जिस देश में ज्वलंत बुनियादी समस्याओं की बजाय धर्माधारित सांप्रदायिक मूल्यों के प्रति आक्रामकता हो उस देश में ही एलेन मस्क की evm पर की गई टिप्पणी को सिरे से नकारा जा सकता है,पारदर्शिता विरोधी चुनावी कानून में बदलाव के दुष्परिणाम को 80 करोड़ लाभार्थी वाले देश में ही हल्के से लिया जा सकता है।🎉
आशुतोष मुझे सिन्हा जी की बातों से ऐसा लगता हैं कि ओ CEC राजीव अग्रवाल की तरह ही बोल रहे है ये क्या बात है कि चुनाव में अधिक लोगों की इनबोलबिंग होती हैं तो कोई हेरा फेरि नही होगी गडबडी का कैसे की जा रही हैं। 1= जब इंजीनियर उसमें चिप डालते है उस चिप को जैसे चाहो उसकी मोंटरिंग की जा सकती हैं दूसरा सिम्बल डालते समय भी EVM को जैसे चाहो उसी तरह काम करेगा 2= EVM को आसानी से बदला जा सकता हैं इसपर भी सवाल कि जो इंजीनियर सिंबल डालते है उन्हे चंद दिनों के लिए लगाया जाता हैं ओ कंपनी के स्थाई इंजीनियर नही होते है फिर उनसे जैसे चाहो गड़बड़ी करवा सकते है क्या कारण है कि स्थाई इंजीनियर नही लगाए जाते है जबसे मोदी सरकार आई है।
आशंका सही है. सिन्हाजी प्रोफेशनल सेफ्टी वाल्व हैं. सर्विस प्रोवाइडर हमारे फोन से डाटा लेते हैं तो चिप को डिजिटल नंबर देकर सर्विस प्रोवाइडर डाटा चेक क्यों नहीं कर सकता, छेड़छाड़ क्यों नहीं कर सकता. य़ह यक्ष प्रश्न है.
अगर कोई धांधली नहीं हुई है तो जांच हो जाने दीजिए। आपको रोज एक नियम लाने की क्या जरूरत है। और फिर आप तो चोरी करते हुए पहले भी पकड़े गए हैं। आप शंका के घेरे में आ चुके हैं।
एक वक्ता का तर्क है कि अगर चुनाव आयोग कोई गड़बड़ी भी कराएगा तो चुनाव प्रक्रिया में शामिल हजारों सरकारी कर्मचारियों को इसमें लिप्त करना बहुत ही कठिन कार्य है. मैं उन्हें बताना चाहता हूँ कि प्राइवेट कर्मचारियों को बेशक नहीं मिलाया जा सकता लेकिन सरकारी कर्मचारी तो सरकार का ही नौकर है और अपने सीनियर अधिकारियों का आदेश मानने के लिए बाध्य है अतः उसको इस प्रकार के षड्यंत्र में आसानी से बड़ी या छोटी संख्या में शामिल करना ज्यादा आसान और सुरक्षित है क्योंकि सरकारी कर्मचारियों से ज्यादा नौकरी जाने का भय शायद ही किसी अन्य संस्थान में हो. अतः गड़बड़ी संभव है.।
आशुतोष जी अब भी आप नहीं कह सकतें तो आपको परिचर्चा नहीं करानी चाहिए,, हरियाणा, महाराष्ट्र और पहले मध्यप्रदेश और गुजरात,,,के परिणाम आप को जायज़ लगते है,,
@@anulilha इनको सत्य हिन्दी भी तो चलाना है। इनको प्रमाण चाहिए। चारों तरफ़ प्रमाण बिखरे पड़े हैं जीतने चाहो बटोर लो आशुतोष जी। संदीप चौधरी और राजदीप की तरह balancing act मत करिए।
Arun Agarwal got it right, his statement "Jo Harta he wohi Rota hein " a very undemocratic statement. Rakesh Sinha uttered this just like BJP government.
