नौबौद्ध यहां बोलेंगे पाली पाली निलचट्टो पहले इन संस्कृत नाम को बदलो अपने भगवान बुद्ध के 1.सिद्धार्थ (संस्कृत) गौतम 2. शुद्धोधन (संस्कृत) बुद्ध के पिता 3.यशोधरा (संस्कृत) बुद्ध की पत्नी 4.राहुल (संस्कृत) बेटा 5.माया (संस्कृत) बुद्ध की माँ 6. सुंदरी नंदा (संस्कृत)बुद्ध की बहन
@@MODIYOGI-s7q ये निलचट्टो को बात है जो बोलते है सत्य यही है और उनका नाम संस्कृत से ही आया है सिद्धार्थ खुद वेद की निंदा की तो अगर तब संस्कृत नही था सनातन धर्म नही था तो किस वेद का विरोध किया था वो
Itni mirchi lag jaati he sach sunke narangi chadi ko tum to ved likh ni paate the sab sunke hazaro salo se aye ho to jinhone tumse hazaro saal pahle likhna pdna shuru kiya unse itni nafrat achhi ni h 😂😂😂😂😂😂
@@MASTERrajan पूरे अफगानिस्तान लेबनान इंडोनेशिया से हरे कीडे खा गए जिसका खुद इतिहास है में लिखे है तुर्को ने उसको आंख मूंद के अपने ही बाप के पीछे पड़े है निलचट्टे गौतम भी शर्मिंदा है तुमसे क्योंकि गौतम वेद के गलत व्याख्या का आलोचना किये और जब वेद था तब ही तो आलोचना किये दलाई लामा से भी बड़े बने फिर रहे हरे टिड्डे निलचट्टे बनके जिनका काम है भोंकना भोकते रह चल निकल 😁😁😁😁😁
Bhai tabhi to jyada murkh log hai desh me aur jyada bhemte log murkh hai jo sirf jaise taise karke naukri Lena chahte hai baki desh se aur gyan se koi matlab nahi hai
महेश बोधिसत्व थे और चौथी शताब्दी में बौद्ध धर्म के पालन करने वाले राजा थे बौद्ध स्तूप है Chauthi Shatabdi mein क्लासिक संस्कृत आई नहीं थी बुद्धिस्ट ने ही पाली हाइब्रिड संस्कृत सबसे पहले बनाया था जो नालंदा यूनिवर्सिटी का इंटरनेशनल भाषा थी
तुम बौद्ध लोग सपना बहुत देखे मगर यह सपने कभी हकीकत में नहींआ सकते अशोक से पहले लगभग हर राजा सनातन हिंदू ही थे कुछ राजा गौतम बुद्ध जी की इन्फ्लुएंस में आए और बौद्ध बन गए और उससे पहले वैदिक काल था तुम मानो या ना मानो तुम खुद सोच कर देखो अगर 1% बौद्ध समुदाय की आबादी वैदिक काल को नहीं मानती है तो इससे कोई फर्क पड़ता है हमें 80% हिंदुओं को इससे कोई भी फर्क नहीं पड़ता है 😂😂
पहले तो खुद जानकारी लो फिर दूसरों को दो...आज जो संस्कृत है वो क्लासिकल संस्कृत है जिसकी लिपि देवनागरी है जो 10 वी सदी के बाद आई है और उसके पहले की ब्रह्मी लिपि वाली संस्कृत बुद्धिस्ट हाइब्रिड संस्कृत है जो पाली भाषा से संस्कारित होते हुए लगातार समय के साथ बदल रही थी...हिंदुओं के सारे ग्रंथ कागज पे क्लासिकल संस्कृत में मुगलों के समय से लिखे जाने लगे...कश्मीर किसी समय बुद्धिज़्म का महत्वपूर्ण गढ़ रहा है जहां बौद्धों की चौथी संगीति हुई थी।
टिप्पणी करने के पूर्व थोड़ा-बहुत पढ़ाई कर लें । संस्कृत भाषा ऋग्वेद के समय से तो है ही । ऋग्वेद का समय सरस्वती नदी के समय का है । अर्थात् 2200 ईसापूर्व के पहले । वैदिक संस्कृत तथा लौकिक संस्कृत के व्याकरण लगभग एक ही हैं । कुछ छोटे अन्तर हैं । अन्तर मुख्यतः शब्द भण्डार में है । उदाहरण के लिये रत्नों के लिए एक शब्द रक का प्रयोग होता है । लौकिक संस्कृत का समय भी 1,000 ईसापूर्व से मानना चाहिए क्योंकि पाणिनि पांचवीं शताब्दी ईसापूर्व में हुए थे । पाणिनि के पहले ही यास्क के निरुक्त , लगध के ज्योतिष शास्त्र , महाभारत तथा सुश्रुत संहिता की रचना हो चुकी थी । ये सभी ग्रन्थ लौकिक संस्कृत में हैं । इन ग्रन्थों के बहुत पूर्व ऋक्ष प्रातिशाख्य तथा तैत्तिरीय प्रातिशाख्य की रचना हो चुकी थी । इन दोनों में हमें सबसे पहले ब्राह्मी लिपि की अक्षरमाला की योजना मिलती है । वस्तुतः ऋग्वेद के समय ही संस्कृत भाषा का परिष्कृत रूप स्थापित हो चुका था । किन्तु लिपि का विकास धीमा था । हड़प्पा से प्राप्त लेख भी संस्कृत में ही हैं । किन्तु लिपि का विकास नहीं हुआ था । टवर्ग तथा तवर्ग में लिखने में भेद नहीं था । मात्रा चिह्न नहीं थे । ब्राह्मी तथा अन्य लिपियों का विकास समान्तर ही हुआ । बख्शाली पाण्डुलिपि से ज्ञात होता है कि प्रथम शताब्दी भारतीय लिपियां अपनी वर्तमान स्थिति को लगभग प्राप्त कर चुकी थीं । उस समय भी भारत में 50 से अधिक लिपियां थी । सभी की योजना तैत्तिरीय प्रातिशाख्य पर आधारित थीं । प्राचीन भारत की लिपियों की एक सुची बुद्ध की जीवनी पर आधारित ग्रन्थ " ललित विस्तार " में दी गयी है ।
@@drashokkumar9209 vedic sabhyata ka saboot kaha hai ?? saraswati kaha hai saboot do ? bas kahi likha hai maan liya jaye waise lakeer ke fakir tum honge .
