Ram geet/ मुहावरों पर आधारित राम गीत/ रचना हितेंद्रआर्य जी/Prabhu Stuti-Kirti Khurana/ 282

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  • Опубліковано 10 вер 2024
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    🪷 जय श्री राम 🪷
    घी के दिये जलाओ सारे, हुआ मंदिर निर्माण;
    बोलो भई जय श्री राम🚩
    महक रही है धरती सारी, हर्षाये आसमान;
    बोलो भई जय श्री राम🚩
    गाँठ बाँध लो सुनने वालों, राम हमारे प्राण;
    बोलो भई जय श्री राम🚩
    आम के आम गुठलियों के भी मिल गए हमको दाम;
    बोलो भई जय श्री राम🚩
    देर भले पर नही अंधेर है, मिला सही परिणाम;
    बोलो भई जय श्री राम🚩
    मार दे साँप और टूटे न लाठी, वही सही विद्वान;
    बोलो भई जय श्री राम🚩
    अंग अंग खिल गये, राम भी मिल गए;
    बन गया पावन धाम;
    बोलो भई जय श्री राम🚩
    अंत भला तो सब ही भला 'हित', कह गए संत सुजान।
    बोलो भई जय श्री राम🚩
    प्रचलित मुहावरों से कुछ कहने का प्रयास है..सरल है पर गूढ़ अर्थ लिए हैं..समझ में आ जाये तो बोलिये...जय जय श्री राम🚩🚩
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