लक्ष्मी दहिवडीची यात्रा 2022 l श्री महालक्ष्मी मंदिर l लक्ष्मी दहिवडी l मंगळवेढा

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  • Опубліковано 26 жов 2024

КОМЕНТАРІ • 72

  • @Mayuri_Shivanshi
    @Mayuri_Shivanshi 5 місяців тому +3

    Yatra javal aali aahe ❤.........😊

  • @laxmanlondhe2405
    @laxmanlondhe2405 Рік тому +1

    मस्त माहिती दिल सर

  • @vikasj933
    @vikasj933 Рік тому +1

    खूप छान सर

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 4 मंत्र 5
    कूचिज्जायते सनयासु नव्यो वने तस्थौ पलितो धूमकेतुः। अस्नातापो वृषभो न प्रवेति सचेतसो यं प्रणयन्त मर्ताः।।5 ।।
    पूर्ण परमात्मा जब मानव शरीर धारण कर पृथ्वी लोक पर आता है उस समय अन्य वृद्ध रूप धारण करके पूर्व जन्म के भक्ति युक्त भक्तों के पास तथा नए मनुष्यों को नए भक्ति संस्कार उत्पन्न करने के लिए विद्युत जैसी तीव्रता से जाता है अर्थात् जब चाहे जहाँ प्रकट हो जाता है। उन्हें सत्य भक्ति प्रदान करके मोक्ष प्राप्त कराता है।

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) तीसरे मुक्ति धाम अर्थात् सतलोक में रहता है। - ऋग्वेद
    ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 18

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17, 18
    पूर्ण परमात्मा कविर्देव तीसरे मुक्ति धाम अर्थात् सत्यलोक की स्थापना करके तेजोमय मानव सदृश शरीर में आकार में सिंहासन पर विराजमान है।

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    एक राम दशरथ घर डोले, एक राम घट घट में बोले ।
    एक राम का सकल पसारा, एक राम त्रिभुवन न्यारा ।।
    इस "राम नवमी" पर जानिए कौन है वो "आदि राम" जिसने इस संसार की उत्पत्ति की। अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    अल्लाह साकार है, बेचून नहीं!
    पवित्र कुरान शरीफ (सुरत फुकार्नि 25, आयत 59)
    अल्ल्जी खलकस्समावाति वल्अर्ज व मा बैनहुमा फी सित्तति अय्यामिन् सुम्मस्तवा अलल्अर्शि शशि अरर्ह्मानु फस्अल् बिही खबीरन्(कबीरन्)।।

  • @Mayuri_Shivanshi
    @Mayuri_Shivanshi 5 місяців тому +1

    2024 chi yatra...

  • @pravinkshirsagar2387
    @pravinkshirsagar2387 10 місяців тому +1

    🙏🏻😊🚩🔱Aaimahalaximi 🦁prrasanna.🚩🔱🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🍎🍓🍑🍒🍊🍋🌿

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    कबीर, जिन राम कृष्ण निरंजन किया, सो तो करता न्यार।
    अंधा ज्ञान न बूझई, कहै कबीर बिचार।।
    सर्व सृष्टि का कर्ता कौन है? जानने के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @kashinattodakri4743
    @kashinattodakri4743 Рік тому +1

    मी दहीवडी चा आहे या वषीं ५मे,ला यात्रा आहे या

  • @laxmanlondhe2405
    @laxmanlondhe2405 Рік тому +1

    अजून माहित मिळेल अशी असा करतोय

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    राम कृष्ण से कौन बड़ा, उनहू भी गुरु कीन्ह ।
    तीन लोक के वे धनी, गुरु आगे आधीन ।।
    इस "राम नवमी" पर जानिए कौन है वह "तत्वदर्शी संत" और इस समय धरती पर कहां है? जानने के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @LakshmiAie
    @LakshmiAie 2 роки тому +3

    माझं माहेर आहे लक्ष्मी दहिवडी 🙏

    • @rajurayban6497
      @rajurayban6497  2 роки тому +1

      प्रतिक्रियेबद्दल धन्यवाद

  • @nitinwaghmare8383
    @nitinwaghmare8383 5 місяців тому +1

    2024 yatra kadhi ahe

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    श्री राम जी सतगुण, विष्णु जी के अवतार थे। उनका भी आविर्भाव (जन्म) तथा तिरोभाव (मृत्यु) होता है।
    - प्रमाण श्रीमद्देवी भागवत अध्याय 5 स्कंध 3 पृष्ठ 123

