I'm a Vaniya from Kerala.🥥🌴🪔 And we Worship Kannaki Devi as a Goddess not as a saint. Kannaki Devi burnt 🔥 entire Kingdom 👑 of Pandya🎏 within a single day. And there are many saints like Kaliya nainar, Murti nayanar, iyarpagai nayanar, Karaikal ammayiar etc..from our community. Palliyath Ambu was a viceroy of Kerala Varma Pazhassi Raja King . And Viceroy palliyath Ambu was also a Vaniya.🪔💸⚔️
@@nainrathore4680 aap dekho desh ke PM hai modi kitne MLA vidhayak hai teli cast ke tikat diye sb to thakur pandit ko tikat mil rha hai kuchh log me any biradari aap chake kr lo up me BJP sansad ummidvar name
4:10 Hey Maharaj mahendra Chandra Nandi is not from Teli caste he is from TILI CASTE.HIS SON RAJA SIRISH CHANDRA NANDI ALSO MENTIONED THAT IN HIS BOOKS THAT THEY ARE TILI AND TILI IS SEPERATE CASTE FROM TELI TELI= OIL TRADER,OIL PRESSERER AND TIL CHASA IM BENGAL WE CALL TELI AS A KOLU OBC. TILI= GENERAL CASTE IN ALL 0VER INDIA. ZAMINDAR,DIWAN AND SEA MERCHANTS. IF YOU DON'T KNOW ANYTHING THEN PLEASE DISPUTE MAT KARO ITIHAS CHOR BOLNA LAGENGA LOG TUMHA WARNA.
राजस्थान के पश्चिमी हिस्से में, मध्य प्रदेश ,उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात में मुस्लिम तेली रहते है वर्तमान में मुस्लिम तेली भारत के संपूर्ण हिस्सों में रहते है।
As a history student myself. I can just say, naman hai sir aap ke ghyan ko.. meri to saari 17 saal ki study miti me mil gei. Great history knowledge aap ke diye is ghyan ko leker m kha jaau kise sunau, I don't know. Mere to Dil ker rha hai ye video dhk ker ki, ye ancient history or modern history ki book ko Ganga ji me visarjit ker du. I myself am from Rajasthan, ye baat jaane me itna saal leg geye ki Rathore naam Nagaur ke Raaj Amer Singh ji se aaya hai. Baaki History books to Rao Shaji or Origin of Rathore from Rashtrakuta jhuta hi beta rhi. Hai . .. thanks for opening my eyes wide open 😅😂😂😂😂
राष्ट्रकूट कौन थे पहले ये पता करो राष्ट्रकूट , तुम लोगो का इतिहास किसने लिखा है कर्नल टॉड ने और उन्होंने राजपूत की उत्पत्ति लिखी है वो न मानोगे और राठौर एक उपाधि होती थीं जयचंद्र हमारे यहां के ही थे कन्नौज के और उनके सेनापति धनुआ तेली थे उन्हीं से राठौर हम तेलियों को मिला आज भी धनुआ तेली का किला अमेठी गौन्नौर मै है और हिस्ट्री स्टूडेंट बहुत है तुम ही अकेले नही हो और कन्नौज आओ दिखाते है राठौर तेली यहां राठौर का मतलब तेली ही होता है आकार कभी पूछ लेना और हिस्ट्री मै कुछ फिक्स नही है सभी इतिहासकार अपना मत देते हैं जो।सर्वमान्य होता है वो माना जाता हैं लेकिन वो गलत भी हो सकता हैं इसीलिए पहले पता करो राष्ट्रकूट कौन थे तुम लोग अपना ही इतिहास लिख रहे हो प्रथ्विराज चौहान ने muhhmand गौरी को।मारा लेकिन कभी पढ़ना उनको खोखर जाटों ने मारा था
