प्योर सच्चाई है ये और सभी देशवासियों को दयाचंद मायना जी का साथ देना चाहिए। ऐसा कवि दोबारा जन्म नहीं लेता है। दयाचंद मायना जी के नाम से मेहर सिंह का नाम चमकाना बहुत बड़ा छलावा है।
लेकिन दयाचंद के नाम से मेहर सिंह का नाम चमकाने की क्या जरूरत सब को पता है कि जाट मेहर सिंह का नाम दयाचंद से पहले का मशहूर हैं। दयाचंद का नाम तो सन् 1999 के बाद फैला है। अगर आप बाहर जाओ गे तो दयाचंद से ज़्यादा लोग मेहर सिंह को जानते हैं।
कवि दयाचन्द जी अमर रहे...मै मायना गावँ के निवासियों से भी प्रार्थना करता हुं जैसे भाई अमित पघांल ने गावं का नाम रोशन किया है वैसे ही दयाचन्द जी ने भी वर्षो पहले गावं का नाम रोशन किया था और आज हमारे गावं का नाम काट कर दुसरे का नाम लगाते है।अब सारी सच्चाई आपके सामने है..सच्चाई का साथ दें धन्यवाद ।
सच्चाई एक दिन ऊपर आ ही जाती है देर है अंधेर नही shri दादा दया चंद जी उनकी मेहनत और सचाई का फल उन्हें मिलना ही चाहिए और दिला के ही दम लेंगे अब मंजिल ज्यादा दूर नही है दादा जी क़ो शत शत नमन
बहुत अच्छा लगा के लोग सच्चाई स्वीकार कर रहे है,, मेरे भीतर का कवि, दयाचंद जी और मेहर सिंह दोनों के पैर छूता है। बहुत महान कवि हुए है, हम मूर्ख है। दयाचंद जी का ज्ञान अध्भुत है। उनको कोटि कोटि प्रणाम।
कभी भी कवि किसी ओर कवि की छाप नहीं काटता ये सब बाद में कुछ लोग होते हैं वे ये शंकाए पैदा करते हैं। दोनो कवि फोजी मेहर सिंह और दयाचंद जी महान कवि थे। सुभाष चन्द्र बोस के किस्से की 17 रागनियां मेहर सिंह जी ने भी लिखी हैं और दयाचंद जी ने भी पूरा किस्सा बनाया है।
Iss channel ka Bahut bahut Dhnywad Sachhai sbke saamne lai ❤. Ye mahapurush hn hm sbke hn naa akele jaato k hn na Valmikiyo k hn ye poore bharat k hn. JAI BHAICHARA ❤
Bhay ji me bhi jat samaj se hu rathi sahab agar aap ies baat ke jite jagte sabut ha ies baat ko jat samaj ko aage aa kar ies galti ka sudahar karne ke liye jat samaj ko aage aana chahiye samaj me ak achha sandes jayega
भाईयो आप सभी को पता चल गया है कि सचाई कया है पर कुछ लोग नहीं मानते जो इब भी छाप काट क गावगा वो गु खाव गा वो आपणे माँ बाप का असली खून नही है वो गलड बीज है जय हो महाशय दयाचनद जी
महाशय दयाचंद मायना के साथ सरासर नाइंसाफी हुई थी। दयाचंद मायना ही एक ऐसे कवि हुए हैं जिनके जीवित रहते हुए ही छाप काटी गई। अब तो उनको न्याय मिलना तय हो गया है क्योंकि वर्ष 2021 से हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा कवि दयाचंद मायना के नाम से एक बड़ा सम्मान शुरू कर दिया है। समशेर कोसलिया हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा कवि दयाचंद मायना सम्मान से सम्मानित पहला व्यक्ति।