Desh ki har sanstha compromise ho chuki hai lekin kuchh logon ke hisab se ECI doodh ki dhuli hai aur usme koi compromise nahi ho sakta😂😂😂😂😂😂itna bada majak to Kapil sharma ke show me bhi nahi suna aaj tak
Very very relevant and enlightening discussion which almost makes it clear that that the preent EC has failed to conduct elections in a transparent manner at all the places and the general public can't be blamed if doubts have arisen in their minds that elections nowadays are being rigged.
It seems political parties and government institutions don't know that they are public servants and public are not their servants. Not only BJP, but even other political parties don't want greater transparency.
@Ashutosh Entire civilized and not so civilized world have moved back from EVMs to paper ballots. There are very few countries which conduct elections with EVMs. Now through this new rule, the government is admitting that electronic and digital data can be manipulated which isn't possible with non digital paper ballots.
चुनाव आयोग व चुनाव सम्बन्धित आलोचना करने पर यू ट्यूब उस प्रोग्राम के पैसे नहीं देते हैं. इसलिए सब बच बच के बोल रहे हैं. चुनाव आयोग की हिदायतें इसलिए नीचे दिखाई गई हैं.
Kyun na Bujhte Andhuyion me mere Charag...Kuch to hawa belagam thi aur kuch mere Charago me tail kam tha.... Yahi halat aaj desh ki Rajniti ki ho gayi hai ...Sarkar belagam hai aur Vipaksh Kamjor...
Asus ji aapko sab Jaan Gaye Hain Koi karykram karte rahiye ya Kisi ka koi fark nahin padta hai aap khush raho aap prakar Hain imandar patrakaar Hain aapka koi asar nahin padta vote dene walon per kyunki aapko sab Jaan gaye hain aap kya chahte hain kaise hain aapke batane se koi fark nahin padta
Rakesh Sinha is trying to be very naïve that EC is very pure and the mandate of Maharashtra is out without the mercy of EC. Every single person in the country knows how EC is behaving as the puppet of the ruling government. Rakesh Sinha please stop advocating the current government and misguiding people, you have always done this.
चुनाव प्रक्रिया संदेह के घेरे में है..
चुनाव के संबंधी डॉक्युमेंट मिलना चाहिए.नियम में बदलाव करना तानाशाही की तरफ एक और कदम है.
देश की सुरक्षा , आंतरिक सुरक्षा के नाम से. मोदी जी अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं.
Wa Ravindra singh 🎉
जिस देश में ज्वलंत बुनियादी समस्याओं की बजाय धर्माधारित सांप्रदायिक मूल्यों के प्रति आक्रामकता हो उस देश में ही एलेन मस्क की evm पर की गई टिप्पणी को सिरे से नकारा जा सकता है,पारदर्शिता विरोधी चुनावी कानून में बदलाव के दुष्परिणाम को 80 करोड़ लाभार्थी वाले देश में ही हल्के से लिया जा सकता है।🎉
आशुतोष मुझे सिन्हा जी की बातों से ऐसा लगता हैं कि ओ CEC राजीव अग्रवाल की तरह ही बोल रहे है ये क्या बात है कि चुनाव में अधिक लोगों की इनबोलबिंग होती हैं तो कोई हेरा फेरि नही होगी गडबडी का कैसे की जा रही हैं।
1= जब इंजीनियर उसमें चिप डालते है उस चिप को जैसे चाहो उसकी मोंटरिंग की जा सकती हैं दूसरा सिम्बल डालते समय भी EVM को जैसे चाहो उसी तरह काम करेगा 2= EVM को आसानी से बदला जा सकता हैं इसपर भी सवाल कि जो इंजीनियर सिंबल डालते है उन्हे चंद दिनों के लिए लगाया जाता हैं ओ कंपनी के स्थाई इंजीनियर नही होते है फिर उनसे जैसे चाहो गड़बड़ी करवा सकते है क्या कारण है कि स्थाई इंजीनियर नही लगाए जाते है जबसे मोदी सरकार आई है।
आशंका सही है. सिन्हाजी प्रोफेशनल सेफ्टी वाल्व हैं. सर्विस प्रोवाइडर हमारे फोन से डाटा लेते हैं तो चिप को डिजिटल नंबर देकर सर्विस प्रोवाइडर डाटा चेक क्यों नहीं कर सकता, छेड़छाड़ क्यों नहीं कर सकता. य़ह यक्ष प्रश्न है.
