सर जब से रिजल्ट आये है मन बहुत बहुत व्यथित ,और बहुत वेदना से भरा हुआ है अपने को इलाहाबाद का कहने में शर्मिंदा हूं सर अब आगे क्या करना चाहिए ,कैसी रणनीति बनाई जाये हमे सर हर हाल में हिन्दू राष्ट्र चाहते हैं सर आगे की रणनीति बताए अयोध्या से हारना यूपी वालों को डूब कर मर जाने जैसा है
Hindu tatkalin labh se uppar nahi uth paya tat biradari mai bata ye soya samaj aaram parath ho gaya jo gaya vote dena usne bhi jati ke nam par voting ki
ऐसी ही मनोस्थिति में, मैं भी हूं और सभी देशभक्त भी हैं । एक तरह से एक दूसरे को सांत्वना दें रहे हैं । मोदी जी को 6 माह , सदन में विश्वास मत हासिल करने के बाद मिल जायें तो वह बहुत कुछ काम कर डालेंगे और शायद अपनी सरकार की स्थिति भी मजबूत कर लेंगे।
Khud ko activate karnaa hi hoga UP me BJP supporters ko... big chairs pe baithe huye logon ke bharose rahna stop kariye. In fact, in logon ko confront kariye, baar baar kariye, central leadership ke saamne questions raise kariye ... at every forum. Sab alert ho jayenge, to ye log bhi theek se kaam karenge. MP me yahi kiya gya aur result samne hai.
मोदी जी के हिन्दुत्व से मुस्लिम हृदय सम्राट बनने की कोशिश और मोदी के विकास के असर का जनता पर अति विश्वास करना। असफल इलेक्शन प्रबंधन। नड्डा जी का अहंकार।
तीखे चुटीले शब्दों का लोभ संवरण करते हुए सीधे सरल शब्दों में विषय को समझाना आप जैसे अनुभवी व ज़मीनी हक़ीक़त पर पैनी निगाह रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार के लिए ही संभव है । गुजरात की सीमाओं का भौगोलिक विस्तार तो संभव नहीं किन्तु लगातार सफलता से अति उत्साह और आत्ममुग्धता की स्थिति चरम पर पहुँच गई , जैविक संतति होने में ही संदेह हो जाना अपने आप में अद्भुत था। चुनाव के दौरान यह समझ में नहीं आया कि ये लोग इन्डी ब्लॉक के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ रहे थे या योगी जी के विरूद्ध….. वैसे अहंकार और हठधर्मिता दोनों ही त्याज्य हैं ।
@@Baaghiazamgadiya-dk7lv मान लो अखिलेश की सरकार आ भी गई, तब भी paper leak रुकेंगे इसकी कोई guarantee नहीं। साथ ही नौकरियां तो यादवों में ही बांटनी है सपा वालों ने।
श्रीमान जी, आपके लगातार और 99% सभी एपिसोड मैं सुनता रहा हूं। आपके विश्लेषण में एक शब्द लाभार्थी वर्ग कई बार सुना था, मगर उस वर्ग ने भाजपा का साथ नहीं दिया। उनका मानना है, उनका ये अधिकार है, इस लिए वोट विरोधी पक्ष को दल कर, आंखें खोल दी हैं। Tax देने वाले मध्यम वर्ग या नौकरी पेशा की अनदेखी भी एक मुद्दा रहा, जिसने वोटिंग किया ही नहीं, परिणाम 55% मतदान ,,, । नई सरकार को इस तरफ भी ध्यान देना चाहिए।
Sir I m very much inspired with you... Your each and every one word is correct and perfect.... Thanksgiving to you given a perfect reason... BJP should see this your video... And Analyse... I want BJP Should Stand Again
प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका की भी जाँच करानी होगी ! कार्य कर्ता की अनदेखी से वह घर बैठ गया । अब यह साबित हो गया कि बीजेपी का टिकट जीत की गारंटी नहीं । जनता ही जनार्दन है 🙏🙏🚩🚩
यदि केवल टिकट वितरण की ही ख़ामी रही होती तो , राहुल गांधी जी को 3 लाख से अधिक अंतर से जीतना , स्मृति ईरानी का हारना , मोदी जी का मात्र 1.25 लाख की ही बढ़त लेने जैसी परिस्थितियों क्यों बनती ।
Sahi kaha bhai , ye log perception bna rhe candidate ki wajah haare😂😂 Lekin 2027 mein dekhna halat bjp ka😂😂 Ab bhi nhi samajh paye reason ye log 😅😅 Modi ji ki lead 5 lakh se 1.5k aa jaati h 😂😂
बीजेपी का IT सेल भी फेल रहा।इसको तो तत्काल प्रभाव से बन्द कर देना चाहिए।विपक्षी पार्टी के नैरेटिव की काट नही निकाल पाये।अपना नैरेटिव न बना पाये न चला पाये।
मतदान सूची में तो मेरे कई जानने वालों के नाम गायब थे | जबकि सब वोट भाजपा के थे | फ्री राशन बंद होना चाहिए | जो समुदाय सबसे अधिक फायदा उठा रहा वही वोट नहीं देता
अब भाजपा और उनके समर्थकों को निराश होने और हिंदुओं को कोसने का प्रयास नहीं करना चाहिए। अब इससे आगे ऐसी गलती दोबारा नहीं हो इस बात को ध्यान में रखकर आगे सोचने और कार्य करने की आवश्यकता है।
आदरणीय श्रीमान , मैं आपके विश्लेषण का क़ायल है । मेरा चुनाव प्रचार के समय से ही दृढ़ मानना था कि कांग्रेस, सपा, राजद , आप पार्टी - सभी का एक मात्र फोकस इसी बात पर था कि मुसलमानों को एकजुट रखते हुए भाजपा के विरुद्ध बनाये रखा जाये और हिंदुओं को जातिगत गणना- यादव - sc नाम से पृथकता को हवा दी जाये जिससे वो एकजुट होकर भाजपा के समर्थन में वोट नहीं कर पायें
जब जब भाजपा ने अपने आप को राष्ट्रीय स्वयं सेवक यानी संघ से ऊपर समझने का प्रयास किया है तब तब उसने केंद्र में मात खाई है चाहे वो 2004 हो या 2024 , नड्डा जी को सोच समझ कर बोलना चाहिए था। भाजपा संघ से है लेकिन संघ भाजपा से नहीं। परिणाम सबके सामने है।
परंतु सबक सिखाने के लिए आरएसएस ने भारत माता को नीचा दिखा दिया मोदी जी को नीचा दिखा दिया को इसके लिए तो आरएसएस कोधिक्कार है 2004 में भी इन्होंने गद्दारी की थी और संघ की को भी बट्टा लगा है
बहुत सटीक विश्लेषण 🙏 प्रदीप जी इसके अतिरिक्त प्रमुख कारण कम मतदान भी था, भीषण गर्मी से लोग वोट डालने नही निकले, कम से कम 50-60 सीट पर मामूली अंतर से हार गए 🙏
नड्डा तो बीजेपी मुख्यालय ही नहीं जाते थे।घर से बैठ कर दफ़्तर चलाते थे।कार्यकर्ताओ को मिलना मुश्किल हो जाता था।पिछले चुनावों में भी इनका प्रदर्शन अच्छा नही था।केवल मोदी के भरोसे रहे।हमेशा फेल रहे।
अखिलेश को पत्ता था की उसका कोर वोटर बीजेपी को तो वोट करेगा नहीं,लेकिन बीजेपी में तो ऐसे लोगों को भर लिया जो दूसरी पार्टियों में अलग थलग पड़ गए थे,इसलिए बीजेपी का कार्यकर्ता का मान सम्मान कम हो गया,इसके लिए तो संगठन ही जिम्मेवार है। जे पी नड्डा कितने भी सज्जन हों लेकिन अध्यक्ष के रूप में फेलियर है।
आपकी सभी बातों से सहमत होते हुए मैं यह जोड़ना चाहता हूं कि अधिकतर प्रत्याशी पहली बार तो सभी कार्यकर्ताओं से सम्पर्क बनाता है लेकिन जब वह एक बार जीत जाता है तो कुछ चुनिंदा लोगों को ज्यादा महत्व देने लगता है जिससे गुटबाजी बढ़ती है जो संगठन को कमजोर करती है।
सहारा के जमाकर्ता और कार्यकर्ता बहुत बड़े कारण थे , जिसके कुछ लोगों ने नोटा और कुछ लोगों ने विपक्ष को वोट किये ! लोगों को लगा की बीजेपी सहारा पर कार्यवाही नहीं की !
