मुर्तज़ा भाई अच्छे सुलझे हुए और समझदार व्यक्ति हैं उनकी बातचीत और बातें बहुत अच्छी लगी बिना किसी की भावनाओं को चोट पहुंचाते हुए सब चीज का बेहतरीन जवाब दिया है
दोनों भाइयों को हरियाणा वालों की तरफ से राम राम इसी तरह साफ छवि एक दूसरे से बातें करना जिनके दिल मिले हुए होते हैं वह मजहब जाति बिरादरी नहीं देखते जय जवान जय किसान भारत माता की जय राम कुमार कंडेला जिंद हरियाणा
Love you murtja bhai, अगर दादी-नानी के गोत्र छोड़ कर शादी करते हैं तो आप पक्के तौर पर राजपूत हो हम हरियाणवीओ में (जाटों) यहीं प्रथा हैं और आप के लहजे में हरियाणवी साफ झलक रही हैं, राम राम भाई मुर्तजा - सलाम, परमात्मा आपको सेहतमंद रक्खे, फलों फूलों ।
मैंने भी अपने पिता जी श्री फूलचंद स्योराण डांडमा निवासी से और एक ताऊ जी सज्जन कुमार गांव तालू जिला भिवानी( हरियाणा) दोनों से जानकारी प्राप्त की है। इन दोनों ने मुझे बताया कि कासू रांगड और उनके भाइयों का गांव में बहुत खौंफ था उनके निजी पशुओं पुरे गांव के खेतों की फसल में तबाही करते थे किसी में रोकने कि क्षमता नहीं थी। एक बार गांव के किसी हिन्दू किसान ने कासू रांगड के साथ मिलकर साझेदारी में खेती की थी। गांव का सांड यानी कि( खागड़) फसल में चरने के लिए आता था किसान उसको भगाने में असमर्थ था फिर कासू रांगड ने कहा मैं खागड़ को देखता हूं।कासू रांगड ने गांव के खागड़ को मार दिया और पंचायत में माफी मांगने बात पर सहमत नहीं हुआ बल्कि अपनी ताकत का अहंकार दिखाया और सुना है कि कासू रांगड की पत्नी ने भी कहा कि अपनी ग़लती को मानकर गांव में कोई बछड़ा ला कर दे दो उसको खागड बना देना लेकिन कासू रांगड अपनी ताकत के घमंड के कारण पत्नी कि बात को भी नहीं माना ।इसलिए गांव वालों ने गौभक्त व गौरक्ष श्री हरफूल जाट जुलानीवाले की मदद ली थी पहले लाठी से वार करने कामौका कासू रांगड को श्री हरफूल जाट ने दिया था ।कहते कि कासू रांगड ने लाठी इतनी ताकत से मारी थी कि हरफूल जाट तो अपने कला के कारण बच गया और लाठी डेढ़ हाथ मिट्टी के डोले (मेड) में घुस गई थी इसके उपरांत हरफूल जाट ने कासू रांगड को मारा था कोई धार्मिक उन्माद नहीं था। बलबीर सिंह स्योराण डांडमा निवासी भिवानी।
आज भी बड़े बुजुर्ग हरियाणा में कासु रागड़ का बड़े आदर के साथ नाम लेते हैं जब भी कोई युवा नौजवान अपनी ताकत दिखाने की कोशिश करता है तो बड़े बुजुर्ग बोलते हैं कि बड़ा तु कासु रागड़ है । वह बहुत ही ताकतवर व्यक्ति था। मेरा नमन 🙏🙏
ये लडाई कोई लडाई नही थी एक गलतफहमी थी जो हरफूल को करवाई गई थी और कासू ताकत के नशे मे था समय रहते गलतफहमी दूर होजाती तो हरफूल कभी भी कासू को नही मारता ये सचचाई है गऊ रक्षक तो ये दोननो ही वीर थे
हिंदू मुसलमान की लड़ाई हो चुकी थी दोनों धर्म में अपने आप मां और सम्मान की लड़ाई हो चुकी थी का सुरंग रखने को मारकर के गाड़ी में लोड करके ले गया था तो लोगों ने बोला यह तो भाई गांव में जब खगड़िया मार के लिए क्या हमारे सामने ही ठाकुर को ले गया मार्केट तो हमारा क्या रह गया हल करके खाया और फिर पंचायत हुई पंचायत में बुला के तुम्हारे पर जो बड़े बना लिया है मैं दंड स्वीकार नहीं करूंगा यह भी उसको ऑफर दिया गया था कि एक सुंदर नल का बैल बछड़ा लाकर के गांव में छोड़ दे उसकी भरपाई हो जाएगी और माफी मांग लीजिए सभी चीज का सुरंग लड़ने मना कर दी तो फिर और फूल सिंह जाट जलाने से संपर्क किया गया गाना गांव में वह आते हैं भारत सिंह के घर।तो पंचायत बुलाई थी पंचायत में हरफूल सिंह को बुलाया गया हरफूल सिंह ने यह कहकर के पंचायत में आने से मना कर दिया मैं साफ सुथरा आदमी नहीं हूं मेरे को झूठ भी बोलना पड़ता है मेरे को अंग्रेज भी करने पड़ते हैं मुझे हेट कैटल खाने तोड़ने पड़ते हैं एक आदित्य पर कोई शब्द मेरे से गलत निकल गया तो पंचायत में वह आदमी बोलता है जो बिल्कुल सच्चा ईमानदार और बेदाग हो लेकिन मेरे तो दाग लगा हुआ है आर्मी से भाग गया हुआ हूं मैं इसलिए पंचायत जो भी फैसला लेगी मेरे को शर्म आता है मैं उसको कर पर लेकर चलूंगा माता है मेरे को मैं उसको स्वीकार करूंगा फिर पंचायत ने बोला भाई का सूरतगढ़ से या तो माफी मंगवाई जाए या एक बछड़ा पंचायत में छोड़ दिया जाए और इसका दंड दिया जाए के पैर में खाकर आओगे यार सही फैसला करना कभी देर भी खा कर के आ जाओ बहुत कुछ हुआ था फिर हर फूल सिंह की तरफ पूरा हिंदू समाज और जाट समाज और कुछ मुसलमान भाई भी उसके पक्ष में थे क्योंकि का सुरंग घर के अंदर घमंड बहुत आ गया था वह किसी से डरता नहीं था जब चाहे थे तबाही मचा कर रखते थे यह झूठी बात है कि वह बहुत बातमानता था। कसूर अंगद ने वहां पर तबाही मचाई हुई थी किसी की हिम्मत नहीं थी उसकी कोई छेड़ दे कोई बात मनवा ले।कशु रामगढ़ हमेशा अपने हिसाब से फैसला लेता था किसी की हिम्मत नहीं तो क्या कुछ भी फैसला ले ले थे। पंचायत हुई तो हरफूल सिंह जाट जुलानी वाले ने पंचायत का फैसला सर माथे का इसका काम तमाम में कर दूंगा सारे हरियाणा में कत्ल खाने तोड़ी थे उसने पंजाब था उसे वक्त का और उसके साथ पूरा हिंदू समाज था भावना आई थी और उसे भावनाओं को प्रकट किया पूरे हिंदू समाज में जाटों में फूल सिंह के दारू अपने वह बदला लिया कशो रामगढ़ को मार करके यह सच है। भारत में पांच गौभक्त हुए हैं सबसे बड़े है जो वैसे तो बहुत हुई लाखों में है वह बहुत पैदा हुए हैं लेकिन फेमस यह पांच ही हुए ज्यादातर सबसे पहला महाराज योगीराज कृष्ण जीमहाराज दूसरा हो या महर्षि स्वामी दयानंद दिल्ली धीरज पार्टी का लोटन सिंह जाट धीरज पहाड़ी तीस हजारी कोर्ट का सदर बाजार के पास दिल्ली मेंहैगांव है दिल्ली में जहां वीरेंद्र सहवाग क्रिकेटर की ससुराल है उसे गांव का था लोटन सिंह जाट नूतन सिंह जाट ने कई हजार ताजिया निकल रहे थे मुसलमान और इस वक्त बछड़े को लाल करने के लिए कटरा गले में डाल करके ताजिया निकलरहे थे तू लोटन सिंगर पहलवानी करता था तीस हजारी कोर्ट के पास 500 पहलवान तैयार की है अगले साल के लिए और जैसे भी हो मछली को लेकर के गले में कटरा हल करने के लिए लगा करके घूमते थे तो वहीं पर दवा बोल दिया कई हजार मुसलमान मोहम्मद जी से उसे दिन के बाद दिल्ली में गाय काटने को काशी बंद हो गई थी और जिस घर पर छोटा कर गया था उसे कुत्ते की आज भी पूजा होती है धीरज पहाड़ी गांव दिल्ली में। भगत फूल सिंह जिसने कन्या गुरुकुल खन्ना खानपुर खोला हुआ है उसमें कई जगह गोलियां चल रहा करके कतल खाने तोड़े थेउसने भी भगत फूल सिंह ने और उसने तो संभाल के में जब होटल खाना खोलना लग गया तो उसमें सूअर भी ले गया गाय की जगह अपना ऐसा कर लिया था तब वहां गोलियां चला दी थी वह कतल खाना खुल नहीं है उसी दिन उद्घाटन हो रहा था उसी दिन वहां पर भगत फूल सिंह खानपुर गुरुकुल कन्या गुरुकुल वाले ने और बंद करवा दिया था। और हरफूल सिंह जाट जलाने वाला सबसे तगड़ा हिंदुओं का आइकन है जो भगत के बारे में उससे बड़ा कोई ओर गौ भगत नहीं मानते हैं अपने आप को हरियाणा पंजाब और यूपी वाले है इंडिया में। @@kvmalik4531
