बहुत ही बढ़िया ढंग से समझाया है सर आपने नही तो किसी -किसी बुक में अलग तरीके से बताया गया है जिससे कि लोगों में गलत धारणाएं फैल़ी हुई है। आपके इस विडियो से लोगों का भ्रम दूर हो जाएगा। बहुत - बहुत धन्यवाद सर आपका।🙏🙏
Wonderful explanation of traditional "Koya gotul" for Koya living life in our tribal society and gotul culture is a guided living life for other sociaty...!!🙏🌙🔱🌞🌱🌾🌱🌾
भय्या गुरुकुल और गोटूल में बहुत फर्क है। गुरुकुल में सिर्फ राजा, ब्राह्मण समाज लड़केके लिए स्थान है। औरतों के लिए स्थान नही है । लेकिन गोटूल में बच्चा,लडके, लड़कियां औरतें, सभी पुरुष पढ़ते हैं।
बस्तर के गोटूल के बारे में लोगो के मन मे काफ़ी जिज्ञासाएं होती है कि यहाँ क्या होता है?गोटूल क्या है?क्या यहाँ युवा आपस मे विवाह कर लेते है?इसका सदस्य कौन होता है?अबूझमाड़ में गोटूल है या नही इस तरह की आपकी यह तमाम जिज्ञासाओं का जवाब इस कार्यक्रम मे है जरूर देखें🙏
गोंडवाना गोंण्डिंयन द्राविडीयनों आदिवासियों कि इतिहासिक सांस्कृतिक संविधानिक प्रकृतिवादी प्रर्यावरण वादी मानवतावादी सिद्धांतों कि शादी विवाह पहन्दी पार्री कुपार लिंगों मुदीया कि फार्मूला सिद्धांत विचार। ।।सम और विषम परिस्थितियों में पाडी कुपार लिंगों कि सिद्धांत फार्मूला वन मैन वन बाय टू ट्रेलर लॉन्च किया ला लांगर लांयौर लांयांह तुन सेवा सेवा जोहार बिरसा मुंडा ता जयपालसिंह मुण्डा ता मगलु गोड़ भक्त बुलन्द शाह धुकन साय शोरी बुरकाल बघेल टोटंम बाघ कुटुम्भं परिवार सोसाइटी रतनपुर खुटायल पेन ता सेवा सेवा जोहार गुट्टा मुदिया खुटायल पेन बोकडा वड्डा कुंवार पाट ता सेवा सेवा जोहार।।शोरी।। 7999464552.
सुख के धनहा भाग हमर बर बस्तर सरग हे माटी। हरियर लुगरा पहिरे दाई गजब हावे परपाटी। बईलाडिला उगलथे लोहा चिर के अपन छाती। आदिवासी रहिथे जिहाँ कतकोन सिधवा जनजाति।। रावघाट ले मिलही अब हमर बस्तर ल नवा ख्याति। वारंगल नरेश अन्नम देव तोर पुजा करे दिन राति। दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी दाई तोला सुमरव आती जाती। दंडकारण्य के ये भुइँया म रेंगीस राम , मय माथ नवावव वो माटी। बस्तर के पहुनाई करथे, कोरा के चिन्हारी केशकाल के घाटी। फेर बंदूक के बोली कोन बोलत हे? लिखव न सुमत के पाती। काबर रंगे हे खून ले लतफत झीरम-दरभा घांटी? बसकर बस्तर ल बस्तर रहन दे झन कर विश्वासघाती। भाई ल भाई संग झन लड़ा ,बने रहन दे संगी साथी। झन उजड़य सुहाग काखरो, खनकत रहय चुरी संग पईरी छांटी। बिनती करय कलम "दुलरवा" बिसराम के छोटकून नाति। सुख के धनहा भाग हमर बर बस्तर सरग हे माटी। हरियर लुगरा पहिरे दाई गजब हावे परपाटी। बईलाडिला उगलथे लोहा चिर के अपन छाती। आदिवासी रहिथे जिहाँ कतकोन सिधवा जनजाति।। "मया के बोली भाखा"
आप गोटुल के बारे बहोत अच्छा जानकारी दिये सहाबजी हमारे महारास्ट्र मे भी गोटुल का प्रता चल रहा है, हमारे लयिन्ग लेयोर के ओर आपको सादर सेवा जोहार करते हैं
बहुत अच्छा लगा sir जानकारी पाकर आप निरंतर आदिवासियों से महत्वपूर्ण जानकारी समय समय पर बताते रहिएगा एवम् उनकी कला एवं संस्कृति को आज संरक्षण की बहुत आवश्यक है👍👍👍
Bahut achchhi jankari diye h gotul k bare me bhaiya ji , humare aadivasi samaj k gotul k bare me jo bharm tha use dur kr diye bahut bahut dhany vad bhaiya ji
बहुत ही अहम जानकारी प्रदान करने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया भैया घोटुल (गोटूल )की जो कहानियां हम एक दूसरे से सुनते आ रहे हैं उससे बहुत अलग है इतनी महत्वपूर्ण जानकारी के लिए🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
अपना मातृभाषा गोंडी किसी किसी क्षेत्र में अपने सगाजन बात करने में असमर्थ हैं गोंडी भाषा से वार्तालाप के लिए शिक्षा का होना भी उसमें उपाय किया जाये श्री मान जी...
