स्वामी दीपांकर जी भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के एक सशक्त और प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं। उनकी उपस्थिति और विचार हर बार धर्म और समाज के प्रति उनकी गहरी निष्ठा को दर्शाते हैं। प्रयागराज महाकुंभ महासम्मेलन में उनकी भागीदारी न केवल सनातन धर्म के मूल्यों को सशक्त करती है, बल्कि सभी श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा और प्रेरणा प्रदान करती है। हम भी धर्म के मूल सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाएं और सनातन धर्म की अखंडता और गौरव को बनाए रखें। जय श्री राम।
🤔 संभल का पूर्व-नाम क्या है? 🤔 'संभल' नहीं; 'संभव-स्थल'। 🤔 भगवद्गीता में इस नाम का उल्लेख है। 🤔 संभल एक हिंदू तीर्थस्थल होने का अकाट्य सबूत क्या है? उत्तर प्रदेश स्थित संभल आजकल सूर्खियों में है। जो कश्मीर में हुआ था, जो पाकिस्तान में हुआ था, जो बांग्लादेश में हो रहा है, वहीं यहाँ भी हुआ था; पुरे के पुरे तीर्थक्षेत्र को, एक प्रमुख हिंदू वैदिक सनातन नगर को दबोच कर दफना दिया गया था। धन्य हो भीमप्रतापी योगी आदित्य नाथ जी महाराज, जिन्होंने इसे मुक्त कर दिया। कोई कहता है संभल का नाम 'शंबल' था, तो किसी के अनुसार 'शंभूबल' था। लेकिन मैंने पाया की यह न तो शंबल है न ही शंभूबल; यह 'संभव-स्थल' है। यह नाम भगवद्गीता के सुप्रसिद्ध श्लोक से लिया गया है।:- "परित्राणाय साधूनाम विनाशायच दुष्कृताम। धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामी युगे युगे॥" और जनमान्यता के अनुसार इस क्षेत्र में भगवान विष्णू का 'कल्कि' नामक दशम अवतार होने वाला है; कल्कि का संभव (जन्म) यहाँ होने वाला है, इसलिए 'संभव-स्थल'। श्लोक भी इसी संदर्भ में है। तो तार जुड़ते है। सो यह नाम 'संभव स्थल' अपने आप में ही एक भाषिक तथा शास्त्रग्रंथिय प्रमाण (Linguistic and scriptural proof) और अकाट्य सबूत है कि कैसे यह नगरी एक हिंदू धर्मिय तीर्थस्थल थी और है। 'संभव-स्थल' इसका अपभ्रंश ही 'संभल' हो गया। (कृपया इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेअर करें।) संभव-स्थल अमर रहे। ओम कल्कि नारायण।🙏
जय हो आदरणीय प्रणाम संप्रेषित. कड़वे सत्य. कलियुग के अंतिम चरण में सम्राट महाराज शिवा जी का साम्राज्य काल कलियुग और द्वापर युग का संधि काल था जो बीत चुका है और सनातन धर्म के सूर्योदय की प्रभात किरण जनजागृति ला रही है. वास्तविकता का बोध हो रहा है. प्रकृति ऊर्ध्व मुखी होकर ब्रम्ह प्रकाश की ओर बढ़ रहा है. अंधेरे से प्रकाश की ओर..... सूर्योदय की प्रभात किरण. द्वापर युग 325 (प्रभात काल से) सूर्योदय समय से वर्ष 25, ई. वी. 2025 प्रकृति के आईने से कड़वे सत्य प्रकृति रीडर
ॐ श्रीगणेशाय नमः शिवायॐ जय राम शिव राम श्रीराम सिताराम ॐ हरिहरा राम कृष्ण हरि ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव ॐ इस मृत्यु लोग मे १००-१५० साल के आयु दी भगवान ने हमे सोचना चाहिए हमारा वक्त १०० साल सदउपयोग अच्छे कर्म करणे का प्रयास करना चाहिए। १४ भुवनो के सृष्टिः मे हम मृत्युः लोग मे है। हमे कहा जाना है हर एक को स्वतंत्र जीवन दिया है स्वतंत्र सोचने के लिए बुद्धिः भी दी है भगवान ने। सनातनः परंपरा सनातनः संस्कृती सनातनः धर्मः अर्थः कामः मोक्षः ज्ञानः फलः च विश्वः सनातनः वेद उपनिषद पुराण इतिहास रामायण महाभारत आयुर्वेदः शास्त्र संहिता योग प्राणायाम वसुदेवः कुटुम्बकम्।
