भाई साहब कबीर साहब ने तो यह वाणी भी बोली है कि वेद कतेव झूठे ना भाई झूठे वह जो समझे ना ही ।आप जी ने कहा भक्ति में शास्त्रों का कोई मतलब नहीं होता तो फिर यह शास्त्र क्या कपड़े में लपेट कर रखने के लिए लिखे गए हैं ।
Sahi bichar karo anubhav sahit likhe h mahan aatmao ne..kabeer ji ne anubhav karke kaha his parmatma ko ki bed kiteb katai nahi jhoothe jhoonta jo n vichare...vichar to karo andhe hokar mat bolo tumara bhi to kuchh anubhav batao
Shaster ko samjh ke apni jindgi me dhaalo naa ki ladai karo. Bhakti shastro se uper hoti hai. Shater anubhavi logo ne likhe hai na ki or kuchh. Aap log shaster ki OT me shikari bne ho jo galat hai. Shaster ka jaankar kabhi nahi bolega ki Kabir is God yaa rampaal is God.
@@Kasan4522 samajh kyun nahi rahe Rampaal ji ne shastron ki OT li hai saar bhed hai nahi. Kabir ka gyaan or kabir ki bhakti shastron se uper ki hai. Kabir ne apne jeevan me kabhi shastron ke anusaar bhakti nahi batai.
Nirankari MA's vo khay daru vo payi vo apna aap ko sant khwata h pandit ka pas vo jai bhaght ka pas vo jai mandir ma vo jai phir khata him nirankar ko manta h sant rampal ji ka bhagt khana to door LA kar bhi data vo hota h sant
@@princeheroliya4873 priye Mahatma ji gyaan har ek bande ko smjh nhi aata jisko smjh aata h wahi sant wrna jhoothe bhakt to har mission me mil jayege aap hi dekh lijiye Jo apke mission me gyaan diya jara h kya wo sbko smjh aa gya , nhi Naa to mahatma ji aapke mission me bhi kuch log hai aise jo satsang jate h or nasa krte h iska mtlb ye nhi h ki Rampal ji k mission me nhi h ye sansaar h sb jagah aisa hota h
@@princeheroliya4873 or Jo kewal burayi hi khojta hai use burayi hi dikhegi iska mtlb ye h ki aap naam gyaan le kr sachayi se nhi Jude Aapki dristi awgoon parakh dristi h awgoon hi dhundhte ho or unhe hi dharan krte ho Maaf krna sant ji
सर्व सृष्टि रचनहार कबीर परमात्मा अथर्ववेद काण्ड नं. 4 अनुवाक नं. 1 मंत्र नं. 3:- पूर्ण परमात्मा अपने द्वारा रची सृष्टि का ज्ञान तथा सर्व आत्माओं की उत्पत्ति का ज्ञान अपने निजी दास को स्वयं ही सही बताता है कि पूर्ण परमात्मा ने अपने मध्य अर्थात् अपने शरीर से अपनी शब्द शक्ति के द्वारा ब्रह्म की उत्पत्ति की तथा सर्व ब्रह्माण्डों को ऊपर सतलोक, अलख लोक, अगम लोक, अनामी लोक आदि तथा नीचे परब्रह्म के सात संख ब्रह्माण्ड तथा ब्रह्म के 21 ब्रह्माण्डों को अपनी धारण करने वाली आकर्षण शक्ति से ठहराया हुआ है। वह परमात्मा कबीर साहेब जी ही हैं। - संत रामपाल जी महाराज ❤❤❤❤❤❤
bhakt Kabir ne kabhi shashtra padhe nhi the, yeh bhakt kabir sirf logo ko ullu bananeka aur jhuth failane ka ek jariya hai frad aur criminal rampal ka.
Ohh murkh ved aur geeta me kabir ka kahi naam hi nhi hai, kavi ka kabir kr rha hai apne hisab se. sanatan me kabir related koi jan kari nhi hai. apka main aim hai conversion karna , jo kuchh sanatani hai ya hindu hai unko fasana.
ब्रह्मा विष्णु महेश के माता पिता हैं प्रमाण श्रीमद देवी भागवत महापुराण स्कन्द 3 रा पन्ना क्र 123 श्री विष्णु जी दुर्गा देवी की स्तुती करते हुए कह रहे है की तुम शुद्ध स्वरूपा हो यह सारा संसार तुम्ही से उद्भसित हो रहा है मैं ( विष्णु ) ब्रह्मा और शंकर तुम्हारी कृपा से विद्यमान है हमारा आविर्भाव ( जन्म ) और तिरोभाव ( मृत्यु) होता है तुम ही नित्य हो जगत जननी हो प्रकृति और सनातनी देवी हो
आज वर्तमान में पुरे विश्व में संत रामपाल जी महराज जी ही वो तत्वदर्शी संत है जो गीता अध्याय 4 श्लोक नम्बर 34 मे जिसके ओर गीता ज्ञान दाता ने संकेत किया है आज वर्तमान मे पुरे विश्व संत रामपाल जी महराज ही एक ऐसा संत है जो सभी पाखंडियो की पोल खोल दिया है ये सभी अपने दुकान बंद होते देख बौखला गये है और संत रामपाल जी महाराज जी को बदनाम करने के लिए वीडियो बनाने लगे है अब सब सच्चाई को जान गये है
@@maashakambharimobile3629 jo khud pakhandi hai vo pakhand ki pol kya kholega. Kabir pragat ho ke hukam diya guru ne nahi diya. Ye guru droh hua. Koi kabir pargat nahi hua jhuth bol raha hai. Jhuth or pakhand saath saath rahte hai. Pol to Rampaalji ki saamne aa gyi. Ab uske chele hi chhod ke jaa rahe hai.
कबीर साहेब जी की वाणी मे सृष्टी रचना का प्रमाण अब मैं तुमसे कहू चिताई त्रिदेवन ( ब्रम्हा विष्णु महेश) उत्पत्ती भाई पहले किन्ह निरंजन राई पिछेसे माया उपजाई माया रुप देख अति शोभा देव निरंजन तन मन लोभा धर्मराय किन्ह भोग विलासा माया को रही तब आशा तीन पुत्र अष्टांगी जाये ब्रम्हा विष्णु शिव नाम धराये तीन गुण का यह विस्तारा धर्मदास मैं कहो पुकारा गुण तीनों की भक्ति में भूल पडो संसार कहे कबीर निज नाम बिना कैसे उतरे पार
सृष्टी रचना का मतलब ब्रम्ह परब्रम्ह ब्रम्हा विष्णु महेश इनकी उत्पत्ती और हमारी उत्पत्ती हम क्यो जन्म और मर रहे हैं हम कहा से आये हैं मृत्यू उपरांत कहा जायेंगे इन सबकी शास्त्रो प्रमाणित जाणकारी सृष्टी रचना मे हैं @@YehiHaiSuch
मैंने भी जीवन के बहुमुल्य 25 वर्ष निरंकारी मिशन को दिये पर टी वी चैनल पर जब संत रामपाल जी के शास्त्र प्रमाणित सत्संग को सुना तो मेरे पैरों तले जमीन निकल गई, निरंकारी मिशन मे शास्त्र विरुद्ध साधना मे समय नष्ट किया पर अब संत रामपाल जी महाराज की शरण में जाकर शास्त्र सम्मत साधना कर रहा हूँ।
मैं भी बहुत सत्संग सुना रामपाल का। मेरे पैरों के नीचे से तो जमीन नहीं निकली। रामपाल के द्वारा दिए गए ग्रन्थों के प्रमाण बिल्कुल तोर मरोड़ करें गये हैं। आप जैसे लोग इनके जाल में फंस सकते हैं। क्योंकि आपके पास कोई शस्त्र ही नहीं है। हम जैसे लोग तो उनके चेलों का मुंह तोड़ जवाब देते हैं।
@@hdsyadav7275 kuchh mila kya. Milega bhi nahi likh ke rakh lo. Rampaalji ko bhed nahi hai saar naam ka. Kitabon ko padh ke suna raha hai. Tatva gyaan kabir ko tha koi kitaab ko haath bhi nahi lagya record dekh lo. Ye khud ko kabir ka avatar bol rahe hai or gyaan ka a b c d bhi nahi pata. Aapko gyaan ho gya kya.
भाई यह कलयुग चल रहा है यह लोग फायदे के पीछेहैं जहां फायदा होता है वही भगवान हो जाता है मुझे खाटू वाले श्याम की जय हो जय हो शिव शंकर भगवान की जय हो जय श्री राम कबीर जी एक बहुत बड़े संत यदि हमारे भगवानी है 👏♥️♥️
देशद्रोह का केश चल रहा हे सिद्ध नाही हुवा हे। क्यो की कोई सबूत भी नाही हे। गवर्नमेंट के पास रहा सवाल आपका क्यो भक्त जागरूक हो चुके हे सब ज्ञान को समझ कर संत रामपाल जी महाराज के सत्संगो को सुन कर शरण ग्रहण कर रहे हे । तो आपसे भी अनुरोध आप भी मान बड़ाई को छोड़िये
गीता अध्याय 2 श्लोक 51 में जिस अनामी पुरुष की भक्ति साधना बताई है वह अनामी पुरुष कौन है जिसे प्राप्त होकर पुनः संसार में नहीं आना पड़ता जिसमें आत्मा और परमात्मा एकरूप हो जाते है
मैं छिपा योग माया से हूं सब नहीं मुझे देख सकते,छिपने वाला कौन है क्यों छिपा रहता है। हे अर्जुन हम हैं महाकाल सब लोकों को खायेंगे।सबको खाने वाला भगवान नहीं हो सकता ।
रामपाल की पोल खोलती हुई 56 मिनट के इस वीडियो को देखिये जी । ua-cam.com/users/lives1DveOTafGU?si=aqsFbj2ZydT7sUNa इस वीडियो में रामपाल की कबीर से सम्बंधित सभी बातों की खूब बढियां से धज्जियां उड़ा दी गयी है जी । जय जय श्री सीताराम जी ।
❤ वाह जी वाह सुंदर उदाहरण के साथ आपने समझाए रहमत सद्गुरु की समय समय पर सद्गुरु नाम दान देते उसमे संस्य नहीं होनी चाहिए भ्रम भूलेखा से बचने चाहिए नाम अनेक पर एक ही है परभु प्यार भरी धन निरंकार जी
धन निरंकार जी गुरू ने हमें सहज में उस परमात्मा के दर्शन करा दिए जिसके अन्वेषण में जन्म जन्मांतर लग जाने पर भी कोई बिरला ही पात्र होता है सहज मिले हीरे का मोल लोग जान ही नहीं पा रहे सच है महात्मा जी कि जान लेने के बाद विश्वास लाना और अनुभवगम्य करना भी परमात्मा की कृपा से उस निरंकार की कृपा से ही हो सकता है 🙏🙏🙏🙏@@YehiHaiSuch
ज्ञान लेने के बाद गुरू कृपा और चिंतन सुमिरन करने के बाद अब जो भी ग्रंथ या शास्त्र पढ़ता हूं उस निरंकार परमात्मा को आधार मानकर मनन करने से सब सच्चा सच्चा समझ आता है पहले की तुलना में आप महापुरुषों की कृपा से
धन निरंकार जी महाराज जिन्हें निरंकार का ज्ञान समझ में नहीं आया है वह इधर उधर डामाडोल होते रहेंगे रामपाल का वीडियो मैं भी देखा उन्हें तो निरंकारी मिशन की बुराई करने में ही बहुत मजा आता है एक बार जेल जाकर आए हैं पता नहीं रामपाल जी के गुरु कौन है जो उन्हें ऐसा करने सीखते हैं 1 दिन तो मेरे यहां जहां मैं रहती हूं वहां पर प्रोजेक्टर पर यह अपना विचार सत्संग करवा रहे थे और सत्संग में सिर्फ निरंकारी मिशन की बुराई कर रहे थे परमात्मा का सत्संग के समय कोई किसी की बुराई करता है क्या सत्संग में तो परमात्मा का गुणगान गया जाता है और यह सिर्फ निरंकारी मिशन का गुणगान कर रहे थे यही इनका सत्संग है दूसरों की बुराई करना जब उनके गुरु बुराई करेंगे तो चेले क्या करेंगे यह भी वही कामकरेंगे। महात्मा जी आपने अपने वीडियो में बहुत ही अच्छे से समझने की कोशिश की है माताजी इसी तरह आपके आशीर्वाद देता रहे धन निरंकार जी
निरंकार यानी काल इसके कितने भी वकील बनों लो ये छोड़ेगा नहीं तुम्हें भी खाएगा हीं खाएगा इसे राम कृष्ण सभी को खाया है और परमात्मा वो होता जों किसी की मां को नहीं मारे पिता कों नहीं मारे किसी भाई या बहन को नहीं मारे तुम भगती भी करते हों निराकार की और घर में इसी घटनाएं भी होती है फिर भी नहीं मानते और दुसरी तरफ संत रामपाल जी महाराज की सत भगती करने वालों को देखो उनके घरों में कोई भी अकाल मृत्यु से नहीं मरेगा उसी को परमात्मा कहते काल के एजेंटों
वेदों में प्रमाण है, कबीर साहेब भगवान है पवित्र यजुर्वेद अध्याय 40 मं. 8 में है कि कविर् मनीषि स्वयम्भूः परिभृ व्यवधाता, भावार्थ है कि कबीर परमात्मा सर्वज्ञ है (मनीषि का अर्थ सर्वज्ञ होता है) तथा अपने आप प्रकट होता है। वह (परिभू) सनातन अर्थात् सर्वप्रथम वाला प्रभु है।
@@YehiHaiSuch agr koi apse gyaan charcha krna chahta h to kr lijiye gyaan charcha lebal ki kya baat h isme kya pta apse santust ho k nirankari mission se jud jaye
जिस समय द्रष्टा तीनों गुणों के अतिरिक्त अन्य किसी को कर्ता नहीं देखता और तीनो गुणों से अत्यन्त परे सच्चिदानन्धन स्वरूप मुझ परमात्मा को तत्व से जानता है, उस समय वह मेरे स्वरूप को प्राप्त होता है ।। १९ ।।
में भी खुद संत निरंकारी मिशन में 6 साल रहा सच में यह पंथ वाले शास्त्रविरुध साधना कर तथा करवा रहे हैं। जो निरंकारी मिशन में मंत्र दिए जाते हैं 1.इक तुही निरंकार 2.मैं तेरी शरणा हां 3.मेनू बक्स लो इसका पवित्र गीता से प्रमाणित नहीं । पूर्ण परमात्मा को पाने प्रमाणित मंत्र गीता अध्याय 17श्लोक 23में बताया। ओम तत् सत् ओम मंत्र तो किल्यर हैं तत् और सत् सांकेतिक हैं जिसे केवल तत्वदर्शी संत ही बताएगा। तत्वदर्शी संत वर्तमान में पूरे विश्व में परम पूज्य संत रामपाल जी महाराज जी हैं
तुम गधे हो। कई वीडियो में तुम्हारी पोल खोली। तुम्हारे शास्त्रों की धज्जियां उड़ाई। फिर भी तुम्हें शर्म नहीं है इस चैनल पर आकर बार-बार बकवास करते हो। चुप नासमझ।
आमने सामने बैठकर रामपाल का शिष्यो से वार्तालाप करो ज्ञान चर्चा करो तभी पता चलेगा कि कौन पाखंड करता है और कौन सही ज्ञान देता है तब ही मानेंगे कौन असली है कौन नकली है कौन मूर्ख है और कौन सही है
सभी गुरुओं आचार्यों को आमंत्रित किया था संत रामपाल जी महाराज जी ने सबको पोल खोल रखी है सब बताया हुआ है महाराज जी ने भी कोन पाखंड कर रहा है और कैसा पाखंड कर रहे है