Bat sunne me ye aai he ki khagad kisi our ne mara tha our kansu chahta tha ki jinhone khagad mara he unko sahi Dand mile parantu sahi Dand nahi diya gaya jis par kansu ne kaha tumne sahi nyay nahi kiya tum to khagad ki tehrvin Kane aye the is par log naraj ho gaye our harphool ko galt trike se bahka diya khas kar bhartha ganganiya ne jo harphool ka dost tha
आप दोनों बंधुओं की वार्तालाप बहुत ही शानदार लगी, आप दोनों का साधुवाद। मुर्तज़ा भाई सही कह रहे हैं आज भी गांवों में खागड (सांड) और झोटा (भैंसा) गांव की मिलकियत होते हैं। लेकिन अब धीरे धीरे ये कम हो रहा है क्योंकि अब बीज से काम हो जाता है। दूसरी बात ये बिल्कुल सही है कि मुस्लिम गाय पालते थे, हमारे मेवात इलाके में आज भी मेव ( मुस्लिम) गाय पालते हैं। लेकिन इसके साथ ये भी सत्य है कि वो चोरी छुपे गौ हत्या करते हैं, भारत में पूर्वोत्तर और जम्मू कश्मीर को छोड़ कर पूरे देश में गौ हत्या प्रतिबंधित है। मेवात इलाके के मेव अक्सर गौ तस्करी करते हुए पकड़े जाते रहते हैं। ये तथ्य है।
जो हमने सुना है राजपूत और रांघडो के बीच अच्छे सम्बंध थे।पर ये भी सच्चाई है कि इनमे कट्टरता आ गई और राजपूतो ने इनको काफी समझाने की कोशिश की परन्तु विफल रहे,,,,,मेरे गोत्र (मढाड)360 गांव थे जो मुसलमान बन गये और पाकिस्तान चले गये। पाकिस्तान का पहला प्रधान लियाकत अली भी यही का था।
कहते हैं की खागड कासू ने नहीं मारा था गांव के किसी दुसरे मुसलमान भाई ने मारा था। पर काबू ने पंचायत को ग़लत बात कह दी थी । कुच्छ फैसला किया या खागड की तेरहवीं खाकर जा रहे हो । ये गांव की मलकीयत होती थीं
भाई ये घटनाएं तो हमारे यहां भी हुई हैं हमारा गांव कवी कभी रांगड़ों का गांव था जो आसपास के गांवों में तबाही मचाते थे बड़ा गांव था आसपास छोटे छोटे गांव थे उन्हें बहुत तंग करते थे तब हमारे बड़ों ने जो राजस्थान से चले थे यहां आकर उन रांगड़ों को यहां से भगाया था एकबार असंध जो कि रांगड़ों का गढ़ था उन्होंने हमारे खागड़ को काट दिया था तब हमारे गांव ने असंध को रांगड़ों से मुक्त कराया था और जो भाई साहब कह रहे हैं वो भी सच है सभी रांगड़ बराबर नहीं हैं
Bhai Murtaza is a man of beautiful mind. I had heard him many times and appreciate him of talking about Hindu - Muslim Bhaichara. God bless him and his family.
Ram ram murtaza bhai Dada jinhone kahni sunai dada kasu ki or dada harphool ki unko b ram ram . Kesu bhai aapka b dhanywaad mai aap logo se he apni purani sankiriti ko sikh rahe h Aapka sabka bhot bhot dhanywaad Rudra rising b ek aisa he acha channel hai Thanks keshu film's Jai hind jai haryana jai bhaichara
राम राम केशू भाई, आपने जो हरफूल जाट और कांसू टोपिट चलाया हुआ है। इसमें मैंने भी जो बुजुर्गो से सुना है वो ब्यान कर रहा हूं। शुरुआत ऐसे हुई थी। हरफूल के पिता का नाम था जगराम और वो शादीशुदा था लेकिन उसका एक दुसरी औरत से प्यार हो गया और वो औरत जिपी जाति की थी। कुछ समय बाद वह औरत जगराम से गर्भवती हो गई। और उसने जगराम को यह बात बताई तो जगराम उसको अपने घर ले आया। परिवार वालों ने इसका विरोध किया तो वह उसको लेकर अलग रहने लगा। और हरफूल का जन्म हुआ। कुछ समय बाद हरफूल के पिता का स्वर्गवास हो गया। हरफूल की मां ने जैसे तैसे हरफूल को बड़ा किया। बड़ा होकर हरफूल ने अपना हक मांगा तो उसके भाइयों ने हक देने से मना कर दिया। वे जायदा थे वो अकेला था। इसलिए उस समय तो उसने उनके साथ लड़ाई नहीं की। लेकिन कुछ समय बाद वह आर्मी में भर्ती हो गया। तो आर्मी में एक बड़े अफसर की बेटी को डाकू उठाकर ले गए। उस अफसर ने कहा कि है कोई बहादुर जवान जो मेरी बेटी को छुड़ा सके। इस पर हरफूल ने कहा कि मैं छुड़ा कर लाऊंगा। हरफूल जवान ले कर डाकूओं के साथ लड़ा और लड़की को छुड़ा लिया। उसके बाद उस अफसर ने हरफूल को कहा कि हरफूल आप बहुत बहादुर जवान हो मांगो क्या मांगते हो। उसने कहा कि आप मुझे एक हथियार दे दो और आर्मी से मेरा नाम काट दो । अफसर ने कहा कि आप जैसे व्यक्तियों कि आर्मी को जरूरत है ये क्या मांग रहे हो। हरफूल ने कहा कि ये मेरी अपनी जरूरत है। तो उसको एक फोल्डिंग राईफल दे दिया और आर्मी से नाम काट दिया। घर आकर उसने फिर अपना हक मांगा तो उसके भाइयों ने कहा कि तूं तो गैर औलाद है तेरा कौन सा हक। इस पर हरफूल ने अपने सभी दुश्मनों को मार डाला। अब जब कई लोग मारे गए तो पुलिस पिछे लग गई लेकिन वो पुलिस से बचता रहा। इसके बाद जो मुसलमान ताकतवर थे और गाय को काटते थे। हिन्दू लोग उसका विरोध का करते थे। तो मुसलमान रात में उनके घरों के बाहर मांस आदि फैंक दिया करते थे। इस दुःखी होकर हिन्दू लोग जो जायदा बनिए लोग थे। हरफूल से मिले कि भाई हम गांय काटने वालों से तंग आ चुके हैं। आप हमारी मदद करो। हम आपको पुलिस को नहीं पकड़ने देंगे। तो जब से हरफूल ने गांय काटने वाले हथों को तोड़ना शुरू किया था।आगे जो हरफूल और कांसू की कहानी है उसके बारे में आप असलियत जानना चाहते हैं तो आगे लिख़ू
@@yadein2728 हरफूल नाजायज औलाद नहीं था । नाजायज तो वो होता है जिसके पिता के नाम का मालुम नहीं हो। हरफूल के पिता का नाम था जगराम। जगराम दुसरी पत्नि लेकर आया था । लेकिन घरवाले इससे नाराज थे कि दुसरी शादी क्यों की। इस कारण वो परिवार से अलग रहने लगा था। तो नाजायज औलाद कैसे हुआ
