"आचार्य प्रशांत से समझें गीता, लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00022 ✨ हर महीने 30 लाइव सत्र ✨ 15,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी ✨ पिछले 200+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क ✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल"
नमस्कार गुरुजी हमें बताइए हम बचपन से सोचते थे कि हम पुलिस बने। लेकिन अभी मेरे घर में या मेरे साथ स्थिति ऐसी हो गई हैं कि मुझे पढ़ाई भी छोड़ना पड़ रहा हैं। और मुझे दूसरे काम में जाना पड़ेगा लेकिन मन से वह याद नहीं जा रहा है हमेशा घुटन हो रहा है। क्या करूं अगर मैं तैयारी करता हूं और अगर नहीं हुआ तो मेरा कोई नहीं है जो मुझे बाद में संभालेगा मैं सिर्फ अकेला ही हूं अपने आप को संभालने या बिगड़ने के लिए तो आगे मैं क्या करूं?
वास्तव में आचार्य जी के अलावा कोई और सही सम्बन्ध कैसा होना चाहिए नहीं बताएगा। बहुत बहुत धन्यवाद आपका जो आप मेरे जीवन में एक add के रुप मे आए और जीवन सिखाने लगे 😊😊
But al ak point samgh reha hai our didi ko confidence bhi the confidence de rahe hain but didi pahle Dhari thi but ab nahin 😊mera guru g I love you please reply
आचार्य प्रशांत जी सादर अभिवादन स्वीकार करे सादर प्रणाम 🙏🙏🚩🕉️🌞🙏🙏 सत्य सनातन धर्म सत्य सनातन संस्कृति सुप्रभात मित्रों दोस्तों परिवार को भी सम्मान सहित नमस्कार दोस्तों जय हो 👍💓👍🌼🌻🌹🌻🌼
जो आपके सामने आया है,वो अगर जड़ बनकर आया है, तो उसे जीवन से हटा दो, और जो आपके सामने आये,अगर वो चेतना बनकर आये,आप से भी बेहतर चेतना बनकर तो उसे जीवन में स्वीकार करिए,
आपके चरणों में मेरा सत सत नमन आचार्य श्री ❤️🙏🏻मेरा आज सवाल ये है कि अगर घर वालो ने वो हैंडल जबरजस्ती माथे पे चिपका दिया हो और वो मुझे अपने माथे से हटाना हो तो क्या करना चाहिए कृपया मेरा मार्ग दर्शन कीजिए 😇
शरीर का आकर्षण स्त्री और पुरुष दोनों में जड़ से जड़ तक लक्ष्य शरीर को भोगना भोगी! मन से मन से मिलना चेतना से चेतना का मिलना ज्ञान शिक्षा प्रेणना मिलना सत्संग प्रवचन योग साधना ध्यान केन्द्रित करना जिज्ञासा शांत हो जाना!! ओह ओहरे ताल मिले नदी के जल में नदी मिले सागर में सागर मिले कौन से जल में कोई जाने ना बूंद छुपी है किस सिपि में कोई जाने ना 💦💧📙👁️🗨️💱✖️➕💹
जो जिंदगी में आ रहा है, वो क्या ला रहा है, क्या वो मेरे ज्ञान का स्तर बढा रहा है, क्या वो मेरे अंहकार को आत्मुखी बना रहा है, क्या वो मुझे प्रेरित करें कि मैं भीतर देखूं, और अपने ही वृत्तियों को साफ करूं, अगर वो ये सब कर रहा है तो वो ऊंची चेतना बनकर आ रहा है मेरे जीवन में, नहीं तो वो बस एक माया का जड़ पिण्ड है, जो जीवन में प्रवेश करने वाला है, ऐसों से बचना
आचार्य प्रशांत जी को सुनने के बाद संसार को देखने का नज़ारा बादल है पहले संसार को भोग वस्तु कामनाएं के नजरिए से देखते हैं अब नहीं भोग वस्तु कामनाएं को छोड़ा चल जा रहा हूं उतना संसार अच्छा लगता है। हम संसार को जीतना भोग वस्तु से देखते हैं उतना ही दुःख पाते हैं
हाँ, हमें कोई चाहिए स्पेशल वो स्पेशल हमें खुद होना पड़ेगा। और अगर आप ख़ुद स्पेशल नहीं हो सकते तो कोई Mr. Special/Miss Special ज़िंदगी में ले आओ, ज़िंदगी बे-रौनक ही रहेगी। -आचार्य प्रशांत
