17 फरवरी को उस महान संत रामपाल जी महाराज जी का बोध दिवस है, जिन्होंने मानव कल्याण के लिए अपना सर्वस्व त्याग दिया। और देखते ही देखते पूरे विश्व में अपने तत्वज्ञान का परचम लहरा दिया। 17 फरवरी को संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में उनके सभी 9 आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें संपूर्ण विश्व को आमंत्रित किया गया है।
संत रामपाल जी महाराज ऐसा तत्वज्ञान दे रहे हैं जिसे सुनकर उनके शिष्य नशा, चोरी, रिश्वतखोरी, फिल्में देखना, गाने सुनना, दहेज प्रथा आदि बुराइयों से कोसों दूर हैं। इसलिए हम कह सकते हैं कि संत रामपाल जी महाराज धरती को स्वर्ग समान बना रहे हैं।
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के अनुसार ग्रेट शायरन हैं संत रामपाल जी महाराज उन्हीं संत के बोध दिवस पर 15-17 फरवरी को तीन दिवसीय समागम सभी सतलोक आश्रमों में चल रहा है। जहाँ विशाल भण्डारे के साथ ही दहेज मुक्त विवाह, नशा मुक्त अभियान की सफलता देखने को मिल रही है।
⭐️17 फरवरी को संत रामपाल जी महाराज ji का बोध दिवस है। इसी दिन से विश्व कल्याण के लिए अवतरित इस पूर्ण संत ने दिन रात एक कर दिया और कुछ ही वर्षों में वह कर दिखाया जो दुनिया भर के भविष्यवक्ता कहते आये हैं।
17 फरवरी 2023 को संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में संत गरीबदास जी महाराज जी की अमर वाणी का अखंड पाठ चल रहा है। साथ ही विशेष कार्यक्रम जैसे नशा मुक्त अभियान, दहेज मुक्त शादियां, रक्तदान शिविर का आयोजन, शुद्ध देसी घी द्वारा निर्मित भंडारा इत्यादि की व्यवस्था चल रही है।
17 फरवरी को उस महान संत रामपाल जी महाराज जी का बोध दिवस है, जिन्होंने मानव कल्याण के लिए अपना सर्वस्व त्याग दिया। और देखते ही देखते पूरे विश्व में अपने तत्वज्ञान का परचम लहरा दिया।
जगत के तारणहार गरीब दास जी की वाणी है कि:- "साहेब कबीर तख्त खवासा, दिल्ली मण्डल लीजै वासा।।" परमेश्वर का नुमाइंदा संत दिल्ली मण्डल में उत्पन्न होगा। उस संत द्वारा बताया हुआ तत्वज्ञान पूरे विश्व को स्वीकृत होगा। वह महापुरुष कोई और नहीं बल्कि जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज हैं जिनका 17 फरवरी को बोध दिवस है।
संत रामपाल जी महाराज वर्तमान में विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। इन्हीं के अध्यात्मिक ज्ञान से पूरे विश्व में शांति होगी। 17 फरवरी 1988 को उनको नाम उपदेश प्राप्त हुआ था। तब से लेकर अब तक उन्होंने करोड़ों लोगों को विकारों से मुक्त कर मोक्ष की राह दिखाई।
स्वामी रामदेवानंद जी महाराज जी का यह पूरा संसार ऋणी रहेगा क्योंकि उस महान आत्मा ने संत रामपाल जी महाराज को हमारे कल्याण के लिए चुनकर हम सभी पर उपकार किया । 2 Days Left For Bodh Diwas
समस्त जीव आत्माओं के कल्याण हेतु धरती पर अवतरित महान परम संत रामपाल जी महाराज का 17 फरवरी को बोध दिवस है जो काल के बंधन से छुड़वाकर जीव को मोक्ष प्रदान कराते हैं। बोध दिवस के उपलक्ष्य में देशभर में उनके 9 आश्रमों में तीन दिवसीय विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पूरे विश्व को आमंत्रित किया गया है। साथ ही भंडारे में निःशुल्क नामदीक्षा, रक्तदान शिविर, सामूहिक दहेज मुक्त विवाह का भी आयोजन किया गया है।
जब पृथ्वी पर पापियों का एक छत्र साम्राज्य हो जाता है तब भगवान पृथ्वी पर अवतरित होते हैं। वर्तमान में परमात्मा संत रामपाल जी महाराज के रूप में अवतरित हुए हैं।
Mai bhi gyan Me vishvas rakhti hu namdan Lena chahti hu lekin bachpan se meri yek hi ichcha hai sachcha. Gurubagvan jante honge vah dhan daulat nahi hai jis din pura kara denge mai namdanlelungi.
