सरोज सरगम जी बढ़िया बिरहा गाती है उन्होंने इतिहास को गाया है कोई गलत चीज नहीं कहा है आज संविधान ना होता तो सूरज यादव तुम पढ़ ली कि ब्रियाना बनते सरोज सरगम जी जो कुछ कह रही हो वह गलत नहीं है
सरोज सरगम दीदी को बहुत बहुत धन्यवाद दहाड़ती रहो मूलनिवासी शेरनी दीदी ऐसे गीदड़ बहुत मिलेंगे पर शेरनी दीदी को कोई नहीं रोकनेवाला और ना ही आप रुकना शेरनी दीदी ........................
बाबासाहेब अंबेडकर ने शिक्षित बनो संगठित होकर संघर्ष करने के कहा था। 75 साल में लोग इतने ही शिक्षित हुए हैं कि तर्क की जगह गाली गलौज। बहुत सही यही है बाबा साहेब अम्बेडकर के सपनों का भारत।
Mere Bhai Vishal Yadav Baba Sahab Ne Kaha Tha shikshit Manav sangrhalay Sangharsh karo Magar Birha gayak Baba sahab ke bare mein ek Aisa asadh Bhasha ka prayog Karen tark karna hai to tark Karen Jo Hamare mahapurushon Ne likha hai Itihaas Mein Hamen bataya hai Hamare Samaj Ko Hamen unke vicharon per chalna hai bhai lekin Baba sahab ke bare mein koi bhi Agar galat tippani karta hai bina tar ke UN per baat karta hai To bardasht Nahin Hota Kyunki unhen ke vajah se Ham Aaj bol Pa rahe hain
@@chandraesn7772 मैं आपकी भावनाओं से सहमत हूं और सरोज सरगम की भावनाओं से भी सहमत हूं लेकिन सरोज सरगम के विरोध करने के तरीके से पूर्णतया असहमत हूं। ये गाली बक कर समाज सुधार कैसे कर पाएगी। अभी बौद्ध धर्म के अनुयायी एक प्रतिशत भी नहीं हैं ये अपने तरीके से समाज को जोड़ रही है या तोड़ रही है इसी चैनल पर सभी वीडियो हैं देख लीजिए सरोज सरगम और उसके पार्टी वाले हमेशा गाली देकर ही शुरू करते हैं।
बहुत लोग बता रहे हैं कि इतिहास नहीं पता मैं तो यही समझूंगा कि आप सब केवल बाबासाहेब अंबेडकर का नाम रटते उनकी बातों पर अमल नहीं करते हो। शिक्षित बनो तभी पाखंड और ब्राह्मण वाद मनुवादियों से लड़ पाओगे।
बाबा साहेब ने कहा है कि शिक्षा शेरनी का दूध है जो जितना पियेगा उतना दहाड़ेगा। शिक्षित हो तो बताओ बाबासाहेब ने संविधान में कहां लिखा है कि जिस धर्म में आस्था न हो उसे गाली दो
@@funnyfact003 यार नाम जो लिखे हो क्या सम्बोधन करूं। फिलहाल आकर्षक है 😀 और वीडियो की बात छोड़िए मैं पूरा कार्यक्रम देखा था पूरे कार्यक्रम में बहुत सी बातें हुई थी। और ऐसा नहीं है कि मैं सूरज का समर्थक और सरोज सरगम से मेरी कोई दुश्मनी है। सरोज बहुत अच्छी कलाकार हैं। और इनकी भावना भी ग़लत नहीं है। बस इनकी शैली और तरीका मुझे उस दिन ठीक नहीं लगा । अगर ये अंधविश्वास और ब्राह्मण वाद मनुवादियों पर प्रहार करना चाहती हैं तो क्या गाली बक कर सुधार कर पाएंगी। ये सीनियर हैं पहले खुद मर्यादित रहें तब दूसरे को कह पाएंगी। एक कलाकार हैं इलाहाबाद के अभयराज सागर उनके ढोलक वादक सीनियर भी हैं ऐसे ही प्रोग्राम हो रहा था वो मंच पर ही सरोज को दो थप्पड़ जड़ दिए थे। आप अभयराज सागर का नम्बर नोट कर लीजिए यूट्यूब से और उनको फोन लगा कर पूंछ लीजिए। प्रेमचंद ने सीधे बोल दिया था जूता खाओगी। आप लोग सूरज का सरोज के अलावा अन्य लोगों के साथ प्रोग्राम सर्च कीजिए देखिए कहीं ऐसा हुआ है
बलिराजा OBC थे गौतम बुद्ध OBC थे सम्राट अशोक OBC the कबीर OBC थे छात्र पति शिवा जी महाराज OBC थे ज्योतिबा फुले OBC थे शाहू जी महाराज OBC थे पेरियार रामा स्वामी OBC थे इन OBC लोगो के आंदोलन को डॉ बी आर अम्बेडकर साहब ने अपने कंधो पर लेकर आगे बढ़ा रहे थे इतनी सी बात OBC को कब समझ मे आएगी
ये तर्क गलत है सुनील ललई सिंह यादव, प्रोफेसर लक्ष्मण यादव राजकुमार यादव काशीनाथ यादव क्या बहुजन समाज सुधार की लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं? परिवर्तन तो बहुत पहले हो जाता लेकिन हम जिनको नेता मानते हैं जिनके पीछे इलेक्शन में भागते हैं वो ही ब्राह्मण वाद मनुवादियों को बढ़ावा देते हैं । देख लो इलेक्शन आएगा तो ब्राह्मण सम्मेलन कराते हैं मायावती और अखिलेश और नाम देते हैं इसको प्रबुद्ध सम्मेलन मतलब वही सब ब्राह्मण प्रबुद्ध हैं और हम सब obc SC st बेवकूफ हैं। हमारे पीछे होने की वजह हमारे नेता हैं
आप सभी से सादर अनुरोध है कि आप बहुजन आंदोलन के सम्यक सारथी है आप लोग आपस में सामंजस्य बनाइए बहुजन एकता मिशन को आगे बढ़ाइए।सादर जय भीम जय मूलनिवासी जय बिरसा जय ललई जय जय ज्योतिबा जय पैरियार जय जय जय जय अशोक महान
@@l.pbaudha9721 जी बिल्कुल आप की बात से सहमत हैं। सूरज ने वंदना में बाबा साहेब की भी वंदना गाया था। लेकिन सरोज सरगम खुद ही गाली बकती है तो सूरज ने भी जवाब दिया और दिशा परिवर्तन हो गया। लोग ये समझ रहे हैं कि सूरज पाखंड और ब्राह्मण वाद का समर्थन कर रहा है। आप ही बताइए कि सरोज सरगम बिग गंगा चैनल पर धार्मिक बिरहा नहीं गाई हैं। अभी समाज इतना जागरूक हो गया है क्या कि ऐसे प्रसंग छोड़ दिया जाए। बिरहा कलाकार घर बैठ जाएंगे। निश्चित रूप से सुधार होगा लेकिन समय लगेगा। आपस में लड़कर बटते रहे तो फायदा मनुवादियों को होगा
जिन ग्रन्थों के नाम सूरज ले रहा वह मनुवादिओं द्वारा अपने हिसाब लिखे गए हैं । यह आदमी शुद्ध मनुवादी विचार धारा का है। संविधान की बदौलत आज यह मंचासीन है । नमो बुद्धाय जय भीम जय भारत ।
