पारंपरिक विवाह पद्धति से बरकन्या दोनोको बहुत आर्शीवाद मिलता है जो आगे चलकर दंपत्ति को सुखी बनाता है। इन दोनोको भरपुर आर्शीवाद। इस प्रकार विवाह में परिसर परिवार और संबंधियों को बहुत आनंद आता है ।
Bahut achha badhai ho is new jode ko shadi ke bandhan me bandhne per. Hamare to Aaj bhi ye sari rasme hoti he. Bhagwan singh Chauhan Rawat Rajput samaj
पुरानी रस्मे पूरी करते पूरी रात व्यतीत हो जाती थी,बन्ना बन्नी को तीन दिन ब्रह्मचर्य धर्म निभाने का मौका मिलता था,और अब दिन में शादी रात में सुहाग रात एसी ही औलाद पैदा होती है माँ पिता बहन भाई का आदर सत्कार नहीं कर पाते,अपने पित्र ॠण देव ॠण आदि तीन ॠण
Congratulations your marriage and Also always be happy and God bless to you and your family members and Also i am proud for Rajasthani marriage संस्कृति fine ji Ram Ram sa y ji sender NR jat
मै एक फोटोग्राफर हूँ और मैने कभी भी किन्ही भी ब्राह्मण जी या पं0 जी के कार्य मे हस्तक्षेप नही किया बल्कि पूर्ण सहमति के साथ दोंनो के कार्य को समझते हुए कार्य किया,,किंतु एक सवाल मन मे हर रोज आता है कि पहले रात को बारात आती थी और ब्रह्ममुहर्त मे चार बजे सुबह फेरे होते थे,,किंतु आज दिन मे बारह बजे बारात आती है और शाम को सूर्य अस्त पर फेरे होते है,,कहते है अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए जो वही सच्चे अर्थो में गुरू होता है किंतु आज के गुरूओं का आज समाज मे प्रभाव समाप्ती की ओर क्यूँ ? और शादीया दिन को हो रही है लोग अपनी बच्चों की शादियों में लाखों रूपये शराब मांस पर खर्च कर रहे है,,गाय को दान के लिए सड़क से पकड़ कर लाते है और फिर वही छोड़ आते है किसी के घर मे अब गाय नही होती ,,गुरू कहे जाने वाले ब्राह्मणो का मार्गदर्शन का प्रभाव किसके कारण समाप्त हुआ है? स्वयं ब्राह्मण गाय नही पालते कौन जिम्देदारी लेगा ?
मुझे राजस्थान की इस परम्परा का जो हास हों रहा है इसका बहुत दुःख होता है।जब एक मां पिता अपनी बेटी का हाथ अपने हाथों से जवाई के हाथों में सौंपता वह पल बड़ा भावुक होता है। मगर आज चकाचौंध और आधुनिकता में ये परम्परा खत्म होती जा रही है। ना परिवार ना ब्राह्मण इस परम्परा को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
कहते अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए जो वही सच्चे अर्थो में गुरू होता है,,किंतु आज शादियों मे लाखो रूपये की शराब मांस परोसा जाता है विवाह एक पवित्र यज्ञ है किंतु बेजुमानों की हत्याये हो रही है और मांस परोसा जाता है,,गाय को दान के लिए सड़को से पकड़ कर लाया जा रहा है और बाद में उसे वही छोडा़ जाता है स्वयं ब्राह्मण गाय का पालन नही करते ब्राह्मण समाज के गुरू कहे जाते है किंतु उन्ही ब्राह्मणों का प्रभाव समाज में समाप्त हो गया जो शादियों मे मांस शराब परोसी जा रही है कौन जिम्मेदारी लेगा कि हिंदू अपनी संस्कृति छोड़कर पतन की ओर अग्रसर है?
बेटा ब्राह्मण तो मजबूर है आज. जो शास्त्र कर्मकाण्ड में है उसे ब्राह्मण पूरा करना भी चाहे तो नाचने वाले, फोटो फिल्म वाले जूते सहित ही मण्डप पर चढ़ जाते हैं. ब्राह्मण को तो पूजन का समय नही दिया जाता है. ब्राह्मण जल्दी / यजमान के कहने के अनुसार सम्पन्न न करवा सके तो सभी ब्राह्मण को कोसते है.......