Acharay ji sach me ab mujhe pta chal gya h ki mujhe kya chhiye h HM itne Dino se apni sun hi nhi rhe the bahari duniya me mast the lekin mujhe usme. Mja nhi ATA tha kyoki MERI caplibty Kuch or hi h . Apko Dil se thanku acharay ji ab se me Sirf khud se pyar krugi khud ki sunugi Jisko jaha Jana h Baha Jaye mere chetna ke level Ka koi bna hi nhi h Jo mujhe or badi chetna de . Ab se me khud pe hi Kam karugi khud ko hi best banugi ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
📝 हम चेतना है जड़ नही। और जड़ वो है जिसमे चेतना नही है। ✒️अधूरे जड़ में अधूरे जड़ को मिला दे, तो जो पूर्णता मिलेगी वो पूर्णता भी जड़ होगी। 🙇 वैसे ही बेचैन अधूरी चेतना को उच्चतम चेतना चाहिए पूर्णता के लिए। 📚💐
जिंदगी में जड़ता को प्रवेश नहीं देना है,न पुरुष के शक्ल में न महिला के शक्ल में, और इंसान बहुत ख़तरनाक चीज होता है, वो जड़ भी हो सकता है, और चैतन्य भी हो सकता है,
बहुत हीं अद्भुत वक्तव्य❤❤❤ प्रश्नकर्ता के जैसी काफी हद तक समान कहानी रही मेरी भी फेसबुक पर आचार्य जी के वीडियो सजेशन आया था ....बात 2020 की है शायद जून के बाद की बात है ..लंबा वीडियो ही था सुना मैने..सुनती गई ..कुछ अलग लगा ..बाकी बहुत सारे लोगों को थोड़ा थोड़ा सुन रखा था ..मुनियों के प्रवचन सुना करते थें बचपन से धार्मिक माहौल भी था...शुरुआत में सर को एक दो दिन सुना ..फिर नही सुना ..ऐसा लगता था कोड़े पड़ रहे है ..हिम्मत नही होती थी पर फिर यूट्यूब पर सर्च किया फॉलो किया ...फिर सुनने लगी..तब भीं रोज नही सुनती थी ..पर जैसे जैसे बात मन के भीतर उतरने लगी .जीवन की जटिलता सुलझने लगी फिर रोज सुनने लगी...पूरा जीवन, सोच, समझ ,परिवर्तित हो गया..संस्था के सदस्य से भी बात हुई..बहुत सारी समस्याओं से लड़नें की शक्ति प्रदान कर दी सर..काश सर थोड़ा जल्दी जीवन में आ जाते...जीवन अलग होता जितना आभार करूं उतना कम है 🙏🙏
1. चेतना का खालीपन जड़ से नहीं मिटने वाला. 2. चेतना को चाहिए उससे ऊंची चेतना। दोहा:- बँधा को बँधा मिले छुटे कौन उपाय अगर पुरुष - पुरुष न रहे तो कोई स्त्री उसको छोड़ जाए & vice versa।
जल में कुम्भ कुम्भ में जल है, बाहर भीतर पानी। फूटा कुंभ जल जल ही समाया, यही सत्य कथ्यो ज्ञानी।। जीवन में मरना भला, जो मरि जानै कोय | मरना पहिले जो मरै, अजय अमर सो होय ||
What u need is more of urself Not somebody else. हम सब किसी ख़ास व्यक्ति की तलाश में रहते हैं न? हां, हमें एक ख़ास व्यक्ति चाहिए वो व्यक्ति- हम हैं। आप अपने ही उच्चतम रूप की तलाश में हो, लेकिन आप सोचते हो, आप किसी अन्य व्यक्ति की तलाश में हो। नहीं, आप अपनी ही तलाश में हो। -आचार्य प्रशांत
जो स्वयं को पूर्ण नहीं मानता पूरी तरह चेतन्य नहीं है,उसे ही किसी के साथ पूर्ण होने की उम्मीद होती है साथ रहो किसी के भी साथ पूर्ण चेतना के साथ यही आचार्य जी का मंतव्य है जो भी हो होश में हो।
"आचार्य प्रशांत से समझें गीता,
लाइव सत्रों का हिस्सा बनें: acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00022
✨ हर महीने 30 लाइव सत्र
✨ 15,000+ गीता छात्रों की कम्युनिटी
✨ पिछले 200+ घंटों के सत्रों की रिकॉर्डिंग - निशुल्क
✨ आचार्य प्रशांत से पूछें अपने सवाल"
नमस्कार
गुरुजी हमें बताइए हम बचपन से सोचते थे कि हम पुलिस बने।
लेकिन अभी मेरे घर में या मेरे साथ स्थिति ऐसी हो गई हैं कि मुझे पढ़ाई भी छोड़ना पड़ रहा हैं।
और मुझे दूसरे काम में जाना पड़ेगा लेकिन मन से वह याद नहीं जा रहा है हमेशा घुटन हो रहा है।
क्या करूं अगर मैं तैयारी करता हूं और अगर नहीं हुआ तो मेरा कोई नहीं है जो मुझे बाद में संभालेगा मैं सिर्फ अकेला ही हूं अपने आप को संभालने या बिगड़ने के लिए
तो आगे मैं क्या करूं?