Are pagal sant siro mani nahi hota sant to malik ki charandhool hota h malik vilkul paas h ...h hajir tohe door batabe door ki baat nirasi..kahe kabeer gurupoore vin man ka bharam n jaasi..sachhe malik ko janne bale hirdey se prem karte n ki bed sastro ka havala dete h...meera ne kon se sastar tatole sabri ne kon sa bed padha kabeerji ne kon se puran pade..uttar jaroor dena
Vandi d.chhod.....ye bahut keh rahe h jelar se...magar bo chhodne ko taiyar nahi h kyoki vo keh rahe h ki jisko hamne band kar diya use nahi chhodege..ham keh rahe h jo band h use chhod do vo kah rahe h vandichhod...vandi ko nahi chhodege
@@nandkishorbathere2943jail jaana baap logo ke kaam hote h bete logo ke kaam nhi jail jaana. Bhakti ke kraantiveer hi sachhe sant. Jitna marji malmuttar jhaar le yaha kyuke debate krne ke dum nhi tere mei
कबीर अक्षर पुरूष एक पेड हैं निरंजन वाकी डार तीनों देवा शाखा हैं पात रुप संसार ll कबीर हम ही अलख अल्लाह हैं मूल रुप करतार अनंत कोटी ब्रम्हांड का मैं हि सिर्जन्हार ll गीता अध्याय 15 श्लोक 1से 4 तथा 16,17 का भावार्थ
@@YehiHaiSuchलिखा हैं गीता अध्याय 15 श्र्लोक 1 उर्ध्व मुलं अध: शाखम अश्वत्थम प्राहुर अव्ययम छंदांसि यस्य पर्णानी य: तम वेद स वेदवित ll अनुवाद:- उपर को मूल वाला और नीचे को शाखा वाला संसार रुपी पीपल का वृक्ष हैं जो इसके सर्वांग अर्थात् मूल कौन हैं शाखा कौन हैं पत्ते कौन हैं ये जो तत्व से जाणता हैं वो वेद के तात्पर्य को जाणता हैं अर्थात् वह तत्वदर्शी संत हैं
@@YehiHaiSuchगीता अध्याय 15 श्र्लोक 16 द्वौ इमौ पुरुषौ लोके क्षर च अक्षर एव च क्षर सर्वाणी भूतानी कूठस्थ अक्षर उच्चते ll अनुवाद:- इस संसार में नाशवान और अविनाशी ये दो प्रकार के पुरूष हैं संपूर्ण प्राणियों के शरीर नाशवान है और आत्मा अविनाशी कहा है l
@@YehiHaiSuchगीता अध्याय 15 श्लोक 17 उत्तम पुरुष तू अन्य परमात्मा इति उद्यारत य: लोकत्रयम अविश्य बिभर्ती अव्यय ईश्वर ll अनुवाद:- उत्तम पुरुष तो कोई अन्य हैं जो तीनो लोको में प्रवेश करके सबका धारण पोषण करता हैं उसी को परमात्मा कहते हैं ( इसी को परम अक्षर ब्रम्ह भी कहते हैं)
@@YehiHaiSuchगीता अध्याय 7 श्लोक 29 जरा मरण मोक्षाय माम आश्रिता यतंती ये ते ब्रम्ह तत विदु कृत्सनम अध्यात्मम कर्म च अखिलम अनुवाद : - जो मेरे ज्ञान के आश्रित होकर ज़रा और मरण से छुटने का यतन करते हैं वे तत ब्रम्ह को सम्पूर्ण अध्यात्म तथा सम्पूर्ण कर्म को जानते हैं l मतलब ऐसा कोई स्थान हैं जहां जरा ( वृद्धावस्था) और मरण नहीं हैं हम सदा युवा रहते हैं उसे अमरलोक तथा सनातन परमधाम कहते हैं प्रमाण गीता अध्याय 18 श्लोक 62
गीताजी अध्ययन नम्बर ४ श्लोक नम्बर ३४ तुम तत्वदर्शी सन्त्कि तलास करो जिस्की कृपा से तुम परम शान्ति सासु स्थान परमधामको प्राप्त होंगे। फिर गीताजी अध्ययन नम्बर ८ लोक नं १३ मे ओम नामका जाप है मेरा इसे तुम मुझको हि पाउगे। गीताजी अध्ययन आज श्लोक १६ मे कहाँ आएकी बर्हम लोक पर्यन्तBharam लोकमा गए है साधक पुन आते है. गीताजी अध्ययन १८ श्लोक नं ५ मिलिखा है। उसके पश्चात परमेश्वर परम पदकी खोज गर्ने चाहिए जहाँ जाने कि साधक पुन लौटको नही आता।.
@@SandeepKumar-yg6ej kabeer ne itna kaha ki is malik ko jaan lo jo bilkul paas h ise bhool kar jaroor kutta banjaoge samjho paglo kabeer ko abhi kabeer ki a.b.c.d bhi nahi maloom tumhe
यजुर्वेद अध्याय 5 श्लोक 1 मे साफ लिखा हैं की अग्ने: तनुर असि विष्णवे त्वा सोमस्य तनुर असि अनुवाद:- सर्वव्यापक सर्वोत्पादक सबका पालनपोषण करने वाला प्रभू सशरिर हैं
Tanur...ka anarh karne balo...sahi arth uska tan nahi uska roop nahi...vo keval sachhe bhakto ke liye deh dharan karta h use deh ki koi aavaseykta nahi.....
स्क्रीनशॉट ले लिया है बच्चे। तुमने फिर घुमा दिया यह आयुर्वेद के इस मंत्र को। इसी तरह का काम करते हो तुम। अगले वीडियो में इसी स्क्रीनशॉट को लेकर के मैं बखिया उधेड़ूंगा।
भारत में सच्चा संत एक ही है संत रामपाल जी महाराज जितना भी धर्मगुरु है नकली ढोंगी पाखंडी सब है कोई माय का लाल है जो मेरा गुरुदेव को ज्ञान चर्चा में हरा दे
@@YehiHaiSuch ये सभी धर्म के ठेकेदारों ने मिलकर और सरकार ने साजिश की थी ये ज्यादा दिन सच को नहीं दबा सकते जो वो समाज से बुराइयां दूर कर रहे है दहेजप्रथा जैसे उनको पलकों पर बैठाना चाहिए पर इनका दुर्भाग्य है और तुम भी कार्लो जितने दिन बकवाद करनी है
@@YehiHaiSuch अगर आज के समय में किसी के पास तत्वज्ञान है और कोई तत्वदर्शी संत है तो वो कोई और नही संत रामपाल जी महाराज है जिन्होंने गीता जी में बताया हुआ उल्टा लटका पेड़ शह पत्तों सहित बताया हुआ है और तेरे से बस बात करके समय बर्बाद करने में कुछ नही और याद रखना जिस दिन महराज जी लीला समाप्त करके आयेगे विश्व नाम लेगा उनसे
यजुर्वेद 40 मंत्र 8 सपरिअगात शुक्रम अकायम अस्नाविरम कविर मनीषी स्वयंभू परिभु व्यवधाता अर्थात परमात्मा का शरीर है जो शुक्रम अकायम है जो माता पिता के संयोग से नहीं बना अस्नाविरम अर्थात नाडी रहित शरीर हैं नूर तत्व से बना हुआ हैं
भाई मैं भी निरंकारी पंथ से था मेरा पूरा गांव निरंकारी पंथ से था । जब हम लोग को संपूर्ण ज्ञान हुआ पूर्ण गुरु मिला तब हम लोग उनके शरण में हो गए पहले मैं भी बहुत टीका टिप्पणी करता था संत रामपाल जी महाराज के बारे में जब ज्ञान हो गया ना मान बड़ाई त्याग कर उनके शरण में हो गया और आप भी उनके शरण में जल्दी हो जाओगे क्योंकि अब आपने रास्ता चुन लिया है संत रामपाल जी महाराज के शरण में आने के लिए जब आपको ज्ञान हो जाएगा तो आपका अहंकार टूट जाएगा जो देशद्रोह बता रहे हो संत रामपाल जी को जब उनके बारे में सच्चाई पता चल जाएगी तब तुम भी उनका गुणगान गाते हुए नहीं थकोगे
Dhan nirankar ji....mahatma jisko pyas hoti h use hi ye ang sang datar samajh aata h har kisi ko nahi darshan bhi hota h tumne sirf ise khali samjha jabki ye labalab bhara hua hai jis pariski krapa hoti use hi ye datar darshan deta....kabeerji bhi kahte..nirakar ji hoke swami jagat ka palan karta h nirakar nirvandh jagat me janam maran nahi dharta h...isko jaankar kabeer ji kahte h...mujhko kaha dhodhe re vande me to tere paas me...or kehte h...paani meen pyasi mohe sun sun aave haansi....or kahte h jal me kumbh kunbh me jal hai bahar bheetar paani foota kumbh jal jalhi samana ye gati virle jaani...or kehte hai hai hajir tohe door batabe door ki baat nirashi kahe kabeer suno re santo guru bin bharam n jaasi...or kahte hai..divas n rain ved nahi sastar taha base nirnkar kahe kabeer tisahu nar dhiyabo..babariya sansara....kitne udaharan doo kabeerji ke tum kya jaanoge baba hardev ji ko sacchhat mahadev ke avtar h satguru narroop to bhakto ke liye hi rakha jise ye janata vo hi is daatar ko jaanta h yaha chhal or kapat chhalta hi nahi...tuhi nirankarji
@@YehiHaiSuch*आओ संकल्प करें, की सतगुरु के अलावा दुनिया के आगे हाथ जोड़ना बंद ||* __________________________________🙏🏻🙏🏻👇🏻👇🏻 ua-cam.com/video/qlk7ACBgPOQ/v-deo.html
ज्ञान होना और ज्ञान होने का भ्रम होना दो अलग अलग बात है। इसलिए प्यारे राधेलाल जी आपका अपने आपको निरंकारी कहना एक भ्रम से ज्यादा और कुछ नहीं यदि आप निरंकार को जान जाते ( ज्ञान प्राप्त ) कर लेते तो प्यारे राधेलाल जी आप इस प्रकार इधर उधर भटक नही रहे होते। जो भी आपको लगा वो आपका अपना नज़रिया है। निरंकार के बारे मे जानना और निरंकार को जानना 😂 कहना आसान है 👂 जानो फिर बोलो 🙏
हे अर्जुन ! रजोगुण के बढ़ने पर लोभ, प्रवृत्ति, स्वार्थ बुद्भि से कर्मों का सकाम भाव से आरम्भ, अशान्ति और विषय भोगों की लालसा --ये सब उत्पन्न होते हैं ।। १२ ।।
Dhan nirankar ji .. parampita parmatma Kan Kan tera vaas karan karavan haar tu sab kuchh tere haath...maha pursho ji koti koti dhan nirankar ji...aapji se ak baat shear karna chahta hoon das nirankari nandkishor aapji ke pavan charno me pranam karta h in rampal mahasehey ji ne har yug me kabeer ki deh ko hi parmatma banakar prastut kar diya or seedha satlok se unka padarpan hota h singhasan se..iske bad chelo ko rasta dikhaya ki satlok me vo sare sukh viddman h yaisi jageh jaha sabkuchh milta h kisi bhi cheej ki kami nahi h kabeer hi van batha hai rampal..unhi ki mudra me ashirvad bhi deta h.das bhi bhramit ho gaya tha ak var to das ne to pehle se hi is parmatma ko hi pukara tha or parmatma se hi parmatma ka gyan paaya jo bhakto liye sagun sakar ho jaate h saxat sivsankar roop hardevji maharaj ka gyan liya hua hoon ang san rehne vale parmatma ka hi dyan kar raha tha das ne inse hi poochhna uchit samjha kyoki das ke aaspas koi maha pursh nahi h door door tak jab dhyan lagaya to uttar mila ramyan ki chopai se...ki...antkal n hoy nibahu kalnemi jimi ravan rahu... dhanyawad kiya parmata ka yeh uttar das ko samajh aaya ki bhakti nakal ka visey nahi hai bhakti to sachhe prem ki nishani h or sachhe bhav se aati h...das ne poora vislesan kiya ki rampal ke pas keval pustkeey gyan h uprokt chopai ke anusar rampal ravan ka avtar h....aasharam...kalnemi ka avtar h or ramrahim yeprabhu ke do nam rakh vala...rahu ka avtar h kyoki haryug me devta manusey or rakchhas hote hi h...baanki das to itna hi jaanta ki mere is malik ke hi sare roop h is rangmanch par ham sab apna apna rol nibharahe h is malik ne sabko deh dekar is khel ko dekh rahe h ant me na koi devta na rakchhas n manusey n jad n chetan keval nirankar....sab isi ke roop or isi me samahit....jad chetan jag jeev jat sakal ram may jaan vandau sabke pad kamal sada jori jug pan...jaan...tuhi tu
@@YehiHaiSuch mere malik das par youn hi krapa banaye rakhna ji or mere pyare santo ke hirdey me bhi bhed rahit ho kar virajna yahi ardas h mere satguru baba ji aapji sada angsang h kyoki aapji ne sabhi mahapursho ka hath pakda h aakhri swansh tak aap n chodege ye viswash sabhi ka atal ho yahi ardas h sachhe patshah... tuhi tu mere malik
@@YehiHaiSuch kabi inke chelo se poochna tumare guru ka guru kon h fir unka guru kon h fir unka guru kon h....hamare guruo ki to line lagi hui h...baba kahan sihji.baba boota sih ji baba.avtarsihji baba gurubachanji baba hardevji mata savindar ji Mata sudeexaji sabhi guruon ke charno me koti koti pranam ji
सतगुरु रामपालजी भगवान हैं तुम्हारे जैसे लोग बिना प्रमाण के ढोंग करते रहेंगे सतगुरु का ज्ञान ऐसा हैं जिसे आप जैसे लोग के बकवाद करने से रुकेगा नही बल्कि और बढ़ेगा क्योंकि सच्चा पंथ सच्चा परमेश्वर एक हैं संत रामपाल जी कबीर गॉड
मै 40000 साल से संत रामपाल के कुकृत्यो को जानता हूँ और तुम्हारे उस ढोंगी संत का भी सत्संग किया हूँ अब बताओ क्या कहोगे पखण्डियों ब्रम्हज्ञान केवल निरंकारियों के ही पास है और पहले अपने गुरु से बात कर लो कि किस दिन निरंकारी शिष्यों से चर्चा करेंगे और हाँ यह चर्चा हर देश के लोगों को होना अनिवार्य है
हां, वेदों में प्रमाण है कि कबीर साहेब परमेश्वर हैं: वेदों के मुताबिक, परमात्मा मानव रूप में है और सतलोक में रहता है. यजुर्वेद के अध्याय 5 के मंत्र 1 में कहा गया है कि परमात्मा मानव के समान दिखाई देता है.