संस्कृत बहुत पहले से है, देवनागरी,ब्राह्मी, प्राकृत,शंख लिपि(अब लुप्त) आदि लिपि भी रहे हैं। हमारे समय में ब्राह्मी एवं प्राकृत लिपियों को भी पढ़ने की व्यवस्था थी, बिहार में लेकिन higher classes में।
@@pushpeshsumanjai Chhota Bhim wale kharostee lipi hai na ki bhasha aur Vedas ko pehle bhasha aur chhandas bola jata tha na ki sanskrit.. sanskrit baad ki classical Sanskrit ko bola gaya..
Aajkal log hindi bhi Roman me likhte hain Esme kya ho gya esly padha likha karo kisi bhi bhasa ko kisi bhi lipi me likha ja skta hai. Aur budhist sanskrit kha se a gya.
Budha -2500 saal Christian -2000 saal Islam -1400 saal Sanatan - ka koi specific date nhi Prr science aur history maanta hai ki 10,000 saal se bhi purana🎉
Whatever evidence you get on our Bharath , all these will be discarded by our converted people, congress , SP, and all these so called intellectual people and our SC . These converted people accept only words of Madani, Owasi, who speak all rubbish on India....so now is the time for our hindu community to show unity to save our ancient cultures, dharma etc....jai hind
Hindu shabd iraniyo ne diya,magar baat sanskrit bhasa ki baat ho rhi hai...or bhai aaj is dharm ko hindu kaha jata hai,is samay vaidik, sanatan,aajiwak any naam se bulate honge jaha jaha naam ka baat aaaye budh ko ghused doge or proof maango.bhale khud na de pao,
हमारा इतिहास हिंदू, मुस्लिम संघर्ष से शुरू होता है इस कारण सही इतिहास तक नजर जाती ही नही है क्योकि हमारे ग्रंथ ही सस्कृत ओर देवनागिरि भाषा में है 😁पाली ओर ब्रहमी या धमलिपि के बारे मे जानने की रुचि ही नही है यह सब तो बाद मे खुदाई में निकल रहा है
Very unfortunate that your channel is giving wrong information . How an inscription written in Brahmee lipi could be from a Sanskrit ...??? It is a clear distortion of the history..
भाषा पर कोई कॉपीराइट होता है...क्या...😂😂 चोमु गबार 😂 अनपढ़ 😂 भासा तो.... समुदाय की होती है ...भाषा कब से बौद्ध हो गई ....तुम जैसे जाहिल किस स्कूल से पढ़ कर निकलते हैं 😂😂
Bhai tum logo ko padne nhe deya tha hinduo ne tum logo ko padne nhe aata tha 😂😂😂 abb copy paste kar ke apne alag history kyo bna rhe ho , thumare dalit leader ne bola tha sanskrit is for upper class 😂😂 😂😂
It feels like she's not teaching but reading the news. So poorly framed sentences. *I think she hardly knows anything about our ancient culture and history.*
@@VeerChauhan-j1uभाई इन लोगो ने प्रोपोगंडा फैला रखा कि संस्कृत सिर्फ देवनागरी लिपि में ही लिखा जा सकता है किसी दूसरी लिपि में संस्कृत नहीं लिखी जा सकती
Sanskrit ko devanagari lipi me 8bi- 9bi Shatabdi me likha gaya tha usse pahle Sanskrit gupta, siddham , granth,vatteluttu, pallav,sharda,kharosthi ,brahami aur bhi bahut se lipiyo me likha jaa chuka hai sabse parchin brahami lipi me mila hai jo 3500-4000 saal purana hai par Sanskrit bhasha aur bhi jayda purana hai jo alag alag samy par alag alag lipiyo me likha gaya hai
हम भारतीय भाषा और लिपि को विलुप्त करने में नोबेल पुरुस्कार के योग्य है, स्वतंत्रता पश्चात् भारतीय सरकार ने संस्कृत की बलि चढ़ा दी, अब हिंदी की देवनागरी लिपि की. मुझे आशा करते हैँ कि देवनागरी मे लिखें अभिलेख पढ़ने के लिएभविष्य मे किसी विदेशी को ही बुलाना होगा. शासकवर्ग पूरी तरह से उत्तरदायी हैँ.
हिन्दू शब्द का उल्लेख कई पुराणों में मिलता है, जैसे कि भविष्य पुराण, अग्निपुराण, और वायु पुराण. इसके अलावा, हिन्दू शब्द का उल्लेख इन ग्रंथों में भी मिलता है: बार्ह-स्पत्य शास्त्र बृहत् संहिता बृहस्पति आगम कवि कोश राम कोश मेदिनी कोश शब्द कल्पद्रुम मेरूतंत्र पारिजात हरण नाटक
@@Prdp_1 पाली, पाकित से संस्कृत बनी है ।संस्कृत का मतलब संस्कारित होता है ।पाली पाकिट का संस्कारित रूप संस्कृत है । जिस भाषा की खुद की लिपि नहीं होती उसे भाषा नहीं बोली कही जाती है ।संस्कृत की कोई लिपि नहीं है ।उसे दूसरी भाषाओं की लिपि का सहारा लेना पड़ता है ।
आप को इस जम्बूदीप की भूमि पर संस्कृत का अभिलेख की बात करते हो लेकिन चौथी सदी में कोई हिंदू धर्म भी नहीं था और जो इस समय जो भी राजा थे वह बुद्धिस्ट राजा थे नहीं था
ये गुप्त वंशकाल का है न कि मौर्य काल का। मौर्य काल ईसा पूर्व का था और तब कोई संस्कृत अभिलेख नहीं मिला है। चौथी शताब्दी में संस्कृत का प्रचलन था और ब्राह्मी लिपि में था। तब देवनागरी नहीं आई थी।
You can't write Sanskrit in Brahmi script. ब्राह्मी लिपि में और संस्कृत यह बकवास है। दिवास्वप्न है। संस्कृत की ध्वनियां जैसे ऐ ओ ऋ लृ क्ष श स त्र तथा इनकी मात्रा वाले अक्षर,आधे अक्षर ,र के विभिन्न रूप लिखे ही नहीं जा सकते।
जब वो ब्राह्मी मैं तो पाली भाषा मैं ही हो सकता हैं क्योंकि पाली या ब्राह्मी मैं संस्कृत बन नहीं सकती अब asi वाले घटिया मानसिकता के लोगों का खेल उजागर हो गया है हर भारतीय यह जानता है जो निष्पक्ष हैं
मोहतरमा IAS लेवल की तैयारी आप पूरा गलत करा रही हैं| माना की आप ब्राह्मणवाद मानसिकता से ग्रस्त हैं पर शिक्षा आपको सही देनी चाहिए और नहीं आती तो पहले खुद शिक्षित हो ले।
@@y1.5 achha aur iss gapp ka kya evidence hai??😂fir Ashok ke kalsi inscription me kaise pet fata wala sha likha hai?? Ashok ke Pakistan ke shabajgadi inscription me kaise brahmano likha hai??