साथियों नमस्कार समाज में किसी भी महान शख्सियत की कोई जाति नहीं होती असल में वह पूरे समाज और पूरे देश के लिए काम करते हैं अमर शहीद चौधरी जाट मेहर सिंह और सुप्रसिद्ध कवि श्री दयाचंद मायना दोनों ही महान शख्सियत है इस छाप के विवाद की वजह से इनकी बेहतरीन प्रसिद्ध रागनियां अब गायी नहीं जाती एक समय ऐसा था जब कोई कार्यक्रम होता तो सुभाष चंद्र बोस के किस्से की रागनी अवश्य गाई जाती थी जिस से महान क्रांतिकारियों और शहीदों का जिक्र समाज में होता रहता था मेरी दोनों कमेटियों से प्रार्थना है एक बार इकट्ठे बैठ कर कोई फैसला जरूर करें किसी भी कवि को छाप काटने की जरूरत नहीं होती उसके पास अपनी कविता बहुत होती है यह रागनी गाने वालों से जाने या अनजाने में गलती अगर हुई है तो उसका समाधान भी निकल सकता है मेरा अपना विचार है आधी आधी भी कर सकते हैं ऐसा करने से सभी कलाकार इन रागनियां को दोबारा से गाने लगेंगें धन्यवाद
CHARANON MEIN SAADAR PRANAAM🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹HAMNE KABHI SOCHA BHI NAHIN THA KI KABHI ITNE MAHAAN KAVIRAAJ KE BAARE MEIN HUM JAAN PAYENGE🌹🌹🌹🌹CHANAL KO BHI NAMASKAAR🙏🙏🙏🙏
Bhai ye ese hi chap Kat de h , Dada lakhmichand ki ragniya ki bhi nari chap Kat rakhi h jukar dyachamd ji ki Kat rakhi h , meharsingh itna kuch nhi jante the buss naam naam bika h
हरियाणा संस्कृति को जिस जिस कलाकार में बढ़वा दिया सब अपनी जगह बढ़िया ह,, अब फालतू बकवास करने का क्या मिलेगा,, अब भी कलाकारों की आप में किसी गाने को लेकर कहासुनी हो जाति ह, पहले भी हुई होगी,, अब सिर्फ जिस जिस के दिमाग में जातिवाद का कीड़ा ह वे अपनी अपनी जाति के पुराने गायक को अच्छा बताएंगे क्योंकि उन्होंने अपने मन में ठान रखी हे वे अब माने भी नहींगै,, मै जाट हूं और सभी जाति के गायकों की रागनी सुनता हूं और सबका सम्मान करता हूं।।। हुई होगी गलती पर जो गा कर चले गए वे चीजे अब नहीं ठीक हो सकती उन चीजों को उन्हीं के द्वारा गा कर किया जा सकता ह और अब वे चले गए।
Sachai to yeh h ki chhap katne ki saruwat Mehar Singh ki ragniyo se hui.Mehar Singh ji 1944 m Sahid hue.ve 1937 m bharti hue the. 1941 m singapur m japaniyo ki kaid hogaye.isse pahle unhone satyawan savtri, chapsinfh rajput,Sarwar neer, anjana pawan, Rajbala ajit singh jaise kisse bna chuke the.singapur m 1941 se apni death tak 1944 tak ki unki rachnayo ki achhi chori hui h.Ab jatiwad ka sahra lekar uss saheed ko badnam kr rahe h.
