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- Опубліковано 27 січ 2025
- भारत सिंह 7023332304
Tharparkar
यह नसल थारपारकर जिला (पश्चिमी पाकिस्तान) से है। यह भारत में मुख्यत जोधपुर, कच्छ और जैसलमेर क्षेत्रों में पायी जाती है। इसे ग्रे सिंधी, वाइट सिंधी और थारी के नाम से भी जाना जाता है। इसके शरीर का रंग राख के जैसा, मध्यम आकार का और चौड़ा सिर होता है। सींग वीणा के आकार के और किनारों पर से तीखे होते हैं। इनकी टांगे छोटी, पतली और लंबी पूंछ, बड़ा और चौड़ा कूबड़ और बड़े आकार का लेवा होता है, जिसमें निप्पल उचित फासले पर होते हैं। यह गाय प्रति ब्यांत में 1400 लीटर दूध देती है। यह नसल एक मिश्रित नसल है। इस नसल के बैल खेत में अच्छा काम करते हैं।
चारा
इस नसल की गायों को जरूरत के अनुसार ही खुराक दें। फलीदार चारे को खिलाने से पहले उनमें तूड़ी या अन्य चारा मिला लें। ताकि अफारा या बदहजमी ना हो। आवश्यकतानुसार खुराक का प्रबंध नीचे लिखे अनुसार है।
खुराक प्रबंध
जानवरों के लिए आवश्यक खुराकी तत्व: उर्जा, प्रोटीन, खनिज पदार्थ और विटामिन।
खुराकी वस्तुएं:
अनाज और इसके अन्य पदार्थ: मक्की, जौं, ज्वार, बाजरा, छोले, गेहूं, जई, चोकर, चावलों की पॉलिश, मक्की का छिलका, चूनी, बड़ेवें, बरीवर शुष्क दाने, मूंगफली, सरसों, बड़ेवें, तिल, अलसी, मक्की से तैयार खुराक, गुआरे का चूरा, तोरिये से तैयार खुराक, टैपिओका, टरीटीकेल आदि।
हरे चारे: बरसीम (पहली, दूसरी, तीसरी, और चौथी कटाई), लूसर्न (औसतन), लोबिया (लंबी ओर छोटी किस्म), गुआरा, सेंजी, ज्वार (छोटी, पकने वाली, पकी हुई), मक्की (छोटी और पकने वाली), जई, बाजरा, हाथी घास, नेपियर बाजरा, सुडान घास आदि।
सूखे चारे और आचार: बरसीम की सूखी घास, लूसर्न की सूखी घास, जई की सूखी घास, पराली, मक्की के टिंडे, ज्वार और बाजरे की कड़बी, गन्ने की आग, दूर्वा की सूखी घास, मक्की का आचार, जई का आचार आदि।
अन्य रोज़ाना खुराक भत्ता: मक्की/ गेहूं/ चावलों की कणी, चावलों की पॉलिश, छाणबुरा/ चोकर, सोयाबीन/ मूंगफली की खल, छिल्का रहित बड़ेवे की ख्ल/सरसों की खल, तेल रहित चावलों की पॉलिश, शीरा, धातुओं का मिश्रण, नमक, नाइसीन आदि।
नस्ल की देख रेख
शैड की आवश्यकता
अच्छे प्रदर्शन के लिए, पशुओं को अनुकूल पर्यावरणीय परिस्थितियों की आवश्यकता होती है। पशुओं को भारी बारिश, तेज धूप, बर्फबारी, ठंड और परजीवी से बचाने के लिए शैड की आवश्यकता होती है। सुनिश्चित करें कि चुने हुए शैड में साफ हवा और पानी की सुविधा होनी चाहिए। पशुओं की संख्या के अनुसान भोजन के लिए जगह बड़ी और खुली होनी चाहिए, ताकि वे आसानी से भोजन खा सकें। पशुओं के व्यर्थ पदार्थ की निकास पाइप 30-40 सैं.मी. चौड़ी और 5-7 सैं.मी. गहरी होनी चाहिए।
गाभिन पशुओं क देखभाल
अच्छे प्रबंधन का परिणाम अच्छे बछड़े में होगा और दूध की मात्रा भी अधिक मिलती है। गाभिन गाय को 1 किलो अधिक फीड दें, क्योंकि वे शारीरिक रूप से भी बढ़ती है।
बछड़ों की देखभाल और प्रबंधन
जन्म के तुरंत बाद नाक या मुंह के आस पास चिपचिपे पदार्थ को साफ करना चाहिए। यदि बछड़ा सांस नहीं ले रहा है तो उसे दबाव द्वारा बनावटी सांस दें और हाथों से उसकी छाती को दबाकर आराम दें। शरीर से 2-5 सैं.मी. की दूरी पर से नाभि को बांधकर नाडू को काट दें। 1-2 प्रतिशत आयोडीन की मदद से नाभि के आस पास से साफ करना चाहिए।
