इन लोगो की कोई गलती नहीं, यहां शिक्षा का अभाव हैं, बच्चे कुपोषण के शिकार हैं ,गरीबी हैं, बेरोजगारी हैं ,सरकार की कोई योजनाओं का लाभ नहीं हैं, यहां पर विश्व गुरु विकसित भारत का सपना देखते हैं।
आप ही इन आदिबासी भाइयो के लिए एक उम्मीद की किरण हो.... भईया.. आपके माध्यम से इन लोगो की समस्या.. सरकार तक पहुंच रही है.. आपके द्वारा किए गए सभी कार्य सराहनीय है.. आपकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है.. विकास भईया को सादर प्रणाम 🙏🙏
आप ने आज जो बात बोला ओ 100% सही है कोई सरकार के आदमी आते जाते नहीं तो जानेंगे कैसे सर आप जिस गांव में जाते हैं वहा के लोगो को सोसल मीडिया से जोड़े मोबाइल के माध्यम से। फिर एक दिन जान जायेंगे
भाई जी नमस्कार मैं दिल्ली से हूं आपने जो कहा है वो कड़वा सच है जो इन्हे नक्सली कहते वो सिर्फ 10 दिन इनकी तरह जीवन जी कर देखो फिर बताना सच क्या है। रोटी कपड़ा और मकान ये चीज जिसके के पास नही होती वो ही जानता है जिसके परिवार के लोग इलाज के कारण तड़फ तड़फ कर मर जाते है जरा सोचो और फिर बोलो।
कितनी सरकारें आकर चली गईं, फिर भी इन ग्रमीणों के बीच सरकार की योजनाएं विफल साबित हुई। हर कोई इनका शोषण कर रहा है। कोई वोट के नाम पर, कोई शिक्षा के नाम पर, कोई सुरक्षा के नाम पर ,कोई विकास के नाम पर। झारखंड से।
सरकारें बहुत बड़े बड़े वादे करती है, जमीन पर हकीकत तो देखिये हमारे भाई बहिन किस हालत में है, हमें उनके लिये बहुत करना है, सेवा भावी लोगों को इन क्षेत्रों में भेजें और उनकी पर्याप्त मदद करें कुछ सालों में जीवन बेहतर हो जायेगा, एक आयोग का गठन कर दिया जाये पर काम ground पर रुके नहीं, जय हिंद
आज तो हमारे तिवारी जी "स्वादु" बन गये है। तिवारी जी ऐसा प्रतीत होता है की यहां के अधिकतर आदिवासी साक्षर नहीं है। इनमें जो पढ़े लिखे आदिवासी भाई-बहन हैं उनका फर्ज बनता है कि अधिक से अधिक लोगों को साक्षर करे ताकि ये अपनी योग्यता से निर्णय लेने के काबिल बन जायें। इनमें शासन, प्रशासन और संविधानिक साक्षरता तो बिल्कुल ही नहीं है। इन्हें अपने अधिकारो की जानकारी भी नहीं है। आर्थिक साक्षरता व इन आदिवासी भाईयो की आर्थिक स्थिति भी निम्नतर स्तर पर है। अब समय है की आदिवासी भाई अपने पेट पर पट्टी बांध कर अपनी आनेवाली संतानों के लिए शिक्षा की व्यवस्था अवश्य करें। सरकार और माओवादी यह व्यवस्था बिलकुल नहीं करेंगे। थोड़े-थोड़े पैसे इकट्ठे करके या चंदा इकट्ठा करके अपने-अपने गांव में दो या तीन कमरे का स्कूल जरूर बनवाये और अध्यापक की व्यवस्था करे।
सरकार ग्रामीण आदिवासी एवं नक्सलियों को आप अध्यक्षता करवा सकते हैं मूलभूत सुविधा बिजली पानी हॉस्पिटल राशन हेत चार पहियाठेला पगडंडी में चल सकता है वह खरीद कर आप दे सकतेहैं
बस्तर संभाग के आंधरुनी गांवों मे विकास तो हुआ है, लेकिन सब सरकारी कागजो पर , सरकार करोड़ो का पैकेज तो दे रही है लेकिन ओ पैसा कहा जाता है, इसकी जानकारी आपको और हम सबको अच्छे से हैं ।
Mujhe lagta hai Kendra sarkaar ko ek baar bastar ke sabhi patrakaron aur janpratinidhiyon se milkar iska salution dhundhna chahiye...patrakaar to apna kaam kar rahe hai magar sarkaar ko bhi aange aana chahiye
इन लोगो की कोई गलती नहीं, यहां शिक्षा का अभाव हैं, बच्चे कुपोषण के शिकार हैं ,गरीबी हैं, बेरोजगारी हैं ,सरकार की कोई योजनाओं का लाभ नहीं हैं, यहां पर विश्व गुरु विकसित भारत का सपना देखते हैं।
आपकी पत्रकारिता जमीनी हकीकत को दिखाता है Salute है आपको 🙏
आप आदिवासियों के संघर्ष भरे जीवन को बहुत करीब से देख रहे है और समझ रहे हैं ।
आप ही इन आदिबासी भाइयो के लिए एक उम्मीद की किरण हो.... भईया..
