हमे आप पर गर्व हे किशन राज जी भील पर आप के साथ हम भी कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे और साबित कर देंगे की राणा पूंजा भील थे , है, और रहेंगे जोहार जय राणा पूंजा भील जय मेवाड़ 🎉
@@radheshyamkhradi7273 जिन लोगों का कोई गौरवशाली इतिहास नहीं होता वे दूसरों के बापों को बेशर्मी से अपने बाप बताने लग जाते हैं जैसे राजपूतों के पुरखों पर आज अलग अलग जातियां दावा करने लगी हैं
इसमे कोई दो राय नही कि भील समाज सदियो से राजपूतो के हमसाये की तरह साथ रहने वाली कौम थी और है और ये बात भी सही है कि महाराणा प्रताप की मेवाङ सेना मे भी भील और मीणा समाज की ही बहुलता थी यही कारण है कि आज भी राजस्थान पुलिस मे "मेवाङ भील कोर" के नाम से बकायदा एक बटालियन बनी हुई है !! राणा पूजा सोलंकी राजपूत थे जिनके वंशज आज भी जिन्दा है तथा राणा पूजा भील समाज के नेतृत्व करने वाले वीर योद्धा थे और भील समाज को राजपूत समाज आज भी सम्मान स्वरूप **राणा** कहकर पुकारते है भील राणा और राजपूतो मे कभी भी वैमनस्य नही रहा राणा पूजा वीर योद्धा थे जिनको आज भी भील समाज और राजपूत समाज दौनो ही समाज बहुत आदर सम्मान से उनका नाम पुकारते है इस मुद्दे को लेकर भील समाज और राजपूत समाज के आपसी संबधो मे कोई वैमनस्य पैदा नही करे सबसे अपील है 🙏🙏
दूसरी बात व्यक्ति विशेष कुछ भी कहो लेकिन भीलों ने महाराणा प्रताप का साथ दिया था इससे तो इनकार नहीं कर सकते हैं और अगर ऐसे ही करते रहे तो कोई भरोसा नहीं इनका
अगर राणा पूंजा राजपूत होता तो महाराणा प्रताप का सेनापति था तो इतिहास में भी उसका भी बड़ा ठिकाना होता नाम होते हैं जैसे सलूंबर भिंडर बिजोलिया देवगढ़ सादड़ी कोठारिया मांडलगढ़ और भी है पर हम तो पनरवा ठिकाने के बारे में हम खुद और इतिहास में भी अनभिज्ञ है विशेष बात ये तीर कमान गले में भेरूजी की चौकी हाथ में कड़ा और धोती पहने खुला बदन ये ही साक्ष्य और मेवाड़ का राजचिन्ह वो गास की रोटी और छापामार युद्ध मेवाड़ महाराणा का राजतिलक भील के खून से किया जाता और राणा पूंजा सोलंकी राजपूत होता तो महाराणा प्रताप सहायता मांगने जंगल में नही ठिकाने या रावला में जाते
आपके तो अपने भी छोड़कर अकबर के साथ में चले गए थे मानसिंह सिंह शक्ति सिंह हमने तन मन से वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी का साथ दिया आज उनका इतिहास खत्म करने पर तुले हो जय जोहार जय राणा पुजा भील।
सही बात है युद्ध कोई और लड़ा था खून किसी और ने बाहाया था हम लोग एक जाति जाति में लड़ रहे हैं एक दूसरे सच्चाई क्या है किसी को नहीं पता मैं मानता हूं कलयुग है लेकिन ऐसा भी कलयुग नहीं होना चाहिए पहले भील भाई और राजपूत भाई दोनों मिलकर युद्ध लड़ा करते थे आज इन सरकारों ने एक दूसरे को अलग कर दिया 🥲
जी दादा किशन राज जी भील आप संघर्ष करते रहो वर्तमान समय मे उप चुनाव होने जा रहे है यहा से फ्री होते ही राजकुमार जी रोत डूंगरपुर बांसवाड़ा सांसद साहब को नोटिस जारी किया है रीनासिंह जी सुप्रीम कोर्ट को भील समाज जवाब देंगे पूरे देश के भील समाज सड़कों पर प्रदर्शन करेंगे जरूरत पड़ने पर सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच सकते है समय रहते रीना सिंह जी सुप्रीम कोर्ट आप नोटिस जारी किया उसे वापिस ले लेना पूंजा भील थे है और रहेगा राणा पूंजा भील की उपाधि जो राणा प्रताप को मेवाड़ से मुगलों से जीत हासिल करवाई भीलों ने उसके बाद महा राणा प्रताप कहलाए इसलिए पूंजा भील को राणा की उपाधि राणा प्रताप के माता जी ने दी थी साथ मेनी जाया रानी जाया भील और राजपूत भाई के बराबर मात्रा मे अधिकार है तो भील जनजाति भील ही है राजपूत नही हो सकते है जोहार जय भीम जय संविधान जय भील प्रदेश ✍️🏹💯✊💪🔥🌍🌿🌱🌾✊