Rastrakoot kaun the kya vo rajpoot the fake history kam padho vo sab anuman hai jaychndra ke parpote rao seeha ji ko bataya gya hai lekin jaychnadra ki jati hi confirm nhi hai , to history mai kuch confirm nhi hai rao seeha ji se rathore hua theek hai to ek videshi itihaskar ramdev rathore ka jikra karte hai 4th Sadi ke to tab bhi rathore the yani aadha history fake hai , rajpoot ki utpatti kaise hua ye bhi padh lo aur kitne kul ke aur kin jation ke logo ne milkar rajpoot jati banayi ye bhi padh lo koi sure nhi hai sab apne apne mat dete hai to telion ka mat yahi hai ki hum dhanua teli ke vansh se hai jinhe rathore upadhi mili samjhe
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@@vikasrathore77507 accha to tu bata rathore teli kahan se aaye up mp chattisgarh maharastra rajasthan gujrat mai rathore teli kahan se aye aur tu kaun si jati ka hai pahle ye clear kar phir tujhe history bataun ye bata dhanua teli ka itihas padha hai tune kabhi kyunki itihas unka likha hi nhi gya hai ye Jan shurti hai dhanua teli to chandrbardai usko chidhane ke liye likha hai kyunki vo prathviraj ke virrudh the
सतयुग दक्षराज वर्णाश्रम संस्कार। स्वाहा धर्माय स्वाह धर्म: पित्रे ।। यजुर्वेद संहिता। सनातन दक्ष धर्म संस्कार प्रसार के लिए और पूर्वजो के लिए आहूतियां समर्पित हैं ।
विश्व राष्ट्र राज धर्म = सनातन दक्ष धर्म । सतयुग दक्षराज वर्णाश्रम संस्कार। ब्रह्म = ज्ञान ब्रह्म वर्ण = ज्ञान शिक्षण विभाग। ब्राह्मण = ज्ञानी अध्यापक गुरूजन पुरोहित। मुख = ब्रह्मण बांह = क्षत्रिय पेटउदर = शूद्रण चरण = वैश्य। चरण चलाकर ही व्यापार वितरण वाणिज्य क्रय विक्रय ट्रांसपोर्ट वैशम वर्ण कर्म होता है। अध्यापक = ब्रह्मन, सुरक्षण = क्षत्रिन, उत्पादक = शूद्रन और वितरक = वैशन। चार आश्रम = ब्रह्मचर्य + गृहस्थ + वानप्रस्थ + यतिआश्रम। चार वर्ण = शिक्षण-ब्रह्म + सुरक्षण-क्षत्रम + उत्पादन-शूद्रम + वितरण-वैशम। राजसेवक/ दासजन = वेतनमान पर कार्यरत सेवाजन। पौराणिक वैदिक सनातन दक्षधर्म वर्णाश्रम संस्कार।