केशुभाई मैंने मुर्तजा भाई की बात बहुत अच्छी लगी ओर ये भाई बडे़ स्पष्टवादी भी है ओर रही बात हमारी संस्कृति को संजोने की इन भाईयो आज भी बहुत अच्छी तरह से संजो कर रक्खा है इस भाई को बार बार सलाम
Murtaza bhai kamal ki samjh ke aadmi ho aap. Aapka haryanvi culture aur boli se pyar aur dharm aur Nasl ko lekar aapke vichar ekdam saaf hain.. salam aapko.... Keshu bhai aap dono ko bahut bahut shukriya ... Ram ram
मुर्तजा ने बिलकुल सही जानकारी दी है जो सच्चाई से रूबरू करवाती हैं। हरफूल जाट गौ रक्षक था जो आज भी याद किया जाता हैं उसने पैसा रुपया नही लिया सिर्फ पंचायती फैसला था धर्म बदलता है जाति और गौत्र नही केशव भाई साहब और मुर्तजा से उम्मीद है आगे भी इसी तरह हरियाणा संस्कृति वालो से ऐसे ही अच्छी विडियो बनाओ दोनो को बार बार धन्यवाद करते हैं
Murtja bhai is 100 percent true. If they are maintaining rajput traditions, they are rajputs. This is true for any one. Caste came first, then came the religion. Religion can be changed, but caste cannot be changed. It can be changed only by intercaste marriage. Secondly, it is also true that people had in the past have to change there religion due to many reasons. Hindus were not wise and did not took steps to get them back into mainstream. Instead, the Hindus further alienate there converted brothers. But, in our area, kurukshetra, it is learnt from old persons that there were good relations between hindu rajputs and Muslim rajputs. In the end I salute sh. Murtja and all other Muslim rajputs in Pakistan for maintaining rajput traditions. I tell with full conviction they are very difficult to maintain. Especially, in India where society has changed at very fast pace in the last 20-30 years.
भाई सही बता रहे है हकीकत ये ही है रागड़ वो होते थे जो युद्ध में मुस्लिमो दुवार पकड़े जाते जेल में रखा जाता था वो बिचारे जल पानी गरण करते तो उनको राजपूत प्रजा अपनाती नही थी सो बिचारे क्या करते वो हो जाते रागड और मुस्लिम रागड़ा का मतलब लड़ाका
It gave great pain to listen one of the comment that after becoming Muslim Rajput they are not Rajput,plz don't give such coments,i also know many people are against Rajputs out fear,
@@RanaRWSingh aek baat ki smajh nahi aati pakistan main bhi aur India main bhi Siwa khuda Kay sab hi Rajput Kay mukhalif Hain laikin kar kucch nahi saktay
@@yadein2728 Bhai aapki bate kafi balanced or fair thi … but conversion wali gol kr gye … or rahi baat nasal ki to rajpoot koi nasal nai h … jo 1000-1500 saal pehle ladne wale log the raja bante unki olad Rajput kehlati thi …
Murtja is very intelligent personality. His thoughts about religion, Kasu and Harphool are actually outstanding. Salam malekum , Ram Ram . Thank you for this video.
Keshu bhai or murtza bhai sb sy pehly mey aap dono ko Dil sy Thank you bolta hu jo aap ny sachai dikhai social media pr boht sy negative questions hey logo mey jis sy iss video sy bty clear hojye gi boht logo ki wo log to chly gye jin sy ronk thi pr hmara frz bnta hey piyr or Muhabt sy rehny ka Muhbatein lutany ka yehi zindgi hey again Shukria Ada krta hu aap dono ka 💞🌹
केशुभाई हरफूल और कासू वाला किस्सा सुनाया। धन्यवाद। एक वीडियो बहावलपुर में सुनडावाला, डूगा, ढाबा,आदि गांवों से उठकर आए बिश्नोई समाज के बारे में बनाना। डूंगर राम धारणिया भी उस समय कत्ल केस में फरार थे। उन्होंने भी देश विभाजन के समय काफी कुछ हिन्दू और सिख बहन बेटियों को छुड़वाया था।
सिर प खंडका , तयोड़ माथे मैं घुंडा लाके मूँछा कै चढ़ कै घोड़ी प , शेर जाट एक बूचड़खाने म पहुँचया र एलान-ए-जंग छेड़ दी जाट न लहराके बंदे खाणी फेर गौ हत्या न चल दिया रोकण , हरफूल जाट जूलानी र ✌️✌️
Keshu g mein es bhai Ki baat 101 percent sahi manta hoon mein es bhai ko baat karne ke hoslay Ki dada deta hoon.mera es bhai ko salam.namskar,sat Sri akal .very humble person.I appreciate this brother.
पाकिस्तानी भाई के विचार बहुत अच्छे हैं। भले आदमी का साधुवाद। ईश्वर ने आदमी भेजा है। जाति और धर्म इस आदमी की दीमागी ऊपज है। आदमी किसी भी विचार को माने, उसमें आदमियत रहनी चाहिए।
Bhai ek do comment mujh se galat ho gye the... Agar kisi ka dil dukha ho to haath jodkar maafi mangta hun.. Murtza bhai keshu bhai u both guys r fantastic..plz keep on you r doing good job... Itne salo baad logo ka dil jodne ke liye aap logo ko bahut bahut badhaai
बहुत सारे लोग थे उस समय इतने ताकत वर थे जिसमें मेरा नाना भी था लेकिन उससे भी ताकतवर एक भेड़ चराने वाला (गडरीया) भी था तथा मेरे गांव पाक्समा रोहतक में भी थे जिन्हें अग्रेजो ने सूरी का खिताब व शाही घोड़े दे रखें!
मुर्तजा भाई ने बहुत अच्छी जानकारी प्रदान की मैं भी एक राजपूत हूं हिंदू और मुस्लिम से परे देश का बंटवारा उस समय के राजनेताओं की इच्छापूर्ति का एक साधन था जिसमें जिन्ना और नेहरू दोनों प्रधानमंत्री बनना चाहते थे हरियाणा में 1947 के बंटवारे का सबसे ज्यादा नुकसान राजपूत समाज को हुआ था
हमारे बुजुर्गो 1760 में राजस्थान से रोहतक से पानीपत में रंगड़ों को मार काट करके भगा दिए गांव पे कब्जा कर लिया था हमारे बुर्जुग लड़ाके थे लंबे तगड़े थे घोड़े रखते थे आज भी गांव के जोहड़ से खुदाई से रांगड़ो के कंकाल निकलते थे। मारा उनको इसलिए था । यहां आस पास के गांव वालो को बहुत प्रेशान करते थे। इन भाई साब की बात सही है अच्छे बुरे सभी जगह होते थे ।
Harphool nay Kasu rangharr ko dhokhay say mara tha. Kasu Harphool say jayada takatvar tha.Lathi ki Larrai Harphool Kasu say nahi Larr sakta tha.Javar kay khayt may chhup kar Harphool nay Kasu par fire gun say kiya.