Sanskrit ko devanagari lipi me 8bi- 9bi Shatabdi me likha gaya tha usse pahle Sanskrit gupta, siddham , granth,vatteluttu, pallav,sharda,kharosthi ,brahami aur bhi bahut se lipiyo me likha jaa chuka hai sabse parchin brahami lipi me mila hai jo 3500-4000 saal purana hai par Sanskrit bhasha aur bhi jayda purana hai jo alag alag samy par alag alag lipiyo me likha gaya hai
Bina research ke kuch mat bola karo, sara fake padhai ho rahi hai. Wo abhilekh ka paper bhi to nikala hoga. Na hindu na sanatani wo hybrid sanskrit hai ref. Fahiyan when sang inki diaries me likha hua hai. Inhone travel kiya tha india me.
Kya fekte ho madam sunscrit ki lipi devanagari he. Or brami ya dhumma lipi prackrit ya pali prackrit bhasa ki lipi he Samrat Ashok ke shilalekh issi bhasa me he. 4 sadime Hindu ya sunscrit Nam astitava me hi nahi the.
@@rajpratapsingh9271 मुझे पता ही था तुम ये पूछोगे। तो सुनो... एक नहीं 14 स्तूपों में बुद्ध की अस्थियां मिली है। और सब का DNA जांच सेम है। अभी रामग्राम स्तूप की खुदाई हो रही है। जिसमें प्रारंभिक अस्थि विभाजन का 8 वा हिस्सा है। इतिहास जो होता है आस पास के देशों तक फैलता है। गपोड एक ही देश तक सीमित रहती है। बताओ भारत से बाहर कोई ये कहता है क्या की मैं राम के देश से आया हु? बाहर कोई राम कृष्ण को जानता ही नहीं। श्रीलंका में भी कोई ना राम को जानता है ना रावण को। श्रीलंका नाम भी 30/40 साल पुराना है। टूरिज्म को बढ़ाने के लिए हमारे सामने सीलोन का श्रीलंका हुआ। वहां एक पहाड़ पर सीमेंट से बड़ा पैर का निशान बनाया गया और बोला गया कि ये हनुमान के पैर का निशान है। बुद्ध पैदल ही पूरी दुनिया में पहुंच गए और तुम्हारे उड़ने वाले देवी देवता भारत में ही रह गए। थोड़ा रैशनल बन के सोचो। कोई बंदर सूरज कैसे खा सकता है भाई??? और सारे देवता बस भारत में ही क्यों जन्म लेते है? शरीर के मैल से गणेश कैसे बन सकता है? मिट्टी के घड़े से कैसे कोई पैदा हो सकता है? बताओ
Sabse pahle madam aapane Hindu Raja bola Hindu kab Se likhane Lage log pahle isko bare mein Janna jaruri hai Buddhist abhilekhon ko aap log Hindu Hindu karke chillate hue din bhar
कोई भी बौद्ध किस समुदाय से बौद्ध बना था वह हिंदू ही था जिसे सनातन आज कह रहे है उस समय हिंदू को जाति विशेष से जानते थे
@@SarojBharti-k9i हिन्दू कौन से ग्रंथ में लिखा है
नौबौद्ध यहां बोलेंगे पाली पाली निलचट्टो पहले इन संस्कृत नाम को बदलो अपने भगवान बुद्ध के
1.सिद्धार्थ (संस्कृत) गौतम
2. शुद्धोधन (संस्कृत) बुद्ध के पिता
3.यशोधरा (संस्कृत) बुद्ध की पत्नी
4.राहुल (संस्कृत) बेटा
5.माया (संस्कृत) बुद्ध की माँ
6. सुंदरी नंदा (संस्कृत)बुद्ध की बहन
Bhai Thora jankari lekar bolo .
Aap ham ye Jo naam Bata rahe ho ye Sanskrit me bolted Hao.
Lekin abhilekho me uchharar Sanskrit me nhi milta.
@@MODIYOGI-s7q ये निलचट्टो को बात है जो बोलते है सत्य यही है और उनका नाम संस्कृत से ही आया है
सिद्धार्थ खुद वेद की निंदा की तो अगर तब संस्कृत नही था सनातन धर्म नही था तो किस वेद का विरोध किया था वो
@@MODIYOGI-s7q वो अक्षर पाली भाषा ब्राम्ही लिपि में है इसीलिए कह रहे उनका नाम संस्कृत में मत लो पाली में बोलो और पाली में लिखा😂
Itni mirchi lag jaati he sach sunke narangi chadi ko tum to ved likh ni paate the sab sunke hazaro salo se aye ho to jinhone tumse hazaro saal pahle likhna pdna shuru kiya unse itni nafrat achhi ni h 😂😂😂😂😂😂
@@MASTERrajan पूरे अफगानिस्तान लेबनान इंडोनेशिया से हरे कीडे खा गए जिसका खुद इतिहास है में लिखे है तुर्को ने उसको आंख मूंद के अपने ही बाप के पीछे पड़े है निलचट्टे
गौतम भी शर्मिंदा है तुमसे क्योंकि गौतम वेद के गलत व्याख्या का आलोचना किये और जब वेद था तब ही तो आलोचना किये
दलाई लामा से भी बड़े बने फिर रहे हरे टिड्डे निलचट्टे बनके जिनका काम है भोंकना भोकते रह
चल निकल 😁😁😁😁😁
Is par sanatan samiksha channel pr bahut achchha video milega 🙏
@@Agani5 सनातन समीक्षा चैनल काल्पनिक कहानियों व किताबों के आधार पर चर्चा करता है
@@ramchandshakya2282 wo primary reference deke baat karta hai..bhi mte channels jaise sadakchap reference nahi deta..