वास्तव में आचार्य जी के अलावा कोई और सही सम्बन्ध कैसा होना चाहिए नहीं बताएगा।
बहुत बहुत धन्यवाद आपका जो आप मेरे जीवन में एक add के रुप मे आए और जीवन सिखाने लगे 😊😊
❤❤❤❤mera juru jg 😢 ham log ke liye kitni acchi direction mein ham log ke liye koshish din pratidin kar reha hai 😊 I love you mera Aacharya ji
But al ak point samgh reha hai our didi ko confidence bhi the confidence de rahe hain but didi pahle Dhari thi but ab nahin 😊mera guru g I love you please reply
Thanks for depth gyan
सूत्र 2 : आपको अपना खालीपन मिटाने के लिए अपने से ऊँची चेतना चाहिए।🙄🙏🏻😌✨
🙏
True
I experienced this
The epic rapper ever seen 😎😎 18:35
जड़ जड़ाजड़ जड़ 😂😂
Ossam❤
Hilarious 😂😂😂😂
Jad square 😂😂
आतमज्ञान बिना नर भटके, कोई मथुरा कोई काशी ॥
जैसे मृगा नाभि कस्तूरी, बन बन फिरत उदासी ॥
☝🏻- संत कबीर
❤
😊❤
🙏🙏🙏🙏
👉🏻चेतना को और भी बड़ी चेतना की ज़रूरत होती है
barabar
तुम्हें कोई बाहर व्यक्ति की तलास में नहीं हो आप अपने ही उच्चतम संभावना के तलाश में हो आप अपने तलास में हो😊
जो आपके जीवन मे आया है यदि वो आपका चेतना बनकर आया है तो
वो रिश्ता सही है
सूत्र 1 : चेतन को जड़ कितना भी दे दोगे, उसका खालीपन नहीं मिटेगा।❌🙄
बँधे को बँधा मिले, छूटे कौन उपाय।
कर सेवा निरबन्ध की, पल में लेत छुड़ाय ॥
☝🏻- संत कबीर
👐🏻हाथ रंग रोपन के लिए नहीं, 👊🏻हाथ होते लड़ाई लड़ने के लिए
सहायता सिर्फ़ एक ही है - तुम्हारी आँखें खुल जाएँ तुम्हारे मन का अँधेरा मिट जाए
जो ऐसी सहायता करे, वही मित्र
आचार्य जी 🙏🏻 ❤️
सत्यमेव जयते ||
जानवरो कि पहली पहचान देह है,हमारी पहली पहचान चेतना है।
आचार्य जी आप हर बात में no.1 है.🙏❤️
प्रणाम आचार्य जी 🙏
सभी दर्शक को विनंती है आचार्य प्रशांत जी के विङीयो मे जो सिध्दांतीक वाक्य और सुञ गुढ बाते कमेंट मे लिखा करे धन्यवाद
चेतना का खालीपन मिटाने के लिए उसे अपने से ऊंची चेतना चाहिए।
Good relationship brings clarity in life... कौन कौन इस बात से सहमत हैं 🙂
Pranam acharya ji......