⭐️नास्त्रेदमस के अनुसार ग्रेट शायरन यानी वह महान पुरुष जो कलयुग में सतयुग लाएगा वह संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं जिनका 17 फरवरी को बोध दिवस मनाया जा रहा है। इस बोध दिवस के उपलक्ष्य में 9 आश्रमों में विशाल शुद्ध देसी घी द्वारा निर्मित विशाल भंडारा चल रहा है। साथ ही निःशुल्क नाम दीक्षा भी दी जा रही है।
समाज सुधारक संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में देश के 9 सतलोक आश्रमों में संत गरीबदास जी महाराज की अमरवाणी का अखंड पाठ, शुद्ध देशी घी से निर्मित विशाल भंडारा, रक्तदान शिविर, नशामुक्त कार्यक्रम, दहेजमुक्त विवाह जैसे अद्भुत समाज सेवी कार्यक्रम चल रहे हैं। संत रामपाल जी महाराज जी ही वह उद्धारक संत हैं जिनके विषय में नास्त्रेदमस, फ्लोरेंस जैसे भविष्यवक्ताओं ने भविष्यवाणी की हैं।
जिस समय सर्व सन्त जन शास्त्र विधि त्यागकर मनमानी पूजा द्वारा भक्त समाज को मार्ग दर्शन कर रहे होते हैं। तब अपने तत्वज्ञान का संदेशवाहक बन कर स्वयं कबीर प्रभु ही आते हैं।
कलयुग में सतयुग लाने वाले महापुरुष संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस पर 15, 16 व 17 फरवरी को भारत व नेपाल के 9 सतलोक आश्रमों में विशेष कार्यक्रम चल रहे हैं। जिसमें आप सभी सादर आमंत्रित हैं। 2 Days Left For Bodh Diwas
परमेश्वर कबीर जी ने कहा था कि ‘‘पृथ्वी और आकाश टल सकते हैं, सूर्य का अटल सिद्धांत है उदय-अस्त, वो भी निरस्त हो सकता है, लेकिन मेरी बातें कभी झूठी नहीं हो सकती। जब कलयुग 5500 वर्ष बीत जाएगा तब एक महापुरूष जगत का उद्धार करने के लिए आएगा। वह महापुरुष संत रामपाल जी महाराज जी हैं जिनका 17 फरवरी को बोध दिवस है।
गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में गीता ज्ञान दाता भी पूर्ण गुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाने को कह रहा है। वही पूर्ण तत्वज्ञानी गीता के सांकेतिक ज्ञान को विस्तार से बताएंगे | वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी ही पूर्ण गुरू हैं। जिन्होंने ने गीता के सांकेतिक शब्द ॐ ' तत् सत् का भेद बताया है।🙏🏻🙏🏻
क्यों न याद करें 17 फरवरी के इस दिन को जब एक संत ने अपने आध्यात्मिक सफर की शुरुआत की ओर देखते ही देखते सामाजिक पाखण्डवाद की बेड़ियां तोड़ते हुए करोड़ों लोगों को आध्यात्म की राह पर लगा दिया।
श्रीमद्देवी भागवत पुराण पृष्ठ 123 पर भगवान विष्णु द्वारा की गई माता दुर्गा की स्तुति के वर्णन से साबित होता है कि भगवान ब्रह्मा जी तथा विष्णु जी समेत भगवान शंकर भी जन्म-मृत्यु में हैं।
Sant Rampal Ji Maharaj ji's Bodh Divas is on 17th February. From this very day, this complete saint, incarnated for the welfare of the world, united day and night and in a few years he did what the prophets of the world have been saying.
