धर्मान्तरण के बाद अंतिम संस्कार कहाँ सुप्रीमकोर्ट ने दिया बड़ा फैसला
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- Опубліковано 4 лют 2025
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उस गाँव के सभी aadivasi हिन्दुओं को बहुत-बहुत साधुवाद और बधाई 🙏आपने ये सिद्ध कर दिया कि एक हैं तो सैफ हैं 👍
सच कहा
अच्छा निर्णय दिया न्याय कर्ता महोदय श्री सतीश शर्मा ने।
हिंदू परंपरा को बनाए रखने के लिए धन्यवाद। जय सनातन भारत 🇮🇳🙏
Itni astha thi ki wanhi dafan karna hai to kriya karam bhi hindu daram se karte.
गाँववासियों की एकजुटता व निष्ठा के फलस्वरूप ही सनातन पक्ष में निर्णय आया है।
धर्मांतरण तो कब से हो रहा है, बड़े आश्चर्य की बात है ऐसा मुद्दा पहली बार सामने आया। मिशनरि एक कदम आगे बढकर हिन्दू परम आस्था और रीति-रिवाजों में घुसपैठ कर रहे हैं, अत्यंत चिंताजनक
Sonia nakli Gandhi missionaries ko poora support karti hai phir bhi haram ki aulad hindu usko hi apni ammimaanta hai aur congress ko vote deta hai
हम अड़े रहें तो क्षमता नहीं किसी की कि हमपर हावी हों।
जय हिन्द। इन्को अपने पिता जी का अंतिम संस्कार से मतलब नही है इनको क्रिस्चन धर्म को गांव में स्थापित करना है।
गांव वालों की जय हो।
😮💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔💔🔒
मजहब को धर्म मत कहो 😢 , धर्म केवल एक ही है सनातन, बाकी सब मजहब है। मजहब में एक अल्लाह या गॉड एक मसीहा या पैगंबर और केवल एक ही किताब होती है बाइबल या आसमानी किताब । मजहब के शुरू होने की डेट भी होती है २००० या १४०० साल पहले।
ईसाई बनने के बाद नामकरण भी ईसाई की तरह होनी चाहिए. धर्म बदलने से नाम से ही पहचान धर्म की होनी चाहिए
मजहब को धर्म मत कहो 😢 , धर्म केवल एक ही है सनातन, बाकी सब मजहब है। मजहब में एक अल्लाह या गॉड एक मसीहा या पैगंबर और केवल एक ही किताब होती है बाइबल या आसमानी किताब । मजहब के शुरू होने की डेट भी होती है २००० या १४०० साल पहले।
रमेश बघेल के पास SC जाने के पैसे है लेकिन 20 km की दूरी पर जाकर अंतिम संस्कार के पैसे नहीं है
यही तो दुर्भाग्य है जों भी इस भारत भूमि में रहता है भारत का खाता है भारत में सब कुछ करता है । परंतु भारत कि संस्कृति और व्यवस्था को नहीं मानना है। जबकि भारतीय संस्कृति और व्यवस्था को मानना अनिवार्य होना चाहिए।🎉😂😢🎉🎉😂🎉
बहुत ही अच्छा निर्णय, हिदुस्तान में लोग अपना धर्म तो बदल लेते हैं किन्तु अधिकार सारे हिन्दू व्यवस्था के ही लेते रहते हैं जोकि सरासर गलत है। सनातन को छोड़कर किसी अन्य धर्म को अपनाने वाले लोगों के सनातनी व्यवस्था में मिलने वाले सभी अधिकार भी स्वत: समाप्त हो जाते है और जिनके दुरूपयोग के सभी कारको को कानून की परिधि में लाकर परिभाषित व समाप्त किऐ जाने की व्यवस्था तो प्रशासन को तत्काल करना ही चाहिए।
।जय महाकाल।
हजारों किलोमीटर दूर का धर्म तो अपना सकते हैं पर बीस किलोमीटर दूर मुर्दा नहीं दफना सकते क्यों?
