जिसकी जानिब वो नजर अपनी उठा देते हे,,,, उसकी सोई हुई तकदीर जगा देते हे,,, जिसकी जानिब वो नजर अपनी,,,,,,, जब से देखा हे ऊन में अपना मुझे होश नही,,, जाने कया चीज वो नजरो से पिला देते हे,,,,, वाह कया बात हे,, सूभान अललाह,,, किसमत से जो हम से मिले हो,,, अब ना छोडेगे,,,, तखत कया चीज हे ओर लाल जवाहर कया हे,,,, ईशक वाले तो खुदाई भी लुटा देते हे,,,, जिसकी जानिब वो नजर अपनी उठा लेते हे,,,,,, मीर जी हमे भी गुरू जी के दर्शन कराओना,,,,, अपनी बरबादी पे,, खुश हू कि सुना हे जब से,,,, वो जिसे अपना समझते हे,, मिटा देते हे,,,,, जिसकी जानिब वो नजर अपनी उठा देते हे,,,, तुम मिले दिल खिले ओर जीने को कया चाहिये,,,, ना हो तू उदास,,,,,, एक दिन ऐसा भी आता हे मोहब्बत मे जरूर,,, खुद वो घबरा के नकाब अपना उठा लेते हे,,,,, वाह कया बात हे,,,,, पहले से ही भाप लेते हे,, ,, जिसकी जानिब वो नजर अपनी,,,,,,, अपने दामन को जरा आप बचाए रखना,,,, सर्आहो से हम आग लगा देते हे वाह,,,,
यह गुरू जी पर नही हे शेर,,, वो जिसे अपना समझते हें मिटा देते है,, अपनी बरबादी पे खुश हूं की वो जिसे अपना समझते हे मिटा देते हें,,,, ,,, यह एक पथ दो रासते लग रहें हें,,,,
जींस-टी जानीब वो नज़र अपनी उठा देते हे,,,,,,जब से देखा हे उन्हें अपना मुझे होश नहीं,,जाने क्या चीज़ वो नजरो से पिलाने देते हे,,,,,,,,जिसकी जानिब वो नज़र अपनी,,,,,,,,वाह ,,क्या बात हे मजा आ गया ,,तख्त क्या चीज़ हे ओर लाल ओ जवाहर क्या हे वाह इश्क वाले तो खुदाई भी लुटा देते हे ,,
जिसकी जानिब वो नजर अपनी उठा देते हे,,, उसकी सोई हुई,,,,,,, जब से देखा हे उनहें,,, अपना मुझे होश नही,,, जाने कया चीज वो ⛔नजरो से पिला देते हे,,, जिसकी जानिब वो नजर अपनी उठा देते हे,,,,, किसमत से तुम हम को मिले हो,,, केसे छोडेगे हा अब ना छोडेगे,, तखत कया चीज हे ओर लाल जवाहर कया हे,,, ईशक वाले तो खुदाई भी भी लुटा देते हें,,, जिसकी जानिब वो,,,,, तुम बहुत याद आते हो,,,, अपनी बरबादी पे खुश हू के सुना हे जब से,,,, वो जिसे अपना समझते हे,,, बना देते हे,,,,,, मिटा देते नही हें,,, समझे,,,,,, तुम मिल दिल खिले ओर जीने को कया चाहिये,,,,, एक दिन ऐसा भी आता हे मोहब्बत मे जरूर,,, खुद वो घबरा के नकाब अपना उठा देते हे,,,, वाह कया बात हें,,,,, अपने दामन को जरा आप बचाए रखना,,,, सर्द आंखो से हम आग लगा देते हे,,, वाह ऐसा कया,,,,, तब तो तारीफे काबिल हो
jiski janib wo nazar apni utha dete hain uski soyi hui taqdeer jaga dete hain teri duzdeeda nigahon ko dua dete hain jitne chubhte hain yeh teer utna maza dete hain jabse dekha hai unhein apna mujhe hosh nahin jaane kya cheez wo nazron se pila dete hain takht kya cheez hai aur laal o jawahar kya hai ishq waale to khudaayi bhi luta dete hain ek din aisa bhi aata hai muhabbat mein zuroor khud wo ghabraa ke naqaab apna utha dete hain apni barbaadi pe khush hoon yeh suna hai jabse woh jise apna samajhte hain mita dete hain apne daaman ko zara aap bacha kar rakhna sard aahon se bhi hum aag laga dete hain
کیا کہنا عثمان میر صاحب کا اس کے گلے میں خدا خود بیٹھے ہوئے ہیں۔
Wo jise apna samjtay h mita detay h...wah
Super mind blowing. Osman Mir sahab. You are the best singer . Bbbas bhai Raipur Chhattisgarh.
