Shadiyo me jitne bhi apne paramparik riwaj hai hai....unke pichhe koi na koi vajah avashya hoti hai....in thaliyo ko ek idhar ek udhar hataane ke pichhe kya manyata hai...hum jaan na chahte hai.
यह एक सिंबॉलिक है/इससे सिंबॉलिक तौर पर किया जाता है।कि जीवन के रास्ते कभी भी सीधे-सीधे नहीं होंगे।और इस पर आपको बिना विचलित हुए अपने पति के साथ साथ चलना है। बिना आवाज किए थालियां उठाने का मतलब है की कठिन परिस्थितियों में भी आपको अपना धैर्य नहीं खोना है !और शांतिऔर समझ से उस परिस्थिति से बाहर निकल जाना है।😊
मैं भी राजपूत हूं लेकिन हमारे यहां तो ऐसी रिती रिवाज नहीं होती है और ना ही ऐसे कपड़े पहने जाते हैं हमारे यहां पर तो केवल साड़ी ही पहनी जाती है मैं मध्य प्रदेश से हूं
Ati sundar rajputi riwaj 🥰🙏🏻jmd sa
Bahut bahut dhanyawad apka 😍🤩🥰 JMD sa😊🙏
बहुत ही सुन्दर जोडी है बन्ना होकम कि👌👌 ! ये रस्म तो हमारे भी होती है हमे गर्व है हमारी संस्कृती ओर सभ्यता पर
Bahut bahut dhanyawad apka 🤩😍🥰🤩😍
Super Duper
Thanks a lot 🤩😍🥰🤗😘
I like your traditions, I am from Algeria 🇩🇿🇩🇿🇩🇿❤
Thanks a lot 😍🤩🥰🤩😍
Thal me kya rakha jata he baisa
Haldi ki gaanth, patase, singhade,chhuare,moong,sikka or sabut dhaniya 😊
Nice pic
Thank you 😍🤩😊
Oh ye to kittu bhai ji ke shadi ka video h ....
Bhot sandar or bnao asi video
Bahut bahut dhanyawad apka 😍🤩🥰🤩😍
@@AllRounderIndia ऊ#T. तूर्य ऋजेएए
Jay rajputana
Beautiful couple 👌
Thanks a lot 😍🤩🥰🤩😍
Hukam baisa aapne ye intro kaise banaya video ka link bhejo
Ye intro bnwaya h... ajitinterior03@gmail.com ap yaha contact kr sakte h😊
@@AllRounderIndia hukam aapne pese kitne diye the
Jeet bharu nai
Sandar
Bahut bahut dhanyawad apka 😍🤩🥰
यह राजपूतों के नहीं सभी हिंदुओं के मारवाड़ में रीति रिवाज है
Ho sakta h 😊
अतिसुन्दर
Bahut bahut dhanyawad apka 😍🤩🥰🤗😘
Hamare mewar me bhi kanhi hota or kanhi nahi hota he thali wali rasm
Lo
Ye riwaz to hmare b hoti h
😊
Nice or thank you
Thank you so much 😍🤩😊🤩😍
Nice
Thank you 😊
Shadiyo me jitne bhi apne paramparik riwaj hai hai....unke pichhe koi na koi vajah avashya hoti hai....in thaliyo ko ek idhar ek udhar hataane ke pichhe kya manyata hai...hum jaan na chahte hai.
Ghar kitna bhi bikhra ho bhau sambhal legi.....
यह एक सिंबॉलिक है/इससे सिंबॉलिक तौर पर किया जाता है।कि जीवन के रास्ते कभी भी सीधे-सीधे नहीं होंगे।और इस पर आपको बिना विचलित हुए अपने पति के साथ साथ चलना है।
बिना आवाज किए थालियां उठाने का मतलब है की कठिन परिस्थितियों में भी आपको अपना धैर्य नहीं खोना है !और शांतिऔर समझ से उस परिस्थिति से बाहर निकल जाना है।😊
@@AllRounderIndia great... Thnxx
@@AllRounderIndia Bahut bahut dhanyavaad... Jaankari ke liye.
@@AllRounderIndia Shukriya. ..Ma'am.
मैं भी राजपूत हूं लेकिन हमारे यहां तो ऐसी रिती रिवाज नहीं होती है और ना ही ऐसे कपड़े पहने जाते हैं हमारे यहां पर तो केवल साड़ी ही पहनी जाती है मैं मध्य प्रदेश से हूं
May jagah badalne ki wajah se riti riwaz badal liye ho😊
Rajsthan me hota he sahab
गणपत। या
गणपत
We
Nice
Thank you 🌝