@@YehiHaiSuchब्रह्म कौन है आपको पता भी है उनको भगवान बता रहे हो ब्रह्म से ऊपर भी एक भगवान है परब्रह्म उनसे भी ऊपर एक भगवान है । जिनको पूर्ण ब्रह्म कहा जाता है वास्तव में सबका मालिक वही है पूर्ण परमात्मा इस को कहते हैं
साँच को आँच नहीं” यह एक मशहूर कहावत है । इसका मतलब कई तरह से देखा जा सकता है। सत्य इतना मजबूत होता है कि उसके समाने कोई नहीं झूठ नहीं टिक सकता है। सच में इतनी शक्ति होती है कि उसे कोई नुकसान नहीं पहुँचा सकता है।
Kabeer kutta ram ka mutiya mrao naau gale ram ki jevri jit khenche tit jaau ...kabeer ne apne kabhi parmatma nahi kaha paglo asli guru parmatma h deh parmatma nahi hoti...samjhe parmatma koi manav nahi h parmatma videh h ..kabeer ke samey me bhi tum jaise paglo ne unki deh ko dekh kaha ki kabeerji aap parmatma ho..kabeerji ne kaha..tumse koi bhool hui h kabeer to uska nam h jo videh h...me to kuchh bhi nahi hoon.....pani se paida nahi swansha nahi shareer.had mansh gooda nahi taka nam kabeer.kabeer ka arth pata karo...jo kaya se rahit h sarv saktiman ko beer kahte h jo sabi jageh haajir h....kabeer kahte h...surat fasi sansar me ya se ho gai door surat baandh isthir karo aatho pehar hujoor...tuhitu
संत रामपाल जी महाराज के बारे में दुनिया कुछ भी कहोगे तब भी कुछ भी नहीं होने वाला है संत रामपाल जी महाराज इस पृथ्वी पर रहे या नहीं रहे पर वेद शास्त्र तो इस पावन धरती पर पड़े रहेंगे युगों युगों तक हम तुम जैसे पढ़ कर भी सुख मिल गया तो भी भगवान मिल गया एक दूसरे की बुराई खोजने से कुछ नहीं मिलने वाला है
अब आप हमें ओर मूर्ख नहीं बना सकते क्योंकि हम पढे लिखे हैं और संत रामपाल जी महाराज पवित्र पुस्तकों को खोलकर उंगली रखकर हमें दिखाते हैं कि उनमें क्या लिखा हुआ है। इसलिए अब आपकी दाल संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों पर नहीं गल सकती।
@@YehiHaiSuchभाई रामपालपंथी लोग लगता है कि पागल हो गया है।कभी बोलता है कि भगवान का ना जन्म होता है ना मृत्यु होता है वही भगवान होता। तो भाई इसके हिसाब से जब भगवान का ना जन्म होता है ना मृत्यु होता है तो इसका रामपाल भगवान किया आसमान से टपका है क्या बोलो क्या रामपाल बिना मां बाप के ही पैदा हुआ है और क्या रामपाल को कभी मृत्यु नहीं होगा। मुझे तो हसीं भी आ रही है हा हा हा 😂😅😅😂😅
कुरान शरीफ सुरत फुरकानी 25 आयत 59 अल्लजी खलकस्समावाती वलअर्ज व मा बैनहुमा फि सित्तती अय्यामिन सुम्मस्तवा अललअर्शि अर्रहमानु फस अल बिही कबीरन अर्थ जिसने आसमान और जमीन और जो कुछ उनके बीच में हैं ( सबको) छ: दिन में पैदा किया फिर तख्त पर जा विराजा ( वह अल्लाह बड़ा ) रहमान है तो उसकी खबर किसी बाखबर ( इल्म वाले, तत्वदर्शी संत) से पुछ देखो तत्वदर्शी संत की पहचान गीता अध्याय 15 श्लोक 1से 4 और 16, 17 में हैं इस पर वीडियो बनाओ महात्मा जी
ऋगवेद मंडल 9 सुक्त 54 मंत्र 3 अयम विश्वानी तिष्ठती पूनानो भुवनोपरी सोम देव न सूर्य सूर्य के समान जगतप्रेरक यह परमात्मा सब लोको को पवित्र करता हुआ सम्पूर्ण ब्रह्मांडो के उर्ध्व भाग में विराजमान है l
#12वें_पंथ_हम_ही_चल_आवें ⚡️कबीर परमात्मा ने 'कबीर सागर', अध्याय 'कबीर बानी' के पृष्ठ 136-137 में कहा है: बारवें पंथ हम ही चलि आवैं, सब पंथ मेटि एक ही पंथ चलावें। अर्थात बारहवें पंथ में मैं स्वयं चलकर आऊँगा और सभी पंथों को मिटाकर एक सच्चे पंथ को स्थापित करूंगा। वर्तमान समय में कबीर जी संत रामपाल जी महाराज के रूप में अवतरित हुए हैं, जो आज सभी नकली पंथों को मिटाकर एक यथार्थ कबीर पंथ चला रहे हैं। Sant Rampal Ji Maharaj
कबीर परमात्मा नहीं है पागल। एक विधवा ब्राह्मणी के यहां पैदा हुए थे। लहरतारा तालाब के किनारे पड़े हुए। नीमा नीरू नाम के पति पत्नी जुलाहे को मिले थे। उसने इनका पालन पोषण किया था।
आपके सतगुरु ने आपको ब्रह्म का ज्ञान दिया है ब्रह्म का अर्थ आप जानते हो क्या होता है ब्रह्म लोक में जो जाता है वह पुनर्जन्म उसका होता है तो आप लोग ब्रह्म की साधना क्यों करते हो ब्रह्मलोक में गया हुआ प्राणी पुनः जन्म मरण में आएगा तो फिर ब्रह्म की साधना की साधना क्यों करते हो इस विश्व में संत रामपाल जी महाराज के अलावा किसी को ब्रह्म के आगे का ज्ञान नहीं है पूरे विश्व में सभी लोग ब्रह्म की पूजा करते हैं चाहे निरंकारी वाले हो चाहे अन्य पथ वाले हो सब लोग ब्रह्म की साधना करते हैं क्योंकि ब्रह्म लोक में काल ही रहता है वह सभी लोगों का बुद्धि ब्रह्म लोक से आगे नहीं जाने देता उसके आगे का ज्ञान देने के लिए परमात्मा स्वयं चलकर आते हैं इस पृथ्वी लोक पर या फिर अपना कोई अवतार भेजते हैं जोकि संत रामपाल जी महाराज परमात्मा के अवतार हैं
@@nandkishorbathere2943 परमात्मा ने kon sa मंत्र देकर अब तक मुक्ति की जिसमे कोई शब्द ही नहीं जिसको भी मंत्र दिया है उसमे कोई तो शब्द होगा ये बात तो सोचो निराकार का नाम 52अक्सरो में nhi होगा पर मुक्ति तो शब्दो वाले मंत्री से भी होती है चाहे वो अनपढ़ भी हो
अगर आप सृष्टि रचना के बारे में जानते होते तो ऐसे बेतुकी बातें ना करते जब तक आप संपूर्ण सृष्टि रचना के बारे में नहीं जानोगे तब तक आप परमात्मा को नहीं पहचान सकोगे। कबीर साहब ने बताया है खोजत खोजत थाकिया अंत का बेचून मुसलमान लोग हिंदू लोग ईसाई लोग सिख लोग निरंकारी पथ वाले और अंत पथ वाले जब परमात्मा को खोजते खोजते थक गए तो अंत में बोला कि परमात्मा निराकार है क्योंकि वह जिस रास्ते से जा रहे थे परमात्मा को ढूंढने के लिए वो रास्ता ही गलत था अगर वह लोग शास्त्र के अनुसार गए होते परमात्मा को ढूंढने के लिए तो परमात्मा मिल जाते हैं संपूर्ण जानकारी के लिए देखिए जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के मंगल प्रवचन शाम 7:30 से 8:30 तक रोज
जिस तरह से आप बनावटी बातों से और वीडियो बनाकर लोगों का ध्यान निरंकारी मिशन के तरफ आकर्षित कर रहे हो लोग उतने अज्ञानी नहीं हैं अब । पढ़े लिखे समझदार हो चुके हैं। मैं भी निरंकारी मिशन का सेवादार मुखी था लेकिन उनके पास सही प्रमाणित ज्ञान है ही नहीं । न ही शास्त्र अनुसार भक्ति है। मैं खुद प्रवचन करता था और संगत को चलाने की सेवा करता था। आत्मा, परमात्मा , और ब्रह्म,परब्रह्म,पूर्ण ब्रह्म की कोई जानकारी निरंकारी मिशन के महात्माओं को है ही नहीं। और न ही सार मंत्र है। केवल इस खाली शून्य को दिखाकर परमात्मा प्राप्ति मानकर घोर अन्धकार में फंसे हुए और लाखों को फंसा रखा है निरंकारी मिशन में। सृष्टि रचना को कबीर साहेब जी ने तत्वज्ञान की चाभी कहा है जो निरंकारी मिशन में किसीको भी ज्ञान नहीं । मैने कुछ वीडियो की लिंक इस वीडियो में डाल रखा है प्रार्थना है सभी भक्तजन देखें । और निर्णय करें की परमात्मा साकार है या निराकार। इनकी झूठ सामने आ जाएगा । सत साहेब जी ।
मै संस्कृतका शिक्षक हुँ इसी नाते मैने आपके भिडियो पर कमेन्ट किया है जो आपने गलत अनुवाद है उसका मे विरोध कर्ता हुँ यदि आपको नही आता है अनुवाद मत करो पदन्तु बेडो कि ऐसी कि तेस्ी मत किजिए आप google translation का सहारा भी ले सकते है यसको समझ्ने के लिए आप गलत ज्ञान सबको गीताजीका सारा ज्ञान एक दुई तीन अध्याय या फिर कुछ लोको मे भएन नही क्या जा सकता उसको समझ्ने के लिए हमेशा निकाल्न आवश्यक। गीताजी चारो वेदोका सारांश है
@@radhelal70 कभी आमंत्रित किया है आप के रामपाल जी ने टीवी पर बैठकर दूसरो की बुराई करने से उंगली उठाने सेउसको आमंत्रित कहते हैं जिसके।पास ज्ञान होता है ओ किसी को आमंत्रित नहीं करता बल्कि बांटता है जब जिसके पास ज्ञान ही नही होगा ओ तो आमंत्रित करेगा यही हाल आप के रामपाल जी का है जो सिर्फ ए साबित करने में लगे हैं की कबीर परमात्मा है जबकि कबीर दास जी को कभी ए साबित करने की जरूरत ही नहीं पड़ी की ओ परमात्मा है उनके गुण ही बताते हैं कि ओ परमात्मा मय थे उनका और परमात्मा का ओत प्रोत का मामला है
Aati Sundar vichaar pravachan parsstuti ke liye❤❤ mahapurushji ko dhanbad ji satkaar bhara❤❤ dhan nirankarji Hari Byapak Sarvatra samana Prem sea prakat hohi main jana guru Gyan sea nirankar par aastha rakhne sea sambhaw hai ❤❤dhan nirankarji❤❤❤❤❤
अगर ये परवचन है तो तब तुमरे मुक्ति 28 नरक की ही हे bagat to nidya chugle se pare hona padta he ap sabashi de rahe ho। Suno संत का nidak महा हत्यारा संत का निंदक परमेश्वर मारा aso ko ko to marmata ka marag 0%so said bin soche bin समझे pap करो sat Sahib ji😢
अरे पर सारे हिन्दू मास खा रहे दारू पी रहे और बारिश में उत्तराखंड और हिमाचल जैसे तीरृथ स्थान की यात्रा कर मौत के मुंह में समा गए और राधा स्वामी में तो सब दारू पीते मास खाते हैं और खूद कहते पांचों नाम काल के जानो सभी सरदारों के हार्ट अटैक आ रहे कैंसर हो रहे इसलिए पूरे भारत के 80करोड हिन्दू में सिर्फ जैन और रामपाल जी के अनुयायियों द्वारा मास न खाकर मोक्ष मुक्ति के मार्ग पर चल रहे हैं कोई भी पंथ हो अगर 5लाक से करोड़ों शादी में लगा एगा तो 100%कर्जे में डूबे गा और फिर भक्ति नहीं कर पाएगा कर्जे का तनाव कम करने के लिए दारू सी-ग्रेड पी एगा
कुराण शरीफ सुरत फुर्कानि 25 आयत 52 से 59 और बायबल उत्पत्ती ग्रंथ 1 मे कहा हैं की अल्लाह ताला ने 6 दिन में सृष्टी रची और सातवे दिन तख्त पर जा विराजा परमात्मा निराकार होता तो तख्त पर कैसे बैठेगा. परमात्मा की शक्ति निराकार हैं जैसे सूर्य उपर रहकर सब पर अपना असर छोडता हैं वैसे परमात्मा की निराकार शक्ति कार्य करती हैं
Friend, What I understand from Geeta there are two aspect of creation . (1) Aspect of creation up to bramha which comes under matter and is always changeable. (2) Aspect no matter which is beyond creation. Problem arises when Rampaljee identified it as a state asmokshya state. Question arises when Rampal jee says that Mokshya state is having a form of God to where we can go and can return to our state . Bhagabat Geeta says when attend that state we can not return again . This thought of Rampal jee is against Hindu thought and philosophy .One thing I mark the process he has shown to go up to Akshyara purusha and then to Mokshya state is perhaps correct as Saint Achyutananda has also described the similar process to find Sunyapurusha by sunya Bhajan .