Sir ji ek ragni h krk gal tadfti chhodi wa ragni dayachand ji ki h , but logo ne mehr Singh ki bna di. Us me ek line h bharti hoga ,bharti hoga 41 k San me thi . 1941 me dayachand ji bharti hue h . Or mehr Singh 1937. To ab btao ragni kis ki thi
Mere pitaji e Shri Mange Ram Panchi wale ke Chale the vah bhi e bataya karte ki ki Mana wale dayachand ki Ragani ki saap Log Kehte Hain gane wale aur aur Mehar Singh ki a tap Lagate Hain Main Pawan Kumar ka karana
Mehar Singh itna bada kavi thaa ke 26 ki ayu mai itne sare kisse likh diye ki jo kavi 77 saal ke hoge jinhe dehath ley kar bollywood tak jana ghaya ajj kuch lalchi log unpe dhosh lagawan lage kuch apni budhi se hi soch lo kiyu ki ab to parman to afwa lage lagi Jai dada dayachand mayna ji ki
Bhai shab ek baat Ka confusion h ki hr ragni m chaap nhi kat skti M jyada to nhi khta pr ajana Pawan k kisse m ek ragani h (12 Saal hue anjna t fetan Ka ji karga ) Kya ye ragni bhi dayachand ji ki h Iski aakhri bol h "Aave Yaad mere Anjana ki muskil jaal thamni,mamuli si baat k uper krgi kaal kamini,bhrti hon t phla usne phre shut jamni,or 2aada Ka fer liya hmne Kathi kri lamni,,,,ro ro k nu khe thi jatni kit jaat meher singh marga 12 Saal hue anjna t fetne Ka ji karga Bhai shab is ragni Ka Tod btao plz Ya ragni kiski h
यदि दयाचंद का खिसा होता तो ,खुद दयाचंद जी एतराज करते ,जो 1994 में स्वर्ग सिधारे हैं आप लोग किस आधार पर दयाचंद जी का बता रहे हैं। दयाचंद के जीवित रहते आपने कभी भी एतराज नहीं किया।मुझे तो ऐसा लग रहा है कि दयाचंद जी के नाम पर राजनीति हो रही है।जो सही नही है।दोनो महान कवि थे और रहेंगे,दोनो राम के प्यारे हो चुके हैं।मैंने तो पहली बार दयाचंद की छाप सुनी है जो सही नही लगती ।1965 से मेहर सिंह की छाप सुन रहे हैं।जब की यह खिसा 1943 मैं लिखा हुआ है। उस समय के बुज्रगों द्वारा बताया गयाहै जो आजाद हिन्द फौज में थे।
Sahi kha jite hue toh kuch ker nhi sake rajkisian ka ...eb ye sale hak jatave h.... O rhi baat is dayachnd Ki yu fooj m se jola utha k baag Gaya tha ...
Ek bhajan Baba Mohar Singh Gaon SAS Airoli wale ka hai hi uske upar bhi Mehar Singh ki Chhapra gai hai Kitab likhane Walon Ne batao Kya Karen main Pawan Kumar kakrana bhajan hi hi Bande Soch Samajh Ke Chaal galti mai main bane sobhani yah bhajan hai Iske saaf Karti gai
Kissa Mehar Singh Ji ka hi hai kya keh rahe hai kheti baadi se alag nahi gaya Mehar Singh Ji ne Mehar Singh Ji ne Satewan savitri Anjna Pawan Kala Chand kitni futkar foji jeewan par padmawat.Jai Sahid Kavi Jat Mehar Singh Ji ki.