आदिवासी क्षेत्र में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण हों रहा है आदिवासी हिन्दूओ को बहला फुसलाकर कर धर्मांतरण करवाया जा रहा है
Murda bhi to hazaron kilometres dur hi dafnana chahina
हिन्दू भी तो 20 , 30 km दूर जाते हैं. इसमें अनोखा क्या है? घर के बगल में श्मशान किसको चाहिय भाई
Converted Musalman Tu sikhaega Shakti Dharti Wale halala Ki paidaish @@renukasharma7151
Ye Christian waqf board jaisa kuchh shuru karna chaahta tha
Jaise muslim ek baar jahaan apna murda gaadh dete hein , vahin phir vo kabristan ka dava karne lagte hein
Usi tarah ye converted Christian bhi ek murda dafna kar cemetery ka dava karne lagta
यदि कोई भी व्यक्ति किसी और धर्म में कन्वर्ट होता है तो उसके सनातनी अधिकार सभी तरह के चाहे सरकारी हो चाहे सनातनी हो सभी को खत्म कर देना चाहिए
गांव वालो को अपने संकल्प पर दृढ़ रहना चाहिए
किसी भी जमीन पर नहीं चाहे वह किसी की निजी जगह क्यों न हो
साधुवाद
सुप्रीम कोर्ट का वकील दस लाख से कम नहीं लेता ये पैसा रमेश बघेल नहीं दे सकता इसकी भी जांच होना चाहिए
20 km दूर जाना कोई बड़ी बात नहीं. हिन्दू भी 20 , 30, km दूर जाते हैं अंतिम संस्कार के लिए
उस गांव के सभी आदिवासी हिन्दू भाई को बहुत बहुत साधुवाद
बूत बूत ही ठिक फैसला लिया है गांव वालो ने , गांव वालो को बहूत बहूत प्रणाम
व्वाह क्या न्याय हैं,मरनेवाला परदेशी धर्म अपणाए और अंतीम संस्कार का खर्चा उठाए राज्य सरकार यानी जणता,अजब न्याय हैं जो आदमी जील्हा कोर्ट, हायकोर्ट, सुप्रीम कोर्ट जा सकता है वह अंतीम संस्कार का खर्चा नहीं उठा सकता गजब सोच है न्यायाधीश महोदय की,इनको भारतरत्न से नवाजना चाहिए.
इस प्रकरण से संबंधित गांव के सभी सनातनी हिंदु भाइयो का हार्दिक अभिनन्दन ❤ जय श्रीराम
व्यक्ति क्रिश्चियन धर्म के बारे में कितना जानता था ? सिर्फ पैसा मिला और कन्वट हो गये !
आजकल भारत की डेमोग्राफी बदलने के लिए दोनों धर्म लगे हुए हैं ।
नौकरियों में भी रिजर्वेशन बंद हो । यही न्यायालय का कहना है ।
पैसा लेकर गया होगा तो पैसा देकर वापस भी तो लाया जा सकता है
पैसा दिया पैसा दिया कहते सभी है लेकिन सबूत किसी के पास नहीं
मजहब को धर्म मत कहो 😢 , धर्म केवल एक ही है सनातन, बाकी सब मजहब है। मजहब में एक अल्लाह या गॉड एक मसीहा या पैगंबर और केवल एक ही किताब होती है बाइबल या आसमानी किताब । मजहब के शुरू होने की डेट भी होती है २००० या १४०० साल पहले।
आदिवासी भाइयों को एकता को बनाए रखने के लिए धन्य वाद एक रहोगे तो नेक रहोगे
सुप्रीम कोर्ट हिन्दू विरोधी फैसले की भरमार देखते हुए ज्यादा उम्मीद नहीं करनी चाहिए
सुप्रीम कोर्ट का सराहनीय फैसला.
अगर हिंदू का शमशान में दफ़न करने का आदेश दिया जाता तो भविष्य में संघर्ष का विषय बनता. और किसी भी धर्म के लोग इसके लिए तैयार नहीं होते क्योंकी मुद्दा धार्मिक मान्यता और भावना से जुड़ा है.
छत्तीसगढ़ जैसा राज्य में स्थानिय शुद्ध ईसाई होना संभव नहीं है. चाहे कारण या मज़बूरी कुछ भी रही हो पैसे देकर, प्रलोभन देकर या नोकरी देकर कन्वर्ट किया गया है आख़िर वह परिवर्तित ईसाई है और इनकी संख्या उंगली पर गिने चुने लोग ही हो सकते हैं.