Bhai, murtaja bhai ne sari baten dil se boli h Religion jo b ho but culture inhone sambhal k rakha h Itne pidhiyan dekh k to riste hindu me b nahi hote ab
I am aged 70 years grand son santu and I got from my grandfather that kasu was a sincere friend of my grandfather Now I am a multimillionaire but can not compete with my grandfather
Bhai sahab ye baat apki bahut achchhi lagi jo aap rishte naate gotr dekh ke karte ho dusri baat ye bhi sahi h ki majhab apni manyata se h lekin hamari jaatiyan bhi kam ke aadhar par bani lekin gotr hamare pushtaini h
सभी भाइयों को आदाब,, हम रांघड़ राजपूत हैं और मैं ये बता दू के जो लोग ये कहते हैं कि तुम तो मुसलमान हो गए हो राजपूत केसे मेरे भाई हम घर से लेकर जंग के मैदान तक मजबूत ज़जबा रखने वाले हैं किसी भी बात से पीछे नहीं हटते हैं मुस्लिम राजपूत की तारीख उठाओ तब पता चलेगा कि हम क्या हैं और हमे फख्र है राजपूत होने पर उससे भी ज़्यादा मुसलमान होने पर ।। शाहरुख राजपूत पुंडीर मेरठ U P
مرتضیٰ بھائی نے اچھے جوابات دیے دلیل سے بات کی ہے ہر پھول کاسو جیسے کردار ہر ایک گام میں تھے بڑ ے بوڑھے اکثر جاٹ اور رنگھڑ وں کی اپس کی چپقلش کی کہانی سناتے رہتے تھے
Ek bat bhut achhi lagi mene ap log hindu ya muslim kise ke man me aj bhi dushmani nhi h ek dusre ke mhjab ka bhut aadar karte h ye rajniti logo ne hinphale vinash karaya h ab bhi yhi log majab ki bat karte h aam janta me apse payar h agar bharat pakistan ki janta Sharad ki dewar tod kar ek bhi hona chae payar se to rajnitik log nhi hone denge fer unki rajniti kase chalegi
मुर्तज़ा भाई अच्छे सुलझे हुए और समझदार व्यक्ति हैं उनकी बातचीत और बातें बहुत अच्छी लगी बिना किसी की भावनाओं को चोट पहुंचाते हुए सब चीज का बेहतरीन जवाब दिया है
HArfil or
Kasu aPs me dost the
दोनों भाइयों को हरियाणा वालों की तरफ से राम राम इसी तरह साफ छवि एक दूसरे से बातें करना जिनके दिल मिले हुए होते हैं वह मजहब जाति बिरादरी नहीं देखते जय जवान जय किसान भारत माता की जय राम कुमार कंडेला जिंद हरियाणा
Kasu n kon mara tha.bhai
भाई कंडेला से हो एक बात पूछनी थी भाई कैसी जरूर करना
दोनों भाइयों को राम राम तन से बिछड़े दिल से नहीं बिछड़े हम भाइयों में ऐसे ही प्यार प्रेम बना रहे जय जवान जय किसान भारत माता की जय
आप दोनों बहुत ही समझे हुए ,सुलझेदार लग रहे हो और बहुत अच्छे तरिके से बातचीत , राजनीति से ऊपर उठकर की है जो काबिले तारीफ है
Love you murtja bhai, अगर दादी-नानी के गोत्र छोड़ कर शादी करते हैं तो आप पक्के तौर पर राजपूत हो हम हरियाणवीओ में (जाटों) यहीं प्रथा हैं और आप के लहजे में हरियाणवी साफ झलक रही हैं, राम राम भाई मुर्तजा - सलाम, परमात्मा आपको सेहतमंद रक्खे, फलों फूलों ।
मैंने भी अपने पिता जी श्री फूलचंद स्योराण डांडमा निवासी से और एक ताऊ जी सज्जन कुमार गांव तालू जिला भिवानी( हरियाणा) दोनों से जानकारी प्राप्त की है।
इन दोनों ने मुझे बताया कि कासू रांगड और उनके भाइयों का गांव में बहुत खौंफ था उनके निजी पशुओं पुरे गांव के खेतों की फसल में तबाही करते थे किसी में रोकने कि क्षमता नहीं थी।
एक बार गांव के किसी हिन्दू किसान ने कासू रांगड के साथ मिलकर साझेदारी में खेती की थी। गांव का सांड यानी कि( खागड़) फसल में चरने के लिए आता था किसान उसको भगाने में असमर्थ था फिर कासू रांगड ने कहा मैं खागड़ को देखता हूं।कासू रांगड ने गांव के खागड़ को मार दिया और पंचायत में माफी मांगने बात पर सहमत नहीं हुआ बल्कि अपनी ताकत का अहंकार दिखाया और सुना है कि कासू रांगड की पत्नी ने भी कहा कि अपनी ग़लती को मानकर गांव में कोई बछड़ा ला कर दे दो उसको खागड बना देना लेकिन कासू रांगड अपनी ताकत के घमंड के कारण पत्नी कि बात को भी नहीं माना ।इसलिए गांव वालों ने गौभक्त व गौरक्ष श्री हरफूल जाट जुलानीवाले की मदद ली थी पहले लाठी से वार करने कामौका कासू रांगड को श्री हरफूल जाट ने दिया था ।कहते कि कासू रांगड ने लाठी इतनी ताकत से मारी थी कि हरफूल जाट तो अपने कला के कारण बच गया और लाठी डेढ़ हाथ मिट्टी के डोले (मेड) में घुस गई थी इसके उपरांत हरफूल जाट ने कासू रांगड को मारा था कोई धार्मिक उन्माद नहीं था।
बलबीर सिंह स्योराण डांडमा निवासी भिवानी।
aap apna mobile no. share kijiyega
में गंगाना गांव से हुं मैं ने ये किस्सा कई बार सुना है
आज भी बड़े बुजुर्ग हरियाणा में कासु रागड़ का बड़े आदर के साथ नाम लेते हैं जब भी कोई युवा नौजवान अपनी ताकत दिखाने की कोशिश करता है तो बड़े बुजुर्ग बोलते हैं कि बड़ा तु कासु रागड़ है । वह बहुत ही ताकतवर व्यक्ति था। मेरा नमन 🙏🙏
देशभगत 😂😂😂😂😂
अच्छा कासु की ओलाद 😂😂😂😂
ये लडाई कोई लडाई नही थी एक गलतफहमी थी जो हरफूल को करवाई गई थी और कासू ताकत के नशे मे था समय रहते गलतफहमी दूर होजाती तो हरफूल कभी भी कासू को नही मारता ये सचचाई है गऊ रक्षक तो ये दोननो ही वीर थे
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हिंदू मुसलमान की लड़ाई हो चुकी थी दोनों धर्म में अपने आप मां और सम्मान की लड़ाई हो चुकी थी का सुरंग रखने को मारकर के गाड़ी में लोड करके ले गया था तो लोगों ने बोला यह तो भाई गांव में जब खगड़िया मार के लिए क्या हमारे सामने ही ठाकुर को ले गया मार्केट तो हमारा क्या रह गया हल करके खाया और फिर पंचायत हुई पंचायत में बुला के तुम्हारे पर जो बड़े बना लिया है मैं दंड स्वीकार नहीं करूंगा यह भी उसको ऑफर दिया गया था कि एक सुंदर नल का बैल बछड़ा लाकर के गांव में छोड़ दे उसकी भरपाई हो जाएगी और माफी मांग लीजिए सभी चीज का सुरंग लड़ने मना कर दी तो फिर और फूल सिंह जाट जलाने से संपर्क किया गया गाना गांव में वह आते हैं भारत सिंह के घर।