।।दा गोंडवाना गोंण्डिंयन द्राविडीयनों कल्चर इंज सुपर सांइंन्सेस टेक्नोलॉजी सोसायटी कि इतिहासिक सांस्कृतिक संविधानिक प्रकृतिवादी प्रर्यावरण वादी मानवतावादी सिद्धांतों कि गोंण्डिंयनों कोयतुर कोलीवंशी गोदोला गण समुदाय कबिलाई ब्यावास्था निती मार्ग सांस्कृतिक इतिहासिक परम्पराओं नेग दस्तुर रिती रिविज नियम कानून व्यवस्था शिक्षा विभाग ।।।गोटुल पुनेम दर्शन कोटिह किम जोंग गोंडवाना गणतंत्र प्रजातंत्र गणराष्ट्र कि इतिहासिक परम्पराओं नेग दस्तुर रिती रिविज नियम कानून व्यवस्था आदर्श वादी मानवतावादी सिद्धांतों पर आधारित अपने पुर्वजों कि आन बान शान और गणितीय सिद्धांतों से शादी विवाह पहन्दी पार्री कुपार लिंगों कोसोडोमा मूंद सुल सर्री हर्री ते ताकना लांगर यानिय सत्यशोधक समाज निर्माण किया ला लांगर सेवा सेवा जोहार। शादी विवाह पहन्दी पार्री कुपार लिंगों मुदीया ता फार्मूला सिद्धांत विचार हितुर पाडी व्यावस्था तंन्त्र विज्ञान मन्त्र विज्ञान प्रकृतिवादी प्रर्यावरण वादी मानवतावादी सिद्धांतों पर आधारित स्त्रिंयो पुरूषों कि सांस्कृतिक दो भागों में पाडी व्यावस्था है रसायन शास्त्र में ऐ=बी कलाम में में चौदहवीं चौदह टनण्डा चौदह मण्डा कुण्डा मुण्डा दण्डा सात और सात गणितीय सिद्धांतों पर आधारित है। जय गोंडवाना गणतंत्र प्रजातंत्र गणराष्ट्र कि इतिहासिक सांस्कृतिक संविधानिक प्रकृतिवादी प्रर्यावरण वादी मानवतावादी सिद्धांतों को अपनाओं आपना हक अधिकारो जल जंगल जमीन मट्टा गुट्टा ऐर दिपा भोगोलिक विकेन्द्रीयकरण कि शक्ति बढाना है। तो आम्बेडकराइंट पार्टी आंफ इण्डिंया कोट छाप चुनाव चिन्ह से नाता जोड़ों भारत को प्रबुद्ध गोंण्डवाना गणराष्ट्र बनाना है।
Apne ko sabhya shehri ,gramin samaj kehne wali society me jb zindgi bhr ladka ladki ko alag rkhne ka prayas kiya jata hai but tb b wo milte hai physical relationship me indulge krte hai before marriage, To fir ye to janjati samaj hai or aap jada samay tk diya or bati ka jo male female ka rishta hai usko koi b samaj alag kr k nhi rkh paya...