विश्व विद्वान द्विजनो ( स्त्री-पुरुषो) ! दिमाग उपयोग कर पोस्ट पढ़कर ज्ञान बढ़ाएं। 1- सदाचार स्वभाव द्वेष ईर्ष्याग्रस्त विचार व्यवहार संबंधित विषय अलग है , 2- व्रत उपवास अनुष्ठान पर्व त्योहार अलग विषय है , 3- भोजन-पानी खान-पान विषय अलग है, 4- चार वर्ण कर्म विभाग जीविकोपार्जन प्रबन्धन विषय अलग है और 5- विवाह सम्बंध संस्कार गोत्र वंश कुल अलग विषय है। पांचो विषय विधि-विधान नियम अलग अलग हैं पांचो विषय पर विश्लेषण बातचीत वार्तालाप अलग अलग समय काल अनुसार करनी चाहिए।
मित्रो! प्रिंट सुधार करवाएं । जब ब्रह्म शब्द में ण जोड़कर ब्रह्मण लिख कर प्रिंट करते हैं तो शूद्र शब्द मे ण जोड़कर शूद्रण लिखकर प्रिंट क्यों नहीं करते हैं? यजुर्वेद अनुसार शूद्रं शब्द में बङे श पर बङे ऊ की मात्रा लगाकर अंक की मात्रा बिंदी लगती है जिसके कारण शूद्रन शूद्रण शूद्रम लिख प्रिंट कर बोल सकते हैं। अत: ब्रह्म में जोड़कर ब्रह्मण लिखा करते हैं तो फिर शूद्र में भी ण जोड़कर शूद्रण लिखना प्रिंट करना चाहिए और शूद्रण ही बोलना चाहिए । अर्थात शूद्रण को उत्पादक निर्माता तपस्वी उद्योगण ही बोलना चाहिए। वैदिक शब्द शूद्रण, क्षुद्र, अशूद्र तीनो शब्दो का मतलब अलग अलग समझना चाहिए। चार वर्ण कर्म विभाग मे कार्यरत मानव जन ब्रह्मण-अध्यापक, क्षत्रिय-सुरक्षक, शूद्रण-उत्पादक और वैश्य-वितरक होते हैं तथा पांचवेजन इन्ही चतुरवर्ण में वेतनभोगी होकर कार्यरत जनसेवक नौकरजन दासजन सेवकजन होते हैं।
शूद्रं, क्षुद्र, अशूद्र तीनो वैदिक शब्दों के अलग अलग अर्थ हैं लेकिन लेखक प्रकाशक सही से अंतर को समझकर नहीं लिखते हैं इसलिए सामन्य जन भी नहीं समझते हैं।
कृपया पार्ट २/३/४ जो कुछ है उसको उपलब्ध किया जाए ! वैसे २०१९ मे ९ खासदार ( माजी खा. रामदास तडस ) थे और २०२४ में ७ खासदार विजयी होए है ! उसके पहले महाराष्ट्र मे कै. खा. कैशरकाकू क्षिरसागर - कै. शांताराम पोटदुखे थे! अभी महाराष्ट्र भाजपा प्रदेशाध्यक्ष आमदार चंद्रशेखर बावनकुळे - कॉग्रेस पक्ष के विरोधी पक्षनेता आमदार श्री. विजय वडेट्टीवार औंर ६ आमदार है!
मेरे प्रश्न के उत्तर दो। निष्पक्ष सोच अपनाकर दिमाग सदुपयोग कर - बताओ दस इंद्रिया जन्म हरएक मानव जन के अंदर होती हैं या नहीं ? बताओ मुख, बांह, पेट और चरण जन्म से हरएक मानव जन के होती हैं या नहीं? बताओ समाज में कम से कम चार वर्ण कर्म विभाग जैसे की शिक्षण-ब्रह्म, सुरक्षण-क्षत्रम, उद्योगण-शूद्रम और वितरण-वैशम वर्ण कर्म किए जीविकोपार्जन हो सकता है क्या? बताओ ज्ञान ब्रह्म वर्ण कर्म शिक्षण प्रशिक्षण आदान-प्रदान कर्म मुख के बिना हो सकता है क्या? बताओ ध्यान चौकीदार कर्म क्षत्रम वर्ण कर्म सुरक्षण कार्य बांह बिना होता है क्या? बताओ उत्पादन निर्माण उद्योग कर्म शूद्रम वर्ण कर्म ब्लड संतान उत्पन्न निर्माण उद्योग कर्म पेट के बिना होता है क्या? बताओ व्यापार वितरण ट्रांसपोर्ट वाणिज्य चरण पांव चलाए बिना होता है क्या? बताओ राजसेवक जनसेवक नौकरजन दासजन बिना वेतन भोजन दिये होता है क्या? सवालो के जवाब दाखिल करें जो चार वर्ण पांचजन सामाजिक प्रबन्धन का मतलब समझने में नाकाम साबित हो रहे हैं? धर्मनिरपेक्षता की बात करने वाले द्विजनो (स्त्री-पुरुषो) ! धर्म संस्कार विषय पर वार्तालाप करते समय - धर्म, अधर्म, आप्तधर्म, पुराणिक इतिहास और समय काल इन पांचो विषय पर बातचीत करनी चाहिए। पांचो परिस्थिति धर्म, अधर्म, आप्तधर्म, पुराणिक इतिहास और समय काल इन पांचविषय पर निष्पक्ष सोच रखकर विधान विज्ञान सम्मत मानव हित की करनी चाहिए। समय समय पर पैदा हुए साम्प्रदायिक पन्थगुरुओ का फालोअर भक्त होकर मत परिवर्तन करने जीने वालो को इन पांचो विषयों पर विश्लेषण करना चाहिए। जय विश्व राष्ट्र राज प्राजापत्य दक्ष धर्म सनातनम् । जय अखण्ड भारत। जय वसुधैव कुटुम्बकम् ।।ॐ।।
अबे भुर्जी कानू अंडू तुम्हारी क्या औकात ऐसा तो नहीं जब हलवाई को मिठाई बनाने के लिए तेली लोग तेल नही देते थे तब तुम साले उन्हे अपनी बेटे शादी के लिए देते थे।।
बहुत ही सुन्दर जानकारी जय श्री राम
बहुत ही शानदार एवम् सराहनीय प्रस्तुति भाई आप लगे रहो शुभकामनाएं।
तेली समाज के बारे बहुत अच्छी तरह जानकारी इस व्हिडीओ में दि गयी है बहुत बहुत धन्यवाद जय संताजी
जी धन्यवाद
Good bro
I'm a Vaniya from Kerala.🥥🌴🪔
And we Worship Kannaki Devi as a Goddess not as a saint. Kannaki Devi burnt 🔥 entire Kingdom 👑 of Pandya🎏 within a single day.
And there are many saints like Kaliya nainar, Murti nayanar, iyarpagai nayanar, Karaikal ammayiar etc..from our community. Palliyath Ambu was a viceroy of Kerala Varma Pazhassi Raja King . And Viceroy palliyath Ambu was also a Vaniya.🪔💸⚔️
Acha ❤
Jai teli samaj jindabad Gupta ji ❤❤❤
Aaj bhi teli hi raj kr rha h desh pr
Sapna dekh rhe ho kya bhai btao kaun teli raj kar rha aur kis kis jgh raj kr rhe hai
@SudhirGuptvanshi 👉Narendra Modi or rajsthan bjp Madan Rathore
@@nainrathore4680 aap dekho desh ke PM hai modi kitne MLA vidhayak hai teli cast ke tikat diye sb to thakur pandit ko tikat mil rha hai kuchh log me any biradari aap chake kr lo up me BJP sansad ummidvar name
Jai Ho teli samaj
Proud to be teli💪💪💪💪❤❤❤❤
Very nice 🇮🇳🧡💪🏻🔥👍🏻🙏🏻
Great knowledge brother keep growing 💗
Jai teli samaj jindabad ❤❤❤
जय श्री राम 🚩🚩🚩🚩
❤❤❤ good
जय तेली समाज कि ❤❤
Gupta ji jindabad ❤❤❤
❤❤ तेली समाज राठौर साहब
Teli From Chhattisgarh ❤
जय संताजी
तेली समाज महाराष्ट्र❤
❤❤Jay teli samaj ❤❤
❤❤❤ तेली समाज राठौर
State?
❤❤❤
जय साहू समाज
is there any historical book related to Teli samaj?