Maidan Bata tahi Hao brachiosaurus lipi ye kya hai
@@ramchandshakya2282 wo toh primary reference deke baat karta hai, gajputo ke jaise fake wale nahi
Sanatan samiksha jhutha channel h jhuth failata h...
शिव लिंग् पूजा प्राचीन काल से चली आ रही हैं इनमे कोई संदेह नहीं भाषा कोई भी हो पर पूजन हमेशा शिवलिंग और योनि माता का ही होता रहा है
😂😂😂😂
एक गुरु की सबसे ज्यादा इज्जत सनातन में सिर्फ एक क्षत्रिय ही कर सकता है
Aisa nhi hai bhai ....
Agar guru ghantal nikl jay to...
बो तो आज सबको दिख रहा है क्षत्रिय कितनी इज्जत कर रहे है अपने गुरु की ....😅😅
अच्छा 😂😂
एकलव्य जो सम्मान गुरु को दिया उसका कोई ओर उदाहरण नहीं लेकिन ऐसा नीच गुरु का भी कोई उदाहरण नहीं😂
Aascharya hota hai etne achhe education platforms ko etne kam log subscribers aur viewers hain aur hamare desh me nachaniya logo ke etne fallowers 😢😢
Bhai tabhi to jyada murkh log hai desh me aur jyada bhemte log murkh hai jo sirf jaise taise karke naukri Lena chahte hai baki desh se aur gyan se koi matlab nahi hai
Saare log inki tarah zahrile thode hi na hai teacher hoker ek community k baare me hate failate hain
@royalgamersaleem3073 nachaniya aur galiyan bakne walon ka kya ??
@royalgamersaleem3073 aur enhone kon si community ke bare me galat bola ??
@@atulsharma-wb5ts mai is channel ki baat kar Raha hu pura ka pura channel hi aisa hai inka to maine pahla video dekha ye
Very good information.
महेश बोधिसत्व थे और चौथी शताब्दी में बौद्ध धर्म के पालन करने वाले राजा थे बौद्ध स्तूप है Chauthi Shatabdi mein क्लासिक संस्कृत आई नहीं थी बुद्धिस्ट ने ही पाली हाइब्रिड संस्कृत सबसे पहले बनाया था जो नालंदा यूनिवर्सिटी का इंटरनेशनल भाषा थी
Panini ne 700 esa purv me hi classical Sanskrit introduction kiya tha
@@krishnamohan8456 ye dekho bhi mto ki comedy 😂
बोध नास्तिक होते है तो ब्रह्मा महेश इन्द्र केस कोई फिरकी ले रहा है तेरा 😂😂
तुम बौद्ध लोग सपना बहुत देखे मगर यह सपने कभी हकीकत में नहींआ सकते अशोक से पहले लगभग हर राजा सनातन हिंदू ही थे कुछ राजा गौतम बुद्ध जी की इन्फ्लुएंस में आए और बौद्ध बन गए और उससे पहले वैदिक काल था तुम मानो या ना मानो तुम खुद सोच कर देखो अगर 1% बौद्ध समुदाय की आबादी वैदिक काल को नहीं मानती है तो इससे कोई फर्क पड़ता है हमें 80% हिंदुओं को इससे कोई भी फर्क नहीं पड़ता है 😂😂
Aap ka content aur aapki aawaz bahut achhi hai plzz pronunciation pr dhyan de jaise Siva nhi Shiva ....
अशोक के अभिलेख तीसरी शताब्दी के नहीं बल्कि तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व के हैं।
😂😂अशोक का दादा ही 321 ई० पूर्व का है क्या अशोक डायरेक्ट अपने दादा से पैदा होते ही राजा बन गया था😂😂
@@विश्र्वकर्माजीबुध ने ऐसा किया हो 😂😂
@@विश्र्वकर्माजी Abe 232 bc ka ashok ka janam he to usko 3rd century bc bolte he Jake thoda padai kar
पहले तो खुद जानकारी लो फिर दूसरों को दो...आज जो संस्कृत है वो क्लासिकल संस्कृत है जिसकी लिपि देवनागरी है जो 10 वी सदी के बाद आई है और उसके पहले की ब्रह्मी लिपि वाली संस्कृत बुद्धिस्ट हाइब्रिड संस्कृत है जो पाली भाषा से संस्कारित होते हुए लगातार समय के साथ बदल रही थी...हिंदुओं के सारे ग्रंथ कागज पे क्लासिकल संस्कृत में मुगलों के समय से लिखे जाने लगे...कश्मीर किसी समय बुद्धिज़्म का महत्वपूर्ण गढ़ रहा है जहां बौद्धों की चौथी संगीति हुई थी।
@@Zelda2950-k7y sanatan samiksha dekh,tum Neo Buddhist ko band bajti hai waha history se
झंडू जर्नी का चैनल दिखता है क्या नीले टीडे😂
टिप्पणी करने के पूर्व थोड़ा-बहुत पढ़ाई कर लें । संस्कृत भाषा ऋग्वेद के समय से तो है ही । ऋग्वेद का समय सरस्वती नदी के समय का है । अर्थात् 2200 ईसापूर्व के पहले ।
वैदिक संस्कृत तथा लौकिक संस्कृत के व्याकरण लगभग एक ही हैं । कुछ छोटे अन्तर हैं । अन्तर मुख्यतः शब्द भण्डार में है । उदाहरण के लिये रत्नों के लिए एक शब्द रक का प्रयोग होता है । लौकिक संस्कृत का समय भी 1,000 ईसापूर्व से मानना चाहिए क्योंकि पाणिनि पांचवीं शताब्दी ईसापूर्व में हुए थे । पाणिनि के पहले ही यास्क के निरुक्त , लगध के ज्योतिष शास्त्र , महाभारत तथा सुश्रुत संहिता की रचना हो चुकी थी । ये सभी ग्रन्थ लौकिक संस्कृत में हैं ।
