शौर्योत्सव | Diksha Vidai | Vinit & Lakshya | Grand Entry | Anchor Manoj Rathore | Highlights

Поділитися
Вставка
  • Опубліковано 29 січ 2021
  • मुमुक्षु विनीत एवं मुमुक्षु लक्ष्य के "लक्ष्य - संयम विनितोत्सव"
    - एक ही लक्ष्य ... कब गौतम सम विनीत बनु !
    "शौर्योत्सव " - विजय प्रस्थान ... विदाई समारोह ... ऋण स्मरण
    संयम संवेदना : 'शासन गौरव - युवा संघरत्न' मनोज राठौड़, चेन्नई
    संयम के स्वर : 'शासन सेवारत्न' श्री कलापूर्ण जैन आराधक मंडल, चेन्नई
    स्थल : श्री जैन आराधना भवन
    ---------------------------
    जब त्याग से जीवन सज जाए, सद्भाव के बाजे बज जाए...
    जब ज्ञान के दीपक जलते हो, सपने जब सच में बदलते हो ...
    मन में हो मधुरता भावो की, जब लहके फसले छावों की ...
    उत्साह की आभा होती है ...
    -----------------------------
    अपनी संयम प्राप्ति की
    प्रसन्नता को चिरंजीवी बनाते दोनों मुमुक्षु विनीत एवं मुमुक्षु लक्ष्य ...
    श्रेयस्कर भावो से एक दूसरे को अक्षत से वधाते हुए...
    ---------------------------------------------
    कोई दगा देता है, कोई सजा देता है,
    एक #माँ का दिल है, जो सदा दुआ देता है...
    आपके है मुझ पर... अनंत उपकार, जन्म से दिए उत्तम संस्कार…
    बरसाना हम पर आशीष धार, के बने हम सच्चे अणगार

КОМЕНТАРІ • 8