Apni barbaadi pay khush hoon ki suna hai jabb se woh jisay apna samajhtay hain mita detay hain ❣️❣️
What a beautiful rendition of this ghazal and what a soulful voice. Too beautiful, love from Pakistan. ❤
जिसकी जानिब वो नजर अपनी उठा देते हे,,,, उसकी सोई हुई तकदीर जगा देते हे,,, जिसकी जानिब वो नजर अपनी,,,,,,, जब से देखा हे ऊन में अपना मुझे होश नही,,, जाने कया चीज वो नजरो से पिला देते हे,,,,, वाह कया बात हे,, सूभान अललाह,,, किसमत से जो हम से मिले हो,,, अब ना छोडेगे,,,, तखत कया चीज हे ओर लाल जवाहर कया हे,,,, ईशक वाले तो खुदाई भी लुटा देते हे,,,, जिसकी जानिब वो नजर अपनी उठा लेते हे,,,,,, मीर जी हमे भी गुरू जी के दर्शन कराओना,,,,, अपनी बरबादी पे,, खुश हू कि सुना हे जब से,,,, वो जिसे अपना समझते हे,, मिटा देते हे,,,,, जिसकी जानिब वो नजर अपनी उठा देते हे,,,, तुम मिले दिल खिले ओर जीने को कया चाहिये,,,, ना हो तू उदास,,,,,, एक दिन ऐसा भी आता हे मोहब्बत मे जरूर,,, खुद वो घबरा के नकाब अपना उठा लेते हे,,,,, वाह कया बात हे,,,,, पहले से ही भाप लेते हे,, ,, जिसकी जानिब वो नजर अपनी,,,,,,, अपने दामन को जरा आप बचाए रखना,,,, सर्आहो से हम आग लगा देते हे वाह,,,,
WAH OSMANBHAI AH GAJAL BAPU KI SAMNI HARI HAR UDASI AKHADA
Morari Bapu aap sada salamat rahain khush rahain abaad rahain jeetay rahain lots of love ❤️❤️❤️
Takht kia cheese hai aur laal _o jawahar kia hain ishq walay tou KHUDAYI bhi lutaa detay hain 💕💕
Bahut sunder. Bhagwan ki bahut hi sundar vandna.
Wow kya baat hai bhai love you mer sahi
We love you dear Ustad Osman Mir Sahib
Wish you all the best greetings from Afghanistan peace and freedom 🙏🏾
بہت خوب ١١١ پنڈت جی کی موجودگی نے سونے پر سہاگہ کا کام کیا.. شاداور آباد رہیں
ओस्मान मीर जा कोई जवाब नही....खुदा आपको लंबी उम्र दे☺️ उम्दा👌👌
Osmanmir
Super hit gajal & Singing
Kya baat hai bhai Mir ji love you sir 🙏👍🙏🙏👍🙏🙏....,.......