मा सरस्वती जगदंबा का वास होता है कलाकारों में लेकिन मां जगदंबा सरस्वती एक काल्पनिक कथा है क्या यह आपको पता है साहब जी इसका प्रमाण आप दो यूट्यूब के माध्यम से हम आपके चैनल को देखते हैं जय भीम नमो बुद्धाय आप यादव हो आपको यह मालूम नहीं कि आपके ऊपर कितना शोषण हुआ नाक लोग पर एक बिरहा बनाइए जो अर्जुन ने नाग लोक का विनाश किया था उस पर एक बिरहा बनाकर यूट्यूब पर डाली हम आपका इंतजार करेंगे आप जैसे लोगों की वजह से दलितों पर अत्याचार हो रहा है इतिहास उठाकर देख लो प्रमाण देने की जरूरत नहीं
बृजेश कुमार जब नहीं पढ़े लिखे हो तो क्यूं तर्क कर रहे हो जिसमें खुद ही फंस रहे हो। खुद ही कह रहे हो कि सरस्वती वगैरह में सब काल्पनिक कथा है । ठीक है भाई यहां तक तो सही बोल रहे हो और उसके बाद कह रहे हो कि अर्जुन ने नागलोक का विनाश किया था उस पर बिरहा बनाओ । यानी कि तुम खुद स्वीकार कर लें रहे हो कि अर्जुन था ये काल्पनिक नहीं है। काहे ऐसा तर्क कर रहे हो जिसमें खुद फंस जा रहे हो। तुम्हारे तर्क से ही पता चल रहा है कि कितने शिक्षित हो और तर्क कर पा रहे हो। खुद ही काल्पनिक भी मान रहे हो और खुद ही स्वीकार भी कर ले रहे हो कि अर्जुन था।
दलितों पर अत्याचार उनके दलित नेताओं के दोगलेपन से हो रहा है मायावती जब सत्ता में थी तो सतीश चन्द्र मिश्रा का वर्चस्व था न जिस ब्राह्मण ने तुम्हारा शोषण किया तुम्हारे नेता उसी के साथ हो जाते हैं
Ham log Baba sahab ke hi Bataye Hue Raste per chal rahe hain aur unke mission ko Aage Badha rahe aur ismein rukavat Banke Jo andhbhakti Mein leen Hain Raste Mein a Jaate Hain sanvidhan Mein Sabko barabar karyakar Baba Sahab Ne Diya Hai
तुम्हे तो पता है की नहीं लेकीन पूर्व मुख्यमंत्री जी को अब पता चल गया है कि हम पचासी ही शूद्र हैं समझो मेरे प्यारे ना समझ सूरज यादव भाई अगर समझ गए हो तो सरगम जी से माफ़ी मंगलालो
वाह भाई अब कुछ अच्छे तर्क आए हैं बस यही तो चाहिए कि पाखंड और ब्राह्मण वाद मनुवादियों का विरोध करो तर्क से। गाली देकर नहीं। तर्क से सहमति, असहमति हो लेकिन गाली गलौज का अधिकार नहीं है
ये जो जय भीम जय भीम कर रहे हैं वो ही असली अंधभक्त हैं ये बहिन जी की पूंछ पकड़े रहेंगे असली बहुजन समाज का नेता चन्द्रशेखर भाई हैं। जहां भी शोषण और अन्याय होता है चन्द्रशेखर भाई पहुंच जाते हैं न सरोज सरगम जाती है न बहिनजी। आंखें खोलो बहुजन भाइयों भीम आर्मी को सपोर्ट करो चन्द्रशेखर भाई जिन्दाबाद।
@@riturajbabu1038 चाहे मायावती हों या अखिलेश दोनों सत्ता के लिए ज्यादा लालायित रहते हैं। इन दोनों को समाज का ही ख्याल होता तो एक रहकर मनुवादियों से मुकाबला करते। इन्हें समाज केवल सत्ता के लिए याद आता है
सरस्वती मुख में होती तो विद्यालय नहीं बनता न्याय मंदिर से मिलता तो न्यायालय नहीं होता संविधान में अधिकार नहीं मिला होता तो गाते बिरहा पता चलता जय भीम जय संविधान
@@ramdhaniyadav-hd8xw आज सूरज ने बुद्ध जी की मौत कैसे हुई जो बौद्ध आचार्य बुद्धघोष ने लिखा है वही बोल दिया तो मिर्ची लग रही है किसकी भावना आहत हो रही है ये पता चल गया
देवी देवताओं को गाली देने पर खुश होने वाले सरोज सरगम के समर्थक दोगलो तुम्हारी मम्मी सरोज सरगम जग जननी रे गाना भी तो इसी चैनल पर गाई है अब सरोज सरगम को गाली क्यों नहीं दे रहे हो कौन है यह जग जननी
जो भी संविधान विशेषज्ञ बन रहे हैं वो बता दें कि बाबा साहेब ने संविधान में कहां लिखा है कि जिस धर्म में आस्था न हो उसे गाली दो। गाली देकर हम बुद्ध और अम्बेडकर दोनों लोगों के मार्ग से भटक रहे हैं
सूरज को ज्ञान देने वाले बहुत लोग कमेंट कर रहे हैं लेकिन जब उनसे पूछा जा रहा है कि बाबा साहेब ने संविधान में कहां लिखा है कि जिस धर्म में आस्था न हो उसे गाली दो तो कोई भी विद्वान वो अनुच्छेद क्यों नहीं बता रहे हैं
शाबाश सुनील बहुत अच्छा तर्क दे रहे हो भाई। ऐसे ही हम लोग आगे बढ़ कर ब्राह्मण वाद मनुवादियों के ग्रंथों और पाखंड का विरोध कर पाएंगे। लेकिन यह सरोज सरगम खुद ही दोगलेपन की शिकार है। मेरी बात पर विश्वास न करो खुद नेट पर सर्च करके देखना यह खुद ही धार्मिक बिरहा गाती है जिसकी कहानियां ब्राह्मण ग्रंथों की ही हैं ये पहले खुद को सुधार ले। और सूरज तो वंदना भी गाया था बाबासाहेब अंबेडकर की यही गाली गलौज करने लगी तब सूरज ने ऐसा बोला है।
बहुत सुंदर सूरज बाबू, बहुत अच्छा, ये मटक मटक कर हमेशा हिंदू धर्म,देवी देवताओं के बारे में अपशब्द बोलती रहती है, हमेशा आपसी विद्वेष को बढ़ावा देती है । आज आया ऊंट पहाड़ के नीचे । ऐसे ही चार बार फटकारी जायेगी तो सुधर सकती है । बहुत बहुत बधाई, आशीर्वाद बेटा ।
और बहुत से लोग सूरज को बता रहे हैं कि बाबा साहेब के बारे में पढ़ो। अच्छी बात है हमारे जितने भी महापुरुष हैं उनके विषय में पढ़ना चाहिए। लेकिन सरोज सरगम उनकी पूजा करती है तो बाबासाहेब अम्बेडकर या महात्मा बुद्ध ने गाली देकर समाज सुधार नहीं किया ये भी पढ़े इसकी तो नैतिक जिम्मेदारी है कि यह उन महापुरूषों के रास्ते पर चलकर ही सुधार की बातें करे
