर एक महीने बाद आप मुंह खुर का टीका लगवाएं और गलघोटू का भी टीका लगवाएं। एक महीने के बाद लंगड़े बुखार का टीका लगवाएं। बड़ी उम्र के पशुओं की हर तीन महीने बाद डीवॉर्मिंग करें। कट्डे/बछड़े के एक महीने से पहले सींग ना दागें। एक बात का और ध्यान रखें कि पशु को बेहोश करके सींग ना दागें आजकल इलैक्ट्रोनिक हीटर से ही सींग दागें।
Rathi
राठी गोवंश राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी भागों ( गंगानगर, बीकानेर और जैसलमेर) में पाए जाते हैं। इस नस्ल की गाय अत्यधिक दूध देने के लिये प्रसिद्ध है। गुजरात राज्य में भी राठी गाय बहुत पाली जाती है।[1]
वयस्क राठी गाय का वजन लगभग 280 - 300 किलोग्राम और बैल का 350-350 किलोग्राम होता है। राठी पशु की त्वचा भूरा व सफेद या काला व सफेद रंगों का मिश्रण होती है।
भारतीय गायों में राठी नस्ल एक महत्वपूर्ण दुधारू नस्ल है। यह गाय प्रतिदन 8 - 12 लीटर दूध देती है। कहीं-कहीं इसे 18 लीटर तक दूध देते हुए देखा गया है। राठी नस्ल के बैल बहुत मेहनती होते हैं। इस नस्ल के बैल गरम मौसम में भी लगातार 10 घंटे तक काम करतें हैं। ये रेगिस्तान में भरी-भरकम सामान खींचकर चल सकतें हैं। यह गाय भारत के किसी भी क्षेत्र में रह लेती है।राठी गाय को "राजस्थान की कामधेनु" भी कहते हैं।
GIR
यह नसल राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में पायी जाती है। इसे देसण, गुजराती, सूरती, काठियावाड़ी, और सोरठी भी कहा जाता है। इसका शरीर लाल रंग का होता है जिस पर सफेद धब्बे, सिर गुबंद के आकार का और लंबे कान होते हैं। यह गाय प्रति ब्यांत में औसतन 2110 दूध देती
खुराकी वस्तुएं:
अनाज और इसके अन्य पदार्थ: मक्की, जौं, ज्वार, बाजरा, छोले, गेहूं, जई, चोकर, चावलों की पॉलिश, मक्की का छिलका, चूनी, बड़ेवें, बरीवर शुष्क दाने, मूंगफली, सरसों, बड़ेवें, तिल, अलसी, मक्की से तैयार खुराक, गुआरे का चूरा, तोरिये से तैयार खुराक, टैपिओका, टरीटीकेल आदि।
#गौराष्ट्रयात्रा #gaurashtrayatra
गोऊओ को बचना उनकी रक्षा करना सम्पूर्ण मनुष्य मानव धर्म है गो माता के बिना मनुष्य जीवन व्यर्थ है
Jay gau mata
जय श्री राम🌅 जय गो माता🙏🙏
🙏
गुरुदेव को कोटि कोटि प्रणाम
आनंद ही आनंद, जय हो
Jai Goumata
Aur unke Shaandaar Gousevak ko Pranam ko Pranam
PRANAAM hai apko 🙏🙏🙏
जय गोमाता
🙏👌♥️
हिंदू धर्म को बचाने में हमारे संत साधू का महत्वपूण्र योगदान है।
जय श्री राम जी जय श्री गौ माता जी
जय गौ माता, जय गोपाल
Jain dharm jivdaya me sbse aage
Jai Jinendra
गुरुजी प्रणाम
जय गौ माता जी की जय नंदी महाराज जी की
Jai hind🇮🇳🇮🇳
🙏🙏🙏 naman hai 🙏🙏🙏
🙏🙏🙏
जय गाय माता 🙏🚩💞💞💞💞💞💫💫
जय गौमाता🙏🏻🙏🏻..जय गोपाल🙏🏻🙏🏻
जैन मुनि महाराज को नमन वंदन एवं प्रणाम 🙏🏻🌺🏵️🏵️🌷🙏🏻🙏🏻🌺🏵️🌷🌷🌷🌷🙏🏻🌺🏵️🏵️🌷🙏🏻🌺
गोसेवा का बहुत सुंदर पाठ सिखा रहे हैं महाराज जी 🏵️🌺🌺🙏🏻🙏🏻🌷🎉🎉🎉🎉🌷🌷🌷🙏🏻🌺🌺🌺🏵️
🐮🐮🐮 Jay Gau Mata
जय ॐ गौ राम ॐ 🙏🙏
Jay Gau Mata
🙏🙏 अभूतपूर्व गौपरेम 🙏🙏
Jai Go Mata.