क्या गोटुल बस्तर की संस्कृति व परंपरा है या गोंडवाना समुदाय का कृपया स्पष्ट करें? क्या वारियर एल्विन गोटुल के खोजकर्ता या जनक हैं? वो कुछ भी लिख दिया और लोग उसे ही सही मानने लगते हैं।
गोटूल सामाजिक परंपरा है , जिसको वेरियर एल्विन ने लेखबद्ध किया है जनक तो " लिंगों " है । गांवों में एल्विन को नहीं जानते पुस्तक के हिसाब से शहर के पढ़े लिखे लोग मानते हैं ।
नहीं, ऐसा नहीं गोटुल के जनक निर्माता लिंगो हैं। जिससे कोयमा / खुशहाल से जिया करते रहें हैं, इसलिए इसे कोयमा कोयतोरों का गड़ *कोयमागड़* कहा जाता रहा है। एल्विन गोटुल को किसी के मार्गदर्शन में" *देखा,पढ़ा और लिखा* है,,,।
बहुत ही बढ़िया ढंग से समझाया है सर आपने नही तो किसी -किसी बुक में अलग तरीके से बताया गया है जिससे कि लोगों में गलत धारणाएं फैल़ी हुई है। आपके इस विडियो से लोगों का भ्रम दूर हो जाएगा। बहुत - बहुत धन्यवाद सर आपका।🙏🙏
Wonderful explanation of traditional "Koya gotul" for Koya living life in our tribal society and gotul culture is a guided living life for other sociaty...!!🙏🌙🔱🌞🌱🌾🌱🌾
तिरुमल प्रमोद पोटाई दादा को सेवा जोहार।
बहुत अच्छा से जानकारी दिए। बहुत बहुत धन्यावाद आधार। ।❤❤
भारत की प्राचीन गुरुकुल की छबि इसमें नज़र आती है । धन्य हैं🙏🏻
भय्या गुरुकुल और गोटूल में बहुत फर्क है। गुरुकुल में सिर्फ राजा, ब्राह्मण समाज लड़केके लिए स्थान है। औरतों के लिए स्थान नही है । लेकिन गोटूल में बच्चा,लडके, लड़कियां औरतें, सभी पुरुष पढ़ते हैं।
@@warkade7174 माफ़ करें पहले आप गुरूकुल के बारे में थोड़ा संशोधन करिए ।
गोटुल गुरुकुल में बहुत अंतर है, महोदय जी।
तिरू.प्रमोद पोटाई दादा निकून बहुत बहुत सेवा जोहार दादा बहुत ही अच्छा जानकारी वेहती 🙏🙏🙏
बहुत बढ़िया..
तरीके से गोटूल को समझाए sir
बहुत अच्छा लगा आपका शिक्षा।
मन की कन्फ्यूजन से दूर हुआ
जानकारी देने के लिए बहुत बहुत बधाई जय सेवा जय जोहार
गोंड गोंडी गोंडवाना सेवा सेवा जोहार जय बड़ादेव जय गोटुल सेवा सेवा जोहार
बस्तर संभाग को केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाए।
बहुत सुंदर जानकारी
बहुत बहुत धन्यवाद आपका 🙏 बहुत ही सुन्दर अच्छे ढंग से जानकारी साझा किए।
Gotul is ancient educational institution of Gond Adivasi. Very good traditions, Sadar Sewa Johar. Odisha
Nice information
Bahut sunder ❤
Excellent presentation
बस्तर के गोटूल के बारे में लोगो के मन मे काफ़ी जिज्ञासाएं होती है कि यहाँ क्या होता है?गोटूल क्या है?क्या यहाँ युवा आपस मे विवाह कर लेते है?इसका सदस्य कौन होता है?अबूझमाड़ में गोटूल है या नही इस तरह की आपकी यह तमाम जिज्ञासाओं का जवाब इस कार्यक्रम मे है जरूर देखें🙏
बेस ता जानकारी वेहती पट्टावी दादा।सेवा-जोहार
गोंडवाना गोंण्डिंयन द्राविडीयनों आदिवासियों कि इतिहासिक सांस्कृतिक संविधानिक प्रकृतिवादी प्रर्यावरण वादी मानवतावादी सिद्धांतों कि शादी विवाह पहन्दी पार्री कुपार लिंगों मुदीया कि फार्मूला सिद्धांत विचार। ।।सम और विषम परिस्थितियों में पाडी कुपार लिंगों कि सिद्धांत फार्मूला वन मैन वन बाय टू ट्रेलर लॉन्च किया ला लांगर लांयौर लांयांह तुन सेवा सेवा जोहार बिरसा मुंडा ता जयपालसिंह मुण्डा ता मगलु गोड़ भक्त बुलन्द शाह धुकन साय शोरी बुरकाल बघेल टोटंम बाघ कुटुम्भं परिवार सोसाइटी रतनपुर खुटायल पेन ता सेवा सेवा जोहार गुट्टा मुदिया खुटायल पेन बोकडा वड्डा कुंवार पाट ता सेवा सेवा जोहार।।शोरी।। 7999464552.