चारों वर्ण रहै मिल के सुख सम्पत्ति आनन्द होंगे, माँस शराब चोरी जारी जुएं सट्टे बन्द होंगे, आजादी का नाम सुण कै लोग घणे प्रसन्द होंगे, आजादी के भजन कहनियां मायने में दयाचन्द होंगे, आड़े मेहर सिंह तो जुड़ताएं कोन्या फेर भी मेहर सिंह की छाप लगावै सै - झूठे एक बात और 1941 में दयाचन्द भर्ती होया था ना के मेहर सिंह।
प्योर सच्चाई है ये
और सभी देशवासियों को दयाचंद मायना जी का साथ देना चाहिए। ऐसा कवि दोबारा जन्म नहीं लेता है।
दयाचंद मायना जी के नाम से मेहर सिंह का नाम चमकाना बहुत बड़ा छलावा है।
लेकिन दयाचंद के नाम से मेहर सिंह का नाम चमकाने की क्या जरूरत सब को पता है कि जाट मेहर सिंह का नाम दयाचंद से पहले का मशहूर हैं। दयाचंद का नाम तो सन् 1999 के बाद फैला है। अगर आप बाहर जाओ गे तो दयाचंद से ज़्यादा लोग मेहर सिंह को जानते हैं।
@@itsnevertoolate0001 bhai ji tere ko kisne batya daychand ji 1999 ke bad mashur hue
@@sukhbirkagrha5388 bhai dayachand ka naam 1999 me jab pani aali pani pyade aai tab dayachand ki ragni log zyada gaane lage h
@@sukhbirkagrha5388 par bhai isme to upar likha h ki dayachand ke naam se meher singh ka nam chamka rhe h lekin meher singh to pehle se hi popular tha
@@sukhbirkagrha5388 nhi to aap batao kis bade gaayak ne netaji ke kisse ke alawa dayachand ka banaya hua kissa gaya h
सभी साथियों से अनुरोध है सच्चाई का साथ दे जय हो महाशय कवि दयाचंद मायना जी यो की
सच्चाई छुपेगी नहीं।
महाशय दयाचंद मायना जी अमर रहे। आपका बहुत-बहुत धन्यवाद आपने साक्ष्य सहित प्रमाणित वीडियो बनाया है
कवि दयाचन्द जी अमर रहे...मै मायना गावँ के निवासियों से भी प्रार्थना करता हुं जैसे भाई अमित पघांल ने गावं का नाम रोशन किया है वैसे ही दयाचन्द जी ने भी वर्षो पहले गावं का नाम रोशन किया था और आज हमारे गावं का नाम काट कर दुसरे का नाम लगाते है।अब सारी सच्चाई आपके सामने है..सच्चाई का साथ दें धन्यवाद ।
सच्चाई एक दिन ऊपर आ ही जाती है देर है अंधेर नही shri दादा दया चंद जी उनकी मेहनत और सचाई का फल उन्हें मिलना ही चाहिए और दिला के ही दम लेंगे अब मंजिल ज्यादा दूर नही है दादा जी क़ो शत शत नमन
प्यारे भाईयो आप से हाथ जोड़ प्रथना है सभी भाई साथ दे कवि दादा श्री दयाचंद मयाना जी का
हो पिया फोजी मनै बंगला देश दिखादे। मैंने यह रागनी बचपन में खुद महाशय दयाचंद के मुख से गांव तिगड़ाना में सुनी थी ।
जय हो दादा कवि दयाचंद जी की,
चैनल का भी बहुत बहुत धन्यवाद जो इस सच्चाई को सबके सामने लेकर आए 🙏🙏
दयाचन्द महान कवि था । श्रोताओ और गायको को न्याय करना चाहिए । गोबर खाने से पेट नही भरैगा ।ध्यान रखो । छाप मत
👍👍👍👍👍👍👍👍👍👍100की 100 सही बात,,, महाशय श्री दया चंद जी मायना के साथ धोखा किया। उनके नाम को आगे बड़ाए। धन्यवाद।
बहुत अच्छा लगा के लोग सच्चाई स्वीकार कर रहे है,,
मेरे भीतर का कवि, दयाचंद जी और मेहर सिंह दोनों के पैर छूता है।
बहुत महान कवि हुए है, हम मूर्ख है।
दयाचंद जी का ज्ञान अध्भुत है। उनको कोटि कोटि प्रणाम।
DayachandwasAGreatMan
सच्चाई आखिर सामने आ ही गई । महाशय दयाचंद मायना जी मेरी नजरों और भी ऊंचा स्थान बन गया । वे हरियाणा के ॠषि बाल्मीकि थे ।
ये सभी कलाकार सच्चाई कह रहे है
दयाचंद मायना की रागनियों पर मेहर सिंह की छाप लगाना गलत है
Bhai ji aapka aapna Channal Haryana ke dhakad bol ko subscribe jarur kare 🙏🏼
कभी भी कवि किसी ओर कवि की छाप नहीं काटता ये सब बाद में कुछ लोग होते हैं वे ये शंकाए पैदा करते हैं। दोनो कवि फोजी मेहर सिंह और दयाचंद जी महान कवि थे। सुभाष चन्द्र बोस के किस्से की 17 रागनियां मेहर सिंह जी ने भी लिखी हैं और दयाचंद जी ने भी पूरा किस्सा बनाया है।