दद्दा, आज आपका विश्लेषण एकदम सटीक है। सांसद महोदय और विधायक जी अहंकारी हो गए थे। बंद गाड़ी में बंद शीशा में मोबाइल कान पर लगाए लोगों से विमुख, रोजगार के कम अवसर उपलब्ध कराना, आत्मा मुग्धता आदि अनेक कारण है।
टिकट वितरण कोई मुद्दा नही था सिर्फ एक मुद्दा अग्निवीर सब पर भारी पड़ा क्यू की यूपी मे जाट, राजपूत,यादव, जाटव, कुर्मी, और यूपी के यूवा सबसे जायदा सेना मे जाते थे जब से अग्निवीर लाया ये सब नाराज हो गए।
अग्नि वीर से युपी का युवा बहुत नाराज था और 400 पार के नारे ने दलित समाज को अखिलेश और कांग्रेस की तरफ जाने पर मजबूर कर दिया क्योंकि दलितों को लगा अब तो आरक्षण गया
संविधान की दुहाई देकर हर जगह रैलियों में कांग्रेस कि नेता और गठबन्धन के सभी पार्टियाँ संविधान बदलाव का हल्ला उड़ाकर जनता को भ्रमित करने में सफल रहे और पॉकेट में रखकर घूम रहे थे राहुल गाँधी 🤣😂😁
प्रदीप सर जी आपको कोटि कोटि प्रणाम जो हम जैसे कम जानकार भाइयों को हकीकत से रूबरू कराते हो। आज चौथा दिन है खाना ही नहीं अच्छा लग रहा। ये खरपतवार पार्टीयां फिर से फल फूल रही हैं। मोदी जी को उदास देख कर रोना आ रहा है। क्योंकि मैं और मेरा परिवार, समाज,BJP का कोर वोटर है। हम कहीं नहीं जाते
Abe bhai jo obc vote milta hai vo sirf modi ki wajah se milta hai, yogi ka koi yogdaan nhi hai up me. Dekhna jab modi hatega tab pata chalega obc voto ka gyan jada na pelo
बिहार के पवन सिंह को आसनसोल से टिकट दे दिया फिर वो कराकत से निर्दलीय खड़ा हो गया और बीजेपी के 4 सीट खराब कर दिया। कराकत ओरंगाबाद आरा सासाराम राजपूत का वोट बत गया
🚩अब योगी जी को सिर्फ़ और सिर्फ़ अपना पूरा फोकस UP में लगाना पड़ेगा,BJP को पूरी ताक़त और सूझबूझ के साथ अभी से जुटना पड़ेगा आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए, नहीं तो गुंडे तैयार बैठे हैं UP लूटने के लिए.......
उत्कृष्ट समीक्षा, प्रदीप जी, इस तरह की समीक्षा-विवेचना बीजेपी के राज्य संगठन और केंद्रीय संगठन को करना चाहिए। आपका यह एपिसोड ही देख-सुन लें तो उनकी आँखें खुल जाएगी।
देवेंद्र फाड़नवीस resign करने को तैयार है लेकिन नाद्दा के एक शब्द भी नहीं निकले हार कि responsibility मैं लेता हूँ और resign करता हूँ , ये महानुभाव में organisational skills नहीं है
चंदौली, ग़ाज़ीपुर और जौनपुर के टिकट वितरण ने बीजेपी को पहले ही दिन हरा दिया था । इन तीनों जगहों की नाराज़गी ने बनारस में मोदी जी की जीत को भी कठिन कर दिया था । शेष दिल्ली से बनारस पहुँचे नेताओं ने होटलों में हवाई क़िले बनाकर पूरे कर दिए ।
प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका की भी जाँच करानी होगी ! कार्य कर्ता की अनदेखी से वह घर बैठ गया । अब यह साबित हो गया कि बीजेपी का टिकट जीत की गारंटी नहीं । जनता ही जनार्दन है 🙏🙏🚩🚩 Attitude 👌
बीजेपी गैर हिन्दुओं का तृप्तीकरण बहुत जोर से कर रही थी कि गैर हिन्दुओं के वोट लेकर वह 420 ही बनेगी लेकिन गैर हिन्दुओं ने बीजेपी की सारी मलाई चट कर डाली और वोट कांग्रेस को दे दिया
मैं प्रतापगढ़ से हूं यहां का MP ने कुछ काम नहीं किया और कई भाजपा समर्थक इन्हें हटाना चाहते थे बस इसलिए सपा को वोट दिया गया शायद और जिलों जैसे अयोध्या में भी यही हुआ
मेरे एक मित्र धार्मिक कथाकार है ,ये संसद के निर्वाचन से पूर्व अयोध्या गये थे अपनी आगामी कथा की व्यवस्था के लिए तथा निर्वाचन के पश्चात पुनः गये व्यवस्थाओं के पुन:निरिक्षण के लिए पहले जब गये थे तो स्थानीय संत ,महंत, व्यक्तियों ने कहा था की अयोध्या से ललनसिंह यहां से नहीं जीत पाएंगे , सदस्य सही नहीं है ,रिजल्ट लाले दिन भी वही हुआ । आपका आंकलन बहुत सहि होता है ।
जनता की मूलभूत समस्याओं पर सरकार की पहुंच नहीं है जनता बहुत ही आक्रोश है भाजपा से,बेबसी में, अगर भाजपा ने नहीं सुधारा तो मजबूरी में भाजपा से विमोह हो रहा है। अगले विधानसभा चुनाव में नुकसान होने की सम्भावना है।
@@prajesh1550 पैसेंजर ट्रेन में एक्सप्रेस का किराया वसुला जा रहा था रेलवे और एससी में सरकारी नौकरियां नहीं आ रही थी पेपर लीक की समस्या लगातारहोती जा रही थी महंगाई को कंट्रोल नहीं कियागया था छोटे नेताओं द्वारा आरक्षण खत्म करने के बात और संविधान बदलने की बात कही जा रही थी घोषणा पत्र में नौकरी और रोजगार पर कोई बात नहीं कहा गया था