भाई साहब आप जो टिप्पणी कर रहे हैं की पवित्र श्रीमद् भागवत गीता को लेकर तो पवित्र श्रीमद् भागवत गीता के अंदर दिया हुआ है गीता अध्याय नंबर 11 के श्लोक नंबर 20 से लेकर 32 तक जिसमें विवरण विस्तार से दिया हुआ है आप खुद देख कर के पढ़ सकते हैं उसमें देवी देवताओं को भी खाने वाला है और ऋषि महर्षि भगत लोग जितने भी जनसाधारण होते हैं सभी को खाने के लिए यह गीता ज्ञान दाता के बारे में विस्तार से दिया हुआ है जवा वकालत कर रहे हैं यह शैतान की अर्थात ब्रह्म की आप वकालत कर रहे हैं क्योंकि आप की बुद्धि कल के अंतर्गत है उसी के कंट्रोल में वहां पर श्रीमद् भागवत गीता का गोद रहस्य नहीं जानते हैं क्योंकि पवित्र श्रीमद् भागवत गीता का गूढ रहस्य तत्वदर्शी संत ही बता सकते हैं और उसके द्वारा उसके भक्त लोग बता सकते हैं जो आपको तत्वदर्शी संत की खोज करनी चाहिए जो कि इस समय वर्तमान में पूरी पृथ्वी पर केवल एक ही सच्चा संत है जो जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल महाराज जी आए हुए हैं उनका क्या समझो उनकी वीडियो क्लब देखो ध्यान से और धैर्य पूर्वक और अपना कल्याणकराओ
देखो भाई कल का अर्थ होता है समय। और समय तो सबको खा ही जाता है। रही बात रामपाल जी महाराज। तुम मुझे यह समझ में नहीं आता कि जो व्यक्ति देश द्रोह के मुकदमे में मुजरिम साबित हो चुका है। मैं तो कभी भी ऐसे व्यक्ति की शरण में जा नहीं सकता।
@@YehiHaiSuchaap ja bhi nahi sakte kyonki Nirankari panth ho chouhan ji kyon ki apko bataya hi gaya hai ki bhagwan nirankar hai fir aap kese samjh sakte ho ,, samjh ne ki kosis chouhan ji
मैं एक देशद्रोही की शरण में एक हत्यारे के शरण में एक जालसाज की शरण में कभी नहीं आ सकता। यह उपाधियां मैं नहीं दे रहा हूं कोर्ट में पहले ही दी जा चुकी है।
इतने अच्छे से समझाने के बाद भी अगर आप की आंखे नही खुल रही है तो ए बात है सही है कि आप आंख मूंदकर आंख होने का दावा कर रहे हैं जबकि दरअसल में आप अंधभक्ति कर रहे हैं
🌀भूत पूजा तथा पितर पूजा क्या है? इन पूजाओं के निषेध का प्रमाण पवित्र गीता शास्त्र के अध्याय 9 श्लोक 25 में लिखा है कि भूत पूजा करने वाले भूत बनकर भूतों के समूह में मृत्यु उपरांत चले जाऐंगे। पितर पूजा करने वाले पितर लोक में पितर योनि प्राप्त करके पितरों के पास चले जाऐंगे। मोक्ष प्राप्त प्राणी सदा के लिए जन्म-मरण से मुक्त हो जाता है।
जय श्री कृष्णा आपको धन्यवाद रामपाल ढोंगी के चेले को आपने जवाब दिया धन्यवाद आपको दे दिलसे धन्यवाद सब कुछ कृष्ण भगवान ही है
@@VinodbhaiSolanki-br1zf उल्लू को दिन में रात ही दिखाई देता है,उल्लुओं की समाज ही ऐसी होती है जी,,,
भाई साहब कबीर साहब ने तो यह वाणी भी बोली है कि वेद कतेव झूठे ना भाई झूठे वह जो समझे ना ही ।आप जी ने कहा भक्ति में शास्त्रों का कोई मतलब नहीं होता तो फिर यह शास्त्र क्या कपड़े में लपेट कर रखने के लिए लिखे गए हैं ।
नहीं शास्त्र समझ विकसित करते हैं।
Sahi bichar karo anubhav sahit likhe h mahan aatmao ne..kabeer ji ne anubhav karke kaha his parmatma ko ki bed kiteb katai nahi jhoothe jhoonta jo n vichare...vichar to karo andhe hokar mat bolo tumara bhi to kuchh anubhav batao
Shaster ko samjh ke apni jindgi me dhaalo naa ki ladai karo. Bhakti shastro se uper hoti hai. Shater anubhavi logo ne likhe hai na ki or kuchh. Aap log shaster ki OT me shikari bne ho jo galat hai. Shaster ka jaankar kabhi nahi bolega ki Kabir is God yaa rampaal is God.
@@Kasan4522 samajh kyun nahi rahe Rampaal ji ne shastron ki OT li hai saar bhed hai nahi. Kabir ka gyaan or kabir ki bhakti shastron se uper ki hai. Kabir ne apne jeevan me kabhi shastron ke anusaar bhakti nahi batai.
बहुत ही सुन्दर समझाया महात्मा जी आप ही सच्चे सन्त हो निरंकारी ही मिशन सत्य है जी आप ही सच्ची भक्ती कर रहे हो धन निरंकार जी
Nirankari MA's vo khay daru vo payi vo apna aap ko sant khwata h pandit ka pas vo jai bhaght ka pas vo jai mandir ma vo jai phir khata him nirankar ko manta h sant rampal ji ka bhagt khana to door LA kar bhi data vo hota h sant
@@princeheroliya4873 priye Mahatma ji gyaan har ek bande ko smjh nhi aata jisko smjh aata h wahi sant wrna jhoothe bhakt to har mission me mil jayege aap hi dekh lijiye Jo apke mission me gyaan diya jara h kya wo sbko smjh aa gya , nhi Naa to mahatma ji aapke mission me bhi kuch log hai aise jo satsang jate h or nasa krte h iska mtlb ye nhi h ki Rampal ji k mission me nhi h ye sansaar h sb jagah aisa hota h
@@princeheroliya4873 or Jo kewal burayi hi khojta hai use burayi hi dikhegi iska mtlb ye h ki aap naam gyaan le kr sachayi se nhi Jude
Aapki dristi awgoon parakh dristi h awgoon hi dhundhte ho or unhe hi dharan krte ho
Maaf krna sant ji
सर्व सृष्टि रचनहार कबीर परमात्मा
अथर्ववेद काण्ड नं. 4 अनुवाक नं. 1 मंत्र नं. 3:-
पूर्ण परमात्मा अपने द्वारा रची सृष्टि का ज्ञान तथा सर्व आत्माओं की उत्पत्ति का ज्ञान अपने निजी दास को स्वयं ही सही बताता है कि पूर्ण परमात्मा ने अपने मध्य अर्थात् अपने शरीर से अपनी शब्द शक्ति के द्वारा ब्रह्म की उत्पत्ति की तथा सर्व ब्रह्माण्डों को ऊपर सतलोक, अलख लोक, अगम लोक, अनामी लोक आदि तथा नीचे परब्रह्म के सात संख ब्रह्माण्ड तथा ब्रह्म के 21 ब्रह्माण्डों को अपनी धारण करने वाली आकर्षण शक्ति से ठहराया हुआ है।
वह परमात्मा कबीर साहेब जी ही हैं।
- संत रामपाल जी महाराज
❤❤❤❤❤❤
आपके हिसाब से हैं।
Esilia.jal.ma.hai
Kisne kaha ki kabeer ne is srashti ki rachna ki hai, wo kewal bhakti kal ke ek kavi or sant the na ki parbrahma parmatma
bhakt Kabir ne kabhi shashtra padhe nhi the, yeh bhakt kabir sirf logo ko ullu bananeka aur jhuth failane ka ek jariya hai frad aur criminal rampal ka.
Ohh murkh ved aur geeta me kabir ka kahi naam hi nhi hai, kavi ka kabir kr rha hai apne hisab se. sanatan me kabir related koi jan kari nhi hai. apka main aim hai conversion karna , jo kuchh sanatani hai ya hindu hai unko fasana.
ब्रह्मा विष्णु महेश के माता पिता हैं
प्रमाण श्रीमद देवी भागवत महापुराण
स्कन्द 3 रा पन्ना क्र 123
श्री विष्णु जी दुर्गा देवी की स्तुती करते हुए कह रहे है की तुम शुद्ध स्वरूपा हो यह सारा संसार तुम्ही से उद्भसित हो रहा है मैं ( विष्णु ) ब्रह्मा और शंकर तुम्हारी कृपा से विद्यमान है हमारा आविर्भाव ( जन्म ) और तिरोभाव ( मृत्यु) होता है तुम ही नित्य हो जगत जननी हो प्रकृति और सनातनी देवी हो
Rampal is farji baba
Kabir ko to pta hi nhi tha mata pita kon unko to chodhh diya tha uski mata ne
आज वर्तमान में पुरे विश्व में संत रामपाल जी महराज जी ही वो तत्वदर्शी संत है जो गीता अध्याय 4 श्लोक नम्बर 34 मे जिसके ओर गीता ज्ञान दाता ने संकेत किया है आज वर्तमान मे पुरे विश्व संत रामपाल जी महराज ही एक ऐसा संत है जो सभी पाखंडियो की पोल खोल दिया है ये सभी अपने दुकान बंद होते देख बौखला गये है और संत रामपाल जी महाराज जी को बदनाम करने के लिए वीडियो बनाने लगे है अब सब सच्चाई को जान गये है
चुप।
@@maashakambharimobile3629 jo khud pakhandi hai vo pakhand ki pol kya kholega. Kabir pragat ho ke hukam diya guru ne nahi diya. Ye guru droh hua. Koi kabir pargat nahi hua jhuth bol raha hai. Jhuth or pakhand saath saath rahte hai. Pol to Rampaalji ki saamne aa gyi. Ab uske chele hi chhod ke jaa rahe hai.
Rampal ki dukan abhi chali nhi beta ji 😂 gulak dekha rampal ne kitne lga rkhe hai pese ke liye
आलोचक जी अभी तक कहां थे आपका ज्ञान सुनकर ऐसा लगता है कि इस संसार में आप ही भेदी गुरू हैं । ये ज्ञान आज तक कोई भी सन्त नहीं बता पाया।धन्यवाद ।
संत रामपाल जी दिखा दे पूरी दुनिया को परमात्मा मै हू जेल से बाहर निकल कर
बिल्कुल सही कहा आपने।
Sant Kabir Das ka Aisa kaun sa shishya tha jisne poochha ki abaki bar Kaun sa roop lekar aaenge apni pahchan
सचमुच परमात्मा हो तब नां !
वाह रे मानव एक आदमी आज जेल में बंद वो रामपाल अंध भक्ति में परमात्मा केसे हो सकता है
@@Krishnasahu3869 गीता अ 13/17मे कहा है उस परमातमा को ज्ञान से जानना चाहीये।जो सबके हृदय मे स्थीत है।
कबीर साहेब जी की वाणी मे सृष्टी रचना का प्रमाण
अब मैं तुमसे कहू चिताई त्रिदेवन ( ब्रम्हा विष्णु महेश) उत्पत्ती भाई पहले किन्ह निरंजन राई पिछेसे माया उपजाई माया रुप देख अति शोभा देव निरंजन तन मन लोभा धर्मराय किन्ह भोग विलासा माया को रही तब आशा तीन पुत्र अष्टांगी जाये ब्रम्हा विष्णु शिव नाम धराये तीन गुण का यह विस्तारा धर्मदास मैं कहो पुकारा गुण तीनों की भक्ति में भूल पडो संसार कहे कबीर निज नाम बिना कैसे उतरे पार
परमात्मा कहते है इनको बुद्धि पर काल बैठा है अभी नही आने वाली समझ
इस वीडियो में हमने सृष्टि रचना की बात ही नहीं की।
सृष्टी रचना का मतलब ब्रम्ह परब्रम्ह ब्रम्हा विष्णु महेश इनकी उत्पत्ती और हमारी उत्पत्ती हम क्यो जन्म और मर रहे हैं हम कहा से आये हैं मृत्यू उपरांत कहा जायेंगे इन सबकी शास्त्रो प्रमाणित
जाणकारी सृष्टी रचना मे हैं @@YehiHaiSuch
@@dineshkamble4534 जय हो कबीर परमातमा की 🙏🏻🌹🙏🏻 जय हो तत्वदर्शी संत सतगुरु देवजी रामपाल जी महाराज की 🙏🏻🌹🙏🏻
महात्मा जी हमने जितने भी श्लोक आपको reply में दिए है उस पर भी अवश्य वीडियो बनाइए सब शास्त्र देख के आपकी बड़ी कृपा होगी
जरूर
धन निरंकार जी महाराज अपने बहुत ही अच्छे तरीके से समझा दिया।
मैंने भी जीवन के बहुमुल्य 25 वर्ष निरंकारी मिशन को दिये पर टी वी चैनल पर जब संत रामपाल जी के शास्त्र प्रमाणित सत्संग को सुना तो मेरे पैरों तले जमीन निकल गई, निरंकारी मिशन मे शास्त्र विरुद्ध साधना मे समय नष्ट किया पर अब संत रामपाल जी महाराज की शरण में जाकर शास्त्र सम्मत साधना कर रहा हूँ।
मैं भी बहुत सत्संग सुना रामपाल का। मेरे पैरों के नीचे से तो जमीन नहीं निकली। रामपाल के द्वारा दिए गए ग्रन्थों के प्रमाण बिल्कुल तोर मरोड़ करें गये हैं। आप जैसे लोग इनके जाल में फंस सकते हैं। क्योंकि आपके पास कोई शस्त्र ही नहीं है। हम जैसे लोग तो उनके चेलों का मुंह तोड़ जवाब देते हैं।
@@YehiHaiSuch chhodo sir kisi vyakti ke nahaye dudh ki keer wo log hi pee sakte hai jinke khopdi me dimag nahi😂😂😂😂😂
@@hdsyadav7275 kya mil gya ?