Right bro
महान कवि महाशय दयाचनद मायना जी के साथ कुछ घटिया कलाकारों ने छाप काट ने काम किया है
जय कवि दयाचंद जी मायना सभी सच्चाई का साथ दें अगर दिन धर्म है तो
महाशय दयाचंद जी बहुत ही बेहतरीन कवि थे
भजनों का कारखाना रोहतक के द्वारा मायना कवि का गांव बावले
Mhasahya daya chand एक महान कवि है सुभाष चंद्र बोस का किस्सा महाशय दयाचंद मायना जी का है
Aati sundar jankari di aap ne dhanywad ji
जय हो तेरी दादा गुरु महाशय दयानंद जी परमात्मा वाल्मीकि दयावान आपको अपनेश्री चरणों में स्थान दें 🙏❤️🙏
Kavi Daya Chand Amar Rahe
Iss channel ka Bahut bahut Dhnywad Sachhai sbke saamne lai ❤.
Ye mahapurush hn hm sbke hn naa akele jaato k hn na Valmikiyo k hn ye poore bharat k hn.
JAI BHAICHARA ❤
जय हो महाशय दयाचन्द की...👌
Haryana ke jhon miltan mhashay kavi daya chand mayna ji ko sat sat naman
कवि दयाचंद जी ने कई हजार गाने लिखे थे सब लुप्त हो गए 480 बाकी मिले हैं अभी और मिलने की संभावना है
M isi gao ka hu bhai...khte hai k inki ragniyo ki kitaab bech di inke ghrwalo n hi shyd..pta ni sch kya h
Ha ab dusro ki Chhap kat k or Bana do . Pura haryana janta h ye kissa Jat mehar Singh ka h
जब रमेश खुद आडै न्यूं कहै सै के या नेता जी के किस्से की रागनी दयाचन्द की है तो खुद नेता जी की रागनी मेहर सिंह की छाप तै क्यूं गावै सै।
गाना बनता है कहां कारखाने में कारखाना है कहां गांव मायने में
Very good ankit bhai ji sap sachai ka sath DE rahe He good
महन स्वतन्त्रता सेनानी शहीद कवि जाट मेहर सिंह जी की जय हो
7:10
Proud of u tau . Aapne sachhai btai jai BHAICHA ❤🙏
Diya Chand MHA sea Ji aap ko bahut bahut nemn Aaj pehle bar Di l bahut hi khus hua a hh jai hind Jai Bharat
Bhut acche Bhai Jai Ho suryakavi kavi Dyachand Mayna Wale
National peot and Jhon milten mahasay dayachand mayana ji
Bhay ji me bhi jat samaj se hu rathi sahab agar aap ies baat ke jite jagte sabut ha ies baat ko jat samaj ko aage aa kar ies galti ka sudahar karne ke liye jat samaj ko aage aana chahiye samaj me ak achha sandes jayega
Shishpal singh good thinking bhai
Bahut achhe kavi the👍👍👍👍👍👍
Mai Mahabir Mangol Pur Mahay Dayachand Mayana Valmiki Avtar Hai
भाईयो आप सभी को पता चल गया है कि सचाई कया है पर कुछ लोग नहीं मानते जो इब भी छाप काट क गावगा वो गु खाव गा वो आपणे माँ बाप का असली खून नही है वो गलड बीज है जय हो महाशय दयाचनद जी
Jay Ho dada dayachand ji ke charanon me sat sat Naman कोटि-कोटि pranam 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
सचाई है सामने तो आयेगी सजा होनी चाहिए ऐसे लोगो को
Thank you bhaiyo... Sachhaai dikhaane k liye 🙏🙏🙏🙏
dayachand mayna Amar Rahe
Jai Ho kavi daya chand ji ki
Yes
महाशय दयाचंद मायना के साथ सरासर नाइंसाफी हुई थी। दयाचंद मायना ही एक ऐसे कवि हुए हैं जिनके जीवित रहते हुए ही छाप काटी गई।
अब तो उनको न्याय मिलना तय हो गया है क्योंकि वर्ष 2021 से हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा कवि दयाचंद मायना के नाम से एक बड़ा सम्मान शुरू कर दिया है।
समशेर कोसलिया हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा कवि दयाचंद मायना सम्मान से सम्मानित पहला व्यक्ति।
सच्चाई छुप नही सकती , डुपलिकेट गायको से ।। सच्चा और असली गायक छाप नही काट सकता । कवि ह्रदय की कोई जाति नही होती । आदि कवि वाल्मीकि भी महान थे ।
Garib ki bhagwan bahut jaldi sunte hai. Itne mahan kavi ki kavta churane wale maalik se dro.