পরম সন্ত সদগুরু রামপাল জী মহারাজ 37 বৎসর বয়সে 17-ই ফেব্রুয়ারি 1988 তে ফাগুন মাসের অমাবস্যা তিথিতে রাত্রে স্বামী রামদেবানন্দ জী মহারাজ জীর কাছ থেকে নাম দীক্ষা প্রাপ্ত করেছিলেন। সেই শুভক্ষন উপলক্ষে বর্তমানে “বোধ দিবস” পালন করা হচ্ছে এবং নয়টি আশ্রমে বিশাল ভান্ডারার ব্যবস্থা করা হয়েছে, যাতে আপনারা সকলেই সাদর আমন্ত্রিত। परम संत रामपाल जी महाराज जी को 37 वर्ष की उम्र में 17 फरवरी सन 1988 को फाल्गुन मास की अमावस्या रात्रि को स्वामी रामदेवानंद जी महाराज जी से नाम दीक्षा प्राप्त हुई थी जिस के उपलक्ष में वर्तमान में बोध दिवस के रूप में मनाया जा रहा है और 9 आश्रमों में विशाल भंडारे किए जा रहे हैं जिसमें आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी वर्तमान में विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं जिनके अध्यात्मिक ज्ञान से पूरे विश्व में शांति होगी। 17 फरवरी 1988 को उनको नाम दीक्षा प्राप्त हुई थी। तब से लेकर अब तक उन्होंने करोड़ों लोगों को विकारों से मुक्त कर मोक्ष की राह दिखाई है। 2 Days Left For Bodh Diwas
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के अनुसार ग्रेट शायरन हैं संत रामपाल जी महाराज। उन्हीं संत के बोध दिवस पर 15-17 फरवरी को तीन दिवसीय समागम सभी सतलोक आश्रमों में चल रहा है। जहाँ विशाल भण्डारे के साथ ही दहेज मुक्त विवाह, नशा मुक्त अभियान की सफलता देखने को मिल रही है।
जिस समय सर्व सन्त जन शास्त्र विधि त्यागकर मनमानी पूजा द्वारा भक्त समाज को मार्ग दर्शन कर रहे होते हैं। तब अपने तत्वज्ञान का संदेशवाहक बन कर स्वयं कबीर प्रभु ही आते हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी वर्तमान में विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं जिनके अध्यात्मिक ज्ञान से पूरे विश्व में शांति होगी। 17 फरवरी 1988 को उनको नाम दीक्षा प्राप्त हुई थी। तब से लेकर अब तक उन्होंने करोड़ों लोगों को विकारों से मुक्त कर मोक्ष की राह दिखाई है।
17 फरवरी 2023 को संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में संत गरीबदास जी महाराज जी की अमर वाणी का अखंड पाठ चल रहा है। साथ ही विशेष कार्यक्रम जैसे नशा मुक्त अभियान, दहेज मुक्त शादियां, रक्तदान शिविर का आयोजन, शुद्ध देसी घी द्वारा इत्यादि की व्यवस्था चल रही है।' निर्मित भंडारा
Sant Rampal ji Maharaj ji ki bodh diwas ke liye shova yatra nikala gaya. Samaj se har burai khatam ho jaye or Satlok jaisa dharti bane. 🙏🙏🙏
17 फरवरी को उस महान संत रामपाल जी महाराज जी का बोध दिवस है, जिन्होंने मानव कल्याण के लिए अपना सर्वस्व त्याग दिया। और देखते ही देखते पूरे विश्व में अपने तत्वज्ञान का परचम लहरा दिया।
17 फरवरी को संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में उनके सभी 9 आश्रमों में विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें संपूर्ण विश्व को आमंत्रित किया गया है।
Jay ho Bandi chhod sat guru rampal ji maharaj ki jai ho 🙏🙏 sat saheb ji 🙏🙏
संत रामपाल जी महाराज ऐसा तत्वज्ञान दे रहे हैं जिसे सुनकर उनके शिष्य नशा, चोरी, रिश्वतखोरी, फिल्में देखना, गाने सुनना, दहेज प्रथा आदि बुराइयों से कोसों दूर हैं।
इसलिए हम कह सकते हैं कि संत रामपाल जी महाराज धरती को स्वर्ग समान बना रहे हैं।
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के अनुसार