समय आने पर मेवाड़ राजगघराना ही बताएगा क्योंकि पानरवा के सोलंकी राजवंश में मेवाड़ राजघराने से वैवाहिक संबंध भी थे इस पर नाथद्वारा विधायक महाराज श्री विश्वराज सिंह जी ने भी कई बार अपने interwew में कहा है की राणा पूंजा जी के वंशज सोलंकी राजवंश है अभी वर्तमान में उनका ठिकाना पानरवा मौजूद है । उनके वंशज 92 वर्षीय राणा मनोहर सिंह जी अभी भी है आपके भीलों के कौनसे वंशज मौजूद है ये भी बताए । ये तो अब कोर्ट ही बताएगा।
जनता व युवाओ को ऐसी बातों की बजाय शिक्षा व रोजगार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।इन बातों से किसी घर को रोजगार मिलने वाला नही दावे करने से किले या जागीर मिलने वाली है
जय जोहार दादा जी आपका बहुत बहुत हद से आभार 🙏🙏 और रही बात राजपुतों भाईयों से निवेदन है कि इतने दिन अपन भाई थे लेकिन आज आप ही दोनों जाती यो के प्रेम भावी खत्म कर दिया आप भील समाज को बहुती नीचे दिखा दिया क्यों हम भील राजा नहीं थे क्या कब इस दुनिया में मात्र एक ऐसी जाती जो कि आज भीलों के सामने औकात बता रहे हैं वो औकात भीलों ने ही किया सभी को जब अकबर अटेक करने आए थे तब सब कहां मर गए थे आज सब बोल रहे हैं कि भील क्या और क्या कर सकते अरे अभी वक्त है आपके पास और जब भील सामने करने आ गए तो इतिहास लिखते लिखते कागज़ और कही पेन सिआई कहीं खत्म नहीं हो
@@PuranSingh-x5dbhai sahab Mewar me koi valmiki nahi rehata .....kisi bat ka koi aadhar bi hota he..log kahte he Akbar tumhara jija he to kya tum man longe
निषाद वंश के पुंजा भील ने अकबर को ललकारा था तिलका मांझी, विरसा मुंडा टंट्या भील ने अंग्रेजों को मारा था राजपाल डायर को मारा उधम सिंह ने जान से नाग निषाद की गाथा गाऊँ सुन ले भैया ध्यान से भीम जोहार। बुद्ध वन्दामि
हहहह उपन्यास भी अब ऐतिहासिक प्रमाण हो गये 😂 क्या मज़ाक है। बलवंत राय मेहता, देवीलाल पालीवाल, डॉ देव कोठारी आदि इतिहासकार, उनके प्रमाण नहीं रखे भाई आपने? वरिष्ट लेखक साहब आपका नाम पहली बार हीं सुना है 😂
इतिहासकार और उपन्यासकार में ज्यादा फर्क नहीं होता है , शिलालेख और ताम्रपत्र की लेखनी को सही माना जाता है, परंतु उस भाषा शैली को पढ़ना हर किसी के बस काम नहीं है मुगलकाल व बिर्टिश शासन में बहुत कुछ बदला है, ये लड़ाई लड़ने का काम नहीं है,हकिकत जानने का विषय है।।
चितौड़गढ़ दुर्ग के दुवार के ऊपर जो चिन्ह बना है उस में एक तरफ राजपूती वेशभूषा में महाराणा प्रताप व दूसरी तरफ भील वेशभूषा में राणा पूंजा भील है यह चिन्ह इसलिए दर्शाया गया है कि अकबर के खिलाफ महाराणा प्रताप का साथ दिया था क्योंकि उस समय कई राजपूत रियासतों ने महाराणा प्रताप का साथ नहीं दिया था और अकबर की तरफ से राजपूत मानसिंह ने अकबर का साथ दिया था और महाराणा प्रताप का साथ राणा पूंजा भील ने दिया था इसलिए पूंजा भील को राणा की उपाधि स्वय महाराणा प्रताप जी ने दी थी इससे यह स्पष्ट होता है कि राणा पूंजा भील ही थे एडवोकेट पर FIR होने चाहिए
और एक बात कहना भूल गया । पीछे रखे किस ग्रंथ में जोहार शब्द का प्रयोग सबसे ज्यादा बार हुआ हैं। अगर नही पता तो मुझे से मिलना बताऊंगा, वो ग्रंथ तो पीछे नजर ही नहीं आ रहा बाकी सब तो देख रहा हूं। जय श्री राम
Kishan ji apka bolne ka tarika bahot acha h apne kisi ko galat nhi bola or apni baat bhi sabke samne rakhi Hum sabhi hindu Ek h hume apas m nhi padna chahiye