आपके माध्यम से इन लोगो की समस्या.. सरकार तक पहुंच रही है..
आपके द्वारा किए गए सभी कार्य सराहनीय है..
आपकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है..
विकास भईया को सादर प्रणाम 🙏🙏
हम सभी इंसानो की इंसानियत मर चुकी है विकास सर , तभी तो हमें अपने परिवार जनों के अलावा कोई दुसरे इंसान का दुःख में सहायक भावना खत्म हो गया है।
आदमी 40-45 के उम्र में दिख रहा है मगर दादा का हिंदी स्पष्ट है मुझे भा गया 👍
चाहे आदिवासी, माओवादी, फोर्स जो भी मरे सब अपने ही हैं बहुत दुख होता है
आदिवासियों का दिल बहूत बड़ा है।
आप ने आज जो बात बोला ओ 100% सही है कोई सरकार के आदमी आते जाते नहीं तो जानेंगे कैसे सर आप जिस गांव में जाते हैं वहा के लोगो को सोसल मीडिया से जोड़े मोबाइल के माध्यम से। फिर एक दिन जान जायेंगे
बहोत ही दयनीय अवस्था हैं हमारे आदिवासी लोगो मन के दिलके संचे रहते है इनके साथ ही इतना अन्याय q होता हैं.....
आदिवासी साफ दिल के होते हैं
मैं नहीं मानता कि 100% आदिवासी सच्चे दिल के होते है। 25% आदिवासी सातीर भी होते हैं।
विकास भैया आपका ये पत्रकारिता बहुत ही अच्छा लगता है आप हमेशा गरीब आदिवासी की हक के लिए बोलते हैं
बहुत महत्व पूर्ण बातें कही है महोदय जी
भाई जी नमस्कार मैं दिल्ली से हूं आपने जो कहा है वो कड़वा सच है जो इन्हे नक्सली कहते वो सिर्फ 10 दिन इनकी तरह जीवन जी कर देखो फिर बताना सच क्या है। रोटी कपड़ा और मकान ये चीज जिसके के पास नही होती वो ही जानता है जिसके परिवार के लोग इलाज के कारण तड़फ तड़फ कर मर जाते है जरा सोचो और फिर बोलो।
सही बात कहा भाई साहब अपने आपको बहुत बहुत धन्यवाद
आपकी पत्रकारिता आपका विशुद्ध विचार जंगलों में रहने वाले मूल निवासियों के प्रति लोगों का विपरीत मानसिकता को दूर करती है।🙏🙏
देश की असली मीडिया आप लोग हों ❤
बिल्कुल सही कहा आपने ये बिडीयो सरकार तक पहुचना चाहिए
Bahit बढ़िया रिपोर्ट भईया जी
1no
कितनी सरकारें आकर चली गईं, फिर भी इन ग्रमीणों के बीच सरकार की योजनाएं विफल साबित हुई। हर कोई इनका शोषण कर रहा है। कोई वोट के नाम पर, कोई शिक्षा के नाम पर, कोई सुरक्षा के नाम पर ,कोई विकास के नाम पर।
झारखंड से।
🌻 बहुत बुरी स्थिति है इन लोगों के शासन से कोई सुविधा नहीं मिलता फिर भी जीने की उम्मीद रखते हैं अपने परिवार के साथ यह आदिवासी जय आदिवासी👌🙏
बहुत ही दयनीय इस्तिथि है भाई सरकार का कोई नमो निसान नहीं ऐसे मे एक ही रास्ता बचता है वो है.....