🤔 संभल का पूर्व-नाम क्या है? 🤔 'संभल' नहीं; 'संभव-स्थल'। 🤔 भगवद्गीता में इस नाम का उल्लेख है। 🤔 संभल एक हिंदू तीर्थस्थल होने का अकाट्य सबूत क्या है? उत्तर प्रदेश स्थित संभल आजकल सूर्खियों में है। जो कश्मीर में हुआ था, जो पाकिस्तान में हुआ था, जो बांग्लादेश में हो रहा है, वहीं यहाँ भी हुआ था; पुरे के पुरे तीर्थक्षेत्र को, एक प्रमुख हिंदू वैदिक सनातन नगर को दबोच कर दफना दिया गया था। धन्य हो भीमप्रतापी योगी आदित्य नाथ जी महाराज, जिन्होंने इसे मुक्त कर दिया। कोई कहता है संभल का नाम 'शंबल' था, तो किसी के अनुसार 'शंभूबल' था। लेकिन मैंने पाया की यह न तो शंबल है न ही शंभूबल; यह 'संभव-स्थल' है। यह नाम भगवद्गीता के सुप्रसिद्ध श्लोक से लिया गया है।:- "परित्राणाय साधूनाम विनाशायच दुष्कृताम। धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामी युगे युगे॥" और जनमान्यता के अनुसार इस क्षेत्र में भगवान विष्णू का 'कल्कि' नामक दशम अवतार होने वाला है; कल्कि का संभव (जन्म) यहाँ होने वाला है, इसलिए 'संभव-स्थल'। श्लोक भी इसी संदर्भ में है। तो तार जुड़ते है। सो यह नाम 'संभव स्थल' अपने आप में ही एक भाषिक तथा शास्त्रग्रंथिय प्रमाण (Linguistic and scriptural proof) और अकाट्य सबूत है कि कैसे यह नगरी एक हिंदू धर्मिय तीर्थस्थल थी और है। 'संभव-स्थल' इसका अपभ्रंश ही 'संभल' हो गया। (कृपया इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेअर करें।) संभव-स्थल अमर रहे। ओम कल्कि नारायण।🙏
बहुत ही सचेत और बहुमुल्य मार्गदर्शन है महाराज जी आपका, आपको कोटी कोटी नमन और हम कोटी कोटी हिन्दु चाहे समक्ष आपके सामने नही भी देखकर जुदे तो भी सनातन के लिये और राष्टधर्म के लिये हम सब हिन्दु आपसे दिल से जुडे है.🇮🇳☝️
ऐसे होते हैं भारत माता के लाल काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी और वो भी बाबा योगी आदित्यनाथ जी हम सब तूमांरा साथ है जैपाल गुप्ता हिंदू है और वो भी बाबा योगी आदित्यनाथ जी के
जय श्री राम 🚩 जात पात की करो विदाई हम सब हिंदू भाई भाई 👉👈🙏🙏आग लगे आकाश में झर झर गिरे अंगार संत ना होते इस जगत में जल जाता संसार🙏🙏 बहुत सही दीपांकर महाराज जी आप का एक शब्द बहुत अच्छा लगा 🙏🙏
जय श्री सियाराम जी, मुझे खुशी है कि मेरे हिंदू भाइयों में सनातन धर्म को बचाने के लिए जाग्रति आ रहीं हैं।सभी हिन्दू भाइयों को मेरी तरफ़ से बहुत बहुत जय श्री सियाराम जी। ।।धन्यवाद।। जय श्रीराम जय श्री भोलेनाथ जी।
स्वामी जी सादर चरणस्पर्श महाराज जी पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के उन क्षेत्रों में भी पदार्पण करिए जहां ईसाई धर्म तेजी से फैल रहा है अगर इस तेजी से फैलती ईसाई धर्म को नहीं रोका गया तो बहुत जल्दी चंपारण कुशीनगर सिवान देवरिया आजमगढ़ मऊ आदि आदि पश्चिमी बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश मे सनातन की ध्वजा खंडित हो जाएगी विनम्र प्रार्थना है कि ईसाई मिशनरियों से सनातन की रक्षा करिए