सरोज सरगम की भावना का हृदय से सम्मान है लेकिन उसका तरीका गलत है ऐसे तो हम आपस में ही लड़ रहे हैं और मनुवादी मानसिकता के लोग यही तो चाहते हैं। 75 साल हो गया देश आजाद हुए कौन शासन कर रहा है। क्या बाबा साहेब का सपना साकार हुआ। हमें अपने लोगों को प्यार से जागरूक करना होगा गाली देकर नहीं। पाखंड और ब्राह्मण वाद अंधविश्वास का मजबूत तर्क से खंडन करना होगा। महात्मा बुद्ध, रामासामी पेरियार, ज्योतिबा फूले के विचारों का प्रसार करना है तो गाली देने से समाज में जागरूकता के स्थान पर वैमनस्यता बढ़ेगी। और जिनको हम लोग अपना नेता मानते हैं पीछे चलते हैं अगर वो केवल सत्ता के लिए हमें यूज़ कर रहे हैं हम लोगों को केवल वोट बैंक समझते हैं तो ऐसे लोगों को भी लात मारकर छोड़ देने की जरूरत है। बस एक लक्ष्य हो ब्राह्मण वाद पाखंड अंधविश्वास से मुक्ति। शिक्षित बनो संगठित होकर लड़ो
और आप कहते हो मैं यदुवंशी हूं अगर सच्चे आप यदुवंशी हो सच्चे भारतवासी हो तो इस मनुस्मृति के विधान को बताना पड़ेगा कि आप क्या हो ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र हो किस कैटेगरी से आते हो
दोनों कलाकारों से विनम्र निवेदन है कि आप लोग संवैधानिक मर्यादाओं का पालन करते हुए अपनी अपनी बात कहें।पता नहीं कितने लोग आप लोगों को सुन रहे हैं।मंच की गरिमा दोनों लोग नहीं कर पा रहे हैं बस कोई आगे तो कोई पीछे दोनों बराबर हो गये। और दर्शक भाइयों आप लोग दर्शक या श्रोता बनकर मंच पर रहें जाति धर्म से ऊपर उठकर इंसान बन कर ही किसी की समीक्षा ईमानदारी से हो सकती है और गीत का आनन्द भी लिया जा सकता है और ज्ञान किसी की बपौती नहीं और अनंत है उसे किसी सीमा में बांधा नहीं जा सकता है।
सरोज सरगम जी ने बहुत ही अच्छा बिरहा गया है साथ में सूरज यादव भी बिरहा सुंदर गए है लेकिन आप ने जो माननीय ललई यादव जी के बारे में जो कहा है वो बहुत ही गलत है
@@kuvarprasad3985 हो गये हो बहुत जागरूक तो बहुजन समाज एक सीट पर क्यों आ गई। अम्बेडकर साहब का नाम रटते हो तो कभी संविधान भी पढ़ लो। कहां लिखा है कि जिस धर्म में आस्था न हो उसे गाली दो। बता दो वो अनुच्छेद
सूरज को ज्ञान देने वाले विद्वानों आप लोग क्यों नहीं बता रहे हैं कि बाबा साहेब ने संविधान में कहां लिखा है कि जिस धर्म में आस्था न हो उसे गाली दो। बहुत शिक्षित बन रहे हो तो खोज कर बताओ बाबासाहेब अंबेडकर ने गाली देने का अधिकार दिया है क्या संविधान में बता दो वो अनुच्छेद
जी भाई आप बिल्कुल सत्य कह रहे हैं संविधान ने ही अधिकार दिया है। लेकिन संविधान में कहां लिखा है कि जिस धर्म में आस्था न हो उसे गाली दिया जाए । सरोज सरगम संविधान का उल्लघंन करके बाबासाहेब का अपमान नहीं कर रही है क्या
इसी चैनल पर सरोज सरगम का जग जननी रे गीत आया है पहले उसको तो बताइए पूरी तरीके से वह खुद तो सुधर जाए दोगलापन करके समाज का सुधार नहीं होता आप में ही दम है तो बताइए यह जग जननी कौन है
सूरज भाई ने जैसे को तैसा जवाब दिया। सरोज सरगम के साथ देने वाले जय भीम नमो बुद्ध करते हैं और जो मनुवादियों का साथ दे रही है उसके साथ खड़े हो जाते हैं। सच्चा बहुजन समाज के लिए लड़ाई लड़ रहे भीम आर्मी के चन्द्रशेखर भाई का सपोर्ट नहीं करते। पाखंडी बहनजी बहनजी करते हैं। भीम आर्मी जिन्दाबाद
किसी की किसी भी धर्म में आस्था हो, विचारधारा अलग अलग भले हो लेकिन किसी को भी गाली नहीं बकना चाहिए। सरोज सरगम जैसे बोलती है आज उसको उसी की भाषा में जवाब मिला
मंच के माध्यम से यह जो बहस हुई है ऐसा नहीं होना चाहिए सूरज यादव आप अगर अच्छे कलाकार होते तुम मंच पर बहस नहीं करते गायकी के माध्यम से जवाब दिया जाता है आपसे अच्छी कलाकार सरोज सरगम है
जी बिल्कुल आप सही कह रहे हैं लेकिन सरोज सरगम को यह अधिकार संविधान के किस अनुच्छेद ने दिया है कि जिस धर्म में आस्था न हो उसे गाली दिया जाए। वह भी तर्क से पाखंड और ब्राह्मण वाद मनुवादियों का विरोध करें कोई मना तो कर नहीं रह है। बाबासाहेब अंबेडकर, ज्योतिबा फूले, पेरियार साहब जैसे महापुरुषों का पूरा राष्ट्र ऋणी है। इन महापुरुषों ने तर्क दिया है गाली देकर समाज सुधार कैसे हो सकता है
ब्राह्मण ग्रन्थ में प्रचेता और ब्रह्मा का पुत्र बताया जाता है। लेकिन वाल्मीकि दक्षिण भारत के द्रविड़ समुदाय से जोड़ कर देखे जाते हैं और यह समुदाय दलित माना जाता है इस आधार पर सूरज ने बताया है। वाल्मीकि की रामायण में राम साधारण पुरुष है देवता नहीं।
सूरज यादव ने बड़ा ही सुंदर जवाब दिया है इस महिला ने जो कहा है उसकी प्रतिक्रिया बड़ी शालीनता से दिया है लोकसंगीत के मंच पर इस तरह की गंदी मानसिकता को न महत्व देना चाहिए न ही बुलाना चाहिये।
सरोज सरगम जी बढ़िया बिरहा गाती है उन्होंने इतिहास को गाया है कोई गलत चीज नहीं कहा है आज संविधान ना होता तो सूरज यादव तुम पढ़ ली कि ब्रियाना बनते सरोज सरगम जी जो कुछ कह रही हो वह गलत नहीं है
तो भाई संविधान का कौन विरोध कर रहा। लेकिन गाली देने की इजाजत क्या संविधान देता है।
@@vishalyadav-lz6dt Jay ho
Tesan n lo tum log jald hi tum log ki chadi utare gi
@@موهانالهندي बेटा जो जिस भाषा में बोलेगा जवाब देना आता है। तू दूसरों की चड्डी की बात न कर पहले अपने बुर्का की फ़िक्र कर ।
Mahoday kaafi gyani hai.