तेली समाज़ इतिहास एवम संस्कृति बुक ❤
चारकर्म = शिक्षण + शासन + उद्योग + व्यापार
चार वर्ण = ब्रह्म + क्षत्रम + शूद्रम + वैशम।
ब्रह्म वर्ण = ज्ञानी वर्ग।
क्षत्रम वर्ण = ध्यानी वर्ग।
शूद्रम वर्ण = तपसी वर्ग।
वैशम वर्ण = तमसी वर्ग।
1- अध्यापक चिकित्सक = ब्रह्मन
2- सुरक्षक चौकीदार = क्षत्रिय
3- उत्पादक निर्माता = शूद्रन
4- वितरक वणिक = वैश्य
पांचवेजन वेतनमान पर कार्यरत = दासजन सेवकजन राजसेवक ।
Super bro
4:10 Hey Maharaj mahendra Chandra Nandi is not from Teli caste he is from TILI CASTE.HIS SON RAJA SIRISH CHANDRA NANDI ALSO MENTIONED THAT IN HIS BOOKS THAT THEY ARE TILI AND TILI IS SEPERATE CASTE FROM TELI
TELI= OIL TRADER,OIL PRESSERER AND TIL CHASA
IM BENGAL WE CALL TELI AS A KOLU OBC.
TILI= GENERAL CASTE IN ALL 0VER INDIA. ZAMINDAR,DIWAN AND SEA MERCHANTS.
IF YOU DON'T KNOW ANYTHING THEN PLEASE DISPUTE MAT KARO ITIHAS CHOR BOLNA LAGENGA LOG TUMHA WARNA.
Jai teli sahu 👿 samaj ❤
Jai teli samaj
top bro
जय संतजी महाराष्ट्र❤
राजस्थान के पश्चिमी हिस्से में, मध्य प्रदेश ,उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात में मुस्लिम तेली रहते है वर्तमान में मुस्लिम तेली भारत के संपूर्ण हिस्सों में रहते है।
त्रिपुरा के वर्तमान मुख्यमंत्री माणिक साहा हैं, जो भारतीय जनता पार्टी से हैं।
समाज पर बहुत अत्याचार हुआ अब जागने का समय है सोने का कही
जय संताजी yogesh chaudhari from maharashtra
As a history student myself. I can just say, naman hai sir aap ke ghyan ko.. meri to saari 17 saal ki study miti me mil gei. Great history knowledge aap ke diye is ghyan ko leker m kha jaau kise sunau, I don't know. Mere to Dil ker rha hai ye video dhk ker ki, ye ancient history or modern history ki book ko Ganga ji me visarjit ker du.
I myself am from Rajasthan, ye baat jaane me itna saal leg geye ki Rathore naam Nagaur ke Raaj Amer Singh ji se aaya hai. Baaki History books to Rao Shaji or Origin of Rathore from Rashtrakuta jhuta hi beta rhi. Hai . .. thanks for opening my eyes wide open 😅😂😂😂😂
😂😂😂
राष्ट्रकूट कौन थे पहले ये पता करो राष्ट्रकूट , तुम लोगो का इतिहास किसने लिखा है कर्नल टॉड ने और उन्होंने राजपूत की उत्पत्ति लिखी है वो न मानोगे और राठौर एक उपाधि होती थीं जयचंद्र हमारे यहां के ही थे कन्नौज के और उनके सेनापति धनुआ तेली थे उन्हीं से राठौर हम तेलियों को मिला आज भी धनुआ तेली का किला अमेठी गौन्नौर मै है और हिस्ट्री स्टूडेंट बहुत है तुम ही अकेले नही हो और कन्नौज आओ दिखाते है राठौर तेली यहां राठौर का मतलब तेली ही होता है आकार कभी पूछ लेना और हिस्ट्री मै कुछ फिक्स नही है सभी इतिहासकार अपना मत देते हैं जो।सर्वमान्य होता है वो माना जाता हैं लेकिन वो गलत भी हो सकता हैं इसीलिए पहले पता करो राष्ट्रकूट कौन थे तुम लोग अपना ही इतिहास लिख रहे हो प्रथ्विराज चौहान ने muhhmand गौरी को।मारा लेकिन कभी पढ़ना उनको खोखर जाटों ने मारा था