🤔 संभल का पूर्व-नाम क्या है? 🤔 'संभल' नहीं; 'संभव-स्थल'। 🤔 भगवद्गीता में इस नाम का उल्लेख है। 🤔 संभल एक हिंदू तीर्थस्थल होने का अकाट्य सबूत क्या है? उत्तर प्रदेश स्थित संभल आजकल सूर्खियों में है। जो कश्मीर में हुआ था, जो पाकिस्तान में हुआ था, जो बांग्लादेश में हो रहा है, वहीं यहाँ भी हुआ था; पुरे के पुरे तीर्थक्षेत्र को, एक प्रमुख हिंदू वैदिक सनातन नगर को दबोच कर दफना दिया गया था। धन्य हो भीमप्रतापी योगी आदित्य नाथ जी महाराज, जिन्होंने इसे मुक्त कर दिया। कोई कहता है संभल का नाम 'शंबल' था, तो किसी के अनुसार 'शंभूबल' था। लेकिन मैंने पाया की यह न तो शंबल है न ही शंभूबल; यह 'संभव-स्थल' है। यह नाम भगवद्गीता के सुप्रसिद्ध श्लोक से लिया गया है।:- "परित्राणाय साधूनाम विनाशायच दुष्कृताम। धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामी युगे युगे॥" और जनमान्यता के अनुसार इस क्षेत्र में भगवान विष्णू का 'कल्कि' नामक दशम अवतार होने वाला है; कल्कि का संभव (जन्म) यहाँ होने वाला है, इसलिए 'संभव-स्थल'। श्लोक भी इसी संदर्भ में है। तो तार जुड़ते है। सो यह नाम 'संभव स्थल' अपने आप में ही एक भाषिक तथा शास्त्रग्रंथिय प्रमाण (Linguistic and scriptural proof) और अकाट्य सबूत है कि कैसे यह नगरी एक हिंदू धर्मिय तीर्थस्थल थी और है। 'संभव-स्थल' इसका अपभ्रंश ही 'संभल' हो गया। (कृपया इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेअर करें।) संभव-स्थल अमर रहे। ओम कल्कि नारायण।🙏
अपने नाम के आगे अपने गोत्र लिखों जाति का टाईटल खत्म करो गोत्र इसलिए कि विवाह आदि कार्य में गोत्र बचाये जाते हैं सब जाति पाति का खेल खत्म हो जा येगा। स्वामी जी के विचार अति उत्तम है बहुत बहुत धन्यवाद। सादर नमस्ते।। ओउम् शांति शांति शांति।।
स्वामी दीपांकर जी भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म के एक सशक्त और प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं। उनकी उपस्थिति और विचार हर बार धर्म और समाज के प्रति उनकी गहरी निष्ठा को दर्शाते हैं। प्रयागराज महाकुंभ महासम्मेलन में उनकी भागीदारी न केवल सनातन धर्म के मूल्यों को सशक्त करती है, बल्कि सभी श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक ऊर्जा और प्रेरणा प्रदान करती है। हम भी धर्म के मूल सिद्धांतों को अपने जीवन में अपनाएं और सनातन धर्म की अखंडता और गौरव को बनाए रखें। जय श्री राम।
जय श्री राम सियाराम बहुत सुंदर लगा है हर हर महादेव भगवान
गर्व से कहो हम हिंदू हैं जय जय श्री राम
जय हो आप जैसे सन्यासी आपको कोटि कोटि नमन है
परम श्रद्धेय श्री दीपांकर जैन मुनि जी के श्री चरणकमलों में हमारा कोटि कोटि दंडवत् प्रणाम!
मै नेपाल से भोले बाबा के साथ हु नमन बाबा जी ,जय शम्भो भोले नाथ जय हिन्दु स्वभिमान ,जय हिन्दु
🤔 संभल का पूर्व-नाम क्या है?
🤔 'संभल' नहीं; 'संभव-स्थल'।
🤔 भगवद्गीता में इस नाम का उल्लेख है।
🤔 संभल एक हिंदू तीर्थस्थल होने का अकाट्य सबूत क्या है?
