आज के पावन दिवस पर हुआ था मेरे राधावल्लभ लाल जी का श्री धाम में आगमन आज ही तो हुआ था मेरे महाप्रभु जी का श्री धाम वृंदावन से प्रकट में प्रथम मिलन। अहा कितना अदभुत और सुखद होगा वो मिलन वो सघन वन वो लतान पतान वो रज का आलिंगन। श्री यमुना जी का पावन पुलिन लताओं से आछादित सघन वन। आज प्रथम बार उन्होंने श्री वन को निहारा होगा यहाँ की पावन रज को श्री मस्तक पर धारा होगा यहाँ की पावन समीर का स्पर्श जब पाया होगा रज के कण कण में प्रियालाल जू की लीला का दर्शन पाया होगा। पूरे श्री धाम ने मेरे श्री राधावल्लभ लाल जू का स्वागत किया होगा हर फूल हर कली हर पत्ते ने श्री चरणों में बिछ कर उनका स्वागत किया होगा शुक सारी हंस मराल कोयल सब ख़ुशी में झूमे होंगे मोर भी इनके आगमन पर नृत्य कर रहे होंगे। सबको प्रतीक्षा का फल मिला होगा हमारी श्री जी को प्रथम बार जब निहारा होगा तो कैसा आनंद हुआ होगा यमुना जी के आनंद की सीमा न होगी क्योंकि अब उनके ही आँचल में प्रिया लाल जू की नित्य केलि होगी। सारी सृष्टि ख़ुशी से झूम गई होगी सगरे ब्रज में धूम मच गई होगी। मदन टेर ऊँची ठोर पर प्रथम लता मंदिर निज कर से सजाया और संवारा होगा हमारी श्री जी को फिर वहाँ पधराया होगा। उस सघन कुंज में फिर बहुत लाड़ लड़ाया अष्ट्याम सेवा हर ऋतु का लाड़ नित नया उत्सव मनाया। श्री जी की निज केली के दर्शन के रस को पाया उस रस को संजो कर हम सब के लिये बरसाया। कितना बड़ा दिन है आज कितना बड़ा उत्सव है आज श्री वृंदावन का प्राकट्य महोत्सव है। पाटोत्सव की सबको हितमई बधाई आज ही के दिन हम सबकी जीवन अनमोल निधि श्री धाम में आयी। ऐसे ही सदा यह हमारे ह्रदय कुंज में विराजित रहे हम नित्य ही इनका पाटोत्सव मनाते रहे। हमारे ह्रदय कुंज में भी यह नित्य नवीन केलि करे गुरु कृपा से हम इनकी निज केलि लखें।
आज के पावन दिवस पर हुआ था मेरे राधावल्लभ लाल जी का श्री धाम में आगमन
आज ही तो हुआ था मेरे महाप्रभु जी का श्री धाम वृंदावन से प्रकट में प्रथम मिलन।
अहा कितना अदभुत और सुखद होगा वो मिलन
वो सघन वन वो लतान पतान वो रज का आलिंगन।
श्री यमुना जी का पावन पुलिन लताओं से आछादित सघन वन।
आज प्रथम बार उन्होंने श्री वन को निहारा होगा
यहाँ की पावन रज को श्री मस्तक पर धारा होगा
यहाँ की पावन समीर का स्पर्श जब पाया होगा
रज के कण कण में प्रियालाल जू की लीला का दर्शन पाया होगा।
पूरे श्री धाम ने मेरे श्री राधावल्लभ लाल जू का स्वागत किया होगा
हर फूल हर कली हर पत्ते ने श्री चरणों में बिछ कर उनका स्वागत किया होगा
शुक सारी हंस मराल कोयल सब ख़ुशी में झूमे होंगे
मोर भी इनके आगमन पर नृत्य कर रहे होंगे।
सबको प्रतीक्षा का फल मिला होगा
हमारी श्री जी को प्रथम बार जब निहारा होगा तो कैसा आनंद हुआ होगा
यमुना जी के आनंद की सीमा न होगी
क्योंकि अब उनके ही आँचल में प्रिया लाल जू की नित्य केलि होगी।
सारी सृष्टि ख़ुशी से झूम गई होगी
सगरे ब्रज में धूम मच गई होगी।
मदन टेर ऊँची ठोर पर प्रथम लता मंदिर निज कर से सजाया और संवारा होगा
हमारी श्री जी को फिर वहाँ पधराया होगा।
उस सघन कुंज में फिर बहुत लाड़ लड़ाया
अष्ट्याम सेवा हर ऋतु का लाड़ नित नया उत्सव मनाया।
श्री जी की निज केली के दर्शन के रस को पाया
उस रस को संजो कर हम सब के लिये बरसाया।
कितना बड़ा दिन है आज कितना बड़ा उत्सव है
आज श्री वृंदावन का प्राकट्य महोत्सव है।
पाटोत्सव की सबको हितमई बधाई
आज ही के दिन हम सबकी जीवन अनमोल निधि श्री धाम में आयी।
ऐसे ही सदा यह हमारे ह्रदय कुंज में विराजित रहे
हम नित्य ही इनका पाटोत्सव मनाते रहे।
हमारे ह्रदय कुंज में भी यह नित्य नवीन केलि करे
गुरु कृपा से हम इनकी निज केलि लखें।
|| राधा वल्लभ लाल की जय ||
|| राधा वल्लभ लाल की जय ||
|| राधा वल्लभ लाल की जय ||
|| राधा वल्लभ लाल की जय ||
जय जय श्री राधे ।
राधा वल्लभ लाल की जय ।
लाडली लाल की जय ।
प्रिया प्रीतम जु की जयहो
हित सजनी जु की जय ।
गुरुदेव महाराज की जय ।
वृंदावन धाम की जय।
Shri Radhey Radhey 🙏❤️🌹🪷🌺🌷💐👏
Shri Radhavallabh Shri Harivansh 🙏❤️🌹🪷🌺🌷💐👏
राधा वल्लभ श्री हरिवंश श्री वृंदावन श्री वनचंद्र
Jay jay ❤❤🎉🎉🎉🎉🎉 Jay jay bahut Sundar🎉🎉🎉❤🎉❤🎉🎉
Shri Harivansh
Shree harivansh baba
Shree harivansh ❤❤
Shri harivansh🤗🤗
🙏🏻🙏🏻🌺💐🌻🌷
Shri Radha vallabh lal ki jai !
Maharaj ji hum sab par kripa banaye rakhiye.. aur sundar sundar bhav hum tak video ke madhyam se pahuchaiye !
Shrihit RADHAVALLABH Lal ju Radha Radha Radha Radha Radha 💗🌷💗🌷💗💗🌷🌹🌻🌹🌻🌹💐💕💐💕💕💐💐💕💐💐💕🌹💕💕🌹🌷💗🌷💗🌷💗💝❤️💐❤️💐💐❤️
जय जय श्री राधे 🌹🌹🙏🙏
जय जय श्री हित हरिवंश 🌹🌹🙏🙏
राधा वल्लभ श्री हरिवंश
Shrihit RADHAVALLABH Lal ju Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha Radha 🪻💓🪻💓🪻💓🪷💮💮🌹🌹🌹💐🌹💐💕💐💐💕🦚💐🦚💐🦚🍇🦚🪷💖💖🙌🙌💖🙌🙌💖🌜🌜☀️🌜🌟🌜🌟🙌☘️☘️
Jai jai ki jai ho 🙌🏻🙇🏻♂️
Shri harivansh 🙏
Shree harivansh