यह एक लोकाचार है शास्त्र विधि नहीं है विवाह संस्कार वर कन्या का है परन्तु उनको तो हाथ बांध कर बैठा दिया गया। न उनके द्वारा कोई पूजा हुई न कोई हवन । केवल अग्नि के फेरे करवाये फिर विवाह संस्कार कैसे संपन्न हुआ।
विवाह संस्कार में सर्वप्रथम कन्या के पिता द्वारा कन्या का हाथ वर के हाथ में संकल्प द्वारा सौंपना फिर वर द्वारा देव पूजन, हवन, कन्या द्वारा लाजाहोम , फिर फेरे , सिन्दूर दान आदि।
Sachchi me ,dulhan banane aur ghunghat nikalne ka mauka bhi jivan me ek bar hi milta h.jise aaj ki ladkiyan kho deti h.Tajgi mil gai is shadi ko dekh kar
Aaj kal to dulhan chasma lgake....nachte huaa aati h....aur sochti h....pta nhi kya mil gya ... india culture bhulte ja rahe h....real rajkumari to bde adab se sadiya krti thi.... Ji ek pde likhe hone ka udharan dete the Per aaj kal pde likhe gawar jyada ho gayy h
बहुत सुंदर देख कर के आनंद आ गया जैसे भी हो अपनी संस्कृति में रहो सनातन धर्म का सही मार्ग है
पारंपरिक विवाह पद्धति से बरकन्या दोनोको बहुत आर्शीवाद मिलता है जो आगे चलकर दंपत्ति को सुखी बनाता है। इन दोनोको भरपुर आर्शीवाद। इस प्रकार विवाह में परिसर परिवार और संबंधियों को बहुत आनंद आता है ।
बहू तो खूब तगडी है क्या जोडी है जोडी सलामत रहे जीवन में खुशियाँ और उमंग आये यही कामना ईश्वर से करते हैं
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दातुन दामन मुषठिका त्रिया तुरग कमान
इतने तो तगङे भले राजा और पहलवान
हमारी संस्कृति को कायम रखा है इन्होने बहुत बहुत बधाई हो हर हर महादेव
हमारी संस्कृति को आगे ले जाने के लिए मेरी ओर से बहुत बहुत धन्यवाद।
Bahut achha badhai ho is new jode ko shadi ke bandhan me bandhne per. Hamare to Aaj bhi ye sari rasme hoti he. Bhagwan singh Chauhan Rawat Rajput samaj
Bahut sundar Rajasthani culture
सही शादी इसको ही कहते ह बिना रस्म कोई शादी नहीं बहुत सुंदर लग रहे ह राज कुमार और कवरानी सा
Very pretty traditional marriage function
God bless you kids!!
Bahut sundar 👍
स्टेज स्टेज की जगह हैं।इन रस्मो के बिना शादी नही होती है।
भाई बनोडा बहुत फुटरो है
Bahut badiya..asi shadiya acchi lgti h..aajkl to dikhava jada..rasme km ho gyi h
Jai ho pabu ji Maharaj 🙏 🙌 Kay charno m koti koti Parham
Dil ko chhu liya
Alot of thanks of live sanatana sanskriti .
Bahut hi sundar parampra
very very Nice 👍 Good Rageistan Merage Rewaj ok ji Susbhkamnye je
Nice ritual.... But hamare ase nhi hota
Very traditional marriage 👌👌👌🔥🔥🔥🔥🔥🙏
Bhot.acha.rivaj.sada.khoos.rho.
Yah video dekhkar to bahut maja aaya
पुरानी रस्मे पूरी करते पूरी रात व्यतीत हो जाती थी,बन्ना बन्नी को तीन दिन ब्रह्मचर्य धर्म निभाने का मौका मिलता था,और अब दिन में शादी रात में सुहाग रात एसी ही औलाद पैदा होती है माँ पिता बहन भाई का आदर सत्कार नहीं कर पाते,अपने पित्र ॠण देव ॠण आदि तीन ॠण
3 din nikalte 😊
Hamari yaha orisa me isko hastbandhan pani grahan kehet he.