अखलेश के टिकट वितरण में स्मार्टनेस, जाती को देखकर, पुराने घिसे, आलोक प्रिय उम्मीदवार को टिकट देना, मायावती का वोट एसपी को ट्रांसफर होना, मुस्लिम का बीजेपी को वोट न देना, मुख्य कारण है
मुसलमान वोट तो बीजेपी को कभी मिलेगा ही नहीं. इनके उलमा सारे आम खुल कर कह रहे थे कि वोट बंटना नहीं चाहिए. इसका मतलब क्या है - बीजेपी का विरोध करो. अगर बीजेपी को भी सिक्यूलरिज्म की खुजली लगी है - जैसे अटल बिहारी वाजपेयी को लगी थी - तो ऐसा ही नतीजा होगा
भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष जी पी नड्डा।एक अच्छा रणनीतिकार नहीं है । उसमें नेतृत्व क्षमता की कमी है। वे भाजपा के कार्यकर्ताओं की समस्याओं पर ध्यान नहीं देते और न उनकी बातों पर ध्यान देते ।ए सी रूम में बैठकर चुनाव की रणनीतियां कारगर नहीं होती है । भाजपा को हानि पहुंचाने में जेपी नड्डा का वह बयान भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाया कि जिसमें उसने कहा कि अब भाजपा को न आर एस एस की जरूरत है और न ही दूसरे हिंदू संगठन की ।जिसके कारण आर एस एस ,बजरंगदल, विहिप चुनाव से खुद को किनारा कर लिया। अब भी कुछ नहीं हुआ है , भाजपा को चाहिए कि वे जेपी नड्डा को इस जिम्मेदारी से मुक्त करे क्योंकि उसमें सशक्त चुनाव रणनीति बनाने की क्षमता नहीं है और न ही वे जनता के बीच लोकप्रिय है । आलतू फालतू बैयानों से वे भाजपा को ही हानि पहुंचाते है।
Jat aur Rajput aksar alag alag guto mei rehte hai . Jat samaj to 2013 ke dangai ke samarthan mei aa gaya tha 2019 mei hi. BJP ne Jat samaj ko mnane ka paryaas kiya aur RLD ko shamil kiya jis se Jat vote toh aa gaye lekin SC chale gaye SP-Cong ki jholi mei.
Dakkan ka. Jatu. Na. ,MEERUT GHAZIABAD NOIDA. BULANDSHAR ,AMROHA BAGPAT BIJNOR ,ALIGARH MAI JAT. CANDIDATE THA USKO. JATU. NE. HARAYS. HA DAKKAN KA ,,,HATRASH ,,MATURA FAITHPUR. SIKRI MAI. RAJPUT. MUGAL. TO. HARWA. DETA. ANTIM. TIME. ,JAAT HO. JAYANT NE. JITA DIYA. ,,HA , MUFFARNAGAR RAJPUT NE. GADDARI. KI. 20 PERCENT ,EASTERN UP 25. MIA. ,,,4. AIU. HA. MODI AUR. YOGI. SIRA HA 8 CENTRAL MINISTER HA 24. MINISTER EASTERN UP. SA. SUB. HATE DU. PM 1 LAKHS. SA. JITA. LADIES KI. VIJAH. SA.
जब तक सरकार नहीं होती है तब तक सभी नेता पार्टी और जनता के साथ रहते हैं मगर जब सत्ता आती है और सरकार बन जाती है तब पार्टी और जनता से दूर होते जाते हैं.. दूर होते होते इतना दूर हो जाते हैं कि समर्पित मतदाताओं की चीख-पुकार भी नहीं सुन पाते हैं इसलिए पार्टियों का पतन होता है । कमोबेश शाइनिंग इंडिया का ही मामला है।
प्रदीप जी खुल के बोलिये ना की २०१३-१४ में अमित शा ने समीककरण सादा तो जब समीकरण बिगाड़ने के वक़्त बीजेपी मत बोलिए ना नाम ले शा जी का योगी जी का क़द कम करने कि लिए समीकरण बिगड़ा भीं उन्होंने ही
आपने बहुत ही सटीक एवं सार्गर्भित विश्लेषण किया हैं अब भाजपा के आला कमान को अखिलेश यादव के टिकट वितरण के फार्मूले पर विचार करना चाहिए श्री मोदी जी कब तक भाजपा को जितायेंगे चुनाव परिणाम आने के बाद से बहुत व्यथित हैं बहुत दुख हुआ जय श्रीराम
भाजपा के लोगो ने मतदाताओं से संपर्क करना ही बंद कर दिया हैँ। इस चुनाव मे मुझे मेरे क्षेत्र मे कोई भाजपा कार्यकर्ता दिखाई ही नहीं दिया। एक और मुख्य कारण हैँ भाजपा की हार का ओर वो हैँ संघ का निष्क्रिय रहना। सादर
प्रदीप जी, स्मृति इरानी ने तो बहुत अच्छा कार्य किया फिर वो क्यों हार गई? मोदी जी और राजनाथ जी भी बहुत कम वोट से जीते? दरअसल खटाखट खटाखट एक लाख के जुमले ने अपना काम कर दिया और कुछ भी नही हैं।
यही झूठ राहुल मध्य प्रदेश मे बोला था किसानो का कर्ज माफ करेंगे किसान ने दबाव बनाए ,सरकार गिर गई वही झूठ खटाखट वाला जुमला है आज लखनऊ के काग्रेस आफिस पर मुस्लिम महिलाए पहुंच गई फार्म लेने,गठबंधन को बेरोजगारी,महगाई, नकल,ये जुला इनको खत्म करेगा।
aapne sahi kaha
voter ye soch raha tha ki mujhe kya milega......
