बाबा..बाबा वंदन तुम्हे सुबह शाम | प्रकाशनाथ पाटनकर | वंदन गीत | मानवंदना | क़व्वाली

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  • Опубліковано 30 жов 2024

КОМЕНТАРІ • 8

  • @suneetasahare530
    @suneetasahare530 4 дні тому +1

    👍👌💐🙏

  • @amolpatle8760
    @amolpatle8760 4 дні тому +3

    Please ye wala full video ho to update kijiye

    • @prabuddhaworldd
      @prabuddhaworldd  4 дні тому

      @@amolpatle8760 pura hai sir

    • @amolpatle8760
      @amolpatle8760 4 дні тому

      @@prabuddhaworldd wo wali line nhi h n तुम्हारे आगे है फीके कृष्ण और राम

    • @dhirajchaudhari8100
      @dhirajchaudhari8100 4 дні тому +1

      Bhima gheto mi tuze nav ....

    • @prabuddhaworldd
      @prabuddhaworldd  4 дні тому +1

      @@amolpatle8760 ha o dusre part me hai

  • @MukeshPatil-om2xc
    @MukeshPatil-om2xc 3 дні тому +1

    Vahi phir pyrani ghisi piti tarz sirf bol chang hai kya isme naya gaya sher bhi purane padha

    • @aloknagdeve7101
      @aloknagdeve7101 3 дні тому +1

      इन्होने जितना लिखा है उसका एक प्रतिशत ही लिख के उसे गा कर आप दिखा ,दीजिए ,गीत ,नज़्म ,या ग़ज़ल एक बार ही लिखी जाती है ,मोबाईल नही की अपडेट होते रहें ,शब्दकार जानता है लिखने के लिए अपने आपको कितना साधना पड़ता है ,आप अन्यथा मत लीजिएगा क्योंकि आदरणीय प्रकाश सर के पिताजी ने इनके परिवार ने जो लिखा है व गाया है वो एक हस्ताक्षर है नायाब लेखनी की ,इसलिए कह रहा हूँ कि मैं भी लेखन करता हूँ इसीलिए मुझे कहना पड़ा ।
      जय भीम🙏