अगर कोई धांधली नहीं हुई है तो
जांच हो जाने दीजिए।
आपको रोज एक नियम लाने की क्या जरूरत है।
और फिर आप तो चोरी करते हुए
पहले भी पकड़े गए हैं।
आप शंका के घेरे में आ चुके हैं।
एक वक्ता का तर्क है कि अगर चुनाव आयोग कोई गड़बड़ी भी कराएगा तो चुनाव प्रक्रिया में शामिल हजारों सरकारी कर्मचारियों को इसमें लिप्त करना बहुत ही कठिन कार्य है. मैं उन्हें बताना चाहता हूँ कि प्राइवेट कर्मचारियों को बेशक नहीं मिलाया जा सकता लेकिन सरकारी कर्मचारी तो सरकार का ही नौकर है और अपने सीनियर अधिकारियों का आदेश मानने के लिए बाध्य है अतः उसको इस प्रकार के षड्यंत्र में आसानी से बड़ी या छोटी संख्या में शामिल करना ज्यादा आसान और सुरक्षित है क्योंकि सरकारी कर्मचारियों से ज्यादा नौकरी जाने का भय शायद ही किसी अन्य संस्थान में हो. अतः गड़बड़ी संभव है.।
प्राइवेट कर्मचारी पैसे के लिए क्या नहीं कर सकता.
@user13975 मेरे बोलने का मतलब ही यही था भाई कि प्राइवेट कर्मचारी दोनों तरफ मिल सकता है उससे भेद आसानी से लिया जा सकता है.!
थैंक्स. @@NarendraDutt-m3v
आशुतोष जी जब आपका वोटर लिस्ट से नाम कटा तब कौन से कानूनी प्रावधान के तहत आपने शिकायत की थी । ये भी ये एक प्रोग्राम के तहत बताने का कष्ट करे
वोटर लिस्ट कार्य प्रभारी से मिलें . आवश्यक खाना पूर्ति करें.
The best debate on this new rule made by the Government for Election Commission.
A voter is party to every election so he has the right to access to every election document
Votings me Ghotala Longo ko pata n chal jaye, Isiliye RULES hi badal diya, Sharmnaak hai??
कुछ तो है, जिस के लिए सुरक्षा घेरा बनाया गया है.
Great discussion
ECI IS GREATER BLUFFMASTER
चुनाव आयोग किसी को कुछ नहीं देगा,,, देख लेना आप लोग 1000%
आशुतोष जी अब भी आप नहीं कह सकतें तो आपको परिचर्चा नहीं करानी चाहिए,, हरियाणा, महाराष्ट्र और पहले मध्यप्रदेश और गुजरात,,,के परिणाम आप को जायज़ लगते है,,
@@anulilha इनको सत्य हिन्दी भी तो चलाना है। इनको प्रमाण चाहिए। चारों तरफ़ प्रमाण बिखरे पड़े हैं जीतने चाहो बटोर लो आशुतोष जी। संदीप चौधरी और राजदीप की तरह balancing act मत करिए।
Pandey ji is very right. You don't need a big group to manage evm or election
Good 👍
The entire nation should oppose it tooth and nail.
Transparency is essential in any decision in rule of law
Arun Agarwal got it right, his statement "Jo Harta he wohi Rota hein " a very undemocratic statement. Rakesh Sinha uttered this just like BJP government.
Desh ki har sanstha compromise ho chuki hai lekin kuchh logon ke hisab se ECI doodh ki dhuli hai aur usme koi compromise nahi ho sakta😂😂😂😂😂😂itna bada majak to Kapil sharma ke show me bhi nahi suna aaj tak
सरकार की मंशा पर शक पैदा होता है, अगर सारे डोक्युमेंट्स दिखाए गए तो मतदान विसंगतियों की कलई खुल जाने का डर है।
Godi Channel 😂...
Citizens are supreme
Good writer 🎉
ab.har.raajnity.party.jaan.le.ab.koi.bjp.ko.chhodkar.kabhi.chunav.nahi.jit.sakta
🎉🎉🎉🎉
Fraud eci
Very very relevant and enlightening discussion which almost makes it clear that that the preent EC has failed to conduct elections in a transparent manner at all the places and the general public can't be blamed if doubts have arisen in their minds that elections nowadays are being rigged.