jaise 8500 per month
एकदम सही कहे है आप 🙏
बीजेपी की इस अवस्था में लाने में पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा का बहुत बड़ा हाथ है।
सत्य
शिवराज मामा नये अध्यक्ष बने
Kaise par ? Pls explain ...can't understand 🙏
Amit shah aur modiji is responsible for this decline of party
सटीक विश्लेषण
सर जब से रिजल्ट आये है मन बहुत बहुत व्यथित ,और बहुत वेदना से भरा हुआ है अपने को इलाहाबाद का कहने में शर्मिंदा हूं सर अब आगे क्या करना चाहिए ,कैसी रणनीति बनाई जाये हमे सर हर हाल में हिन्दू राष्ट्र चाहते हैं सर आगे की रणनीति बताए अयोध्या से हारना यूपी वालों को डूब कर मर जाने जैसा है
Hindu tatkalin labh se uppar nahi uth paya tat biradari mai bata ye soya samaj aaram parath ho gaya jo gaya vote dena usne bhi jati ke nam par voting ki
Allahabad me sarminda ho rhe ho to . Prayagraj bolo... Thoda to sarmindagi km lgega. Hindusukh milega.
Qki yhi policy rhi hai is govt ki.
ऐसी ही मनोस्थिति में, मैं भी हूं और सभी देशभक्त भी हैं । एक तरह से एक दूसरे को सांत्वना दें रहे हैं । मोदी जी को 6 माह , सदन में विश्वास मत हासिल करने के बाद मिल जायें तो वह बहुत कुछ काम कर डालेंगे और शायद अपनी सरकार की स्थिति भी मजबूत कर लेंगे।
@@omshankarsharma5001 इसी उम्मीद पर खुद को रोने नहीं दिया.
🙏🙏🙏🙏🙏
Khud ko activate karnaa hi hoga UP me BJP supporters ko... big chairs pe baithe huye logon ke bharose rahna stop kariye. In fact, in logon ko confront kariye, baar baar kariye, central leadership ke saamne questions raise kariye ... at every forum. Sab alert ho jayenge, to ye log bhi theek se kaam karenge. MP me yahi kiya gya aur result samne hai.
मोदी जी के हिन्दुत्व से मुस्लिम हृदय सम्राट बनने की कोशिश और मोदी के विकास के असर का जनता पर अति विश्वास करना। असफल इलेक्शन प्रबंधन। नड्डा जी का अहंकार।
बहुत अच्छा परिणाम आया है। लंबी रेस में ऐसे झटके जरूरी होते हैं अन्यथा घमण्ड और गलतफहमी हो जाता है।
ये तो मन को समझाने वाली बात हो गई !
Correct
Very true
BILKUL .SAHI
तीखे चुटीले शब्दों का लोभ संवरण करते हुए सीधे सरल शब्दों में विषय को समझाना आप जैसे अनुभवी व ज़मीनी हक़ीक़त पर पैनी निगाह रखने वाले वरिष्ठ पत्रकार के लिए ही संभव है ।
गुजरात की सीमाओं का भौगोलिक विस्तार तो संभव नहीं किन्तु लगातार सफलता से अति उत्साह और आत्ममुग्धता की स्थिति चरम पर पहुँच गई , जैविक संतति होने में ही संदेह हो जाना अपने आप में अद्भुत था।
चुनाव के दौरान यह समझ में नहीं आया कि ये लोग इन्डी ब्लॉक के ख़िलाफ़ चुनाव लड़ रहे थे या योगी जी के विरूद्ध…..
वैसे अहंकार और हठधर्मिता दोनों ही त्याज्य हैं ।
अब ज़रूरी है कि किसी तरह से उत्तर प्रदेश बचाया जाए 2027 में
Ab kuch hone wala nahi h 😮😮😮
उत्तर प्रदेश मे इन पाखंडियो की पोल खुल गई
तब पछताएं होत का जब चिड़िया चुग गई खेत!
Mushkil h , janta hindu muslim se polarize nhi ho rhi😅
Naukari mang rhe yuva
Babaji ka mushkil h😢😢
@@Baaghiazamgadiya-dk7lv मान लो अखिलेश की सरकार आ भी गई, तब भी paper leak रुकेंगे इसकी कोई guarantee नहीं। साथ ही नौकरियां तो यादवों में ही बांटनी है सपा वालों ने।
Good analysis sir,
Namaskar
Jai Shri Ram
Jai Hind Jai Bharat Maa.
जेपी नद्दा अध्यक्ष बनने के बाद बीजेपी organisation weak होगया
👍
श्रीमान जी, आपके लगातार और 99% सभी एपिसोड मैं सुनता रहा हूं। आपके विश्लेषण में एक शब्द लाभार्थी वर्ग कई बार सुना था, मगर उस वर्ग ने भाजपा का साथ नहीं दिया। उनका मानना है, उनका ये अधिकार है, इस लिए वोट विरोधी पक्ष को दल कर, आंखें खोल दी हैं। Tax देने वाले मध्यम वर्ग या नौकरी पेशा की अनदेखी भी एक मुद्दा रहा, जिसने वोटिंग किया ही नहीं, परिणाम 55% मतदान ,,, । नई सरकार को इस तरफ भी ध्यान देना चाहिए।
बिलकुल सही मध्यम वर्ग को भाजपा कोई अहमियत नही देता .
Sir I m very much inspired with you... Your each and every one word is correct and perfect.... Thanksgiving to you given a perfect reason... BJP should see this your video... And Analyse... I want BJP Should Stand Again
प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका की भी जाँच करानी होगी !
कार्य कर्ता की अनदेखी से वह घर बैठ गया । अब यह साबित हो गया कि बीजेपी का टिकट जीत की गारंटी नहीं । जनता ही जनार्दन है 🙏🙏🚩🚩
Good analysis
अति आत्मविश्वास, अहंकार और कार्य करताओं की अनदेखी बीजेपी को ले डूबा
यदि केवल टिकट वितरण की ही ख़ामी रही होती तो , राहुल गांधी जी को 3 लाख से अधिक अंतर से जीतना , स्मृति ईरानी का हारना , मोदी जी का मात्र 1.25 लाख की ही बढ़त लेने जैसी परिस्थितियों क्यों बनती ।
Sahi kaha bhai , ye log perception bna rhe candidate ki wajah haare😂😂
Lekin 2027 mein dekhna halat bjp ka😂😂
Ab bhi nhi samajh paye reason ye log 😅😅
Modi ji ki lead 5 lakh se 1.5k aa jaati h 😂😂
बीजेपी को फिर से अपने पुराने रंग में आना है तो चाहे अमित शाह या शिवराज सिंह चौहान को पार्टी अध्यक्ष बनाया जाए
नड्डा जी को तुरंत बदला जाये
नड्डा ही गड्ढा हैं ! तुरंत भरा जाए।
भाजपा के उदास कार्यकर्ता घरों से निकलने का प्रयास ही नहीं किया।
@@s.ptripathi8664
सत प्रतिशत सही पकड़ा आपने बहुसंख्यक समाज का परसेप्शन क्या है इसको आपने समझा और व्यक्त किया नमन आपको
बीजेपी का IT सेल भी फेल रहा।इसको तो तत्काल प्रभाव से बन्द कर देना चाहिए।विपक्षी पार्टी के नैरेटिव की काट नही निकाल पाये।अपना नैरेटिव न बना पाये न चला पाये।
It cell ka adhyasha Amit malviya ko hatana chahiye
कांग्रेस का आईटी सेल बहुत सक्रिय था अफवाह फैलाने में।
Ye sabse bada karn tha BJP ki har ka. Amit Malwiya IT cell head bilkul anpad hai. Usne BJP ko duba Diya.
