"कभी खाली मत बैठो: एक छोटे गाँव के लड़के की सफलता की कहानी"

Поділитися
Вставка
  • Опубліковано 9 лют 2025
  • *"कभी खाली मत बैठो"*
    रवि एक छोटा सा गाँव का लड़का था, जो हमेशा अपने समय को बेकार गँवा देता था। उसे खाली बैठना पसंद था-घंटों मोबाइल चलाना, यूँ ही सड़क पर घूमना, और दोस्तों के साथ समय बर्बाद करना उसकी आदत बन चुकी थी। उसकी माँ हमेशा समझाती, *"बेटा, समय बहुत कीमती होता है, कभी खाली मत बैठो।"* लेकिन रवि हर बार उनकी बात को अनसुना कर देता।
    *एक दिन जो हुआ, उसने रवि की ज़िंदगी बदल दी!*
    रवि गाँव के चौपाल पर अपने दोस्तों के साथ बैठा हुआ था। तभी गाँव के सबसे अमीर आदमी, **शर्मा जी**, वहाँ से गुज़रे। उन्होंने रवि को देखकर कहा,
    *"बेटा, तुम हर दिन यहाँ बैठे रहते हो, कभी कुछ करने की कोशिश क्यों नहीं करते?"*
    रवि ने हँसते हुए जवाब दिया, *"अरे अंकल, अभी तो उम्र पड़ी है, काम बाद में कर लेंगे।"*
    शर्मा जी मुस्कुराए और बोले, *"अगर मैं भी यही सोचता, तो आज इस गाँव में मेरी इतनी इज़्ज़त नहीं होती। जो समय बर्बाद करता है, वो कभी आगे नहीं बढ़ता।"*
    रवि को यह बात दिल पर लग गई। उसने तय किया कि अब वह अपना समय बर्बाद नहीं करेगा। उसी दिन से उसने एक छोटा सा काम शुरू किया-गाँव में बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने का। धीरे-धीरे उसकी मेहनत रंग लाई।
    *कुछ साल बाद...*
    रवि अब एक बड़ा कोचिंग सेंटर चला रहा था। गाँव में उसका नाम हो गया था। जिन दोस्तों के साथ वह खाली बैठा करता था, वही अब उसकी तारीफ़ कर रहे थे।
    एक दिन, जब उसकी माँ ने उससे पूछा, *"बेटा, ये बदलाव कैसे आया?"*
    तो रवि मुस्कुराकर बोला, *"आपकी वही बात-'कभी खाली मत बैठो'-ने मेरी ज़िंदगी बदल दी!"*
    *शिक्षा:*
    *ज़िंदगी में कुछ भी हासिल करने के लिए समय का सही इस्तेमाल ज़रूरी है। जो खाली बैठता है, वह अपनी ज़िंदगी खुद बर्बाद करता है।* इसलिए, *"कभी खाली मत बैठो!"*

КОМЕНТАРІ •