सिफारिश किए गए टीके
जन्म के बाद कटड़े/बछड़े को 6 महीने के हो जाने पर पहला टीका ब्रूसीलोसिस का लगवाएं। फिर एक महीने बाद आप मुंह खुर का टीका लगवाएं और गलघोटू का भी टीका लगवाएं। एक महीने के बाद लंगड़े बुखार का टीका लगवाएं। बड़ी उम्र के पशुओं की हर तीन महीने बाद डीवॉर्मिंग करें। कट्डे/बछड़े के एक महीने से पहले सींग ना दागें। एक बात का और ध्यान रखें कि पशु को बेहोश करके सींग ना दागें आजकल इलैक्ट्रोनिक हीटर से ही सींग दागें।
Rathi
राठी गोवंश राजस्थान के उत्तर-पश्चिमी भागों ( गंगानगर, बीकानेर और जैसलमेर) में पाए जाते हैं। इस नस्ल की गाय अत्यधिक दूध देने के लिये प्रसिद्ध है। गुजरात राज्य में भी राठी गाय बहुत पाली जाती है।[1]
वयस्क राठी गाय का वजन लगभग 280 - 300 किलोग्राम और बैल का 350-350 किलोग्राम होता है। राठी पशु की त्वचा भूरा व सफेद या काला व सफेद रंगों का मिश्रण होती है।
भारतीय गायों में राठी नस्ल एक महत्वपूर्ण दुधारू नस्ल है। यह गाय प्रतिदन 8 - 12 लीटर दूध देती है। कहीं-कहीं इसे 18 लीटर तक दूध देते हुए देखा गया है। राठी नस्ल के बैल बहुत मेहनती होते हैं। इस नस्ल के बैल गरम मौसम में भी लगातार 10 घंटे तक काम करतें हैं। ये रेगिस्तान में भरी-भरकम सामान खींचकर चल सकतें हैं। यह गाय भारत के किसी भी क्षेत्र में रह लेती है।राठी गाय को "राजस्थान की कामधेनु" भी कहते हैं।
GIR
यह नसल राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र में पायी जाती है। इसे देसण, गुजराती, सूरती, काठियावाड़ी, और सोरठी भी कहा जाता है। इसका शरीर लाल रंग का होता है जिस पर सफेद धब्बे, सिर गुबंद के आकार का और लंबे कान होते हैं। यह गाय प्रति ब्यांत में औसतन 2110 दूध देती है।
चारा
इस नसल की गायों को जरूरत के अनुसार ही खुराक दें। फलीदार चारे को खिलाने से पहले उनमें तूड़ी या अन्य चारा मिला लें। ताकि अफारा या बदहजमी ना हो। आवश्यकतानुसार खुराक का प्रबंध नीचे लिखे अनुसार है।
खुराक प्रबंध
जानवरों के लिए आवश्यक खुराकी तत्व: उर्जा, प्रोटीन, खनिज पदार्थ और विटामिन।
खुराकी वस्तुएं:
अनाज और इसके अन्य पदार्थ: मक्की, जौं, ज्वार, बाजरा, छोले, गेहूं, जई, चोकर, चावलों की पॉलिश, मक्की का छिलका, चूनी, बड़ेवें, बरीवर शुष्क दाने, मूंगफली, सरसों, बड़ेवें, तिल, अलसी, मक्की से तैयार खुराक, गुआरे का चूरा, तोरिये से तैयार खुराक, टैपिओका, टरीटीकेल आदि।
#गौराष्ट्रयात्रा #gaurashtrayatra
❤❤ Masha Allah
Sandar
बहुत ही सुन्दर एवम अद्भुत गोवंश।।
ओर यहां कार्य करने वाले सभी कर्मचारियों को कोटि कोटि साधुवाद जो इतनी ईमानदारी और मेहनत से कार्य कर रहे है।
जय गोमाता ।।
जय गोपाला।।
lovely very nice good nondey gomata lovely hura hai humra cow so sweet
सर मैं आपका फैन हूं चंदन डेरी फार्म बहुत अच्छा है
Jai gomata
जय गोमाता
Aap ke kam ko slam h sahb
Jaigoumata
Jai Shiri Ram
अति सुंदर जय गौ माता
जय गोमाता
ua-cam.com/channels/C_0OKvzcvaZel9jjPtCoGg.html
भारत जी आपको सादर प्रणाम बहुत सरहानिय काम हमे आपसे बहुत कुछ सिखने को मिल सकता हे
Jitu sar bahut badya sa samjata ha unka chanal ha us par dhako
Jai gopal jai gomata
राम कृष्ण हरी🙏🙏🚩🚩
जय गोमाता