  • @birajishingade3846
    @birajishingade3846 2 роки тому +2

    यात्रेची छान माहिती दिली👌👌

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    ऋग्वेद मण्डल 1 सूक्त 1 मंत्र 5
    अग्निः होता कविः क्रतुः सत्यः चित्रश्रवस्तम् देवः देवेभिः आगमत् ।।5 ।।
    सर्व सृष्टी रचनहार कुल का मालिक कविर्देव अर्थात् कबीर साहेब है जो तेजोमय शरीर युक्त है। जो साधकों के लिए पूजा करने योग्य है।

  • @akashrakhapasare8294
    @akashrakhapasare8294 Рік тому +1

    🙏🙏🙏

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    परमात्मा साकार है व सहशरीर है (प्रभु राजा के समान दर्शनीय है)
    यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1, 6, 8, यजुर्वेद अध्याय 1, मंत्र 15, यजुर्वेद अध्याय 7 मंत्र 39, ऋग्वेद मण्डल 1, सूक्त 31, मंत्र 17, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 86, मंत्र 26, 27, ऋग्वेद मण्डल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 - 3

  • @sambhajitanagavade5870
    @sambhajitanagavade5870 2 роки тому +1

    खूप छान... राजाभाऊ...

  • @lakhansonawale6858
    @lakhansonawale6858 Рік тому +2

    लक्ष्मी देवीची यात्रा ५ मे २०२३ पासून सूरू आहे

  • @rajshekharkoshti4059
    @rajshekharkoshti4059 2 роки тому +2

    खूपच छान👍 पुढील कार्यास शुभेच्छा🌹

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    पवित्र यजुर्वेद अध्याय 40 मंत्र 8 में कहा है कि (कविर मनिषी) जिस परमेश्वर की सर्व प्राणियों को चाह है, वह कविर अर्थात कबीर परमेश्वर पूर्ण विद्वान है। उसका शरीर बिना नाड़ी (अस्नाविरम) का है, (शुक्रम अकायम) वीर्य से बनी पांच तत्व से बनी भौतिक काया रहित है। वह सर्व का मालिक सर्वोपरि सत्यलोक में विराजमान है। उस परमेश्वर का तेजपुंज का (स्वर्ज्योति) स्वयं प्रकाशित शरीर है।

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    यजुर्वेद अध्याय 5, मंत्र 1 : परमात्मा साकार है।
    अगने तनुः असि | विश्नवे त्व सोमस्य तनूर' असि ||
    यहां दो बार कहा है कि परमेश्वर का शरीर है। उस सनातन पुरुष के पास सबका पालन-पोषण करने के लिए शरीर है अर्थात् जब भगवान तत्वज्ञान समझाने के लिए कुछ समय के लिए इस संसार में अतिथि के रूप में आते हैं, तो वे अपने वास्तविक शरीर पर प्रकाश के हल्के पुंज का शरीर धारण करके आते हैं।

  • @SanjayRAYBAN
    @SanjayRAYBAN 2 роки тому +1

    Chan dev darshan zale dron dwara....dhanyawad

  • @santoshingale9249
    @santoshingale9249 2 роки тому +1

    खूप छान सर 👍🏻

  • @vijayshingade6303
    @vijayshingade6303 Рік тому +1

    मंगळवेढा तालुक्यात गाजलेले गाव म्हणजे आमचे गाव 🔥🔥

    • @rajurayban6497
      @rajurayban6497  Рік тому

      प्रतिक्रियेबद्दल धन्यवाद.

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    जैन धर्म में व्रत, उपवास मुख्य तौर किया जाता है। जबकि गीता अध्याय 6 श्लोक 16 में व्रत करने के लिए मना किया गया है। वहीं विचार करें परमात्मा हम सभी का पिता है तो क्या एक पिता अपने बच्चों को भूखा देख खुश हो सकता है।
    इसलिए मोक्ष दायक भक्ति विधि जानने के लिए पढ़िये 'हिन्दू साहेबान नहीं समझे गीता वेद पुराण'

  • @rohitgaming4832
    @rohitgaming4832 2 роки тому +4

    Ho aami titlch aahot 💖💖

    • @rajurayban6497
      @rajurayban6497  2 роки тому +2

      प्रतिक्रियेबद्दल धन्यवाद .