Is Samy kan se grah me hay
@@hdsyadav7275 kuchh mila kya. Milega bhi nahi likh ke rakh lo. Rampaalji ko bhed nahi hai saar naam ka. Kitabon ko padh ke suna raha hai. Tatva gyaan kabir ko tha koi kitaab ko haath bhi nahi lagya record dekh lo. Ye khud ko kabir ka avatar bol rahe hai or gyaan ka a b c d bhi nahi pata. Aapko gyaan ho gya kya.
बंदी छोड़ खुद जेल मे बंद क्यो है
पापी ह रामपाल पाखंडी ह 😂😂😂😂😂😂
जय श्री कृष्णा कृष्णा कृष्णा ❤❤
@@Krishnasahu3869 प्रभु रामचंद्र जी बीना कीसी दोष के बनवासमे अर्थात जेलधाम मे क्यो थे।(सच्चे और निर्दोष महापुरुष के संग रही होता है।जी।
भाई यह कलयुग चल रहा है यह लोग फायदे के पीछेहैं जहां फायदा होता है वही भगवान हो जाता है मुझे खाटू वाले श्याम की जय हो जय हो शिव शंकर भगवान की जय हो जय श्री राम कबीर जी एक बहुत बड़े संत यदि हमारे भगवानी है 👏♥️♥️
रामपाल पाखंडी ह 😂😂😂
सच्चाई स्वीकार करो आपका ज्ञान हि अधूरा हे। संत रामपाल जी महाराज जी सत्संग सुनो और अपना कल्याण कराओ
सत्संग सुने और वह भी एक देशद्रोही का।
देशद्रोह का केश चल रहा हे सिद्ध नाही हुवा हे। क्यो की कोई सबूत भी नाही हे।
गवर्नमेंट के पास
रहा सवाल आपका
क्यो भक्त जागरूक हो चुके हे
सब ज्ञान को समझ कर संत रामपाल जी महाराज के सत्संगो को सुन कर शरण ग्रहण कर रहे हे ।
तो आपसे भी अनुरोध आप भी मान बड़ाई को छोड़िये
@@birendrakumarsinha5890जाओ वच्चे जाओ
रामपाल लाला की दुकान से मिठाई ले आओ
Rampal is fraud
Kuchh samay ruk jao kon kitne Pani mein malum pad jayega chouhan ji ki dongi kon Han sant rampal Ji mahraj ke sisya @@YehiHaiSuch
गुरुजी आपको बहुत बहुत धन्यवाद बहुत ही अछा जय श्री राम
गीता अध्याय 2 श्लोक 51
में जिस अनामी पुरुष की भक्ति साधना बताई है वह अनामी पुरुष कौन है जिसे प्राप्त होकर पुनः संसार में नहीं आना पड़ता जिसमें आत्मा और परमात्मा एकरूप हो जाते है
हर आदमी में ईश्वर ह,,, राम Krishna Shiv, विष्णु सब एक ह,,, पूर्ण परमात्मा ह,,,,❤❤
मैं छिपा योग माया से हूं सब नहीं मुझे देख सकते,छिपने वाला कौन है क्यों छिपा रहता है।
हे अर्जुन हम हैं महाकाल सब लोकों को खायेंगे।सबको खाने वाला भगवान नहीं हो सकता ।
@@UdaySingh-dq4ew sabko pakhand me fasaane wala or saar naam na de ke dusre naam dena wala kon hoga. Saar naam ka bhed hi nahi hai rampalji ko.
तत्वदर्शी जगत गुरु संत रामपाल जी महाराज की जय हो
Jagat ka guru 1 hi h ram..
Ram khal nahi h
Kon sa Ram Ram hai Ram to bahut ban gya hai 🙏🙏
लगता है आशाराम का जन्म अब नए रूप में हुआ ही यही रामपाल ही 😂
@@Shivamsahu214😂😂😂😂😂 जय महाकाल जी की 🙏🙏🙏
रामपाल की पोल खोलती हुई 56 मिनट के इस वीडियो को देखिये जी ।
ua-cam.com/users/lives1DveOTafGU?si=aqsFbj2ZydT7sUNa
इस वीडियो में रामपाल की कबीर से सम्बंधित सभी बातों की खूब बढियां से धज्जियां उड़ा दी गयी है जी ।
जय जय श्री सीताराम जी ।
❤ वाह जी वाह
सुंदर उदाहरण के साथ आपने समझाए
रहमत सद्गुरु की
समय समय पर सद्गुरु नाम दान देते उसमे संस्य नहीं होनी चाहिए
भ्रम भूलेखा से बचने चाहिए
नाम अनेक पर एक ही है परभु
प्यार भरी धन निरंकार जी
सतगुरु रामपाल जी महाराज इस दुनिया में ऐसे संत हैं जो तत्वदर्शी संत कहलाते हैं
आप जैसे लोग ही रहते हो। और कोई नहीं कहता।
जय हो बंदी छोड़ की❤🙏
धन निरंकार जी, मैन् इनका क ई विडिओ को देखा ।ये उसका गलत अर्थ बताते है।ये सभी किताबो मे कबीर शब्द ढूंढते है।
सही पकड़ा आपने।
@@YehiHaiSuchNirankari chouhan sab apne sad grantho ko pado sahi dang se
हे अर्जुन ! सत्वगुण, रजोगुण, और तमोगुण --ये प्रकृति से उत्पन्न तीनों गुण अविनाशी जीवात्मा को शरीर में बांधते हैं ।। ५
धन निरंकार जी यदि उनके सामने आप की आंसर नहीं दोगे तो अनेक झूठ वीडियो और डालते रहेंगे इसलिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद नरेश जी चौहान😮
धन्यवाद जी।
Dhan nirankar je 🙏🙏🙏🙏
धन निरंकार जी
गुरू ने हमें सहज में उस परमात्मा के दर्शन करा दिए जिसके अन्वेषण में जन्म जन्मांतर लग जाने पर भी कोई बिरला ही पात्र होता है
सहज मिले हीरे का मोल लोग जान ही नहीं पा रहे
सच है महात्मा जी कि जान लेने के बाद विश्वास लाना और अनुभवगम्य करना भी परमात्मा की कृपा से उस निरंकार की कृपा से ही हो सकता है
🙏🙏🙏🙏@@YehiHaiSuch
ज्ञान लेने के बाद गुरू कृपा और चिंतन सुमिरन करने के बाद अब जो भी ग्रंथ या शास्त्र पढ़ता हूं उस निरंकार परमात्मा को आधार मानकर मनन करने से सब सच्चा सच्चा समझ आता है पहले की तुलना में आप महापुरुषों की कृपा से
❤❤❤❤❤❤😂😂🎉🎉😢 सत्यम शिवम सुंदरम सत्य ही शिव है शिव ही सुंदर है सत साहिब जी फुकेट प्रणाम परमात्मा को मैं शिव प्रसन्न साहू दास
धन निरंकार जी महाराज जिन्हें निरंकार का ज्ञान समझ में नहीं आया है वह इधर उधर डामाडोल होते रहेंगे रामपाल का वीडियो मैं भी देखा उन्हें तो निरंकारी मिशन की बुराई करने में ही बहुत मजा आता है एक बार जेल जाकर आए हैं पता नहीं रामपाल जी के गुरु कौन है जो उन्हें ऐसा करने सीखते हैं 1 दिन तो मेरे यहां जहां मैं रहती हूं वहां पर प्रोजेक्टर पर यह अपना विचार सत्संग करवा रहे थे और सत्संग में सिर्फ निरंकारी मिशन की बुराई कर रहे थे परमात्मा का सत्संग के समय कोई किसी की बुराई करता है क्या सत्संग में तो परमात्मा का गुणगान गया जाता है और यह सिर्फ निरंकारी मिशन का गुणगान कर रहे थे यही इनका सत्संग है दूसरों की बुराई करना जब उनके गुरु बुराई करेंगे तो चेले क्या करेंगे यह भी वही कामकरेंगे। महात्मा जी आपने अपने वीडियो में बहुत ही अच्छे से समझने की कोशिश की है माताजी इसी तरह आपके आशीर्वाद देता रहे धन निरंकार जी
एकदम बरोबर माताजी. बुरे का तो बुरा होगा
यह ऐसे ही इनकी दुकान ही दूसरों की बुराई करके चलती है।
निरंकार यानी काल इसके कितने भी वकील बनों लो ये छोड़ेगा नहीं तुम्हें भी खाएगा हीं खाएगा इसे राम कृष्ण सभी को खाया है और परमात्मा वो होता जों किसी की मां को नहीं मारे पिता कों नहीं मारे किसी भाई या बहन को नहीं मारे तुम भगती भी करते हों निराकार की और घर में इसी घटनाएं भी होती है फिर भी नहीं मानते और दुसरी तरफ संत रामपाल जी महाराज की सत भगती करने वालों को देखो उनके घरों में कोई भी अकाल मृत्यु से नहीं मरेगा उसी को परमात्मा कहते काल के एजेंटों
जो जेलमे जा चूके वौ संत होनही सकते ॽ और हुलयेसे मालुम पडता है.
Sant sachh batane se nhi darte , unke vaani kdwe hote hai naaki nirankari walo jaise meethi meethi baato se dusro ko pokna
वेदों में प्रमाण है, कबीर साहेब भगवान है पवित्र यजुर्वेद अध्याय 40 मं. 8 में है कि कविर् मनीषि स्वयम्भूः परिभृ व्यवधाता, भावार्थ है कि कबीर परमात्मा सर्वज्ञ है (मनीषि का अर्थ सर्वज्ञ होता है) तथा अपने आप प्रकट होता है। वह (परिभू) सनातन अर्थात् सर्वप्रथम वाला प्रभु है।
चुप गधे हो तुम।
Dhan nirankar ji ❤❤❤❤
अति सुन्दर साही जवाफ दिया ईन तोतौ को अन्ध भक्त दिमाक से पैदल है
Bhai सब 🙏🏼 दिल खुब हुवा 🙏🏼
श्रीमान जी मैं संत रामपाल जी महाराज का शिष्य हूं और मैं आपको आध्यात्मिक ज्ञान चर्चा के लिए आमंत्रित करता हूं आप जब चाहे तब ज्ञान चर्चा कर सकते हैं
शर्म नहीं आती एक देशद्रोही की तरफदारी करते हुए। तुम जैसों से चर्चा करेंगे हम, कोई लेबल है तुम्हारा ?
Satguru tuhi nirankar ji....mere se baat karo me taiyar hoon..apna fon n do
@@YehiHaiSuch agr koi apse gyaan charcha krna chahta h to kr lijiye gyaan charcha lebal ki kya baat h isme kya pta apse santust ho k nirankari mission se jud jaye
Ye पाखंडी है रामपाल
Naam dikhao rampal ka ya kabir ka kisi bhi ved me
जिस समय द्रष्टा तीनों गुणों के अतिरिक्त अन्य किसी को कर्ता नहीं देखता और तीनो गुणों से अत्यन्त परे सच्चिदानन्धन स्वरूप मुझ परमात्मा को तत्व से जानता है, उस समय वह मेरे स्वरूप को प्राप्त होता है ।। १९ ।।
में भी खुद संत निरंकारी मिशन में 6 साल रहा सच में यह पंथ वाले शास्त्रविरुध साधना कर तथा करवा रहे हैं। जो निरंकारी मिशन में मंत्र दिए जाते हैं 1.इक तुही निरंकार 2.मैं तेरी शरणा हां 3.मेनू बक्स लो
इसका पवित्र गीता से प्रमाणित नहीं । पूर्ण परमात्मा को पाने प्रमाणित मंत्र गीता अध्याय 17श्लोक 23में बताया।
ओम तत् सत्
ओम मंत्र तो किल्यर हैं तत् और सत् सांकेतिक हैं जिसे केवल तत्वदर्शी संत ही बताएगा। तत्वदर्शी संत वर्तमान में पूरे विश्व में परम पूज्य संत रामपाल जी महाराज जी हैं
तुम गधे हो। कई वीडियो में तुम्हारी पोल खोली। तुम्हारे शास्त्रों की धज्जियां उड़ाई। फिर भी तुम्हें शर्म नहीं है इस चैनल पर आकर बार-बार बकवास करते हो। चुप नासमझ।
ऋगवेद मंडल 9 सुक्त 82 मंत्र 1-2
में लिखा है की परमात्मा राजा के समान दर्शनीय है उपदेश करने की इच्छा से आप महापुरुषों को मिलते हो
आमने सामने बैठकर रामपाल का शिष्यो से वार्तालाप करो ज्ञान चर्चा करो तभी पता चलेगा कि कौन पाखंड करता है और कौन सही ज्ञान देता है तब ही मानेंगे कौन असली है कौन नकली है कौन मूर्ख है और कौन सही है
सभी गुरुओं आचार्यों को आमंत्रित किया था संत रामपाल जी महाराज जी ने सबको पोल खोल रखी है सब बताया हुआ है महाराज जी ने भी कोन पाखंड कर रहा है और कैसा पाखंड कर रहे है
कई से की है।
Ek shlok se puri pustak ka uttar nhi milta guruji apne hisab se shlok chunte hai pustak me aneko shlok hai
@@SandeepKumar-yg6ejAap jo v kaho bhaiya mein yaha samaj gaya aap v parmatma ka darshan nahi kiya kiya hota to ess tarah k jal me nahi padte😂😂😂
@@attitudekora859 जो मैने देखा है वो तेरे गुरु ने भी नही देखा
कबीर तो खुद निर्गुण उपासक थे लेकिन कुछ मूर्खो का झुंड कबीर को ही ईश्वर मान बैठा है
सच कहा आपने
चेले के भरोसे बैठे है चेले हमें जेल से बाहर निकाले गे
संत का nidak महा हत्यारा sat ka निंदक परमेश्वर मारा ये में ने hehe kehta ye to Bani kehti he😂😂😂😂😂
Dhan Nirankar ji 🙏🙏
आप की बात पुर्ण सत्य है। ये ब्राह्मणों का अंध भक्ति की दुकान है। जो फायदे के लिये चलते है।
Mhatma ji prdam. Aapne.. Mer aakhe khol diya.. Ham pakhndio.. Ke. Chkkr. Me aa gye the.. Koti koti. Prdam.