बहुत बढ़िया जानकारी
Haryana ke mhan kavi daya chand mayna ji ko
Panni aali panni pyade aaj tak super heet hai Mumbai me sabse jyada heet hue thi rajender kharkiya ne apne interview me lata mengeser ke samne gae thi
ये जो अनलाईन कर रखे है ये संस्कृति के चोर है घबराने की बात नही है कब तक छाप काटेगे
गाने वालो के जूते लगने शुरु हो चुके है
Salute hai dayachand ji hamare samaj me janme jai hind
साथियों नमस्कार
समाज में किसी भी महान शख्सियत की कोई जाति नहीं होती असल में वह पूरे समाज और पूरे देश के लिए काम करते हैं अमर शहीद चौधरी जाट मेहर सिंह और सुप्रसिद्ध कवि श्री दयाचंद मायना दोनों ही महान शख्सियत है इस छाप के विवाद की वजह से इनकी बेहतरीन प्रसिद्ध रागनियां अब गायी नहीं जाती एक समय ऐसा था जब कोई कार्यक्रम होता तो सुभाष चंद्र बोस के किस्से की रागनी अवश्य गाई जाती थी जिस से महान क्रांतिकारियों और शहीदों का जिक्र समाज में होता रहता था मेरी दोनों कमेटियों से प्रार्थना है एक बार इकट्ठे बैठ कर कोई फैसला जरूर करें किसी भी कवि को छाप काटने की जरूरत नहीं होती उसके पास अपनी कविता बहुत होती है यह रागनी गाने वालों से जाने या अनजाने में गलती अगर हुई है तो उसका समाधान भी निकल सकता है मेरा अपना विचार है आधी आधी भी कर सकते हैं ऐसा करने से सभी कलाकार इन रागनियां को दोबारा से गाने लगेंगें
धन्यवाद
🙏🙏🙏🙏
जीत जंग के गाने छपा करें मायने ने की प्रेस दिखा दे
Good luck.guru.ji
Mahaan Kavi Dayachand Mayna ji ki kavitayi kabhi chhup nahi sakti,Jai ho asi Mahan sakshiyat ki
मास्टर श्री सतबीर सिंह जीओ ने सदा साफ सुथरा गाया।
Kavi daya Chand ji ragni
Tem aan kavi daya chand naam dada लखमी चंद के tariya फेमस होवेगा
CHARANON MEIN SAADAR PRANAAM🙏🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹HAMNE KABHI SOCHA BHI NAHIN THA KI KABHI ITNE MAHAAN KAVIRAAJ KE BAARE MEIN HUM JAAN PAYENGE🌹🌹🌹🌹CHANAL KO BHI NAMASKAAR🙏🙏🙏🙏
Bhai ye ese hi chap Kat de h , Dada lakhmichand ki ragniya ki bhi nari chap Kat rakhi h jukar dyachamd ji ki Kat rakhi h , meharsingh itna kuch nhi jante the buss naam naam bika h
भाई वाल्मीकि नाम था या जाती थी जिसने रामायण की रचना कर डाली
Jai ho kavi dayachand
जय दयाचंद महाशय जी
दया चंद जी अमर रहे
Dhanyawaad ji
जय हो महाशय दयाचंद जी की
