History of Khandela, a town from the Mahabharata period | Story of Khandela | Khandela Ka Itihas

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  • Опубліковано 8 лис 2024

КОМЕНТАРІ • 42

  • @lalitkumarkhandelwal7033
    @lalitkumarkhandelwal7033 4 роки тому +8

    हमें बहुत ही अच्छा लगा कि आपने खण्डेलवाल समाज की उत्पति और धरोहर के बारे में जानकारी पर प्रकाश डाला है।
    धन्यवाद।

  • @Hshshhsshhsjshshsh
    @Hshshhsshhsjshshsh 4 місяці тому

    बहुत ही अच्छी जानकारी दी आप ने इतिहास की

  • @shankarshankarsaini1203
    @shankarshankarsaini1203 Рік тому +2

    I love my Khandela city ❤❤❤❤😊😊

  • @balkishankhandelwal9649
    @balkishankhandelwal9649 2 місяці тому

    Verry good khandela city nolaajy

  • @kunwarhamersinghrajput9214
    @kunwarhamersinghrajput9214 Рік тому +5

    खण्डेला का नाम यदुवंश के 89वें राजा मधु के विभिन्न पुत्रों में से एक पुत्र खडकसेन के नाम से खण्डेला पडा। खडकसेन जी के पिता राजा मधु एक पराक्रमी तथा प्रजाप्रिय राजा थे। खडकसेन जी अपने पिता से किसी बात पर नाराज होने के कारण अपनी पत्नी, पुत्र तथा एक छोटे भाई को व अपने सैनिकों को लेकर नये राज्य की स्थापना के लिए राजमहल से निकल गये। खडकसेन जी अपनी कुलदेवी माँ कालका के परम भक्त थे तथा माता का इष्ट हमेशा अपने साथ रखते थे। माँ कालका के आशीर्वाद से खडकसेन अपने पिता के राज्य से 400 मील पूर्व दिशा में अपना राज्य स्थापित किया। वहां पर पहले चौहान राजपूतों का राज्य था परन्तु युध्द में उन्हें ललकारा और चौहान राजपूत युध्द में हार गये और खडकसेन जी की विजय हुई उसके बाद खडकसेन जी ने वहा पर खण्डेलगढ का किला बनवाया, कालिका माता जी का शिखर बंध मंदिर बनवाया तथा कृष्ण भगवान का मंदिर बनवाया खडकसेन जी से ही खरवड राजपूतों की उत्पत्ति हुई । खडकसेन जी की रानी सौभाग्य कंवर पवार धारा नगरी की राजकुमारी थी । खडकसेन जी के बाद खडकसेन जी के वंश में संग्रामसिंह जी हुए इन्हों के समय मे ही मानकराव निर्वाण चौहानो ने वापस खण्डेला पर आक्रमण कर दिया और खण्डेला इनसे छुट गया, खण्डेला छूटने के बाद ये द्वारिका की तरफ विक्रम संवत 1125 ( सन् 1068) में निकल पड़े।

    • @TravelGuide
      @TravelGuide  Рік тому

      आपने जो बताया उसका सोर्स क्या है?अगर कोई लिंक हो तो बताएं।

    • @kunwarhamersinghrajput9214
      @kunwarhamersinghrajput9214 Рік тому +1

      @@TravelGuide badvaji ki pothi aur vimla bhandari ji ki pustak salumbar ka itihas vali usme likh rakha hai

  • @Er.PANKAJ_NIRBAN
    @Er.PANKAJ_NIRBAN Рік тому +1

    Good information 😎👍

  • @kantadeviparsad1992
    @kantadeviparsad1992 10 місяців тому +3

    मेरे पूर्वज यही से गए थे राज कुमारी के साथ दहेज़ में रूपनगढ़ हम मार्या गोत गोत्र वसिष्ट पराशर ब्राह्मण खंडेला के ह चार भाई गई थे किशन गंद अजमेर रूपसिंघ राठोड जी ने हमे चार भाइयो को 100 ,100 बिगाह खेती दी और रूप श्याम जी का मंदिर की पूजा , जय खंडेला बाबा जी की जय राई माता जी की मेरी जड़े खंडेला से ह

  • @abhayagarwal3182
    @abhayagarwal3182 3 роки тому +2

    Mera goan khandela pr garv hai mujhe... Bhut hi achhi jaankari...

  • @jaipurdarpan8862
    @jaipurdarpan8862 4 роки тому +3

    Gajab

  • @ravindrasaini6401
    @ravindrasaini6401 3 роки тому +1

    👌Very nice

  • @babusinghnirwan3913
    @babusinghnirwan3913 2 роки тому +1

    बहुत ही सुपर जानकारी है

  • @asheeshpareek1075
    @asheeshpareek1075 3 роки тому +1

    Good Information 🙏🙏

  • @busyunhi7136
    @busyunhi7136 2 роки тому

    Liked this video

  • @Er.PANKAJ_NIRBAN
    @Er.PANKAJ_NIRBAN Рік тому +1

    M toh ek aam insan hu koi CM PM nahi fir bhi Na jane kyu मेरा दिल कचोटने लगा , Khandela ko indragandhi nehar pariyojna ka pani milna chahiye ya koi dusari nehar pariyojna banyi jani chahiye , Jo bhi Rajneta yha par Rajneeti kar rahe h yahi unse nivedan h khandela ki samsya suljhayi jaye .

  • @thakurkamalsinghnirwan5327
    @thakurkamalsinghnirwan5327 4 роки тому +2

    Super

    • @TravelGuide
      @TravelGuide  4 роки тому

      Thanks and Regards

    • @amirhasan4253
      @amirhasan4253 2 роки тому

      Kayam khan ke samaye olu rao nirwan khandela ke shasak the raisal ke samaye pipaji nirwan the Nardev nirwan w pipaji ke beech ek lambi srankhala rhi hogi mathur ji rawat ka nam bhi aya v kang ka nam bhi aya please nirwan shasakon ke bhi jankari uplabadh krayen

  • @babusinghnirwan3913
    @babusinghnirwan3913 Рік тому +2

    हमारे पूर्वज भी खडेला से ही निकले हे

  • @VikramKumar-bz1zu
    @VikramKumar-bz1zu 4 роки тому +1

    Very good

  • @devaarshchechani6651
    @devaarshchechani6651 4 місяці тому

    Kya aap kripya bata skte hai ki Kurukshetra yudh mai khadakpur ke raja kon the aur kiski aur se yudh mai lade the. Jai Bhawani

  • @bhawanisingh5872
    @bhawanisingh5872 4 роки тому +2

    Wow bro thanks 👍

  • @babusinghnirwan3913
    @babusinghnirwan3913 6 місяців тому +1

    जय पीपाजी निरबाण

  • @PANKAJSINGH-wi9ye
    @PANKAJSINGH-wi9ye 4 місяці тому

    Veer shekhawat rajao ne yaha aajadi ke bad tak raj raha ❤❤❤

  • @narendrajangid4181
    @narendrajangid4181 4 роки тому +1

    खण्डेला से बेहतर कुछ भी नही

  • @kantadeviparsad1992
    @kantadeviparsad1992 10 місяців тому +2

    और जितने भी मायर्या पाराशर ब्राह्मण यही के ह और कही भी हमारी जड़े नहीं खंडेला ही ह और खंडेला बाबा के नाम से ही जानते बाबा खंडेला जाने जाते ह

  • @surendrakarnawat7576
    @surendrakarnawat7576 4 роки тому +2

    Super