Very nice marriage God bless you
मुझें राजिस्थानी होने का गर्व है पर राजिस्थानी ब्राह्मण होने का दुःख।
कुयु भाई किस बात का दुख हैं
Bhaut hi sundar ye rasam lagta hai
Congratulations your marriage and Also always be happy and God bless to you and your family members and Also i am proud for Rajasthani marriage संस्कृति fine ji Ram Ram sa y ji sender NR jat
Very nice
Dulah bahut sundar hai
हम ब्राह्मण हैं विवाह में ध्रुव तारा के दर्शन कब कैसे किसे करवाएं?हमें फोटो ग्राफर की कई बार झिङकी भी सुनने को मिलती है
lzkx
मै एक फोटोग्राफर हूँ और मैने कभी भी किन्ही भी ब्राह्मण जी या पं0 जी के कार्य मे हस्तक्षेप नही किया बल्कि पूर्ण सहमति के साथ दोंनो के कार्य को समझते हुए कार्य किया,,किंतु एक सवाल मन मे हर रोज आता है कि पहले रात को बारात आती थी और ब्रह्ममुहर्त मे चार बजे सुबह फेरे होते थे,,किंतु आज दिन मे बारह बजे बारात आती है और शाम को सूर्य अस्त पर फेरे होते है,,कहते है अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए जो वही सच्चे अर्थो में गुरू होता है किंतु आज के गुरूओं का आज समाज मे प्रभाव समाप्ती की ओर क्यूँ ? और शादीया दिन को हो रही है लोग अपनी बच्चों की शादियों में लाखों रूपये शराब मांस पर खर्च कर रहे है,,गाय को दान के लिए सड़क से पकड़ कर लाते है और फिर वही छोड़ आते है किसी के घर मे अब गाय नही होती ,,गुरू कहे जाने वाले ब्राह्मणो का मार्गदर्शन का प्रभाव किसके कारण समाप्त हुआ है? स्वयं ब्राह्मण गाय नही पालते कौन जिम्देदारी लेगा ?
@@राघवआंनदan an
4बजे सुबह पंडितजी व नाई बतायेगे आकाश कीओर देखते हैं ☝
दुल्हा. दुल्हन के
Boy is so serious.
Excellent
Rasam riwaz jo marji ho lekin iss dulha ke chehre per smile bilkul nahi hai jaise kahin khoya khoya sa ho...dhyan kahin or hi hai
bahut bhadiya
Aaj kal saadi movie. Ki tarj per hoti log apni pramora ko kayam rakhe
Sach ye rasme ab bahut kam dekhne ko milti hei
Very nice vedio
सुपर 👌
to dry (
Mujhe Shaadi bahut acchi lagi mein bhi aise hi Rasmon ke sath Apne shaadi karungi
dulla dulahan kha se hai
मुझे राजस्थान की इस परम्परा का जो हास हों रहा है इसका बहुत दुःख होता है।जब एक मां पिता अपनी बेटी का हाथ अपने हाथों से जवाई के हाथों में सौंपता वह पल बड़ा भावुक होता है। मगर आज चकाचौंध और आधुनिकता में ये परम्परा खत्म होती जा रही है। ना परिवार ना ब्राह्मण इस परम्परा को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
Mere UP m hoti hai
हमारे यूपी में तो आज भी होती है...
Hamre yha hmesa asa hi shadi hoti hai sabhi parmpra ko ache se karte hai
कहते अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाए जो वही सच्चे अर्थो में गुरू होता है,,किंतु आज शादियों मे लाखो रूपये की शराब मांस परोसा जाता है विवाह एक पवित्र यज्ञ है किंतु बेजुमानों की हत्याये हो रही है और मांस परोसा जाता है,,गाय को दान के लिए सड़को से पकड़ कर लाया जा रहा है और बाद में उसे वही छोडा़ जाता है स्वयं ब्राह्मण गाय का पालन नही करते ब्राह्मण समाज के गुरू कहे जाते है किंतु उन्ही ब्राह्मणों का प्रभाव समाज में समाप्त हो गया जो शादियों मे मांस शराब परोसी जा रही है कौन जिम्मेदारी लेगा कि हिंदू अपनी संस्कृति छोड़कर पतन की ओर अग्रसर है?
