EP-08 Prachin Chandra koop & Pandav Draupadi koop Brahm Sarovar, Kurukshetra
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- Опубліковано 6 лют 2025
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EP-08 Prachin Chandra koop & Pandav Draupadi koop Brahm Sarovar, Kurukshetra
हरियाणा प्रदेश पौराणिक और ऐतिहासिक दृष्टि से बेहद गौरवमयी एवं उल्लेखनीय जगह है। कई खास स्थलों के कारण इसका इतिहास में अपना ही महत्व है। इसी कड़ी में हरियाणा में मौजूद कुरुक्षेत्र का अतीत अत्यंत दिव्य और गौरवमय रहा है। आपको यह भी बता दे कि इस शहर का नाम राजा कुरु के नाम पर कुरुक्षेत्र हुआ। इसी धरती पर ऋषियों ने वेदों की रचना की और ब्रह्मा ने विशाल यज्ञ किया, जी हां हम बात कर रहे हैं इसी ब्रम्ह सरोवर की इसका निर्माण भगवान ब्रह्मा द्वारा विशाल यज्ञ से किया गया था। अतीत में इस सरोवर का नाम ब्रह्म वेदी ओर रामहृद हुआ करता था और इस जगह महर्षी दधीचि ने इंद्र को अस्थिदान भी किया था, यहाँ पर आज भी भगवान शिव का एक मंदिर भी है जहां एक पुल के माध्यम से पहुंचा जा सकता है। गीता जयंती पर यहां दीपदान का आयोजन किया जाता है जिसमें पानी में जलती हुए दीपों को बहाया जाता है।
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पौराणिक कथाओं के अनुसार, सूर्यग्रहण के दौरान भगवान कृष्ण अपने बड़े भाई बलराम, और बहन सुभद्रा के साथ इस कुंड में स्नान करने के लिए आते थे। इतना ही नहीं कौरवों और पांडवों ने भी कई बार इस कुंड में पवित्र स्नान किया हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस कुंड में डुबकी लगाने से उतना ही पुण्य प्राप्त होता है जितना पुण्य अश्वमेघ यज्ञ को करने के बाद मिलता है।
यह कुंड, 1800 फीट लम्बा और 1400 फीट चौड़ा है। इस कुंड में स्नान करने के लिए सूर्य ग्रहण और गीता जंयती के दौरान काफी भीड होती है। शास्त्रों के अनुसार सूर्यग्रहण के समय सभी देवता यहां कुरुक्षेत्र में मौजूद होते हैं। ऐसी मान्यता है कि सूर्यग्रहण के अवसर पर ब्रह्मा सरोवर और सन्निहित सरोवर में स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। ग्रहण के अवसर पर भारत के कई प्रदेशों अंग, मगद, वत्स, पांचाल, काशी, कौशल के कई राजा-महाराजा बड़ी संख्या में स्नान करने कुरुक्षेत्र आए थे। द्वारका के दुर्ग को अनिरुद्ध व कृतवर्मा को सौंपकर भगवान श्रीकृष्ण, अक्रूर, वासुदेव, उग्रसेन, गद, प्रद्युम्न, सामव आदि यदुवंशी व उनकी स्त्रियां भी कुरुक्षेत्र स्नान के लिए आई थीं। बृजभूमि से भी बड़ी संख्या में गोप-गोपिकाएं यहां स्नान करने आए थे। इतना ही नहीं यहाँ पर आज भी कई प्रवासी पक्षियों को स्नान करते हुए देखा जा सकता हैं गोप-गोपियों से मिलने के बाद भगवान श्रीकृष्ण की कुंती व द्रौपदी सहित पांचों पांडवों से भेंट हुई।
अगर हम इस कुंड के इतिहास को और खंगाले तो वामन पुराण के अनुसार सृष्टि रचना का ध्यान करते हुए ब्रह्मा ने चारों वर्णों की रचना इसी स्थान पर की थी।
लौकिक आख्यानों के अनुसार इस सरोवर का सर्वप्रथम जीर्णोद्धार राजा कुरु ने करवाया था।
यह सरोवर दो भागों में विभक्त है। कहा जाता है कि महाभारत युद्ध के उपरान्त युधिष्ठिर ने दोनो भागों के मध्य स्थित भूमि में एक विजय स्तम्भ का निर्माण करवाया था जोकि कालान्तर में नष्ट हो गया। मध्यकाल में मुस्लिम शासकों द्वारा इस भूमि में सैनिक छावनी का निर्माण करवाया गया था जो सरोवर में स्नान करने वाले तीर्थयात्रियों से जजिया कर वसूल करते थे सन् 1567 के सूर्यग्रहण के अवसर पर मुगल सम्राट अकबर ने अपनी कुरुक्षेत्र यात्रा के समय यह कर समाप्त कर दिया था और पुनः औरंगजेब ने इस कर को जारी किया। अंततः 18 वीं सदी के मध्य में मराठों द्वारा इस कर को समाप्त किया गया था। इसी स्थल पर ही कुछ दूर एक प्राचीन द्रौपदी कूप यानी कुआ भी निर्मित है जिसे चन्द्र कूप भी कहा जाता है।
यह सरोवर एशिया का सबसे विशाल मानव निर्मित सरोवर है। इस सरोवर की विशालता को देखते हुए ही अकबर के दरबारी कवि अबुल फजल ने इसे लघु समुद्र की संज्ञा दी थी। सरोवर के मध्य में सर्वेश्वर महादेव का मन्दिर शोभायमान हैं । जनश्रुति के अनुसार ब्रह्मा ने सर्वप्रथम इसी स्थान पर शिवलिंग की स्थापना की थी। सरोवर के पश्चिमी तट पर एक प्राचीन बौद्ध स्तूप के अवशेष तथा आद्य ऐतिहासिक काल की संरचनाएं तथा पुरावशेष मिले हैं जोकि इस सरोवर की प्राचीनता सिद्ध करने के लिए पर्याप्त हैं। दोस्तों भृम्ह सरोवर के परिसर में ही महाभारतकालीन माँ कात्यायनी देवी मंदिर भी मौजूद है जिसे हमने पूरी जानकारी के साथ अन्य वीडियो में बताया है
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कुरुक्षेत्र से सम्बन्धित जानकारी के लिए इन विडियो को देखे ----
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Very informative video. Keep it up.
Good information video
Nice
बहुत सुंदर, कुछ जगह हम अपनी यात्रा में नहीं देख पाए थे उसके दर्शन आपने करा दिए। धन्यवाद
आभार आपका। यूंही मेरे साथ travel करते रहिए 👍😃
अनेकों धन्यवाद आपका की आपको vlog अच्छा लगा।🙂
Very beautiful vlog, Seems like you are on the mission of exploring beautiful religious destination.
Thanks alot for sharing ur feelings 🥰
Yuhi travel karte rahe aap aur apna pyar aur blessings dete rahe 🙏😃