सूरज यादव को राजकुमार यादव और लक्षमण यादव से कुछ सीखना चाहिए । पेरियार ललाई यादव को पढ़ना चाहिए ।।
पेरियार जी जाति परिवर्तन है आज कल तो कुछ लोग यादव,सिंह, पंडित लिख रहे हैं
दम हो तो राजकुमार यादव से मुकाबला करा लो सूरज गांड में पानी भर देगा। सूरज के कवि को तुम लोग जानते ही नहीं हो
P
सरोज दीदी को हमारा ढेर सारा प्यार,ऐसे ही दहाड़ते रहिए।
सरोज सरगम दीदी को बहुत बहुत धन्यवाद दहाड़ती रहो मूलनिवासी शेरनी दीदी ऐसे गीदड़ बहुत मिलेंगे पर शेरनी दीदी को कोई नहीं रोकनेवाला और ना ही आप रुकना शेरनी दीदी ........................
सरोज सरगम शेरनी कैसे हुई सरोज सरगम की मम्मी जंगल में गयी थी या शेर उसके घर आया था तर्क सहित बताओ
@@vishalyadav-lz6dt😮😢😢😮😮n66
सरोज सरगम शेरनी है हमें गर्व है सरोज शेरनी पर श्री मान अपना इतिहास पढो।दोवारा से पढना आपका ग्यान अधूरा है
जय भीम
नमो बुध्दाय
इसी चैनल पर धार्मिक गीत आ गई सरोज की देख लो उसका दोगलापन
Sherani ke aage sher a jaay tab?
@@kalicharanyadav1503 शेरनी गर्भवती हो जाएगी 😂😂😂
ई चमार ह ऐके देखा
इसको समाज मे बोलने का ढग नही है
सूरज यादव बहुत सुंदर गायक हैं
बाबासाहेब अंबेडकर ने शिक्षित बनो संगठित होकर संघर्ष करने के कहा था। 75 साल में लोग इतने ही शिक्षित हुए हैं कि तर्क की जगह गाली गलौज। बहुत सही यही है बाबा साहेब अम्बेडकर के सपनों का भारत।
ji ko bhi ki s ft f
Mere Bhai Vishal Yadav Baba Sahab Ne Kaha Tha shikshit Manav sangrhalay Sangharsh karo Magar Birha gayak Baba sahab ke bare mein ek Aisa asadh Bhasha ka prayog Karen tark karna hai to tark Karen Jo Hamare mahapurushon Ne likha hai Itihaas Mein Hamen bataya hai Hamare Samaj Ko Hamen unke vicharon per chalna hai bhai lekin Baba sahab ke bare mein koi bhi Agar galat tippani karta hai bina tar ke UN per baat karta hai To bardasht Nahin Hota Kyunki unhen ke vajah se Ham Aaj bol Pa rahe hain
@@chandraesn7772 मैं आपकी भावनाओं से सहमत हूं और सरोज सरगम की भावनाओं से भी सहमत हूं लेकिन सरोज सरगम के विरोध करने के तरीके से पूर्णतया असहमत हूं। ये गाली बक कर समाज सुधार कैसे कर पाएगी। अभी बौद्ध धर्म के अनुयायी एक प्रतिशत भी नहीं हैं ये अपने तरीके से समाज को जोड़ रही है या तोड़ रही है इसी चैनल पर सभी वीडियो हैं देख लीजिए सरोज सरगम और उसके पार्टी वाले हमेशा गाली देकर ही शुरू करते हैं।
बहुत लोग बता रहे हैं कि इतिहास नहीं पता मैं तो यही समझूंगा कि आप सब केवल बाबासाहेब अंबेडकर का नाम रटते उनकी बातों पर अमल नहीं करते हो। शिक्षित बनो तभी पाखंड और ब्राह्मण वाद मनुवादियों से लड़ पाओगे।
बाबा साहेब ने कहा है कि शिक्षा शेरनी का दूध है जो जितना पियेगा उतना दहाड़ेगा। शिक्षित हो तो बताओ बाबासाहेब ने संविधान में कहां लिखा है कि जिस धर्म में आस्था न हो उसे गाली दो
bhai vishal video ko age piche kiya gaya hai tumhe agar itni samjh bhi nahi hai to kya hi bol sakte hai
@@funnyfact003 यार नाम जो लिखे हो क्या सम्बोधन करूं। फिलहाल आकर्षक है 😀 और वीडियो की बात छोड़िए मैं पूरा कार्यक्रम देखा था पूरे कार्यक्रम में बहुत सी बातें हुई थी। और ऐसा नहीं है कि मैं सूरज का समर्थक और सरोज सरगम से मेरी कोई दुश्मनी है। सरोज बहुत अच्छी कलाकार हैं। और इनकी भावना भी ग़लत नहीं है। बस इनकी शैली और तरीका मुझे उस दिन ठीक नहीं लगा । अगर ये अंधविश्वास और ब्राह्मण वाद मनुवादियों पर प्रहार करना चाहती हैं तो क्या गाली बक कर सुधार कर पाएंगी। ये सीनियर हैं पहले खुद मर्यादित रहें तब दूसरे को कह पाएंगी। एक कलाकार हैं इलाहाबाद के अभयराज सागर उनके ढोलक वादक सीनियर भी हैं ऐसे ही प्रोग्राम हो रहा था वो मंच पर ही सरोज को दो थप्पड़ जड़ दिए थे। आप अभयराज सागर का नम्बर नोट कर लीजिए यूट्यूब से और उनको फोन लगा कर पूंछ लीजिए। प्रेमचंद ने सीधे बोल दिया था जूता खाओगी। आप लोग सूरज का सरोज के अलावा अन्य लोगों के साथ प्रोग्राम सर्च कीजिए देखिए कहीं ऐसा हुआ है
बलिराजा OBC थे गौतम बुद्ध OBC थे सम्राट अशोक OBC the कबीर OBC थे छात्र पति शिवा जी महाराज OBC थे ज्योतिबा फुले OBC थे शाहू जी महाराज OBC थे पेरियार रामा स्वामी OBC थे इन OBC लोगो के आंदोलन को डॉ बी आर अम्बेडकर साहब ने अपने कंधो पर लेकर आगे बढ़ा रहे थे इतनी सी बात OBC को कब समझ मे आएगी
ये तर्क गलत है सुनील ललई सिंह यादव, प्रोफेसर लक्ष्मण यादव राजकुमार यादव काशीनाथ यादव क्या बहुजन समाज सुधार की लड़ाई नहीं लड़ रहे हैं? परिवर्तन तो बहुत पहले हो जाता लेकिन हम जिनको नेता मानते हैं जिनके पीछे इलेक्शन में भागते हैं वो ही ब्राह्मण वाद मनुवादियों को बढ़ावा देते हैं । देख लो इलेक्शन आएगा तो ब्राह्मण सम्मेलन कराते हैं मायावती और अखिलेश और नाम देते हैं इसको प्रबुद्ध सम्मेलन मतलब वही सब ब्राह्मण प्रबुद्ध हैं और हम सब obc SC st बेवकूफ हैं। हमारे पीछे होने की वजह हमारे नेता हैं
सारे भगवान सवारी के लिए जानवरों का शोषण करते थे किसी की भी इतनी हिम्मत नहीं हुई की कार या बाइक का अविष्कार कर ले
Bah bhadur apni bahan ka bhi far doge tum kya bhaduri hai tumhari
Kya education hai
सूरज यादव जैसे गायक चाहिए