ग्रेट शायरन हैं
संत रामपाल जी महाराज उन्हीं संत के बोध दिवस पर
15-17 फरवरी को
तीन दिवसीय समागम
सभी सतलोक आश्रमों
में चल रहा है।
जहाँ विशाल भण्डारे के साथ ही दहेज मुक्त विवाह, नशा मुक्त अभियान की सफलता देखने को मिल रही है।
⭐️17 फरवरी को संत रामपाल जी महाराज ji का बोध दिवस है। इसी दिन से विश्व कल्याण के लिए अवतरित इस पूर्ण संत ने दिन रात एक कर दिया और कुछ ही वर्षों में वह कर दिखाया जो दुनिया भर के भविष्यवक्ता कहते आये हैं।
17 फरवरी को उस महान संत रामपाल जी महाराज जी का बोध दिवस है, जिन्होंने मानव कल्याण के लिए अपना सर्वस्व त्याग दिया।
17 फरवरी 2023 को संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में संत गरीबदास जी महाराज जी की अमर वाणी का अखंड पाठ चल रहा है। साथ ही विशेष कार्यक्रम जैसे नशा मुक्त अभियान, दहेज मुक्त शादियां, रक्तदान शिविर का आयोजन, शुद्ध देसी घी द्वारा निर्मित भंडारा इत्यादि की व्यवस्था चल रही है।
17 फरवरी को उस महान संत रामपाल जी महाराज जी का बोध दिवस है, जिन्होंने मानव कल्याण के लिए अपना सर्वस्व त्याग दिया। और देखते ही देखते पूरे विश्व में अपने तत्वज्ञान का परचम लहरा दिया।
जगत के तारणहार
गरीब दास जी की वाणी है कि:-
"साहेब कबीर तख्त खवासा, दिल्ली मण्डल लीजै वासा।।"
परमेश्वर का नुमाइंदा संत दिल्ली मण्डल में उत्पन्न होगा।
उस संत द्वारा बताया हुआ तत्वज्ञान पूरे विश्व को स्वीकृत होगा।
वह महापुरुष कोई और नहीं बल्कि जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज हैं जिनका 17 फरवरी को बोध दिवस है।
🌺Jai Ho bandichhod ki 🌺
संत रामपाल जी महाराज वर्तमान में विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। इन्हीं के अध्यात्मिक ज्ञान से पूरे विश्व में शांति होगी।
17 फरवरी 1988 को उनको नाम उपदेश प्राप्त हुआ था। तब से लेकर अब तक उन्होंने करोड़ों लोगों को विकारों से मुक्त कर मोक्ष की राह दिखाई।
स्वामी रामदेवानंद जी महाराज जी का यह पूरा संसार ऋणी रहेगा क्योंकि उस महान आत्मा ने
संत रामपाल जी महाराज को हमारे कल्याण के लिए चुनकर हम सभी पर उपकार किया ।
2 Days Left For Bodh Diwas
True knowledge
🙏,सत साहेब जी 🙏
17 फरवरी
आज वो पवित्र दिन है जब स्वामी रामदेवानंद जी ने जगत कल्याण के उद्देश्य से संत रामपाल जी महाराज जी को नाम उपदेश दिया था।
समस्त जीव आत्माओं के कल्याण हेतु धरती पर अवतरित महान परम संत रामपाल जी महाराज का 17 फरवरी को बोध दिवस है जो काल के बंधन से छुड़वाकर जीव को मोक्ष प्रदान कराते हैं। बोध दिवस के उपलक्ष्य में देशभर में उनके 9 आश्रमों में तीन दिवसीय विशाल भंडारे का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पूरे विश्व को आमंत्रित किया गया है। साथ ही भंडारे में निःशुल्क नामदीक्षा, रक्तदान शिविर, सामूहिक दहेज मुक्त विवाह का भी आयोजन किया गया है।
17 फरवरी को संत रामपाल जी महाराज जी की बोध दिवस है जिसके उपलक्ष में 9 सतलोक आश्रमों में विशाल सत्संग एवं भंडारा रखा गया है
जब पृथ्वी पर पापियों का एक छत्र साम्राज्य हो जाता है तब भगवान पृथ्वी पर अवतरित होते हैं। वर्तमान में परमात्मा संत रामपाल जी महाराज के रूप में अवतरित हुए हैं।
Mai bhi gyan Me vishvas rakhti hu namdan Lena chahti hu lekin bachpan se meri yek hi ichcha hai sachcha. Gurubagvan jante honge vah dhan daulat nahi hai jis din pura kara denge mai namdanlelungi.