इन ग्रन्थों के बहुत पूर्व ऋक्ष प्रातिशाख्य तथा तैत्तिरीय प्रातिशाख्य की रचना हो चुकी थी । इन दोनों में हमें सबसे पहले ब्राह्मी लिपि की अक्षरमाला की योजना मिलती है । वस्तुतः ऋग्वेद के समय ही संस्कृत भाषा का परिष्कृत रूप स्थापित हो चुका था । किन्तु लिपि का विकास धीमा था । हड़प्पा से प्राप्त लेख भी संस्कृत में ही हैं । किन्तु लिपि का विकास नहीं हुआ था । टवर्ग तथा तवर्ग में लिखने में भेद नहीं था । मात्रा चिह्न नहीं थे । ब्राह्मी तथा अन्य लिपियों का विकास समान्तर ही हुआ । बख्शाली पाण्डुलिपि से ज्ञात होता है कि प्रथम शताब्दी भारतीय लिपियां अपनी वर्तमान स्थिति को लगभग प्राप्त कर चुकी थीं । उस समय भी भारत में 50 से अधिक लिपियां थी । सभी की योजना तैत्तिरीय प्रातिशाख्य पर आधारित थीं । प्राचीन भारत की लिपियों की एक सुची बुद्ध की जीवनी पर आधारित ग्रन्थ " ललित विस्तार " में दी गयी है ।
@drashokkumar9209 अच्छी जानकारी दी 👍
@@drashokkumar9209 vedic sabhyata ka saboot kaha hai ?? saraswati kaha hai saboot do ? bas kahi likha hai maan liya jaye waise lakeer ke fakir tum honge .
संस्कृत बहुत पहले से है, देवनागरी,ब्राह्मी, प्राकृत,शंख लिपि(अब लुप्त) आदि लिपि भी रहे हैं। हमारे समय में ब्राह्मी एवं प्राकृत लिपियों को भी पढ़ने की व्यवस्था थी, बिहार में लेकिन higher classes में।
भाई संस्कृत बहुत बाद की है
पाली प्राकृत तमिल सबसे प्राचीन है
@@Katale4825 science journey ke gadhe fans a gaye open challenge to supreme court jakar prove karna ki prakrit was older than sanskrit🤣🤣🤣🤣🤣🤣🤣
@@Katale4825Sahi kaha aapne.
Brahmi lipi me pehle Prakrit likhi jaati, kharosthi likhi jati thi aur baad me Panini aur patanjali ne inko refine kar ke Sanskrit banai.
Devnagri bahut baad me aayi.
@@Katale4825Ashok se pehle tu Buddha ka evidence de mujhe
@@pushpeshsumanjai Chhota Bhim wale kharostee lipi hai na ki bhasha aur Vedas ko pehle bhasha aur chhandas bola jata tha na ki sanskrit.. sanskrit baad ki classical Sanskrit ko bola gaya..
Ashok ke pahale koi Buddhist Nahi the ashok ne talwar ke joor se Buddha dam ka prasar kiya the.
ब्राम्ही लिपि में संस्कृत भाषा नहीं लिख सकते है। कई संस्कृत के अक्षर इस लिपि में होते ही नहीं है। पुष्प शब्द भी नहीं लिख सकते।
अब हमें ब्राह्मण पढ़ाएगी बाह्मी लिपी।।।।
बाह्मी लिपी मतलब धम्म लिपी यह लिखा हुआ हैं।।।।
और ब्राह्मणों को ना यह पढना आती थी ना लिखना।।।
❤❤❤❤
Kon Buddhist 😅 padh diya the naam batlao...🧐mai to brahamin ka naam batla dunga jisne help ki thi 🧐✅
"धम्म लिपि" तो खरोष्ठी लिपि के अभिलेख में भी लिखा है। तो क्या खरोष्ठी को भी धम्म लिपि बोलना शुरू कर दें। 😂😂😂
नवबौद्धों को कौन समझाये
ब्राह्मणों को वो भी पढ़ना आता है जो तुम्हे सपने मे भी नही आता। ऐसे कमेंट लिख कर अल्प बुद्धि और मन में द्वेष का परिचय दे रहे हो।वो भी बिना किसी कारण।
Ye dhamm lipi kon si lipi hai nile kabutar. Itne bade Abpadh hai ye log
Ye log samaj nahi sakate,sirf Brahmin virodh kar sakte hai
Not sanskrit its prakrit.
Thank🙏 you so much aarti mam. Nice👍session, aarti mam
इस हिंदुस्तान में जो कुछ भी है वो सब हिंदू राजाओं का ही है,
What's to get shocked? It is true, even in Turkey evidence of "Sanatan Dharma" is found but nothing will happen
वाट्सअप विश्वविद्यालय का ज्ञान है।
Sanskrit devnagri lipi me bhi likhi jaati hai mem, ye bodhist sanskrit hai
Jivan bhar arkachan pr jioge 😂😂😂
संस्कृत सारी भाषा की जनक
Aur usme shivling maheshwar ki baat ki gayi hai kyu khud ko itna important samajhte ho
Aajkal log hindi bhi Roman me likhte hain Esme kya ho gya esly padha likha karo kisi bhi bhasa ko kisi bhi lipi me likha ja skta hai. Aur budhist sanskrit kha se a gya.
टन टना टन😂😂😂😂tun tun tunni😂😂😂@@PraveenKumar-go2uu
Madam please ye batayen ki abhilekh kagsj par like hain ydi han to us samay kagaj ka acishkar hi nhi hua tha .