सूरज यादव जैसे बहुजन रहेंगे तो कभीबहु जनों का कल्याण नहीं होगा प्रोफेसर लक्ष्मण यादव और ललई सिंह
बहुजन बन रहे हो तो बताओ बाबासाहेब ने यही सिखाया है क्या कि मंच पर जाओ और गाली दो संविधान में तो बाबासाहेब ने ऐसा नहीं लिखा
और सूरज को समझा रहे हो कभी बहनजी को नहीं समझाए कि बहुजन एक सीट पर आ गई काहे वो मनुवादियों के तलवे चाट रही है
Abe madarchod Gaan k gane ate ho ki gali kisi ko dete ho bolate ho gayak h
आप सभी से सादर अनुरोध है कि आप बहुजन आंदोलन के सम्यक सारथी है आप लोग आपस में सामंजस्य बनाइए बहुजन एकता मिशन को आगे बढ़ाइए।सादर जय भीम जय मूलनिवासी जय बिरसा जय ललई जय जय ज्योतिबा जय पैरियार जय जय जय जय अशोक महान
@@l.pbaudha9721 जी बिल्कुल आप की बात से सहमत हैं। सूरज ने वंदना में बाबा साहेब की भी वंदना गाया था। लेकिन सरोज सरगम खुद ही गाली बकती है तो सूरज ने भी जवाब दिया और दिशा परिवर्तन हो गया। लोग ये समझ रहे हैं कि सूरज पाखंड और ब्राह्मण वाद का समर्थन कर रहा है। आप ही बताइए कि सरोज सरगम बिग गंगा चैनल पर धार्मिक बिरहा नहीं गाई हैं। अभी समाज इतना जागरूक हो गया है क्या कि ऐसे प्रसंग छोड़ दिया जाए। बिरहा कलाकार घर बैठ जाएंगे। निश्चित रूप से सुधार होगा लेकिन समय लगेगा। आपस में लड़कर बटते रहे तो फायदा मनुवादियों को होगा
सूरज यादव जी आप पहले ग्रन्थ और इतिहास मे अंतर करना सीखिये |
जियो शेर बहुत शानदार बिरहा सूरज भाई
सूरत यदुवंशी का टॉप खूबसूरत बिरहा❤
जिन ग्रन्थों के नाम सूरज ले रहा वह मनुवादिओं द्वारा अपने हिसाब लिखे गए हैं । यह आदमी शुद्ध मनुवादी विचार धारा का है। संविधान की बदौलत आज यह मंचासीन है । नमो बुद्धाय जय भीम जय भारत ।
Ji bilkul sahi kaha h apne.wah pali bhasha ka shbd h jiska arth kuchha fruits ya jamin k niche hone wali sabji se h .
इनके पास अधूरा ज्ञान है। वाल्मीक को शुद्र बता रहे है जबकि वह ब्राह्मण थे पहले वाल्मीकि रामायण का अध्धयन करे।
सभी भूलनीवासी को चैलेंज है बुध का जन्म कैसे हुआ हाथी से मनुष्य कैसे पैदा हो गया कौन सा विज्ञान था भाई
Right
सच है
Di सरोज सरगम आप बहुत सुंदर प्रस्तुति करती है इतिहास बताती है जिससे कुछ mansik गुलामो को गुलामी पर ठेस पहुँचता है
और पेट मे दर्द होता है
75 साल में इतने ही जागरूक हो पाए हो कि बौद्ध अनुयायियों की संख्या एक प्रतिशत भी नहीं है।
मा सरस्वती जगदंबा का वास होता है कलाकारों में लेकिन मां जगदंबा सरस्वती एक काल्पनिक कथा है क्या यह आपको पता है साहब जी इसका प्रमाण आप दो यूट्यूब के माध्यम से हम आपके चैनल को देखते हैं
जय भीम नमो बुद्धाय
आप यादव हो आपको यह मालूम नहीं कि आपके ऊपर कितना शोषण हुआ नाक लोग पर एक बिरहा बनाइए जो अर्जुन ने नाग लोक का विनाश किया था उस पर एक बिरहा बनाकर यूट्यूब पर डाली हम आपका इंतजार करेंगे आप जैसे लोगों की वजह से दलितों पर अत्याचार हो रहा है इतिहास उठाकर देख लो प्रमाण देने की जरूरत नहीं
बृजेश कुमार जब नहीं पढ़े लिखे हो तो क्यूं तर्क कर रहे हो जिसमें खुद ही फंस रहे हो। खुद ही कह रहे हो कि सरस्वती वगैरह में सब काल्पनिक कथा है । ठीक है भाई यहां तक तो सही बोल रहे हो और उसके बाद कह रहे हो कि अर्जुन ने नागलोक का विनाश किया था उस पर बिरहा बनाओ । यानी कि तुम खुद स्वीकार कर लें रहे हो कि अर्जुन था ये काल्पनिक नहीं है। काहे ऐसा तर्क कर रहे हो जिसमें खुद फंस जा रहे हो। तुम्हारे तर्क से ही पता चल रहा है कि कितने शिक्षित हो और तर्क कर पा रहे हो। खुद ही काल्पनिक भी मान रहे हो और खुद ही स्वीकार भी कर ले रहे हो कि अर्जुन था।
दलितों पर अत्याचार उनके दलित नेताओं के दोगलेपन से हो रहा है मायावती जब सत्ता में थी तो सतीश चन्द्र मिश्रा का वर्चस्व था न जिस ब्राह्मण ने तुम्हारा शोषण किया तुम्हारे नेता उसी के साथ हो जाते हैं
मनुस्मृति लिखने वाले का बेटा है सूरज
और तुम उपमाशास्त्री का चैनल सबस्क्राइब करके क्या सुनते हो अम्बेडकर साहब की जीवनी? ऐसे दोगलापन क्यों दिखाते हो
बाबासाहेब अंबेडकर का केवल नाम रटने से जागरूकता नहीं आएगी बाबासाहेब के बताए मार्ग पर चलने से उन्नति होगी।
Ham log Baba sahab ke hi Bataye Hue Raste per chal rahe hain aur unke mission ko Aage Badha rahe aur ismein rukavat Banke Jo andhbhakti Mein leen Hain Raste Mein a Jaate Hain sanvidhan Mein Sabko barabar karyakar Baba Sahab Ne Diya Hai
Jai bhim saroj sargam Didi aap apna mission jari rakhiye bhim army appke sath hai
बिरहा की शेरनी सरोज सरगम जी को जय भीम नमो बुद्धाय जय बहुजन समाज
तुम्हे तो पता है की नहीं लेकीन पूर्व मुख्यमंत्री जी को अब पता चल गया है कि हम पचासी ही शूद्र हैं समझो मेरे प्यारे ना समझ सूरज यादव भाई अगर समझ गए हो तो सरगम जी से माफ़ी मंगलालो
सरोज सरगम हिम्मत मत हारो। हिन्दू धर्म में ब्रहमणवादी व्यवस्था मानवता का पतन है।
Saroj sargam ji super
संविधान क्या है तुम्हें क्या पता बाबा साहब के संविधान से पुरी पारस जलता है नहीं पता हो तो सीखो Jay भीम नमो बुद्धाय
Bahan Saroj Sargam Ji 🙏🙏🙏 Beautiful Song 👌👌👌👌
बुद्ध पैदल ही चलकर पुरे एशिया और यूरोप में छा गये और उड़ने वाले भगवान यही के यही रह गए
चीन अफगानिस्तान इंडोनेशिया श्री लंका ईरान कहा तक नही है सनातन धर्म
Waha tak sunil paidal chale jayenge?