Shukriya bhaiya ji,aisa sach dikhane k liye.
AAP ke in pryas ko naman h , aap jaise patrkar bahut kum h bhaiya
बहोत बडिया आप है पुरे छोटे छोटे चिजो पे शिक्षा कुल पंचायत गाव 👍
सराहनीय ❤❤❤
Sir aapka reporting bahut acha h
में एक शिक्षक हूं, आपका काम बहुत अच्छा लगता है दादा झारखंड, गुमला से
सरकारें बहुत बड़े बड़े वादे करती है, जमीन पर हकीकत तो देखिये हमारे भाई बहिन किस हालत में है, हमें उनके लिये बहुत करना है, सेवा भावी लोगों को इन क्षेत्रों में भेजें और उनकी पर्याप्त मदद करें कुछ सालों में जीवन बेहतर हो जायेगा, एक आयोग का गठन कर दिया जाये पर काम ground पर रुके नहीं, जय हिंद
Apka video ka intjaar rahata hai sir
विकास जी आप की वीडियो देख कर ऐक बात समज में आती हैं ईन गरीब आदीवासी के जुलम तो हो रहा है ओर force गरीब आदीवासी का फेक encounter करते हैं
आप ही आदिवासियों की एक उम्मीद है वह आदिवासी जो अंदर जंगलों में रहकर अपने आप को आपके जरिए सुरक्षित महसूस करते हैं👌🏻👌🏻❤️ भैया आपको दिल से प्रणाम🙏🏻
कोशिश जारी है
It's called true reporting
I salute u sir
Thanks you
Great reporting sir solute you..
आपके पत्र कारिता को सलाम
जी शुक्रिया
आज तो हमारे तिवारी जी "स्वादु" बन गये है। तिवारी जी ऐसा प्रतीत होता है की यहां के अधिकतर आदिवासी साक्षर नहीं है। इनमें जो पढ़े लिखे आदिवासी भाई-बहन हैं उनका फर्ज बनता है कि अधिक से अधिक लोगों को साक्षर करे ताकि ये अपनी योग्यता से निर्णय लेने के काबिल बन जायें। इनमें शासन, प्रशासन और संविधानिक साक्षरता तो बिल्कुल ही नहीं है। इन्हें अपने अधिकारो की जानकारी भी नहीं है। आर्थिक साक्षरता व इन आदिवासी भाईयो की आर्थिक स्थिति भी निम्नतर स्तर पर है। अब समय है की आदिवासी भाई अपने पेट पर पट्टी बांध कर अपनी आनेवाली संतानों के लिए शिक्षा की व्यवस्था अवश्य करें। सरकार और माओवादी यह व्यवस्था बिलकुल नहीं करेंगे। थोड़े-थोड़े पैसे इकट्ठे करके या चंदा इकट्ठा करके अपने-अपने गांव में दो या तीन कमरे का स्कूल जरूर बनवाये और अध्यापक की व्यवस्था करे।
बहुत सही बोले सच को दिखाए है
#आदिवासी जंगल रखवाला रे!!🙏🏼💙
इस गांव में पढ़ाने वाले गुरुजी लोग ये विडियो देखने के बाद स्कूल खुलने के पहले पहुंच जायेंगे,तिवारी जी के रडार में आ गए
जी
सरकार ग्रामीण आदिवासी एवं नक्सलियों को आप अध्यक्षता करवा सकते हैं मूलभूत सुविधा बिजली पानी हॉस्पिटल राशन हेत चार पहियाठेला पगडंडी में चल सकता है वह खरीद कर आप दे सकतेहैं
Aap ko dil se salam sir ji
sir aapki video bhout sunder or saral hai, or aap in aadivasiyo ki umid hai. bus aake vicharo ko sarkar sun le to in vicharo ka bhala ho jaega.