Twisted minded group of people has no shame in twisting everything against constitutional authorities.
It seems political parties and government institutions don't know that they are public servants and public are not their servants.
Not only BJP, but even other political parties don't want greater transparency.
@Ashutosh
Entire civilized and not so civilized world have moved back from EVMs to paper ballots.
There are very few countries which conduct elections with EVMs.
Now through this new rule, the government is admitting that electronic and digital data can be manipulated which isn't possible with non digital paper ballots.
Ashutosh sir you know everything but today u r moderate
चुनाव आयोग व चुनाव सम्बन्धित आलोचना करने पर यू ट्यूब उस प्रोग्राम के पैसे नहीं देते हैं. इसलिए सब बच बच के बोल रहे हैं. चुनाव आयोग की हिदायतें इसलिए नीचे दिखाई गई हैं.
Kyun na Bujhte Andhuyion me mere Charag...Kuch to hawa belagam thi aur kuch mere Charago me tail kam tha.... Yahi halat aaj desh ki Rajniti ki ho gayi hai ...Sarkar belagam hai aur Vipaksh Kamjor...
Pandey sir u r absolutely right BJP modi n Shah is not good for our country and people of our country
Rakesh ji apne background ko bhul jao....abbe sabh kuch badal giya hai... background se future tak
सरकार अपनी बेइमानी छुपाना चाहती है.
ONLY GOD CAN SAVE INDIA
Asus ji aapko sab Jaan Gaye Hain Koi karykram karte rahiye ya Kisi ka koi fark nahin padta hai aap khush raho aap prakar Hain imandar patrakaar Hain aapka koi asar nahin padta vote dene walon per kyunki aapko sab Jaan gaye hain aap kya chahte hain kaise hain aapke batane se koi fark nahin padta
Chunao ayog ke appointment ko ye shanki aaur currupt sarkar badal sakti hai to ye log kuchh bhi kar sakti hai
ECI is doing dadagiri openly.
Sinha sir u r under estimating Modi n Shah u might be true but today the senorio has changed
Time limited for election commission
Remote Programmed Human Interface Division is related to underground hole !
Konsi saaakh bchi hai sir EC ki....democracy ja mzak bna dia hai
Chunav ayog is in collaboration with the modi ji
सड़को पर निकलो निकम्बो अब भाषण और वाद विवाद का time नही रहा।
bjp.hatkande.pe.hatkanda.apnata.hai.
Chunav ayog apana bharosh kho chuki hai ,sab ka sab golmaal hai
Live video don't hona chahiye Taki koi hi parti dekhna chahe dekh sake
आशुतोष जी आप की आवाज बहुत कम आती है
Govt cant interfere in election matters and itis only and only eci can do that too if constitution of commission is not arbitrary
Nishpaksh patrakaar Santosh Jin se BJP aur Anubhav ke chalte Hain lekin nishpaksh baat karte hain aur Satta se sawal karte Hain
Opposition jab nahin bolati hamlog kyaa kar sak6
Ban EVM
Even your dog will bark at you for food but Rajiv Kumar has no guts bark at Modi, he will do it what he told.
Election jorur dhandi hai
Rakesh Sinha is not talking sense.
He appears a professional safety valve for present dispensation.
abhi.ye.kanoon.laya.hai.bad.men.party.ke.upar.layega.ke.candidete.ko.nahi.dega
BJP kyo EVM ki side leti hai...
Aab sadak per vidroh hoga,
Ashutosh aap apne panelists ko kaha se pakad ke laate ho.....jo hamesha negative thoughts se hi bhare hote hai...
*अंडभक्त क्या हाल है अडानी के गुलाममोदी के पिट्ठू*
Suver log kursi par he
Arun jaise logo ki dukan band hone ka sabse bada khatra hai jo ki har maamle me kham-khah banna chahte hai....
Rakesh Sinha is trying to be very naïve that EC is very pure and the mandate of Maharashtra is out without the mercy of EC. Every single person in the country knows how EC is behaving as the puppet of the ruling government. Rakesh Sinha please stop advocating the current government and misguiding people, you have always done this.