Sir आप की बात बिल्कुल सही है लेकिन up मे टिकट बितरण किसने किया sir योगी जी को महत्व ही नही दिया गया केवल प्रचारक थे
Fire nakamma nada
मतदान सूची में तो मेरे कई जानने वालों के नाम गायब थे | जबकि सब वोट भाजपा के थे | फ्री राशन बंद होना चाहिए | जो समुदाय सबसे अधिक फायदा उठा रहा वही वोट नहीं देता
पता नही भाजपा के नेताओ को कितना दुख हुआ पर हम जैसे तो खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे है
भाजपा में संघ बाहर के लोग जो घुसमारी कर चुके है।वे ही भाजपा की घोर खोद रहे है।
Mai bhi
अब भाजपा और उनके समर्थकों को निराश होने और हिंदुओं को कोसने का प्रयास नहीं करना चाहिए। अब इससे आगे ऐसी गलती दोबारा नहीं हो इस बात को ध्यान में रखकर आगे सोचने और कार्य करने की आवश्यकता है।
Hum bhi
Koi baat ni bhai, next time it will improve
आदरणीय श्रीमान , मैं आपके विश्लेषण का क़ायल है । मेरा चुनाव प्रचार के समय से ही दृढ़ मानना था कि कांग्रेस, सपा, राजद , आप पार्टी - सभी का एक मात्र फोकस इसी बात पर था कि मुसलमानों को एकजुट रखते हुए भाजपा के विरुद्ध बनाये रखा जाये और हिंदुओं को जातिगत गणना- यादव - sc नाम से पृथकता को हवा दी जाये जिससे वो एकजुट होकर भाजपा के समर्थन में वोट नहीं कर पायें
रोजगार के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के युवा योगी सरकार से बहुत नाराज हैं
ये उसी का नतीजा है, सवर्ण युवाओं ने भाजपा के विरोध में वोट दिया है
कोई भी पार्टी हो,पप्पू और उसके जैसे पप्पू हमेशा बेरोजगार ही रहेगा...😂
जिनके पास skills हें वो कभी बेरोजगार नहीं रहेगा...!!
माननीय प्रदीप सर जी को सादर प्रणाम
अब मोदी जी को सबका साथ,सबका विकास छोड़ कर ,जिसका साथ उसका विकास वाली नीति अपनानी चाहिए।
प्रदीप जी इतना दिल तो किसी का पहला प्यार खो देने पर भी नहीं टूटता, अब व्याख्या करते रहिए।
जब जब भाजपा ने अपने आप को राष्ट्रीय स्वयं सेवक यानी संघ से ऊपर समझने का प्रयास किया है तब तब उसने केंद्र में मात खाई है चाहे वो 2004 हो या 2024 , नड्डा जी को सोच समझ कर बोलना चाहिए था। भाजपा संघ से है लेकिन संघ भाजपा से नहीं। परिणाम सबके सामने है।
पुरी तरह सहमत हूं
जय श्री राम 💐💐🙏
परंतु सबक सिखाने के लिए आरएसएस ने भारत माता को नीचा दिखा दिया मोदी जी को नीचा दिखा दिया को इसके लिए तो आरएसएस कोधिक्कार है 2004 में भी इन्होंने गद्दारी की थी और संघ की को भी बट्टा लगा है
बहुत सटीक विश्लेषण 🙏 प्रदीप जी इसके अतिरिक्त प्रमुख कारण कम मतदान भी था, भीषण गर्मी से लोग वोट डालने नही निकले, कम से कम 50-60 सीट पर मामूली अंतर से हार गए 🙏
garmi virodhiyo ko nhi lgti ye glt baat hai lekin ye shi baat hai ki vote percentage jab 60% se jyda 65 % 67% pdta hai toh jeet ki % bad jata hai
नड्डा तो बीजेपी मुख्यालय ही नहीं जाते थे।घर से बैठ कर दफ़्तर चलाते थे।कार्यकर्ताओ को मिलना मुश्किल हो जाता था।पिछले चुनावों में भी इनका प्रदर्शन अच्छा नही था।केवल मोदी के भरोसे रहे।हमेशा फेल रहे।
मोदी ne कोई teer नहीं mara
Jite to modi or hare to nadda 😂
Shivraj Singh Mama ko party ka adhyakhs banana chahiya. Nadda ek nikkama aur bakwaas adyaksha hain. Aur Amit shah bahut jyaada power leke baita Hain.
@pralhadsingh तो देश मे इतने काम हुवे देखे नहीं ज्या. 60 सालो मे नहीं हुवे वो. एक घर हमे नहीं चलाने आता और मोदीजी को अक्ल सिखाने चले.
इनको अध्यक्ष पद से अब हट जाना चाहिए ।
घर पर मतदान पर्ची पहुंचने वाली बात प्रदीप जी आपकी सही है इटावा लोकसभा क्षेत्र में हमारे कई लोगों की पर्ची नहीं आई
अखिलेश को पत्ता था की उसका कोर वोटर बीजेपी को तो वोट करेगा नहीं,लेकिन बीजेपी में तो ऐसे लोगों को भर लिया जो दूसरी पार्टियों में अलग थलग पड़ गए थे,इसलिए बीजेपी का कार्यकर्ता का मान सम्मान कम हो गया,इसके लिए तो संगठन ही जिम्मेवार है। जे पी नड्डा कितने भी सज्जन हों लेकिन अध्यक्ष के रूप में फेलियर है।
राईट
Yeh jimmedari BJP ki Rajya ikai ki hai na ki Rastriya ijai ki
आपकी सभी बातों से सहमत होते हुए मैं यह जोड़ना चाहता हूं कि अधिकतर प्रत्याशी पहली बार तो सभी कार्यकर्ताओं से सम्पर्क बनाता है लेकिन जब वह एक बार जीत जाता है तो कुछ चुनिंदा लोगों को ज्यादा महत्व देने लगता है जिससे गुटबाजी बढ़ती है जो संगठन को कमजोर करती है।
Very well said and very True
सहारा के जमाकर्ता और कार्यकर्ता बहुत बड़े कारण थे , जिसके कुछ लोगों ने नोटा और कुछ लोगों ने विपक्ष को वोट किये ! लोगों को लगा की बीजेपी सहारा पर कार्यवाही नहीं की !