बिल्कुल गलत है आपका डिबेट सैकड़ों राजपूतों ब्राह्मणों बनियों मे से कोई मुगलों की लड़ाई में आगे नही आए थे आपने उल्टा कहा है जिन्होंने लड़ाई लड़ी उनका उल्टा डिबेट कर दिया है लेकिन याद रखे कई राजपूत राजाओं ने डोला दे दिया था राणा प्रताप ही बचे थे जंगलों पहाड़ों में सुपते रहे भीलों का साथ सहयोग लेकर मुगलों के सामने लड़ने हेतु पूंजा भील जैसे महान लड़ाका वीर योद्धा भामशाओ गाड़िया लोहार हाकिम खान सूर जैसे सैनिकों की सेना प्रमुख भील सेना के माध्यम से जीत हासिल की राणा प्रताप के भाई शक्ति सिंह जैसे राजपूत भाई को छोड़कर मुगलों के साथ मिल गए थे याद रखिए सोच समझ कर डिबेट करना भीलों के इतिहास को सिनने वाले मिटाने वाले मिट जाते है सत्य कभी हारता नही है जय जोहार जय भीम जय संविधान जय भील प्रदेश ✍️🏹💯🔥💪✊🌍🌾🌱🌿🌅 नमक हराम होते है वो डूबते ही है 🔥💯
लेकिन अब जन जागरण होने से ये प्रथा कम हुई है बाकि कई भील अपनी गोत्र लगाते थे और कुछ अभी भी लगाते हैं सोलंकी भील चौहान भील खराड़ी या खत्री भील गेहलोत या रहलोत दाणा या दशाणा खोखरिया राठौड़ सोनीगरा इत्यादि
Good lekhak sahab ye aapka badpan he aap apni दरिद्रता ke saath me is नोटिस ka javab diya 🪔 me vikesh kumar meena aapka tahdil सम्मान जोहार करता हु कथित तौर से ये साबित करना होगा जय भीम जय जोहार
कोर्ट को भीलों को अपने भील समाज के वर्तमान वंशज का डीएनए टेस्ट करवाना चाहिए तथा इसी तरह पानरवा ठिकाने के वर्तमान वंशज का भी डीएनए करवाना चाहिए। जब तक डीएनए टेस्ट नहीं होगा तब तक रिजल्ट नहीं आयेगा
सुप्रीम कोर्ट के नोटिस के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन करेंगे सांसद राजकुमार जी रोत अकेले भील को नोटिस नही मिला है पुरी भील समाज के खिलाफ फैसला सुनाया है साथियों जाग जाओ आवाज बुलंद करो भीलों का अधिकार इतिहास कल्चर अस्तित्व समाप्त किया जा रहा है जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश
दादा किशन राज जी भील आपने बहुत अच्छा जवाब दिया आपका धन्यवाद
भारत का पूरा भील समुदाय आपके साथ है। जय जोहार
हमे आप पर गर्व हे किशन राज जी भील पर आप के साथ हम भी कंधे से कंधा मिलाकर चलेंगे और साबित कर देंगे की राणा पूंजा भील थे , है, और रहेंगे जोहार जय राणा पूंजा भील जय मेवाड़ 🎉
ऐसे नोटिस जारी करने वाले एडवोकेट जी अब आदिवासी समाज जाग चुका है
जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश 🏹 🏹 🏹 🏹
पहले मिहिर भोज गुजर को राजपूत बता रहे थे आज राणा पूंजा को राजपूत बता रहे हे अब अम्बेडकर को भी राजपूत कहेंगे
😅😂😂😂
Mihir bhoj ka history pata hai tujhe@@silentheroofindia07
@@radheshyamkhradi7273 जिन लोगों का कोई गौरवशाली इतिहास नहीं होता वे दूसरों के बापों को बेशर्मी से अपने बाप बताने लग जाते हैं जैसे राजपूतों के पुरखों पर आज अलग अलग जातियां दावा करने लगी हैं
Abe gawar mihirbhoj prathihar rajput hi hai koi 💩jjar nahi😂😂
Puran singh sahi bole aap
राणा पूंजा भील ही था मेवाड़ के जंगलों में जंगल में राजपूत कभी रहते हैं क्या अच्छा किया उन्होंने जवाब दिया किशन भाई को धन्यवाद ऐसे ही जवाब सामने देना
वकील पैसे के लिए कुछ भी नोटिस निकाल देती है
राणा पूंजा भील था और भिल रहेगा
भीलों को आरपार लड़ाई लड़नी होगी कोर्ट में,सड़क पर, विधानसभा,ओर संसद में लड़ाई लड़नी होगी।
🤣🤣🤣
तू मीणा है तू तेरा देख 😂
@@Bhil_raj_historyKAHA LIKHA H VO MEENA H OR USNE SAHI KAHA NAHI LADNA HO TO ASE TESI KARAO 😂😂
Tum.ko.bol.ne.valo