Rastrakoot kaun the kya vo rajpoot the fake history kam padho vo sab anuman hai jaychndra ke parpote rao seeha ji ko bataya gya hai lekin jaychnadra ki jati hi confirm nhi hai , to history mai kuch confirm nhi hai rao seeha ji se rathore hua theek hai to ek videshi itihaskar ramdev rathore ka jikra karte hai 4th Sadi ke to tab bhi rathore the yani aadha history fake hai , rajpoot ki utpatti kaise hua ye bhi padh lo aur kitne kul ke aur kin jation ke logo ne milkar rajpoot jati banayi ye bhi padh lo koi sure nhi hai sab apne apne mat dete hai to telion ka mat yahi hai ki hum dhanua teli ke vansh se hai jinhe rathore upadhi mili samjhe
@@shivnandanrathore6713or jo tu dhanua teli peli ki baat ker rha hai uski history mai usne kahin bhi rathore word bhi use nhi Kiya hai isliye beta itihas churana band kero or yeh whatsapp university se gyan lena bhi band ker de
@@vikasrathore77507 accha to tu bata rathore teli kahan se aaye up mp chattisgarh maharastra rajasthan gujrat mai rathore teli kahan se aye aur tu kaun si jati ka hai pahle ye clear kar phir tujhe history bataun ye bata dhanua teli ka itihas padha hai tune kabhi kyunki itihas unka likha hi nhi gya hai ye Jan shurti hai dhanua teli to chandrbardai usko chidhane ke liye likha hai kyunki vo prathviraj ke virrudh the
🚩🌞🌄🔥🐂🐎🎇अलख निरंजन ll🕉️नमो आदेश ll🔔📣
छत्तीसगढ़ के तेली है ,हम।।🙏❤
🙏🌹🙏
Jay teli samaj
जय गुप्तवंशी जय तेली समाज ✨👑🚩
Jay ho Teli samaj
I have great proud 🌹
सतयुग दक्षराज वर्णाश्रम संस्कार।
स्वाहा धर्माय स्वाह धर्म: पित्रे ।। यजुर्वेद संहिता।
सनातन दक्ष धर्म संस्कार प्रसार के लिए और पूर्वजो के लिए आहूतियां समर्पित हैं ।
विश्व राष्ट्र राज धर्म = सनातन दक्ष धर्म ।
सतयुग दक्षराज वर्णाश्रम संस्कार।
ब्रह्म = ज्ञान
ब्रह्म वर्ण = ज्ञान शिक्षण विभाग।
ब्राह्मण = ज्ञानी अध्यापक गुरूजन पुरोहित।
मुख = ब्रह्मण
बांह = क्षत्रिय
पेटउदर = शूद्रण
चरण = वैश्य।
चरण चलाकर ही व्यापार वितरण वाणिज्य क्रय विक्रय ट्रांसपोर्ट वैशम वर्ण कर्म होता है।
अध्यापक = ब्रह्मन,
सुरक्षण = क्षत्रिन,
उत्पादक = शूद्रन और
वितरक = वैशन।
चार आश्रम = ब्रह्मचर्य + गृहस्थ + वानप्रस्थ + यतिआश्रम।
चार वर्ण = शिक्षण-ब्रह्म + सुरक्षण-क्षत्रम + उत्पादन-शूद्रम + वितरण-वैशम।
राजसेवक/ दासजन = वेतनमान पर कार्यरत सेवाजन।
पौराणिक वैदिक सनातन दक्षधर्म वर्णाश्रम संस्कार।
😂😂😂😂 teri alag he kahani chal rahi hai… sudhr sirf dalit hai hai.. obc caste vaish varn ki jatiya hai😂😂
Wah anladh aadmi 😮
Jai maa devi karma , sahu ji maharaj
Teli ekta jindabad ❤❤❤❤
Teli samaj jindabad ❤️
विश्व विद्वान द्विजनो ( स्त्री-पुरुषो) !