Rajshibapa ki gaushala ka video banavo porbandar
Jain Muni ji ne bilkul sahi kaha
Jay Dwarkadhish 🌍🙌
thanks rajphorit Bhai for sharing valuable informative precious videos
Jai Gau Mata
Bhaiya lalpari Gir gaushala Rajkot ka video kab aayega !
JAI GAUMATA JAI GAUPAL JAI NANDI MAHARAJ JAI MAHADEB 🕉🕉🕉🕉🕉🙏🙏🙏🙏🙏
जय गोमाता🇮🇳 जय गोपाल जी🙏
Guruji apko vandan,🙏🙏🙏
Jai gau mata 🙏🙏❤
Advude bichar guru ji K
Desi Cow
ua-cam.com/video/gAtoS8mYoDQ/v-deo.html
Bhaiya aap se agrh hai ki aap gausewi pujya Shri Rajendra das ki Maharaj(vrindavan) ki gau Sewa or unke vichaaro pr bhi video bnaaye vha se aap ko or aap k viewer ko adbhut Gyan prapt hoga
Jai gau mata jai gopal.Dandavat pranam
Jai gomata ki ji
Jai goumata jai gopal 👌 👍 🙏
Very nice message
JAI GAUMATA
🚩🚩🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏🙏🏝🏝🏝🏝🐂🐂🐂🐂🐂जय हो माँ भग्बती गौ माता की जय सिया राम जय दादा जी महाराज जय गौ माता की जय 🙏🙏🙏🙏🙏🙏
लोग डरे हुए हैं इनके बस की बात नहीं है
Jai gaw mata
जय गौ माता जय गोपाल
यह स्थान कहाँ है ?
Ye gaivsala ka naber dijiye na
Sab hindu essa sochate to rashtra Nirman hoga
जी
Sharaania karya
Jamuna gir Gawshala Surata ka video banaiye sirji
अगर गाय खुश नहीं होगी तो हम कभी खुश नहीं हो सकते
Sahi kaha aapne Sir Ji
गिर गाय बिकाऊ ह
जो लोग गाय माता को प्यार करते हैं बड़े बड़े शब्दों का प्रयोग करते हैं मैं उनसे अपील करता हूं कि वह सभी लोग शहरों में रह रही भूखी प्यासी गाय माता के लिए पार्कों में घास खाने के लिए आवाज़ उठाएं !?
@@zhingaru518 मेरी बात का जवाब नहीं दिया है !!?? 🤔
क्या आप गाय माता को पार्कों में घास खाने, पानी पीने, कच्ची ज़मीन पर बैठाने के लिए आवाज़ उठाएंगे !!?
रोड़ फुटपाथ सब पक्के हैं तो फिर गाय माता घास कहां खाएं !?
पक्की सड़क पर घास की तलाश में पैदल चलने से गाय माता के खुर घिसकर ख़ून निकल रहा होता है।
हम गाय माता को 40 ग्राम आटे की एक छोटी सी रोटी खिलाकर घर में अन्न धन के भंडार भरे रहेने की अपेक्षा करतें हैं।
मैं को ही महामुनि मानता हूं बस आप यह बता दो कि गाय माता पार्कों में घास खाने क्यों नहीं जा सकती है !?
जबकि गाय माता को राष्ट्रीय पशु घोषित करने की भी बात कही जाती है। जब राष्ट्रीय पशु के काबिल है तो फिर पूरा राष्ट्र ही गाय माता का हुआ ना !?
जब पूरा राष्ट्र ही गाय माता का हुआ तो फिर पार्क क्यों नहीं !!??🙏🤔
Sahi kaha aapne Sir Ji
@@ashwanisahu1406 बहुत बहुत धन्यवाद करता हूं 🙏
आपने सही को सही कहा इसके लिए एक बार फिर बहुत बहुत धन्यवाद करता हूं जी 🙏
please give contact of gausala
gaushala ka address bataye. mobile number deve.
🙏