तो पंचायत बुलाई थी पंचायत में हरफूल सिंह को बुलाया गया हरफूल सिंह ने यह कहकर के पंचायत में आने से मना कर दिया मैं साफ सुथरा आदमी नहीं हूं मेरे को झूठ भी बोलना पड़ता है मेरे को अंग्रेज भी करने पड़ते हैं मुझे हेट कैटल खाने तोड़ने पड़ते हैं एक आदित्य पर कोई शब्द मेरे से गलत निकल गया तो पंचायत में वह आदमी बोलता है जो बिल्कुल सच्चा ईमानदार और बेदाग हो लेकिन मेरे तो दाग लगा हुआ है आर्मी से भाग गया हुआ हूं मैं इसलिए पंचायत जो भी फैसला लेगी मेरे को शर्म आता है मैं उसको कर पर लेकर चलूंगा माता है मेरे को मैं उसको स्वीकार करूंगा फिर पंचायत ने बोला भाई का सूरतगढ़ से या तो माफी मंगवाई जाए या एक बछड़ा पंचायत में छोड़ दिया जाए और इसका दंड दिया जाए के पैर में खाकर आओगे यार सही फैसला करना कभी देर भी खा कर के आ जाओ बहुत कुछ हुआ था फिर हर फूल सिंह की तरफ पूरा हिंदू समाज और जाट समाज और कुछ मुसलमान भाई भी उसके पक्ष में थे क्योंकि का सुरंग घर के अंदर घमंड बहुत आ गया था वह किसी से डरता नहीं था जब चाहे थे तबाही मचा कर रखते थे यह झूठी बात है कि वह बहुत बातमानता था। कसूर अंगद ने वहां पर तबाही मचाई हुई थी किसी की हिम्मत नहीं थी उसकी कोई छेड़ दे कोई बात मनवा ले।कशु रामगढ़ हमेशा अपने हिसाब से फैसला लेता था किसी की हिम्मत नहीं तो क्या कुछ भी फैसला ले ले थे। पंचायत हुई तो हरफूल सिंह जाट जुलानी वाले ने पंचायत का फैसला सर माथे का इसका काम तमाम में कर दूंगा सारे हरियाणा में कत्ल खाने तोड़ी थे उसने पंजाब था उसे वक्त का और उसके साथ पूरा हिंदू समाज था भावना आई थी और उसे भावनाओं को प्रकट किया पूरे हिंदू समाज में जाटों में फूल सिंह के दारू अपने वह बदला लिया कशो रामगढ़ को मार करके यह सच है। भारत में पांच गौभक्त हुए हैं सबसे बड़े है जो वैसे तो बहुत हुई लाखों में है वह बहुत पैदा हुए हैं लेकिन फेमस यह पांच ही हुए ज्यादातर सबसे पहला महाराज योगीराज कृष्ण जीमहाराज दूसरा हो या महर्षि स्वामी दयानंद दिल्ली धीरज पार्टी का लोटन सिंह जाट धीरज पहाड़ी तीस हजारी कोर्ट का सदर बाजार के पास दिल्ली मेंहैगांव है दिल्ली में जहां वीरेंद्र सहवाग क्रिकेटर की ससुराल है उसे गांव का था लोटन सिंह जाट नूतन सिंह जाट ने कई हजार ताजिया निकल रहे थे मुसलमान और इस वक्त बछड़े को लाल करने के लिए कटरा गले में डाल करके ताजिया निकलरहे थे तू लोटन सिंगर पहलवानी करता था तीस हजारी कोर्ट के पास 500 पहलवान तैयार की है अगले साल के लिए और जैसे भी हो मछली को लेकर के गले में कटरा हल करने के लिए लगा करके घूमते थे तो वहीं पर दवा बोल दिया कई हजार मुसलमान मोहम्मद जी से उसे दिन के बाद दिल्ली में गाय काटने को काशी बंद हो गई थी और जिस घर पर छोटा कर गया था उसे कुत्ते की आज भी पूजा होती है धीरज पहाड़ी गांव दिल्ली में। भगत फूल सिंह जिसने कन्या गुरुकुल खन्ना खानपुर खोला हुआ है उसमें कई जगह गोलियां चल रहा करके कतल खाने तोड़े थेउसने भी भगत फूल सिंह ने और उसने तो संभाल के में जब होटल खाना खोलना लग गया तो उसमें सूअर भी ले गया गाय की जगह अपना ऐसा कर लिया था तब वहां गोलियां चला दी थी वह कतल खाना खुल नहीं है उसी दिन उद्घाटन हो रहा था उसी दिन वहां पर भगत फूल सिंह खानपुर गुरुकुल कन्या गुरुकुल वाले ने और बंद करवा दिया था। और हरफूल सिंह जाट जलाने वाला सबसे तगड़ा हिंदुओं का आइकन है जो भगत के बारे में उससे बड़ा कोई ओर गौ भगत नहीं मानते हैं अपने आप को हरियाणा पंजाब और यूपी वाले है इंडिया में। @@kvmalik4531
मुर्तजा भाई, एक सच्चा राजपूत ही इतनी दमदार, बजनदार बात कर सकता है ।
Healthy discussion , I like it
Muslim Rajput par aapne bahut umdaa jawab diya hai Murtza Bhai Jaan.
Love ❤❤from Sonipat Haryana
Shukriya
@Gulrez Rana where are you from
Vidio बहुत बढ़िया है from गांव खरक कलां भिवानी हरियाणा
Murtaza is a very sensible person. His words give a very deep meaning . I salute him .
Shukria brother
Bat sunne me ye aai he ki khagad kisi our ne mara tha our kansu chahta tha ki jinhone khagad mara he unko sahi Dand mile parantu sahi Dand nahi diya gaya jis par kansu ne kaha tumne sahi nyay nahi kiya tum to khagad ki tehrvin Kane aye the is par log naraj ho gaye our harphool ko galt trike se bahka diya khas kar bhartha ganganiya ne jo harphool ka dost tha
@@jagatsingh434 je aisa bhi suna hay
Mr.karan singh murtza ye tanvar gotra ka hi par abb to musalmano ki ritirivaj hi follow karta h na .
@@narendrakaushik2104 very nice I appreciate that you are still maintaining the calture
आप दोनों बंधुओं की वार्तालाप बहुत ही शानदार लगी, आप दोनों का साधुवाद। मुर्तज़ा भाई सही कह रहे हैं आज भी गांवों में खागड (सांड) और झोटा (भैंसा) गांव की मिलकियत होते हैं। लेकिन अब धीरे धीरे ये कम हो रहा है क्योंकि अब बीज से काम हो जाता है। दूसरी बात ये बिल्कुल सही है कि मुस्लिम गाय पालते थे, हमारे मेवात इलाके में आज भी मेव ( मुस्लिम) गाय पालते हैं। लेकिन इसके साथ ये भी सत्य है कि वो चोरी छुपे गौ हत्या करते हैं, भारत में पूर्वोत्तर और जम्मू कश्मीर को छोड़ कर पूरे देश में गौ हत्या प्रतिबंधित है। मेवात इलाके के मेव अक्सर गौ तस्करी करते हुए पकड़े जाते रहते हैं। ये तथ्य है।
Aapka gaon konsa hay alwar main
अलवर
सर जी कशमीर कै अलावा भी साउथ इन्डिया कै कई राज्यों मै गाय पर प्रतिबंध नहीं है
और साऊथ इन्डिया मैं हिन्दू समाज की 90% आबादी गाय खाती है
Rangado hamree pasuoo ko rok laye thhee😊
Rangado hamree pasuoo ko rok laye thhee😊
जो हमने सुना है राजपूत और रांघडो के बीच अच्छे सम्बंध थे।पर ये भी सच्चाई है कि इनमे कट्टरता आ गई और राजपूतो ने इनको काफी समझाने की कोशिश की परन्तु विफल रहे,,,,,मेरे गोत्र (मढाड)360 गांव थे जो मुसलमान बन गये और पाकिस्तान चले गये। पाकिस्तान का पहला प्रधान लियाकत अली भी यही का था।
वो तो जाट था मंधार गौत का उसको भी फूफा बना लिया के 😂😂😂
और mandad सारे ये भी जाट hi थे जो बाद राजपूत लिखने लगे
पानीपत/करनाल रियासत का मुस्लिम जाट था चौधरी लियाकत अली खान मंधार
Bhai murtza you are real khandani rajput.I am proud of your rajputi.mahjab to kalkhand se bante badlate the h.
