कला की सबसे पहली कसौटी यही है कि वह किस प्रकार सर्वोत्कृष्ट तरिके से सौंदर्य को प्रस्तुत करे....दीदी का नृत्य तो ऐसा है मानो स्वयं सौंदर्य ही मंच पर अपनी आभा बिखेरने आ गया हो🙏आंखे झपकती नहीं बिल्कुल😊....अभिनय के चारों अंग ही बहुत खूबसूरती से प्रस्तुत हुए हैं दीदी आपके नृत्य में🙏...धन्यवाद दूरदर्शन रांची,आपके माध्यम से झारखंड के सभी कथक साधक आसानी से सबके लिए ग्राह्य हो पा रहे हैं🙏🙏
कला की सबसे पहली कसौटी यही है कि वह किस प्रकार सर्वोत्कृष्ट तरिके से सौंदर्य को प्रस्तुत करे....दीदी का नृत्य तो ऐसा है मानो स्वयं सौंदर्य ही मंच पर अपनी आभा बिखेरने आ गया हो🙏आंखे झपकती नहीं बिल्कुल😊....अभिनय के चारों अंग ही बहुत खूबसूरती से प्रस्तुत हुए हैं दीदी आपके नृत्य में🙏...धन्यवाद दूरदर्शन रांची,आपके माध्यम से झारखंड के सभी कथक साधक आसानी से सबके लिए ग्राह्य हो पा रहे हैं🙏🙏
Bhut sundar❤❤❤❤❤
👌👌👌🙏🙏🙏
अति सुन्दर प्रस्तुति ।