Jai ho bandi chhor jagat guru tatwadarshi sant rampal ji bhagwan ke charno me koti koti dandwat pranam Malik daya barsate rahiye sat Saheb.
⭐️नास्त्रेदमस के अनुसार ग्रेट शायरन यानी वह महान पुरुष जो कलयुग में सतयुग लाएगा वह संत रामपाल जी महाराज जी ही हैं जिनका 17 फरवरी को बोध दिवस मनाया जा रहा है। इस बोध दिवस के उपलक्ष्य में 9 आश्रमों में विशाल शुद्ध देसी घी द्वारा निर्मित विशाल भंडारा चल रहा है। साथ ही निःशुल्क नाम दीक्षा भी दी जा रही है।
Great work
समाज सुधारक संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में देश के 9 सतलोक आश्रमों में संत गरीबदास जी महाराज की अमरवाणी का अखंड पाठ, शुद्ध देशी घी से निर्मित विशाल भंडारा, रक्तदान शिविर, नशामुक्त कार्यक्रम, दहेजमुक्त विवाह जैसे अद्भुत समाज सेवी कार्यक्रम चल रहे हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी ही वह उद्धारक संत हैं जिनके विषय में नास्त्रेदमस, फ्लोरेंस जैसे भविष्यवक्ताओं ने भविष्यवाणी की हैं।
जिस समय सर्व सन्त जन शास्त्र विधि त्यागकर मनमानी पूजा द्वारा भक्त समाज को मार्ग दर्शन कर रहे होते हैं। तब अपने तत्वज्ञान का संदेशवाहक बन कर स्वयं कबीर प्रभु ही आते हैं।
कलयुग में सतयुग लाने वाले महापुरुष संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस पर 15, 16 व 17 फरवरी को भारत व नेपाल के 9 सतलोक आश्रमों में विशेष कार्यक्रम चल रहे हैं। जिसमें आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
2 Days Left For Bodh Diwas
Amazing🙏🙏
परमेश्वर कबीर जी ने कहा था कि ‘‘पृथ्वी और आकाश टल सकते हैं, सूर्य का अटल सिद्धांत है उदय-अस्त, वो भी निरस्त हो सकता है, लेकिन मेरी बातें कभी झूठी नहीं हो सकती। जब कलयुग 5500 वर्ष बीत जाएगा तब एक महापुरूष जगत का उद्धार करने के लिए आएगा। वह महापुरुष संत रामपाल जी महाराज जी हैं जिनका 17 फरवरी को बोध दिवस है।
True spiritual knowledge
REALLY VERY NICE ❤❤
गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में गीता ज्ञान दाता भी पूर्ण गुरू (तत्वदर्शी सन्त) की शरण में जाने को कह रहा है। वही पूर्ण तत्वज्ञानी गीता के सांकेतिक ज्ञान को विस्तार से बताएंगे | वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज जी ही पूर्ण गुरू हैं। जिन्होंने ने गीता के सांकेतिक शब्द ॐ ' तत् सत् का भेद बताया है।🙏🏻🙏🏻
Satguru ke updesh ka laya ak bichar jo satguru miltey nahi to jate narakdwar
क्यों न याद करें 17 फरवरी के इस दिन को जब एक संत ने अपने आध्यात्मिक सफर की शुरुआत की ओर देखते ही देखते सामाजिक पाखण्डवाद की बेड़ियां तोड़ते हुए करोड़ों लोगों को आध्यात्म की राह पर लगा दिया।
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
Very very nice
Nice post
परमेश्वर कबीर जी ने बताया है
कबीर कहता हूं कहीं जात हूं, कहूं बजाकर ढोल। स्वांस जो खाली जात है, वह तीन लोक का मोल।।
Nice
Very interesting knowledge
Parmatma ki Jay Ho Jay Parmatma Bandi Chhod Satguru Rampal Ji Maharaj ki Jay Ho Saheb
True spiritual knowledge by sant Rampal Ji Maharaj 🙏
Sant Rampal Ji Maharaj ji ki Jay Ho
श्रीमद्देवी भागवत पुराण पृष्ठ 123 पर भगवान विष्णु द्वारा की गई माता दुर्गा की स्तुति के वर्णन से साबित होता है कि भगवान ब्रह्मा जी तथा विष्णु जी समेत भगवान शंकर भी जन्म-मृत्यु में हैं।
Sant Rampal Ji Maharaj ji's Bodh Divas is on 17th February. From this very day, this complete saint, incarnated for the welfare of the world, united day and night and in a few years he did what the prophets of the world have been saying.