Katusatyahai
Budh ke pita ji jis santan ko mante the unko tm kya samjh paoge gdha parsaad
वाह भाई अब कुछ अच्छे तर्क आए हैं बस यही तो चाहिए कि पाखंड और ब्राह्मण वाद मनुवादियों का विरोध करो तर्क से। गाली देकर नहीं। तर्क से सहमति, असहमति हो लेकिन गाली गलौज का अधिकार नहीं है
सरोज sargam आप को jay भीम नमो budhay
सूरज यदुवंशी जी आप डॉ प्रोफेसर लक्षमण यादव,दिल्ली से प्रकाशित यादव पत्रिका,ललाई सिंह यादव, बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी आदि को पढ़ो तो ज्ञात होगा।
Right
ये जो जय भीम जय भीम कर रहे हैं वो ही असली अंधभक्त हैं ये बहिन जी की पूंछ पकड़े रहेंगे असली बहुजन समाज का नेता चन्द्रशेखर भाई हैं। जहां भी शोषण और अन्याय होता है चन्द्रशेखर भाई पहुंच जाते हैं न सरोज सरगम जाती है न बहिनजी। आंखें खोलो बहुजन भाइयों भीम आर्मी को सपोर्ट करो चन्द्रशेखर भाई जिन्दाबाद।
भाई सब अपनी अपनी जगह से लड़ रहे है सब समाज के लिए ही लड़ रहे है अखिलेश भैया क्या नही लड़ रहे है समाज तोड़ने की बात मत करो
@@riturajbabu1038 चाहे मायावती हों या अखिलेश दोनों सत्ता के लिए ज्यादा लालायित रहते हैं। इन दोनों को समाज का ही ख्याल होता तो एक रहकर मनुवादियों से मुकाबला करते। इन्हें समाज केवल सत्ता के लिए याद आता है
धन्यवाद सूरज यादव जी मायावती और मुलायम एक राशि तथा सरोज और सूरज एक राशि आगे आप लोग खुद समझदार है।
सरस्वती मुख में होती तो विद्यालय नहीं बनता न्याय मंदिर से मिलता तो न्यायालय नहीं होता संविधान में अधिकार नहीं मिला होता तो गाते बिरहा पता चलता जय भीम जय संविधान
तो संविधान यह कहता है क्या कि जिस धर्म में आस्था न हो उसे गाली दो संविधान में अपनी अंतरात्मा के साथ धर्म को मानने की आजादी है कि नहीं
न्यायालय में भी । गीता की कसम खिलाई जाती है ।। मूर्ख मानव ।। संविधान के ऊपर भी गीता है ।। पढ़े लिखे लोगों ने स्वीकार किया है
भावना आहत हो गई क्या मूर्ख मानो
क्या हुआ रामधारी भाई जवाब दो न
@@ramdhaniyadav-hd8xw आज सूरज ने बुद्ध जी की मौत कैसे हुई जो बौद्ध आचार्य बुद्धघोष ने लिखा है वही बोल दिया तो मिर्ची लग रही है किसकी भावना आहत हो रही है ये पता चल गया
देवी देवताओं को गाली देने पर खुश होने वाले सरोज सरगम के समर्थक दोगलो तुम्हारी मम्मी सरोज सरगम जग जननी रे गाना भी तो इसी चैनल पर गाई है अब सरोज सरगम को गाली क्यों नहीं दे रहे हो कौन है यह जग जननी
प्रयाग राज में सूरज का उदय हो चुका है ।।
Jay bhim 🙏
जो भी संविधान विशेषज्ञ बन रहे हैं वो बता दें कि बाबा साहेब ने संविधान में कहां लिखा है कि जिस धर्म में आस्था न हो उसे गाली दो। गाली देकर हम बुद्ध और अम्बेडकर दोनों लोगों के मार्ग से भटक रहे हैं
अभी भी अज्ञानता भरी है दिमाग मे
एक महिला को हौसला देना चाहिए भाईयो क्या गलत है अपना इतिहास पढ़ना
बहुत सुन्दर प्रस्तुति बिरहा स्टार सूरज यदुवंशी प्रयागराज के मशहूर कलाकार
Bahujan samaj aap ke sath hai Jai bhim Jai mulnivasi 🙏💪💪💪💪
सरोज सरगम गाली देकर संविधान का उल्लघंन करके बाबासाहेब आंबेडकर का अपमान कर रही है।
सूरज को ज्ञान देने वाले बहुत लोग कमेंट कर रहे हैं लेकिन जब उनसे पूछा जा रहा है कि बाबा साहेब ने संविधान में कहां लिखा है कि जिस धर्म में आस्था न हो उसे गाली दो तो कोई भी विद्वान वो अनुच्छेद क्यों नहीं बता रहे हैं
सरोज सरगम जी हमेशा मनुवाद के खिलाफ ही गाना गाती है बहुत बहुत धन्यवाद ऐसे ही समाज को जागरुक करते
काल्पनिक भगवान की चाहे कितनी भी महंगी मूर्ति लेकर रख लो घर मे मगर विश्वास 50 रूपये के ताले पर ही रहेगा
शाबाश सुनील बहुत अच्छा तर्क दे रहे हो भाई। ऐसे ही हम लोग आगे बढ़ कर ब्राह्मण वाद मनुवादियों के ग्रंथों और पाखंड का विरोध कर पाएंगे। लेकिन यह सरोज सरगम खुद ही दोगलेपन की शिकार है। मेरी बात पर विश्वास न करो खुद नेट पर सर्च करके देखना यह खुद ही धार्मिक बिरहा गाती है जिसकी कहानियां ब्राह्मण ग्रंथों की ही हैं ये पहले खुद को सुधार ले। और सूरज तो वंदना भी गाया था बाबासाहेब अंबेडकर की यही गाली गलौज करने लगी तब सूरज ने ऐसा बोला है।
बहुत लोग संविधान की दुहाई दे रहे हैं कोई नहीं बता पा रहा है कि जिस धर्म में आस्था न हो उसे गाली देने का अधिकार किस अनुच्छेद में लिखा है
अच्छा धोये सरोज सरगम को सही किये ये जन्हाँ जाती है वान्हां जाति को लेके उड़ती है बिरहा में ये सब ठीक नहीं है 👌👍
सुरुज भैया जिन्दाबाद जिन्दाबाद बहुत बहुत बढ़िया
सही बात बा सुरज तुहार ज़बाब ❤️
बहुत सुंदर सूरज बाबू, बहुत अच्छा, ये मटक मटक कर हमेशा हिंदू धर्म,देवी देवताओं के बारे में अपशब्द बोलती रहती है, हमेशा आपसी विद्वेष को बढ़ावा देती है । आज आया ऊंट पहाड़ के नीचे । ऐसे ही चार बार फटकारी जायेगी तो सुधर सकती है । बहुत बहुत बधाई, आशीर्वाद बेटा ।