सुख के धनहा भाग हमर बर बस्तर सरग हे माटी।
हरियर लुगरा पहिरे दाई गजब हावे परपाटी।
बईलाडिला उगलथे लोहा चिर के अपन छाती।
आदिवासी रहिथे जिहाँ कतकोन सिधवा जनजाति।।
रावघाट ले मिलही अब हमर बस्तर ल नवा ख्याति।
वारंगल नरेश अन्नम देव तोर पुजा करे दिन राति।
दंतेवाड़ा के दंतेश्वरी दाई तोला सुमरव आती जाती।
दंडकारण्य के ये भुइँया म रेंगीस राम , मय माथ नवावव वो माटी।
बस्तर के पहुनाई करथे, कोरा के चिन्हारी केशकाल के घाटी।
फेर बंदूक के बोली कोन बोलत हे? लिखव न सुमत के पाती।
काबर रंगे हे खून ले लतफत झीरम-दरभा घांटी?
बसकर बस्तर ल बस्तर रहन दे झन कर विश्वासघाती।
भाई ल भाई संग झन लड़ा ,बने रहन दे संगी साथी।
झन उजड़य सुहाग काखरो, खनकत रहय चुरी संग पईरी छांटी।
बिनती करय कलम "दुलरवा" बिसराम के छोटकून नाति।
सुख के धनहा भाग हमर बर बस्तर सरग हे माटी।
हरियर लुगरा पहिरे दाई गजब हावे परपाटी।
बईलाडिला उगलथे लोहा चिर के अपन छाती।
आदिवासी रहिथे जिहाँ कतकोन सिधवा जनजाति।।
"मया के बोली भाखा"
Ye video bahut hi achha h ...
Jo cg ki sanskriti ko batata h ..💝
Wow
आप गोटुल के बारे बहोत अच्छा जानकारी दिये सहाबजी हमारे महारास्ट्र मे भी गोटुल का प्रता चल रहा है, हमारे लयिन्ग लेयोर के ओर आपको सादर सेवा जोहार करते हैं
Bhut acha lga sir aap ki bat sun k
बेहतरीन रिपोर्टिंग
जय सेवा
सादर प्रणाम सेवा जोहर पोटाई दादा आपने बहुत अच्छा जानकारी दिए।।
Bahut achche vistaar se bataye sir, sewa johar 🙏🙏
बहुत अच्छा लगा sir जानकारी पाकर आप निरंतर आदिवासियों से महत्वपूर्ण जानकारी समय समय पर बताते रहिएगा एवम् उनकी कला एवं संस्कृति को आज संरक्षण की बहुत आवश्यक है👍👍👍
धन्यवाद 🙏
कृपया इस कार्यक्रम को, गोटूल की इस सच्चाई को और लोगों तक शेयर करें...
@@tasknewschannel January ke live dhanbad
अद्भुत है हमारी संस्कृति...!