सदियो से रहते गाव के लोग का कहना सही है. आखिर उन मे का ही एक को प्रलोभन देकर मज़बूरी का फ़ायदा उठाकर धर्मांतरण किया गया हैं जिस का अभी भी उनको दुःख है.
अब नये स्वीकृत धर्म के अनुसार कयोकी अब दफ़नाया जाता है. बड़े बुनियादी ढांचे की जरूरत है. जो देश के हर एक छोटे गाव के लिए संभव नहीं है.
तो थोड़ा ज़्यादा तख़लीफ़ सहन करनी पड़ेगी. क्योंकी कन्वर्ट हो कर कुछ न कुछ फ़ायदा वो या उसका परिवार उठा चुके है.
एक आदिवासी छेत्र के गरीब ग्रामसभा, जिला न्यायालय, फिर उच्च न्यायालय और बाद में सर्वोच्च न्यायालय तक इस मामले को लेकर जा सकता है. जहां तक जाने की एक साधन संपन्न आदमी के लिए भी कथिन रास्ता है.
तो इसके पीछे की मनसा और उन के समर्थक, संसाधन और लगनेवाला धन जरूर सन्देह के घेरे में अपने आप आ जाते हैं.
उसपर भी विचार होना जरुरी ...
आखिरकार मुर्दे को न्याय मिला, सुप्रीम कोर्ट के तरफ से__ निर्णय ठीक ही है__
मुस्लिम संप्रदाय हो या इसाई संप्रदाय सभी को अलग-अलग दफनाने का जगह अलग-अलग नही होना चाहिए, दोनों संप्रदाय का एक ही जगह होने चाहिए,
गांव वालों की सामुहिक एकता को हृदय से कर बृध नमन
दस हज़ार km दूर का रिलीजन ले सकते है लेकिन 20 km दूर मुर्दा गाड़ने में दिक्क़त 🙄
क्या हिंदु कम्युनिटी के अलावा क्या बाकी कम्युनिटी के लोग हिंदु को उनके जग में अंतीम संस्कार कराने देंगे ?
बहुत समय बाद न्यायधीश महोदय ने कुटिल चाल को समझा,एक साधारण आदमी एसी जिद्द नही कर सकता नही सुर्पिम तक आ सकता खेल कोई और ही खेल रहा है।
में गांव बालों की एकता से सीख लेते हैं लेकिन हिंदुओं में किसी गरीब हिंदू की बात निःशुल्क पंचायत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचे ऐसी व्यस्था होना अति आवश्यक है ग्रामीण क्षेत्रों में हिंदू सरपंचों सरकारी दलालों सरपंचों के गुर्गों से बहुत परेशान है आपसी मुकदमों से जमीनी मुकदमों से और आपसी सामंजस्य की कमी भी है राम सुधार के लिए ग्राम पंचायत की बैठक प्रत्येक 15 दिन में हो बैठक की वीडियो रिकॉर्डिंग हो बैठक की वीडियो रिकॉर्डिंग मेरी पंचायत ऐप्स पर लोड की जाए पंचायत की किसी भी व्यक्ति को वीडियो रिकॉर्डिंग करने की अनुमति हो बैठक हर हाल में पंचायत भवन पर हो सरपंच के घर पर किसी भी कीमत पर नहीं होनी चाहिए इसका समय सुबह 7:00 से 11:00 या शाम 4:00 से 6:00 के बीच में ही हो योजना की जानकारी ग्रामीणों को खुली बैठक में दी जाए जो की निरंतर होती रहे क्योंकि हिंदू सबसे ज्यादा aसंगठित है और में मिशनरी जैसी हिंदुओं के पास कोई व्यवस्था नहीं है पंचायत में काम करने वाले दलाल भ्रष्टाचारी या हम लोगों को आदिवासियों को दारू खोल बनाते हैं