अखिलेश यादव जी जिंदाबाद🇮🇳🇮🇳
नड्डा को बदलने पर विचार करना चाहिए
प्रदीप जी यह बात आपको चुनाव परिणाम के बाद पता चला
दद्दा, आज आपका विश्लेषण एकदम सटीक है।
सांसद महोदय और विधायक जी अहंकारी हो गए थे। बंद गाड़ी में बंद शीशा में मोबाइल कान पर लगाए लोगों से विमुख, रोजगार के कम अवसर उपलब्ध कराना, आत्मा मुग्धता आदि अनेक कारण है।
Vibhago me pde bharti ka nhi nikalna paper leak
एक दम सही बात
कोन कोन ये मानते है की आज यदि मोदी 400 पार कर लेते तो पक्का आज EVM गलत होता ना चम्चो
बहुत ही जबर्दस्त सटीक सुंदर एनालिसिस
अति आत्मविश्वास
सब कुछ योगी मोदीजी करें सासंद पांचों बर्ष मौज में रहे
टिकट वितरण कोई मुद्दा नही था सिर्फ एक मुद्दा अग्निवीर सब पर भारी पड़ा क्यू की यूपी मे जाट, राजपूत,यादव, जाटव, कुर्मी, और यूपी के यूवा सबसे जायदा सेना मे जाते थे जब से अग्निवीर लाया ये सब नाराज हो गए।
अग्नि वीर से युपी का युवा बहुत नाराज था और 400 पार के नारे ने दलित समाज को अखिलेश और कांग्रेस की तरफ जाने पर मजबूर कर दिया क्योंकि दलितों को लगा अब तो आरक्षण गया
संविधान की दुहाई देकर हर जगह रैलियों में कांग्रेस कि नेता और गठबन्धन के सभी पार्टियाँ संविधान बदलाव का हल्ला उड़ाकर जनता को भ्रमित करने में सफल रहे और पॉकेट में रखकर घूम रहे थे राहुल गाँधी 🤣😂😁
अग्निवीर में आपको पकड़ कर कोई नहीं ले जा रहा था. अगर आपको नहीं ठीक लगा तो जॉइन नहीं करते.
AGNIVEER ME MODIFICATION JARURI
आप सही कह रहे है सर जी,,। मछली सहर लोक सभा जौनपुर में यही था । बीपी सरोज को कोई दोबारा नहीं देखना चाहता था
पूरा शिक्षा विभाग + शिक्षा मित्र आदि सभी BJP की नीतियों के खिलाफ थे
प्रदीप सर जी
आपको कोटि कोटि प्रणाम
जो हम जैसे कम जानकार भाइयों को हकीकत से रूबरू कराते हो।
आज चौथा दिन है खाना ही नहीं अच्छा लग रहा। ये खरपतवार पार्टीयां फिर से फल फूल रही हैं।
मोदी जी को उदास देख कर रोना आ रहा है।
क्योंकि मैं और मेरा परिवार, समाज,BJP का कोर वोटर है। हम कहीं नहीं जाते
सर यूपी में भाजपा को झटका अमितशाह कि वजह से मिला है। यदि बाबा को विश्वास में लेकर टिकिट का बटवारा करते तो आज ये नौबत नहीं आती।
वैसे भी अमित शाह योगी जी से वैमनस्य रखते हैं।
ऐसा नहीं है, लोकसभा मे कैंडिडेट मायने नही रखता
Abe bhai jo obc vote milta hai vo sirf modi ki wajah se milta hai, yogi ka koi yogdaan nhi hai up me. Dekhna jab modi hatega tab pata chalega obc voto ka gyan jada na pelo
@@pramodkumarpatel6156 जी ठीक है ओबीसी SC ST General ही करते रहो future अच्छा-खासा रहेगा
बनारस में तो मोदीजी के नाम पर दोनों राज़ी थे तो फिर क्यों मोदीजी का जीत का अंतर पांच लाख से घट कर डेढ़ लाख हो गया? 😅
बिहार के पवन सिंह को आसनसोल से टिकट दे दिया फिर वो कराकत से निर्दलीय खड़ा हो गया और बीजेपी के 4 सीट खराब कर दिया। कराकत ओरंगाबाद आरा सासाराम राजपूत का वोट बत गया
प्रदीप जी, मुस्लिम क्यों नहीं सोचते कि ' उन्हे क्या मिलेगा' ? क्या हम हिन्दू ही इतने स्वार्थी है?
Exactly RT sirji
सही विश्लेषण
सबका साथ सबका विकास भूल कर जिसने दिया साथ उसका हो बिकास के नीति पर चलना है
जय जय श्रीराम 🚩🚩🚩
आपकी पूरी बात सुनने के बाद मैं कोई निष्कर्ष निर्धारित नहीं कर पा रहा हूं। पूरी वार्ताअनर्गल थी
तत्काल प्रभाव से नड्डा कों हटाया जाना चाहिये और अध्यक्ष श्री राजनाथ सिंह जी से सलाहकर उत्तर प्रदेश से नियुक्त किया जाना चाहिए
🚩अब योगी जी को सिर्फ़ और सिर्फ़ अपना पूरा फोकस UP में लगाना पड़ेगा,BJP को पूरी ताक़त और सूझबूझ के साथ अभी से जुटना पड़ेगा आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए, नहीं तो गुंडे तैयार बैठे हैं UP लूटने के लिए.......