GOTUL KE BAREME JANANEKE LIYE BOHUT BOHUT DYNIABAD SEWA JOHAR FROM LAKHINDRA MARWI ASSAM
Samay ke sath badalna jaruri hai. Gotul ka adhunik structure hona chahiye. Jaise brick and plastered house, pure drinking water system,
सेवा जोहार🙏🙏
गोटूल हमारा शिक्षा का केंद्र है।इस गोटूल में पढ़ाई होती थी, इस गोटूल में 6बर्ष से 18वर्ष के बच्चे और बच्चियां शिक्षा प्राप्त करते हैं।
Great information of our community potai sir
बहुत बढ़िया डोकुमेंट
बेस जानकारी दादा सेवा जोहार जीसस नेताम
सगा देवता एक नम्बर जानकारी दी जिसके लिए बहुत बहुत बधाई हो
बस्तर की यह जानकारी औरों तक भी पहुंचाने में सहयोग करें ,कार्यक्रम या चैनल को शेयर करें🙏
Bahut achchhi jankari diye h gotul k bare me bhaiya ji , humare aadivasi samaj k gotul k bare me jo bharm tha use dur kr diye bahut bahut dhany vad bhaiya ji
Thanks
बहोत बढिया साहब जी अच्छा जानकारी दीए आपने आप जहां रहेगे वहां का परिवेश मेही रहेगें लेकिन आधुनिक युग में कैसे रहना चाहेगे
I proudly say.... I'm muriya adiwasi ,& I'm bastariya 🥰🙏 thank you sir
बहुत ही सुंदर ढंग से प्रस्तुत किया sir आपने ....इसके लिए आपको धन्यवाद ,आगे भी ऐसे वीडियोस बनाकर हमारा मार्गदर्शन करें 🙏
बहुत ही अहम जानकारी प्रदान करने के लिए आपका बहुत बहुत शुक्रिया भैया घोटुल (गोटूल )की जो कहानियां हम एक दूसरे से सुनते आ रहे हैं उससे बहुत अलग है इतनी महत्वपूर्ण जानकारी के लिए🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻
घोटुल नहीं गोटुल ही है। उसको ब्रेकेट में डालने की क्या जरूरत है।
घोटुल का अर्थ बतायेंगे महोदय?
जभ आपको पता है वो गोटुल है ब्रेकेट में डालने का मतलब क्या?
गोटूल यह शब्द दो अक्षरों के मेल से बना है । इसमें गो+ टूल। गो का अर्थ दुःख, क्लेश का निवारण यानी विद्या और टूल का अर्थ ठाना, स्थान होता है। सेवा जोहार
जय सेवा जय जोहार
बहुत ही खुबसूरत प्रथा हैं मूरिया आदिवासियों का
Bahut sundar jaankari 👌🥰🙏 jai bastar
enlightenment video👍
Sewa sewa johar dada
अपना मातृभाषा गोंडी किसी किसी क्षेत्र में अपने सगाजन बात करने में असमर्थ हैं गोंडी भाषा से वार्तालाप के लिए शिक्षा का होना भी उसमें उपाय किया जाये श्री मान जी...
sewa johar jai gondwana
Really knowledge full video 👍
बहुत अच्छा जानकारी 🙏🙏🙏
एक बात और बताइये सर् पहले की आदिवासी महिलाएं शरीर पर काला निशान kiyo बनाते थे जिसको गोंडी में,, हेमला ,,बोलतें है
Amazing video👌
Nice
Very beautiful eloboration 💐💐💐💐💐
🙏🙏🙏🙏🌿💐🌹🌺
Gondia jilha me bhee
।।दा गोंडवाना गोंण्डिंयन द्राविडीयनों कल्चर इंज सुपर सांइंन्सेस टेक्नोलॉजी सोसायटी कि इतिहासिक सांस्कृतिक संविधानिक प्रकृतिवादी प्रर्यावरण वादी मानवतावादी सिद्धांतों कि गोंण्डिंयनों कोयतुर कोलीवंशी गोदोला गण समुदाय कबिलाई ब्यावास्था निती मार्ग सांस्कृतिक इतिहासिक परम्पराओं नेग दस्तुर रिती रिविज नियम कानून व्यवस्था शिक्षा विभाग ।।।गोटुल पुनेम दर्शन कोटिह किम जोंग गोंडवाना गणतंत्र प्रजातंत्र गणराष्ट्र कि इतिहासिक परम्पराओं नेग दस्तुर रिती रिविज नियम कानून व्यवस्था आदर्श वादी मानवतावादी सिद्धांतों पर आधारित अपने पुर्वजों कि आन बान शान और गणितीय सिद्धांतों से शादी विवाह पहन्दी पार्री कुपार लिंगों कोसोडोमा मूंद सुल सर्री हर्री ते ताकना लांगर यानिय सत्यशोधक समाज निर्माण किया ला लांगर सेवा सेवा जोहार।