मुरतजा भाई ने भी बात बड़ी अच्छी तरह से समझाया।
Your thoughts are very clear on definition of Rajput. Absolutely right.
कहते हैं की खागड कासू ने नहीं मारा था गांव के किसी दुसरे मुसलमान भाई ने मारा था। पर काबू ने पंचायत को ग़लत बात कह दी थी । कुच्छ फैसला किया या खागड की तेरहवीं खाकर जा रहे हो । ये गांव की मलकीयत होती थीं
भाई ये घटनाएं तो हमारे यहां भी हुई हैं हमारा गांव कवी कभी रांगड़ों का गांव था जो आसपास के गांवों में तबाही मचाते थे बड़ा गांव था आसपास छोटे छोटे गांव थे उन्हें बहुत तंग करते थे तब हमारे बड़ों ने जो राजस्थान से चले थे यहां आकर उन रांगड़ों को यहां से भगाया था एकबार असंध जो कि रांगड़ों का गढ़ था उन्होंने हमारे खागड़ को काट दिया था तब हमारे गांव ने असंध को रांगड़ों से मुक्त कराया था और जो भाई साहब कह रहे हैं वो भी सच है सभी रांगड़ बराबर नहीं हैं
Hmare bujurg rajasthan se rohtak se madlauda se thirana aye thee rangdoo ko maarke gav pe kabja kiya tha aj be johad me kankal nikltee h
Ye thirana hamara pusteni gaanv tha pardada ka name tha haathi
Koi bhi hindu khagad nahi marega.
Bhai Murtaza is a man of beautiful mind. I had heard him many times and appreciate him of talking about Hindu - Muslim Bhaichara. God bless him and his family.
Kashi bahut hi balwan tha yah hamane bhi shna
Wah g wah Murtaza Bhai bhut bdia excellent or bda zabardast interview kia hy salute both you
5:30खाघड़ झोटे गांव की ही मलकियत होते हैं आज भी ऐसा ही होता है,खुला सांड किसी व्यक्ति का नही होता चाहे वो किसी ने भी छोड़ा हो
Murtaza Bhai is a sensible,sensitive,very social and great person.
Thanks a lot
Murtaza bhai aap bahut achhy insaan lage or keshu bhai aap to kmaal hai🙏🙏
Ram ram murtaza bhai
Dada jinhone kahni sunai dada kasu ki or dada harphool ki unko b ram ram . Kesu bhai aapka b dhanywaad mai aap logo se he apni purani sankiriti ko sikh rahe h
Aapka sabka bhot bhot dhanywaad
Rudra rising b ek aisa he acha channel hai
Thanks keshu film's
Jai hind jai haryana jai bhaichara
राम राम केशू भाई, आपने जो हरफूल जाट और कांसू टोपिट चलाया हुआ है। इसमें मैंने भी जो बुजुर्गो से सुना है वो ब्यान कर रहा हूं।
शुरुआत ऐसे हुई थी। हरफूल के पिता का नाम था जगराम और वो शादीशुदा था लेकिन उसका एक दुसरी औरत से प्यार हो गया और वो औरत जिपी जाति की थी। कुछ समय बाद वह औरत जगराम से गर्भवती हो गई। और उसने जगराम को यह बात बताई तो जगराम उसको अपने घर ले आया। परिवार वालों ने इसका विरोध किया तो वह उसको लेकर अलग रहने लगा। और हरफूल का जन्म हुआ। कुछ समय बाद हरफूल के पिता का स्वर्गवास हो गया। हरफूल की मां ने जैसे तैसे हरफूल को बड़ा किया। बड़ा होकर हरफूल ने अपना हक मांगा तो उसके भाइयों ने हक देने से मना कर दिया। वे जायदा थे वो अकेला था। इसलिए उस समय तो उसने उनके साथ लड़ाई नहीं की। लेकिन कुछ समय बाद वह आर्मी में भर्ती हो गया। तो आर्मी में एक बड़े अफसर की बेटी को डाकू उठाकर ले गए। उस अफसर ने कहा कि है कोई बहादुर जवान जो मेरी बेटी को छुड़ा सके। इस पर हरफूल ने कहा कि मैं छुड़ा कर लाऊंगा। हरफूल जवान ले कर डाकूओं के साथ लड़ा और लड़की को छुड़ा लिया। उसके बाद उस अफसर ने हरफूल को कहा कि हरफूल आप बहुत बहादुर जवान हो मांगो क्या मांगते हो। उसने कहा कि आप मुझे एक हथियार दे दो और आर्मी से मेरा नाम काट दो । अफसर ने कहा कि आप जैसे व्यक्तियों कि आर्मी को जरूरत है ये क्या मांग रहे हो। हरफूल ने कहा कि ये मेरी अपनी जरूरत है। तो उसको एक फोल्डिंग राईफल दे दिया और आर्मी से नाम काट दिया। घर आकर उसने फिर अपना हक मांगा तो उसके भाइयों ने कहा कि तूं तो गैर औलाद है तेरा कौन सा हक। इस पर हरफूल ने अपने सभी दुश्मनों को मार डाला। अब जब कई लोग मारे गए तो पुलिस पिछे लग गई लेकिन वो पुलिस से बचता रहा। इसके बाद जो मुसलमान ताकतवर थे और गाय को काटते थे। हिन्दू लोग उसका विरोध का करते थे। तो मुसलमान रात में उनके घरों के बाहर मांस आदि फैंक दिया करते थे। इस दुःखी होकर हिन्दू लोग जो जायदा बनिए लोग थे। हरफूल से मिले कि भाई हम गांय काटने वालों से तंग आ चुके हैं। आप हमारी मदद करो। हम आपको पुलिस को नहीं पकड़ने देंगे। तो जब से हरफूल ने गांय काटने वाले हथों को तोड़ना शुरू किया था।आगे जो हरफूल और कांसू की कहानी है उसके बारे में आप असलियत जानना चाहते हैं तो आगे लिख़ू
mujhe aapka samprak sutra dijiyega please
@@KeshuFilms iss baat ka mujhay bhi PATA tha keh harphool najaiez aulad tha laikin Kahi isliay nahi keh logonko hazm nahi hogi
@@yadein2728 हरफूल नाजायज औलाद नहीं था । नाजायज तो वो होता है जिसके पिता के नाम का मालुम नहीं हो। हरफूल के पिता का नाम था जगराम। जगराम दुसरी पत्नि लेकर आया था । लेकिन घरवाले इससे नाराज थे कि दुसरी शादी क्यों की। इस कारण वो परिवार से अलग रहने लगा था। तो नाजायज औलाद कैसे हुआ
@@KeshuFilmssir apse contact kaisa ho skta h plz reply
S
U sunao bhai aage ki kahani
केशुभाई मैंने मुर्तजा भाई की बात बहुत अच्छी लगी ओर ये भाई बडे़ स्पष्टवादी भी है ओर रही बात हमारी संस्कृति को संजोने की इन भाईयो आज भी बहुत अच्छी तरह से संजो कर रक्खा है इस भाई को बार बार सलाम
Thanks bhai
Bhai Jo aap jangli khagad ki bta rahe ho vo ronjh ya neelgai hote the, bull Nahi hote the. Ye baat aap kisi bujurg se tasdik karo.
