बहुत सुन्दर पाण्डेय जी ❤❤❤❤वापस गांव जाने का मन कर रहा है, आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, लोगों को वापस उनकी जड़ों की याद दिला रहे हैं, प्रभु कृपा सदा सर्वदा बनी रहे 🙏🙏
आदरणीय पांडे जी! आपके विडिओज एक भावपूर्ण प्रेरणा होते हैं जो लोगों को अपने घर मकान की सुध लेने के लिए प्रेरित करते हैं। यह महत्वपूर्ण सामाजिक कार्य आप कर रहे हैं।
आदरणीय पांडेय जी, सादर प्रणाम। मैं वर्तमान छत्तीसगढ़ राज्य से हूँ और उत्तराखंड राज्य से मेरा अपना किसी भी प्रकार का कोई संबंध नहीं है। फिर भी मैं जब कभी आपका उत्तराखंड की यात्रा का वीडियो देखता हूँ, मुझे ऐसा लगता है कि किसी न किसी रूप में इन स्थानों से मेरा पूर्व जन्म का सम्बन्ध रहा है और मेरी आँखें भर जाती हैं। मैं अत्यंत भावुक हो जाता हूँ। कृपया मेरा आभार हृदय से स्वीकार करें। 🌷🌷🙏🙏🌷🌷
नमस्कार पाण्डेय जी , में करीब दो साल से आपके सभी वीडियो देखता हूं, बहुत अच्छे लगते है, पोखरी जाते समय रास्ते में एक गांव पड़ता है चिटगल बड़ा ही सुन्दर कृपया कभी हमारे गांव का भी भृमण करने का कष्ट करें 🙏🙏🙏
पांडे जी को नमस्कार आप की बदौलत पहाड़ के दुर्गम स्थानों के बचे हुए गांव का को देख पा रहा हूं ऐसा लग रहा है आप आगे आगे चले पीछे पीछे मैं चल रहा हूं आपका कोई भी एपिसोड मैंने छोड़ा नहीं है जहां तक मेरी कोशिश होती है मैं आपको फॉलो करूं या लाइक करो लेकिन जहां पर पड़ता कोशिश करता हूं जान नहीं होता नहीं करता हूं❤❤❤❤❤
अगर मकान बोल पाते तो अपने पलायन कर गए मालिक से टूटा बंद मकान शायद यह कहता : --- अब तुम्हें मेरी जरूरत नहीं रही इसलिए मुझसे मुहब्बत नहीं रही मेरी हर बात में कमी ढूंढ रहे हो यूं समझिए अब उलफ़त नहीं रही।
Namaskar Pandey ji video dekh ke bahut acha laga, video mei ap cactus ke ped ke pas se gaye hai vo cactus bahut hee aushadee aur medicinal aur gunkari hai thankyou Pandey ji
ये बुजुर्ग आदमी ने बताया कि जोशी लोग जो पोखरी में रहते है ये महाराष्ट्र से आए है यह सही बताया। मैने भी रिसर्च बुक मेंपढ़ा है कि जो गंगोलीहाट और बेरीनाग area में जितने जोशी, पंत और पाठक लोग है ये सब बाहर से आए हैं। ( महाराष्ट्र से)
पांडे जी पैलागन मै आपका ब्लोग देखता हू काफी खुशी मिलती है आप काफी कठिन जगहो पर जा कर ब्लोग दिखाते हो कभी अगर आपको जालडी अंगडियागडा बैगनीयागडा होते हुए मुवानी जा सकते है वहा के हालात भी दिखा देते राईआगर से चोडमनया होते हुए जालडी तक रोड जाती है
नमस्कार सरजी। Architect को हिन्दी और नेपाली भाषा में वास्तुविद कहते हैं। ये पोखरी नाम शुद्द नेपाली भाषा है और इस का अर्थ होता है तलाउ अथवा झील। उत्तराखण्ड मे जितने भी lake है उस का नाम नेपाली नाम से है जैसे खुर्पाताल, नयनाताल, सात ताल, ताल शुद्द नेपाली भाषा है और उस का अर्थ पोखरी है। ये भिडियो देख के मुझे एक बात दिमाग मे आया कि ये जगह पे पहले बहुत बडा झील हुआ करता था, जगह देख के भी ऐसा ही लगा। झील के आसपास बजार हुआ होगा और उस बजार में हाट लगता होगा, कालान्तर मे भुकम्प हो या झील धसने के कारण वो बजार दब गया होगा। मेरे राज्य सिक्किम में भी पोखरी नाम का बहुत जगह है जिस मे पानी वाला झील अभी नहीं है मगर सुखा झील जैसा जगह है। धन्यवाद ।😊😊