शादी विवाह पहन्दी पार्री कुपार लिंगों मुदीया ता फार्मूला सिद्धांत विचार हितुर पाडी व्यावस्था तंन्त्र विज्ञान मन्त्र विज्ञान प्रकृतिवादी प्रर्यावरण वादी मानवतावादी सिद्धांतों पर आधारित स्त्रिंयो पुरूषों कि सांस्कृतिक दो भागों में पाडी व्यावस्था है रसायन शास्त्र में ऐ=बी कलाम में में चौदहवीं चौदह टनण्डा चौदह मण्डा कुण्डा मुण्डा दण्डा सात और सात गणितीय सिद्धांतों पर आधारित है।
जय गोंडवाना गणतंत्र प्रजातंत्र गणराष्ट्र कि इतिहासिक सांस्कृतिक संविधानिक प्रकृतिवादी प्रर्यावरण वादी मानवतावादी सिद्धांतों को अपनाओं आपना हक अधिकारो जल जंगल जमीन मट्टा गुट्टा ऐर दिपा भोगोलिक विकेन्द्रीयकरण कि शक्ति बढाना है।
तो आम्बेडकराइंट पार्टी आंफ इण्डिंया कोट छाप चुनाव चिन्ह से नाता जोड़ों भारत को प्रबुद्ध गोंण्डवाना गणराष्ट्र बनाना है।
🙏🙏
महत्वपूर्ण जानकारी
👌👌👌🙏
Amcho bastar ❤️
बहुत अच्छी जानकारी सर् जी लेकिन कुछ लोगो ने गोटूल को गलत नजरो से देखे है और अपवाये पैलाये है
Apne ko sabhya shehri ,gramin samaj kehne wali society me jb zindgi bhr ladka ladki ko alag rkhne ka prayas kiya jata hai but tb b wo milte hai physical relationship me indulge krte hai before marriage,
To fir ye to janjati samaj hai or aap jada samay tk diya or bati ka jo male female ka rishta hai usko koi b samaj alag kr k nhi rkh paya...
बहुत सुंदर प्रयास है।।।
bahut acha sir ghotul ke bare me samjhaya pr ghotul ke bare me galat najar se likhit rup se btaya gya h
Hn sir jaha bhi gond hain sab jaga ka dikhayie
सर मध्यप्रदेश के जबलपुर जिला में भी गोटूल का विस्तार करिए
गोटूल नहीं *गोटुल* ।
लेकिन क्या जबलपुर ( एमपी) में गोटुल प्रचलित रहा है।
@@mohitkumeti7251 हां था और जानते भी हैं
गोटूल है या घोटूल
गोटूल
School k khulne k phle se hi.aadiwashi log ka apna khud ka school tha.
Jai sewa badadev mahadev 🙏
क्या गोटुल बस्तर की संस्कृति व परंपरा है या गोंडवाना समुदाय का कृपया स्पष्ट करें?
क्या वारियर एल्विन गोटुल के खोजकर्ता या जनक हैं?
वो कुछ भी लिख दिया और लोग उसे ही सही मानने लगते हैं।
गोटूल सामाजिक परंपरा है , जिसको वेरियर एल्विन ने लेखबद्ध किया है जनक तो " लिंगों " है । गांवों में एल्विन को नहीं जानते पुस्तक के हिसाब से शहर के पढ़े लिखे लोग मानते हैं ।
नहीं, ऐसा नहीं गोटुल के जनक निर्माता लिंगो हैं। जिससे कोयमा / खुशहाल से जिया करते रहें हैं, इसलिए इसे कोयमा कोयतोरों का गड़ *कोयमागड़* कहा जाता रहा है।
एल्विन गोटुल को किसी के मार्गदर्शन में" *देखा,पढ़ा और लिखा* है,,,।
जो हमारी संस्कृति से परिचित नहीं है वही इसकी गलत व्याख्या लिखते हैं
Upsc interview me vikas divykirti sir ne Deepak Kumar se yhi bola ki sexual education dete hai
Sb warier Alvin ne badnam kr diya
बहूत अच्छी जानकारी के लिये तहे दिल से धन्यवाद सेवा जुहार,🙏🙏🙏