कासु को हरफूल जाट ने गंगाना गांव के लोगो के कहने पर खागड के नाम पर मारा था।
Bilkul sahi hai hamane bhi yahi baat suni hai
Murtaza bhai kamal ki samjh ke aadmi ho aap. Aapka haryanvi culture aur boli se pyar aur dharm aur Nasl ko lekar aapke vichar ekdam saaf hain.. salam aapko.... Keshu bhai aap dono ko bahut bahut shukriya ... Ram ram
Ye Bhai bilkul sachchai bol rha h he is very nice person I am proud of this man
किंवदंती ये है कि हरफूल ने काशू को मौका भी दिया था कि तुम चाहो तो हथियार ले सकते हो, पर काशू ने ये कहा कि तुम मेरे लठ्ठ के वार से ही नहीं बच पाओगे।
आप की बात बिल्कुल सही मैंने भी ऐसा सुना है।
😂😂😂
Mere Dada ne b yahi bataya tha hamare pados k gaanv ki baat h hamara or unka aaj b same police station h or same tehsil h
सही कहा आपने
मुर्तजा ने बिलकुल सही जानकारी दी है जो सच्चाई से रूबरू करवाती हैं। हरफूल जाट गौ रक्षक था जो आज भी याद किया जाता हैं उसने पैसा रुपया नही लिया सिर्फ पंचायती फैसला था धर्म बदलता है जाति और गौत्र नही केशव भाई साहब और मुर्तजा से उम्मीद है आगे भी इसी तरह हरियाणा संस्कृति वालो से ऐसे ही अच्छी विडियो बनाओ दोनो को बार बार धन्यवाद करते हैं
Very nice Bhai itane sal bad bhi Pakistan me Haryanavi Bhasa boli jati hai very nice 👍👍 bhai Dil khus ho gya
Murtja bhai is 100 percent true. If they are maintaining rajput traditions, they are rajputs. This is true for any one. Caste came first, then came the religion. Religion can be changed, but caste cannot be changed. It can be changed only by intercaste marriage. Secondly, it is also true that people had in the past have to change there religion due to many reasons. Hindus were not wise and did not took steps to get them back into mainstream. Instead, the Hindus further alienate there converted brothers. But, in our area, kurukshetra, it is learnt from old persons that there were good relations between hindu rajputs and Muslim rajputs. In the end I salute sh. Murtja and all other Muslim rajputs in Pakistan for maintaining rajput traditions. I tell with full conviction they are very difficult to maintain. Especially, in India where society has changed at very fast pace in the last 20-30 years.
अपनी बहनों के साथ शादी करने वाले मलेछ हैं। राजपूत नहीं रहे ये।
Murtaza Bhai, thanks a lot for your detailed explanation. Bhai ko bahut bahut pyaar.
भाई सही बता रहे है हकीकत ये ही है रागड़ वो होते थे जो युद्ध में मुस्लिमो दुवार पकड़े जाते जेल में रखा जाता था वो बिचारे जल पानी गरण करते तो उनको राजपूत प्रजा अपनाती नही थी सो बिचारे क्या करते वो हो जाते रागड और मुस्लिम रागड़ा का मतलब लड़ाका
Bahut khub . Murtja Bhai ne bahut prem, mohabbat se apni baat rakhi. Aap ne bhi bahut achhi tarah se prashnottar kiye iske liye aap dono ko hi bahut bahut dhanyvad.
He is very intelligent person they are pure Rajputs as hindus,we proud of them
Shukria Bhai Jay rajputana
It gave great pain to listen one of the comment that after becoming Muslim Rajput they are not Rajput,plz don't give such coments,i also know many people are against Rajputs out fear,
@@RanaRWSingh aek baat ki smajh nahi aati pakistan main bhi aur India main bhi Siwa khuda Kay sab hi Rajput Kay mukhalif Hain laikin kar kucch nahi saktay
@@yadein2728 Bhai aapki bate kafi balanced or fair thi … but conversion wali gol kr gye … or rahi baat nasal ki to rajpoot koi nasal nai h … jo 1000-1500 saal pehle ladne wale log the raja bante unki olad Rajput kehlati thi …
@@yadein2728 God should be us,rest is ok
कासु के भाईयों नने नहीं मारा था । कासु ने तो ये कहा था भाई फेसला भी करा स या तेहरवीं खा क आए हो। कासु सख्त फैसला चाहता था कासु बहुत बढिया आदमी था।
Rao Murtaza ji you're welcome to India. What a knowledgeable and humble person 🙌.
हरपुर जाट हिरो पहले से था ।कांसू रागड तो बाद में मारा गया
Murtja is very intelligent personality. His thoughts about religion, Kasu and Harphool are actually outstanding. Salam malekum , Ram Ram . Thank you for this video.
Keshu bhai or murtza bhai sb sy pehly mey aap dono ko Dil sy Thank you bolta hu jo aap ny sachai dikhai social media pr boht sy negative questions hey logo mey jis sy iss video sy bty clear hojye gi boht logo ki wo log to chly gye jin sy ronk thi pr hmara frz bnta hey piyr or Muhabt sy rehny ka Muhbatein lutany ka yehi zindgi hey again Shukria Ada krta hu aap dono ka 💞🌹
केशुभाई हरफूल और कासू वाला किस्सा सुनाया। धन्यवाद। एक वीडियो बहावलपुर में सुनडावाला, डूगा, ढाबा,आदि गांवों से उठकर आए बिश्नोई समाज के बारे में बनाना। डूंगर राम धारणिया भी उस समय कत्ल केस में फरार थे। उन्होंने भी देश विभाजन के समय काफी कुछ हिन्दू और सिख बहन बेटियों को छुड़वाया था।
Bhut khub mrtza bhai ap ki soch or clearance ka jwab nhi bhut bhut shukriya
हिन्दुस्तान के जो भाई पाकिस्तान में ह विडियो सुनकर अपना पन प्यार आता ह❤❤❤❤
Kesu bhai ji ram ram
Es vidio k madhym se apne mere kafi salon ko learn jo bura tiya thi unko dur kr dya
Apka bhut bhut abhar
हमारे गांव भाटोल जाटान (
हांसी)मैं भी रांगड़ थे
Aap logo ki pyar bhri discussion bahut achi lagi namskar aap dono ko👏👏
सिर प खंडका , तयोड़ माथे मैं
घुंडा लाके मूँछा कै
चढ़ कै घोड़ी प , शेर जाट एक
बूचड़खाने म पहुँचया र
एलान-ए-जंग छेड़ दी जाट न लहराके बंदे खाणी
फेर गौ हत्या न चल दिया रोकण , हरफूल जाट जूलानी र ✌️✌️
Very Nice Soch
Keshu g mein es bhai Ki baat 101 percent sahi manta hoon mein es bhai ko baat karne ke hoslay Ki dada deta hoon.mera es bhai ko salam.namskar,sat Sri akal .very humble person.I appreciate this brother.
Thanks brother
Mehta Keshav loondh and murtaza ji Both legends in one screen
Both are most intelligent and knowledgeable personalities
Murta bai thekk bolta h kadhu bahut acha admi thaha aap dono baioo ka thankyou
bhot badiya mrtza bhai
well described
Very Good reply
Ram ram Sharma je
पाकिस्तानी भाई के विचार बहुत अच्छे हैं। भले आदमी का साधुवाद। ईश्वर ने आदमी भेजा है। जाति और धर्म इस आदमी की दीमागी ऊपज है। आदमी किसी भी विचार को माने, उसमें आदमियत रहनी चाहिए।
माल सिवागा में कोई भी हिन्दू आज भी कासु रांगङ की बुराई नहीं करता हर कोई वीर बताता है।
गाय को हलाल करने वाले को वीर नही जेहादी बताना चाहिए 🙏🙏
@@sunilsing9873 भाई करें तो करें क्या , हमारी सोच शक्यूलर है
Ye musalman hamare janm jaat dushman hai
Aap ki baat sahi hai bhai
@@karanrana8999 aap rajput nhi jhat2 ho socho khud agr tumhare sath agr hota toh muslim rajput
Bhai ek do comment mujh se galat ho gye the... Agar kisi ka dil dukha ho to haath jodkar maafi mangta hun.. Murtza bhai keshu bhai u both guys r fantastic..plz keep on you r doing good job... Itne salo baad logo ka dil jodne ke liye aap logo ko bahut bahut badhaai
You are great
Aap dono ka dhanyawad
कासू रांघड और हरफूल जाट से बढ़कर ये दोनों खोजी पत्रकार अधिक सम्मानित हैं, मेरे विचार में।
Bahut Badiya interview, maza aa gaya.