इसमे कोई दो राय नही कि भील समाज सदियो से राजपूतो के हमसाये की तरह साथ रहने वाली कौम थी और है और ये बात भी सही है कि महाराणा प्रताप की मेवाङ सेना मे भी भील और मीणा समाज की ही बहुलता थी यही कारण है कि आज भी राजस्थान पुलिस मे "मेवाङ भील कोर" के नाम से बकायदा एक बटालियन बनी हुई है !! राणा पूजा सोलंकी राजपूत थे जिनके वंशज आज भी जिन्दा है तथा राणा पूजा भील समाज के नेतृत्व करने वाले वीर योद्धा थे और
भील समाज को राजपूत समाज आज भी सम्मान स्वरूप **राणा** कहकर पुकारते है भील राणा और राजपूतो मे कभी भी वैमनस्य नही रहा राणा पूजा वीर योद्धा थे जिनको आज भी भील समाज और राजपूत समाज दौनो ही समाज बहुत आदर सम्मान से उनका नाम पुकारते है इस मुद्दे को लेकर भील समाज और राजपूत समाज के आपसी संबधो मे कोई वैमनस्य पैदा नही करे सबसे अपील है 🙏🙏
दूसरी बात व्यक्ति विशेष कुछ भी कहो
लेकिन भीलों ने महाराणा प्रताप का साथ दिया था इससे तो इनकार नहीं कर सकते हैं
और अगर ऐसे ही करते रहे तो कोई भरोसा नहीं इनका
भील राणा पूंजा भील है और रहेगा कोई नहीं रोक सकता
अगर राणा पूंजा राजपूत होता तो महाराणा प्रताप का सेनापति था तो इतिहास में भी उसका भी बड़ा ठिकाना होता नाम होते हैं जैसे सलूंबर भिंडर बिजोलिया देवगढ़ सादड़ी कोठारिया मांडलगढ़ और भी है पर हम तो पनरवा ठिकाने के बारे में हम खुद और इतिहास में भी अनभिज्ञ है विशेष बात ये तीर कमान गले में भेरूजी की चौकी हाथ में कड़ा और धोती पहने खुला बदन ये ही साक्ष्य और मेवाड़ का राजचिन्ह वो गास की रोटी और छापामार युद्ध मेवाड़ महाराणा का राजतिलक भील के खून से किया जाता और राणा पूंजा सोलंकी राजपूत होता तो महाराणा प्रताप सहायता मांगने जंगल में नही ठिकाने या रावला में जाते
अगर राणा पूंजा सोलंकी भील थे तो उनकी रिश्तेदारियां राजपूतों में क्यों थी
राजा थे वे sc st varg मैं कैसे आ गए। राजा की पहचान उनकी रिश्तेदारी और उनके ओहदे v जागीर से पता चल जाता है
ये जबरदस्ती राजपूतों से जोडने का प्रयास कर रहे है राणा पूंजा भील थे ये साफ -साफ इतिहास मे लिखा हुआ है
@@PuranSingh-x5d vh to akbar ki bhi thi
@vikashmeena6687 ऐसे ही राजपूतों को बेशर्मी से अपने बाप बनाते रहो 😀😃😄😀😃
राणा पुजा भील और राणा पुजासिंह में बहुत ही अन्तर है
आपके तो अपने भी छोड़कर अकबर के साथ में चले गए थे मानसिंह सिंह शक्ति सिंह हमने तन मन से वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी का साथ दिया आज उनका इतिहास खत्म करने पर तुले हो जय जोहार जय राणा पुजा भील।
जय जोहार जय आदिवासी
राणा पूजा भील हे आओर भील रहेंगे
जय मेवाड़ जय भील प्रदेश जय भीम जय भील राज
राणा पुंजा भील है हम छोड़ेंगे नहीं जो भी हमारे पुरखों को राजपूत बताया तो,,,,,,हम राणा पुंजा भील के वंशज हैं चितौड़गढ़ 09
इस एडवोकेट को कोर्ट में ऐसा घसीटा इसके आजीवन सजा होनी चाहिए एडवोकेट नहीं यह दलाली है
राणा पूंजा भील थे है और रहेगा जय जय जोहार उलगुलान
मर प्यार राजपूत भाई भील ओर राजपूत का बलिदान पुरी दुनिया जानती है लेकिन आज के समय में कुछ लोग भील राजपूत दुसमणी बढार है
❤❤
सही बात है युद्ध कोई और लड़ा था खून किसी और ने बाहाया था हम लोग एक जाति जाति में लड़ रहे हैं एक दूसरे सच्चाई क्या है किसी को नहीं पता
मैं मानता हूं कलयुग है लेकिन ऐसा भी कलयुग नहीं होना चाहिए पहले भील भाई और राजपूत भाई दोनों मिलकर युद्ध लड़ा करते थे आज इन सरकारों ने एक दूसरे को अलग कर दिया 🥲
इतिहास चोर और कितना इतिहास चोरा वो गे जय जोहार जय आदिवासी जय राणा पूजा भील
जब पुरा भारत देश ही आदिवासीयों का था। तो इसमें संदेह बाहर से आए हुए लोग क्यों कर रहे हैं। स्वाभाविक है। कि राणा पुंजा भी भील ही थे ।
उनके वंशजों का डीएनए परीक्षण करवाना होगा
Bilkul sahi baat kahi aapne.
