भगवान श्री कृष्ण का स्वरूप कैसा है, वे कैसे दिखते हैं ?

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  • Опубліковано 21 сер 2024
  • श्री कृष्ण का स्वरूप अत्यंत आकर्षक और दिव्य है। उनका वर्णन विभिन्न पुराणों, महाभारत, और श्रीमद्भागवतम में मिलता है। उनका स्वरूप निम्नलिखित विशेषताओं से युक्त है:
    वर्ण (रंग): श्री कृष्ण का रंग श्याम या नीला है, जो आकाश और समुद्र के समान गहरा और मोहक है। इसीलिए उन्हें 'श्यामसुंदर' भी कहा जाता है।
    मुखमंडल (चेहरा): उनका मुखमंडल अत्यंत सुंदर और मनमोहक है। उनके होंठ लाल और कमल के समान हैं और उनका मुस्कान मधुर है। उनके कानों में मकराकृति कुंडल शोभायमान होते हैं।
    नेत्र (आंखें): उनकी आंखें कमल के फूल के समान बड़ी और आकर्षक हैं, जो उनके भक्तों को मोह लेते हैं।
    केश (बाल): उनके बाल घुँघराले और काले हैं, जो उनके चेहरे के चारों ओर लहराते रहते हैं। वे अक्सर मोर पंख का मुकुट धारण करते हैं।
    वस्त्र: श्री कृष्ण पीताम्बर वस्त्र (पीले वस्त्र) धारण करते हैं, जो उनकी कांतिमानता को और बढ़ाते हैं।
    वृत्तांत: उनकी छवि में अक्सर वे बांसुरी बजाते हुए दिखाए जाते हैं, जिससे मधुर ध्वनि निकलती है और गोपियों तथा गोपों को मंत्रमुग्ध कर देती है।
    अंग-प्रत्यंग: उनके शरीर का प्रत्येक अंग अत्यंत सुंदर और अनुपम है। उनकी भुजाएं बलशाली और सौम्य हैं।
    श्री कृष्ण के इस दिव्य स्वरूप का ध्यान और दर्शन भक्तों के हृदय को आनंद और शांति से भर देता है। उनका प्रत्येक अंग और उनकी हर क्रिया भक्तों को अपनी ओर आकर्षित करती है और प्रेम और भक्ति से परिपूर्ण कर देती है।
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