हरियाणा संस्कृति को जिस जिस कलाकार में बढ़वा दिया सब अपनी जगह बढ़िया ह,, अब फालतू बकवास करने का क्या मिलेगा,, अब भी कलाकारों की आप में किसी गाने को लेकर कहासुनी हो जाति ह, पहले भी हुई होगी,, अब सिर्फ जिस जिस के दिमाग में जातिवाद का कीड़ा ह वे अपनी अपनी जाति के पुराने गायक को अच्छा बताएंगे क्योंकि उन्होंने अपने मन में ठान रखी हे वे अब माने भी नहींगै,, मै जाट हूं और सभी जाति के गायकों की रागनी सुनता हूं और सबका सम्मान करता हूं।।। हुई होगी गलती पर जो गा कर चले गए वे चीजे अब नहीं ठीक हो सकती उन चीजों को उन्हीं के द्वारा गा कर किया जा सकता ह और अब वे चले गए।
Maher singh 2......4..baat likhi h baki sari ragniya or kisse mahashya Dayachand ji k h...sachai to ye hi h baki kuchh bhi Kahlo bhai....
Sachai to yeh h ki chhap katne ki saruwat Mehar Singh ki ragniyo se hui.Mehar Singh ji 1944 m Sahid hue.ve 1937 m bharti hue the. 1941 m singapur m japaniyo ki kaid hogaye.isse pahle unhone satyawan savtri, chapsinfh rajput,Sarwar neer, anjana pawan, Rajbala ajit singh jaise kisse bna chuke the.singapur m 1941 se apni death tak 1944 tak ki unki rachnayo ki achhi chori hui h.Ab jatiwad ka sahra lekar uss saheed ko badnam kr rahe h.
Sir ji ek ragni h krk gal tadfti chhodi wa ragni dayachand ji ki h , but logo ne mehr Singh ki bna di.
Us me ek line h bharti hoga ,bharti hoga 41 k San me thi . 1941 me dayachand ji bharti hue h .
Or mehr Singh 1937.
To ab btao ragni kis ki thi
Mere pitaji e Shri Mange Ram Panchi wale ke Chale the vah bhi e bataya karte ki ki Mana wale dayachand ki Ragani ki saap Log Kehte Hain gane wale aur aur Mehar Singh ki a tap Lagate Hain Main Pawan Kumar ka karana
Sari ragini repeat hone chahiye daya chand ka naam bhi hone chaiye
Mehar Singh itna bada kavi thaa ke 26 ki ayu mai itne sare kisse likh diye ki jo kavi 77 saal ke hoge jinhe dehath ley kar bollywood tak jana ghaya ajj kuch lalchi log unpe dhosh lagawan lage kuch apni budhi se hi soch lo kiyu ki ab to parman to afwa lage lagi Jai dada dayachand mayna ji ki
Dhanyva barauna Amar Rahi
Chaap katna bahut galat hai kisi ki b chahe dayachand ho ya mehar Singh ki
Right jawab diya hai
यह सब पाप और नीचता पैसों के लालच एवं जाति के भेदभाव के कारण किया गया है।
Shiri dyachand ji great
Bhai Sh. Dyachand Ji 🙏 🙏 Maha Kavi Sada Amar Rahe .