Pahle tumhara vansj samne lao na@@KrunalGmt
@@ratansinghsolanki328 likhe hue shakhsay batao tum log
Najayaj aulad nikalenge muglo or angrejo ke mix hai farji vanshaj 😃🤣
जी सोलंकी झारखण्ड के आदिवासियों में भी होती है
जी दादा किशन राज जी भील आप संघर्ष करते रहो वर्तमान समय मे उप चुनाव होने जा रहे है यहा से फ्री होते ही राजकुमार जी रोत डूंगरपुर बांसवाड़ा सांसद साहब को नोटिस जारी किया है रीनासिंह जी सुप्रीम कोर्ट को भील समाज जवाब देंगे पूरे देश के भील समाज सड़कों पर प्रदर्शन करेंगे जरूरत पड़ने पर सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंच सकते है समय रहते रीना सिंह जी सुप्रीम कोर्ट आप नोटिस जारी किया उसे वापिस ले लेना पूंजा भील थे है और रहेगा राणा पूंजा भील की उपाधि जो राणा प्रताप को मेवाड़ से मुगलों से जीत हासिल करवाई भीलों ने उसके बाद महा राणा प्रताप कहलाए इसलिए पूंजा भील को राणा की उपाधि राणा प्रताप के माता जी ने दी थी साथ मेनी जाया रानी जाया भील और राजपूत भाई के बराबर मात्रा मे अधिकार है तो भील जनजाति भील ही है राजपूत नही हो सकते है जोहार जय भीम जय संविधान जय भील प्रदेश ✍️🏹💯✊💪🔥🌍🌿🌱🌾✊
भील भाइयों को नमस्कार
मैंने पढ़ा है राणा पूंजा जी सोलंकी राजपूत थे | 🙏🚩
कहां
किताब का फोटो सैंड करो हम भी पढ़े 😅
कहा से पढ़ा पुरा राजस्थान का इतिहास बोलता है राणा पूंजा भील थे
बहुत ही शानदार दादा किशन राज भील
बील्कुल, सही जबाव हैं, दादा राणा पुजा भील थें और रहेंगे, खुब खुब जोहार 🎉🎉🎉❤❤❤
एडवोकेटर अच्छी पढ़ाई पहले कर ले यह एडवोकेट तो अभी बनी है उनसे पहले तो इतिहासरखा है भील का तो पहलेइतिहास रखा है
बहुत, बहुत धन्यवाद, किशन राज जी, इतिहास के ज्ञात हो आप,जोहार जय आदिवासी ❤❤❤
जोहार दादा ❣️
समय आने पर मेवाड़ राजगघराना ही बताएगा क्योंकि पानरवा के सोलंकी राजवंश में मेवाड़ राजघराने से वैवाहिक संबंध भी थे इस पर नाथद्वारा विधायक महाराज श्री विश्वराज सिंह जी ने भी कई बार अपने interwew में कहा है की राणा पूंजा जी के वंशज सोलंकी राजवंश है अभी वर्तमान में उनका ठिकाना पानरवा मौजूद है । उनके वंशज 92 वर्षीय राणा मनोहर सिंह जी अभी भी है आपके भीलों के कौनसे वंशज मौजूद है ये भी बताए । ये तो अब कोर्ट ही बताएगा।
वह दिन आए हमें भी इंतजार है साहब
राणा पूंजा भील थे भील है भील रहेगें ❤❤
जय जोहार जय राणा पूंजा भील जय भील प्रदेश
जनता व युवाओ को ऐसी बातों की बजाय शिक्षा व रोजगार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।इन बातों से किसी घर को रोजगार मिलने वाला नही दावे करने से किले या जागीर मिलने वाली है