दुबे जी राम राम , जब कोई धर्मांतरण करेगा उसको और आने वाले पिढी योंको को भी इसका सबक होना ही चाहिए किंव की हमारे हिन्दू समाज सबसे अनपढ़ है इनको सबक सिखाने के लिए ये होना ही चाहिए किंव की, जब हम हिन्दूओं से धर्मांतरं करते है तो उनको उनके धर्म में किंव नही दफनाते जिस धर्म को अपनाया है गांव वाले सही तो कह रहे हैं ये हम हिन्दुओंको कीड़े मकोड़े की तरह समजते है हम हिन्दुओंके सनातनीओंकी कोई भी आच्छे कायदे कानून नही इसी लिए इस तरह की सम्स्या आये दिन आती रहती हैं आती रहेगी जय हिंद जय भारत अखण्ड हिन्दूस्थान ।।।
यह देखो इनको सुप्रीम कोर्ट तक लड़ने की कितनी फंडिंग हुई होगी
साधुवाद. गहरी बात कही
Sc ka बहुत अच्छा निर्णय। अपने इस विषय को शुरू से ले कर अंत तक कवर किया आपका बहुत बहुत धन्यवाद
नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमि। राम राम दूबे सर। जय जय श्रीराम जय भारत वन्देमातरम। 🙏🙏🙏🙏🙏
जय श्री राम 🎉
बहुत ही सराहनीय निर्णय दिया सुप्रीम कोर्ट ने 🙏
में छत्तीसगढ़ से हुं। गांवों बालों ने बहुत अच्छा काम किया। यहां पर बहुत आदीवासी क्रीचान हो गया है।अब हिन्दू जाग गया है।
ईसाइयत धर्म मंत्रण जिहाद इसल्मीक से ज़्यदा घातक है?🙏
Dono एक से badhkar एक hain. Dono barabar hain.......😅
मरने के बाद भी कब्जा चाहिए
दस-बीस लाख की हैसियत वाले लोग सुप्रीम कोर्ट मे बड़े वकीलों की एक सुनवाई के पांच-छः लाख रूपये कैसे अदा कर देते हैं।🤔🤔🤔 और विशेष तौर पर हिन्दू मान्यताओं के विरुद्ध मानसिकता वालों को ये सुविधाएं कौन उपलब्ध करा रहा है😡😡😡
गाँव वाले सही कह रहे हैं
ये सब एक अन्तर्राष्ट्रीय चाल का हिस्सा था -सनातन में हस्तक्षेप के लिए ।
हिंदुओं के गांव में धर्म परिवर्तन करते समय नहीं सोचा कि मरेगा तो कहा दफन होगा।
Hindu der se jaga par jaga hain, is desh ko bachana hain
धर्मांतरण पर सख्त रोक लगाने चाहिए
देश हित सर्वोपरि
नमस्ते सदा वत्सले मातृभूमि
सही फैसला हुआ।
गांववाले जिंदाबाद ❤❤🎉 वैसे तो ईसाई इस देश में है ही क्यों? हम तो अपने गांव में ऐसा ही करते हैं! फटकने नही देते
डॉ बाबासाहेब तो कन्हर्टेड थे.. फिरकी हिंदू स्मशान भूमीमे उनका दहन हुवा.... हिंदू भी दहन करते है इसलिए उन्हे मंजूरी हिंदू स्मशान भूमिका मालिक धनंजय कीर ने दि
Buddhist comes under hindu
Buddhist are sanatani as per constitution
👍👍👍 बंदेमातरम 🙏🙏🙏
Finly SC talks some sense regarding religious issues🎉🎉🎉🎉🎉
सर, सुप्रीम कोठे से कोई उम्मीद नहीं है, वहाँ केवल दल्लागीरी हो रहा है, दिल्ली दंगे के आरोपी को भी 3 जजों को भेजा गया था क्या हुआ, जिसे वोट देने का अधिकार नहीं है उसे अपने लिए चुनाव प्रचार का अधिकार दे दिया गया, सभी देशद्रोहियों और सनातन संस्था के विरोधियों के लिए सुप्रीम कोठे के लोग बहुत संवेदनशील रहता है पर काश्मीर पंडित को लेकर कभी कुछ नहीं कहा।।
बहुत बढ़िया निर्णय हुआ।🙏
Jai Sanaatan🙏🚩
दुबे जी नमस्कार राम राम जय एकलिंग जी
Ek Rahoge To safe Rahoge yah Baat Siddh ho gai
सर जी अगर भारत की जनता नया सविधान बनाने के लिय भारत की संसद से मांग कर सकती है तों क्या आने वाले समय में भारत अपना कोई नया सविधान बना सकती हे? शायद् मेरा सवाल अजीब भी लग सकता है पर फिर भी पूछ रहा हु.