यादव भाइयों अगर आप मानते हो आप सच्चे यदुवंशी हैं तो सरोज सरगम का का बहिष्कार करो
सही बात बा 😘
Tu yadav hai tujhe itna nahi samjh aa raha ki surjva ka bahishkar karna chahiye mai vipin kumar yadav aaj se hi iska bahishkar karta hu
@@funnyfact003 pagl hai Teri samjh me nhi aayega
ललइ यादव को पढ़ो पेरियार को पढ़ो
जय हो सरोज सरगम जी
और बहुत से लोग सूरज को बता रहे हैं कि बाबा साहेब के बारे में पढ़ो। अच्छी बात है हमारे जितने भी महापुरुष हैं उनके विषय में पढ़ना चाहिए। लेकिन सरोज सरगम उनकी पूजा करती है तो बाबासाहेब अम्बेडकर या महात्मा बुद्ध ने गाली देकर समाज सुधार नहीं किया ये भी पढ़े इसकी तो नैतिक जिम्मेदारी है कि यह उन महापुरूषों के रास्ते पर चलकर ही सुधार की बातें करे
the only
बहुत अच्छा जवाब दिया इस सरोज सरगम को ऐसे ही लोग हमारे सनातन धर्म को ठेस पहुंचाते है
सरोज सरगम की भावना का हृदय से सम्मान है लेकिन उसका तरीका गलत है ऐसे तो हम आपस में ही लड़ रहे हैं और मनुवादी मानसिकता के लोग यही तो चाहते हैं। 75 साल हो गया देश आजाद हुए कौन शासन कर रहा है। क्या बाबा साहेब का सपना साकार हुआ। हमें अपने लोगों को प्यार से जागरूक करना होगा गाली देकर नहीं। पाखंड और ब्राह्मण वाद अंधविश्वास का मजबूत तर्क से खंडन करना होगा। महात्मा बुद्ध, रामासामी पेरियार, ज्योतिबा फूले के विचारों का प्रसार करना है तो गाली देने से समाज में जागरूकता के स्थान पर वैमनस्यता बढ़ेगी। और जिनको हम लोग अपना नेता मानते हैं पीछे चलते हैं अगर वो केवल सत्ता के लिए हमें यूज़ कर रहे हैं हम लोगों को केवल वोट बैंक समझते हैं तो ऐसे लोगों को भी लात मारकर छोड़ देने की जरूरत है। बस एक लक्ष्य हो ब्राह्मण वाद पाखंड अंधविश्वास से मुक्ति। शिक्षित बनो संगठित होकर लड़ो
सरोज सरगम का बिग गंगा चैनल पर धार्मिक बिरहा भी देख लो ये कितना समाज सुधार वाली है पता चल जाएगा।
super saroj sargam Ji
अपने मुंह से अपना ही प्रसन्नता कर रहा है
धन्य हो सूरज भाई आपही जैसों के वजह से सनातन धर्म बचा है । आपके जैसे दिलेर धर्म स्तम्भ एवं हिन्दू शेर को बारंबार अभिनन्दन है । जय हो।
और आप कहते हो मैं यदुवंशी हूं अगर सच्चे आप यदुवंशी हो सच्चे भारतवासी हो तो इस मनुस्मृति के विधान को बताना पड़ेगा कि आप क्या हो ब्राह्मण क्षत्रिय वैश्य शूद्र हो किस कैटेगरी से आते हो
Tum sali hm log apni bahan de diya karo
Tum log ki bahan hm log ko bahut parnd karti h
Sahi,sawal,jabab,den
बहुत अच्छा सूरज भाई।
उंचे रे पहड़वा पर माई तुहार धाम बा,
सूरज की तल्खी से लागत बड़ा घाम बा |
भजन सरोज सरगम मिर्जापुर |
दोनों कलाकारों से विनम्र निवेदन है कि आप लोग संवैधानिक मर्यादाओं का पालन करते हुए अपनी अपनी बात कहें।पता नहीं कितने लोग आप लोगों को सुन रहे हैं।मंच की गरिमा दोनों लोग नहीं कर पा रहे हैं बस कोई आगे तो कोई पीछे दोनों बराबर हो गये। और दर्शक भाइयों आप लोग दर्शक या श्रोता बनकर मंच पर रहें जाति धर्म से ऊपर उठकर इंसान बन कर ही किसी की समीक्षा ईमानदारी से हो सकती है और गीत का आनन्द भी लिया जा सकता है और ज्ञान किसी की बपौती नहीं और अनंत है उसे किसी सीमा में बांधा नहीं जा सकता है।
वाह भाई अत्यंत महत्वपूर्ण बात कही है आपने
सरोज सरगम जी ने बहुत ही अच्छा बिरहा गया है साथ में सूरज यादव भी बिरहा सुंदर गए है लेकिन आप ने जो माननीय ललई यादव जी के बारे में जो कहा है वो बहुत ही गलत है
सरोज मंच की गरिमा बनाये रखे आप बहुत बड़ी गायिका है साथी कलाकार का भी सम्मान करें
Saroj Sargam ji KO jay bhim namo budhay
जो इलाहाबाद में त्रिभुवन यादव , राकेश यादव प्रेमचन्द जैसे कलाकारों का पसीना बहा देती है उसकी सारी गर्मी सूरज ने निकाल दिया 😀😀😀
जियो सेर
A to khud manshik gulam hai A kiya nikalega saroj ka garami Are yar thoda Rajkumar yadav ji se aur Lakshman yadav ji se sikho bhai
@@kuvarprasad3985 हो गये हो बहुत जागरूक तो बहुजन समाज एक सीट पर क्यों आ गई। अम्बेडकर साहब का नाम रटते हो तो कभी संविधान भी पढ़ लो। कहां लिखा है कि जिस धर्म में आस्था न हो उसे गाली दो। बता दो वो अनुच्छेद
@@kuvarprasad3985 राजकुमार यादव और लक्ष्मण यादव गाली बकते हैं क्या। सिखाओ पहले इसको बात करने का तरीका।
सरोज सरगम नमो बुद्धाय बोलकर मंच पर शुरुआत से ही गाली बकती है पहले महात्मा बुद्ध और बाबासाहेब अंबेडकर को पढ़ लो सरोज सरगम तब समाज सुधार करना
Suraj yadav ko itihas padhane ki jarurat hai
जय भीम बोलने से कुछ नहीं उखाड़ पाओगे बाबासाहेब अंबेडकर की शिक्षा पर चलने की जरूरत है।
बिरहा के पतन सुरू
सूरज भाई सरोज सरगम जिसके साथ जाती है झगड़ा ही होता है इसके साथ सब लोग गाना ही बंद करो
धिक्कार है यैसे मानव जन्म पर।