जय जोहार दादा जी आपका बहुत बहुत हद से आभार 🙏🙏 और रही बात राजपुतों भाईयों से निवेदन है कि इतने दिन अपन भाई थे लेकिन आज आप ही दोनों जाती यो के प्रेम भावी खत्म कर दिया आप भील समाज को बहुती नीचे दिखा दिया क्यों हम भील राजा नहीं थे क्या कब इस दुनिया में मात्र एक ऐसी जाती जो कि आज भीलों के सामने औकात बता रहे हैं वो औकात भीलों ने ही किया सभी को जब अकबर अटेक करने आए थे तब सब कहां मर गए थे आज सब बोल रहे हैं कि भील क्या और क्या कर सकते अरे अभी वक्त है आपके पास और जब भील सामने करने आ गए तो इतिहास लिखते लिखते कागज़ और कही पेन सिआई कहीं खत्म नहीं हो
❤❤
महाराणा प्रताप भील राणा पूंजा के पास सहायता मांगने गए और अखबर का संरक्षण बेहरम खा भी गया था इससे भी साबित होता भील का राणा अलग था
Ye tv serial ki kahani batana band kar , history padle
जय जोहार जय🌿🍃 जय राजा पुंजा भील महाराज जय भीम नमो बुद्धाय
सोलंकी भीलो की एक गोत्र है ऐसा कक्षा पांच कि किताब मे सामाजिक विज्ञान दर्शाया गया है
सोलंकी गौत्र सभी जातियों में पाया जाता है यहां तक वाल्मीकि जाति में भी तो क्या राणा पूंजा सोलंकी जी को वाल्मीकि जाति का मान लिया जाये
@@PuranSingh-x5dto kya rajput tha
@@PuranSingh-x5dmaharana Pratap ki history kehati he ki ve bheel the .to tum kon hote ho .. change karane vale.
@@PuranSingh-x5dbhai sahab Mewar me koi valmiki nahi rehata .....kisi bat ka koi aadhar bi hota he..log kahte he Akbar tumhara jija he to kya tum man longe
जय राणा पूंजा भील,
पुंजाजी भील थे, भील हैं, भील रहेंगे,,
हमारे गांव आज भी गमेती होते हैं
राजपूत थे सिद्ध राज़ सोलंकी, राणा पुजा जी
जयभील समाज जय राणा पूंजा भील
आरक्षण का उपवर्गीकरण न्याय संगत है इससे अति पिछड़ी जातियों को आरक्षण का फायदा मिल पाएगा, रिप्रेजेंटेशन सुनिश्चित होगा, सामाजिक उत्थान होगा।
तू एक बात बता राणा पूंजा भील थे या राजपूत।तू किधर है 😅😂😂😂
Uneducated person 😂😂
निषाद वंश के पुंजा भील ने अकबर को ललकारा था
तिलका मांझी, विरसा मुंडा टंट्या भील ने अंग्रेजों को मारा था
राजपाल डायर को मारा उधम सिंह ने जान से
नाग निषाद की गाथा गाऊँ सुन ले भैया ध्यान से
भीम जोहार। बुद्ध वन्दामि
जय दादा राणा पूंजा भील
हहहह उपन्यास भी अब ऐतिहासिक प्रमाण हो गये 😂 क्या मज़ाक है।
बलवंत राय मेहता, देवीलाल पालीवाल, डॉ देव कोठारी आदि इतिहासकार, उनके प्रमाण नहीं रखे भाई आपने?