जनता चाहे तो क्या नही हो सकता,,,एकदिन मे तख्ता पलट शक्ति है कानुन ला सकता है,,, इस्लामिक कांग्रेश ओर समाजवादी ने यही तो नेरेटिव तो फैलाया था कि मोदी संविधान बदल देगा,आरक्षंन छीन लेगा तो जनता ने खासकर हिंदुवों ने ही ईश झुँठ को सच माना ओर बिजेपी को हरा दिया,,😡
अगर सच मे 400 पार होता तो यही किया जाता,,मुस्लिम कानुन को बदल देते,सुप्रिम कोर्ट को सिमा मे बाधा जाता,वक्फ वोर्ड समाप्त कर देते,युसिसि ओर नागरिकता बिधेयक लागू कर देते ताकी सभी को एक समान कानुन हो,,ओर जीसकी नागरिक्ता नही उस घुसपैठियों को बाहर भगा दिया जाता तो यहाँ हिंदुवे दलिते को क्या फरक पडता??
हिंदुवो को भगाया थोडे जाता,जो आरक्षंन मिल रही थी वो कैसे छीन लेते,,? हाँ 25 करोड मुस्लिमें जो अल्पसंख्य के नामपर आरक्षंण ले रहे हैं वो अल्पसंख्य वाला आरक्षंण छीन जाता,,,पर यहाँ मुस्लिमें को डरना चाहिये था,,पर ,हिंदुवे दलिते झुँठ के जाल मे 8500 के लालच मे फंस गये,,😡😡
इसलि लिए तो मोदी जी ने देश की जनता से 400 सीटों की मांग की थी,लेकिन देश विपक्षियों के झांसे में आ गए और रिजल्ट क्या हुआ यह सामने है।
Jai Bharat Mata ji
Great Supreme Court order
Bharat mata ki jai Hindu showed their unity.
राम राम जी 🙏🙏🙏🌹
नागरतना जैसे जज हिन्दुस्तान के लिए उपयुक्त नहीं है।
सभी हर प्रकार से सनातन की अमानवीय अग्निपरीक्षा ले रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट का सुप्रीम आर्डर सही है। धन्यवाद
Mera ek prashn hai
ki
Jis tarah converted vyakti ka antim sanskaar naye mazhab ke anusaar hua aur puraane dharm ke laabh usey nahi miley
kya
Usi tarah converted vyaktiyon ko hinduon ke sc/st ko milne vaale privileges bhi nahi milne chaahiyen na
❓❓❓❓❓❓❓
जय श्री कृष्ण धन्यवाद
सुप्रीम कोर्ट अराजकता की पनाहगाह बन गयी
गांव में ऐसी एकता होना चाहिए
सत्यमेव जयते
जय श्रीराम उत्तम फैसला जय सनातन
Thanks Sir. United we stand divided we fall how strong the system may be .
Jai Hind! Vande Mataram!!!
DHARAM Nirpakchh word ko sarkar turant DUSTBIN main Dale
Jay hind jay bharat. Vande Matram.
जय श्री राम🙏🙏
हर हर महादेव 🙏🙏💪💪
Adorable dicision of supreme court.
क्या कोई ईसाई यदि हिंदू धर्म अपना लेता है तो क्या उसे पूर्व में ईसाई होने के कारण ईसाई कब्रिस्तान में शवदाह क्रिया करने दिया जायेगा बताओ
सही विश्लेषण है 🎉🎉🎉
Iska sidha matlab ye hai ki kahi bhi mazar nahi ban sakti
Good decision of supreme Court
बिलकुल सही जजमेंट
👍बहुत बढ़िया समाचार 🌷
Jai Shri Ram
Dubey Ji
MP में भी धर्मांतरण तेजी से चल रहा है
सत्य आंकलन।
Bahut dukhad hai ye convarjan😢
सुप्रीम कोर्ट के जज को अपनी व्यक्तिगत जमीन देना चाहिए था।
Aapnein is matter ko bahut kaayadae se samghaya asp ka bahut bahut dhanyawad
आसुरी ताकतों की शह पर, देश की जड़ों में मठ्ठा देने की कोशिश
यदि कोई धर्म भ्रष्टान्तरण करता है तो फिर वो पूर्व का जातिबोधक शब्द कैसे प्रयोग कर सकता है क्योंकि वह तो पूर्व के धर्म या पंथिक समुदाय में प्रयोग होने वाला शब्द होता है। इस तरह का प्रयोग धड़ल्ले से चल रहा है परन्तु इसका विरोध किया जाना चाहिए।
You deserve thanks 👍 for spreading knowledge 🎉
ONLY DHARMA MATTERS 💪🇮🇳💪ONLY DHARMA MATTERS 🙏❤️🙏
Very nice ruling for a change
Dharmantaran hona chahie esa court ki manyata hai jabki ye adharm hai atah gairkanooni hai.