उत्तर प्रदेश स्थित संभल आजकल सूर्खियों में है। जो कश्मीर में हुआ था, जो पाकिस्तान में हुआ था, जो बांग्लादेश में हो रहा है, वहीं यहाँ भी हुआ था; पुरे के पुरे तीर्थक्षेत्र को, एक प्रमुख हिंदू वैदिक सनातन नगर को दबोच कर दफना दिया गया था।
धन्य हो भीमप्रतापी योगी आदित्य नाथ जी महाराज, जिन्होंने इसे मुक्त कर दिया।
कोई कहता है संभल का नाम 'शंबल' था, तो किसी के अनुसार 'शंभूबल' था। लेकिन मैंने पाया की यह न तो शंबल है न ही शंभूबल; यह 'संभव-स्थल' है। यह नाम भगवद्गीता के सुप्रसिद्ध श्लोक से लिया गया है।:-
"परित्राणाय साधूनाम विनाशायच दुष्कृताम। धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामी युगे युगे॥"
और जनमान्यता के अनुसार इस क्षेत्र में भगवान विष्णू का 'कल्कि' नामक दशम अवतार होने वाला है; कल्कि का संभव (जन्म) यहाँ
होने वाला है, इसलिए 'संभव-स्थल'। श्लोक भी इसी संदर्भ में है। तो तार जुड़ते है।
सो यह नाम 'संभव स्थल' अपने आप में ही एक भाषिक तथा शास्त्रग्रंथिय प्रमाण (Linguistic and scriptural proof) और अकाट्य सबूत है कि कैसे यह नगरी एक हिंदू धर्मिय तीर्थस्थल थी और है। 'संभव-स्थल' इसका अपभ्रंश ही 'संभल' हो गया।
(कृपया इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेअर करें।)
संभव-स्थल अमर रहे।
ओम कल्कि नारायण।🙏
जय श्री राम जय हनुमान जय बाबा बागेश्वर जय हिन्दू राष्ट्र जय हिंदू राष्ट्र
जय श्री राम जय हिंद जय हिंदुस्तान सनातनः
🙏🌹 आदरणीय पुज्य सभी स्वामी जी के श्री चरणों में सादर प्रणाम 🌺🙏
स्वामी जी सही कह रहे हैं जागो हिंदू जागो जात पात की करो विदाई हिंदू हिंदू भाई भाईजय श्री राम
जय सत्य सनातन धर्म की हर हर महादेव
जय श्री राम गर्व से कहो हम हिंदू हैं❤❤❤❤❤
जय हो सनातन धर्म की, हमें अपने धर्म पर गर्व होना चाहिए 🚩🚩🚩
आपने जो संकल्प लिया है वह सत्य है सत्य सनातन है उसे सनातनी सनातन हिंदू धर्म है
जय हो आदरणीय प्रणाम संप्रेषित. कड़वे सत्य.
कलियुग के अंतिम चरण में सम्राट महाराज शिवा जी का साम्राज्य काल कलियुग और द्वापर युग का संधि काल था जो बीत चुका है और सनातन धर्म के सूर्योदय की प्रभात किरण जनजागृति ला रही है. वास्तविकता का बोध हो रहा है.
प्रकृति ऊर्ध्व मुखी होकर ब्रम्ह प्रकाश की ओर बढ़ रहा है. अंधेरे से प्रकाश की ओर..... सूर्योदय की प्रभात किरण.
द्वापर युग 325 (प्रभात काल से)
सूर्योदय समय से वर्ष 25,
ई. वी. 2025
प्रकृति के आईने से कड़वे सत्य
प्रकृति रीडर
स्वामी दीपंकर बिल्कुल सही बात कह रहे हैं जय श्रीराम 🙏🙏
पहली कक्षा से सनातन की शिक्षा अनिवार्य हो ।
जय शिव जयजय शिवशंकर ।
जयजयश्रीरामजी जयजयसीतारामजी।
सनातन की जय हो
महाराज जी मैं आप के बसुदेवकुटुम्बकम की भावना से बहुत ही द्रवित और भाव विभोर हो गया हूं,आप की सदा जय हो,आप अपने मिशन पर कामयाब हो❤❤❤❤️❤️🙏🙏🙏🙏🙏
जय श्री राम जय हिन्दू राष्ट्र
जय जय संनयासी बाबा को जय श्रीरामजय सनातन
ॐ श्रीगणेशाय नमः शिवायॐ जय राम शिव राम श्रीराम सिताराम ॐ हरिहरा राम कृष्ण हरि ॐ नमः पार्वती पतये हर हर महादेव ॐ इस मृत्यु लोग मे १००-१५० साल के आयु दी भगवान ने हमे सोचना चाहिए हमारा वक्त १०० साल सदउपयोग अच्छे कर्म करणे का प्रयास करना चाहिए। १४ भुवनो के सृष्टिः मे हम मृत्युः लोग मे है। हमे कहा जाना है हर एक को स्वतंत्र जीवन दिया है स्वतंत्र सोचने के लिए बुद्धिः भी दी है भगवान ने। सनातनः परंपरा सनातनः संस्कृती सनातनः धर्मः अर्थः कामः मोक्षः ज्ञानः फलः च विश्वः सनातनः वेद उपनिषद पुराण इतिहास रामायण महाभारत आयुर्वेदः शास्त्र संहिता योग प्राणायाम वसुदेवः कुटुम्बकम्।
🤔 संभल का पूर्व-नाम क्या है?