vibhago me pde bharti ko turant bhara jaye wrna ghatak abhi hua hai aage aur ghatak hoga
उत्कृष्ट समीक्षा,
प्रदीप जी, इस तरह की समीक्षा-विवेचना बीजेपी के राज्य संगठन और केंद्रीय संगठन को करना चाहिए। आपका यह एपिसोड ही देख-सुन लें तो उनकी आँखें खुल जाएगी।
अब आप कहेंगे
MP में आपकी बात सही हो गई😊
ये सारी चीज़ें लेकिन बहुत भारी पड़ गई,,हमारी पूरी उम्मीदें टूट गई,,
अमित मालवीय एकदम फेल रहे।
JAI SRI RAM. NAMASKAR PRADIP ji
ये सब बातें क्या मोदीजी,शाह,योगी तक नही पहुंच सकीं। मोदी जी ने तो सदैव कामगार को पूर्ण सम्मान देते रहे
आप का विश्लेषण सटीक है, लेकीन सवाल ये है की योगी जी क्या कर रहे थे, अयोध्या मे भी बीजेपी हार गयी, सबसे शर्म नाक बात ये है
देवेंद्र फाड़नवीस resign करने को तैयार है लेकिन नाद्दा के एक शब्द भी नहीं निकले हार कि responsibility मैं लेता हूँ और resign करता हूँ , ये महानुभाव में organisational skills नहीं है
Theek kaha aapnai JP NADAA party pad bahut badee LIABILITY hai
JAI HIND
जय श्री राम 💐🌹🙏🙏
A good analysis by pradeep Singh
चंदौली, ग़ाज़ीपुर और जौनपुर के टिकट वितरण ने बीजेपी को पहले ही दिन हरा दिया था । इन तीनों जगहों की नाराज़गी ने बनारस में मोदी जी की जीत को भी कठिन कर दिया था । शेष दिल्ली से बनारस पहुँचे नेताओं ने होटलों में हवाई क़िले बनाकर पूरे कर दिए ।
चंदौली में पांडे जी को टिकट नहीं देना था,,,
Ayodhya mein candidate ke kaaran hi bjp haari
बिल्कुल ठीक बात, ज्यादातर सांसद अपने क्षेत्र में पब्लिक से मिले ही नहीं, सभी साथियों को साथ लेकर नहीं किया, जय श्री राम
प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका की भी जाँच करानी होगी !
कार्य कर्ता की अनदेखी से वह घर बैठ गया । अब यह साबित हो गया कि बीजेपी का टिकट जीत की गारंटी नहीं । जनता ही जनार्दन है 🙏🙏🚩🚩
Attitude 👌
बीजेपी गैर हिन्दुओं का तृप्तीकरण बहुत जोर से कर रही थी कि गैर हिन्दुओं के वोट लेकर वह 420 ही बनेगी लेकिन गैर हिन्दुओं ने बीजेपी की सारी मलाई चट कर डाली और वोट कांग्रेस को दे दिया
resign dene wala hai main whi tha bhupendra chaudhary aur jp nadda gadda
प्रदीप जी, जो कहिये, सौ बात की एक बात।संघ मोदी के बढ़ते कद को बर्दाश्त नही कर पाई।
मैं प्रतापगढ़ से हूं यहां का MP ने कुछ काम नहीं किया और कई भाजपा समर्थक इन्हें हटाना चाहते थे बस इसलिए सपा को वोट दिया गया शायद और जिलों जैसे अयोध्या में भी यही हुआ
Yahi huaa hai jyada tar
Nota ko dete vote...Sp Ko q diya
@@bharat77770 भाई हमारा पूरा परिवार और पड़ोसी बीजेपी को दिया लेकिन कई लोग नाखुश थे
जीतने पर सब अवगुण दब जाते हैं हारने पर सामने आ जाते हैं । लल्लू सिंह के संविधान पर दिए गये भाषण ने यूपी में भाजपा को हराया है।
मेरे एक मित्र धार्मिक कथाकार है ,ये संसद के निर्वाचन से पूर्व अयोध्या गये थे अपनी आगामी कथा की व्यवस्था के लिए तथा निर्वाचन के पश्चात पुनः गये व्यवस्थाओं के पुन:निरिक्षण के लिए पहले जब गये थे तो स्थानीय संत ,महंत, व्यक्तियों ने कहा था की अयोध्या से ललनसिंह यहां से नहीं जीत पाएंगे , सदस्य सही नहीं है ,रिजल्ट लाले दिन भी वही हुआ ।
आपका आंकलन बहुत सहि होता है ।
उससे बड़ा सवाल ये है कि धार्मिक कथाकार और संतों को राजनीति में विशेष दिलचस्पी क्यों है। हर धर्म में सारी परेशानियों की जड़ यहीं से शुरू होती है।
यही सत्य है
टिकट वितरण में योगीजी को अनदेखा किया गया था
तो मोदी जी की वोट % मोदी की सीट मे क्यू कम हो गया ये भी तो बताओ
जनता की मूलभूत समस्याओं पर सरकार की पहुंच नहीं है
जनता बहुत ही आक्रोश है भाजपा से,बेबसी में, अगर भाजपा ने नहीं सुधारा तो मजबूरी में भाजपा से विमोह हो रहा है। अगले विधानसभा चुनाव में नुकसान होने की सम्भावना है।
@@prajesh1550 पैसेंजर ट्रेन में एक्सप्रेस का किराया वसुला जा रहा था
रेलवे और एससी में सरकारी नौकरियां नहीं आ रही थी
पेपर लीक की समस्या लगातारहोती जा रही थी
महंगाई को कंट्रोल नहीं कियागया था
छोटे नेताओं द्वारा आरक्षण खत्म करने के बात और संविधान बदलने की बात कही जा रही थी
घोषणा पत्र में नौकरी और रोजगार पर कोई बात नहीं कहा गया था
@@थावेधामAAP Ki baat Sahi h 🙏🌹🌹
Lakin andhbhkto ko samjhana namumkin h 😄😄😄
बीजेपी के नेताओं ने कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं की। प्रदीप जी आपका विश्लेषण सही है
Bahut achha analysis sir ji
❤
उत्तर प्रदेश में भाजपा के खराब प्रदर्शन का एक प्रमुख कारण उम्मीदवारों का गलत चयन है।
JAI HIND JAI BHARAT
Very correct analysis.
Fir Modi ji ka vote share kam kyu hua Varanasi me?
May be.we in Assam give full 10 seat to BJP
Ye nahi huwa wo naahi huwa andhbhkto ko samjhana 😅😅😅
एकदम सही विश्लेषण,आगे अब कुछ बोलने के लिये बचा नहीं।
प्रणाम प्रदीप जी
अखलेश के टिकट वितरण में स्मार्टनेस, जाती को देखकर, पुराने घिसे, आलोक प्रिय उम्मीदवार को टिकट देना, मायावती का वोट एसपी को ट्रांसफर होना, मुस्लिम का बीजेपी को वोट न देना, मुख्य कारण है
मुसलमान वोट तो बीजेपी को कभी मिलेगा ही नहीं. इनके उलमा सारे आम खुल कर कह रहे थे कि वोट बंटना नहीं चाहिए. इसका मतलब क्या है - बीजेपी का विरोध करो. अगर बीजेपी को भी सिक्यूलरिज्म की खुजली लगी है - जैसे अटल बिहारी वाजपेयी को लगी थी - तो ऐसा ही नतीजा होगा
भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष जी पी नड्डा।एक अच्छा रणनीतिकार नहीं है । उसमें नेतृत्व क्षमता की कमी है। वे भाजपा के कार्यकर्ताओं की समस्याओं पर ध्यान नहीं देते और न उनकी बातों पर ध्यान देते ।ए सी रूम में बैठकर चुनाव की रणनीतियां कारगर नहीं होती है । भाजपा को हानि पहुंचाने में जेपी नड्डा का वह बयान भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाया कि जिसमें उसने कहा कि अब भाजपा को न आर एस एस की जरूरत है और न ही दूसरे हिंदू संगठन की ।जिसके कारण आर एस एस ,बजरंगदल, विहिप चुनाव से खुद को किनारा कर लिया। अब भी कुछ नहीं हुआ है , भाजपा को चाहिए कि वे जेपी नड्डा को इस जिम्मेदारी से मुक्त करे क्योंकि उसमें सशक्त चुनाव रणनीति बनाने की क्षमता नहीं है और न ही वे जनता के बीच लोकप्रिय है । आलतू फालतू बैयानों से वे भाजपा को ही हानि पहुंचाते है।
आपने सही आकलन किया है यहीजरूरी था
JP Nanda जी को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए😊
baat chal rhi hai hataya jayega
Sir aapne ekdam sahi navss pakdi haii..