जय हो बंदी छोड़ जगत गुरु संत शिरोमणि संत रामपाल जी महाराज जी की जय हो पूरे संसार में डूंडा पटका मालिक का
Are pagal sant siro mani nahi hota sant to malik ki charandhool hota h malik vilkul paas h ...h hajir tohe door batabe door ki baat nirasi..kahe kabeer gurupoore vin man ka bharam n jaasi..sachhe malik ko janne bale hirdey se prem karte n ki bed sastro ka havala dete h...meera ne kon se sastar tatole sabri ne kon sa bed padha kabeerji ne kon se puran pade..uttar jaroor dena
Vandi d.chhod.....ye bahut keh rahe h jelar se...magar bo chhodne ko taiyar nahi h kyoki vo keh rahe h ki jisko hamne band kar diya use nahi chhodege..ham keh rahe h jo band h use chhod do vo kah rahe h vandichhod...vandi ko nahi chhodege
अपनी माता सुदीकस्या का पास इस मैसेज को भेज दे जो लिखा है
पागल व्यक्ति की यही पहचान अपने से बड़ा बुद्धिमान कोई और ना जान
@@nandkishorbathere2943jail jaana baap logo ke kaam hote h bete logo ke kaam nhi jail jaana. Bhakti ke kraantiveer hi sachhe sant. Jitna marji malmuttar jhaar le yaha kyuke debate krne ke dum nhi tere mei
कबीर अक्षर पुरूष एक पेड हैं निरंजन वाकी डार तीनों देवा शाखा हैं पात रुप संसार ll
कबीर हम ही अलख अल्लाह हैं मूल रुप करतार अनंत कोटी ब्रम्हांड का मैं हि सिर्जन्हार ll गीता अध्याय 15 श्लोक 1से 4 तथा 16,17 का भावार्थ
ऐसा कहीं नहीं लिखा।
@@YehiHaiSuchलिखा हैं गीता अध्याय 15 श्र्लोक 1
उर्ध्व मुलं अध: शाखम अश्वत्थम प्राहुर अव्ययम छंदांसि यस्य पर्णानी य: तम वेद स वेदवित ll
अनुवाद:- उपर को मूल वाला और नीचे को शाखा वाला संसार रुपी पीपल का वृक्ष हैं जो इसके सर्वांग अर्थात् मूल कौन हैं शाखा कौन हैं पत्ते कौन हैं ये जो तत्व से जाणता हैं वो वेद के तात्पर्य को जाणता हैं अर्थात् वह तत्वदर्शी संत हैं
@@YehiHaiSuchगीता अध्याय 15 श्र्लोक 16
द्वौ इमौ पुरुषौ लोके क्षर च अक्षर एव च
क्षर सर्वाणी भूतानी कूठस्थ अक्षर उच्चते ll
अनुवाद:- इस संसार में नाशवान और अविनाशी ये दो प्रकार के पुरूष हैं संपूर्ण प्राणियों के शरीर नाशवान है और आत्मा अविनाशी कहा है l
@@YehiHaiSuchगीता अध्याय 15 श्लोक 17
उत्तम पुरुष तू अन्य परमात्मा इति उद्यारत य: लोकत्रयम अविश्य बिभर्ती अव्यय ईश्वर ll
अनुवाद:- उत्तम पुरुष तो कोई अन्य हैं जो तीनो लोको में प्रवेश करके सबका धारण पोषण करता हैं उसी को परमात्मा कहते हैं ( इसी को परम अक्षर ब्रम्ह भी कहते हैं)
@@YehiHaiSuchगीता अध्याय 7 श्लोक 29
जरा मरण मोक्षाय माम आश्रिता यतंती ये ते ब्रम्ह तत विदु कृत्सनम अध्यात्मम कर्म च अखिलम
अनुवाद : - जो मेरे ज्ञान के आश्रित होकर ज़रा और मरण से छुटने का यतन करते हैं वे तत ब्रम्ह को सम्पूर्ण अध्यात्म तथा सम्पूर्ण कर्म को जानते हैं l
मतलब ऐसा कोई स्थान हैं जहां जरा ( वृद्धावस्था) और मरण नहीं हैं हम सदा युवा रहते हैं उसे अमरलोक तथा सनातन परमधाम कहते हैं प्रमाण गीता अध्याय 18 श्लोक 62
गीताजी अध्ययन नम्बर ४ श्लोक नम्बर ३४ तुम तत्वदर्शी सन्त्कि तलास करो जिस्की कृपा से तुम परम शान्ति सासु स्थान परमधामको प्राप्त होंगे। फिर गीताजी अध्ययन नम्बर ८ लोक नं १३ मे ओम नामका जाप है मेरा इसे तुम मुझको हि पाउगे। गीताजी अध्ययन आज श्लोक १६ मे कहाँ आएकी बर्हम लोक पर्यन्तBharam लोकमा गए है साधक पुन आते है. गीताजी अध्ययन १८ श्लोक नं ५ मिलिखा है। उसके पश्चात परमेश्वर परम पदकी खोज गर्ने चाहिए जहाँ जाने कि साधक पुन लौटको नही आता।.
अरे भाई आपको तो संत रामपाल के शिष्यों से लाइव चर्चा करनी चाहिए
Aao karo charcha ram ki..vakwas nahi h kam ki
होका बीड़ी पीने वाले संत नहीं अगले जन्म में कुत्ता बनते हैं कबीर साहब ने यही कहा है
@@SandeepKumar-yg6ej kabeer ne itna kaha ki is malik ko jaan lo jo bilkul paas h ise bhool kar jaroor kutta banjaoge samjho paglo kabeer ko abhi kabeer ki a.b.c.d bhi nahi maloom tumhe
Sach Jan lega to rat ko nind bhi nahi aaegi tujhe
@@nandkishorbathere2943 बुलाया था तेरे सभी आचार्यों गुरुओं को ज्ञान चर्चा के लिए पहले देख लेना उपलब्ध होगा यूट्यूब पर बहुत से तो आए भी नहीं थे
यजुर्वेद अध्याय 5 श्लोक 1 मे साफ लिखा हैं की अग्ने: तनुर असि विष्णवे त्वा सोमस्य तनुर असि
अनुवाद:- सर्वव्यापक सर्वोत्पादक सबका पालनपोषण करने वाला प्रभू सशरिर हैं
Tanur...ka anarh karne balo...sahi arth uska tan nahi uska roop nahi...vo keval sachhe bhakto ke liye deh dharan karta h use deh ki koi aavaseykta nahi.....
स्क्रीनशॉट ले लिया है बच्चे। तुमने फिर घुमा दिया यह आयुर्वेद के इस मंत्र को। इसी तरह का काम करते हो तुम। अगले वीडियो में इसी स्क्रीनशॉट को लेकर के मैं बखिया उधेड़ूंगा।
आयुर्वेद नहीं यजुर्वेद धन निरंकार जी @@YehiHaiSuch
@@YehiHaiSuchapne baap ko bachha keh rha pattakhor nashedi. Ek baat bata brahm, parbrahm aur paarbrahm mei tujhe antar nhi dikh raha itna Nasha Shasta Nasha 😂
परमात्मा नर आकार है,वह स शरीर है,उसका नाम कविर्देव (कबीर)है।
भारत में सच्चा संत एक ही है संत रामपाल जी महाराज जितना भी धर्मगुरु है नकली ढोंगी पाखंडी सब है कोई माय का लाल है जो मेरा गुरुदेव को ज्ञान चर्चा में हरा दे
रामपाल के अलावा किसी पर देशद्रोह का मुकदमा नहीं लगा।
@@YehiHaiSuch ये सभी धर्म के ठेकेदारों ने मिलकर और सरकार ने साजिश की थी ये ज्यादा दिन सच को नहीं दबा सकते जो वो समाज से बुराइयां दूर कर रहे है दहेजप्रथा जैसे उनको पलकों पर बैठाना चाहिए पर इनका दुर्भाग्य है और तुम भी कार्लो जितने दिन बकवाद करनी है
@@YehiHaiSuch अगर आज के समय में किसी के पास तत्वज्ञान है और कोई तत्वदर्शी संत है तो वो कोई और नही संत रामपाल जी महाराज है जिन्होंने गीता जी में बताया हुआ उल्टा लटका पेड़ शह पत्तों सहित बताया हुआ है और तेरे से बस बात करके समय बर्बाद करने में कुछ नही और याद रखना जिस दिन महराज जी लीला समाप्त करके आयेगे विश्व नाम लेगा उनसे
@@DEVIL_BGMare bhai burai karne bala kaise burai door karega
@@nandkishorbathere2943 sachai dikhana burai nhi hota bura to unko lgta hai jinke dukano par affect ho
यजुर्वेद 40 मंत्र 8
सपरिअगात शुक्रम अकायम अस्नाविरम कविर मनीषी स्वयंभू परिभु व्यवधाता
अर्थात परमात्मा का शरीर है जो शुक्रम अकायम है जो माता पिता के संयोग से नहीं बना अस्नाविरम अर्थात नाडी रहित शरीर हैं नूर तत्व से बना हुआ हैं
भाई मैं भी निरंकारी पंथ से था मेरा पूरा गांव निरंकारी पंथ से था । जब हम लोग को संपूर्ण ज्ञान हुआ पूर्ण गुरु मिला तब हम लोग उनके शरण में हो गए पहले मैं भी बहुत टीका टिप्पणी करता था संत रामपाल जी महाराज के बारे में जब ज्ञान हो गया ना मान बड़ाई त्याग कर उनके शरण में हो गया और आप भी उनके शरण में जल्दी हो जाओगे क्योंकि अब आपने रास्ता चुन लिया है संत रामपाल जी महाराज के शरण में आने के लिए जब आपको ज्ञान हो जाएगा तो आपका अहंकार टूट जाएगा जो देशद्रोह बता रहे हो संत रामपाल जी को जब उनके बारे में सच्चाई पता चल जाएगी तब तुम भी उनका गुणगान गाते हुए नहीं थकोगे
Dhan nirankar ji....mahatma jisko pyas hoti h use hi ye ang sang datar samajh aata h har kisi ko nahi darshan bhi hota h tumne sirf ise khali samjha jabki ye labalab bhara hua hai jis pariski krapa hoti use hi ye datar darshan deta....kabeerji bhi kahte..nirakar ji hoke swami jagat ka palan karta h nirakar nirvandh jagat me janam maran nahi dharta h...isko jaankar kabeer ji kahte h...mujhko kaha dhodhe re vande me to tere paas me...or kehte h...paani meen pyasi mohe sun sun aave haansi....or kahte h jal me kumbh kunbh me jal hai bahar bheetar paani foota kumbh jal jalhi samana ye gati virle jaani...or kehte hai hai hajir tohe door batabe door ki baat nirashi kahe kabeer suno re santo guru bin bharam n jaasi...or kahte hai..divas n rain ved nahi sastar taha base nirnkar kahe kabeer tisahu nar dhiyabo..babariya sansara....kitne udaharan doo kabeerji ke tum kya jaanoge baba hardev ji ko sacchhat mahadev ke avtar h satguru narroop to bhakto ke liye hi rakha jise ye janata vo hi is daatar ko jaanta h yaha chhal or kapat chhalta hi nahi...tuhi nirankarji
सच्चाई तो गूगल पर पड़ी है जाकर खुद देख लो। तुम्हारे संत के बेडरूम से कंडोम निकले हैं। महिला टॉयलेट में कैमरे लगे हैं। सब गूगल पर पड़ा है।
@@YehiHaiSuch*आओ संकल्प करें, की सतगुरु के अलावा दुनिया के आगे हाथ जोड़ना बंद ||*
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ua-cam.com/video/qlk7ACBgPOQ/v-deo.html
@@YehiHaiSuchaare bevaakuf kyun bhagwan ka hi sahi gyan nahi hai Gyan hota toh ye video banane se pehle dhas baar sochta Bhai
ज्ञान होना और ज्ञान होने का भ्रम होना दो अलग अलग बात है। इसलिए प्यारे राधेलाल जी आपका अपने आपको निरंकारी कहना एक भ्रम से ज्यादा और कुछ नहीं यदि आप निरंकार को जान जाते ( ज्ञान प्राप्त ) कर लेते तो प्यारे राधेलाल जी आप इस प्रकार इधर उधर भटक नही रहे होते। जो भी आपको लगा वो आपका अपना नज़रिया है।
निरंकार के बारे मे जानना और निरंकार को जानना 😂 कहना आसान है 👂 जानो फिर बोलो 🙏
हे अर्जुन ! रजोगुण के बढ़ने पर लोभ, प्रवृत्ति, स्वार्थ बुद्भि से कर्मों का सकाम भाव से आरम्भ, अशान्ति और विषय भोगों की लालसा --ये सब उत्पन्न होते हैं ।। १२ ।।
Sant rampal ji maharaj is only sant in this world
Keval aapke liye hamare liye bilkul nahin. Main to unhen sant hi nahin manta.
अगर संत रामपाल जी परमात्मा है जेल में क्यों बंद है
Dhan nirankar ji .. parampita parmatma Kan Kan tera vaas karan karavan haar tu sab kuchh tere haath...maha pursho ji koti koti dhan nirankar ji...aapji se ak baat shear karna chahta hoon das nirankari nandkishor aapji ke pavan charno me pranam karta h in rampal mahasehey ji ne har yug me kabeer ki deh ko hi parmatma banakar prastut kar diya or seedha satlok se unka padarpan hota h singhasan se..iske bad chelo ko rasta dikhaya ki satlok me vo sare sukh viddman h yaisi jageh jaha sabkuchh milta h kisi bhi cheej ki kami nahi h kabeer hi van batha hai rampal..unhi ki mudra me ashirvad bhi deta h.das bhi bhramit ho gaya tha ak var to das ne to pehle se hi is parmatma ko hi pukara tha or parmatma se hi parmatma ka gyan paaya jo bhakto liye sagun sakar ho jaate h saxat sivsankar roop hardevji maharaj ka gyan liya hua hoon ang san rehne vale parmatma ka hi dyan kar raha tha das ne inse hi poochhna uchit samjha kyoki das ke aaspas koi maha pursh nahi h door door tak jab dhyan lagaya to uttar mila ramyan ki chopai se...ki...antkal n hoy nibahu kalnemi jimi ravan rahu... dhanyawad kiya parmata ka yeh uttar das ko samajh aaya ki bhakti nakal ka visey nahi hai bhakti to sachhe prem ki nishani h or sachhe bhav se aati h...das ne poora vislesan kiya ki rampal ke pas keval pustkeey gyan h uprokt chopai ke anusar rampal ravan ka avtar h....aasharam...kalnemi ka avtar h or ramrahim yeprabhu ke do nam rakh vala...rahu ka avtar h kyoki haryug me devta manusey or rakchhas hote hi h...baanki das to itna hi jaanta ki mere is malik ke hi sare roop h is rangmanch par ham sab apna apna rol nibharahe h is malik ne sabko deh dekar is khel ko dekh rahe h ant me na koi devta na rakchhas n manusey n jad n chetan keval nirankar....sab isi ke roop or isi me samahit....jad chetan jag jeev jat sakal ram may jaan vandau sabke pad kamal sada jori jug pan...jaan...tuhi tu
Dhan Nirankar ji. Aapke pure comment Ko Maine padha. Aapki ek ek baat sach Hai.