दिमाग उपयोग कर पोस्ट पढ़कर ज्ञान बढ़ाएं।
1- सदाचार स्वभाव द्वेष ईर्ष्याग्रस्त विचार व्यवहार संबंधित विषय अलग है ,
2- व्रत उपवास अनुष्ठान पर्व त्योहार अलग विषय है ,
3- भोजन-पानी खान-पान विषय अलग है,
4- चार वर्ण कर्म विभाग जीविकोपार्जन प्रबन्धन विषय अलग है और
5- विवाह सम्बंध संस्कार गोत्र वंश कुल अलग विषय है।
पांचो विषय विधि-विधान नियम अलग अलग हैं पांचो विषय पर विश्लेषण बातचीत वार्तालाप अलग अलग समय काल अनुसार करनी चाहिए।
Teli samaj jindabad malik
Har har mahadev 🙏
Teli ekta jindabad
Teli caste the highest in everything among all brhammin non brhammin community in every country..
तेली एकता जिंदाबाद जिंदाबाद
Tali samaj jay jagannath
Gupta ji kanu haluaai ko kha jata hai
Baba nayak bihar Jharkhand BANGAL ODISAA ❤❤❤
मित्रो! प्रिंट सुधार करवाएं ।
जब ब्रह्म शब्द में ण जोड़कर ब्रह्मण लिख कर प्रिंट करते हैं तो शूद्र शब्द मे ण जोड़कर शूद्रण लिखकर प्रिंट क्यों नहीं करते हैं?
यजुर्वेद अनुसार शूद्रं शब्द में बङे श पर बङे ऊ की मात्रा लगाकर अंक की मात्रा बिंदी लगती है जिसके कारण शूद्रन शूद्रण शूद्रम लिख प्रिंट कर बोल सकते हैं। अत: ब्रह्म में जोड़कर ब्रह्मण लिखा करते हैं तो फिर शूद्र में भी ण जोड़कर शूद्रण लिखना प्रिंट करना चाहिए और शूद्रण ही बोलना चाहिए । अर्थात शूद्रण को उत्पादक निर्माता तपस्वी उद्योगण ही बोलना चाहिए।
वैदिक शब्द शूद्रण, क्षुद्र, अशूद्र तीनो शब्दो का मतलब अलग अलग समझना चाहिए।
चार वर्ण कर्म विभाग मे कार्यरत मानव जन ब्रह्मण-अध्यापक, क्षत्रिय-सुरक्षक, शूद्रण-उत्पादक और वैश्य-वितरक होते हैं तथा
पांचवेजन इन्ही चतुरवर्ण में वेतनभोगी होकर कार्यरत जनसेवक नौकरजन दासजन सेवकजन होते हैं।
संगम लाल गुप्ता जी को भूल गए प्रतापगढ़ सांसद
शूद्रं, क्षुद्र, अशूद्र तीनो वैदिक शब्दों के अलग अलग अर्थ हैं लेकिन लेखक प्रकाशक सही से अंतर को समझकर नहीं लिखते हैं इसलिए सामन्य जन भी नहीं समझते हैं।
Sahu samaj ki jay
Shree Rakesh Rathore is my phupa ji
Really,❤
कृपया पार्ट २/३/४ जो कुछ है उसको उपलब्ध किया जाए ! वैसे २०१९ मे ९ खासदार ( माजी खा. रामदास तडस ) थे और २०२४ में ७ खासदार विजयी होए है ! उसके पहले महाराष्ट्र मे कै. खा. कैशरकाकू क्षिरसागर - कै. शांताराम पोटदुखे थे! अभी महाराष्ट्र भाजपा प्रदेशाध्यक्ष आमदार चंद्रशेखर बावनकुळे - कॉग्रेस पक्ष के विरोधी पक्षनेता आमदार श्री. विजय वडेट्टीवार औंर ६ आमदार है!
Jald hi❤
Teli samaj jindawad
क्रोध में आंखे लाल होती हैं जीभ अंदर होती है इसलिए चेहरे में जीभ अंदर रखकर मूर्ती चित्र बनाकर सुधार करना चाहिए।
मेरे प्रश्न के उत्तर दो।
निष्पक्ष सोच अपनाकर दिमाग सदुपयोग कर -
बताओ दस इंद्रिया जन्म हरएक मानव जन के अंदर होती हैं या नहीं ?