हम शरीर से ऊपर चेतना है यह बात आचार्य जी बहुत वर्षों से समझा रहे है।महिला कोई वस्तु थोड़ी ना है वह चेतना है👍👍👍💯💯💯
जड़ का जड़ से मिलन नहीं चेतना का चेतना से होना चाहिए तभी पूर्णता आती है
Acharya ji pradam jai shri krishna
ACHARYA JI AAP MAHAN CHETNAA HO...APKI BAHU MULYA SAMAY SAMAAJ KELIYE DENE KELIYE DHANYAVAD....🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳🇮🇳
आप की डांट में भी प्यार हैं आचार्य जी... आप प्रेम के प्रतिक हो❤
आचार्य प्रशांत जी सादर अभिवादन स्वीकार करे सादर प्रणाम 🙏🙏🚩🕉️🌞🙏🙏 सत्य सनातन धर्म सत्य सनातन संस्कृति सुप्रभात मित्रों दोस्तों परिवार को भी सम्मान सहित नमस्कार दोस्तों जय हो 👍💓👍🌼🌻🌹🌻🌼
जड़ नहीं चेतना चाहिए ❤❤❤❤❤❤❤❤
जो आपके सामने आया है,वो अगर जड़ बनकर आया है, तो उसे जीवन से हटा दो, और जो आपके सामने आये,अगर वो चेतना बनकर आये,आप से भी बेहतर चेतना बनकर तो उसे जीवन में स्वीकार करिए,
बहुत ही सही बात है 👌👌🙏🙏
जड़ में जड़ को जोड़ दो तो एक तरह की जड़ पूर्णता प्राप्त हो जाती है, वो अनंत नहीं होती।
आचार्य जि 🕉️🕉️🕉️🙏🙏🙏🇳🇵
सुप्रभातम शत् शत् नमन आचार्य श्री🙏🙏🙏 एवं समस्त श्रोतागण
श्रि कृष्ण और अर्जुनका संवाद।
आचार्य श्रि ताे श्रि कृष्ण है हि
मै अर्जुन बन्नेकि प्रयास।
नमन।
आप किसी औंर कि तलाश में हो ही नहीं आप आपनी ही उच्चतम चेतना की तलाश मे हो।
Thanks
Aap he the kya video me ?
आचार्य जी की चेतना की प्रखरता का उजाला हमे न मिलता तो हम कभी न अपने धर्म को समझ पाते न गीता न उपनिषद न चेतना की स्पष्टता को समझ पाते ।
जय श्री सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम हनुमान❤
जड़ का खालीपन मिटाने के लिए उसमे जड़ जोड़ दो।
Shree Achraya Prasant says "Chatna ko or bari chatna chahiye, or Jaro ko jara chahiye"💖💖
मनुष्य की चेतना में जो खोखलापन है, वो और ज्यादा चेतना मांगता है।
दूसरों को जानने से पहले खुद को जानना चाहिए 🙏
ये हाथ है सही लड़ाई लड़ने के लिए 🙏
चेतना का खालीपन मिटाने के लिए एक ऊँची चेतना चाहिए ❤
Pranaam!!
अध्यात्म में नए नए प्रवेश करने वालों के लिए बेहतरीन वीडियो 🙏🙏💐💐
Jay shri krishna❤
प्रणाम आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏❤❤❤❤❤❤
जड मे जड मिलाने से अगर कोई पुर्णता मिली तो वो पुर्णता भी जड ही होगी 🙏🙏
Jay Shree Krishna ❤️ Dear Sir ❤️😊🙏🌹🥀💐🌺🌺🌷🌸💮🏵️🌻🌼🍁🍄🌾🌱🌿🍃☘️⛰️
जी बिल्कुल सही कहा आपने गुरुदेव 👍
आपके चरणों में मेरा सत सत नमन आचार्य श्री ❤️🙏🏻मेरा आज सवाल ये है कि अगर घर वालो ने वो हैंडल जबरजस्ती माथे पे चिपका दिया हो और वो मुझे अपने माथे से हटाना हो तो क्या करना चाहिए कृपया मेरा मार्ग दर्शन कीजिए 😇
चैतन्य का खालीपन मिटाने के लिए उसे अपने से ऊंचा चैतन्यता का साथ चाहिए चैतन्य की अधूरापन मिटने के लिए ।
मेरी प्रेरणा का स्त्रोत आचार्य जी ❤
शरीर का आकर्षण स्त्री और पुरुष दोनों में जड़ से जड़ तक लक्ष्य शरीर को भोगना भोगी!