Morari Bapu may the Almighty grant you long, healthy live. You are patronizing a great singer Osman Mir bhai. You are great.
mir sahab veri nice bangladesh ..................I
यह गुरू जी पर नही हे शेर,,, वो जिसे अपना समझते हें मिटा देते है,, अपनी बरबादी पे खुश हूं की वो जिसे अपना समझते हे मिटा देते हें,,,, ,,, यह एक पथ दो रासते लग रहें हें,,,,
हम आपकी गजल सुनकर सुध बुध लुटा देते है।
वाह मीर साहब वाह😘
को नजर अपनी ऊठा देते हे।।
जाने क्या चिज वो...नजरो से☺।।
वां साहब मिर मिया.....जय जय😊
Wah
Dad bhi kia khoob di.....
Assume, God gifted voice, Thanks Mir Saheb
MasaAllah lajawaab ho aap
Dil ko chu Gaya Guruji....so nice
Kya bat osman Bhai
aajtak mene kese ki video pr comment ni ki me prabhu aapka bhut bhada fan hu u r great !!
Radhe Radhe !!
Waah kya bat h❣️❣️
Osman Mir ap great hai
Sahi hai, Jis ki ore Bhagwan Krishna ki najar ghoom jati hai vah Sansar me Amoolya ho jata hai.❤
Love from Pakistan, boht acha qalaam or behtareen singing. excellent keep the good work up...❤❤❤
जींस-टी जानीब वो नज़र अपनी उठा देते हे,,,,,,जब से देखा हे उन्हें अपना मुझे होश नहीं,,जाने क्या चीज़ वो नजरो से पिलाने देते हे,,,,,,,,जिसकी जानिब वो नज़र अपनी,,,,,,,,वाह ,,क्या बात हे मजा आ गया ,,तख्त क्या चीज़ हे ओर लाल ओ जवाहर क्या हे वाह इश्क वाले तो खुदाई भी लुटा देते हे ,,
Is gajal or aawaj ka koi jabab nahi hai
দাদা আপনার এ মনমুগ্ধকর গানের জন্য বাংলাদেশের জনগণের পক্ষ থেকে জানাই আন্তরিক শুভেচ্ছা এবং অভিনন্দন আগামী দিন আপনার সুন্দর এবং সফল হোক এই কামনা রইল।
Hilo
Owsam sir love you Osman sir GOD BLESS YOU sir.
Dil khush kar diya mir saab
जय हो बापू जी प्रणाम करते हे😊हमे आशीर्वाद दिजियै आपकी महफिल का आंनद लेते है
जिसकी जानिब वो नजर अपनी उठा देते हे,,, उसकी सोई हुई,,,,,,, जब से देखा हे उनहें,,, अपना मुझे होश नही,,, जाने कया चीज वो ⛔नजरो से पिला देते हे,,, जिसकी जानिब वो नजर अपनी उठा देते हे,,,,, किसमत से तुम हम को मिले हो,,, केसे छोडेगे हा अब ना छोडेगे,, तखत कया चीज हे ओर लाल जवाहर कया हे,,, ईशक वाले तो खुदाई भी भी लुटा देते हें,,, जिसकी जानिब वो,,,,, तुम बहुत याद आते हो,,,, अपनी बरबादी पे खुश हू के सुना हे जब से,,,, वो जिसे अपना समझते हे,,, बना देते हे,,,,,, मिटा देते नही हें,,, समझे,,,,,, तुम मिल दिल खिले ओर जीने को कया चाहिये,,,,, एक दिन ऐसा भी आता हे मोहब्बत मे जरूर,,, खुद वो घबरा के नकाब अपना उठा देते हे,,,, वाह कया बात हें,,,,, अपने दामन को जरा आप बचाए रखना,,,, सर्द आंखो से हम आग लगा देते हे,,, वाह ऐसा कया,,,,, तब तो तारीफे काबिल हो
Kya baat 👌
wow, whats performance dear, congratulations.
Woh jisko apna samjhte hain wah dagha dete hain.
Supab.... 💯💯💯💯💯💯💯💯💯💯💯👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
Whhha ustad..