अ ब आपने सटीक विश्लेषण किया है । जनता का दोस है नहीं है अर्कमय नेताओं की वजह से जनता में असतोष था।
Sir Excellent analysis
उत्तर प्रदेश में क्षत्रियों की अवहेलना तथा जाटों,औम प्रकाश राजभर एवं दारा सिंह नोनिया को जबरदस्ती महत्व देना बीजेपी को बहुत भारी पड़ा है।
Bilkul sahi bat hai.Ese koi nahi bol Raha hai.
Jat aur Rajput aksar alag alag guto mei rehte hai .
Jat samaj to 2013 ke dangai ke samarthan mei aa gaya tha 2019 mei hi.
BJP ne Jat samaj ko mnane ka paryaas kiya aur RLD ko shamil kiya jis se Jat vote toh aa gaye lekin SC chale gaye SP-Cong ki jholi mei.
Dakkan ka. Jatu. Na. ,MEERUT GHAZIABAD NOIDA. BULANDSHAR ,AMROHA BAGPAT BIJNOR ,ALIGARH MAI JAT. CANDIDATE THA USKO. JATU. NE. HARAYS. HA DAKKAN KA ,,,HATRASH ,,MATURA FAITHPUR. SIKRI MAI. RAJPUT. MUGAL. TO. HARWA. DETA. ANTIM. TIME. ,JAAT HO. JAYANT NE. JITA DIYA. ,,HA , MUFFARNAGAR RAJPUT NE. GADDARI. KI. 20 PERCENT ,EASTERN UP 25. MIA. ,,,4. AIU. HA. MODI AUR. YOGI. SIRA HA 8 CENTRAL MINISTER HA 24. MINISTER EASTERN UP. SA. SUB. HATE DU. PM 1 LAKHS. SA. JITA. LADIES KI. VIJAH. SA.
ISI JAT VAD SE HARI
Sahi hai choti jat Wale kuch bada nahi kar sakte,inhe jaha mal milega wahi bhag jayenge
यूपी प्रदेश अध्यक्ष से भी सख्त सवाल जवाब होना होंना चाहिये टिकट वितरण क्यों होने दिया गलत
जब तक सरकार नहीं होती है तब तक सभी नेता पार्टी और जनता के साथ रहते हैं मगर जब सत्ता आती है और सरकार बन जाती है तब पार्टी और जनता से दूर होते जाते हैं.. दूर होते होते इतना दूर हो जाते हैं कि समर्पित मतदाताओं की चीख-पुकार भी नहीं सुन पाते हैं इसलिए पार्टियों का पतन होता है । कमोबेश शाइनिंग इंडिया का ही मामला है।
सटीक बात
संभल जाएं अभी तभी फायदा होगा
प्रदीप जी खुल के बोलिये ना की २०१३-१४ में अमित शा ने समीककरण सादा तो जब समीकरण बिगाड़ने के वक़्त बीजेपी मत बोलिए ना नाम ले शा जी का
योगी जी का क़द कम करने कि लिए समीकरण बिगड़ा भीं उन्होंने ही
अहमद शाह की वजह से हार हुई
🙏Pradeep sir ko Haryane Walo ki Ram Ram🙏
आपने बहुत ही सटीक एवं सार्गर्भित विश्लेषण किया हैं अब भाजपा के आला कमान को अखिलेश यादव के टिकट वितरण के फार्मूले पर विचार करना चाहिए श्री मोदी जी कब तक भाजपा को जितायेंगे चुनाव परिणाम आने के बाद से बहुत व्यथित हैं बहुत दुख हुआ जय श्रीराम
प्रदीप जी आप सही है Bulandshahr के MP भोला को जीता अवश्य दिया लेकिन ये कोई काम नही करता चुनाव में ही दिखाई देता है।
भाजपा के लोगो ने मतदाताओं से संपर्क करना ही बंद कर दिया हैँ। इस चुनाव मे मुझे मेरे क्षेत्र मे कोई भाजपा कार्यकर्ता दिखाई ही नहीं दिया। एक और मुख्य कारण हैँ भाजपा की हार का ओर वो हैँ संघ का निष्क्रिय रहना।
सादर
sansad log jab apne chamcho se aage bade tab na chhetra me lokpriyta banana pdta hai kaam se lekin inn sbko kuch aata nhi
Sir ji bahut sunder vichaar hai appka
केशव मौर्य , ब्रजेश पाठक को उपमुख्यमंत्री बनाना , योगीजी के प्रभाव को कम करना था । पावर का केंद्रीकरण हुआ , अधिकारियों की चलती रही ।
Correct analysis.
प्रदीप जी,
स्मृति इरानी ने तो बहुत अच्छा कार्य किया फिर वो क्यों हार गई?
मोदी जी और राजनाथ जी भी बहुत कम वोट से जीते?
दरअसल खटाखट खटाखट एक लाख के जुमले ने अपना काम कर दिया और कुछ भी नही हैं।
यही झूठ राहुल मध्य प्रदेश मे बोला था किसानो का कर्ज माफ करेंगे किसान ने दबाव बनाए ,सरकार गिर गई वही झूठ खटाखट वाला जुमला है आज लखनऊ के काग्रेस आफिस पर मुस्लिम महिलाए पहुंच गई फार्म लेने,गठबंधन को बेरोजगारी,महगाई, नकल,ये जुला इनको खत्म करेगा।
Up में बेरोजगारी बहुत ज्ञयादा हे इसीलिए भाजपा हारी है
प्रदीप जी आपकी बात से सहमत हैं लेकिन आवारा पशु और संविधान खत्म करके आरक्षण खत्म करना यह मुख्य मुद्दा रहा
आदरणीय
बहुत ही सुन्दर विश्लेषण किया आप ने जमीनीस्तर की सच्चाई।