बहुत सुंदर पाण्डे जी। मैं पल्यूं का पाण्डे हूं कभी वहां का भी ब्लॉग बनाइएगा यदि समय मिले तो। वर्तमान में मैं काशीपुर में रहता हूं हमारा ज्योलिकोट में भी घर है
आपकी विडियो बहुत अच्छी लगती हैं लेकिन जो घर आप दिखाते हैं बहुत बुरा लगता है लोग अपना घर छोड़कर चले जाते हैं मां पिताजी ने केसे केसे बनाया होगा यहां इन लोगो का जन्म हुआ होगा फिर केसे छोड़ कर चले गए हैं बहुत अफ़सोस होता है
बहुत सुन्दर पाण्डेय जी ❤❤❤❤वापस गांव जाने का मन कर रहा है, आप बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, लोगों को वापस उनकी जड़ों की याद दिला रहे हैं, प्रभु कृपा सदा सर्वदा बनी रहे 🙏🙏
आदरणीय पांडे जी! आपके विडिओज एक भावपूर्ण प्रेरणा होते हैं
जो लोगों को अपने घर मकान की सुध लेने के लिए प्रेरित करते हैं।
यह महत्वपूर्ण सामाजिक कार्य आप कर रहे हैं।
आदरणीय पांडेय जी, सादर प्रणाम। मैं वर्तमान छत्तीसगढ़ राज्य से हूँ और उत्तराखंड राज्य से मेरा अपना किसी भी प्रकार का कोई संबंध नहीं है। फिर भी मैं जब कभी आपका उत्तराखंड की यात्रा का वीडियो देखता हूँ, मुझे ऐसा लगता है कि किसी न किसी रूप में इन स्थानों से मेरा पूर्व जन्म का सम्बन्ध रहा है और मेरी आँखें भर जाती हैं। मैं अत्यंत भावुक हो जाता हूँ। कृपया मेरा आभार हृदय से स्वीकार करें।
🌷🌷🙏🙏🌷🌷
इतना अधिक प्यार और स्नेह देने के लिए आपका आभार
@धन्यवाद पांडेय जी। आपकी सरलता और सहृदयता सदा बनी रहे। ईश्वर सदा आपके सहायक रहें।
🌷🌷🙏🙏🌷🌷
अति सुन्दर सभी बधाई के पात्र है जय श्री राम
नमस्कार पाण्डेय जी , में करीब दो साल से आपके सभी वीडियो देखता हूं, बहुत अच्छे लगते है, पोखरी जाते समय रास्ते में एक गांव पड़ता है चिटगल बड़ा ही सुन्दर कृपया कभी हमारे गांव का भी भृमण करने का कष्ट करें 🙏🙏🙏
पाण्डे जी आपने गंगोली के प्रमुख गाँवों के दर्शन करवाये बहुत बहुत धन्यबाद ॥
पाण्डे जी जब से गांव की वीडियो बनाकर सभी को आकर्षित किया अभी दस मकानों का जीर्णोद्धार हो चुका है आपका बहुत बहुत धन्यवाद।
Bhai sahab pranam
Your coverage is emotional
I have spent my childhood in my village
Your efforts are ultimate.
स्तरीय और सकारात्मक विडिओ। धन्यवाद। 😊😊
पांडे जी को नमस्कार आप की बदौलत पहाड़ के दुर्गम स्थानों के बचे हुए गांव का को देख पा रहा हूं ऐसा लग रहा है आप आगे आगे चले पीछे पीछे मैं चल रहा हूं आपका कोई भी एपिसोड मैंने छोड़ा नहीं है जहां तक मेरी कोशिश होती है मैं आपको फॉलो करूं या लाइक करो लेकिन जहां पर पड़ता कोशिश करता हूं जान नहीं होता नहीं करता हूं❤❤❤❤❤
Bhaut sunder vlog
अगर मकान बोल पाते तो अपने पलायन कर गए मालिक से टूटा बंद मकान शायद यह कहता : ---
अब तुम्हें मेरी जरूरत नहीं रही
इसलिए मुझसे मुहब्बत नहीं रही
मेरी हर बात में कमी ढूंढ रहे हो
यूं समझिए अब उलफ़त नहीं रही।
Bauth sundar sir
Namaskar Pandey ji video dekh ke bahut acha laga, video mei ap cactus ke ped ke pas se gaye hai vo cactus bahut hee aushadee aur medicinal aur gunkari hai thankyou Pandey ji
Very nice thanks 🙏🎉
अतिसुन्दर पांडेय je🙏❤️
ये पहाड़ के प्लायन की दास्तां है।अगर ये आबाद होते तो आज पहाड़ भी खुशहाल होते।❤
Bahut sundar
जय देव भूमि उत्तराखंड 🙏🙏 अति खुबसूरत ब्लॉग 💐💐