मन से मन से मिलना चेतना से चेतना का मिलना ज्ञान शिक्षा प्रेणना मिलना सत्संग प्रवचन योग साधना ध्यान केन्द्रित करना जिज्ञासा शांत हो जाना!! ओह ओहरे ताल मिले नदी के जल में नदी मिले सागर में सागर मिले कौन से जल में कोई जाने ना बूंद छुपी है किस सिपि में कोई जाने ना 💦💧📙👁️🗨️💱✖️➕💹
चेतन को जड़ कितना भी दे दोगे,उसका खालीपन नही मिटेगा।
जो जिंदगी में आ रहा है, वो क्या ला रहा है, क्या वो मेरे ज्ञान का स्तर बढा रहा है, क्या वो मेरे अंहकार को आत्मुखी बना रहा है, क्या वो मुझे प्रेरित करें कि मैं भीतर देखूं, और अपने ही वृत्तियों को साफ करूं, अगर वो ये सब कर रहा है तो वो ऊंची चेतना बनकर आ रहा है मेरे जीवन में, नहीं तो वो बस एक माया का जड़ पिण्ड है, जो जीवन में प्रवेश करने वाला है, ऐसों से बचना
धन्यवाद आचार्य जी ❤❤🙏
Pranaam Acharya ji 🙏❤
Always feeling so lucky because of your presence in my life as my Guru acharya ji 🙏
You are the best ❤️✨
आचार्य प्रशांत🔥
हमारे श्री कृष्णा है आचार्य जी🙏🏻🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤❤❤❤
न तो किसी के लिए जड़ बनों, और न ही किसी को ये इजाजत दो कि वो तुमको अपने जीवन में जड़ बना कर प्रवेश दे, नहीं तो जड़ जड़ा जड़ जड़ जड़ हो जाओगे
Hiiiii mere Guru dev... aapka gussa bhi bhut pyara h ❤❤❤❤
आचार्य प्रशांत जी को सुनने के बाद संसार को देखने का नज़ारा बादल है पहले संसार को भोग वस्तु कामनाएं के नजरिए से देखते हैं अब नहीं भोग वस्तु कामनाएं को छोड़ा चल जा रहा हूं उतना संसार अच्छा लगता है। हम संसार को जीतना भोग वस्तु से देखते हैं उतना ही दुःख पाते हैं
Bahan aap nhi mai khud bhi darti thi shi bole .😂😂😂😂 lekin ab nhi darrte h kyo ki ab mai shorts nhi full video dekhti hu❤❤❤
Mai guru ji ko approx पिछले 6 saal se sun rha hu mera jivan dhany ho gya. Mere me bhut changement aaya h
जड़ - जो सोच नहीं सकता वो जड़ (unconscious)
Good morning acharya ji
Such a lovely session प्रचुर ज्ञान हास्यप्रद के साथ ❤🙇🌄
हाँ, हमें कोई चाहिए स्पेशल
वो स्पेशल हमें खुद होना पड़ेगा।
और अगर आप ख़ुद स्पेशल नहीं हो सकते तो कोई Mr. Special/Miss Special ज़िंदगी में ले आओ, ज़िंदगी बे-रौनक ही रहेगी।
-आचार्य प्रशांत
Acharay ji sach me ab mujhe pta chal gya h ki mujhe kya chhiye h HM itne Dino se apni sun hi nhi rhe the bahari duniya me mast the lekin mujhe usme. Mja nhi ATA tha kyoki MERI caplibty Kuch or hi h . Apko Dil se thanku acharay ji ab se me Sirf khud se pyar krugi khud ki sunugi Jisko jaha Jana h Baha Jaye mere chetna ke level Ka koi bna hi nhi h Jo mujhe or badi chetna de . Ab se me khud pe hi Kam karugi khud ko hi best banugi ❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
गुरु जी आप की चरणों मे कोटि कोटि प्रणाम 🙏🚩❤️🕉️
Naman sir ❤❤❤
आचार्य श्री..........❤♥️
बदल दिया आपने मुझे ....❤🎉
📝 हम चेतना है जड़ नही।
और जड़ वो है जिसमे चेतना नही है।
✒️अधूरे जड़ में अधूरे जड़ को मिला दे, तो जो पूर्णता मिलेगी वो पूर्णता भी जड़ होगी।
🙇 वैसे ही बेचैन अधूरी चेतना को उच्चतम चेतना चाहिए पूर्णता के लिए। 📚💐
हमे अपना खालीपन मिटाने के लिए एक- दूसरे की बस देह ही दिखाई देती हैं ,हम भूल जाते हैं कि हमे कोई ऐसा चाहिए जो हमारी चेतना को ऊँचा उठाए 🙏🙏
