मिलावट से बचने के लिए आटा चक्की चलाओ शुद्ध आटा खाओ । घर पर ही निकाले शुद्ध तेल ।
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- Опубліковано 12 вер 2024
- बाज़ार में दिन-प्रतिदिन बढ़ने वाली मिलावट से छुटकारा पाने के लिए अपने घर साइकिल की तरह पैरों से चलने वाली आटा चक्की लाएँ और ताज़ा आटा खाएं। घर पर ही निकालें शुद्ध बदाम,सरसों,नारियल,तिल,अरण्डी का तेल आदि ।ताजा खाए और स्वस्थ रहें ।
#vijaydahiyaapnevichar #organicfarming #mustardoil #badamoil #cookingoilmachine
मेरे पास कहने को लिए न कोई शब्द है और न मुँह में आवाज़ ।इतनी महान् सोच वाली ईजा़द और देशी दूरदर्शीता।
आप अच्छा काम कर रहे हैं। धन्यवाद।
❤❤❤❤
Wahhh... Haleem Shah Lahore
22000 ki bta rahe hai lutne ka nya tarika ,
Bahot achi jankari hai
हमारे घर पर मेरी दादी माँ की 100 साल पुरानी हाथ वालीं चक्की है। उन्ही पत्थरो की गेयर बाक्स वाली चक्की बनानी है। कितने ₹ लगेगें। हम दादी माँ की यादगिरी रखना चाहते हैं। ओरिजिनल पत्थर है। चार पीढ़ी से आटा दाल बेसन बाजरा हाथ से पीस कर खा रहे है। हम मोटा आटा खाते है।
गजब वीडियो
Waah
👌👌👌
Waah ji waah
Bhut mehgi h .chaki karate 5000hona chaiy .
❤
डिस्क्रिप्शन में दुकान का एड्रेस व दुकान की गूगल मैप लोकेशन भी डाला कीजिए
Bhai ji namaskar. Apse milna ha aata aur tail ka kam karna ha
Bhai ji oil cold pressed hoga.0 heat plz btayein
👌👌👌👌👌👍🙏
🙏
हाथ वाली चकी का क्या रेट है जी????
Ye to gohana panipat chungi pr bhi milti h
नमस्ते जी
आपका दीपक जी(वैदिक सम्मेलन सिरोही)
नमस्ते दीपक जी
haath waali chaaki se 2 kg gehu peesne mein kitna time lagega. kripya batayen
नमस्ते जी जिसके हाथ और स्वाँस जीतने मज़बूत उतना ही जल्दी पीसेगा
Inka shares👬 holder bana lo phir sari duniya ko ata milta rahega aur🔄 duniya ko rojgaar bhee milega
🙏 नमस्ते भैया जानकारी अच्छी है लेकिन रेट बहुत ज्यादा होते हैं। रेट कितना नहीं होता है।
नमस्ते नीरज भाई रेट के लिए तो मैं क्या कह सकता हूँ वो स्वतंत्र है अपनी वस्तु के लिए 🙏
@@vijaydahiyaapnevichar ❤qvv
Kitne rs ki h ye chkki
Chakki ke jo stone he wo natural stone he?
नमस्ते जी इसके विषय में वीडियो में बताया है
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🎥🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Iska price kya h
Price kitni hai?
🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🙏🏻🎥
Address kya hai inka sir
इसकी किंमत क्या है
भाई सिर्फ हात की चक्की जो पुराणे जमाने से चलती आ रही हैं वो भी मिलेगी क्या
हां जी बहन जी इस भाई के पास वो भी मिलती है
क्या price मे मीलेगी
बहन जी आप चक्की वाले भाई से पता करें
Hum yahi kam mahilao dwara karwate h bhai ji
बहुत बढ़िया धन्यवाद आप कहां से हो जी
@@vijaydahiyaapnevichar m lalsot ,dist.dausa ,rajasthan se hu ji
धन्यवाद कभी उधर आना हुआ तो देखेंगे जी आपका कार्य अच्छा है 🙏
@@gomatiorganics7029 I need
@@gomatiorganics7029 mujhe apne waha ki detail bhejiye main jaipur se hoon
कीमत क्या है आप की मशीन की बोले भाई
Price chaki
नंबर आपने दिया नहीं आटे की साईकल वाली चक्की का जी, डिस्क्रिप्शन में लिख देते जी या स्क्रीन पर बड़ा लिखिये जी जो पड़ा जा सके जी...
नमस्ते जी लिखा हुआ है जी सक्रीनशॉट लेकर फिर नज़दीक करके देखे और डिस्क्रिप्शन में भी लिखा हुआ है शायद ये नम्बर है 👉97289 00102
ASHIRVAD ATA HALALA KA HAI ???
Pulvriser 2hp ka rate18000h hji . Bhai ne loot rha h
रेट कितना और पत्ता भेजे
नमस्ते जी विडियो में पता लिखा हुआ है और फ़ोन नंबर भी है और रेट भी बताया है 🙏
Hath vali kitne ki milegi bhai g
विकास भाई आप दिए गए नम्बर पर बात करे
China ka pathar lathe hi kyu bharat me jo nuksan karat a hai
Vvijay Bhai aaj Tao yogi Adithynath jaisey lag trahe ho. Very good. Jai ShriRam
🙏
ताऊ ऑरेंज कुर्ते वाले मै आपकी बातो से बिल्कुल भी सहमत नहीं हूं जैसे की आप बोल रहे हो पहले लेडीज सारा काम करती थी उनके पास इतनी तकनीक नही थी और अगर लेडीज ही सारा काम करती थी तो थाम क्या करते थे और आज तकनीक का टाइम आ गया है इसलिए मेहनत आधी भी नही रही
नमस्ते बेटे 😀🙏 मेने सारा काम नही कहाँ हा माताएँ घर का सारा काम करती थी और खेतीबाड़ी के काम में सहायता करती थी जैसे गेहूँ कटाईं ईंख कटाई छलवाई आदि । हमारे बड़ों के पास तो बहुत ज़बरदस्त टेक्नोलॉजी थी जिस चाक्की से उस समय आटा पिसते थे वही तकनीक फिर से वापिस आ रही हैं क्योंकि आजकल ज़्यादातर बच्चे आपरेशन से हो रहे हैं इसका मुख्य कारण माताओं और बहनों का हाथ की चक्की नही चलाना और रही आज की तकनीक की बात तो यही तकनीक मनुष्य के विनाश का कारण बन रही है 🙏
Vijay dahiya ji aapke no dijiye
9999179396
Bechari mar ke Darr se aata pisna pdta tha phle ki ladies nhi thkaan unko b hoti thi
नमस्ते जी मार का विषय नहीं है । उस समय कोई और समाधान नहीं था मानसिक रूप से माताएँ तैयार रहती थी कि ये हमारी ज़िम्मेदारी है और ये काम हमें ही करना है आपकी बात सही है कि थकावट होती थी लेकिन उस समय शरीर स्वस्थ रहते थे और मेहनत भी करते थे 🙏
❤️❤️❤️