@@YehiHaiSuch mere malik das par youn hi krapa banaye rakhna ji or mere pyare santo ke hirdey me bhi bhed rahit ho kar virajna yahi ardas h mere satguru baba ji aapji sada angsang h kyoki aapji ne sabhi mahapursho ka hath pakda h aakhri swansh tak aap n chodege ye viswash sabhi ka atal ho yahi ardas h sachhe patshah... tuhi tu mere malik
@@YehiHaiSuch kabi inke chelo se poochna tumare guru ka guru kon h fir unka guru kon h fir unka guru kon h....hamare guruo ki to line lagi hui h...baba kahan sihji.baba boota sih ji baba.avtarsihji baba gurubachanji baba hardevji mata savindar ji Mata sudeexaji sabhi guruon ke charno me koti koti pranam ji
Aap bilkul 100% Sahi kah rahe ho dhanyvad
सासत्र लीखने भगवान् तो भगवान् है नहीं ऊसी सासत्र से एक सलोक नीकालने वाला भगवान् है
जुग जुग जियो संन्त जी सुखी रहो
सतगुरुदेव की जय हो
Dhan nirankarji wise hi inka Pol kholte Rahe
सतगुरु रामपालजी भगवान हैं
तुम्हारे जैसे लोग बिना प्रमाण के ढोंग करते रहेंगे
सतगुरु का ज्ञान ऐसा हैं जिसे आप जैसे लोग के बकवाद करने से रुकेगा नही बल्कि और बढ़ेगा क्योंकि सच्चा पंथ सच्चा परमेश्वर एक हैं संत रामपाल जी कबीर गॉड
मै 40000 साल से संत रामपाल के कुकृत्यो को जानता हूँ और तुम्हारे उस ढोंगी संत का भी सत्संग किया हूँ अब बताओ क्या कहोगे पखण्डियों ब्रम्हज्ञान केवल निरंकारियों के ही पास है और पहले अपने गुरु से बात कर लो कि किस दिन निरंकारी शिष्यों से चर्चा करेंगे और हाँ यह चर्चा हर देश के लोगों को होना अनिवार्य है
धन. निरंकार.जी🌺🌺🙏🙏🙏🙏🙏🏵🏵
श्री मान जी आपने बहुत ही अच्छा समझाया जी। धन्यवाद बहुत बहुत अच्छा जबाब दिया आपने इन पाखंडी लोगो को। राधे राधे🙏🙏
Thanks ji
संत रामपाल जी महाराज के आश्रम में रोज आध्यात्मिक ज्ञान चर्चा होती है उनके सिश्यो से आप भी ज्ञान चर्चा कर सकते हैं उनके साथ वह भी प्रमाण सहित
और दूसरी चर्चा भी होती होगी उसके आश्रम लेकिन तुम्हारे लायक ही तुमको बताता होगा न ढोंगी कही का आआयशही कर रहा ह
हां, वेदों में प्रमाण है कि कबीर साहेब परमेश्वर हैं:
वेदों के मुताबिक, परमात्मा मानव रूप में है और सतलोक में रहता है.
यजुर्वेद के अध्याय 5 के मंत्र 1 में कहा गया है कि परमात्मा मानव के समान दिखाई देता है.
चुप गधे हो तुम।
अब इनको डर लगने लग गया इनके चेले रामपालजी के पास जाने लग गया
वे झूठ बोलते हैं निरंकारी ही नहीं है वे।
Ha ha ha
Rampal pagla hai
What app account hai.... आसा कर्ता हु कि repaly करो गे मेरे comment का
महाराज हम भी निरंकारी पंथ में है हमको बताइए महाराज पूर्ण भगवान कौन है❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤
एको ब्रह्म दूसरों नास्ति
@@YehiHaiSuchब्रह्म कौन है आपको पता भी है उनको भगवान बता रहे हो ब्रह्म से ऊपर भी एक भगवान है परब्रह्म उनसे भी ऊपर एक भगवान है । जिनको पूर्ण ब्रह्म कहा जाता है वास्तव में सबका मालिक वही है पूर्ण परमात्मा इस को कहते हैं
सही बात है भाई 🙏🙏
Sabsa bada pramatma satyapurus
પૂર્ણ બ્રહ્મ નિરંકારી હૈ પૂર્ણ ભગવાન
साँच को आँच नहीं” यह एक मशहूर कहावत है । इसका मतलब कई तरह से देखा जा सकता है। सत्य इतना मजबूत होता है कि उसके समाने कोई नहीं झूठ नहीं टिक सकता है। सच में इतनी शक्ति होती है कि उसे कोई नुकसान नहीं पहुँचा सकता है।
पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी हैं संत रामपाल जी महाराज जी पूर्ण संत और परमात्मा है
कबीर एक महान संत थे. Rampal bakbassss
Kabeer kutta ram ka mutiya mrao naau gale ram ki jevri jit khenche tit jaau ...kabeer ne apne kabhi parmatma nahi kaha paglo asli guru parmatma h deh parmatma nahi hoti...samjhe parmatma koi manav nahi h parmatma videh h ..kabeer ke samey me bhi tum jaise paglo ne unki deh ko dekh kaha ki kabeerji aap parmatma ho..kabeerji ne kaha..tumse koi bhool hui h kabeer to uska nam h jo videh h...me to kuchh bhi nahi hoon.....pani se paida nahi swansha nahi shareer.had mansh gooda nahi taka nam kabeer.kabeer ka arth pata karo...jo kaya se rahit h sarv saktiman ko beer kahte h jo sabi jageh haajir h....kabeer kahte h...surat fasi sansar me ya se ho gai door surat baandh isthir karo aatho pehar hujoor...tuhitu
@@rajputds6160 satey bachan
कितनी बार कहूं यार देशद्रोही है
Parmatma ke saate naam h or 1bhi nam nahi h
सच्चा ज्ञान कबीर का सुन कर लागे आग अज्ञानी जल मरें ज्ञानी जाए जाग। बोलो बंदी छोड़ सतगुरू रामपाल जी भगवान जी की जय हो।
भगवान जी जेल में क्या कर रहे हैं।
😂😂😂😂😂😂 जय महाकाल की
जी धन निरंकार। बहुत सुंदर साक्ष्य।अति उत्तम व्याख्या।
संत रामपाल जी महाराज के बारे में दुनिया कुछ भी कहोगे तब भी कुछ भी नहीं होने वाला है संत रामपाल जी महाराज इस पृथ्वी पर रहे या नहीं रहे पर वेद शास्त्र तो इस पावन धरती पर पड़े रहेंगे युगों युगों तक हम तुम जैसे पढ़ कर भी सुख मिल गया तो भी भगवान मिल गया एक दूसरे की बुराई खोजने से कुछ नहीं मिलने वाला है
आपको शर्म आनी चाहिए यार। बेशर्मी की भी हद है।
Ye to पागल पता नही कहा से आ जाते हैं ओ भाई संत रामपाल महाराज की सरण मे आजा
एक देशद्रोही की शरण में कैसे आ जाऊं।
@@YehiHaiSuch तुम्हे अपने दुकान भी तो चलानी है कैसे आने का मन कर सकता है और ये जो जूठे मुकदमे लगाए गए है ना देख लेना एक इन परमात्मा एक लीला
@@YehiHaiSuch सच्चाई को दबाया जा सकता है मिटाया नहीं जा सकता ये परमात्मा जी के वचन है
Ravan h bedo kagyata kora gyan rakhnevala
Jise ram n mila ho vo ramkhal ki sharan me aaye
आपके गुरु ने निराकार ब्रह्म का जो ज्ञान दिया है वह भी साकार है और इक्कीसवें ब्रह्मांड में रहता है वह अपनी योग माया से छुपा रहता है।
एको ब्रह्म दूसरों नास्ति।
ब्रह्म के अलावा और कुछ है ही नहीं। समस्त ब्रह्मांडों में एक ही ब्रह्म समाया हुआ है।
भाई लोग हमारे गुरुजी कहते हैं जब तक गुरु मिले ना सच्चा तब तक गुरु करो दस पाचा
एकमात्र सच्चे संत संत रामपाल जी महाराज हैं।
सच्चा नहीं झूठा, रामपाल जी संत कहलाने के लायक ही नहीं है।
अब आप हमें ओर मूर्ख नहीं बना सकते क्योंकि हम पढे लिखे हैं और संत रामपाल जी महाराज पवित्र पुस्तकों को खोलकर उंगली रखकर हमें दिखाते हैं कि उनमें क्या लिखा हुआ है। इसलिए अब आपकी दाल संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों पर नहीं गल सकती।
बंदी छोड सतगुरु रामपालजी भगवान की चरनोमे कोटी कोटी दंडवत प्रणाम 🙏 किसके बारेम बोल रहे हो ये पहले जन लो वो भगवान हे
हिंदुओं की यही मूर्खता है कि वे किसी को भी भगवान पर मान लेते हैं।
@@YehiHaiSuchभाई रामपालपंथी लोग लगता है कि पागल हो गया है।कभी बोलता है कि भगवान का ना जन्म होता है ना मृत्यु होता है वही भगवान होता। तो भाई इसके हिसाब से जब भगवान का ना जन्म होता है ना मृत्यु होता है तो इसका रामपाल भगवान किया आसमान से टपका है क्या बोलो क्या रामपाल बिना मां बाप के ही पैदा हुआ है और क्या रामपाल को कभी मृत्यु नहीं होगा। मुझे तो हसीं भी आ रही है हा हा हा 😂😅😅😂😅
कुरान शरीफ सुरत फुरकानी 25 आयत 59 अल्लजी खलकस्समावाती वलअर्ज व मा बैनहुमा फि सित्तती अय्यामिन सुम्मस्तवा अललअर्शि अर्रहमानु फस अल बिही कबीरन
अर्थ जिसने आसमान और जमीन और जो कुछ उनके बीच में हैं ( सबको) छ: दिन में पैदा किया फिर तख्त पर जा विराजा ( वह अल्लाह बड़ा ) रहमान है तो उसकी खबर किसी बाखबर ( इल्म वाले, तत्वदर्शी संत) से पुछ देखो
तत्वदर्शी संत की पहचान गीता अध्याय 15 श्लोक 1से 4 और 16, 17 में हैं
इस पर वीडियो बनाओ महात्मा जी
ऋगवेद मंडल 9 सुक्त 54 मंत्र 3
अयम विश्वानी तिष्ठती पूनानो भुवनोपरी
सोम देव न सूर्य
सूर्य के समान जगतप्रेरक यह परमात्मा
सब लोको को पवित्र करता हुआ सम्पूर्ण ब्रह्मांडो के उर्ध्व भाग में विराजमान है l
#12वें_पंथ_हम_ही_चल_आवें
⚡️कबीर परमात्मा ने 'कबीर सागर', अध्याय 'कबीर बानी' के पृष्ठ 136-137 में कहा है:
बारवें पंथ हम ही चलि आवैं, सब पंथ मेटि एक ही पंथ चलावें।
अर्थात बारहवें पंथ में मैं स्वयं चलकर आऊँगा और सभी पंथों को मिटाकर एक सच्चे पंथ को स्थापित करूंगा। वर्तमान समय में कबीर जी संत रामपाल जी महाराज के रूप में अवतरित हुए हैं, जो आज सभी नकली पंथों को मिटाकर एक यथार्थ कबीर पंथ चला रहे हैं।
Sant Rampal Ji Maharaj
कबीर परमात्मा नहीं है पागल। एक विधवा ब्राह्मणी के यहां पैदा हुए थे। लहरतारा तालाब के किनारे पड़े हुए। नीमा नीरू नाम के पति पत्नी जुलाहे को मिले थे। उसने इनका पालन पोषण किया था।
@@YehiHaiSuchना मेरा जन्म ना गर्भ बसेरा बालक बन दिखलाया काशी नगर कमल जल डेरा तहा जूलाहे ने पाया
आपके सतगुरु ने आपको ब्रह्म का ज्ञान दिया है ब्रह्म का अर्थ आप जानते हो क्या होता है ब्रह्म लोक में जो जाता है वह पुनर्जन्म उसका होता है तो आप लोग ब्रह्म की साधना क्यों करते हो ब्रह्मलोक में गया हुआ प्राणी पुनः जन्म मरण में आएगा तो फिर ब्रह्म की साधना की साधना क्यों करते हो
इस विश्व में संत रामपाल जी महाराज के अलावा किसी को ब्रह्म के आगे का ज्ञान नहीं है पूरे विश्व में सभी लोग ब्रह्म की पूजा करते हैं चाहे निरंकारी वाले हो चाहे अन्य पथ वाले हो सब लोग ब्रह्म की साधना करते हैं क्योंकि ब्रह्म लोक में काल ही रहता है वह सभी लोगों का बुद्धि ब्रह्म लोक से आगे नहीं जाने देता उसके आगे का ज्ञान देने के लिए परमात्मा स्वयं चलकर आते हैं इस पृथ्वी लोक पर या फिर अपना कोई अवतार भेजते हैं
जोकि संत रामपाल जी महाराज परमात्मा के अवतार हैं
दो कौड़ी का कमेंट। पहृले जेल से तो निकाल लो अपने गुरु को।
Murkh brahmlok me Bramha ji rahate hai aur Bramha aur Bramh me antar hota hai
Jai shree ram, jai shree krishna
@@YehiHaiSuch app toh murkhta ki baat karte ho giyan se do tab hum Jane gey ki aap Nirankari panth se ho aur giyan ki bate bata rahe ho
जय श्री राम आपको बहुतबहुत धन्यवाद
आपने क्षर ,अक्षर और परम अक्षर ब्रह्म का प्रमाण नही दिखाया जो गीता अध्याय 15 श्लोक 16,17 मे हैं
ये तीन अव्यक्त पुरूष हैं
दिखाऊंगा दिखाऊंगा 28 29 मिनट के एक ही वीडियो में सारा संसार कैसे भर दूं।
चलो भाई आप एक बार बोली ले लो और वीडियो परमात्मा से डर के बनाना
@@YehiHaiSuchAbe gadhe mahakaal kaal ke hi viraat roop h naaki kaalo ke kaal 😂😂😂
52 acchhar me bhool raha sansar mujh abinashi ka koi n paaye paar....ramkhal khal ko jaanta h mujh abinashi ko nahi
