GARHWAL KING AJAYPAL गढ़वाल के 52 गढ़ों का विजेता- राजा अजयपाल | रोचक जानकारी दीप सर के द्वारा
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- Опубліковано 13 лип 2022
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गढ़वाल में मंत्रों के गुरू महाराज अजय पाल ने नाथ योगी के संसर्ग में रहने से ही पूरे गढ़वाल और मध्य प्रदेश , उत्तर प्रदेश , राजस्थान , जम्मु कश्मीर पर अपना आधिपत्य किया। यहां के मंत्र साहित्य में राजा अजयपाल को भी नाथ सम्प्रदाय का माना जाता है। किसी व्यक्ति के रोग दुर करने हेतु शिव-पार्वती, हनुमंत नाथ, गोरखनाथ, धन्वन्तरी, कुलदेवता के साथ-साथ नाथ योगी महाराज अजयपाल का ही आह्वान करते हैं। महाराज अजय पाल ने हर युग मे जन्म लिया महाराज अजय पाल को तात्रिक राजा भी बोला जाता है ईन्होने राज पाठ छोड कर अपनी तपस्या से सत्य भैरब नाथ ,आदि नाथ भोले नाथ को प्रसंन किया था भोले नाथ ने ईनको दर्शन दे के वरदान दिया था गढ़वाल में सभी प्रकार के रोगों को झाड़कर दूर करने की प्रथा प्रचलित है कांैलवायु (पीलिया) घुणदा (दांत कीड़ी) जरतोड़ा (ज्वर तोड़ना) लकवा आदि सभी रोगों को दूब, गरूढ़ पंखा, कांटेदार घास (कण्डाली, झिरणा) से झाड़कर दूर किया जाता है। इसके साथ किसी व्यक्ति के अरिष्ट, हाक दूर करने के लिये नाखून, बाल, कपड़ा आदि का प्रयोग किया जाता है और महाराज अजय पाल जोगी काया राखे नरोगी ईन के मंत्रों की दुहाई दी जाती है महाराज अजय पाल जी को गडरिया समाज का और तंत्र-मंत्र का गुरु माना जाता है और हर तांत्रिक और गडरिया समाज ईनकी पूजा करता है कहने का तात्पर्य यह है कि गढ़वाल की संस्कृति में तंत्र-मंत्रों का विशिष्ट महत्व है। मगर आधुनिकता की इस दौड़ में इसे अंधविश्वास से बढ़कर कुछ नहीं माना जा रहा है। समय के साथ-साथ कई वृद्ध तांत्रिक परलोक सिधार गये हैं। और उनकी इस विद्या को स्वीकार करने के इतर उनके बच्चे कम्प्यूटर से रूबरू होने की इच्छा जताते हैं। इसलिये तंत्र-मंत्रों की प्रभावी शक्ति का वाहक निकट भविष्य में ही कोई होगा,इसमें कोई संदेह नहीं है।
जानकारी देने के लिए थैंक्सsir ji
Thanks sir ji
Welcome
Ajay pal Chauhan
Ajaypal panwar ka ghar kidhar situated hai Aaj ki date me?
Jay gaddi gadriya samaj
keep learning dear
तस्वीर तो राजा छत्रपति शिवाजी की है।
राजा अजयपाल की तस्वीर नही है क्या?