waah mahraj ji apne asli dard rakha hai hamare aadiwasi bhaiyo ka
शुक्रिया आपका
Bahut sahi sarkar ko kuch karna chahiye
op चौधरी शिक्षक भर्ती होने नही दे रही
बस्तर संभाग के आंधरुनी गांवों मे विकास तो हुआ है, लेकिन सब सरकारी कागजो पर , सरकार करोड़ो का पैकेज तो दे रही है लेकिन ओ पैसा कहा जाता है, इसकी जानकारी आपको और हम सबको अच्छे से हैं ।
आपके रिपोटिंग सलाम तिवारी साहब
जी शुक्रिया
एक जो गुरु जी आता है ओ भी मछली पकने आता है😅😅
बहुत सही कहां आपने तिवारी ji 👌👌👌
धन्य है महाराज 😢
Bahut badiya tiwari sir
Bahut sundar reporting
जी शुक्रिया
Good job sir
Jay adivasi Jay kishan Jay shree Ram
Good विकास दादा
bhut sahi bole ho shahar ke log kuch bhi bol dete hai jab police gaw tak jaa sakta hai to sarkaar ke yojana kiu nahi pahucht pati 😢😢😢
Hum bhi ek aadiwashi ke parivaar hai inke dukh dard mahsus hota hai bhai
Vikas ji aap ka kam excellent💯👍
जी शुक्रिया
Jay ho Aadiwasi Samaj ❤❤❤Jai Hind Jay Bheem...
Good .paji
हम सभी को अपना दुःख बड़ा लगता है दुसरे का नहीं,कब हम इंसान इंसानियत निभाय गें।
bhai ye bhut bhole log he ye aapse bdi viswas ke sath milte he
Aap Sahi baat bol rahe ho bhaiya
हमारे गांव में इसे माड़ कहते हैं
Aap ki Baat sahi lagi. Prashashan ki Kami shaf dikh rahi hai ❤
आदीवासी अपनी जगा और पर्यावरण बचाने के लीये आदोंलन करतें हैं
Bilkul sahi kaha sir
Sir bheji village ka bi video banao
Sarkar ke liye bahut bari chunoti hai,is rajya ke liye..
मेरी जड़ें बस्तर से हैं लेकिन शहरी हिस्से से,संपूर्ण बस्तर अबूझमाड़ छेत्र का विकाश बिना सड़क और बिजली के असंभव है,,,🙏
Gajb tiwari bhaiya
चावल पेज कैसे लग सर
Good job
Sahi Baat bol rahe ho
Baat to sahi hai
Bilkul right 👍
Thiwari sir namaskar.ekbar my baster visit Kartha ap mereku Jara Pura bathana
Good sir
Sahi bat he👌🙏
Right sir ji
Nice 👍
हम मुंडा आदिवासी चावल पेज को 'इली "बोलते है।
Niche
Tiwariji jaisa desh baisa bhesh
Very nice
सबसे बड़ी मान सम्मान आदिवासी ही करते हैं, क्यों कि वे खुद भले नीचे बैठे, लेकिन मेहमान को कुतुल या कटुल ( पिढ़ा या खाट)में ही बैठाते हैं।
U R right reporter sir
Ji thanks you
क्या हालतें होता होगा छोटे बच्चे को लेकर पुलिस ले जा रहें हैं😢😢
Bilkul sahi bat h
घर घर नल जल योजना की कल्पना नहीं किया जा सकता क्योंकि एक भी हैंडपंप नहीं है ये है गांधी जी के सपनों का भारत
Namaskar sir Dipendra Gurung Darjeeling
नमस्ते
Sir kV bihar ka v news banaye
Right 👍👍 tiwari sir ji
Mujhe lagta hai Kendra sarkaar ko ek baar bastar ke sabhi patrakaron aur janpratinidhiyon se milkar iska salution dhundhna chahiye...patrakaar to apna kaam kar rahe hai magar sarkaar ko bhi aange aana chahiye
Tiwari bhau ..
mai bhi cg language janta hu..
Mai gadchiroli (mh)se hu
Mai bhi basi pej khata hu garmi me
Aap sach bol rahe h dada
👍👍👍👍👌👌👌
नेताओ के जितने भी vip सुख सुविधाएं सब को हटाना चाहिए ऐसा नियम कानून पारित करना चाहिए सबका जड़ ये नेता और भ्रष्ट सिस्टम के कारण.. हो रहा है..
❤
Proud of you sir
Thanks you
Bhaiya puliya poochho