जिंदगी में जड़ता को प्रवेश नहीं देना है,न पुरुष के शक्ल में न महिला के शक्ल में, और इंसान बहुत ख़तरनाक चीज होता है, वो जड़ भी हो सकता है, और चैतन्य भी हो सकता है,
ना किसी के लिए जड़ बनो, और ना किसी को इजाजत दो कि वह तुम्हें अपने जीवन में जङ बनाकर प्रवेश दे।
व्यक्ति हो या विषय पूर्णता नहीं दे सकते। उस ओर आगे बढ़ो को सत्य की ओर ले जाता हो। 🙏
बहुत हीं अद्भुत वक्तव्य❤❤❤
प्रश्नकर्ता के जैसी काफी हद तक समान कहानी रही मेरी भी फेसबुक पर आचार्य जी के वीडियो सजेशन आया था ....बात 2020 की है शायद जून के बाद की बात है ..लंबा वीडियो ही था सुना मैने..सुनती गई ..कुछ अलग लगा ..बाकी बहुत सारे लोगों को थोड़ा थोड़ा सुन रखा था ..मुनियों के प्रवचन सुना करते थें बचपन से धार्मिक माहौल भी था...शुरुआत में सर को एक दो दिन सुना ..फिर नही सुना ..ऐसा लगता था कोड़े पड़ रहे है ..हिम्मत नही होती थी पर फिर यूट्यूब पर सर्च किया फॉलो किया ...फिर सुनने लगी..तब भीं रोज नही सुनती थी ..पर जैसे जैसे बात मन के भीतर उतरने लगी .जीवन की जटिलता सुलझने लगी फिर रोज सुनने लगी...पूरा जीवन, सोच, समझ ,परिवर्तित हो गया..संस्था के सदस्य से भी बात हुई..बहुत सारी समस्याओं से लड़नें की शक्ति प्रदान कर दी सर..काश सर थोड़ा जल्दी जीवन में आ जाते...जीवन अलग होता
जितना आभार करूं उतना कम है 🙏🙏
Chetna ko aur badi Chetna chahiye
1. चेतना का खालीपन जड़ से नहीं मिटने वाला.
2. चेतना को चाहिए उससे ऊंची चेतना।
दोहा:- बँधा को बँधा मिले छुटे कौन उपाय
अगर पुरुष - पुरुष न रहे तो कोई स्त्री उसको छोड़ जाए & vice versa।
Love you sir
कोन कोन सच में archarya जी को सुनता है एक Like 😅करदो
ये पता कैसे करें कि हम सच्ची में पूरी तरह से आचार्य जी को ही सुने है??
Like mangne ka tarika 😂😂
जल में कुम्भ कुम्भ में जल है, बाहर भीतर पानी।
फूटा कुंभ जल जल ही समाया, यही सत्य कथ्यो ज्ञानी।।
जीवन में मरना भला, जो मरि जानै कोय |
मरना पहिले जो मरै, अजय अमर सो होय ||
आपको अपना खालीपन मिटाने के लिए अपने से ऊंची चेतना चाहिए।
What u need is more of urself
Not somebody else.
हम सब किसी ख़ास व्यक्ति की तलाश में रहते हैं न?
हां, हमें एक ख़ास व्यक्ति चाहिए वो व्यक्ति- हम हैं।
आप अपने ही उच्चतम रूप की तलाश में हो,
लेकिन आप सोचते हो, आप किसी अन्य व्यक्ति की तलाश में हो।
नहीं, आप अपनी ही तलाश में हो।
-आचार्य प्रशांत
❤
हाथों को मजबूत बनाइए और इनसे बड़ी बड़ी लड़ाइयां लड़िए!
धन्यवाद आपका ❤
🙏🙏
जड़ में जड़ जोड़ने से अगर कोई पूर्णता मिली तो वो पूर्णता भी जड़ ही होगी।
और जड़ से आपका पेट भरना नहीं, आप इंसान हो, चेतना हो आप।
-आचार्य प्रशांत
Acharay ji pranam 🙏🙏🙏🙏🙏
Inse बेहतरीन kon samjha सकता है ❤
❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
जो स्वयं को पूर्ण नहीं मानता पूरी तरह चेतन्य नहीं है,उसे ही किसी के साथ पूर्ण होने की उम्मीद होती है साथ रहो किसी के भी साथ पूर्ण चेतना के साथ यही आचार्य जी का मंतव्य है जो भी हो होश में हो।
Jay ho 🙏🧘🙏
नमन आचार्य जी 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Pronam pronam acharya ji
इंसान बड़ी खतरनाक चीज है वो जड़ भी हो सकता है चैतन्य भी।
❤❤❤❤❤❤
Satya ko swikar karne mein samay lagta hai pranam Aacharya ji
Good morning achrya ji pranam achrya ji Charan sparsh achrya ji 🎉
पूछ तो लो जो जिंदगी में आरहा वो तुम्हे किस नजर से देख रहा ❤️🧿🙄