हमें ना तो मिट्टी मिलनी है और ना ही जन्नत।जन्नत लाख सुखद हो हमें उससे क्या ?
भाई हज़ार किमी दूर तो छोडो यदि किसी धर्म मे पक्षियों को खाने के लिए खुले में छोडते है तो क्या गाँव वाले ऐसा भी करने दे
बहुत ही अच्छा
श्रीमान क्या इस मामले का असर मजारो या कब्रों पर पड़ेगा? उत्तरी हरियाणा के अंदर 50% गांवों में हिंदुओ ने अपने घरो मे अपने खेतों में मजारे बना रखी है मेरा मत है कि मजारो का अर्थ कब्र ही होता है,मेरा प्रश्न है क्या सुप्रीम कोर्ट मे यह जनहित याचिका नही लगाई जानी चाहिए कि जब किसी एक व्यक्ति कि मृत्यु एक निश्चित स्थान पर हुई थी और उसकी मजार उस स्थान पर है तो क्या उसके नाम पर जगह जगह मजारे बनाई जा सकती है जबकि दफन वह कहीं और है जैसे उत्तर प्रदेश में गंगोह के अंदर एक पीर कि मजार है हरियाणा के लोग वहां जाते हैं और वहां उस मजार के संयोजको द्वारा चयनित लोगों को झाड़-फूंक की ट्रेनिंग दी जाती है उसके बाद उन्हें अपने घर या खेतो में उसी गंगोह वाले पीर कि मजार कब्र बनाने के लिए कहा जाता है फिर वह चयनित व्यक्ति अपने घर में भी उस व्यक्ति की मजार बना लेता है और उसका प्रचार प्रसार शुरू कर देता है और जो उस मजार पर आते हैं उनको भी वह अपने खेतों में उसी पीर की मजार बनाने को कहता है क्या एक ही व्यक्ति की कब्र या मजार भिन्न भिन्न स्थानों पर बनाई जा सकती है जबकि सैकड़ों किलोमीटर दूर उसकी मूल कब्र है। क्या कोर्ट के माध्यम से हम यह प्रयास कर सकते कि पीरो की एक सूची आमंत्रित की जाए कि हरियाणा में कितने पीरो की मजारे है उनके नाम क्या है उनकी मूल मजार कहां है तो हजारों मजारों के खिलाफ फैसला करके उनके मूल मजारों को ही मान्यता दी जाए बाकी बनी मजारों को अवैध घोषित किया जाए क्योंकि क़ब्र की कापी कैसे हो सकती है जब नीचे कुछ होता ही नहीं मात्र झाड़-फूंक के लिए वह बनाई गई होती है।
ये बहुत बड़ा षड्यंत्र और सुनियोजित तरीके से लैंड जिहाद है । कहीं पर भी नीला/हरा चादर डालों पीर का मजार तेयार दोगले हिन्दू धन और धर्म दोनों देने के लिए तैयार बैठे हैं। लाखों नहीं करोड़ों मजार केवल लैंड जिहाद, लव-जिहाद,कन्वर्जन, षड्यंत्र और पाकिस्तान परस्त जासूसी के जासूसी के अड्डे हैं।🎉😢😂🎉
Dear Prof Dubey, Thanks for the video. To day's(28.1.25) The Times of India reported on the subject and I felt a great relief. Can an enterprising Hindu file a petition in the Supreme Court questioning the morality of conversion of Hindus by the most aggressive and imperialistic Abrahamic religions viz., Christianity and Islam? Regards, SC Panda
Conversion ka ganda game khatm karna chahiye, sirf gareeb tribal is jaal me phas jate hain. Kaisa log hain kam pade likhe logo ko jo duniyadari aur chalaki kam samajhte hain, unhe ko target karte hain.
Jai shree Ram
जय श्री राम
जय हिन्द वन्देमातरम