Photo me pathhar dikh to raha hai aur sh8 ling bhi bana nai
So nice information
अधिकृत (Official) नही, पाक "व्याप्त" (Occupied) काश्मीर.
Budha -2500 saal
Christian -2000 saal
Islam -1400 saal
Sanatan - ka koi specific date nhi
Prr science aur history maanta hai ki 10,000 saal se bhi purana🎉
भारत में कहीं भी संस्कृत अभिलेख नहीं मिला है,
Whatever evidence you get on our Bharath , all these will be discarded by our converted people, congress , SP, and all these so called intellectual people and our SC . These converted people accept only words of Madani, Owasi, who speak all rubbish on India....so now is the time for our hindu community to show unity to save our ancient cultures, dharma etc....jai hind
A कंगलहल्ली
हिंदू धर्म व हिंदू शब्द ही आक्रमण कारी मुगल काल ७वीं शताब्दी के बाद दिया गया नाम है चौथी शताब्दी में हिंदू आया कहां से?
Please control your mouth and don't disrespect The Great Sanskritam Language.
4 शताब्दी मे हिन्दू शब्द ही नही था, तो,राजा हिन्दू कहां से आ गया?
History likh Dene se gyata nhi ho jaoge parsi s ko h padhte the aur baad mei Hindi language mei add ho gyi gyani devta
Sanatan to tha
सिन्धू शब्द का अपभ्रंश ही हिन्दू है और वैसे भी कालिका पुराण में और कुछ तंत्र ग्रंथ में भी मिलता है हिन्दू शब्द 🙏
@@RealHistory-w9u विदेशियों के अभिलेखो मे हिन्दू ही कहा गया है अनपढ़ कही के
Hindu shabd iraniyo ne diya,magar baat sanskrit bhasa ki baat ho rhi hai...or bhai aaj is dharm ko hindu kaha jata hai,is samay vaidik, sanatan,aajiwak any naam se bulate honge jaha jaha naam ka baat aaaye budh ko ghused doge or proof maango.bhale khud na de pao,
हमारा इतिहास हिंदू, मुस्लिम संघर्ष से शुरू होता है इस कारण सही इतिहास तक नजर जाती ही नही है क्योकि हमारे ग्रंथ ही सस्कृत ओर देवनागिरि भाषा में है 😁पाली ओर ब्रहमी या धमलिपि के बारे मे जानने की रुचि ही नही है यह सब तो बाद मे खुदाई में निकल रहा है
Very unfortunate that your channel is giving wrong information .
How an inscription written in Brahmee lipi could be from a Sanskrit ...??? It is a clear distortion of the history..
Sabskrit is a language
ये संस्कृत का नही है, ये बुद्धिस्ट हाइब्रिड संस्कृत का या पाकृत भाषा का है
तू गया था यहाँ पे, बकवास कर रहा है
Bas copy past vale
भाषा पर कोई कॉपीराइट होता है...क्या...😂😂 चोमु गबार 😂 अनपढ़ 😂 भासा तो.... समुदाय की होती है ...भाषा कब से बौद्ध हो गई ....तुम जैसे जाहिल किस स्कूल से पढ़ कर निकलते हैं 😂😂
Bhai jab padhne nahi diya gya tumhe to kaise padh liya ,or pahchaan v gaye,,,thoda wait Kiya jaye samay par sab spast ho jayega
Bhai tum logo ko padne nhe deya tha hinduo ne tum logo ko padne nhe aata tha 😂😂😂 abb copy paste kar ke apne alag history kyo bna rhe ho , thumare dalit leader ne bola tha sanskrit is for upper class 😂😂 😂😂
आप लोगोणे जुट बोळणेकी क्सूल खोला हैं सब यह अशोक कालीन ही हैं.
It feels like she's not teaching but reading the news. So poorly framed sentences. *I think she hardly knows anything about our ancient culture and history.*
Are madam Yeh sanskrit me nahi likha he... Yeh us se bhi purani language he... Pahle pura study kare fir video banae... 😑😶😷
Bramhi Lipi lekin Sanskrit to Devnagari me likhi jati....Bramhi Lipi Pali Pakit ya Hybrid Sanskrit hi ho sakti hai...
लिपि और भाषा दोनों अलग अलग होती है मुर्खानद
Sanskrit south ke Temple me tamil or telgu script me bhi ha
Beta difference samajh script or language me
@@VeerChauhan-j1uभाई इन लोगो ने प्रोपोगंडा फैला रखा कि संस्कृत सिर्फ देवनागरी लिपि में ही लिखा जा सकता है किसी दूसरी लिपि में संस्कृत नहीं लिखी जा सकती
Sanskrit ko devanagari lipi me 8bi- 9bi Shatabdi me likha gaya tha usse pahle Sanskrit gupta, siddham , granth,vatteluttu, pallav,sharda,kharosthi ,brahami aur bhi bahut se lipiyo me likha jaa chuka hai sabse parchin brahami lipi me mila hai jo 3500-4000 saal purana hai par Sanskrit bhasha aur bhi jayda purana hai jo alag alag samy par alag alag lipiyo me likha gaya hai
हम भारतीय भाषा और लिपि को विलुप्त करने में नोबेल पुरुस्कार के योग्य है, स्वतंत्रता पश्चात् भारतीय सरकार ने संस्कृत की बलि चढ़ा दी, अब हिंदी की देवनागरी लिपि की.
मुझे आशा करते हैँ कि देवनागरी मे लिखें अभिलेख पढ़ने के लिएभविष्य मे किसी विदेशी को ही बुलाना होगा.
शासकवर्ग पूरी तरह से उत्तरदायी हैँ.
Where is inscriptions ???