Bohut mittii awaaz hai apkii
Waah kya bat hai
Hearings,,,,100 time,more,,, very melodious,,,,maza aa gaya,,, perfect ridim
jiski janib wo nazar apni utha dete hain
uski soyi hui taqdeer jaga dete hain
teri duzdeeda nigahon ko dua dete hain
jitne chubhte hain yeh teer utna maza dete hain
jabse dekha hai unhein apna mujhe hosh nahin
jaane kya cheez wo nazron se pila dete hain
takht kya cheez hai aur laal o jawahar kya hai
ishq waale to khudaayi bhi luta dete hain
ek din aisa bhi aata hai muhabbat mein zuroor
khud wo ghabraa ke naqaab apna utha dete hain
apni barbaadi pe khush hoon yeh suna hai jabse
woh jise apna samajhte hain mita dete hain
apne daaman ko zara aap bacha kar rakhna
sard aahon se bhi hum aag laga dete hain
Bahotahi meaningfull and emotional Gazal Osmanji Thanks
Jiski janib woh nazar........ To bring smiles on the faces of audience is a great work Osmanji you are doing great work God bless you
👌👌👌👌👌👌👌👌👌
Fabulous fantastic voice and ghazal
Bahut khoobsurat mehfil hai stay blessed ♥️♥️
Osmanji, bichme jo aapne voice variation laya hai Vo bahotahi behtarin hai great singing
واہ بہت خوب زنداباد بھائی جان
Again and again you provood your self that you are one of the greatest singer of india.
Superrrrrrrbbbbb lovely Janaab👏👏
wah ustad gajab
Saheb....
Avij sari sari gazal gaye rakho ane hajaro vrsh ame tamne sambhdta rahi evi dua.....
Gazal sari sari gayejj rakho sir....
BEST COPY OF USTAD NUSRAT FATEH ALI KHAN SAHB
HE WAS LAGEND AND LAGEND NEVER DIE
MISS YOU KHAN SIR😭😭
Wah.....
Wo jise apna samjte hai.
Mita dete hai.
Wah Kyaa baat hai.
Jay ho
Namaste Usman bhai fantastic ghazal
Bahut khub...
Inko wahi chahiye....gazab ki gayeki...
Wah jnab mza aa gya.
Very ...good
Wah ustat..... God is greate.... For give this man....
Sooooper
Big fan of your mir sir
Bahut sundar rachna aur prshtuti
Dil se dekhe dil ki bat
Ahahahah wah kya mehfil hai parnam
Wah wah kya baat osmaan bhai
Aaj ka dhe mein bhut sunder lagto hai 🙏🙏🙏🙏
bahut sundar.
wah wah ji bahut badiya gazal
बापू के श्री चरणों में हरिओम वाजपेयी का सादर प्रणाम स्वीकार हो
वाह, बहुत खूब, किसकी रचना है ये
Wah!!
Kya Rahmat hai aap par Ram g ki
..
Beautiful voice beautiful lyrics ❤️❤️
Waaah bhai
Bohot..khub sir....
Awesome Gazal And High level Singing.....
Hello sir i am big fan of u you sung really well
Masah Allah
Beyond comparison . Laazawab !!!
Very nices Osama mir ji
AAP apani awaz Ko itana Sundar kaise banaye Hain sir JEE.
Madhuban bhakti Sangeet group Behari 8827450480 sahi dhang sai riyaj Krrrr krrrr kai
Osman Mir aap par ALLAH PAK ki special rahmat hai
excellent
Agar Osman ji ka show attend karna ho to kaise pta chalega ki show kaha hai
Osman bhai Mara veera Jordarrrr
jordar
Wow... Beautiful
VA Bhai VA very good
सुर सम्राट 🔥🔥😍....
wahhh.
ll jio bap ll
जय हो बापू
ओस्मान भाई जी लाखों बरस जियों आप
Very nice 👌🌹👍
vah Osman bhai
🙏🙏🙏🙏राधे राधे