वरिष्ट लेखक साहब आपका नाम पहली बार हीं सुना है 😂
अब बहुत सुनोगे भाई
वीर विनोद उपन्यास नहीं ऐतिहासिक महत्व का ग्रंथ है।
राणा पूंजा भील है और रहेंगे
जय राणा पूंजा भील
हम राणा पूंजा जी भील के समर्थन में हैं और राणा पूंजा जी भील ही थे। आपको दादा बहुत बहुत धन्यवाद देते हैं हम।
Johar ❤
राणा पुंजा जी भील सरदार ही थे प्रत्यक्ष को प्रमाण की ज़रूरत नही होती है फिर भी हमारे किशन राज भाई ने जो प्रमाण दिए वो काफी होंगे उनके लिए
राणा पुजा भील है तो उस की औलाद सामने क्यो नही आती की हम उस की वंश है
इतिहासकार और उपन्यासकार में ज्यादा फर्क नहीं होता है , शिलालेख और ताम्रपत्र की लेखनी को सही माना जाता है, परंतु उस भाषा शैली को पढ़ना हर किसी के बस काम नहीं है मुगलकाल व बिर्टिश शासन में बहुत कुछ बदला है, ये लड़ाई लड़ने का काम नहीं है,हकिकत जानने का विषय है।।
किशन दादा को लाख लाख 👏जोहार धन्यवाद 🏹😊🌿
Jay bhilraj 🔥🔥🔥🏹🏹🏹🏹🏹💪
जोहार 🏹
#भील_योद्धा_राणा_पुंजा_भील
एक नाम के दो व्यक्ति भी हो सकते हैं एक राणापूंजा भील --दूसरा राणा पूजा सोलंकी
भीलो का सरदार मतलब भीलों का मुखिया होता है वो राजपूत होते थे
जय जय राणा पूंजा भील
बहुत बढ़िया तथ्यात्मक जवाब दिया
👍👍 आपने बहुत ही अच्छे से समझाया
जय जोहार जय आदिवासी 🏹💪
कुछ नहीं ये एक बड़ा षड्यंत्र है जो राजपूत और भीलों को आपस में लड़ाया जा रहा है
भील
पढ़ाई - लिखाई पर ध्यान दो ST केटेगरी में राजस्थान में केवल मीणाओ का सिलेक्शन इसलिए होता क्योंकि भील पढ़ाई पर कम लड़ाई पर ज्यादा ध्यान देते हैं
हमारे पाल देवल गाँव मे 12 फले है, जिसमें हर फले के अलग अलग भील मुखिया हैं, जिन्हें हम गमेती कहते हैं।
भाई साहब आपकी बात में कोई दम नहीं है नहीं साबित होता है कि वो राजपूत नहीं थे इसका मतलब वो राजपूत ही थे
जय राणा पूजा भील
जोहार भाई आपने ऐसी युवा समझने की कोशिश करे करे दादा लाख लाख जोहार भाई
जय राणा पूंजा भिल
तय दिल से जोहार शुक्रिया आपने बहुत ही अच्छी बात ब बताई
एक इंटरव्यू के दौरान महाराणा प्रताप जी के वंशज लक्ष्यराज जी ने खुद कहा है कि महाराणा प्रताप जी का साथ राणा पूंजा भील
ने दिया
उस इंटरव्यू को खोजकर रख लो काम आएगा
चितौड़गढ़ किले पर इंटरव्यू दिया था youtube पर सर्च करने पर मिल जाएगा
Right
अच्छा तू यह बता पूंजा के वंशज कहा है ?
चितौड़गढ़ दुर्ग के दुवार के ऊपर जो चिन्ह बना है उस में एक तरफ राजपूती वेशभूषा में महाराणा प्रताप व दूसरी तरफ भील वेशभूषा में राणा पूंजा भील है यह चिन्ह इसलिए दर्शाया गया है कि अकबर के खिलाफ महाराणा प्रताप का साथ दिया था क्योंकि उस समय कई राजपूत रियासतों ने महाराणा प्रताप का साथ नहीं दिया था और अकबर की तरफ से राजपूत मानसिंह ने अकबर का साथ दिया था और महाराणा प्रताप का साथ राणा पूंजा भील ने दिया था इसलिए पूंजा भील को राणा की उपाधि स्वय महाराणा प्रताप जी ने दी थी इससे यह स्पष्ट होता है कि राणा पूंजा भील ही थे एडवोकेट पर FIR होने चाहिए
और एक बात कहना भूल गया ।
पीछे रखे किस ग्रंथ में जोहार शब्द का प्रयोग सबसे ज्यादा बार हुआ हैं।
अगर नही पता तो मुझे से मिलना बताऊंगा, वो ग्रंथ तो पीछे नजर ही नहीं आ रहा बाकी सब तो देख रहा हूं।
जय श्री राम
अरे भाई वो भी है
Jai Rana Puja bheel
दादा किशन जी आपको लाख लाख जोहार ❤
जोहार जय राणा पुंजा भील ❤❤❤
Kishan ji apka bolne ka tarika bahot acha h apne kisi ko galat nhi bola or apni baat bhi sabke samne rakhi
Hum sabhi hindu Ek h hume apas m nhi padna chahiye