Photo hai ideo me shivling ki drawin bhi hai
Majhim nikay mein bhagwan budh khud bolte hai ki unki prarambhik shiksha Sanskrit mein hui thi
🎉🎉Isme hindu word kaha likha hua hai, madomji😊😊
❤❤❤PAHKE YO POK NAHI THA ❤❤❤
इसमें कोई नई बात नही कि काशी और कश्मीर सनातन संस्कृति का केंद्र रहा है।
😂joke of the terrorists state
600 AD islam aaya aur duniya se
Saanti chli gyi😂
Madam hindu shabdh kis shastre mei likhe
हिन्दू शब्द का उल्लेख कई पुराणों में मिलता है, जैसे कि भविष्य पुराण, अग्निपुराण, और वायु पुराण. इसके अलावा, हिन्दू शब्द का उल्लेख इन ग्रंथों में भी मिलता है:
बार्ह-स्पत्य शास्त्र
बृहत् संहिता
बृहस्पति आगम
कवि कोश
राम कोश
मेदिनी कोश
शब्द कल्पद्रुम
मेरूतंत्र
पारिजात हरण नाटक
Ganwar logo ko padhna nhi hai bs nile kabutaro ki baat sun k udhna hai
@@vishalupadhyay416 ye toh bramhin k granth he . Phir bramhin hindu hue. Baki log Buddhist h
@@y1.5 tum bhi mto ki gapp kaun manega??
Not bhrahmi it's in Dhamm lipi
Dhamm lipi nhi hoti gwar
Pali me dhamm ka matlab dhram hota h
Lekin sab bhash sanskrit se bni h
Sanskrit - pali - prakrit - apbhransh - awhat - hindi
आरक्षण जीवि spotted
@@Prdp_1 पाली, पाकित से संस्कृत बनी है ।संस्कृत का मतलब संस्कारित होता है ।पाली पाकिट का संस्कारित रूप संस्कृत है । जिस भाषा की खुद की लिपि नहीं होती उसे भाषा नहीं बोली कही जाती है ।संस्कृत की कोई लिपि नहीं है ।उसे दूसरी भाषाओं की लिपि का सहारा लेना पड़ता है ।
@@Prdp_1 एकदम झूठ ।
@@Prdp_1 sanskrit is not older than pali. It's fake news
Pakistan ke takshshilla university mein sanskrit ka nirmaan ho raha , jo ek Buddhist university hain ...
Rational world pe sabut hain
😂😂 taxila me hi buddha ke vaidh jivak ne medicine ki education ki thi toh taxila toh Buddha se pehle se exist karti thi..
sanatan samiksha dekho,Neo Buddhist ko exposed karta hai
Rational world truth , samiksha dekh chuka koi proof nahi
rational world wo gapodi😂sare reference jiske fake milte hai cross check karne pe 😂@rambo..
@@Anahita-nb7tx cross check Kiya satya ko pramaan ki jarurat nahi padti jhut ko padti hain...
Ye bhart hi tha... same samye par rajy bante bigadte rahate hn .ye bhumi yahan hi rahegi.
पहले अपना रिसर्च ठीक करो ये बुद्ध धम्म का शिलालेख हैं किसी हिन्दू का नहीं
Tere bap ne likh tha kya jo tu btayega 😂😂
Option A
Sanskrit me likha hota to sb padh lete ye koi aur bhasha h
Aap kripya saboot unesco ko de. Madam 🙏
Option a
Sanatan Dharma sada se he kuch log isko kalponik manty lekin be janty nhi be pap kr rhe he 😅🙏
मंत्र बौद्ध धर्म में कब से प्रयोग होने लगे
सब फर्जी है।
Jo ye dikho rhe ho ek bhi sabd Sanskrit ka to lagta nahi?
Or agar ye brahmi lipi he to . Brahmi lipi se or kon kon si bhasha nikli he???
आप को इस जम्बूदीप की भूमि पर संस्कृत का अभिलेख की बात करते हो
लेकिन चौथी सदी में कोई हिंदू धर्म भी नहीं था और जो इस समय जो भी राजा थे
वह बुद्धिस्ट राजा थे
नहीं था
Bhramit wali jankari shiv ling pr itna padha likha jane lga kya apwah h
मैडम ये प्राकृत भाषा है ब्राह्मी लिपि है
ये जैन धर्म मैं ब्राह्मी लिपि के कई अभिलेख प्राप्त हुए हैं
@@sanjeevjain1160 tum agar epigraphist ho toh tabhi baat karna.
Iska matlab budhdh Dharm me bhi pakhand tha..bdnam to ye dusro ko krte h😂
Us time sansikrt hi boli jati thi pore hind min
लोगो को बेवखुब मत बनाव😂
अभिलेख और शिलालेख मे क्या फरक है?
Kitna tak tum pardhai Kiya?
Brahmi lipi aur sanskrit script are different.
ये गुप्त वंशकाल का है न कि मौर्य काल का।
मौर्य काल ईसा पूर्व का था और तब कोई संस्कृत अभिलेख नहीं मिला है।
चौथी शताब्दी में संस्कृत का प्रचलन था और ब्राह्मी लिपि में था। तब देवनागरी नहीं आई थी।
Is pr science journey se debate kro..
You can't write Sanskrit in Brahmi script. ब्राह्मी लिपि में और संस्कृत यह बकवास है। दिवास्वप्न है। संस्कृत की ध्वनियां जैसे ऐ ओ ऋ लृ क्ष श स त्र तथा इनकी मात्रा वाले अक्षर,आधे अक्षर ,र के विभिन्न रूप लिखे ही नहीं जा सकते।
Aap galath hai tabee ki sanskrit brahma lipi mein thi na kee devanagari mein is liye aam log pad nahee sakte
Mam us wakt sabhi Bodh the.
जब वो ब्राह्मी मैं तो पाली भाषा मैं ही हो सकता हैं क्योंकि पाली या ब्राह्मी मैं संस्कृत बन नहीं सकती अब asi वाले घटिया मानसिकता के लोगों का खेल उजागर हो गया है हर भारतीय यह जानता है जो निष्पक्ष हैं
Shilalekh jo bhi likhe kuchh chitron ke madhyam se likhen Bhasha agali pidhi nahin pad sakti Hain (Ranchi aapka Uttar)
पाकिस्तान सवरक्षित करेगा क्या
Waha jyadatar boddh the our abhi bhi hai to wo boddh hi honge...
