इस विडिओ मे आपने बिल्कुल सही कहा सर जी मेरा भी सभी से यही कहना है कि मैं ईश्वर को किस आधार पर मानूं हम इंसान के जीवन में ईश्वर का क्या योगदान है। शरीर माता पिता की देन है, कर्म स्वैम पर निर्भर है, पेट खुद ही भरना है, और मृत्यु अटल है उस ईश्वर की पूजा करे तो भी मरना है ना करूं तो भी मरना है, हमारी रक्षा हमे ही करना है, मरने के बाद जीवन है या नहीं किसी को नहीं पता धर्म की किताबों में स्वर्ग नर्क लिखा है, लेकिन कौन स्वर्ग नर्क को भोग कर आया ये किसी ने आकर नहीं कहा अभी तक आपने ओर हमने ईश्वर को न तो देखा ना ओर ना ही महशुस किया है तो हम किस आधार पर ईश्वर को माने। सर जी जहा तक मेरा कहना सायद ही आपको कडवा लगे पर ये सत्य है कि पहले मैं भी आपके जेसे ईश्वर से बहुत डरता था की मेरी ये बाते सुन कर वो इश्वर नाम का कही हमे नर्क में न डाल दे फिर एक दिन गलती से फुले,पेरियार आंबेडकर जी को पढ़ लिया ओर अब देखो अपने आप को नास्तिक मान लिया अब सायद ईश्वर मुझसे डरते है कि कही ये मेरी पोल न खोल दे 😂😂😂😂
इस विडिओ मे आपने बिल्कुल सही कहा सर जी मेरा भी सभी से यही कहना है कि मैं ईश्वर को किस आधार पर मानूं हम इंसान के जीवन में ईश्वर का क्या योगदान है। शरीर माता पिता की देन है, कर्म स्वैम पर निर्भर है, पेट खुद ही भरना है, और मृत्यु अटल है
उस ईश्वर की पूजा करे तो भी मरना है ना करूं तो भी मरना है, हमारी रक्षा हमे ही करना है, मरने के बाद जीवन है या नहीं किसी को नहीं पता
धर्म की किताबों में स्वर्ग नर्क लिखा है, लेकिन कौन स्वर्ग नर्क को भोग कर आया ये किसी ने आकर नहीं कहा
अभी तक आपने ओर हमने ईश्वर को न तो देखा ना ओर ना ही महशुस किया है तो हम किस आधार पर ईश्वर को माने। सर जी जहा तक मेरा कहना सायद ही आपको कडवा लगे पर ये सत्य है कि पहले मैं भी आपके जेसे ईश्वर से बहुत डरता था की मेरी ये बाते सुन कर वो इश्वर नाम का कही हमे नर्क में न डाल दे फिर एक दिन गलती से फुले,पेरियार आंबेडकर जी को पढ़ लिया ओर अब देखो अपने आप को नास्तिक मान लिया अब सायद ईश्वर मुझसे डरते है कि कही ये मेरी पोल न खोल दे 😂😂😂😂
धन्यवाद भाई जी