जो वंशज है जो हमारे राणा पूंजा भील को राजपूत बता रहा है उसको कहना चाहता हु की भील नही होते तो आज वंशज बोल भी नहीं पाता।
ये सत्य बात है राणा पुंजा भील ही थे और जिस को विश्वास नही है महाराणा प्रताप एपिसोड देखो पुरा
दादा कैश ठोको इस पर हमारे स्वाभिमान पर चोट लगी है इन लोगो को छोडना नही है
Jai johar Jai aadivasi Jai bheelpardesh ❤❤❤❤❤
जय जोहार जय राणा पुंजा भील 🎉🎉🎉🎉
Jay Rana poonja bheel Jay Johar Jay aadivasi 🏹🏹🏹🏹🏹🏹🏹🏹
इस वकील को पढ़ाई की जरूरत है।
Bahut khub kishanji Johar
Sab ek raho Jo bhi thaa Hindu hokar milkar lade
राणा पूजा भील
राजपूतों के अलावा मुगलों से किसी ने भी लड़ाई नहीं लड़ी। बाकी लोगों ने मुगलों को अपनी बेटियों देकर जीवन दान मांगा 😅😂😂😂
बिल्कुल गलत है आपका डिबेट सैकड़ों राजपूतों ब्राह्मणों बनियों मे से कोई मुगलों की लड़ाई में आगे नही आए थे आपने उल्टा कहा है जिन्होंने लड़ाई लड़ी उनका उल्टा डिबेट कर दिया है लेकिन याद रखे कई राजपूत राजाओं ने डोला दे दिया था राणा प्रताप ही बचे थे जंगलों पहाड़ों में सुपते रहे भीलों का साथ सहयोग लेकर मुगलों के सामने लड़ने हेतु पूंजा भील जैसे महान लड़ाका वीर योद्धा भामशाओ गाड़िया लोहार हाकिम खान सूर जैसे सैनिकों की सेना प्रमुख भील सेना के माध्यम से जीत हासिल की राणा प्रताप के भाई शक्ति सिंह जैसे राजपूत भाई को छोड़कर मुगलों के साथ मिल गए थे याद रखिए सोच समझ कर डिबेट करना भीलों के इतिहास को सिनने वाले मिटाने वाले मिट जाते है सत्य कभी हारता नही है जय जोहार जय भीम जय संविधान जय भील प्रदेश ✍️🏹💯🔥💪✊🌍🌾🌱🌿🌅 नमक हराम होते है वो डूबते ही है 🔥💯
Jese tumne jodha ko diya😂😂 or akbar ko jija banaya😂
जोहार 👏
पुजा, नाम,भिल,मे,हि,मिलता, हैं,रजपुत,मेने,कभी,सुना,नही, है
जोहार दादा 🏹 जय राणा पूंजा जी भील ❤
भील अमर रहे
भीलों में यही समस्या थी अगर कोई भील अच्छे स्तर पर पहुंच जाते हैं तो खुद को भील बताने में शर्म आती थीं और दुसरे को अपना बाप मान लेते थे
लेकिन अब जन जागरण होने से ये प्रथा कम हुई है बाकि कई भील अपनी गोत्र लगाते थे और कुछ अभी भी लगाते हैं
सोलंकी भील
चौहान भील
खराड़ी या खत्री भील
गेहलोत या रहलोत
दाणा या दशाणा
खोखरिया राठौड़
सोनीगरा
इत्यादि
जय राणा पूंजा जी की अमर कहानी भील है और भील रहेगा
Good lekhak sahab ye aapka badpan he aap apni दरिद्रता ke saath me is नोटिस ka javab diya 🪔 me vikesh kumar meena aapka tahdil सम्मान जोहार करता हु कथित तौर से ये साबित करना होगा जय भीम जय जोहार
कोर्ट को भीलों को अपने भील समाज के वर्तमान वंशज का डीएनए टेस्ट करवाना चाहिए तथा इसी तरह पानरवा ठिकाने के वर्तमान वंशज का भी डीएनए करवाना चाहिए।
जब तक डीएनए टेस्ट नहीं होगा तब तक रिजल्ट नहीं आयेगा
Dimaag se paidal hai Dna tests toh tab hoga jab punja ji dna hoga 🤷♂️🤦♂️
इस किताब में भिलो का सरदार कहां गयाभिल नहीं
भील सरदार से आप क्या समझते हैं
जिस प्रकार राणा पूंजा जी को अपना बाप बता रहे हैं उतना ही जोर से मानसिंह, शक्ति सिंह , जगमाल को भी अपना बाप बताया करो 😂😂😂 थोड़ी सच भी माने
Dada aapane bahut Achcha jawab Diya pure Bharat ki aapke sath hai
सुप्रीम कोर्ट के नोटिस के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन करेंगे सांसद राजकुमार जी रोत अकेले भील को नोटिस नही मिला है पुरी भील समाज के खिलाफ फैसला सुनाया है साथियों जाग जाओ आवाज बुलंद करो भीलों का अधिकार इतिहास कल्चर अस्तित्व समाप्त किया जा रहा है
जय जोहार जय आदिवासी जय भील प्रदेश