Muh se gaporane se kuchh nahi hoga sabut dikhao Bina itihas Wale itihash batane chale
मोहतरमा IAS लेवल की तैयारी आप पूरा गलत करा रही हैं| माना की आप ब्राह्मणवाद मानसिकता से ग्रस्त हैं पर शिक्षा आपको सही देनी चाहिए और नहीं आती तो पहले खुद शिक्षित हो ले।
ब्रह्मी को भी ज़बरदस्ती संस्कृत क्यों बोल रहे हैं आप,?ये बताने का कष्ट कीजिए,
Sanskrit in bramhi lipi .jaise maine hindi likhi English script me ,vaise hi, apne devnagari lipi me likhi.
@@priyankaumrao4731 you can't write sanskrit in bramhi/dhamma lipi. bramhi don't have composite words like त्र, क्ष
@@y1.5 achha aur iss gapp ka kya evidence hai??😂fir Ashok ke kalsi inscription me kaise pet fata wala sha likha hai?? Ashok ke Pakistan ke shabajgadi inscription me kaise brahmano likha hai??
@@y1.5 jai Chhota Bhim
Sanskrit ko devanagari lipi me 8bi- 9bi Shatabdi me likha gaya tha usse pahle Sanskrit gupta, siddham , granth,vatteluttu, pallav,sharda,kharosthi ,brahami aur bhi bahut se lipiyo me likha jaa chuka hai sabse parchin brahami lipi me mila hai jo 3500-4000 saal purana hai par Sanskrit bhasha aur bhi jayda purana hai jo alag alag samy par alag alag lipiyo me likha gaya hai
उच्चारण शुद्ध कीजिए स श और ष के शब्दों के अपने उच्चारण की पद्धती है. किसी संस्कृत पंडित से शुद्ध उच्चार का अभ्यास कीजिए. 😊
Madam aap IAS PCS ban gai Ho Jo bhi baat ho lekin aap log apni jativad ke darje se bahar nahin nikal rahe ho
Buddhist hybrid sanskrit hai vo 😂
Pakistan occupied gilgit baltistan jammu and kashmir.... Po gb jk... Pogbjk... Hai... Pok nahi....
Bina research ke kuch mat bola karo, sara fake padhai ho rahi hai. Wo abhilekh ka paper bhi to nikala hoga. Na hindu na sanatani wo hybrid sanskrit hai ref. Fahiyan when sang inki diaries me likha hua hai. Inhone travel kiya tha india me.
पगली ये संस्कृत अभिलेख नहीं है,
मॅडम शिलालेख ही दिखा देते तो बहुत अच्छा होता पढ लेते
Ye ling kuch jyada hi bada ni bana diya ...abi k to chote hote h
Sanskrit ka koi inscription aaj tak nahi mila hai.... Sab paali prakrit hai...
science journey ke gadhe fans ko bas buddh hi buddh hai
madam jhothi jankari kyo de rhi hai.
Kuchh log isse buddha ka abhilekh btayenge
Brahmi lipi me to Pali prakrit likhi jati hai Sanskrit to devnagari me likha jata hai .pahle achche se padiye fir video banao
Kya fekte ho madam sunscrit ki lipi devanagari he. Or brami ya dhumma lipi prackrit ya pali prackrit bhasa ki lipi he Samrat Ashok ke shilalekh issi bhasa me he. 4 sadime Hindu ya sunscrit Nam astitava me hi nahi the.
Jyada to nhi mam par thoda aati h
Galat aur jhooti jankaari De rahi hai aap.us samay sanskrit bhasa nahi thi.
बुद्ध ही बुद्ध है। हर जगह हर समय ये सिद्ध है.... ये सिद्ध है। बुद्ध ही बुद्ध है
😂बुद्ध कल्पनिक है बुद्ध के समकालीन कुछ नहीं मिलता 🤣
@VeerChauhan-j1u भाई बुद्ध की अस्थियां है। और क्या सबूत चाहिए। कल्पनाओं को मानने वाले सबूत की बात कब से करने लगे? 😀😀
@@VilasVK-i3j kya proof hai ki vh budhha ka hi ashthiya hai ?? 😂😂. Sayad kisi aur ka ashthiya ho 🤔🤔
@VilasVK-i3j क्या उन अस्थियो का DNA चेक हूँआ 😂
असल मे वो अस्थिया किसी इंसान की है ही नहीं 😂
विश्वास न हो तो rti लगाकर देख लो
@@rajpratapsingh9271 मुझे पता ही था तुम ये पूछोगे। तो सुनो... एक नहीं 14 स्तूपों में बुद्ध की अस्थियां मिली है। और सब का DNA जांच सेम है।
अभी रामग्राम स्तूप की खुदाई हो रही है। जिसमें प्रारंभिक अस्थि विभाजन का 8 वा हिस्सा है। इतिहास जो होता है आस पास के देशों तक फैलता है। गपोड एक ही देश तक सीमित रहती है। बताओ भारत से बाहर कोई ये कहता है क्या की मैं राम के देश से आया हु? बाहर कोई राम कृष्ण को जानता ही नहीं। श्रीलंका में भी कोई ना राम को जानता है ना रावण को। श्रीलंका नाम भी 30/40 साल पुराना है। टूरिज्म को बढ़ाने के लिए हमारे सामने सीलोन का श्रीलंका हुआ। वहां एक पहाड़ पर सीमेंट से बड़ा पैर का निशान बनाया गया और बोला गया कि ये हनुमान के पैर का निशान है।
बुद्ध पैदल ही पूरी दुनिया में पहुंच गए और तुम्हारे उड़ने वाले देवी देवता भारत में ही रह गए। थोड़ा रैशनल बन के सोचो। कोई बंदर सूरज कैसे खा सकता है भाई??? और सारे देवता बस भारत में ही क्यों जन्म लेते है? शरीर के मैल से गणेश कैसे बन सकता है? मिट्टी के घड़े से कैसे कोई पैदा हो सकता है? बताओ
कंगनहल्ली
Sabse pahle madam aapane Hindu Raja bola Hindu kab Se likhane Lage log pahle isko bare mein Janna jaruri hai Buddhist abhilekhon ko aap log Hindu Hindu karke chillate hue din bhar
यह संस्कृत भाषा का अभिलेख नहीं है...
Jisko aap siv ling bol rahi ho wo boddh stupa hai
बकवास
Jhooth..... bolo