@@nandkishorbathere2943 परमात्मा ने kon sa मंत्र देकर अब तक मुक्ति की जिसमे कोई शब्द ही नहीं जिसको भी मंत्र दिया है उसमे कोई तो शब्द होगा ये बात तो सोचो निराकार का नाम 52अक्सरो में nhi होगा पर मुक्ति तो शब्दो वाले मंत्री से भी होती है चाहे वो अनपढ़ भी हो
निराकार से डर कैसा जैसा चाहो जीवन जियो जितने जी चाहे पाप कर्म कर लो निराकार आपसे कहने नही आएगा।
इस लिए ब्रह्म ज्ञान होने पर भी विकार समाप्त नहीं होते।
अगर आप सृष्टि रचना के बारे में जानते होते तो ऐसे बेतुकी बातें ना करते जब तक आप संपूर्ण सृष्टि रचना के बारे में नहीं जानोगे तब तक आप परमात्मा को नहीं पहचान सकोगे। कबीर साहब ने बताया है खोजत खोजत थाकिया अंत का बेचून
मुसलमान लोग हिंदू लोग ईसाई लोग सिख लोग निरंकारी पथ वाले और अंत पथ वाले जब परमात्मा को खोजते खोजते थक गए तो अंत में बोला कि परमात्मा निराकार है क्योंकि वह जिस रास्ते से जा रहे थे परमात्मा को ढूंढने के लिए वो रास्ता ही गलत था अगर वह लोग शास्त्र के अनुसार गए होते परमात्मा को ढूंढने के लिए तो परमात्मा मिल जाते हैं संपूर्ण जानकारी के लिए देखिए जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के मंगल प्रवचन शाम 7:30 से 8:30 तक रोज
हट पागल
जिस तरह से आप बनावटी बातों से और वीडियो बनाकर लोगों का ध्यान निरंकारी मिशन के तरफ आकर्षित कर रहे हो लोग उतने अज्ञानी नहीं हैं अब । पढ़े लिखे समझदार हो चुके हैं। मैं भी निरंकारी मिशन का सेवादार मुखी था लेकिन उनके पास सही प्रमाणित ज्ञान है ही नहीं । न ही शास्त्र अनुसार भक्ति है। मैं खुद प्रवचन करता था और संगत को चलाने की सेवा करता था। आत्मा, परमात्मा , और ब्रह्म,परब्रह्म,पूर्ण ब्रह्म की कोई जानकारी निरंकारी मिशन के महात्माओं को है ही नहीं।
और न ही सार मंत्र है। केवल इस खाली शून्य को दिखाकर परमात्मा प्राप्ति मानकर घोर अन्धकार में फंसे हुए और लाखों को फंसा रखा है निरंकारी मिशन में।
सृष्टि रचना को कबीर साहेब जी ने तत्वज्ञान की चाभी कहा है जो निरंकारी मिशन में किसीको भी ज्ञान नहीं ।
मैने कुछ वीडियो की लिंक इस वीडियो में डाल रखा है प्रार्थना है सभी भक्तजन देखें । और निर्णय करें की परमात्मा साकार है या निराकार। इनकी झूठ सामने आ जाएगा । सत साहेब जी ।
Mah@@YehiHaiSuch
@@YehiHaiSuch Mahatma ji aap Rampal ji Puran parmatma davra sunayi gyi sarishti rachna jarur sune kabir sagar se parmanit hai. bina sarishti rachna ke koi bhee granth nhi samjha ja sakta
मै संस्कृतका शिक्षक हुँ इसी नाते मैने आपके भिडियो पर कमेन्ट किया है जो आपने गलत अनुवाद है उसका मे विरोध कर्ता हुँ यदि आपको नही आता है अनुवाद मत करो पदन्तु बेडो कि ऐसी कि तेस्ी मत किजिए आप google translation का सहारा भी ले सकते है यसको समझ्ने के लिए आप गलत ज्ञान सबको गीताजीका सारा ज्ञान एक दुई तीन अध्याय या फिर कुछ लोको मे भएन नही क्या जा सकता उसको समझ्ने के लिए हमेशा निकाल्न आवश्यक। गीताजी चारो वेदोका सारांश है
क्योंकि हमारे गुरुजी संत रामपाल जी महाराज पूरे विश्व को ज्ञान चर्चा के लिए आमंत्रित करचुके हैं और ज्ञान चर्चा भी किया सबको ज्ञान में गलत सिद्ध किया है
हमारे मालिक का ज्ञान पक्का है आप ही गुमराह कर रहे हो
अहंकारी से ज्ञान चर्चा कौन करेगा। ज्ञान चर्चा ज्ञानी से की जाती है अभिमानी से नहीं।
@@radhelal70 कभी आमंत्रित किया है आप के रामपाल जी ने टीवी पर बैठकर दूसरो की बुराई करने से उंगली उठाने सेउसको आमंत्रित कहते हैं जिसके।पास ज्ञान होता है ओ किसी को आमंत्रित नहीं करता बल्कि बांटता है जब जिसके पास ज्ञान ही नही होगा ओ तो आमंत्रित करेगा यही हाल आप के रामपाल जी का है जो सिर्फ ए साबित करने में लगे हैं की कबीर परमात्मा है जबकि कबीर दास जी को कभी ए साबित करने की जरूरत ही नहीं पड़ी की ओ परमात्मा है उनके गुण ही बताते हैं कि ओ परमात्मा मय थे उनका और परमात्मा का ओत प्रोत का मामला है
@@YehiHaiSuchaap galat kah rahe hay , me sant haram pal ka chela hun, aap mujhse nahi jeet sakte , 😂
Abhi nhi dikh rha kya murkho
हमारी कमेंट का जितने लोग देख रहे हैं बस हमें यही जवाब देना रिप्लाई देना कौन म****** कहता है कि भगवान का अवतार है
Aati Sundar vichaar pravachan parsstuti ke liye❤❤ mahapurushji ko dhanbad ji satkaar bhara❤❤ dhan nirankarji Hari Byapak Sarvatra samana Prem sea prakat hohi main jana guru Gyan sea nirankar par aastha rakhne sea sambhaw hai ❤❤dhan nirankarji❤❤❤❤❤
अगर ये परवचन है तो तब तुमरे मुक्ति 28 नरक की ही हे bagat to nidya chugle se pare hona padta he ap sabashi de rahe ho। Suno संत का nidak महा हत्यारा संत का निंदक परमेश्वर मारा aso ko ko to marmata ka marag 0%so said bin soche bin समझे pap करो sat Sahib ji😢
रामपाल जी महाराज की कितनी ही बुराई कर लो उन्होंने मृत्यु भोज और शादीयां बंद करा कर हर घर को क़र्ज़ में डूबने से बचा लिया
बुराई नहीं कर रहे यार वह सब बताया है जो हो चुका है।
अरे पर सारे हिन्दू मास खा रहे दारू पी रहे और बारिश में उत्तराखंड और हिमाचल जैसे तीरृथ स्थान की यात्रा कर मौत के मुंह में समा गए और राधा स्वामी में तो सब दारू पीते मास खाते हैं और खूद कहते पांचों नाम काल के जानो सभी सरदारों के हार्ट अटैक आ रहे कैंसर हो रहे इसलिए पूरे भारत के 80करोड हिन्दू में सिर्फ जैन और रामपाल जी के अनुयायियों द्वारा मास न खाकर मोक्ष मुक्ति के मार्ग पर चल रहे हैं कोई भी पंथ हो अगर 5लाक से करोड़ों शादी में लगा एगा तो 100%कर्जे में डूबे गा और फिर भक्ति नहीं कर पाएगा कर्जे का तनाव कम करने के लिए दारू सी-ग्रेड पी एगा
जेल से बाहर तो निकलेगा फिर दिखाएगा परमात्मा लगता है रामपाल के आखिरी सांस भी जेल में
रामपाल के भगत ज्ञान का जवाब ज्ञान से देने में माहिर है बस आप अपनी वीडियो पर कमेंट का ऑप्शन ऑफ मत करना कभी भी। । ओरौ की तरह। 🙏 राम राम जी
जरूर।
जय श्री कृष्णा पूर्ण परमात्मा ❤❤
भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत के युद्ध के लिए कुरूक्षेत्र को ही क्यो चुना
Kyu?? Tumhare nanak ne convert hoke kya ukhada ??
कुराण शरीफ सुरत फुर्कानि 25 आयत 52 से 59 और बायबल उत्पत्ती ग्रंथ 1 मे कहा हैं की अल्लाह ताला ने 6 दिन में सृष्टी रची और सातवे दिन तख्त पर जा विराजा परमात्मा निराकार होता तो तख्त पर कैसे बैठेगा. परमात्मा की शक्ति निराकार हैं जैसे सूर्य उपर रहकर सब पर अपना असर छोडता हैं वैसे परमात्मा की निराकार शक्ति कार्य करती हैं
स्क्रीनशॉट ले लिया है। लगता है एक वीडियो और बनाना पड़ेगा।
@@YehiHaiSuchबनाइए
Friend, What I understand from Geeta there are two aspect of creation . (1) Aspect of creation up to bramha which comes under matter and is always changeable. (2) Aspect no matter which is beyond creation. Problem arises when Rampaljee identified it as a state asmokshya state. Question arises when Rampal jee says that Mokshya state is having a form of God to where we can go and can return to our state . Bhagabat Geeta says when attend that state we can not return again . This thought of Rampal jee is against Hindu thought and philosophy .One thing I mark the process he has shown to go up to Akshyara purusha and then to Mokshya state is perhaps correct as Saint Achyutananda has also described the similar process to find Sunyapurusha by sunya Bhajan .
भाई साहब आप जो टिप्पणी कर रहे हैं की पवित्र श्रीमद् भागवत गीता को लेकर तो पवित्र श्रीमद् भागवत गीता के अंदर दिया हुआ है गीता अध्याय नंबर 11 के श्लोक नंबर 20 से लेकर 32 तक जिसमें विवरण विस्तार से दिया हुआ है आप खुद देख कर के पढ़ सकते हैं उसमें देवी देवताओं को भी खाने वाला है और ऋषि महर्षि भगत लोग जितने भी जनसाधारण होते हैं सभी को खाने के लिए यह गीता ज्ञान दाता के बारे में विस्तार से दिया हुआ है जवा वकालत कर रहे हैं यह शैतान की अर्थात ब्रह्म की आप वकालत कर रहे हैं क्योंकि आप की बुद्धि कल के अंतर्गत है उसी के कंट्रोल में वहां पर श्रीमद् भागवत गीता का गोद रहस्य नहीं जानते हैं क्योंकि पवित्र श्रीमद् भागवत गीता का गूढ रहस्य तत्वदर्शी संत ही बता सकते हैं और उसके द्वारा उसके भक्त लोग बता सकते हैं जो आपको तत्वदर्शी संत की खोज करनी चाहिए जो कि इस समय वर्तमान में पूरी पृथ्वी पर केवल एक ही सच्चा संत है जो जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल महाराज जी आए हुए हैं उनका क्या समझो उनकी वीडियो क्लब देखो ध्यान से और धैर्य पूर्वक और अपना कल्याणकराओ
देखो भाई कल का अर्थ होता है समय। और समय तो सबको खा ही जाता है। रही बात रामपाल जी महाराज। तुम मुझे यह समझ में नहीं आता कि जो व्यक्ति देश द्रोह के मुकदमे में मुजरिम साबित हो चुका है। मैं तो कभी भी ऐसे व्यक्ति की शरण में जा नहीं सकता।
@@YehiHaiSuchaap ja bhi nahi sakte kyonki Nirankari panth ho chouhan ji kyon ki apko bataya hi gaya hai ki bhagwan nirankar hai fir aap kese samjh sakte ho ,, samjh ne ki kosis chouhan ji
Sant rampal ji Maharaj ji is only the true Guru in the world who gives the worship according to the all holy scriptures
देशद्रोही Deshdrohi
जब सब कुछ निराकार ही है तो फिर तुम भगति का पाखंड क्यो कर रहे हो कल्याण चाहते हो तो आ जाओ संत रामपाल जी महाराज जी की सारण मे
मैं एक देशद्रोही की शरण में एक हत्यारे के शरण में एक जालसाज की शरण में कभी नहीं आ सकता। यह उपाधियां मैं नहीं दे रहा हूं कोर्ट में पहले ही दी जा चुकी है।
Moorakh thele apni apni 100 syano ki 1 hi baat...tuhi tu..nirakar
इतने अच्छे से समझाने के बाद भी अगर आप की आंखे नही खुल रही है तो ए बात है सही है कि आप आंख मूंदकर आंख होने का दावा कर रहे हैं जबकि दरअसल में आप अंधभक्ति कर रहे हैं
Bhagat ban anbhagat nahi
🌀भूत पूजा तथा पितर पूजा क्या है?
इन पूजाओं के निषेध का प्रमाण पवित्र गीता शास्त्र के अध्याय 9 श्लोक 25 में लिखा है कि भूत पूजा करने वाले भूत बनकर भूतों के समूह में मृत्यु उपरांत चले जाऐंगे। पितर पूजा करने वाले पितर लोक में पितर योनि प्राप्त करके पितरों के पास चले जाऐंगे। मोक्ष प्राप्त प्राणी सदा के लिए जन्म-मरण से मुक्त हो जाता है।
निरंकारी मिशन में 32 बर्ष से हूं ऐसा लगता है जो निरंकारी मिशन के ज्ञान को समझ गया वह इस धरती पर सही मानव बन कर जीवन जीता है
यही बात सच है जी।