ये बुजुर्ग आदमी ने बताया कि जोशी लोग जो पोखरी में रहते है ये महाराष्ट्र से आए है यह सही बताया। मैने भी रिसर्च बुक मेंपढ़ा है कि जो गंगोलीहाट और बेरीनाग area में जितने जोशी, पंत और पाठक लोग है ये सब बाहर से आए हैं। ( महाराष्ट्र से)
Sir ki video dekh kar gwo ki yaad a jati he
पांडे जी पैलागन मै आपका ब्लोग देखता हू काफी खुशी मिलती है आप काफी कठिन जगहो पर जा कर ब्लोग दिखाते हो कभी अगर आपको जालडी अंगडियागडा बैगनीयागडा होते हुए मुवानी जा सकते है वहा के हालात भी दिखा देते राईआगर से चोडमनया होते हुए जालडी तक रोड जाती है
लोग तरसते हैं ऐसे जगह रहने के लिए
Radheshyaam, good morning, nice video, Jay Siyaram, Pandeji
गुड मॉर्निंग ❤❤❤❤❤
Best is we are not dependent on government, ये है बात पोखरी के जोशियों की, वो कभी शासन प्रशासन। प्रारंभ नहीं रहे
Sri Sanjay Joshi ji dwara di gayi sahayata bahut saraniye hai. ati sundar🎉 56:30
नमस्कार सरजी। Architect को हिन्दी और नेपाली भाषा में वास्तुविद कहते हैं। ये पोखरी नाम शुद्द नेपाली भाषा है और इस का अर्थ होता है तलाउ अथवा झील। उत्तराखण्ड मे जितने भी lake है उस का नाम नेपाली नाम से है जैसे खुर्पाताल, नयनाताल, सात ताल, ताल शुद्द नेपाली भाषा है और उस का अर्थ पोखरी है। ये भिडियो देख के मुझे एक बात दिमाग मे आया कि ये जगह पे पहले बहुत बडा झील हुआ करता था, जगह देख के भी ऐसा ही लगा। झील के आसपास बजार हुआ होगा और उस बजार में हाट लगता होगा, कालान्तर मे भुकम्प हो या झील धसने के कारण वो बजार दब गया होगा। मेरे राज्य सिक्किम में भी पोखरी नाम का बहुत जगह है जिस मे पानी वाला झील अभी नहीं है मगर सुखा झील जैसा जगह है।
धन्यवाद ।😊😊
नमस्कार पांडे जी सब लोगों अपना आना चाहिए
Good pandey ji
बहुत सुंदर पाण्डे जी। मैं पल्यूं का पाण्डे हूं कभी वहां का भी ब्लॉग बनाइएगा यदि समय मिले तो। वर्तमान में मैं काशीपुर में रहता हूं हमारा ज्योलिकोट में भी घर है
Sanjay ji ka dhanyawad aap yagdan karte raho
शानदार वीलोग पांडेय साब
बहुत बहुत सुंदर ❤❤❤❤❤
Hamar❤uk 😢😢
Pyar फिल्म एक गांव की कहानी नहीं बहुत से गांव की कहानी है विनोद कापड़ी जी ने एक फिल्म बनाई आप ऐसी बहुत से गांव को दिखा कर बहुत बड़ा काम कर रहेहैं
Bahut accha block pandeyji
किसी समय इस बाखली में कितनी रोनक होगी पर आज😢
Kya ham bhi wha ghumane ja sakte hai
Pitra bhumi ka Artha humari jard he
आने समय सब अपने घर को आएंगे
Bahut badhiya 🎉🎉🎉🎉
❤🎉❤
Mere to aansu h aa gae
KAUN SE WALE SEEN ME?
आपकी विडियो बहुत अच्छी लगती हैं लेकिन जो घर आप दिखाते हैं बहुत बुरा लगता है लोग अपना घर छोड़कर चले जाते हैं मां पिताजी ने केसे केसे बनाया होगा यहां इन लोगो का जन्म हुआ होगा फिर केसे छोड़ कर चले गए हैं बहुत अफ़सोस होता है
Nic❤❤❤❤
27:58
Architect in Hindi is Vastukaar
Architecture = sthapatyakala
Good
राम राम जी पाॅन्डे जी बहुत सून्दर जे हो उत्तराखंड ❤❤
नमस्कार पांडे जी
अपना घर कभी नहीं छोड़ा नहीं
ये लोग साल में एक बार भी गांव आ जाय तो इनके घर की हालत ऐसी नहीं होगी
नमस्कार जी
Jin makano ka jirnodhar ho rha he un par jirnodhar ko barsh bhi Ankit karbao......... Aur makanki anumanit age bhi Ankit karbao