🤔 'संभल' नहीं; 'संभव-स्थल'।
🤔 भगवद्गीता में इस नाम का उल्लेख है।
🤔 संभल एक हिंदू तीर्थस्थल होने का अकाट्य सबूत क्या है?
उत्तर प्रदेश स्थित संभल आजकल सूर्खियों में है। जो कश्मीर में हुआ था, जो पाकिस्तान में हुआ था, जो बांग्लादेश में हो रहा है, वहीं यहाँ भी हुआ था; पुरे के पुरे तीर्थक्षेत्र को, एक प्रमुख हिंदू वैदिक सनातन नगर को दबोच कर दफना दिया गया था।
धन्य हो भीमप्रतापी योगी आदित्य नाथ जी महाराज, जिन्होंने इसे मुक्त कर दिया।
कोई कहता है संभल का नाम 'शंबल' था, तो किसी के अनुसार 'शंभूबल' था। लेकिन मैंने पाया की यह न तो शंबल है न ही शंभूबल; यह 'संभव-स्थल' है। यह नाम भगवद्गीता के सुप्रसिद्ध श्लोक से लिया गया है।:-
"परित्राणाय साधूनाम विनाशायच दुष्कृताम। धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामी युगे युगे॥"
और जनमान्यता के अनुसार इस क्षेत्र में भगवान विष्णू का 'कल्कि' नामक दशम अवतार होने वाला है; कल्कि का संभव (जन्म) यहाँ
होने वाला है, इसलिए 'संभव-स्थल'। श्लोक भी इसी संदर्भ में है। तो तार जुड़ते है।
सो यह नाम 'संभव स्थल' अपने आप में ही एक भाषिक तथा शास्त्रग्रंथिय प्रमाण (Linguistic and scriptural proof) और अकाट्य सबूत है कि कैसे यह नगरी एक हिंदू धर्मिय तीर्थस्थल थी और है। 'संभव-स्थल' इसका अपभ्रंश ही 'संभल' हो गया।
(कृपया इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेअर करें।)
संभव-स्थल अमर रहे।
ओम कल्कि नारायण।🙏
सतगुरुओ की बात बिलकुल सत्य होगी जय हिंद जय हिंदुस्तान सनातनः
हर हर महादेव 🕉️🕉️🚩🚩🙏 दीपांकर जी महाराज को कोटि कोटि नमन 🕉️🕉️🚩🚩🙏
Naman Guru ji
जय हो जय जय श्री राम
Swami ji her Hindu aapke Sath hai
आदरणीय श्रद्धेय दीपांकर महाराज का प्रयास वंदनीय है। सभी संतों को ऐसा प्रयास करना चाहिए
जय हिन्दू जय हिन्दू राष्ट्र
❤ जय श्री राम जय सनातन जय सनातन बोल्ड होना चाहिए सनातनकी
जय हो गुरु स्वामी दिपान्कर जी को पर्णाम
बटेंगे तो कटेंगे, जय श्री राम ,जय शिवराय
आदरणीय मैं विनोद पांडेय आपके साथ सहमत हूं।
जयजयश्रीरामजी जयजयसीतारामजी।
सनातन ही सते हैं जय श्री राम जय श्री राम जयसीताराम ❤❤❤❤❤
जय श्री राम बाबाजी 🎉🎉🎉
आग लगी आकाश में बरस रहे अंगार और श्री स्वामी दीपाकर जी महाराज ना होते तो जल जाता ये हिंदुस्तान जय श्री राम 🙏
हर हर महादेव🙏🙏
स्वामी दीपांकर जी सबसे महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं।
जय श्री राम 🙏 सनातन धर्म को सदा ही जय हो साधु सन्त को कोटि कोटि नमस्कार 🙏🙏🙏🙏🙏
बहुत ही सचेत और बहुमुल्य मार्गदर्शन है महाराज जी आपका, आपको कोटी कोटी नमन और हम कोटी कोटी हिन्दु चाहे समक्ष आपके सामने नही भी देखकर जुदे तो भी सनातन के लिये और राष्टधर्म के लिये हम सब हिन्दु आपसे दिल से जुडे है.🇮🇳☝️
जय हिन्द वन्देमातरम 🚩🚩
