जय पांच वीर जी की नाटी 2022.Singer. Rinku Sirigadiya. Music. Rakesh Dogra

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  • Опубліковано 30 вер 2024
  • जय पांच वीर जी की नाटी
    Lyrics& Singer. Rinku sirigadiya.
    Music.. Rakesh Dogra
    shanai vadak .. Suraj Mani ji
    drone shot... Anil studio jlodi...
    video edit.. S.P. Green hills studio anni
    spasel thnx..... कांग्रेस कमेटी श्री सतपाल ठाकुर S.P. (kuku)श्री बंसी लाल जी, श्री चंद्रमोहन सूद,
    श्री किशोरी लाल, श्री प्रीतम। सागर श्री संतोष कौशिक, श्री संजय मार्कण्डे,, श्री रिंकू ठाकुर,श्री तारा चंद,,,
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    • जय पांच वीर जी की नाटी...
    आप देख रहे है,,
    you tube चैनल सीरीगढ़ folkpresents...
    हम आपके लिए लेकर आये है ,,
    जय पांच वीर जी नाटी.
    ये नाटी श्री पांच वीर जी की लीलाओं पर आधारित है,,
    इसमें पंचमुखी हनुमान जो शिव भगवान के 11रूद्र अवतार प्रभु जी का सुंदर बर्णन किया है,,,
    इसकी कहानी कुछ एक मैं आपको बताना चाहता हुँ,,,
    कुल्लू जिला के बंजार घाटी में श्रीकोट तीर्थ नामक स्थान पड़ता है,
    उस गाओ से एक मनुष्य आपने रोजगार के लिए घर से रवाना हुआ,,,
    और बो देउरी गाओ में सोना चांदी जेबरात बनाने का काम करने लगा,,,
    उसने एक मोहरा बनाया आपने श्री कोट के कुल इष्ट जिसका नाम उसने पांच वीर रखा,,,
    उसकी शक्ति बहुत ही जबरदस्त थी
    उसका प्रोकोप गाओ बालो को लगा फिर गाओ बालो ने माता रानी देउरी दुर्गा का झाड़ा करवाया
    फिर माता रानी के गुर ने बताया,की यहाँ पर एक सोना चांदी के काम करने बड़ी दूर से आया है,,,
    उसके साथ कोई खतरनाक शक्ति है,,
    उसको बुलाओ तब वो मनुष्य भी माता के दरवार में आया,,
    उतने में बो शक्ति गाओ में किसी बजुर्ग में समाहित हो गयी,
    जैसे ही खेलने लगा वो,,, तो गाओ बालो ने उसे पूछा कौन है,
    तब देव शक्ति ने कहा की में श्रीकोट से आया हुँ,,
    मुझे यहाँ पर रहने के लिए स्थान चाहिए,,,
    माता ने भी खेलते - खेलते कहा की तुझे में स्थान गले से ऊपर नहीं दें सकती और नावी से निचे नहीं दें सकती
    तुझे मेरे दिल में स्थान देना चाहती हुँ ,,,
    और मेरा द्वारपाल भी रहना पड़ेगा,,,
    फिर देवता जी ने काथला नामक स्थान पर अपना स्थान ग्रहण किया,, तभी एक परम्परा बनी है,, ज़ब माता देउरी दुर्गा मंदिर से बाहर निकलती है,, तब पांच वीर जी के गुरु और प्रजहा को भी जाना पड़ता है
    और ज़ब पांच वीर जी मंदिर से बाहर निकलते है,, तब माता रानी के मंदिर से कुछ छोटा सा सामान भी साथ लाना पड़ता है,,कहा जाता है कि
    माता और पुत्र का एक ऐसा रिश्ता है,,,
    माता देउरी दुर्गा जी श्री पांच वीर जी के बिना अधूरी है
    और पांच वीर जी माता देउरी दुर्गा के बिना अधूरे है,,,
    यह एक सचाई है कि दुर्गा जी के द्वारपाल जय श्री हनुमान जी और भैरो नाथ जी है ,,,,
    अगर आपको हमारी कहानी,, अच्छी लगे तो video को लाइक और शेयर करें,, कमेंट भी करें,,,,
    और मेरे you tube चैनल को sabscribe करें well ican दवाना ना भूले,,,,
    धन्यवाद,,,?
    अगर कोई भी देवता जी कि नाटी और song बनाना चाहते है तो
    संपर्क करें,,,7018123266

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