    • @badrinathdham5543
      @badrinathdham5543 Рік тому

      कुठल्या महिन्यात असते ही देवी chi यात्रा? .
      जय लक्ष्मी माता.. तुझ्या अनंत कृपे साठी खूप खूप धन्यवाद.🙏

  • @balasahebwaghmare1214
    @balasahebwaghmare1214 2 роки тому +1

    खूप छान माहिती दिली आहे

  • @rahulkadlaskar6752
    @rahulkadlaskar6752 2 роки тому +2

    Video Quality 👌

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    परमात्मा शिशु रूप में प्रकट होकर लीला करता है। तब उनकी परवरिश कंवारी गायों के दूध से होती है।
    ऋग्वेद मंडल 9 सूक्त 1 मंत्र 9
    यह लीला कबीर परमेश्वर ही आकर करते हैं।

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 में कहा गया है कि कविर्देव शिशु रूप धारण कर लेता है। लीला करता हुआ बड़ा होता है। कविताओं द्वारा तत्वज्ञान वर्णन करने के कारण कवि की पदवी प्राप्त करता है अर्थात् उसे ऋषि, सन्त व कवि कहने लग जाते हैं, वास्तव में वह पूर्ण परमात्मा कविर् (कबीर साहेब) ही है।

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    ऋग्वेद मण्डल 9 सूक्त 96 मंत्र 17 से 20 में प्रमाण है कि पूर्ण परमात्मा कविर्देव (कबीर परमेश्वर) शिशु रूप धारण करके प्रकट होता है तथा अपना निर्मल ज्ञान अर्थात तत्वज्ञान कबीर वाणी के द्वारा अपने
    अनुयायियों को बोल-बोल कर वर्णन करता है। वह कविर्देव (कबीर परमेश्वर) ब्रह्म के धाम तथा परब्रह्म के धाम से भिन्न जो पूर्ण ब्रह्म का तीसरा ऋतधाम (सतलोक) है, उसमें आकार में विराजमान है तथा सतलोक से चौथा अनामी लोक है, उसमें भी यही कविर्देव (कबीर परमेश्वर) अनामी पुरुष रूप में मनुष्य सदृश आकार में विराजमान है।

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 82, मंत्र 1 और ॠगवेद मणडल 9, सूक्त 95, मंत्र 1-5 के अनुसार
    परमात्मा साकार मानव सदृश है वह राजा के समान दर्शनीय है और सतलोक में तेजोमय शरीर में विद्यमान है उसका नाम कविर्देव (कबीर) है ।

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    राम भगवान का जन्म मां के गर्भ से हुआ जबकि पूर्ण परमात्मा ना तो मां के गर्भ से जन्म लेता है और न ही उसकी मृत्यु होती है तो फिर आदिराम (पूर्ण परमात्मा) कौन है? जानने के लिए अवश्य पढ़ें ज्ञान गंगा।

  • @laxmanbansode2761
    @laxmanbansode2761 2 роки тому +1

    खूप छान असे देवदर्शन झाले

    • @rajurayban6497
      @rajurayban6497  2 роки тому

      प्रतिक्रियेबद्दल धन्यवाद .

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    जैन धर्म में माना जाता है कि हठयोग करने से निर्वाण अर्थात मोक्ष की प्राप्ति होती है। जबकि गीता अध्याय 17 श्लोक 5-6, अध्याय 3 श्लोक 6 में हठयोग के लिए मना किया गया है। यानि यह एक मनमाना आचरण है।

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    परमात्मा कबीर साहेब पाप विनाशक हैं
    यजुर्वेद अध्याय 8 मन्त्र 13 में कहा गया है कि परमात्मा पाप नष्ट कर सकता है। संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेने व मर्यादा में रहने वाले भक्त के पाप नष्ट हो जाते हैं।

  • @econtent4u
    @econtent4u 2 роки тому +2

    Nice👌

  • @vishwasshinde8055
    @vishwasshinde8055 2 роки тому +2

    Nice guru

  • @उषाकोष्टी
    @उषाकोष्टी 2 роки тому +1

    chan

  • @darshankhandare5509
    @darshankhandare5509 Місяць тому

    Proper address Kay ahe ?

  • @samitghanekar-so6yc
    @samitghanekar-so6yc Рік тому +1

    Ppppppppppp😊

  • @rajprakashdeshingkar1760
    @rajprakashdeshingkar1760 2 роки тому +1

    मला अजून माहिती पाहिजे

    • @rajurayban6497
      @rajurayban6497  Рік тому

      नक्कीच प्रयत्न करेन.

  • @vandanabansode4910
    @vandanabansode4910 2 роки тому +2

    Very nice

  • @twobudss
    @twobudss 2 роки тому +2

    Nice

  • @shanker.bestjundale7559
    @shanker.bestjundale7559 4 місяці тому

    जैन धर्म में व्रत, उपवास मुख्य तौर किया जाता है। जबकि गीता अध्याय 6 श्लोक 16 में व्रत करने के लिए मना किया गया है। वहीं विचार करें परमात्मा हम सभी का पिता है तो क्या एक पिता अपने बच्चों को भूखा देख खुश हो सकता है।
    इसलिए मोक्ष दायक भक्ति विधि जानने के लिए पढ़िये 'हिन्दू साहेबान नहीं समझे गीता वेद पुराण'