जागो हिंदू मित्रो अब नहीं तो खैर नहीं इतिहास गवाह है। जाती पाती से करो किनारा सनातनी भारत हमारा।जय जय श्री राम।
100/Satya kaha he guriji🙏🙏🙏
धर्मके मामले मे आपका साथ देंगे बाबा जी को नेपाल से
गाभार से है मां सब हिंदू है जैश्ररामां बाबाजी को सबसे ज्यादा जिम्मेदार जैश्ररामां
I am proud Hindu. 🙏🚩
Jay sanatan dharm ki jai ❤
जय श्री राम महाराज जी जय सत्य सनातन धर्म
Hindu's bhai jagruta ho jao,Jai Hindu rastra, Jai Sri ram 🙏🎉
जय श्री राम 🚩🚩
Jai Jai shree Ram
हिंदू एक होना चाहिए जय श्री राम ऊं पार्वते नमः ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय हर हर महादेव
जय श्री राम 🚩🚩🚩 आप को नमन 🙏 कोटि कोटि नमन 🙏🙏
ऐसे होते हैं भारत माता के लाल काशी विश्वनाथ मंदिर वाराणसी और वो भी बाबा योगी आदित्यनाथ जी हम सब तूमांरा साथ है जैपाल गुप्ता हिंदू है और वो भी बाबा योगी आदित्यनाथ जी के
जय श्रीराम जय सनातन धर्म की जय
बहुत ही सुन्दर विचार है
सत्य सनातन वैदिक धर्म भारत हिंदू राष्ट्र की जय 🙏 जय हिंद वंदेमातरम भारत माता की जय 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳💪💪💪💪💪
Jay shree Radha Krishna 🙏🙏
सनातन धर्म को साबित करने कि जरूरत नहीं है
जय श्री राम 🚩 जात पात की करो विदाई हम सब हिंदू भाई भाई 👉👈🙏🙏आग लगे आकाश में झर झर गिरे अंगार संत ना होते इस जगत में जल जाता संसार🙏🙏 बहुत सही दीपांकर महाराज जी आप का एक शब्द बहुत अच्छा लगा 🙏🙏
Har har mahadev 🙏🙏
स्वामी जी , मैं भी आपकी मुख्यधारा में जुड़ रहा हूँ,मैं हिंदू है सनातनी हु
जय श्री राम
Super guru ji
Jai shree Ram Jai Hind ma हिंदू हु
जय हिन्द, जय श्रीराम 🙏🚩🚩🚩🚩🚩🚩🚩🙏
हर हर महादेव 🔱 ॐ 🔱
महाकुंभ में जितने लोग आते हैं अगर वह एकबार सुप्रीम कोर्ट की तरफ मुङ गए तो भारत 24 घंटे में हिंदु राष्ट्र हो जाएगा
जय हिंदू हिंदू राष्ट्रजय सनातन
जय श्रीराम जय श्री राम जय जयश्री राम गर्व से कहो हम हिंदू हैं 🙏🙏
गर्व से कहो हम हिन्दू है जय जय श्री राम जी 🌹🌹🙏🙏
Hm aapke visar se guruji 💯 hm aapke sath hai jay shree ram 🚩🚩🚩🚩
जो हिंदू हित की बात करेगा वो ही देश पर राज करेगा
Har har mahadev 🚩🚩🚩🚩🙏🙏
हर हर महादेव
जय सनातन 🚩🚩
राजस्थान में अवशक है गुरु जी
Jay shiree Ram ji
Maharaj ji ko jai shree ram ji 🚩🚩🙏
Jai shri Ram Jai sanatan
JAI SHRI RAM
मैं आपके साथ हूं मेरे पास पैसा नहीं है पैसा नहीं है नहीं तो मैं आपके पास में होता
सनातन कड़ी महंत मडलेश्वर कुंद है सनातनी घाव खा रहे सनातनी दीपाकर जी🙏 आशा किरण शीघ्र मिलियो।। 🚩🙏
जय श्री सियाराम जी,
मुझे खुशी है कि मेरे हिंदू भाइयों में सनातन धर्म को बचाने के लिए जाग्रति आ रहीं हैं।सभी हिन्दू भाइयों को मेरी तरफ़ से बहुत बहुत जय श्री सियाराम जी।
।।धन्यवाद।।
जय श्रीराम जय श्री भोलेनाथ जी।
Main bhi hindu dharm se hi juda hun har har Mahadev
Jai Shri Seeta 🙏 Ram 🙏Ji..