Jai ho kavi daya chand mayna ji
दया चंद मायना एक बहुत अच्छे गायक थे इनकी रागनी गा कर और कोई फेमस होगा सचाई नै कोई जानो
Jai ho dada dayachand mayna ji ki 🙏🙏
ये किस्सा दया चंद जी का हे
Jai ho daya chand ji ki
Jai kavi daya chanad ji
Bhai shab ek baat Ka confusion h ki hr ragni m chaap nhi kat skti
M jyada to nhi khta pr ajana Pawan k kisse m ek ragani h (12 Saal hue anjna t fetan Ka ji karga )
Kya ye ragni bhi dayachand ji ki h
Iski aakhri bol h
"Aave Yaad mere Anjana ki muskil jaal thamni,mamuli si baat k uper krgi kaal kamini,bhrti hon
t phla usne phre shut jamni,or 2aada Ka fer liya hmne Kathi kri lamni,,,,ro ro k nu khe thi jatni kit jaat meher singh marga
12 Saal hue anjna t fetne Ka ji karga
Bhai shab is ragni Ka Tod btao plz
Ya ragni kiski h
😂😂😂😂😂😂😂😂😂
बतांवैं कोन्या बेशर्म सैं
जय वाल्मीकि जय भीम जय दयानन्द
यदि दयाचंद का खिसा होता तो ,खुद दयाचंद जी एतराज करते ,जो 1994 में स्वर्ग सिधारे हैं आप लोग किस आधार पर दयाचंद जी का बता रहे हैं। दयाचंद के जीवित रहते आपने कभी भी एतराज नहीं किया।मुझे तो ऐसा लग रहा है कि दयाचंद जी के नाम पर राजनीति हो रही है।जो सही नही है।दोनो महान कवि थे और रहेंगे,दोनो राम के प्यारे हो चुके हैं।मैंने तो पहली बार दयाचंद की छाप सुनी है जो सही नही लगती ।1965 से मेहर सिंह की छाप सुन रहे हैं।जब की यह खिसा 1943 मैं लिखा हुआ है। उस समय के बुज्रगों द्वारा बताया गयाहै जो आजाद हिन्द फौज में थे।
Sahi kha jite hue toh kuch ker nhi sake rajkisian ka ...eb ye sale hak jatave h.... O rhi baat is dayachnd Ki yu fooj m se jola utha k baag Gaya tha ...
Jaime Ho Kavi dayachand ji lii ki
Jai Ho dada kavi dayachand maina ji ki
Ek bhajan Baba Mohar Singh Gaon SAS Airoli wale ka hai hi uske upar bhi Mehar Singh ki Chhapra gai hai Kitab likhane Walon Ne batao Kya Karen main Pawan Kumar kakrana bhajan hi hi Bande Soch Samajh Ke Chaal galti mai main bane sobhani yah bhajan hai Iske saaf Karti gai
मोबाइल नंबर देना भाईजी।
Damadar, Nider,Sahasi,Gayaq the,Late Bhai Sunil Dujana ji,
Jai ho kavi dayachand mayna ji
Nursing ke naam se paise ke bagair kaise hoti hai iska Uttar dijiye bhai
Dayachand myna ji amar rahe
Jai ho Kavi dayachand ji ki
Mahan kavi mahasay dayachand MAYNA ji
Jai ho Rastrya Kavi Dada Dyachand Mayna ji, Amar kavi hain Dada Mayna wala
Kissa Mehar Singh Ji ka hi hai kya keh rahe hai kheti baadi se alag nahi gaya Mehar Singh Ji ne Mehar Singh Ji ne Satewan savitri Anjna Pawan Kala Chand kitni futkar foji jeewan par padmawat.Jai Sahid Kavi Jat Mehar Singh Ji ki.
Jai Ho dada dyachand
Sat sat Naman dayachand ji
चारों वर्ण रहै मिल के सुख सम्पत्ति आनन्द होंगे,
माँस शराब चोरी जारी जुएं सट्टे बन्द होंगे,
आजादी का नाम सुण कै लोग घणे प्रसन्द होंगे,
आजादी के भजन कहनियां मायने में दयाचन्द होंगे,
आड़े मेहर सिंह तो जुड़ताएं कोन्या फेर भी मेहर सिंह की छाप लगावै सै - झूठे
एक बात और 1941 में दयाचन्द भर्ती होया था ना के मेहर सिंह।