Gorakhpur
পরম সন্ত সদগুরু রামপাল জী মহারাজ 37 বৎসর বয়সে 17-ই ফেব্রুয়ারি 1988 তে ফাগুন মাসের অমাবস্যা তিথিতে রাত্রে স্বামী রামদেবানন্দ জী মহারাজ জীর কাছ থেকে নাম দীক্ষা প্রাপ্ত করেছিলেন। সেই শুভক্ষন উপলক্ষে বর্তমানে “বোধ দিবস” পালন করা হচ্ছে এবং নয়টি আশ্রমে বিশাল ভান্ডারার ব্যবস্থা করা হয়েছে, যাতে আপনারা সকলেই সাদর আমন্ত্রিত।
परम संत रामपाल जी महाराज जी को 37 वर्ष की उम्र में 17 फरवरी सन 1988 को फाल्गुन मास की अमावस्या रात्रि को स्वामी रामदेवानंद जी महाराज जी से नाम दीक्षा प्राप्त हुई थी जिस के उपलक्ष में वर्तमान में बोध दिवस के रूप में मनाया जा रहा है और 9 आश्रमों में विशाल भंडारे किए जा रहे हैं जिसमें आप सभी सादर आमंत्रित हैं।
संत रामपाल जी महाराज जी वर्तमान में विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं जिनके अध्यात्मिक ज्ञान से पूरे विश्व में शांति होगी। 17 फरवरी 1988 को उनको नाम दीक्षा प्राप्त हुई थी। तब से लेकर अब तक उन्होंने करोड़ों लोगों को विकारों से मुक्त कर मोक्ष की राह दिखाई है।
2 Days Left For Bodh Diwas
नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी के अनुसार ग्रेट शायरन हैं संत रामपाल जी महाराज। उन्हीं संत के बोध दिवस पर 15-17 फरवरी को तीन दिवसीय समागम सभी सतलोक आश्रमों में चल रहा है। जहाँ विशाल भण्डारे के साथ ही दहेज मुक्त विवाह, नशा मुक्त अभियान की सफलता देखने को मिल रही है।
🙏🏻🙏🏻🙏🏻
Mhan sant Rampal Ji Maharaj
जिस समय सर्व सन्त जन शास्त्र विधि त्यागकर मनमानी पूजा द्वारा भक्त समाज को मार्ग दर्शन कर रहे होते हैं। तब अपने तत्वज्ञान का संदेशवाहक बन कर स्वयं कबीर प्रभु ही आते हैं।
Great knowledge
Very nice
संत रामपाल जी महाराज जी वर्तमान में विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं जिनके अध्यात्मिक ज्ञान से पूरे विश्व में शांति होगी। 17 फरवरी 1988 को उनको नाम दीक्षा प्राप्त हुई थी। तब से लेकर अब तक उन्होंने करोड़ों लोगों को विकारों से मुक्त कर मोक्ष की राह दिखाई है।
17 फरवरी 2023 को संत रामपाल जी महाराज जी के बोध दिवस के उपलक्ष्य में
संत गरीबदास जी महाराज जी की अमर वाणी का अखंड पाठ चल रहा है।
साथ ही विशेष कार्यक्रम जैसे
नशा मुक्त अभियान,
दहेज मुक्त शादियां,
रक्तदान शिविर का आयोजन,
शुद्ध देसी घी द्वारा इत्यादि की व्यवस्था चल रही है।' निर्मित भंडारा
Very nice