स्वामी जी
सादर चरणस्पर्श
महाराज जी
पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के उन क्षेत्रों में भी पदार्पण करिए जहां ईसाई धर्म तेजी से फैल रहा है अगर इस तेजी से फैलती ईसाई धर्म को नहीं रोका गया तो बहुत जल्दी चंपारण कुशीनगर सिवान देवरिया आजमगढ़ मऊ आदि आदि पश्चिमी बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश उत्तर प्रदेश मे सनातन की ध्वजा खंडित हो जाएगी
विनम्र प्रार्थना है कि ईसाई मिशनरियों से सनातन की रक्षा करिए
🤔 संभल का पूर्व-नाम क्या है?
🤔 'संभल' नहीं; 'संभव-स्थल'।
🤔 भगवद्गीता में इस नाम का उल्लेख है।
🤔 संभल एक हिंदू तीर्थस्थल होने का अकाट्य सबूत क्या है?
उत्तर प्रदेश स्थित संभल आजकल सूर्खियों में है। जो कश्मीर में हुआ था, जो पाकिस्तान में हुआ था, जो बांग्लादेश में हो रहा है, वहीं यहाँ भी हुआ था; पुरे के पुरे तीर्थक्षेत्र को, एक प्रमुख हिंदू वैदिक सनातन नगर को दबोच कर दफना दिया गया था।
धन्य हो भीमप्रतापी योगी आदित्य नाथ जी महाराज, जिन्होंने इसे मुक्त कर दिया।
कोई कहता है संभल का नाम 'शंबल' था, तो किसी के अनुसार 'शंभूबल' था। लेकिन मैंने पाया की यह न तो शंबल है न ही शंभूबल; यह 'संभव-स्थल' है। यह नाम भगवद्गीता के सुप्रसिद्ध श्लोक से लिया गया है।:-
"परित्राणाय साधूनाम विनाशायच दुष्कृताम। धर्मसंस्थापनार्थाय संभवामी युगे युगे॥"
और जनमान्यता के अनुसार इस क्षेत्र में भगवान विष्णू का 'कल्कि' नामक दशम अवतार होने वाला है; कल्कि का संभव (जन्म) यहाँ
होने वाला है, इसलिए 'संभव-स्थल'। श्लोक भी इसी संदर्भ में है। तो तार जुड़ते है।
सो यह नाम 'संभव स्थल' अपने आप में ही एक भाषिक तथा शास्त्रग्रंथिय प्रमाण (Linguistic and scriptural proof) और अकाट्य सबूत है कि कैसे यह नगरी एक हिंदू धर्मिय तीर्थस्थल थी और है। 'संभव-स्थल' इसका अपभ्रंश ही 'संभल' हो गया।
(कृपया इस पोस्ट को ज्यादा से ज्यादा शेअर करें।)
संभव-स्थल अमर रहे।
ओम कल्कि नारायण।🙏
अपने नाम के आगे अपने गोत्र लिखों जाति का टाईटल खत्म करो गोत्र इसलिए कि विवाह आदि कार्य में गोत्र बचाये जाते हैं सब जाति पाति का खेल खत्म हो जा येगा। स्वामी जी के विचार अति उत्तम है बहुत बहुत धन्यवाद। सादर नमस्ते।। ओउम् शांति शांति शांति।।
Jago hindu jago, Jay shree Ram
Mera sher bhai❤❤
Jay Jay Siyaram
Harhar mahadev.🙏🙏
Har har Mahadev❤❤
जय सिया राम
Bahut bahut dhanyawad Swami, apke charno me pranam❤
Joy joy Sree Ram.Joy joy Sree Krishna.Har har Mohadeb.❤
Jai shree Ram 🚩
Jai shree Ram
Bahut Uttam vichar Hai Deepankar ji khoob Sanatan ka prachar kariye Bhagwan aapko safalta De
आप की बात बहुत अच्छा लगा जय श्री राम ऊं नमः शिवाय हर हर महादेव