बताओ मुख, बांह, पेट और चरण जन्म से हरएक मानव जन के होती हैं या नहीं?
बताओ समाज में कम से कम चार वर्ण कर्म विभाग जैसे की शिक्षण-ब्रह्म, सुरक्षण-क्षत्रम, उद्योगण-शूद्रम और वितरण-वैशम वर्ण कर्म किए जीविकोपार्जन हो सकता है क्या?
बताओ ज्ञान ब्रह्म वर्ण कर्म शिक्षण प्रशिक्षण आदान-प्रदान कर्म मुख के बिना हो सकता है क्या?
बताओ ध्यान चौकीदार कर्म क्षत्रम वर्ण कर्म सुरक्षण कार्य बांह बिना होता है क्या?
बताओ उत्पादन निर्माण उद्योग कर्म शूद्रम वर्ण कर्म ब्लड संतान उत्पन्न निर्माण उद्योग कर्म पेट के बिना होता है क्या?
बताओ व्यापार वितरण ट्रांसपोर्ट वाणिज्य चरण पांव चलाए बिना होता है क्या?
बताओ राजसेवक जनसेवक नौकरजन दासजन बिना वेतन भोजन दिये होता है क्या?
सवालो के जवाब दाखिल करें जो चार वर्ण पांचजन सामाजिक प्रबन्धन का मतलब समझने में नाकाम साबित हो रहे हैं?
धर्मनिरपेक्षता की बात करने वाले द्विजनो (स्त्री-पुरुषो) !
धर्म संस्कार विषय पर वार्तालाप करते समय - धर्म, अधर्म, आप्तधर्म, पुराणिक इतिहास और समय काल इन पांचो विषय पर बातचीत करनी चाहिए।
पांचो परिस्थिति धर्म, अधर्म, आप्तधर्म, पुराणिक इतिहास और समय काल इन पांचविषय पर निष्पक्ष सोच रखकर विधान विज्ञान सम्मत मानव हित की करनी चाहिए।
समय समय पर पैदा हुए साम्प्रदायिक पन्थगुरुओ का फालोअर भक्त होकर मत परिवर्तन करने जीने वालो को इन पांचो विषयों पर विश्लेषण करना चाहिए।
जय विश्व राष्ट्र राज प्राजापत्य दक्ष धर्म सनातनम् । जय अखण्ड भारत। जय वसुधैव कुटुम्बकम् ।।ॐ।।
Gandhi jati ka history batia
Is me puri jankari galat hai sunkar hasi aa rhi hai
Mahan aadmi kisi jaati k nahi hota
Bhai par Rathore toh rajput hote hai na
तेली भी होते है❤
राठौर और राठोङ में अंतर है भाई
Raja bhama sah jain the
Fir bhi obc wah
rathore sabd rast kut sbda se bna hua hai rathore ldbne ki kla me mahir hote the rayhore chtriye hai sare
Pahle teli ka nhi bikta tha to vo apni beti ko chone ke liye haluai ko deta tha jiske badle haluai uske tel ko leta tha
अबे भुर्जी कानू अंडू तुम्हारी क्या औकात ऐसा तो नहीं जब हलवाई को मिठाई बनाने के लिए तेली लोग तेल नही देते थे तब तुम साले उन्हे अपनी बेटे शादी के लिए देते थे।।
Kya hului ko deta tha
बड़ा जल्बा है यार तेली समाज का आज पता चला , शरू से लेकर आज तक सबसे ऊंचे पद तो यही ले रखे है, बाकी लोग तो झूठ मूठ भौकाल दिखा रहे हैं।
teli smaj nai khai b tel mla hai 😅
पहले लिखना सीख ले कहना क्या चाहता है
जय संताजी
जय संताजी