जय गौ माता जय गोपाल जी सर जी कोई ऐसी संस्था बताओ जो गोमूत्र गोबर के ऊपर काम कर रही हो और हमारे को भी ट्रेनिंग दे ताकि हम गौशाला के ऊपर देसी गायों के ऊपर काम करना चाहे तो हमें भी रोजगार मिल जाए
Bharat ji, apko sadar pranam...🙏🙏🙏
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
जय गोमाता
जय गौ माता जी की जय नंदी महाराज जी की बाकाई आनंद आ गया
जय गोमाता
👌👌🙏🏻🙏🏻
जय गोमाता
Jai gau mata.jai Gopal 🙏🏻🙏🏻🌺🌹🌹🌺🌹🌺🌺
ati sundar gomata Bharat bhai ji
jai gomata jai gopal Bharat bhai ji
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
जय गोमाता
Good coverage, but centre must use good milking cows & good milker with blocked teets for overy production & low milkers or teet blocked cows be used for IVF PREGNANCY .
अब ठीक हो रहा है
Jai Shri Krishna
जय गोमाता
Jay gao mata ki
जय गोमाता
Sir maine yaha se do bull breeding ke liye hai dono bahut badiya hai
Kitne ke pare aapko kripya btayiye aur cows ka price rehta hai
ऐसी सरकारी संस्थान के समस्त स्टॉफ को बारम बार प्रणाम
You are great sir ji 🙏🏻🙏🏻🌺🌺🌹🌹
👍👍
Good vedio
🙏🙏
Jay Gomata 🙏🙏🙏
Jai gau mata🙏🙏
जय गोमाता
नमन
Jai gou mata
जय गोमाता
Jai gou mata jai gopal ।
जय गोमाता
Tharparkar ki bachadi mere pass h ghar k sadasay ki tarah rakhata hu jai gau mata
जय गौ माता जय गोपाल
जय गोमाता
Jai Gaumata Jai Gaupal Jai Nandi Maharaj Jai Mahadeb 🕉🕉🕉🕉🕉🙏🙏🙏🙏🙏
जय गोमाता
Banaras main gangatiri cow ka videos banaye shre Rameswaram gosala
जी
सुंदरता की पराकाष्ठा है थारपारकर गौमाता 👌👌
जय गोमाता
Jay gomata Jay gopal 😍😍
जय गोमाता
Ram Ram ji
Bhai yha se ghye kase milgi
ऑक्शन होता है
Sir..pls agar aap approx...rate mention de to. Thanks
Thankyou sir. I am Ramakrishna from Bangalore. Tarparkar cows are available for sale in ccbfat Surathgarh .
Still is it available
जय श्री कृष्णा।
Surat gadh ne jesa kaam tharparkar k liye kiya hai wesa kaam haryana gaye k liye kaha ho raha hai. Plse bataye.
हरियाणा पर हिसार में काम होता है
जय गौ माता महोदय विनम्र निवेदन 72 37 का सीमन उपलब्ध करवाएं
ua-cam.com/channels/C_0OKvzcvaZel9jjPtCoGg.html
Sir 7237 ka siman available hai kya?
भारत भाई मेभी आप की यात्रा में चल सकता हूँ क्या नबंर आप के पास है तो बात कर
बिल्कुल 7023332304
Sir can I visit l am from indonesia salwinder s dhillon
हमारे पास है थारपारकर पहले ही ब्यात में 16लीटर
जय हो
सर इन गायोँ की पूछ इतनी छोटी क्यों है जब कि हमारी इसी नसल की गायोँ की पूछ लम्बी है
जय श्री राम
जय गो माता
जय जय राजस्थान
Sir ccbf bull Tp7237 ke semen avaible mil skte hai kya??
Jay gomata jay gopal bhart ji 🙏
जय गोमाता
Bhai r
जय गोमाता
जय गोमाता
Bhai ye cow ko km cover krte h khud ko jyada
In Ceylon city of Jaffna in 1954 two Tharpakar semen donors were present when AI was intiated!
Not a single video is useful.
Most of the time talking.
We want to see milking and how they prepare ghee and what prices they sell milk and ghee.
Jai goumata jai gopal 👌 👍 🙏
जय गोमाता
जय गोमाता