सूरज को ज्ञान देने वाले विद्वानों आप लोग क्यों नहीं बता रहे हैं कि बाबा साहेब ने संविधान में कहां लिखा है कि जिस धर्म में आस्था न हो उसे गाली दो। बहुत शिक्षित बन रहे हो तो खोज कर बताओ बाबासाहेब अंबेडकर ने गाली देने का अधिकार दिया है क्या संविधान में बता दो वो अनुच्छेद
जय हो सूरज ऐसे ही चमक विखेरते रहो मंच एक आईना है लोग कुछ सिखते है। गरिमा है मंच की।
सूरज यादव जी अगर आज संविधान नहीं होता तो आज इतना उछलते कूदते नहीं
जी भाई आप बिल्कुल सत्य कह रहे हैं संविधान ने ही अधिकार दिया है। लेकिन संविधान में कहां लिखा है कि जिस धर्म में आस्था न हो उसे गाली दिया जाए । सरोज सरगम संविधान का उल्लघंन करके बाबासाहेब का अपमान नहीं कर रही है क्या
आस्था अंध भक्ति को जन्म देता है।तर्क जरूरी है।अंध भक्त की लाइन में हो अब भी सुधार कर लो।
सरोज सरगम बिग गंगा चैनल पर खूब धार्मिक बिरहा गाई है और मंच पर समाज सुधार की बात कर रही है। जो लोग सूरज को बोल रहे हैं पहले वो सरोज की हकीकत भी जान लें
प्रयागराज सूरज यादव वंशी
सरोज सरगम गाली देकर समाज में जागरूकता नहीं वैमनस्यता बढ़ा रही है। जहां दलित समाज पर अत्याचार होता है कभी जाकर विरोध किया तुमने।
नमो बुद्धाय करते हैं और मंच पर गाली की शुरुआत खुद ही करते हैं इसकी पार्टी वाले। आज सूरज ने भी सत्य बोल दिया तो मिर्ची लग गई
Very good suraj bhai mans khaye the ap sahi bataye
Jio Sher i chamaiyan narad hai
Super bhai teriwala
राजकुमार यादव जी प्रोफेसर लक्ष्मण यादव जी से सीखने को बोलते हो इन लोगों का एक भी वीडियो दिखाओ जिसमें वो गाली देकर समाज सुधार कर रहे हैं
सरोज सरगम मिर्जापुर सर्वोत्तम है|
उ.प्र.में कोई ऐसा गायक नहीं है|
कोई गायक सरोज सरगम का विषय बस्तु नहीं गा सकता है|
Super Suraj Yadav Suraj Yadav ji
तुम्हें तो हमारे बड़े भैया माननीय यशस्वी राजकुमार यादव जी से मिलने की जरूरत है
इसी चैनल पर सरोज सरगम का जग जननी रे गीत आया है पहले उसको तो बताइए पूरी तरीके से वह खुद तो सुधर जाए दोगलापन करके समाज का सुधार नहीं होता आप में ही दम है तो बताइए यह जग जननी कौन है
Right
Andhbhakt ki jay. Jay bheem. Jay sambidhan. Namo buddhay. Pakhand hatao des bachao. Evm baba ki jay. Saroj saragam jindabad.
सूरज को पढ़ाई करना चाहिए अभी
सूरज भाई ने जैसे को तैसा जवाब दिया। सरोज सरगम के साथ देने वाले जय भीम नमो बुद्ध करते हैं और जो मनुवादियों का साथ दे रही है उसके साथ खड़े हो जाते हैं। सच्चा बहुजन समाज के लिए लड़ाई लड़ रहे भीम आर्मी के चन्द्रशेखर भाई का सपोर्ट नहीं करते। पाखंडी बहनजी बहनजी करते हैं। भीम आर्मी जिन्दाबाद
झाट कर रहे हैं
@@shyammusicofficial6806 काहे खिसिया रहा है यार तूं ही तरीका बता क्या होना चाहिए। गाली बकने से कुछ निकल रहा हो तो चल और बक
सरोज सरगम बहुत न इतराना जिस दिन इलाहाबाद में सोना सुहानी प्रियंका माधुरी से भिडो़गी गायकी किसे कहते हैं पता चल जाएगा
किसी की किसी भी धर्म में आस्था हो, विचारधारा अलग अलग भले हो लेकिन किसी को भी गाली नहीं बकना चाहिए। सरोज सरगम जैसे बोलती है आज उसको उसी की भाषा में जवाब मिला
मंच के माध्यम से यह जो बहस हुई है ऐसा नहीं होना चाहिए सूरज यादव आप अगर अच्छे कलाकार होते तुम मंच पर बहस नहीं करते गायकी के माध्यम से जवाब दिया जाता है आपसे अच्छी कलाकार सरोज सरगम है
जी बिल्कुल आप सही कह रहे हैं लेकिन सरोज सरगम को यह अधिकार संविधान के किस अनुच्छेद ने दिया है कि जिस धर्म में आस्था न हो उसे गाली दिया जाए। वह भी तर्क से पाखंड और ब्राह्मण वाद मनुवादियों का विरोध करें कोई मना तो कर नहीं रह है। बाबासाहेब अंबेडकर, ज्योतिबा फूले, पेरियार साहब जैसे महापुरुषों का पूरा राष्ट्र ऋणी है। इन महापुरुषों ने तर्क दिया है गाली देकर समाज सुधार कैसे हो सकता है
सूरज यादव जी यदि पता है आपको तो बाल्मीकि के पिता का नाम बताना
ब्राह्मण ग्रन्थ में प्रचेता और ब्रह्मा का पुत्र बताया जाता है। लेकिन वाल्मीकि दक्षिण भारत के द्रविड़ समुदाय से जोड़ कर देखे जाते हैं और यह समुदाय दलित माना जाता है इस आधार पर सूरज ने बताया है। वाल्मीकि की रामायण में राम साधारण पुरुष है देवता नहीं।
सूरज यादव ने बड़ा ही सुंदर जवाब दिया है इस महिला ने जो कहा है उसकी प्रतिक्रिया बड़ी शालीनता से दिया है लोकसंगीत के मंच पर इस तरह की गंदी मानसिकता को न महत्व देना चाहिए न ही बुलाना चाहिये।
सूरज ने सरगम को बहुत तगड़े से चाप दिया
सूरज यादव बराहमनो का इतिहास पढा है
Very good Saroj Sargam ji andhbhakton ko aise hi jawab Milana chahie
Jay Bheem namo buddhay
वाह सूरज भाई आपने तो मजा ला दिया
सुरज बाबू मा सरस्वती कितने लडके लड़की पढाई है और मा बाप कौन है सरस्वती के
बहुत बहुत धन्यवाद सूरज यादव जी सच सामने लाते रहिये