बहुत सारे लोग थे उस समय इतने ताकत वर थे जिसमें मेरा नाना भी था लेकिन उससे भी ताकतवर एक भेड़ चराने वाला (गडरीया) भी था तथा मेरे गांव पाक्समा रोहतक में भी थे जिन्हें अग्रेजो ने सूरी का खिताब व शाही घोड़े दे रखें!
मुर्तजा भाई ने बहुत अच्छी जानकारी प्रदान की मैं भी एक राजपूत हूं हिंदू और मुस्लिम से परे देश का बंटवारा उस समय के राजनेताओं की इच्छापूर्ति का एक साधन था जिसमें जिन्ना और नेहरू दोनों प्रधानमंत्री बनना चाहते थे हरियाणा में 1947 के बंटवारे का सबसे ज्यादा नुकसान राजपूत समाज को हुआ था
@gulrezrana3710bulkul sahi or pakistan me sindhiyo ne bhi bahut nuksan huwa tha
हमारे बुजुर्गो 1760 में राजस्थान से रोहतक से पानीपत में रंगड़ों को मार काट करके भगा दिए गांव पे कब्जा कर लिया था हमारे बुर्जुग लड़ाके थे लंबे तगड़े थे घोड़े रखते थे आज भी गांव के जोहड़ से खुदाई से रांगड़ो के कंकाल निकलते थे। मारा उनको इसलिए था । यहां आस पास के गांव वालो को बहुत प्रेशान करते थे। इन भाई साब की बात सही है अच्छे बुरे सभी जगह होते थे ।
❤
Aap ki baat dil ko chhune wali baat hai
Sb jaatiyon se bane hai Musalman
Mere gav ke Rajput bhi Tanwar bne the
Bahut achha interview kiya Bhai ne.
Aap sach m raj put hain like you and your think❤🎉 wicharon se hi mahan hota h insaaniyat honi chahiye❤🎉
बात सही है, कासु रागंड, इन की एक लड़ाई का किस्सा गाँव खाँड़ा खेड़ी हिसार में दादा अभय राम के साथ
Very sensitive discussion of Sh Murtaza shaheb ji
Harphool nay Kasu rangharr ko dhokhay say mara tha. Kasu Harphool say jayada takatvar tha.Lathi ki Larrai Harphool Kasu say nahi Larr sakta tha.Javar kay khayt may chhup kar Harphool nay Kasu par fire gun say kiya.
Bhai, murtaja bhai ne sari baten dil se boli h
Religion jo b ho but culture inhone sambhal k rakha h
Itne pidhiyan dekh k to riste hindu me b nahi hote ab
bahut achche vichar h apke Murtza bhai , love from TOSHAM
Hello , my family belong TOSAM.. Now in LODHRAN
@@qaisarabbas9260 always love from TOSHAM dear bro, Welcome to Tosham
I love tosam, hm aj bhe khud ko tosamiya kahlwana pasand krty hn
Kirawar ki mitti ko Salam love for tosham
Really thanks Murtaji
I am aged 70 years grand son santu and I got from my grandfather that kasu was a sincere friend of my grandfather
Now I am a multimillionaire but can not compete with my grandfather
Ram Raam
@@yadein2728 mai ek baat puchhu hu bhai ,aaplog bhi chacha tau ki ladkiyon se sadi karte ho kya
@@narendrakaushik2104 nahi kartay
@@yadein2728is video ka next part kab upload hoga jo baki hai???
I appreciate this video very honst presentation. Thanks Bhai ji.
مرتضٰی بھای کمال انٹرویو دیا آ پ نے میں اپ کی سمجھ داری معملہ فھمی قوت برداشت کا قایل ھوا
बहुत बढ़िया वीडियो बनाया है
आप दोनों भाईयों को राम राम, सलाम है
हरफूल जाट ने सारे कसाई खाने बंद कराए थे.. जय जाट... हरफूल जाट अमर रहें....
Dhoke se marta tha
Good job
Dhokha
@@iqbalchauhan4377 हरफूल जाट ने पहले कासु को मौका दिया था, फिर मारा था,
हरफूल जाट अमर रहे🚩🙏
@@IrfanAnsari-pt3xhहाँ थाम तो कहो गे hi रहता भी वही था उसका बाल ना pata तुम लोगो se
Way of talking is very good and best patience person.
Keshu jee Thank u for your hard work
नस्ल खून से होते हैं धर्म से नहीं धर्म कभी भी बदला जा सकता है ।
Hum aik doosaray k bujargon ki nishanio k muhafiz hain...
Bhai sahab ye baat apki bahut achchhi lagi jo aap rishte naate gotr dekh ke karte ho dusri baat ye bhi sahi h ki majhab apni manyata se h lekin hamari jaatiyan bhi kam ke aadhar par bani lekin gotr hamare pushtaini h
हरफूल जाट जुलानी गांव का था जो जींद के पास है प्रफुल्ल और का सुजानगढ़ दोनों ही अच्छे दोस्त थे जो भी झगड़ा हुआ वह सांड को लेकर हुआ था
Jai Ho go rakshak harphul Jat ki 🙏
L
@@raomiqdad8032 bol k kve se tu
बहुत खुशी होती है अपनी भाषा भी पाकिस्तान में सुनाई देती है तो
सभी भाइयों को आदाब,, हम रांघड़ राजपूत हैं और मैं ये बता दू के जो लोग ये कहते हैं कि तुम तो मुसलमान हो गए हो राजपूत केसे मेरे भाई हम घर से लेकर जंग के मैदान तक मजबूत ज़जबा रखने वाले हैं किसी भी बात से पीछे नहीं हटते हैं मुस्लिम राजपूत की तारीख उठाओ तब पता चलेगा कि हम क्या हैं और हमे फख्र है राजपूत होने पर उससे भी ज़्यादा मुसलमान होने पर ।। शाहरुख राजपूत पुंडीर मेरठ U P
हरफूल आर्मी मे था जन्म 1892 1936 हरफूल के पिता ने दो सादी की थी ओर उनके भाई हरफूल को जमिन नही देरहे थे ईसलिए मारा था
مرتضیٰ بھائی نے اچھے جوابات دیے دلیل سے بات کی ہے
ہر پھول کاسو جیسے کردار ہر ایک گام میں تھے بڑ ے بوڑھے اکثر جاٹ اور رنگھڑ وں کی اپس کی چپقلش کی کہانی سناتے رہتے تھے
रामगढ़ गौशाला के लिए दान भी देते थे और गाय का ही दूध पीना पसंद करते थे यह भैंस बहुत कम रखते थे
Wonderful sir.....kasu jaisa veer pure shiwana maal main koi Nahi tha uss time......lekin ye dharti veeron se khali nahi h janab
Bhai ne bilkul thik baya kiya h bhai hamare bjurag bhi Pakistan se Haryana me aakar base h aapko slaam Jai ramji ki khush raho
Sharma je konsa ilaqa ya gaon tha aapka pak main
दोनो भाईयो को राम राम आप दोनो बहुत अच्छे हो
Bhai ji jo issne jo baat batai he ye sachi he lagbag
Ek bat bhut achhi lagi mene ap log hindu ya muslim kise ke man me aj bhi dushmani nhi h ek dusre ke mhjab ka bhut aadar karte h ye rajniti logo ne hinphale vinash karaya h ab bhi yhi log majab ki bat karte h aam janta me apse payar h agar bharat pakistan ki janta Sharad ki dewar tod kar ek bhi hona chae payar se to rajnitik log nhi hone denge fer unki rajniti kase chalegi
Very knowledgeable. Thanks to both brothers.
Murtaza bhai के चैनल नाम भी बताएं !
Bhai ne bhut hi acche se samjhya hai sukriya 🙏
ऐसी वार्तालाप की कोशिश से नज़दीकियां कायम होती है।
32:11 भाई न एक नंबर की बात कही है राजपूत जाट,गुर्जर या कोई और मा बाप के खून से होता हैं नाम रखने से नही
भाई ये बात सच है खागड़ की तेरहवीं खा के मत जाना एसा बोला गया था
इससे हिन्दू काफी आहत हुवे यहीं कारण दोंनो में टक्कर हूई
Murtza bhai very nice...