बेटा ब्राह्मण तो मजबूर है आज. जो शास्त्र कर्मकाण्ड में है उसे ब्राह्मण पूरा करना भी चाहे तो नाचने वाले, फोटो फिल्म वाले जूते सहित ही मण्डप पर चढ़ जाते हैं. ब्राह्मण को तो पूजन का समय नही दिया जाता है. ब्राह्मण जल्दी / यजमान के कहने के अनुसार सम्पन्न न करवा सके तो सभी ब्राह्मण को कोसते है.......
Jo shaadi ka maja pahle aata tha vo ab gayab hey. Samaj hi nhi aati ki shaadi hey ya decoration
Such a nice example of keeping our true culture
बाकी सब तो ठीक है लेकिन फेरो में जूते उतारने होते हैं
YE RAJASTHAN ME RASAM-RIWAZ HOTI HOGI.
Kaun si rasm ki yaha baat ki jaa rhi hai video se samjh to aaya nhi kuch
अदा करने की शिक्षा मनोभावना भूल रहे हैं,फिल्म या नाटक कोई कथा आदि में भी धार्मिक आस्था परम्परा कर्ज आदि विलुप्त कर रहे हैं
👍👍🙏🏻
Rajputo me varmala nhi pahnate
Kiu aapke nhi pahnate hmmare to pahnate h hukm varmala 🥰
Pahnte varmala rajput
@@Sundarrathoredeepika4465 dulhan ne sehra right me bandh rkha h left me bndhta h dulhan ke or dulhe ke right me
@@jethusingh9335 are shi h bheya shi band ke raka h aapke pass kisi ka sadi ke photos h to dekna shi band ke raka h ok sa
@@PoonamSingh-qk7fz hmm sa
👍
👌
यह एक लोकाचार है शास्त्र विधि नहीं है
विवाह संस्कार वर कन्या का है परन्तु उनको तो हाथ बांध कर बैठा दिया गया। न उनके द्वारा कोई पूजा हुई न कोई हवन । केवल अग्नि के फेरे करवाये फिर विवाह संस्कार कैसे संपन्न हुआ।
विवाह संस्कार में सर्वप्रथम कन्या के पिता द्वारा कन्या का हाथ वर के हाथ में संकल्प द्वारा सौंपना फिर वर द्वारा देव पूजन, हवन, कन्या द्वारा लाजाहोम , फिर फेरे , सिन्दूर दान आदि।
जय श्री राम मेरी माताएं बहने
Dhulha smile Kyon nahi kar raha , Rajasthani dhulhe ko rasm ke vakt hasna mana hae kya ?
WO SARI KASAR SUHAGRAAT ME POORI KAR LEGA.LOHA GARAM HO RAHA HAI.HATHODE KI CHAUT KA INTJAAR KAR RAHA HAI.😂😂😂😂
Ha,nahi to mana jaata hai sasural paksh mein samridhi khatam ho jati hai
@@digvijaysharma9981 kya sach me aisa h?
Rajput ni haste... during entire wedding
Thanks 🙏
🙏
Sachchi me ,dulhan banane aur ghunghat nikalne ka mauka bhi jivan me ek bar hi milta h.jise aaj ki ladkiyan kho deti h.Tajgi mil gai is shadi ko dekh kar
🤣🤣🤣🤭🤭🤭
लडका गुस्से में दिख रहा है
Yeh Rivaj Kewal Rajput samaj mai hai Yeh Hindu sanskarti ka Rivaj
Nice
Bahut sundr.
Dula to sayad naraj he musukurana to banta he
Aaj kal to dulhan chasma lgake....nachte huaa aati h....aur sochti h....pta nhi kya mil gya
... india culture bhulte ja rahe h....real rajkumari to bde adab se sadiya krti thi.... Ji ek pde likhe hone ka udharan dete the
Per aaj kal pde likhe gawar jyada ho gayy h
न
बहुत बहुत धन्यवाद।
Jab bhi free hote haie to shoes 👟 nahi pahnte agnidewta ke samne app resta karte ho
Hamari Sanskriti ko aage le jaaiye
Bilkul sahi kaha ajkal to stage par bebkoofi karte hai
आजकल तो शादी सिर्फ फोटो, विडीयो और डीजे पर वाईफ को नचाने के लिए होती है 😒😒
Konsi bebkoofi behen mujhe to smjh hi ni aya inlog n Naya kya kiya
Nice